सामान्य ज्ञान
इंटू द हिडेन वैली एक उपन्यास है, जो अरुणाचल के अपातानी आदिवासियों पर लिखा गया है। इस उपन्यास को 8 सितंबर 2016 को ब्रिटेन का प्रतिष्ठित एमएम बेनेट्स अवार्ड प्रदान किया गया।
स्पीकिंग टाइगर की ओर से प्रकाशित यह उपन्यास भारत में ब्रिटिश काल के अनछुए इतिहास पर रोशनी डालती है। उपन्यास में दो कहानियों के साथ अंग्रेजों और आदिवासियों के बीच टकराव को दर्शाया गया है। इस उपन्यास में एक कहानी ब्रिटिश अधिकारी की है तो दूसरी एक आदिवासी की है। ब्लैकबर्न के इस उपन्यास ने हेलेन पेज की ‘डिफेंडर ऑफ यरुशलम’ और केर्मिट रोसवेल्ट लिखित ‘अलीजन्स’ की पुस्तक को इस प्रतियोगिता में पीछे छोड़ दिया?
अमेरिका में जन्मे ब्लैकबर्न ने दक्षिण भारत के कुछ गांवों में भी ढाई साल गुजारे और तमिल भाषा सीखी। ब्लैकबर्न के अनुसार जब वह 1999 में अरुणाचल प्रदेश आए तब पूर्वोत्तर भारत में तिब्बती-बर्मन बोलने वाले आदिवासियों से प्रभावित हुए। उन्होंने लगभग एक दशक तक आदिवासियों के उस खास समूह की संस्कृति और परंपराओं पर शोध किया।
श्रौतसूत्र
विभिन्न हिन्दू आनुष्ठïानिक पुस्तिकाओं में से कोई भी, जिनका प्रयोग वे पुरोहित करते हैं जो तीन अग्रियों और कई विशेषज्ञ पुजारियों वाले वृहत्तर यज्ञों का अनुष्ठïान करते हैं।
ये पुस्तिकाएं श्रौत (संस्कृत श्रुति से, रहस्योदघाटन) कहलाती है, क्योंकि वे सीधे श्रुति या उदघाटित वर्ग के रूप में माने जाने वाले प्राचीन वैदिक साहित्य पर आधारित हैं। श्रौतसूत्र, गृह्यïसूत्र (घरेलू समारोहों से संबद्ध) तथा धर्मसूत्र (आचरण के नियमों से संबद्ध) के साथ सूत्रात्मक पाठों के संकलन, कल्पसूत्र का निर्माण करते हैं, जो वेद की विभिन्न शाखाओं से उभरे। प्रत्येक श्रौतसूत्र अपने विशिष्टï वैदिक मत के पुरोहितों का विशिष्टï कार्यों के निष्पादन में मार्गदर्शन करता है। श्रौतसूत्र तीन अग्रियों को प्रज्जवलित करने, अमावस्या एवं पूर्णमासी समारोहों तथा विभिन्न पशु बलियों एवं सोम यज्ञों जैसे विषयों की जानकारी देते हैं।