राष्ट्रीय
श्रीनगर, 16 अप्रैल | जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले से एक महिला विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) को गिरफ्तार किए जाने पर सवाल उठाए हैं। महिला अधिकारी पर आतंकवाद का कथित महिमा मंडन करने का आरोप है। महबूबा ने इस मामले में अधिकारी का समर्थन करते हुए शुक्रवार को कहा कि नए कश्मीर में जुल्मों से महिलाओं को भी नहीं बख्शा जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले की एसपीओ सायमा अख्तर को कथित तौर पर आतंकवाद का महिमामंडन करने के आरोप में गिरफ्तार कर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
महबूबा ने ट्वीट किया, सायमा अख्तर को उनके घर में बार-बार अकारण तलाशी लिए जाने के कारण उचित प्रश्न उठाने पर यूएपीए के तहत आरोपी बनाया गया है। यह समझा जा सकता है कि सायमा की मां के बीमार होने के कारण उनकी चिंता और बढ़ गई है। नए कश्मीर में क्रूरता से महिलाओं को भी नहीं बख्शा जा रहा।
पुलिस ने पहले कहा था कि महिला एसपीओ को कुलगाम जिले से गिरफ्तार किया गया है और आतंकवाद को महिमामंडित करने और सरकारी अधिकारियों को उनके कर्तव्य के निर्वहन में बाधा डालने के लिए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों को फ्रिसल गांव के कारेवा मोहल्ले में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद वहां तलाश अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान अख्तर ने कथित तौर पर आतंकवादियों को खोज रही टीम को अपना काम करने से रोका।
आरोप है कि महिला ने तलाश अभियान चला रहे दल को रोका और वह हिंसक हो गई। महिला ने आतंकवादियों के हिंसक कृत्यों का महिमामंडन करने वाले बयान भी दिए।
पुलिस के अनुसार, सायमा अख्तर ने अपने फोन से एक वीडियो बनाया और तलाश अभियान बाधित करने के इरादे से उसे सोशल मीडिया मंचों पर साझा किया।
मामले का संज्ञान लेते हुए, पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया और बाद में उसे सेवा से हटा दिया। (आईएएनएस)