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श्रीनगर, 26 अक्टूबर| जम्मू एवं कश्मीर संग भारत के विलय वाले दिन (26 अक्टूबर) की 73वीं वर्षगांठ के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों द्वारा श्रीनगर में सोमवार को 'तिरंगा रैली' निकाली गई। जम्मू एवं कश्मीर को 26 अक्टूबर, 1947 को भारत में मिलाने का फैसला लिया गया था।
राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने श्रीनगर के टैगोर हॉल से कड़ी सुरक्षा के बीच कार रैली में भाग लेते हुए नारे लगाए।
यह रैली यहां के गुप्कर रोड पर स्थित पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के आवासों के सामने से होकर गुजरी।
भाजपाई नेता अल्ताफ ठाकुर ने कहा, "आज हम जम्मू एवं कश्मीर का भारत में विलय को चिन्हित करते हैं। भारत में सभी जातियों संग समान व्यवहार किया जाता है, हम भारतीय हैं और राष्ट्रीय ध्वज को सलाम करते हैं।"
उन्होंने कहा कि मुख्यधारा की पार्टियों द्वारा किया गया गुप्कर गठबंधन "लोगों को गुमराह करने के लिए किया गया राजवंशीय गठबंधन" था।
इधर, शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि वह तब तक कोई और झंडा नहीं उठाएंगी, जब तक कि जम्मू-कश्मीर राज्य का झंडा वापस नहीं आ जाता। (आईएएनएस)