ताजा खबर
जर्मन शहर कोएथेन में चोरों ने सिटी रजिस्ट्रेशन ऑफिस से 750 किलो का सेफ चुराया जिसमें सैकड़ों आईडी और पासपोर्ट रखे थे. चोर दो फिंगर प्रिंट स्कैनर भी साथ ले गए.
कोएथेन जर्मनी का छोटा सा शहर है जहां मात्रा 27 हजार लोग रहते हैं. इस शहर का नाम वैसे तो जर्मनी के मशहूर संगीतकार योहान सेबास्टियान बाख के कारण दुनिया भर में पहुंचा लेकिन फिलहाल यह एक अनोखी चोरी के लिए सुर्खियों में बना हुआ है. इस तरह की चोरी आम तौर पर सिर्फ फिल्मों में ही देखने को मिलती है.
शहर के डिप्टी मेयर ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, "सैकड़ों नए आइडेंटिटी कार्ड और पासपोर्ट चुरा लिए गए हैं." लोगों को आश्वासन दिया गया है कि चोरी हुए आईडी की चिप को डिसेबल कर दिया गया है. दरअसल जर्मनी में सभी नागरिकों के पास क्रेडिट कार्ड के आकार का एक आईडी कार्ड होता है. इसमें उनका नाम, पता, उम्र लिखे होते हैं. साथ ही इसके अंदर एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होती है जिसमें व्यक्ति का बायोमेट्रिक डाटा जैसे फिंगरप्रिंट की जानकारी मौजूद होती है.
यूरोपीय संघ के अंदर लोग इसी आईडी के साथ एक देश से दूसरे देश जा सकते हैं. उनके लिए पासपोर्ट दिखाना अनिवार्य नहीं होता. एयरपोर्ट पर सीधे इस आईडी को स्कैन किया जा सकता है.
आईडी कार्ड में लगी होती है इलेक्ट्रॉनिक चिप
चोरी हुए सेफ में ऐसे कितने आईडी रखे थे, इसकी ठीक जानकारी तो नहीं दी गई है लेकिन इस संख्या को "सैकड़ों" में बताया जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि चोरी हुए हर आईडी की जानकारी सिस्टम में दर्ज कर ली गई है. इन सब को कैंसल कर दिया गया और अब इनकी जगह नए आईडी जारी किए जाएंगे.
कोएथेन के मेयर बेर्न्ड हाउशिल्ड ने प्रभावित लोगों को चिट्ठी लिख कर उनसे माफी मांगी है और आने वाले दिनों में उन्हें चौकस रहने को कहा है क्योंकि कुछ यूनिफॉर्म भी चोरी हुई हैं. इतना ही नहीं, चोर अपने साथ दो फिंगर प्रिंट स्कैनर और एक ऐसा प्रिंटर भी ले गए हैं जिसका इस्तेमाल वीजा जैसे दस्तावेज प्रिंट करने के लिए होता है.
हैरानी की बात यह है कि यहां ना ही सर्वेलेंस सिस्टम काम कर रहा था और ना ही सेफ की दिशा में कोई सीसीटीवी कैमरा लगा था. हाउशील्ड ने माना की सुरक्षा के बंदोबस्त ठीक नहीं थे लेकिन यह भी कहा कि कभी इसकी जरूरत ही नहीं पड़ी थी.
जर्मनी के पासपोर्ट को दुनिया का सबसे मजबूत पासपोर्ट माना जाता है. इस पासपोर्ट के साथ आप बिना वीजा के दुनिया के 134 देशों में जा सकते हैं. ऐसे में यह घटना ना केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय तौर पर भी सुरक्षा में सेंध लगाने वाली है.
आईबी/एनआर (डीपीए)