राष्ट्रीय
-जेके कर
छत्तीसगढ़ देश के उन राज्यों में शामिल है जहां आबादी के अनुपात में कोरोना के कम टेस्ट हो रहें हैं। देश में कोरोना के सबसे कम टेस्ट राजस्थान में हुये हैं जहां मात्र 1.16 फीसदी आबादी का ही टेस्ट किया गया है। इसके बाद मध्यप्रदेश आता है जहां आबादी के मात्र 2.2 फीसदी का ही टेस्ट हुआ है। उसके बाद नंबर आता है पश्चिम बंगाल का जहां 2.93 फीसदी आबादी का ही कोरोना का टेस्ट कराया गया है। इन तीनों राज्यों के बाद छत्तीसगढ़ है जहां आबादी के 3.26 फीसदी आबादी का ही कोरोना का टेस्ट कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि खुद राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में 1 सितंबर को कोरोना से संक्रमितों की कुल संख्या 33,017 थी जो 23 सितंबर को बढक़र 93,351 की हो गई है। इस तरह से सितंबर माह के महज 22 दिनों में ही कोरोना के मरीजों की संख्या तकरीबन तिगुनी हो गई है।
बता दें कि हमने राज्यों की 31 मई, 2020 तक की अनुमानित जनसंख्या यूनिक आइडेंटिटी ऑथारिटी ऑफ इंडिया से लिया है। इसी तरह से किन-किन राज्यों में कोरोना के कितने टेस्ट हुये हैं उसके लिए कोविड19 इंडिया डॉट ओआरजी से आकड़ें लिये हैं। आंकड़ों की जांच करने के लिए हमने छत्तीसगढ़ जनसंपर्क द्वारा जारी आंकड़ों से इसकी तुलना भी की है। छत्तीसगढ़ जनसंपर्क के आंकड़ों के अनुसार 23 सितंबर 2020 तक राज्य में कुल 10,50,165 कोरोना टेस्ट की जानकारी दी गई है तथा कोविड19 इंडिया डॉट ओआरजी के अनुसार राज्य में 9,60,000 टेस्ट ही बताया जा रहा है। जाहिर है कि सरकारी आंकड़े समय के साथ अपडेट किए जाते रहते हैं। इस तरह का अंतर अन्य राज्यों का भी होगा जो अपडेट न होने के कारण पिछले दिनों का हो सकता है। बहरहाल, तुलना करने के लिये हम इन उपलब्ध आंकड़ों को ही प्रस्थान बिंदु मानकर चलेगें। नतीजा कमोबेश एक सा ही होगा।
गौरतलब है कि जानकारों तथा विश्व-स्वास्थ्य-संगठन द्वारा ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराने पर जोर दिया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द कोरोना संक्रमितों की
पहचान करके उनका ईलाज़ किया जा सके तथा संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। कुछ जानकार कोरोना के कुल कितने टेस्ट हुये हैं उस पर जोर देते हैं तो कुछ प्रति दस लाख में से कितने लोगों का टेस्ट कराया गया है उस पर ध्यान देते हैं। जबकि यहां पर हम किस राज्य की कितनी आबादी है तथा उसके कितने फीसदी लोगों का टेस्ट कराया जा चुका है उसके आधार पर विश्लेषण कर रहें हैं। इसी के साथ जुड़ा हुआ एक तथ्य यह भी है कि कोरोना का टेस्ट कोरोना के लक्षण होने पर तथा पुष्ट संक्रमितों के संपर्क में आने वालों का ही किया जाता है।
अभी तक देश की कुल आबादी के 4।81 फीसदी का ही टेस्ट कराया गया है। देश में सबसे ज्यादा टेस्ट गोवा, अरुणाचल प्रदेश तथा दिल्ली में कराया गया है। गोवा में 15.13 फीसदी, अरुणाचल प्रदेश में 14.64 फीसदी तथा दिल्ली में 14.43 फीसदी आबादी का टेस्ट कराया गया है। जम्मू-कश्मीर में 10.73 फीसदी, आंध्रप्रदेश में 9.83 फीसदी, त्रिपुरा में 8.87 फीसदी, असम में 8.48 फीसदी, मणिपुर में 7.11 फीसदी आबादी का कोरोना टेस्ट कराया गया है।
जबकि तमिलनाडु में 8.64 फीसदी, केरल में 7.14 फीसदी, हरियाणा में 6.24 फीसदी, तेलंगाना में 6.68 फीसदी, गुजरात में 6.24 फीसदी, ओडिशा में 6.27 फीसदी, पंजाब में 5.47 फीसदी, उत्तराखंड में 5.68 फीसदी आबादी का टेस्ट कराया गया है।