खेल
सूर्यकुमार यादव ने नाबाद 79 रनों की पारी खेली
आईपीएल-2020 में बुधवार को 48वें मैच में अबू धाबी में मुंबई इंडियंस ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को पांच विकेट से मात दी.
मुंबई के सामने जीत के लिए 165 रन का लक्ष्य था जो उसने सूर्यकुमार यादव के नाबाद 79 और जसप्रीत बुमराह के तीन विकेट की मदद से 19.1 ओवर में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया.
इस जीत के साथ ही मुंबई इंडियंस ने अंतिम चार में जगह भी बना ली है. इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी की दावत पाकर बैंगलोर की टीम निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट खोकर 164 रन ही बना सकी.
चार बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस राजस्थान रॉयल्स से आठ विकेट से हारने के बाद इस मुक़ाबले में मैदान पर उतरी थी.
दूसरी तरफ बैंगलोर भी चेन्नई सुपर किंग्स से आठ विकेट से हार का दर्द लेकर मुंबई के सामने थी.
मुंबई के कप्तान किरेन पोलार्ड ने बैंगलोर के ख़िलाफ टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया जो उनके गेंदबाज़ों ने सही भी साबित किया.
सबसे बड़ी बात मुंबई अपने नियमित कप्तान रोहित शर्मा के बिना खेल रही थी. रोहित शर्मा चोटिल होकर बाहर हैं, यहां तक कि वो भारतीय टीम में भी अपनी जगह खो बैठे हैं.
पहले तो ऐसा लगा की उनकी जगह कप्तानी की बागडोर संभालने वाले किरेन पोलार्ड इस दबाव को सह नहीं पाएंगे लेकिन जसप्रीत बुमराह, सूर्यकुमार यादव और कुछ हद तक हार्दिक पांड्या ने उनकी चिंता को समाप्त कर दिया.
अब बात बैंगलोर पर मुंबई पर जीत के हीरो की.
देवदत्त पडिक्कल, विराट कोहली और एबी डीविलियर्स जैसे ख़तरनाक बल्लेबाज़ों से सजी बैंगलोर को 164 रन पर रोकने में कामयाब हुई तो इसका पूरा श्रेय अपनी यॉर्कर और बाउंसर से हैरान करने वाले जसप्रीत बुमराह को जाता है.
उन्होंने केवल 14 रन देकर देवदत्त पडिक्कल, विराट कोहली और शिवम दुबे को पैवेलियन की राह दिखाई.
उनके अलावा स्पिनर कृणाल पांड्या को विकेट तो कोई भी नहीं मिला लेकिन उन्होंने भी बेहद कंजूसी से गेंदबाज़ी करते हुए चार ओवर में केवल 27 रन दिए.
इन सबके बीच कप्तान किरेन पोलार्ड ने एबी डीविलियर्स को राहुल चहर के हाथों कैच कराकर बैंगलोर की रीढ़ तोड़ने का काम किया.
यही वजह है कि बैंगलोर बड़ा लक्ष्य मुंबई के सामने नहीं रख सकी. वह तो देवदत्त पडिक्कल ने 45 गेंदों पर 74 रन बनाए वरना बैंगलोर शायद सम्मानजनक स्कोर भी ना बना पाती.
अब जब मुंबई जीत गई है तो लग रहा है जैसे जीत उनके लिए बाएं हाथ का खेल है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है.
मुंबई की जीत में सूर्यकुमार यादव ने अहम भूमिका निभाते हुए केवल 43 गेंदों पर 10 चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 79 रन बनाए. यह उनकी तेज़तर्रार पारी का ही जलवा था कि जीत के लिए आवश्यक रन रेट कभी भी बहुत अधिक नहीं हुआ.
उनके विकेट पर जमे रहने से दूसरे बल्लेबाज़ भले ही थोड़े बहुत रन बनाकर आउट होते रहे लेकिन मैच कभी भी मुंबई की पकड़ से बाहर नहीं हुआ.
यही वजह थी कि हार्दिक पांड्या भी खुलकर खेलते हुए 15 गेंदों पर 17 रन बना गए जो मुंबई के लिए बेहद मददगार साबित हुए.
सूर्यकुमार यादव का अबू धाबी में यह इस आईपीएल का आठवाँ मैच था.
इससे पहले उन्होंने अबू धाबी में ही चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ 17, कोलकाता के ख़िलाफ़ पहले मैच में 47 और दूसरे मैच में 10, पंजाब के ख़िलाफ़ 10, राजस्थान के ख़िलाफ़ पहले मैच में नाबाद 79 और दूसरे मैच में 40, दिल्ली के ख़िलाफ़ 53 और बुधवार को बैंगलोर के ख़िलाफ़ नाबाद 79 रन बनाकर दिखा दिया है कि अबू धाबी के विकेट उन्हें कितने रास आ रहे हैं.
सूर्यकुमार यादव अभी तक अबू धाबी में 335 रन बना चुके है.
सूर्यकुमार यादव ने बैंगलोर के ख़िलाफ़ अपना अर्धशतक शाही अंदाज़ में केवल 29 गेंदों पर पूरा किया.
उनका अर्धशतक तब मैच में टर्निंग पॉइंट साबित हुआ जब उन्होंने पारी के सोलहवें ओवर में मोहम्मद सिराज की गेंदों पर तीन चौके लगाकर मुंबई की पारी का सारा दबाव ही समाप्त कर दिया.
इससे पहले उन्होंने युज़वेंद्र चहल के ओवर में एक छक्का और चौका लगाकर सुस्त पड़ती रन गति को भी रफ़्तार दी थी. वह पारी का दसवां ओवर था.
सूर्यकुमार यादव ने डेल स्टेन की गेंद पर भी छक्का जड़ा था. एक तरह से अपनी पारी में सूर्यकुमार यादव ने दिखाया कि वो तेज़ और स्पिन दोनों का सामना बख़ूबी कर सकते है.
मैच के बाद सूर्यकुमार ने कहा कि चहल की गेंद पर कवर बाउंड्री पर मारा छक्का और डेल स्टेन पर बैकफ़ुट पंच दिन भर के सर्वश्रेष्ठ शॉट रहे. उन्होंने अपनी मैच फ़िनिशर की भूमिका निभाने पर भी ख़ुशी ज़ाहिर की.
डेल स्टेन ने मुंबई के ख़िलाफ़ चार ओवर में 43 रन ख़र्च किए. लेकिन इससे पहले उन्होंने पंजाब के ख़िलाफ़ भी 57 रन दिए थे और बैंगलोर 97 रन से जीता था, इसके अलावा डेल स्टेन ने हैदराबाद के ख़िलाफ़ 3.4 ओवर में 33 रन देकर एक विकेट हासिल किया. हालांकि हैदराबाद के ख़िलाफ़ बैंगलोर 10 रन से जीती.
अब मुंबई को 31 तारीख़ को दिल्ली से और तीन नवंबर को हैदराबाद से मुक़ाबला खेलना है, लेकिन उसके सिर से अंतिम चार में जगह बनाने की तलवार हट गई है.
अब मुंबई शान से 12 मैच में आठ जीत, चार हार और 16 अंक के अलावा +1.186 के नैट रन रेट के साथ पॉइंट टेबल पर अगर जगमगा रही है तो उसमें सूर्यकुमार यादव का बहुत बड़ा योगदान है.
30 साल से अधिक उम्र में भी उनके बल्ले से आग निकल रही है और अगर प्ले ऑफ़ में भी वो ऐसे ही चमकते हैं तो फिर मुंबई भी एक बार और चैंपियन बनने की उम्मीद कर सकती है.(bbc)