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अक्षर पटेल: 15 साल की उम्र तक सीम गेंद फेंकने वाले कैसे बने स्पिन स्टार
07-Mar-2021 5:19 PM
अक्षर पटेल: 15 साल की उम्र तक सीम गेंद फेंकने वाले कैसे बने स्पिन स्टार

akshar patel from his twitter page

काल सजाद

इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपनी डेब्यू सिरीज़ में अक्षर पटेल ने जो क़ामयाबी हासिल की है, इससे पहले ऐसी कामयाबी किसी भारतीय स्पिनर क्या किसी तेज़ गेंदबाज़ को भी नहीं मिली है.

13 फ़रवरी को विराट कोहली के हाथों डेब्यू टेस्ट कैप हासिल करने वाले अक्षर पटेल ने इस सिरीज़ में 10.59 की औसत से 27 विकेट चटकाए.

महज 27 साल के अक्षर पटेल को अब भारतीय क्रिकेट के सनसनीखेज़ स्पिनर के तौर पर देखा जाने लगा है.

हालांकि दिलचस्प बात ये है कि अपने करियर के शुरुआती दिनों में वे स्पिन गेंदबाज़ी नहीं किया करते थे.

गुजरात के आणंद ज़िले में जन्मे अक्षर पटेल की बचपन से क्रिकेट में दिलचस्पी थी.

15 साल की उम्र तक उन्हें एक गिफ़्टेड बल्लेबाज़ और बाएं हाथ के सीम गेंदबाज़ के तौर पर देखा जाने लगा था. उनकी इस प्रतिभा के चलते उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट को गंभीरता से लेने को कहा.

इसके तीन साल बाद उन्होंने अपने दूसरे ही प्रथम श्रेणी मैच में दिखाया कि वे गुजरात क्रिकेट में लंबे समय तक बने रहेंगे. दिल्ली के ख़िलाफ़ इस मुक़ाबले में अक्षर पटेल ने 55 रन देकर छह विकेट झटक लिए थे.

आईपीएल में मिला सीखने का मौक़ा
अक्षर पटेल सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर भी काफ़ी सक्रिय हैं. इंस्टाग्राम पर उनके साढ़े सात लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर हैं. यहां पर वह अपने नाम के स्पेलिंग Akshar लिखते हैं.

उनके इस नाम की स्पेलिंग की भी कई कहानियाँ मौजूद हैं.

कुछ लोगों का कहना है कि उनके स्कूल की प्रिंसिपल ने नामांकन के वक़्त उनके नाम की ग़लत स्पेलिंग लिख दी थी, तो कुछ लोगों का कहना है कि उनके जन्म के वक़्त अस्पताल की नर्स ने उनके नाम की स्पेलिंग ग़लत लिखी.

इन कहानियों से इतर 2013 में 19 साल की उम्र में अक्षर पटेल को मुंबई इंडियंस की टीम इंडियन प्रीमियर लीग के लिए ख़रीद लिया था.

हालांकि, मुंबई इंडियंस की ओर से उन्हें कोई मैच खेलने का मौक़ा नहीं मिला, लेकिन उन्हें दुनिया के बेहतरीन क्रिकेटरों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का मौक़ा मिला.

इसमें ऑस्ट्रेलिया के जाने-माने खिलाड़ी रिकी पॉन्टिंग से लेकर भारत के जीनियस सचिन तेंदुलकर और हरभजन सिंह जैसे क्रिकेटर शामिल थे.

टेस्ट मैच के एक्सपर्ट और पूर्व क्रिकेटर अभिषेक झुनझुनवाला ने बताया कि आईपीएल का हिस्सा बनने से अक्षर पटेल को बेशकीमती अनुभव मिले.

उन्होंने कहा, "जब आप इतने बड़े टूर्नामेंट का हिस्सा होते हैं तो शानदार क्रिकेटरों और कोचिंग स्टॉफ़ से आपको बहुत कुछ सीखने को मिलता है. अक्षर के लिए भी यह एक शानदार अनुभव था."

photo BCCI

अगले सीज़न में अक्षर पटेल को किंग्स इलेवन पंजाब ने चुना और इस सीज़न उन्हें गेंदबाज़ी करने का मौक़ा भी मिला. पटेल ने किंग्स इलेवन पंजाब के लिए 17 विकेट चटकाए.

