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सेहतमंद होती है चॉकलेट
11-Nov-2020 12:50 PM
 सेहतमंद होती है चॉकलेट

चॉकलेट हर उम्र की पसंद है। इसे कई प्रकार से बनाया जाता है। मुख्य रूप से तीन प्रकार की चॉकलेट होती है-डार्क चॉकलेट, मिल्क चॉकलेट और व्हाइट चॉकलेट। 
1. डार्क चॉकलेट- डार्क चॉकलेट शुगर, कोको बटर, कोको सॉलिड और बहुत कम मात्रा में दूध के मिश्रण से बना होता है। यह थोड़ा मीठा और थोड़ा कड़वा होता है। 100 ग्राम डार्क चॉकलेट में, जिसमें 70-85 प्रतिशत कोको हो उसमें 11 ग्राम फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज, उपस्थित होता है इसके अलावा इसमें पोटैशियम, फास्फोरस, जिंक और सेलेनियम प्रचुर मात्रा में मिलता है। यह हमारी बॉडी के लिए एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है। डार्क चॉकलेट रक्तचाप को दुरुस्त रखता है और ह्रदय संबंधी बीमारियों और ह्रदयघात से बचाता है। यह मस्तिष्क में भी रक्त प्रवाह को सही रखता है, तनाव दूर कर हमें खुश रखता है।
2.  मिल्क चॉकलेट-  मिल्क चॉकलेट में डेरी फैट और दूध मौजूद होता है इसलिए यह बहुत ही क्रीमी और लाइट होता है। यह बात सिद्ध हो चुकी है कि मिल्क चॉकलेट खाने से हमारा मस्तिष्क स्वस्थ्य रहता है। एक रिसर्च में पाया गया है कि डार्क चॉकलेट की तरह ही मिल्क चॉकलेट भी हेल्दी होता है।  
3. व्हाइट चॉकलेट- इस प्रकार की चॉकलेट में फैट भरपूर होता है लेकिन चॉकलेट नहीं होता है। इसे कोको बटर, मिल्क फैट, मिल्क पाउडर और शुगर से बनाया जाता है। इसके अलावा इसमें वैनिला फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद लेसिथिन नामक पदार्थ वजन बढ़ाने में मदद करता है। यह दुबले-पतले लोगों के लिए फायदेमंद है।
 

वैश्विक युवा विकास सूचकांक
अक्टूबर, 2016 को लंदन स्थित राष्ट्रमंडल सचिवालय द्वारा वैश्विक युवा विकास सूचकांक तथा रिपोर्ट-2016 जारी की गई।   इस सूचकांक में कुल 183 देशों को शामिल किया गया है।   सूचकांक को रोजगार, युवाओं के लिए अवसर की संभावनाओं के आधार पर तैयार किया गया है।
वैश्विक युवा विकास सूचकांक-2016 में जर्मनी (स्कोर-0.894) को शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ है।  इसके पश्चात डेनमार्क (स्कोर-0.865) को दूसरा, ऑस्ट्रेलिया (स्कोर-0.838) को तीसरा, स्विट्जरलैंड तथा यूनाईटेड किंगडम (स्कोर-0.837) को चौथा स्थान प्राप्त हुआ है।  इस सूचकांक में निचले स्थान पर रहने वाले देशों में क्रमश: सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक (183 वां स्थान), चाड (183 वां स्थान), कोटे डी’ आयोर (ष्टशह्लद्ग स्र’ ढ्ढ1शद्बह्म्द्ग) (181 वां स्थान), नाइजर (180वां स्थान), इक्वेटोरियल गिनी (179 वां स्थान) तथा गिनी-बिसाउ (178 वां स्थान) पर रहे।
वैश्विक युवा विकास सूचकांक-2016 में भारत को कुल 183 देशों में 133 वां (स्कोर-0.548) स्थान प्राप्त हुआ है।  रिपोर्ट के अनुसार, इस सूचकांक में भारत की स्थिति दूसरे देशों के मुकाबले काफी खराब है।  इसके अनुसार भारत स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के मामले में कॉफी पीछे है। भारत के पड़ोसी देशों में श्रीलंका 31 वें, भूटान 69 वें, नेपाल 77 वें, बांग्लादेश 146 वें तथा पाकिस्तान 154 वें स्थान पर रहे।
 

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