सामान्य ज्ञान
इब्रानी सामी-हामी भाषा-परिवार की सामी शाखा में आने वाली एक भाषा है । ये इस्राइल की मुख्य- और राष्ट्रभाषा है । इसका पुरातन रूप बिब्लिकल इब्रानी यहूदी धर्म की धर्मभाषा है और बाइबिल का पुराना नियम इसी में लिखा गया था । ये इब्रानी लिपि में लिखी जाती है और दाएं से बाएं पढ़ी और लिखी जाती है। पश्चिम के विश्वविद्यालयों में आजकल इब्रानी का अध्ययन अपेक्षाकृत लोकप्रिय है।
प्रथम महायुद्ध के बाद फिलिस्तीन (यहूदियों का इजऱायल नामक नया राज्य) की राजभाषा आधुनिक इब्रानी है। सन् 1925 ई. में जेरूसलम का इब्रानी विश्वविद्यालय स्थापित हुआ जिसके सभी विभागों में इब्रानी ही शिक्षा का माध्यम है। इजऱायल राज्य में कई दैनिक पत्र भी इब्रानी में निकलते हैं। इब्रानी भाषा सामी परिवार ((सेमेटिक फेमिली) की भाषाओं में से एक है। यह यहूददियों की प्राचीन सांस्कृतिक भाषा है। इसी में उनका धर्मग्रंथ (बाइबिल का पूर्वार्ध) लिखा हुआ है; इसलिए इब्रानी का ज्ञान मुख्यतया बाइबिल पर निर्भर है।
व्युत्पत्ति की दृष्टि से सामी शब्द नौह के पुत्र सेम से संबंध रखता है। सामी भाषाओं की पूर्वी उपशाखा का क्षेत्र मेसोपोटेमिया था। वहां पहले सुमेरियन भाषा बोली जाती थी, जिसके कारण सुमेर की भाषा ने पूर्वी सामी भाषाओं को बहुत कुछ प्रभावित किया है। प्राचीनतम सामी भाषा अक्कादीय की दो उपशाखाएं हैं, अर्थात् असूरी और बाबुली। सामी परिवार की दक्षिणी उपशाखा में अरबी, हब्शी (इथोपियाई) तथा साबा की भाषाएं प्रधान हैं। सामी वर्ग की पश्चिमी उपशाखा की मुख्य भाषाएं इस प्रकार हैं- उगारितीय, कनानीय, आरमीय और इब्रानी। इनमें से उगारितीय भाषा (1500 ई. पू.) सबसे प्राचीन है; इसका तथा कनानीय भाषा का गहरा संबंध है।