उनके इस प्रदर्शन के बाद ही राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की नज़र उनपर गई और बांग्लादेश के ख़िलाफ़ वन-डे सिरीज़ में उन्हें डेब्यू करने का मौक़ा मिल गया.

इसके बाद जल्दी ही वे टी-20 क्रिकेट टीम के लिए भी चुन लिए गए.

टेस्ट क्रिकेट उनके लिए आसान खेल
अक्षर पटेल किंग्स इलेवन के साथ पाँच सीज़न तक जुड़े रहे और इस दौरान उन्होंने कुल 61 विकेट चटकाए.

साल 2018 में वे आईपीएल की दिल्ली टीम से जुड़ गए. सात साल के अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर में उन्होंने भारत के लिए 38 वनडे और 11 टी-20 मैच खेले हैं.

लेकिन उनकी किस्मत में सबसे बड़ा बदलाव तब आया, जब इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ में रविंद्र जडेजा के अनफ़िट होने पर उन्हें पहली बार टेस्ट खेलने का मौक़ा मिला.

चेन्नई के दूसरे टेस्ट में टेस्ट डेब्यू करते हुए अक्षर पटेल ने सात विकेट हासिल किये. इसमें दूसरी पारी में 60 रन देकर पाँच विकेट हासिल करने का कारनामा भी शामिल था.

अहमदाबाद में गुलाबी गेंद से खेले गए तीसरे टेस्ट में अक्षर पटेल ने कहीं ज़्यादा बेहतरीन गेंदबाज़ी की.

उन्होंने पहली पारी में 38 रन देकर छह विकेट झटके, जबकि दूसरी पारी में 42 रन देकर पांच विकेट हासिल किए.

सिरीज़ के चौथे टेस्ट की पहली पारी में अक्षर पटेल ने 68 रन देकर चार विकेट लिए तो दूसरी पारी में महज़ 48 रन देकर पांच विकेट लिए.

झुनझुनवाला के मुताबिक़, टेस्ट क्रिकेट में अक्षर पटेल की ऐसी क़ामयाबी की उम्मीद शायद ही किसी को होगी.

वे कहते हैं, "अक्षर पटेल का घरेलू क्रिकेट में हमेशा अच्छा प्रदर्शन रहा है, लेकिन वे टेस्ट क्रिकेट में ऐसी क़ामयाबी हासिल करेंगे, इसका अनुमान किसी को नहीं रहा होगा."

इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सिरीज़ में अक्षर पटेल ने आर अश्विन के साथ मिलकर घातक जोड़ी बनाई, जिसे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने स्पिन गेंदबाज़ी का 'मास्टरक्लास प्रदर्शन' तक कह डाला.

लेकिन अक्षर पटेल की गेंदबाज़ी इतनी ख़तरनाक क्यों हैं?
झुनझुनवाला बताते हैं, "उनकी लाइन और लेंग्थ उनका सबसे बड़ा हथियार है. लगातार सटीक लेंग्थ पर गेंद फेंकते हुए वे बल्लेबाज़ों के लिए खेलना बेहद मुश्किल बना देते हैं."

साल 2012 तक भारत के लिए घरेलू क्रिकेट खेल चुके झुनझुनवाला, अक्षर पटेल की आर्म बॉल की भी काफ़ी प्रशंसा करते हैं.

अमूमन सीधी रहने वाली इस गेंद ने सिरीज़ के दौरान इंग्लैंड के कई बल्लेबाज़ों को छकाया है.

झुनझुनवाला उनकी एक और ख़ूबी के बारे में बताते हैं, "वे अमूमन तेज़ गेंद डालते हैं, कई बार 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से. इसमें एक गेंद टर्न करने वाली होती है और दूसरी गेंद सीधी, किसी भी बल्लेबाज़ के लिए उन्हें खेलना मुश्किल-भरा हो जाता है."

अक्षर पटेल ने अपनी गेंदबाज़ी की ख़ूबियों पर तीसरे टेस्ट के बाद कहा था, "मैं अपने करियर के शुरुआती दिनों में तेज़ गेंदबाज़ था, लिहाज़ा मैं थोड़ी तेज़ गेंद फेंकता हूँ. तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर मिले अनुभव से मुझे आर्म बॉल फेंकने में मदद मिली है."

