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मैडम चीफ़ मिनिस्टर: ये फ़िल्म किसी महिला नेता पर तो नहीं?
22-Jan-2021 5:12 PM
मैडम चीफ़ मिनिस्टर: ये फ़िल्म किसी महिला नेता पर तो नहीं?

FACEBOOK/RICHA CHADHA

-मधुपाल

बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा की फ़िल्म 'मैडम चीफ़ मिनिस्टर' सिनेमाघर में रिलीज़ हो रही है. फ़िल्म के पहले पोस्टर से लेकर फ़िल्म के ट्रैलर तक, सबको लेकर काफ़ी बवाल हो रहा है.

ये बवाल इतना बढ़ गया कि फ़िल्ममेकर्स को धमकी मिलने लगी और तो और अभिनेत्री ऋचा चड्ढा के लिए तो सोशल मीडिया पर ये कहा गया कि जो ऋचा की ज़ुबान काट कर लाएगा, उसे बदले में दो करोड़ की क़ीमत वाली बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की सोने की शील्ड से सम्मानित किया जाएगा.

सोशल मीडिया के ज़रिये ये आरोप लगाए जा रहे हैं कि फ़िल्म उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर आधारित है. और उनके चरित्र को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया है.

जबकि ऋचा का कहना है, 'ऐसा बिलकुल भी नहीं है. जिन लोगों को लगता है कि हमने मायावती जी पर ये फ़िल्म बनाई है, उनकी तौहीन की है तो ऐसा बिलकुल भी नहीं है. हम उनकी बहुत इज़्ज़त करते हैं और वो एक प्रेरक आइकॉन है.'

'हम मायावती जी की बहुत इज़्ज़त करते हैं'
सोशल मीडिया में मिल रही धमकी का जवाब देते हुए ऋचा ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए कहा था कि 'हम नहीं डरते'.

उन्होंने अपनी फ़िल्म 'मैडम चीफ़ मिनिस्टर' के बढ़ते विवाद पर खुलकर बात करते हुए बीबीसी को बताया, 'मैं भ्रमित हूं. मायावती जी अविवाहित हैं और ट्रैलर में साफ़ दिख रहा है कि मेरी किरदार मंच पर आकर शादी कर रही है, बाइक चला रही है. मुझे लगता है स्वाभाविक है, थोड़े लोग समझेंगे क्योंकि एक बड़े प्रदेश की दलित मुख्यमंत्री मायावती जी रही हैं.'

उन्होंने कहा, 'मैं इस बात को एक बार और साफ़ करना चाहूंगी कि ये एक काल्पनिक फ़िल्म है. आप जब देखेंगे तो दिखेगा कि इसमें एक्शन है, ड्रामेबाज़ी है और भी कई चीज़ें ऐसी हैं, जो फ़िल्म में ही हो सकती हैं. मुझे लगता है कि जिन लोगों को डर लग रहा है कि ये फ़िल्म मायावती पर है और हमने उनकी तौहीन की है तो पहले मैं ये ज़रूर कहूँगी ऐसा कुछ नहीं है. हम मायावती जी की बहुत इज़्ज़त करते हैं. कई बार हमारी मीडिया और हमारा समाज सच्चाई को अच्छे से देख नहीं पता और दूसरी बात ये कि जब लोग फ़िल्म देखेंगे तो उन्हें समझ आ जाएगा कि ये किसी एक पर आधारित नहीं है.'

देश की राजनीती से जुड़ी है इसकी कहानी
ऋचा चड्ढा अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहती हैं, 'हमारी इस फ़िल्म के निर्देशक सुभाष कपूर हैं जो पहले एक राजनीतिक पत्रकार रह चुके हैं. उन्होंने जो भी थोड़ा बहुत देखा है वो ही अलग-अलग चीज़ों से लिया है, किसी सीन में आपको लगेगा कि ये करुणानिधि हैं, उनकी ज़िन्दगी में ये हुआ था. कहीं लगेगा कि ये ममता बनर्जी की ज़िंदगी में जो हादसा हुआ, जिसमें वो सड़क पर बैठकर धरना देती हैं, ये वो सीन तो नहीं? ऐसी कई चीज़ फ़िल्म में डाली गई हैं. ये कहानी ज़िंदगी से प्रेरणा लेती है, इसकी कहानी देश की राजनीती से जुड़ी है, पर किसी एक नेता पर आधारित बिलकुल नहीं है.'

