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नई दिल्ली, 28 अक्टूबर। बिहार में विधानसभा चुनाव का आगाज हो गया है। पहले चरण के लिए मतदान किए जा रहे हैं। यहां हर राजनीतिक पार्टी चुनाव में जीत पाने के लिए पूरी कोशिश कर रही हैं। वहीं एक भारतीय मूल के पुजारी को सेशेल्स का राष्ट्रपति चुना गया है। खास बात यह है कि चुने गए सेशेल्स के राष्ट्रपति जड़ें भारत के बिहार से हैं।
भारतीय मूल के वेवल रामकलवान को सेशेल्स का राष्ट्रपति चुना गया है। बताया जा रहा है कि वेवल रामकलवान के दादा बिहार के गोपालगंज से आकर सेशेल्स में बसे थे। वहीं अब वेवल रामकलवान ने डैनी फौरे को हरा कर सेशंल्स में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है। यह पहली बार हो रहा है जब विपक्ष के उम्मीदवार ने 1977 के बाद सेशेल्स में चुनाव जीता है।
साल 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी की सेशेल्स यात्रा के दौरान कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। वहीं अब रामकलवान के राष्ट्रपति बनने के बाद संशोधन की उम्मीद जताई जा रही है। यह विशेष रूप से इसलिए है क्योंकि अगले संसदीय चुनाव होने पर नए राष्ट्रपति को व्यापक रूप से राजनीतिक रूप से मजबूत होने की उम्मीद है।
वेवल रामकलवान का जन्म सेशेल्स के माहे में हुआ था। उनके दादा भारत में बिहार के गोपालगंज से थे। रामकलवान ने अपनी स्कूल से लेकर कॉलेज की पढ़ाई सेशेल्स में ही पूरी की थी। जिसके बाद वह मॉरीशस में धार्मिक अध्ययन के बाद एक पुजारी बने थे। उन्होंने साल 1998, 2001, 2006 के चुनावों में अपनी पार्टी का नेतृत्व किया। इन सभी चुनावों में वह विपक्ष का हिस्सा बने रहे। 2020 के चुनाव में उन्होंने 54.9 फीसदी वोट हासिल किए हैं।