बॉलीवुड से अक्षर पटेल का लगाव
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ में अक्षर पटेल की कामयाबी से उम्मीद ज़ाहिर की जा रही है कि वे इसी साल इंग्लैंड का दौरा करने वाली भारतीय टीम का हिस्सा होंगे, हालांकि इंग्लैंड की परिस्थितियों में वे कितने कामयाब होंगे, यह देखने वाली बात होगी.

इससे पहले 2018 में इंग्लैंड में अक्षर पटेल को काउंटी क्रिकेट खेलने का मौक़ा मिला था, लेकिन वे कोई प्रभाव दिखाने में नाकाम रहे थे.

उन्हें तब डरहम काउंटी की ओर से चार मैच खेलने का मौक़ा मिला था. इस दौरान उनकी दोस्ती आयरलैंड के इंटरनेशनल प्लेयर बैरी मैक्कार्थी से हुई थी.

डब्लिन में जन्मे तेज़ गेंदबाज़ मैक्कार्थी कहते हैं, "हम लोग अलग-अलग बैकग्राउंड से आए थे, लेकिन हमारी दोस्ती हो गई थी. मैं आयरलैंड की ओर से क्रिकेट खेल रहा था, लेकिन अपने देश में कोई मुझे जानता नहीं था. लेकिन भारत की ओर से खेलने वाले अक्षर पटेल तो अपने घर से खुले में निकल ही नहीं सकते थे."

अक्षर पटेल इन दिनों सोशल मीडिया पर काफ़ी एक्टिव हैं, यहाँ तक कि उनके कुत्ते का भी इंस्टाग्राम अकाउंट है, लेकिन मैक्कार्थी के मुताबिक़ डरहम के दिनों में वे बेहद शांत क्रिकेटर थे.

उन्होंने बताया, "हम लोग अपने दिमाग़ से बोलने वाले क्रिकेटर थे. हम लोग बस से एक बार ग्लेमोर्गन जा रहे थे, तब सब शांत थे. लेकिन जब हम लौट रहे थे तब पूरा माहौल बदल गया था. लोग बीयर वैगरह ले रहे थे. अक्षर ने कुछ ड्रिंक्स तो नहीं किया लेकिन उसने काफी मस्ती की. उसने हमें बॉलीवुड के गाने सुनाए और उस पर डांस करके दिखाया."

जब अक्षर पटेल ने कहा, 'टेस्ट मेरे लिए नहीं है'
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अक्षर पटेल की क़ामयाबी पर मैक्कार्थी को बहुत अचरज नहीं है.

मैक्कार्थी बताते हैं, "हम लोग एक बार इंग्लैंड और भारत का टेस्ट मैच देख रहे थे, तब मैंने कहा था कि तुम भी भारत के लिए खेल सकते हो, तब उसने कहा था, 'नहीं, टेस्ट क्रिकेट को लेकर मैं निश्चिंत नहीं हूं, यह काफ़ी लंबा फ़ॉर्मेट है'."

अक्षर पटेल का फ़र्स्ट क्लास में बैटिंग औसत 33.54 रहा है. इसमें 14 अर्धशतक और एक शतक शामिल है.

डरहम के लिए खेलते हुए अक्षर पटेल बहुत क़ामयाब नहीं हुए थे, लेकिन उन्होंने ग्लेमोर्गन के ख़िलाफ़ नाबाद 95 रन बनाए थे और वार्विकशायर के ख़िलाफ़ 54 रन देकर सात विकेट चटकाए.

मैक्कार्थी ने बताया, "ग्लेमोर्गन के ख़िलाफ़ पारी से उन्होंने दिखाया कि उनमें ऑलराउंडर बनने की क्षमता है. मुझे उम्मीद है कि वे टेस्ट क्रिकेट में अच्छी बल्लेबाज़ी भी करेंगे."

"वार्विकशायर के ख़िलाफ़ उनकी गेंदबाज़ी भी बेमिसाल थी. क्योंकि वह टर्निंग पिच नहीं थी, लेकिन वह अपने ख़ूबियों को बेहतरीन ढंग से समझने वाले क्रिकेटर हैं." (bbc.com)

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