अंतरराष्ट्रीय
सुमी खान
ढाका, 22 दिसंबर | भारत के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्डस बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच डायरेक्टर-जनरल स्तर की सीमा समन्वय बैठक का 51 वां दौर मंगलवार को असम के गुवाहाटी में जारी है।
बीजीबी पीआरओ मोहम्मद शरीफुल इस्लाम ने आईएएनएस को बताया कि पांच दिवसीय वार्ता में सीमा से जुड़े मुद्दों पर दोनों सीमा सुरक्षा बलों के बीच बेहतर समन्वय को बढ़ाने के उद्देश्य से चर्चा शामिल होगी। इसके साथ ही ट्रांस बॉर्डर अपराध पर संयुक्त रूप से अंकुश लगाने और समय पर सूचना साझा करने के तंत्र को विकसित करने पर चर्चा होगी।
बीएसएफ के महानिदेशक राकेश अस्थाना 12 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जबकि बीजीबी के महानिदेशक मेजर जनरल एम डी शफीनुल इस्लाम सम्मेलन में 11 सदस्यीय बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
इस्लाम ने कहा कि बांग्लादेश के प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय से संबंधित अधिकारी और वरिष्ठ बीजीबी अधिकारी सम्मेलन में बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व करेंगे, जबकि बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई बीएसएफ मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, सीमावर्ती आईजी और भारतीय गृह मंत्रालय के संबंधित अधिकारी करेंगे।
पिछला बीएसएफ-बीजीबी सीमा समन्वय सम्मेलन 16-19 सितंबर को ढाका में आयोजित किया गया था।
1975 में, दोनों पक्षों ने प्रशासनिक चिंताओं पर तत्काल चर्चा करने के लिए सीमा अधिकारियों के बीच लगातार संपर्क में रहने को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी।
तत्कालीन बीएसएफ डीजी अश्विनी कुमार के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल और पूर्व बीजीबी डीजी मेजर जनरल कुआजी गोलम दस्तगीर के नेतृत्व में एक बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल पहली बार ट्रांस-बॉर्डर समस्याओं पर चर्चा करने और हल करने के लिए 2 दिसंबर, 1975 को कोलकाता में मिले थे।
तब से 1993 तक भारत और बांग्लादेश में अल्टरनेटिव रूप से डीजी स्तर की बैठकें आयोजित की गईं।
इस बीच, मौजूदा पांच दिवसीय वार्ता में सीमा पार से होने वाली तस्करी को रोकने और सीमावर्ती क्षेत्रों में नदी के किनारे की सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जाएगा।
सम्मेलन का समापन 25 दिसंबर को एक ज्वाइंट रिकॉर्ड ऑफ डिस्कशन (जेआरडी) पर हस्ताक्षर करने के साथ होगा, जबकि बांग्लादेश का प्रतिनिधिमंडल अगले दिन स्वदेश लौट जाएगा। (आईएएनएस)