ताजा खबर

जो बाइडन: नए राष्ट्रपति के लिए व्हाइट हाउस में क्या हैं तैयारियां
20-Jan-2021 7:39 PM
जो बाइडन: नए राष्ट्रपति के लिए व्हाइट हाउस में क्या हैं तैयारियां

बुधवार को जो बाइडन के व्हाइट हाउस में दाख़िल होते ही बतौर राष्ट्रपति ट्रंप का कार्यकाल ख़त्म हो जाएगा. इसके साथ ही व्हाइट हाउस में नई राजनीतिक टीम प्रवेश कर जाएगी. यह उस बड़े बदलाव के तहत होगा जो नए राष्ट्रपति अपने साथ सरकार चलाने के लिए लाएंगे.

पिछले हफ़्ते एक शाम ट्रंप की सरकार के राजनीतिक सलाहकार स्टीफ़न मिलर वेस्ट विंग में तफ़रीह करते नज़र आए थे. मिलर ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद शुरुआती दिनों से लेकर आख़िर तक उनके साथ रहे हैं. वो ट्रंप के भाषण और नीतियों के मुख्य सूत्रधार रहे हैं.

वो जिस तरह से दीवार से टिककर अपने सहयोगियों से अगले दिन की बैठक को लेकर बात कर रहे थे, उससे ऐसा लगा रहा था कि वो व्हाइट हाउस छोड़ने को लेकर किसी जल्दबाज़ी में नहीं हैं.

वेस्ट विंग में आम तौर पर चहल-पहल होती है लेकिन अब यह विरान पड़ा हुआ है. फ़ोन की घंटी नहीं बज रही है. ख़ाली पड़े दफ़्तर की मेज़ों पर काग़ज़ और बंद लिफ़ाफ़े बेतरतीब पड़े हुए हैं. ऐसा लग रहा है जैसे लोग जल्दबाज़ी में छोड़कर चले गए हैं और अब वापस नहीं आएंगे.

छह जनवरी को कैपिटल हिल में हुई हिंसा के बाद दर्जनों वरिष्ठ अधिकारियों और सहयोगियों ने दफ्तर छोड़ दिया है. सिर्फ़ मिलर जैसे कुछ मुट्ठीभर वफ़ादार ही अब तक टिके हुए हैं.

जैसे ही बातचीत ख़त्म हुई, उन्होंने अपने सहयोगियों को अलविदा कहा. जब मैंने पूछा कि अब वो आगे क्या करने वाले हैं. तब उन्होंने कहा कि मैं अपने दफ्तर जा रहा हूँ और वो हॉल में नीचे चले गए.

ट्रांज़िशन की प्रक्रिया

इनॉग्रेशन वाले दिन मिलर का दफ्तर पूरी तरह से साफ़ हो जाएगा और बाइडन की नई टीम के लिए तैयार होगा.

वेस्ट विंग ऑफ़िस की सफ़ाई और ट्रांज़िशन की प्रक्रिया दशकों पुरानी परंपरा है. ऐसा नहीं है कि यह प्रक्रिया हमेशा से बहुत गर्मजोशी के साथ निभाई गई हो.

महाभियोग का शिकार हुए एक अन्य राष्ट्रपति एंड्रयू जॉनसन ने साल 1869 में इनॉग्रेशन में हिस्सा नहीं लिया था. वो डेमोक्रेट थे और रिपब्लिकन नेता युलीसेस एस ग्रांट के हाथों चुनाव हार गए थे. उनके इनॉग्रेशन में हिस्सा नहीं लेने की वजह से ग्रांट भौचक्के रह गए थे.

हालांकि इस साल ट्रांज़िशन की प्रक्रिया रूखेपन से भरी हुई रही. यह प्रक्रिया आम तौर पर चुनाव के बाद शुरू हो जाती है लेकिन इस बार ट्रंप के नतीजे नहीं मानने की वजह से हफ़्तों बाद शुरू हुई. ट्रंप ने यह भी कहा है कि वो इनॉग्रेशन में शामिल नहीं होंगे. बहुत संभव है कि वो उस वक़्त फ्लोरिडा के मार-ए-लागो क्लब जा रहे हो.

