खेल
- वात्सल्य राय
कौन लिख रहा है आईपीएल-13 की स्क्रिप्ट?
क्या ये सवाल आपके दिमाग में भी कौंध रहा है?
क्रिकेट हमेशा से अनिश्चितताओं का खेल रहा है. लेकिन आईपीएल-13 तो हर हद तोड़ रहा है. हर मैच में इतना रोमांच. इतने ट्विस्ट. इतने यू टर्न. आपके सारे अनुमान धरे रह जाएं.
कई मैचों में तो आखिरी लम्हों में कांटा इतनी बार इधर-उधर हुआ कि बॉलीवुड की मसाला फ़िल्मों के बड़ी मेहनत से रचे गए क्लाइमेक्स भी उबाऊ लगने लगें.
उदाहरण चाहिए. आईपीएल-13 में रविवार को हुए दो मुक़ाबलों को ही देखिए. दोनों ही मैच टाई रहे. कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइज़र्स हैदराबाद के मैच का नतीजा सुपर ओवर से तय हुआ.
मुंबई इंडियन्स और किंग्स इलेवन पंजाब के मैच में तो सुपर ओवर भी टाई हो गया.
बल्ला टांगने के बाद से ट्विटर पर 'फुलझड़ी छोड़ने' के उस्ताद बन गए वीरेंद्र सहवाग ने रोमांच की ऐसी डोज को 'फ़िल्म शोले के गब्बर' के अंदाज़ में 'नाइंसाफी' बता दिया.
काग़ज पर किंग्स इलेवन की टीम भी टक्कर की लगती है लेकिन आईपीएल-13 में किए प्रदर्शन के पैमाने पर मुंबई उससे मीलों आगे रही है.
लेकिन रविवार को क्या 'कांटे से कांटा लड़ाया' किंग्स इलेवन पंजाब ने.
पंजाब की टीम की ताक़त बल्लेबाज़ी है. टीम में एक से बढ़कर एक धुरंधर बल्लेबाज़ हैं. कप्तान केएल राहुल और दूसरे ओपनर मयंक अग्रवाल ग़जब फॉर्म में हैं लेकिन मुंबई के बॉलिंग अटैक के ख़िलाफ़ 20 ओवर में 177 रन बनाना आसान नहीं.
लेकिन, रविवार तक आखिरी पायदान पर रही पंजाब की टीम ने तो जैसे छलांग लगाने की ज़िद ही ठान ली थी. मुंबई के ख़िलाफ़ मैच के पहले तक पंजाब ने सिर्फ़ दो मैच जीते थे और दोनों जीत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के ख़िलाफ़ मिली थी.
और, अब पंजाब ने मुंबई से भी दो प्वाइंट छीन लिए हैं और प्वाइंट टेबल में छठे नंबर पर पहुंच गई है. चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स से ऊपर. कश्मकश भरे मुक़ाबले में मुंबई को पीटकर बाकी टीमों को उसने मानो सावधान रहने की चेतावनी ही दे दी है.
बदल गई है टीम पंजाब?
डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई इंडियन्स के जलवे की तो कई बार बात हुई है. मुंबई की टीम बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फील्डिंग तीनों मोर्चों पर चैंपियन खिलाड़ियों से लैस है. टीम में कई मैच विनर हैं और अगर कोई स्टार लड़खड़ाता है, दूसरा आगे आकर टीम को संभाल लेता है.
लेकिन, रविवार को पंजाब की टीम मुंबई के ज़्यादातर स्टार खिलाड़ियों पर भारी पड़ी. रोहित शर्मा, सूर्य कुमार यादव और ईशान किशन को सस्ते में रोका और केएल राहुल की अगुवाई में पंजाब के बल्लेबाज़ों ने जसप्रीत बुमराह को छोड़कर मुंबई के ज़्यादातर स्टार गेंदबाज़ों को औसत साबित कर दिया.
कप्तान केएल राहुल 525 रन के साथ टूर्नामेंट के सबसे कामयाब बल्लेबाज़ हैं और मयंक अग्रवाल 393 रन के साथ दूसरे नंबर पर हैं.
