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पेशावर, 27 अगस्त। पाकिस्तान के पेशावर में एक मदरसे में मंगलवार की सुबह हुए शक्तिशाली विस्फोट में कम से कम 7 बच्चों की मौत हो गई और 70 अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस और अस्पताल कर्मचारियों ने मृतकों की पुष्टि की है।
यह धमाका मंगलवार की सुबह ऐसे वक्त में हुआ जब मदरसे में मौलवी इस्लाम के बारे में बच्चों को बता रहे थे। पेशावर के इस मदरसे का नाम जामिया जुबैरा है। पुलिस अधिकारी वकार अजीम ने बताया कि धमाका मदरसे में एक बैग छोड़े जाने के तुरंत बाद हुआ। उनके मुताबिक मदरसे में किसी ने बैग रख दिया था और उसके चंद मिनटों बाद विस्फोट हुआ। धमाके में घायल कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है और अस्पताल प्रशासन को आशंका है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। घायलों का इलाज लेडी रीडिंग अस्पताल में चल रहा है।
लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता, मुहम्मद असीम ने एक बयान में कहा कि पांच शवों और 70 घायल लोगों को अब तक अस्पताल लाया गया है, उन्होंने कहा कि ज्यादातर शव और घायल जिन्हें अस्पताल लाया गया, वे जल गए थे और उनके शरीर में छर्रे लगे थे।
पेशावर खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय राजधानी है, जो कि अफगानिस्तान से सटा इलाका है। पुलिस अधिकारी मदद खान ने कहा है कि मदरसे वाले इलाके को सील कर दिया गया और बैग रखने वाले शख्स की तलाश की जा रही है। बचाव अभियान के सदस्य बिलाल फैजी ने बताया कि राहत और बचाव का काम पूरा कर लिया गया है और सभी घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है। शहर के सभी अस्पतालों में आपातस्थिति की घोषणा की गई है। पुलिस के साथ अन्य एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
पिछले महीने खैबर पख्तूनख्वा के नौशेरा स्थित अकबरपुरा इलाके में विस्फोट हुआ था जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी और 2 घायल हुए थे।
TERROR WATCH 12 : Heavy explosion hit Madarasa Zubairiyyah, Dir Colony in #Peshawar.
— Terror Watch (@TerrorWatchAsia) October 27, 2020
Terror camps working freely in all over ????????
Also consider ???????? remains in FATF's Grey list, & the next meeting will be held soon. pic.twitter.com/H7xVvadl8U
मौके पर सबूत इक_ा करते सुरक्षाकर्मी
हाल के सालों में इस प्रांत में आतंकवादी हमले की कई वारदात हुई हैं लेकिन पूरे पाकिस्तान में अलग-अलग संप्रदाय के बीच हिंसा में भी लोगों की जान जाती रही है।
बीते एक सप्ताह में ये पाकिस्तान में धमाके की दूसरी घटना है. हाल ही में पाकिस्तान के कराची शहर में बड़ा धमाका हुआ था। इस विस्फोट में पांच लोगों की मौत हुई थी और 20 के करीब लोग घायल हुए थे। मदरसे में धमाके से दो दिन पहले क्वेटा में भी एक विस्फोट हुआ था जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।
साल 2014 में पाकिस्तान तालिबान के आतंकियों ने सेना द्वारा चलाए जाने वाले स्कूल पर हमला कर 150 बच्चों की हत्या कर दी थी. पाकिस्तान में अल कायदा, तालिबान और आईएस के आतंकियों ने 2004 से अब तक करीब 70,000 लोगों की हत्या की है, जिनमें नेता, पत्रकार, एक्टिविस्ट और आम लोग शामिल हैं।
2014 के जून से सैन्य कार्रवाई के कारण आतंकी अफगानिस्तान की तरफ चले गए हैं लेकिन अभी भी उनमें अचानक हमले को अंजाम देने की क्षमता है। एए/सीके (रॉयटर्स, एपी, एएफपी)