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नई दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा)। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड हमेशा से आर्थिक तंगी से जूझता रहा है और कोरोना वायरस के बाद तो उसकी जैसे कमर ही टूट गई है। आर्थिक तंगी का ये आलम है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पास अपने घरेलू खिलाडिय़ों का कोरोना टेस्ट कराने के पैसे तक नहीं हैं। पीसीबी ने नेशनल टी20 चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले 240 खिलाडिय़ों, अधिकारियों और अन्य हितधारकों से कोविड-19 के शुरुआती परीक्षण के लिये खुद भुगतान करने को कहा है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अनुसार नेशनल चैंपियनशिप में भाग लेने के लिये हर खिलाड़ी और अधिकारी के कोविड-19 के दो परीक्षण नेगेटिव आने जरूरी हैं। पीसीबी ने कहा कि पहले टेस्ट का भुगतान खिलाडिय़ों और अधिकारियों को खुद करना होगा और दूसरे टेस्ट के पैसे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड देगा।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का ये आदेश साफतौर पर जाहिर करता है कि उसकी तिजोरी अब खाली हो रही है। नेशनल टी20 कप के फिटनेस टेस्ट सोमवार को पूरे हो गए और 20 सितंबर से टूर्नामेंट के ट्रेनिंग कैंप लगने वाले हैं। टी20 कप की शुरुआत 30 सितंबर से होगी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (क्कष्टक्च) जिंबाब्वे के खिलाफ आने वाली इंटरनेशनल सीरीज में जैविक रूप से सुरक्षित माहौल तैयार करने के लिए इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की सलाह मांगी है। इंग्लैंड ने जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में पाकिस्तान की मेजबानी की थी। जिंबाब्वे की टीम को 20 अक्टूबर को पाकिस्तान पहुंचना है जिसके बाद पीसीबी के मुल्तान और रावलपिंडी में टी20 और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन कराने की उम्मीद है।