राष्ट्रीय
अगरतला, 27 नवंबर | भारत और बांग्लादेश के सीमा रक्षकों ने सीमा पार अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए संयुक्त मोर्चे पर अपनी सतर्कता कायम करने और संयुक्त रूप से अधिक सख्ती से काम करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बीएसएफ और बीजीबी की तीन दिवसीय सीमा समन्वय सम्मेलन (बीसीसी) के बाद यह बात कही। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक प्रवक्ता ने कहा कि तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान ट्रांस-बॉर्डर अपराधों, जिसमें मादक पदार्थों की तस्करी, लंबित विकासात्मक कार्य, सीमा पर बाड़ लगाने और महत्वपूर्ण द्विपक्षीय सीमा मुद्दों पर चर्चा की गई। सम्मेलन में समन्वित सीमा प्रबंधन योजना (सीबीएमपी) की भी चर्चा की गई।
प्रवक्ता ने मीडिया को बताया, "बीएसएफ और बीजीबी दोनों के लीडर्स ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति और धीरज का माहौल बनाने के लिए सभी लंबित मुद्दों को सुलझाने और दोस्ती, विश्वास एवं सहयोग के बंधन को और मजबूत बनाने के लिए पूर्वव्यापी उपाय शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है।"
बीसीसी में बॉर्डर गार्डस बांग्लादेश (बीजीबी) के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व इसके अतिरिक्त महानिदेशक, खोंडोकर फरीद हसन ने किया, जबकि बीएसएफ के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व त्रिपुरा फ्रंटियर इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) सुशांत कुमार नाथ ने किया।
इसके अलावा मिजोरम एवं कछार (असम) सीमांत और मेघालय सीमांत के आईजी सुनील कुमार और हरदीप सिंह भी बीसीसी में शामिल हुए।
बीएसएफ त्रिपुरा के फ्रंटियर आईजी नाथ ने बैठक में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ शांति और सद्भाव बनाए रखने और पहले से ही मजबूत मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों सीमा सुरक्षा बलों की ईमानदार प्रतिबद्धता है।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों प्रतिनिधिमंडल के लीडर्स विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करने के बाद, इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि द्विपक्षीय हितों से जुड़े सीमा संबंधी मुद्दों को अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ शांति स्थापित करने के साझा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सौहार्दपूर्वक हल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, "पिछले कुछ वर्षों में, बीएसएफ और बीजीबी ने संयुक्त रूप से अपने मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत किया है और सार्थक संवादों के माध्यम से सीमा मुद्दों को हल करके आपसी विश्वास और सहयोग में नए आयाम हासिल किए हैं।"
बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि भारत और बांग्लादेश 4,096 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करने के अलावा आम इतिहास, संस्कृति और सामाजिक नैतिकता साझा करते हैं, जिसमें 1,116 किलोमीटर नदी की सीमा भी शामिल है। दोनों देशों के बीच संबंध सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा, "सीमा सुरक्षा बल - बीएसएफ और बीजीबी दोनों पेशेवर और मानवीय दोनों स्तरों पर बहुत सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं। इस तरह की बीसीसी बैठक द्विपक्षीय हितों के विभिन्न सीमा मुद्दों को संबोधित करके संबंधों को और मजबूत करेगी।" (आईएएनएस)