राष्ट्रीय
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने श्रीलंका के दो दिवसीय दौरे के आख़िरी पलों में वहाँ के तमिल नेता आर संपनथान से रविवार को मुलाक़ात की.
अंग्रेज़ी अख़बार द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार यह मुलाक़ात कोलंबो स्थिति इंडिया हाउस में हुई और क़रीब आधे घंटे तक चली. द हिन्दू ने इस ख़बर को प्रमुखता से जगह दी है. अख़बार से संपनथान ने इस मुलाक़ात की पुष्टि की है.
उन्होंने 'द हिन्दू' अख़बार से कहा कि मुलाक़ात में श्रीलंका के विकास को लेकर बात हुई है. श्रीलंका स्थित भारतीय उच्चायोग ने डोभाल के दौरे, बैठकों और बातचीत को लेकर ट्वीट कर जानकारी दी है लेकिन रविवार को संपनथान से मुलाक़ात को लेकर कुछ भी नहीं कहा है.
डोभाल के इस दौरे में मालदीव, श्रीलंका और भारत की त्रिकोणीय बातचीत हुई है. इसके अलावा भारतीय एनएसए की श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाभाया राजपक्षे, प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी से द्विपक्षीय मुलाक़ात भी हुई है.
अभी तक यह साफ़ नहीं है कि डोभाल की श्रीलंका के तमिल नेता से मुलाक़ात में लंबे समय से अधर में लटके तमिल सवालों के राजनीतिक समाधान पर बात हुई या नहीं. संपनथान के तमिल नेशनल अलायंस के 10 सांसद हैं और इन्हें श्रीलंका का अहम तमिल नेता माना जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका के प्रधानमंत्री के सामने तमिल अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर चिंता जता चुके हैं. पीएम मोदी और श्रीलंकाई प्रधानमंत्री के बीच 26 सितंबर को वर्चुअल समिट हुआ था.
इस समिट में भी प्रधानमंत्री ने तमिलों के अधिकारों की बात उठाई थी. दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में संविधान के 13वें संशोधन को लागू करने पर भी बात हुई थी. राजपक्षे सरकार ने संविधान के नए प्रावधानों को लागू करने की बात कही थी लेकिन राजपक्षे सरकार ही के कुछ अहम सदस्यों ने इसका विरोध किया है.
डोभाल के इस दौर में श्रीलंका और मालदीव के साथ शनिवार को मैरीटाइम सुरक्षा को लेकर सहमति बनी है. हिन्द महासागर में चीन की बढ़ती मौजूदगी के बीच भारत के लिए श्रीलंका और मालदीव से इस सहमति अहम माना जा रहा है. तीनों देश एक दूसरे से ख़ुफ़िया सूचना साझा करेंगे. (बीबीसी)