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पटना, 17 जनवरी। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मांग की है कि रिपब्लिक टीवी चैनल के संपादक अर्नब गोस्वामी के वॉट्सएप चैटिंग की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराई जानी चाहिए।
ये कैसी देशभक्ति है जहाँ हमारे वीर जवानों की शहादत को टीआरपी और चुनावी फायदे के लिए इस्तेमाल किया गया। इससे दुर्भाग्यपूर्ण-निंदनीय हरकत कुछ नहीं हो सकती।
हमारे देश को माफीनामा और शहादत की सौदेबाजी वाली देशभक्ति की जरूरत नहीं है।
सरकार में बैठे लोग अनंत काल तक नहीं रहेंगे और लालची गोदी मीडिया वाले भी हमेशा के लिए नहीं रहेंगे लेकिन इनके द्वारा भारतीय लोकतंत्र, संवैधानिक संस्थाओं और उनकी विश्वसनीयता को जो नुकसान हो रहा है वह अपरिवर्तनीय और अकल्पनीय है। देश को यह क़तई स्वीकार्य नहीं है।
रिपब्लिक चैनल के संपादक की 500 पेज की सनसनीखेज चैट की लीक ने दिनभर राजनेताओं को गाली देने वाले छद्म प्रवचनकारी पत्रकारों को बेनकाब किया है। गोदी मीडिया और उसके पत्रकारों को मोदी सरकार टखनों तक जकड़े हुए हैं। सरकार बताएँ देश की सुरक्षा और अखंडता संबंधित अति गोपनीय सूचनाएँ गोदी मीडिया तक कैसे पहुँच रही है? इन लोगों को कैसे पता की कब और कहाँ आतंकवादी हमला होगा? कब स्ट्राइक होगी इत्यादि?
एक अन्य तथ्य यह भी है कि मोदी सरकार को इस तरह के सुविधाभोगी बिकाऊ दलाल चैनलों के माध्यम से सभी तरह के भद्दे सच को मिटाने के लिए धर्म और राष्ट्रवाद की आवश्यकता है।
इस पूरे प्रकरण की संसदीय कमिटी द्वारा जाँच होनी चाहिये।