सामान्य ज्ञान

लुमियर बंधु
23-Mar-2021 12:25 PM
लुमियर बंधु

मोशन पिक्चर की दुनिया में लुमियर बंधुओं का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाता है। 22 मार्च के दिन पेरिस में आयोजित एक औद्योगिक सम्मेलन में पहली बार सार्वजनिक रूप से एक फिल्म दिखाई गई। लुमियर ब्रदर्स में से एक, लुई लुमियर अपने आसपास की चीजों के वीडियो उतारते थे। यह वीडियो आसपास के जीवन को सच्चे रूप में पेश करता था। इसी तरह उन्होंने लुमियर फैक्ट्री से बाहर निकलते कामगरों का भी एक वीडियो रिकार्ड किया, जिसे पहली स्क्रीनिंग में दिखाया गया था। फिल्म दिखाने की इस तकनीक को लुमियर भाइयों ने तुरंत अपने नाम पर पेटेंट करा लिया। अपने देश फ्रांस के बाहर लुमियर ब्रदर्स ने सिनेमेटोग्राफी की इस तकनीक के पेटेंट के लिए 18 अप्रैल 1895 में अर्जी दी। साथ ही साथ वे निजी तौर पर अपनी इस खोज का जगह जगह प्रदर्शन भी करते रहे। इसी कड़ी में 10 जून को लियो में फोटोग्राफरों के सामने भी अपनी मोशन पिक्चर दिखाई। इस तरह के प्रदर्शनों के कारण दुनिया भर में उनकी तकनीक के बारे में बातें होने लगीं। विश्व भर में लोग इसे देखने के लिए काफी उत्सुक थे।
इसके बाद अपने भाई एंटोनी लुमियर के साथ मिलकर उन्होंने अपनी फिल्में दिखाने के लिए खुले थिएटर बनाना शुरु किया। आगे चलकर यही सिनेमा के नाम से जाने गए। 1896 के पहले चार महीनों में उन्होंने लंदन, ब्रसेल्स, बेल्जियम और न्यू यॉर्क में सिनेमेटोग्राफी थिएटर खोले। 1897 में उनके फिल्मों के कैटेलॉग में करीब 358 चीजें थीं जो 1898 तक आते आते 1000 तक पहुंच गईं। अगले पांच सालों में लुमियर ब्रदर्स का फिल्मों का कैटेलॉग दोगुना हो गया। इनके 2000 से ज्यादा फिल्मों के कैटेलॉग में से ज्यादातर प्रोमियो और डॉबलियर जैसे दूसरे ऑपरेटरों की बनाई हुई थीं। सन 1900 में जाकर लुमियर ब्रदर्स ने एक फिल्म को पेरिस एक्सपोजिशन में 99 & 79 फुट के एक बड़े पर्दे पर प्रोजेक्ट किया। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनियों में फिल्में दिखाना बंद कर दिया और अपनी ईजाद की हुई तकनीक की मशीनें बनाने और उन्हें बेचने लगे।
 

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