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रायपुर, 23 फरवरी। आदित्य पिछले कई वर्षों से अपना जन्मदिन दिव्यांगों और वृद्धा आश्रम में जाकर जरूरतमंदों की सेवा, फल वितरण और कंबल वस्त्र देकर मानते चले आ रहे हैं। सात वर्षीय आदित्य का कहना है कि हम सब को इस पुण्य का भागी बनना चाइए क्योंकि हमारे देश में ऐसे बहुत से जरूरतमंद लोग हंै जो आर्थिक रूप से कमजोर है। हमलोग अपने जन्मदिन पर बड़े आयोजनों में अनावश्यक रूप से पैसे खर्च करते हंै, पैसे की उयोगिता सही जगह पर होनी चाहिए।
आदित्य ने बताया कि मैं ये सामाजिक और पुण्य कार्य अपने माता पिता के संस्कार और आशीर्वाद से ही संभव कर पाता हूं। पिछले वर्ष एक हजार लोगो का आंखों का परीक्षण करवाया था और 430 लोगों का जिसमे महिला और पुरुष को पॉवर चश्मा नि:शुल्क वितरित किया गया था। आठ लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी करवाया गया था खर्च स्वयं इनके माता पिता ने वहन किया था।
आदित्य युवा पीढ़ी को संदेश देते ह कि हम सब को आध्यात्मिक और धार्मिक स्वरूप में भी जीवन यापन करना चाहिए और सेवा भाव को भावना रहनी चाहिए। इसी उपलक्ष्य में आदित्य ने अपने निवास स्थान पर सुंदर कांड का आयोजन बाहर से आये हुए भजन मंडली के साथ करीब दो घंटे तक लगातार संगीतमय वातावरण में सुन्दरकाण्ड का पाठ किया। जिसमें ईश्वर को धन्यवाद दिया कि कोरोनाकाल जैसी महामारी में छत्तीसगढ़ राज्य सुरक्षित रहा और कामना भी किया कि हम सब खुशहाल रहे, स्वस्थ रहे। आदित्य राजे सिंह डीपीएस रायपुर के विद्यार्थी हैं एवं अखिलेश सिंह-नम्रता सिंह के पुत्र है।