खेल
नई दिल्ली. इंग्लैंड के खिलाफ पहले तीन टेस्ट मैचों में टीम इंडिया का चयन पिच के इर्दगिर्द ही घूमता रहा है. भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले तीनों टेस्ट मैचों में ही ट्रैक ने स्पिनरों की मदद की. सीरीज का पहला और दूसरा मैच चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेला गया. वहीं, तीसरा मैच अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेला गया. इस नवनिर्मित स्टेडियम का नाम अब नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया है और इस पिच की प्रकृति तीसरे टेस्ट मैच जैसे ही रहने की उम्मीद जताई जा रही है. तीसरा टेस्ट मैच महज दो दिन में खत्म हो गया था और इस पिच की काफी आलोचना हुई थी. मोटेरा की पिच स्पिनरों की मददगार थी और इस पिच पर सबसे ज्यादा विकेट अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन को मिले थे.
भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का चौथा और अंतिम मैच अहमदाबाद में ही खेला जाएगा. पिच के पिछली बार के जैसा ही रहने की उम्मीद है. ऐसे में कप्तान विराट कोहली को प्लेइंग इलेवन को चुनते वक्त एक बार फिर से माथापच्ची करनी होगी. इस मैच में पिच को देखते हुए कोहली के पास दो विकल्प होंगे- उमेश यादव या मोहम्मद सिराज और तीसरा स्पिनर. कोहली प्लेइंग इलेवन चुनते समय 4 मार्च की सुबह पिच पर गौर करेंगे. फिलहाल अगर विकेट की बात करें तो उस पर हरा टुकड़ा दिखाई देता है, लेकिन कोई भी यह उम्मीद नहीं करेगा कि अंतिम तीन दिन पिच पर हरियाली दिखाई दे. पिच के अनुरूप विराट कोहली को टीम का चयन इस तरह करना होगाः
उमेश यादव या मोहम्मद सिराज
उमेश यादव सबसे सफल तेज गेंदबाज रहे हैं. होम ग्राउंड में खेले पिछले पांच टेस्ट में उन्होंने 14 विकेट लिए. चोट से उबरने के बाद उन्होंने बहुत अधिक गेंदबाजी नहीं की है. यह कोहली पर निर्भर करेगा कि वह उन्हें मौका देते हैं या नहीं. मोहम्मद सिराज के ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन ने सबको प्रभावित किया था, लेकिन यहां पिच से गेंदबाजों को कोई मूवमेंट नहीं मिलेगा. सिराज को यहां सफलता मिलना संदिग्ध है. चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट में सिराज ने पहली पारी में 8 ओवर गेंदबाजी की और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था, लेकिन सिराज घरेलू क्रिकेट में काफी सफल रहे हैं. कोहली उन्हें सुबह के सत्र में अच्छी गेंदबाजी के लिए मौका दे सकते हैं.
कुलदीप यादव या वाशिंगटन सुंदर
पहले तीन टेस्ट में स्पिनर ट्रैक होने के चलते कोहली को एक अतिरिक्त स्पिनर खिलाना पड़ा था. इसके लिए उन्हें वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव में से एक को चुनना पड़ा था. पहले टेस्ट में सुंदर ने पहली पारी में 26 ओवर गेंदबाजी की, लेकिन उन्हें खास सफलता नहीं मिली. दूसरी पारी में उन्हें सिर्फ एक ओवर दिया गया. दूसरे टेस्ट में सुंदर की जगह कुलदीप यादव को मौका मिला था. उन्हें दोनों पारियों में 12.2 ओवर गेंदबाजी करने का मौका मिला. तीसरे टेस्ट में कुलदीप को सुंदर ने एक बार फिर से रिप्लेस किया, लेकिन उन्होंने केवल चार गेंदें फेंकीं. हालांकि, वाशिंगटन सुंदर बल्लेबाजी में गहराई लाते हैं. ऐसे में सुंदर को एक बार फिर से मौका मिल सकता है.