सामान्य ज्ञान

विशाखा नक्षत्र
25-Apr-2021 1:36 PM
 विशाखा नक्षत्र

विशाखा नक्षत्र आकाश मंडल में 16वां नक्षत्र है। इसके तीनों चरण तुला राशि में आते हैं। अर्थ - विभाजित शाखा, देव - इन्द्र व अग्नि
विशाखा नक्षत्र का स्वामी गुरु है।  वहीं राशि स्वामी शुक्र है। नक्षत्र स्वामी की दशा 16 वर्ष की होती है। विशाखा नक्षत्र का अंतिम चरण मंगल की वृश्चिक राशि में आता है। इसे तो नाम अक्षर से पहचाना जाता है। जहां नक्षत्र स्वामी गुरु है तो राशि स्वामी मंगल गुरु मंगल का युतियां दृष्टि संबंध उस जातक के लिए उत्तम फलदायी होती हैं।
विशाखा नक्षत्र के देवता वृहस्पति को माना जाता है। विकंकत के पेड़ को विशाखा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और विशाखा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग विकंकत वृक्ष की पूजा करते है।  इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में विकंकत के पेड़  लगाते हंै। 
 

कातांगा प्रांत

कातांगा प्रांत, अफ्रीका के कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के दक्षिण-पूर्व हिस्से में स्थित एक प्रांत है।  इसके उत्तर में कासाइ-पश्चिमी, कासाइ-पूर्वी, मानिएमा और दक्षिण कीवू प्रान्त, पूर्व में तांगान्यीका झील (जिसके पार तान्ज़ानिया है), दक्षिण-पूर्व व दक्षिण में ज़ाम्बिया और पश्चिम में अंगोला हैं।
वर्ष 1971 से 1997 तक, जब देश का नाम ज़ाईर था और उस पर मोबूटू सेसे सेको नामक तानाशाह का राज था। इस प्रांत को  शाबा प्रांत  कहा जाता था। इस से भी पहले, कांगो पर बेल्जियम के राज के दौरान, इसका नाम  एलिज़ाबेथविल  था, जिस नाम के साथ एक नगर की स्थापना 1910 ई. में हुई। इस शहर का नाम बदलकर  लुबुमबाशी  कर दिया गया और अब यह यहां की राजधानी है।
 

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