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मथुरा. उत्तर प्रदेश के मथुरा में वृंदावन कोतवाली पुलिस ने बुधवार को एक हत्या मामले में जो खुलासा किया, उससे लोग हतप्रभ रह गए. पता चला कि बहन को पिता द्वारा पीटना एक भाई को नागवार गुजरा और इसी गुस्से में नाबालिग बेटे ने पिता के सर पर रॉड से हमला कर दिया. इसके बाद बेटे ने पिता के चेहरे पर कपड़ा डालकर दोनों हाथों से उसका गला घोट दिया. फिर शव को ठिकाने लगा दिया. करीब 5 महीने तक पुलिस ने गहनता से जांच की और साक्ष्यों के साथ जब खुलासा किया तो आईजी सतीश गणेश ने खुश होकर पुलिस टीम को 25 हज़ार और एसएसपी ने 10 हज़ार का इनाम देने की घोषणा कर दी.
पुलिस जांच में पता चला कि बेटे और उसकी मां ने पिता के शव को बोरे में भरकर सुनसान इलाक़े में फेंक दिया और एसिड और पेट्रोल डालकर आग लगा दी, जिससे मृतक की पहचान न हो सके.
रिपोर्ट दर्ज कराने में देरी
यही नहीं मृतक मनोज मिश्रा की पत्नी और बेटे द्वारा समय से जान-बूझकर मनोज मिश्रा की गुमशुदगी थाना पर दर्ज नहीं कराई गई ताकि महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट हो जाएं. 31 मई 2020 को बेटे ने अपने पिता की गुमशुदगी थाना वृन्दावन पर दर्ज कराई. जिसकी जांच सब इंस्पेक्टर सोनू भाटी को दी गई. वैष्णो धाम के पीछे मिले शव व गुमशुदगी में दर्ज कराये गये हुलिये में समानता होने पर मृतक की शिनाख्त के प्रयास किए गए. इसके बाद किशोर और उसकी मां द्वारा मृतक के चश्मा व अन्य सामान को पहचाना तथा मृतक की पहचान मनोज मिश्रा के रुप में की गई.
गुस्सैल पिता द्वारा पिटाई से नाराज किशोर ने किया हमला
एसपी सिटी उदय शंकर मिश्र ने बताया कि जांच में पता चला कि मृतक मनोज मिश्रा गुस्से वाले स्वभाव के व्यक्ति थे, जिसके कारण उनके परिवार के सदस्य पत्नी व बच्चे उनके सामने बोल नहीं पाते थे. अक्सर घर में झगड़ा होता था. 2 मई को मनोज मिश्रा ने अपने बेटे को डंडे से मारा और बेटी को भी मारने लगे. जिस पर बेटे को गुस्सा आ गया और उसने गुस्से में पूरी ताकत से लोहे की रोड मृतक मनोज मिश्रा के सिर में मार दी. वह ढेर होकर गिर गया इसके बाद बेटे ने पिता का दोनों हाथों से गला दबा दिया.
मां ने बेटे का दिया साथ
फिर शव को मां-बेटे ने छत पर छुपाकर रख दिया और अगले दिन 2/3 मई को रात करीब 2-3 बजे दोनों ने शव को स्कूटी पर बांधकर वैष्णो धाम में खाली प्लाट पर घर में ले जाकर रखे एसिड व पैट्रोल डालकर जला दिया. इस घटनाक्रम को आत्महत्या दर्शाने के लिए मृतक का चश्मा, चप्पल, उसकी माला व बीड बैग को जलते हुए शव के बराबर में डाल दिया. लोहे की रॉड को छटीकरा रुकमणी बिहार मार्ग पर खाली प्लाट में फेंक दिया और वहीं पर एसिड की खाली बोतल, शव को ले जाने में प्रयुक्त बोरा व गला में दबाने में प्रयुक्त धोती को जला दिया.
यह सब सामान इसके घर का था इसलिए सामान को शव जल के स्थान से अलग स्थान पर जलाया. रॉड को इसलिए फेंक दिया ताकि फिंगर प्रिंट ना आ सके.
यूट्यूब पर देखता है क्राइम पेट्रोल और ऐसे ही वीडियो
पुलिस के अनुसार नाबालिग हत्यारोपी यूट्यूब पर क्राइम पेट्रोल व इसी प्रकार के सीरियल देखता है और जिस कारण उसे अपराध करने व उसको छिपाने की भली-भांति जानकारी है. इसी वजह से इतनी चतुराई से घटना को अंजाम देकर साक्ष्यो को नष्ट कर दिया.
घटना के दिन से लेकर आज तक किशोर और मृतक की पत्नी संगीता मिश्रा से कई दौर की पूछताछ की गई. लगातार बार बार पूछताछ किए जाने पर अभियुक्ता और किशोर के बयानो में विरोधाभास आने लगा और वे अपनी बनी बनाई कहानी को भूलकर विरोधाभास वाले बयान देने लगे. आखिरकार परिस्थितिजन्य साक्ष्यों और पुलिस टीम के द्वारा की गई पूछताछ के आगे बाल अपचारी व अभियुक्ता कोई रास्ता ना देखकर सच्चाई बताने पर मजबूर हो गए. पूरा घटनाक्रम साक्ष्यों के आधार पर बयान किया.()