सामान्य ज्ञान
गर्मियों के महीनों में पर्वतों की चट्टïानों की दरारों में से बहता एक पदार्थ होता है, जिसे शिलाजीत कहते हैं। भारत में यह हिमालय पर्वत की मालाओं में मिलता है। पत्थरों के बीच में कुछ पेड़-पौधे जमे रहते हैं। कालांतर में वो सूख जाते हंै और जब कड़ी धूप निकलती है तो एक गीले पदार्थ के रूप में बह निकलते हैं।
ये चार तरह के बताए गए हैं- स्वर्ण, रजत, ताम्र और लौह शिलाजीत सबसे अच्छा माना जाता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि यह एक रसायन है और रसायन होने के कारण इसका प्रयोग हर बीमार के इलाज में हो सकता है। विशेषकर मूत्रगत विकारों को दूर करने, मधुमेह जैसे रोगों के इलाज में, मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाने, मोटापा कम करने और आयु बढ़ाने के लिए किया जाता है।
गैलइम आर्सेनाइड
गैलइम आर्सेनाइड दो धातुओं गैलइम और आर्सेनिक का योग है। यह एक महत्वपूर्ण पदार्थ है , जिसका प्रयोग अद्र्धचालक पदार्थ जैसे सूक्ष्म तरंग माइक्रोप्रोसेसर, अवरक्त प्रकाश , सत्सर्जक डायोड, लेजर डायोड और फोटोसेल बनाने में होता है।