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मार्च की सात तारीख़ को कोलकाता में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई प्रमुख सौरभ गांगुली शामिल होंगे या नहीं इसे लेकर संशय जारी है. हालांकि इस पर मंगलवार को बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि रैली में शामिल होने या नहीं होने का फ़ैसला केवल सौरभ गांगुली का होगा.
कोलकाता में बीजेपी के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि यदि सौरभ गांगुली का स्वास्थ्य और यहां का मौसम उन्हें रैली में आने की इजाज़त देता है तो उनका हम स्वागत करेंगे.
शमिक भट्टाचार्य ने कहा "हम जानते हैं कि सौरभ घर पर हैं और आराम कर रहे हैं. अगर उन्हें लगता है कि उनका स्वास्थ्य सही है और मौसम भी इसकी इजाज़त दे, तो हम उनका स्वागत करेंगे. हमें लगता है कि अगर वो रैली में होंगे तो उन्हें भी अच्छा लगेगा और रैली में आए लोगों को भी ख़ुशी होगी. लेकिन इस बारे में फ़िलहाल हम कुछ नहीं कह सकते, ये पूरी तरह उन पर निर्भर करता है कि वो रैली में शामिल होंगे या नहीं."
क़रीब महीना भर पहले 31 जनवरी को सौरभ गांगुली को अस्पताल से छुट्टी दी गई है. रक्त कोशिकाओं में ख़ून के थक्के जमने के कारण वो एंजियोप्लास्टी के लिए अस्पताल में भर्ती थे और उनके हार्ट की सर्जरी हुई है.
इससे पहले उन्हें दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें ट्रिपल वेसल डिज़ीज़ होने की पुष्टि हुई थी.
इस पूरे मामले में फ़िलहाल सौरभ गांगुली की तरफ़ से कोई बयान नहीं आया है.
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं, जिससे पहले यहां चुनाव प्रचार तेज़ हो गया है. इस बार यहां मुक़ाबला तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच का माना जा रहा है. बीजेपी ने यहां चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताक़त झोंक दी है.
चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस के कई नेता पाला बदल कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.
राजनीतिक गलियारों में ये भी चर्चा है कि चुनावों से पहले सौरभ गांगुली बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. अगर सौरभ गांगुली पीएम की रैली में गए तो इस तरह के क़यासों पर मुहर लग सकती है. (bbc.com)