शमी का सुपर शो
और फिर सुपर ओवर में जब जसप्रीत बुमराह ने पंजाब के बल्लेबाज़ों को सिर्फ़ पांच रन बनाने दिए और क्रिकेट कमेंट्री कर रहे सारे एक्सपर्ट मुंबई के पक्ष में बढ़त बताने लगे तब पंजाब ने ग़जब का पलटवार किया.
मोहम्मद शमी ने 'हिटमैन' के नाम से मशहूर मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा को तीन गेंद में एक ही रन बनाने दिया. शमी का ये 'सुपर शो' न होता तो दूसरा सुपर ओवर भी न होता. रोहित शर्मा अपने प्रदर्शन से ऐसे 'हताश' हुए कि मैच के बाद ब्रॉडकास्टर से बात करने नहीं आए.
इस प्रदर्शन के बाद शमी सोशल मीडिया पर छा गए. ट्विटर और दूसरे प्लेटफॉर्म पर फैन्स उनकी जमकर तारीफ़ की.
गेल-मयंक का जलवा
और दूसरे सुपर ओवर में भी पंजाब ने पानी लड़ा दिया. पंजाब के ओपनर मयंक अग्रवाल लक्ष्य का पीछा करते हुए बड़ा स्कोर नहीं बना सके थे. लेकिन दूसरे सुपर ओवर में उन्होंने क्रिस जोर्डन की आखिरी गेंद पर केरोन पोलार्ड के बल्ले से निकले शॉट को जादुई अंदाज़ में रोका. छक्का तय दिख रहा था लेकिन मुंबई टीम को सिर्फ़ दो रन मिले.
और फिर शुरू हुआ क्रिस गेल का खेल. पिछले मैच में बैंगलोर के ख़िलाफ़ बल्ले से गरजने के बाद ख़ुद को 'यूनिवर्सल बॉस' बता चुके गेल ने दूसरे सुपर ओवर की पहली ही गेंद पर बता दिया कि वो मुंबई के गेंदबाज़ों के भी छक्के छुड़ा सकते हैं. और लगातार दो चौके जड़कर जीत पक्की करने वाले मयंक अग्रवाल तो मानो इस मौके के ही इंतज़ार में थे.
हीरो नंबर 1 फर्ग्यूसन?
इससे पहले दिन के पहले मुक़ाबले कोलकाता नाइट राइडर्स बनाम सनराइज़र्स हैदराबाद में भी कई उतार-चढ़ाव दिखे.
दोनों ही टीमों में जीत हासिल करने की बेताबी नज़र आई. दोनों ने ही नए गेम प्लान आजमाए. हैदराबाद ने तो बैटिंग ऑर्डर ही पूरी तरह बदल दिया. कोलकाता ने भी कुछ बदलाव किए.
दोनों ही टीमों की ओर से कई खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किए. मसलन कोलकाता के लिए दिनेश कार्तिक और कप्तान इयॉन मॉर्गन ने आखिरी ओवर में गज़ब की बल्लेबाज़ी की तो हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर ने भी आखिरी ओवर में जीत के लिए पूरा ज़ोर लगा दिया.
लेकिन, तमाम खिलाड़ियों के बीच जिस खिलाड़ी ने दोनों टीमों के बीच सबसे ऊंचा मुकाम हासिल किया, वो हैं लॉकी फर्ग्यूसन. मैच को कोलकाता की तरफ उन्होंने ही मोड़ा. पहले जब ओपनिंग में भेजे गए केन विलियमसन बल्ले से धमाल कर रहे थे, तब फर्ग्यूसन ने उनकी पारी पर ब्रेक लगाया. फिर प्रियम गर्ग और मनीष पांडेय को आउट किया और चार ओवर में सिर्फ़ 15 रन दिए.
और जब सुपरओवर को फेंकने के लिए कप्तान ने उन्हें गेंद थमाई तो पहली गेंद पर वार्नर और तीसरी पर समद को बोल्ड करके केवल दो रन ही बनने दिए. हैदराबाद के बाद के पास उनके इस प्रदर्शन की काट नहीं थी. और ये दोनों ही टीमों के बीच सबसे बड़ा अंतर फर्ग्यूसन ही थे जिनकी बदौलत मैच कोलकाता नाइट राइडर्स के हक़ में गई.(bbc)