सामान्य ज्ञान

ढाल ज्वालामुखी
13-Nov-2020 2:21 PM
ढाल ज्वालामुखी

ढाल ज्वालामुखी जिसे शील्ड ज्वालामुखी, भी कहा जाता है, ज्वालामुखियों का एक प्रकार है। इन ज्वालामुखियों का निर्माण आमतौर पर लगभग पूरी तरह से तरल लावा प्रवाह के द्वारा होता है। 
इन ज्वालामुखियों का यह विशिष्ट नाम इसलिए पड़ा है क्योंकि, देखने में यह किसी योद्धा की ढाल के समान प्रतीत होते हैं, यानि एक ढाल के समान इनका आकार बड़ा और पाश्र्व ऊंचाई कम होती है। इन ज्वालामुखियों के द्वारा उद्गारित अत्यधिक तरल लावा, जो कि अन्य अधिक विस्फोटक ज्वालामुखियों से निकले लावे की तुलना में अधिक दूर तक बहता है और लावे की एक व्यापक चादर का निर्माण कर, किसी ढाल ज्वालामुखी को इसका यह विशिष्ट रूप का प्रदान करता है।

सभी देशों में रविवार को छुट्टी नहीं होती 
रविवार (संडे) का दिन   छुट्टी का होता है। लेकिन दुनिया के सभी देशों में यह दिन   छुट्टी का नहीं होता है।  इस्लामिक देशों में इस दिन छुट्टी नहीं होती। वहां रविवार का दिन सप्ताह का पहला दिन होता है।
अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार रविवार सप्ताह का आखिरी दिन होता है, इस्लामिक, क्रिश्चियन तथा हिब्रू कैलेंडर सहित और भी कई कैलेंडरों के अनुसार यह सप्ताह का पहला दिन होता है।
सप्ताह के सात दिनों में से 5 दिन मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार तथा शनिवार के नाम ग्रहों के आधार पर है। एक दिन अर्थात सोमवार उपग्रह चंद्रमा के आधार पर है। केवल रविवार ही एक ऐसा दिन है जिसका नाम एक तारे अर्थात सूर्य पर आधारित है।
जिन इस्लामिक देशों में रविवार को  छुट्टी नहीं होती उनमें यूनाइटेड अरब अमिरात के देशों जैसे सऊदी अरब, दुबई, यमन, कतर के नाम प्रमुख हैं। इस्लामिक देशों में रविवार के बजाय शुक्रवार (जुमा) को  छुट्टी होती है।  दुनिया में रविवार की छुट्टी सन् 1843 से आरंभ हुई है। 
 

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