राष्ट्रीय
(Photo: IANS)
इंदौर, 20 अप्रैल| कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई मंे हर कोई साथ खड़ा है। इंदौर में स्थित राधास्वामी सत्संग में एक कोविड सेंटर बनाया जा रहा है। यह वह स्थान है जहां लाखों लोग एक साथ सत्संग किया करते थे, वहां अब कोरोना मरीजों को जीवनदान दिया जाएगा। यह अस्थायी अस्पताल लगभग 45 एकड़ क्षेत्र में बनाया जा रहा है। फिलहाल यहां लगभग छह सौ बेड का इंतजाम किया गया है। इंदौर के खंडवा रोड पर स्थिति है राधास्वामी सत्संग ब्यास। यहां के करीब 45 एकड़ में अस्थायी अस्पताल आकार ले रहा है। इसे देवी अहिल्या बाई के नाम पर समर्पित किया जा रहा है। इस कोविड सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है, साथ ही स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी।
बताया गया है कि कोरोना मरीजों के लिए दिल्ली के बाद इंदौर में राधास्वामी सत्संग ब्यास का यह बड़ा सेवा प्रकल्प होगा। यहां स्वास्थ्य सेवाओं की बागडोर तो जिला प्रशासन संभालेगा, लेकिन मरीजों के लिए भोजन, नाश्ते और पानी का लंगर सत्संग ब्यास के सेवादार चलाएंगे।
मंत्री सिलावट ने बताया कि कोविड केयर सेंटर में प्रथम चरण में 600 बेड से शुरुआत की जा रही है, जिसका भविष्य में छह हजार बेड तक विस्तार किया जा सकेगा।
बताया गया है कि इस कोविड सेंटर में ऐसे मरीज, जिनके घर में होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं है या जिन मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति पर नियमित नजर रखने की जरुरत है, उन्हें रखा जाएगा। इस कोविड केयर सेंटर को चार भागों में बांटा जा रहा है मरीजों के देखरेख की जिम्मेदारी इंदौर के चार प्रमुख अस्पताल मेदांता हॉस्पिटल, बॉम्बे हॉस्पिटल, चोइथराम हॉस्पिटल व राजश्री अपोलो हॉस्पिटल के चिकित्सकों पर होगी। मरीज की गंभीर स्थिति होने पर उसे एम्बुलेंस से दूसरे अस्पतालों में भी रेफर किया जाएगा। (आईएएनएस)