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नई दिल्ली, 24 जनवरी | पहले से ही गुर्दारोग से पीड़ित बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को निमोनिया होने के बाद शनिवार देर शाम रांची के रिम्स से दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) लाया गया। अधिकारियों ने आईएएनएस को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. राकेश यादव के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम की देखरेख में राजद प्रमुख को अस्पताल की कार्डियक इंटेंसिव केयर यूनिट (सीआईसीयू) में रखा गया है।
रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद यादव को एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाया गया।
उनके साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी यादव भी हैं।
इससे पहले रिम्स के आठ डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही थी। इस टीम ने लालू को नई दिल्ली के एम्स ले जाने की सलाह दी।
रिम्स के निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद को सूचना मिली थी कि लालू को पिछले दो दिनों से निमोनिया है और सांस लेने में परेशानी हो रही है।
जेल प्रशासन के निर्देश पर लालू प्रसाद के स्वास्थ्य की जांच के लिए रिम्स ने आठ सदस्यीय टीम का गठन किया था। रिम्स के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि हालत की समीक्षा करने के बाद टीम ने उसे बेहतर इलाज के लिए नई दिल्ली के एम्स में शिफ्ट करने का फैसला किया।
झारखंड जेल प्रशासन ने भी उसे एम्स में शिफ्ट करने की मंजूरी दे दी है।
दिग्गज नेता की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार को राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती, बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी यादव विशेष विमान से रांची पहुंचे। रात में परिजनों ने उससे मुलाकात की।
तेजस्वी ने अपने पिता को दिल्ली ले जाने की व्यवस्था करने में राज्य सरकार से सहयोग लेने के लिए दिन में अपने आवास पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात की थी।
72 वर्षीय यादव चारा घोटाले के लिए दोषी करार दिए जाने के बाद दिसंबर 2017 से जेल में हैं। उन्होंने झारखंड में अपनी जेल की सजा का अधिकांश समय रिम्स अस्पताल में परोसा है।
--आईएएनएस