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पटना, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)| बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मामला भले ही सुलझने की खबर आ रही है, लेकिन अभी भी पसंदीदा सीट को लेकर महागठबंधन में पेंच फंसा हुआ है।
कांग्रेस अपनी जीती हुई सीटों के अलावा अधिकांश उन सीटों पर अपनी दावेदारी कर रही है, जिस पर पिछले चुनाव में जनता दल (युनाइटेड) जीता हुआ था या दूसरे नंबर पर था।
कांग्रेस के एक नेता ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कहते हैं कि कांग्रेस अपनी मनपसंद सीटें सुल्तानगंज, हिसुआ, मटिहानी, लखीसराय, सासाराम, भभुआ सहित कुछ अन्य सीटों पर लड़ना तय कर चुकी है। इधर, सूत्रों का दावा है कि राजद ऐसी सीटों को कांग्रेस को देना नहीं चाह रही है।
सूत्रों का दावा है कि राजद ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवार तक तय कर दिए हैं। सूूत्र कहते हैं कि राजद ने हिसुआ से एक अति पिछड़े और सुल्तानगंज से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े एक वैश्य जाति के नेता को राजद ने प्रत्याशी तक चुन लिया है, जिसका विरोध कांग्रेस कर रही है।
इसी तरह मटिहानी जैसी कांग्रेस की कई पसंदीदा सीटें वामपंथी दलों के हिस्से चली गई हैं। सूत्र यह भी कहते हैं कि कांग्रेस को कई ऐसी शहरी सीटें भी दिए जाने की सूचना है, जहां भाजपा काफी मजबूत है। ऐसे में एकबार फिर राजद और कांग्रेस में ठन गई है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में तीन चरणों में होने वाले मतदान के लिए प्रथम चरण के नामांकन की प्रक्रिया जारी है। प्रथम चरण में 28 अक्टूबर को मतदान होना है। बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं।
-आईएएनएस