'हमारा समाज पितृसत्तात्मक समाज है'
क्या देश की राजनीति को हमेशा पुरषों से पहले जोड़ा जाता है और फिर महिलाओं से? इस सवाल पर ऋचा अपनी राय बताते हुए कहती हैं, 'मेरे किरदार तारा को भी इन्हीं परेशानियों से जूझना पड़ता है. जैसे कि कोई उसे लीडर मानने को तैयार ही नहीं. चाहे वो चुनाव जीत जाए, सबके दिलों में अपनी जगह बना ले फिर भी कहीं ना कहीं जो पितृसत्तात्मक समाज है, उसमें तारा जैसी नेता के लिए कोई जगह नहीं थी.'

वो फ़िल्म के बारे में आगे बताती हैं, 'तारा अपनी जगह ख़ुद बनाती है. फ़िल्म में भी यही है कि एक महिला, वो भी दलित महिला सत्ता तक पहुँची तो है लेकिन उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. एक बात जो कहना चाहूंगी वो यह कि हमारी इंडस्ट्री, हमारी जो फ़िल्में हैं उसमें जो हम दिखाते हैं या ये जो आप देखेंगे हमारी फ़िल्म में भी, ये सभी कहानी समाज से ही आती हैं. समाज में कितनी पितृसत्तात्मकता है, ये आप सब भी जानते हैं.'

'मैं बहुत ही छोटा इंसान हूँ फ़िल्म इंडस्ट्री में'
इस बार साल के शुरू होते ही जनवरी में किसी बड़े सितारों की फ़िल्म रिलीज़ ना होकर अभिनेत्री ऋचा चड्ढा की फ़िल्म थिएटर पर रिलीज़ हो रही है, इस बात को लेकर कितनी ख़ुश हैं, इस पर ऋचा कहती हैं, 'मैं फ़िल्म इंडस्ट्री में बहुत ही छोटा इंसान हूं. इंडस्ट्री में ऐसी कोई औक़ात या ओहदा अभी तक है नहीं. लोगों के दिलो में हो सकता है, इसलिए मैं ये नहीं समझती कि थिएटर में रिलीज़ होना बहुत बड़ी बात है. ये पिक्चर पिछले साल जुलाई-अगस्त में रिलीज़ होनी थी लेकिन कोरोना के चलते नहीं हो पाई और अब एक हद के बाद किसी के लिए फ़िल्म को रोकना नामुमकिन हो जाता है, इसलिए हम अब इसे जल्दी रिलीज़ कर रहे हैं और थिएटर के बाद ओटीटी पर भी रिलीज़ होगी.'

ऋचा चड्ढा और अली फ़ज़ल 2020 में शादी के बंधन में बंधने वाले थे लेकिन कोरोना के चलते उन्हें अपनी शादी को टालना पड़ा.

लेकिन अब शादी को लेकर क्या निर्णय लिया है, इस पर ऋचा कहती है, 'हम दोनों को अब कोरोना के ठीक होने का इंतज़ार है. वैक्सीन का ट्रायल अच्छे से हो जाएगा. लोगों में थोड़ा विश्वास बढ़ेगा, उसके बाद ही हम कुछ प्लान करेंगे. इतना तय है कि पूरे परिवार की मौजूदगी में हम इस साल शादी ज़रूर कर लेंगे.'

फ़िल्म 'मैडम चीफ़ मिनिस्टर' 22 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने जा रही है.

इस फ़िल्म में ऋचा चड्ढा के साथ-साथ मुख्य किरदार में नज़र आएंगे सौरभ शुक्ल और मानव कॉल. इसका निर्देशन किया है निर्देशक सुभाष कपूर ने. (bbc.com)

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