फिर भी सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया पहले की तरह ही होगी. प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में अमेरिकी इतिहास के प्रोफ़ेसर सीन विलेंट्ज कहते हैं, "सिस्टम अपनी जगह पर क़ायम है. यह बहुत टिकाऊ है और पेचीदा है फिर भी ट्रांज़िशन होने जा रहा है."

यहाँ तक कि अच्छे वक़्त में भी ट्रांज़िशन की प्रक्रिया बहुत कठिन होती है. इसमें कर्मचारियों का बड़े पैमाने पर तबादला होता है.

स्टीफ़न मिलर राजनीतिक तौर पर नियुक्त किए गए उन 4000 लोगों में से एक हैं जिन्हें ट्रंप ने अपने ट्रांज़िशन के दौरान नियुक्त किया था. अब इन 4000 लोगों की जगह बाइडन की ओर से नियुक्त किए लोग लेंगे.

सेंटर फॉर प्रेसिडेंशियल ट्रांज़िशन वाशिंगटन स्थित एक निष्पक्ष संस्था है. इस संस्था के मुताबिक़ ट्रांज़िशन के दौरान औसतन 150,000-300,000 एप्लाई करते हैं. क़रीब 1,100 पदों पर सीनेट की अनुमति की ज़रूरत होती है.

इस सभी पदों पर नियुक्तियों में महीने या फिर साल भी लग जाते हैं.

राष्ट्रपति के कामकाज से संबंधित चार साल के नीतिगत काग़ज़ात, ब्रीफ़िंग बुक्स और कलाकृतियों को राष्ट्रीय अभिलेखागार में भेज दिया जाता है. जहाँ 12 साल तक उन्हें गोपनीय तौर पर रखा जाता है जब तक कि राष्ट्रपति ख़ुद उसे जल्दी सार्वजनिक तौर पर रिलीज़ करने की इजाज़न नहीं देते हैं.

व्हाइट हाउस में होने वाले बदलाव

ट्रंप के आख़िरी हफ़्ते के किसी दिन उनकी प्रेस सचिव कैली मैकनी के दफ्तर का दरवाज़ा थोड़ा सा खुला हुआ है. कैली मैकनी ट्रंप की सबसे मज़बूत समर्थकों में से एक हैं. वो शानदार वक्ता हैं और शोर-शराबे के बीच भी अपना धैर्य नहीं खोती हैं.

वो जाने की तैयारी में हैं लेकिन फिर भी उनका दफ़्तर पूरी तरह से व्यवस्थित हैं. उनकी मेज़ पर आईना पड़ा हुआ है और चिमनी में डालने वाले लकड़ी के कई टुकड़े प्लास्टिक के पैक में रखे हुए हैं.

व्हाइट हाउस पर किताब लिखने वाले एंडरसन ब्राउर कहते हैं कि आम तौर पर आख़िरी दिनों में व्हाइट हाउस में एक 'नियंत्रित अराजकता' फैली हुई रहती है.

व्हाइट हाउस में मौजूद फ़र्नीचर जैसे ओवल ऑफ़िस का रेसोल्युट डेस्क, कलाकृतियों की तस्वीरें और दूसरी चीज़ें वैसी ही रहेंगी. लेकिन दालान में लटकती राष्ट्रपति की तस्वीर हटा ली जाएगी क्योंकि अब वहाँ नए राष्ट्रपति की तस्वीर लगेगी.

स्टाफ़ कुछ और चीज़ें पहले से ही वहाँ से हटा रहे हैं. व्हाइट हाउस की एक महिला स्टाफ़ फ़र्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप की कई तस्वीरें ईस्ट विंग से हटा रही थीं. उन्होंने बताया कि वो तस्वीरें काफ़ी बड़ी थीं. उन्हें राष्ट्रीय अभिलेखागार में जा गया है.

