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तीर, बम से लैस 3 टुकड़ी में नक्सली थे मौजूद, तीर बम छोड़ गए नक्सली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 16 अप्रैल। सुकमा जिले के पोलमपल्ली थानांतर्गत गोरगुंडा में नक्सलियों ने एक बार फिर से उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। सडक़ निर्माण में लगी टिप्पर व ट्रैक्टर को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया और तीन कर्मचारियों को अगवा कर लिया था। इसमें एक का शव मिला है, जिसकी नक्सलियों ने तीर से मारकर हत्या कर दी। दो कर्मियों को बाद में रिहा कर दिया गया।
यह पूरी घटना गोलकुंडा कैंप से डेढ़ किलोमीटर दूर हुई है, जहां प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत सडक़ निर्माण चल रहा था। इसमें ठेकेदार की भी गम्भीर लापरवाही देखने को मिली क्योंकि बगैर सुरक्षा मजदूरों को सुरक्षा की जानकारी दिए बिना निर्माण करवाया जा रहा था। ज्ञात हो कि ठेकेदार रायगढ़ का निवासी है जो घटना के वक्त रायगढ़ में था।
घटना की पुष्टि करते हुए एसपी के एल धुव ने कहा कि मौके के लिए फोर्स रवाना हो गई है। जानकारी के मुताबिक, दोपहर करीब तीन बजे दोरनापाल इलाके के गोरगुड़ा के समीप नक्सलियों ने सडक़ निर्माण के लिए जा रही टिप्पर और ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया और वाहन चालक समेत तीन को अगवा कर लिया था।
मगर, घटना स्थल से करीब आधा किलोमीटर दूर मुंशी भास्कर रेड्डी का शव मिला है, जिसकी तीर मारकर हत्या की गई है और चेहरे पर कपड़ा लगा है। वहीं दो लोगों को नक्सली अपने साथ ले गए थे जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। वहां मौजूद ग्रामीणों ने दो मजदूर की रिहा करने की जानकारी दी है।
घटना की पुष्टि करते हुए एसपी के एल धुव ने बताया कि मौके के लिए फोर्स को रवाना किया गया था, जिसके बाद शव को कैम्प लाया गया है। इलाके की घेराबंदी की जा रही है। मौके से तीन सडक़ निर्माण कर्मचारियों को अगवा किया गया था, एक मुंशी का शव आधा किलोमीटर दूर मिला, वहीं 2 सुरक्षित पहुंचे हैं।
प्रत्यक्षदर्शी मजदूर ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया घटनाक्रम
घटना के तुरंत बाद ‘छत्तीसगढ़’ की टीम मौके पर पहुंची, जहां पूरे घटनाक्रम का जायजा लिया। इसके बाद घटना के दौरान सडक़ निर्माण में लगे कुछ मजदूरों से बात की। नाम न लिखने की शर्त में एक मजदूर ने बताया कि दोपहर के 3 बजे काम चल रहा था। उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि जिस सडक़ का निर्माण हम कर रहे हैं, वहां सुरक्षा नहीं लगी है। इस वजह से सभी बेफिक्र होकर काम कर रहे थे। इसी दौरान अलग-अलग टुकड़ों में बड़ी संख्या में तीर-धनुष धारी महिला और पुरुष नक्सली देखे। थोड़ी ही देर में यहां भगदड़ मच गई।
नक्सलियों ने पूरे इलाके को घेर लिया। मुंशी और 2 अन्य को बंदी बनाकर साथ ले गए, वहीं ड्राइवरों को भगाने हमला भी करने लगे। इसी दौरान कुछ मजदूरों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिन पर तीर से हमला किया गया, जिसके बाद वे भाग गए। मौके पर मौजूद नक्सलियों के पास हथियार नहीं थे तीर धनुष थे और तीर बम भी देखे गए. कुछ तीर बम नक्सली मौके पर ही भूल कर चले गए। दो वाहनों में आगजनी का प्रयास किया। वहीं मुंशी समेत तीन को अपने साथ ले गए और घटनास्थल से आधा किलोमीटर दूर तीर मारकर मुंशी की हत्या कर दी, वहीं थोड़ी ही देर में नक्सलियों ने साथ ले गए दो अन्य को रिहा कर दिया जो सीधे वापस लौटे।