अंतरराष्ट्रीय
अरुल लुईस
न्यूयॉर्क, 18 अक्टूबर| बॉलीवुड की हिट धुन को एक चुनाव प्रचार अभियान गाने में बदलकर डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन के एक समर्थक भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं, खासकर वोट बैंक के लिहाज से महत्वपूर्ण राज्यों में, जहां छोटा मार्जिन भी तय कर सकता है कि अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन बनेगा।
वीडियो का निर्माण करने वाले अजय भूटोरिया ने आईएएनएस को बताया कि वह लोकप्रिय संस्कृति के सार के साथ एक यूनिक कैम्पेन मीडिया के माध्यम से अनुमानित 13 लाख भारतीयों तक पहुंच बनाना चाहते हैं।
ए.आर. रहमान की धुन से सजे 'लगान' फिल्म के हिट गीत 'चले चलो' की थीम पर आधारित कैम्पेन वीडियो में 14 भाषाओं में मतदाताओं से वोट देने की अपील की गई है।
भूटोरिया ने कहा, "हमने फिल्म 'लगान' के इस गीत को चुना। मैंने और मेरी पत्नी ने इसके बोल लिखे, 'चले चलो बाइडन, हैरिस को वोट दो।"
यह यूट्यूब पर है और सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहा है।
तीन भाषाओं में इसका एक छोटा संस्करण टीवी एशिया पर चल रहा है, जो भारतीय-अमेरिकियों के बीच एक लोकप्रिय चैनल है।
भूटोरिया ने कहा कि अभियान का मुख्य लक्ष्य स्विंग-स्टेट्स में रहने वाले भारतीय-अमेरिकी हैं।
भूटोरिया ने 2016 में हिलरी क्लिंटन के लिए काम किया था। हिलरी, डोनाल्ड ट्रंप की तुलना में 23 लाख अधिक वोट प्राप्त करने के बावजूद चुनाव हार गईं क्योंकि वह राज्य प्रतिनिधियों के इलेक्टोरल कॉलेज को ले जाने में असफल रही जो अंतत: तय करती हैं कि राष्ट्रपति कौन होगा। भूटोरिया ने कहा कि वह दोबारा ऐसा होते नहीं देखना चाहते।
यह देखते हुए कि हिलरी ने केवल 10,000 मतों के मार्जिन से मिशिगन और कुछ अन्य को को खो दिया था वह वहां भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं को जुटाना चाहते हैं जो इसमें अहम भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने और उनकी पत्नी विनीता ने एक और वीडियो भी तैयार किया है, 'अमेरिका का नेता कैसा हो, जो बाइडन जैसा हो।'
भूटोरिया ने कहा कि उनका अभियान कई भाषाओं को शामिल करता है क्योंकि भारतीय प्रवासी भारत की तरह विविध हैं और मतदाताओं को अपनी मातृभाषा में संदेश प्राप्त करना है।
उन्होंने कहा कि वह बाइडन कैम्पेन की राष्ट्रीय वित्त समिति और एशियन अमेरिकन पैसिफिक आइलैंडर लीडरशिप काउंसिल के सदस्य हैं, उन्होंने डेमोक्रेट्स और बाइडन की पत्नी जिल के लिए फंडरेजर्स की व्यवस्था की है।
उन्होंने बाइडन के साथ एक कार्यक्रम में काम किया था जब वह उपराष्ट्रपति थे, और कमला हैरिस को तब से जानते हैं जब वह कैलिफोर्निया अटॉर्नी जनरल हुआ करती थीं।
भूटोरिया ने कहा, "वे दोनों शानदार काम करने जा रहे हैं, खासकर जब बात भारतीय अमेरिकी समुदाय की आती है।"
उन्होंने कहा कि ट्रंप बस फोटो खिंचाने, सुर्खियों में आने के शौकीन है, जब भारत और भारतीयों की बात आती है तो बाइडन के कार्यक्रम ज्यादा ठोस हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वीजा मामलों में ट्रंप के कड़े रुख से उलट बाइडन नरमी दिखाएंगे। (आईएएनएस)