अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ को भ्रष्टाचार के एक मामले में सात साल क़ैद की सज़ा सुनाने वाले नेशनल एकाउंटीबिलिटी ब्यूरो (नैब) के पूर्व जज अरशद मलिक की कोरोना से मौत हो गई है.
अख़बार एक्सप्रेस के अनुसार जज अरशद मलिक पिछले 25 दिनों से इस्लामाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे और पिछले पाँच दिनों से वेंटिलेटर पर थे. शुक्रवार को उनका निधन हो गया.
जज अरशद मलिक ने दिसंबर 2018 में नवाज़ शरीफ़ को सात साल की सज़ा सुनाई थी. जुलाई 2019 में नवाज़ शरीफ़ की बेटी और मुस्लिम लीग (नवाज़ गुट) पार्टी की उपाध्यक्ष मरियम नवाज़ ने एक वीडियो सार्वजनिक किया था जिसमें दावा किया गया था कि जज अरशद मलिक ने दबाव में फ़ैसला सुनाया था.
सुप्रीम कोर्ट ने इसका संज्ञान लेते हुए अरशद मलिक को नैब के जज की कुर्सी से हटा दिया था और उन्हें ज़िला सेशन जज बना दिया गया था.
बाद में लाहौर हाईकोर्ट की एक कमेटी ने भी उन्हें वीडियो स्कैंडल में दोषी पाया था और उन्हें ज़िला सेशन जज के पद से भी बर्ख़ास्त कर दिया गया था. अरशद मलिक ने अपनी बर्ख़ास्तगी को लाहौर हाईकोर्ट में चुनौती दी थी जिस पर अभी तक फ़ैसला नहीं आया था. (bbc)