उनकी व्यक्तिगत चीज़ों को, मसलन कपड़े, गहने और दूसरी चीज़ें उनकी नए निवास पर ले जाया जाएगा जो कि फ्लोरीडा के मार-ए-लागो में होगा.

ट्रंप और मिलर के साथ दर्जनों लोग व्हाइट हाउस में पिछले कुछ महीनों में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. व्हाइट हाउस प्रशासन की एक प्रवक्ता ने बताया कि छह मंज़िला इमारत और 132 कमरों को अच्छे से साफ़ किया जाएगा. कमरे के स्विच से लेकर हैंडरेल तक सब कुछ को सैनिटाइज़ किया जाएगा.

आम तौर पर नए राष्ट्रपति का जो परिवार आता है, वो अपने तरीक़े से व्हाइट हाउस की साज-सज्जा करता है. व्हाइट हाउस में प्रवेश करने के कुछ दिनों के बाद ट्रंप ने राष्ट्रपति एंड्रयू जैकसन की तस्वीर ओवल ऑफ़िस में लगाई थी. उन्होंने दफ्तर के पर्दे, सोफ़े और गलीचे को भी बदलकर सुनहरे रंग का किया था.

इनॉग्रेशन वाले दिन उपराष्ट्रपति माइक पेंस और उनकी पत्नी भी कमला हैरिस और उनके पति डगलस एमहॉफ के लिए अपना मौजूदा अवास ख़ाली करेंगे.

उप-राष्ट्रपति और उनका परिवार 19वीं सदी में नैवल ऑब्जरेवेट्री ग्राउंड पर बने आधिकारिक निवास में शिफ्ट होगा. यह व्हाइट हाउस से दो मील की दूरी पर स्थित है.

जाने की तैयारी

स्टीफ़न मिलर भले ही जाने में तालमटोल कर रहे हो लेकिन दूसरे जाने को तैयार थे. व्हाइट हाउस से जाने वाले लोग फ्रेम वाली तस्वीरें और बैग वग़ैरह ले जा रहे थे. एक शख्स अपने बेटे के साथ नॉर्थ लॉन में तस्वीरें खिंचवा रहा है और मुस्कुराते हुए कह रहा है कि 'यह उसका यहाँ आख़िरी दिन है.'

राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों का एक समूह वेस्ट विंग के सामने तस्वीर खिंचवाने के लिए पोज दे रहा है. उन्होंने मुझे तस्वीर लेने को कहा.

इनमें से एक मैरिन गार्ड की ओर इशारा करते हुए कहता है कि "देख लीजिए, मैरिन गार्ड ज़रूर आना चाहिए." ये अधिकारी पूरे जोश में हैं और एक-दूसरे से मजाक कर रहे हैं.

उनके अच्छे मूड में होने की वजहें भी हैं. हफ़्तों से वे कशमकश में फंसे हुए थे. उनके बॉस ने नतीजों को मानने से मना कर दिया था लेकिन उन्हें पता था कि उनके दिन अब गिने-चुने बचे हुए हैं. अब वो भविष्य की अपनी योजनाएँ खुलकर बना सकते हैं.

गहरे रंग के सूट पहने एक कर्मचारी ने बताया कि उन्होंने अपनी योजना बनानी शुरू कर दी थी.

वो दौड़कर पाम रूम के बाहर ग्राउंड फ्लोर पर स्वागत कक्ष वाले क्षेत्र में जाते हैं. वो चहकते हुए अपने सहकर्मी से कहते है कि इनऑगरेशन के बाद आप से बाहर मुलाक़ात होगी. किसी ग्रीक द्वीप या कहीं और.

उनके सहकर्मी भी हंसते हुए जवाब देते हैं, 'हाँ बिल्कुल.'

और फिर दोनों एक-दूसरे को हाथों से हाई-फाई करते हुए अलग हो जाते हैं.(bbc.com/hindi)

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news