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रायपुर, 3 अप्रैल। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मंगेलाल मालू, विक्रम सिंहदेव, महामंत्री जितेंद्र दोषी, कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिया प्रभारी संजय चौबे ने बताया कि केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के साथ मुलाकात हुई।
श्री मालू ने बताया कि कैट ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपते हुए अमेजोन, फ्लिपकार्ट, रिलायंस, सहित अन्य ई-फार्मेसी व्यापार में ड्रग एवं कौसमैटिक्स कानून 1940 के प्रावधानों के खिलाफ दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री करने का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाकर इन कम्पनियों द्वारा ऑनलाइन व्यापार के जरिए दावा व्यापार पर रोक लगाने की मांग की है।
श्री मालू ने बताया कि फार्मईजी, मेड लाइफ, अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, रिलायंस के स्वामित्व वाली कम्पनी नेटमैड, 1 एमजी, आदि पर आरोप लगते हुए कहा कि ये 30-40 प्रतिशत छूट के साथ कीमतों पर परिचालन करके ई-कॉमर्स व्यापार का दुरुपयोग कर रहे हैं और विदेशी निवेष के कारण इन ई-फार्मेसियों को मुफ्त शिपिंग देने में कोई नुकसान नही उठाना पड़ता है जबकि देश भर में लाखों केमिस्ट एवं दवा विक्रेता सरकार के हर कानून एवं नियम का पालन करते हुए अपने लिए एवं कर्मचारियों के लिए तथा उनके परिवारों के लिए रोजी रोटी कमाते हैं।
श्री मालू ने बताया कि कैट ने मांग की है कि अमूमन ई-कॉमर्स जहां नियमों और नीतियों को बड़े पैमानें पर प्रवाहित किया जा रहा है, वहां अब विदेशी निवेश वाली कंपनियों द्वारा कब्जा करने और एकाधिकार करने का लक्ष्य रखा जा रहा है। देश भर के लाखों केमिस्ट और दवा व्यापारी खतरे को रोकने के लिए सरकार के तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते है।