विचार / लेख
-रति सक्सेना
कल केरल में चुनाव के नतीजें आ रहे हैं, लेकिन आज भी ठीक 5.30 बजे विजयन पत्रकारों और जनता के सम्मुख है़ सबसे पहले वे बताते है कि आज 35630 लोगों को करोना निकला है़, कुल रोगियों की संख्या अब 146704 हो गई। आज की मृत्यु संख्या 48 है। 320300 लोगों की चिकित्सा चल रही है।
आज मई दिन है, मैं कोविड से जुड़े सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों कामगारों का अभिवादन करता हूं, स्वास्थ्य कर्मचारी एक साल से बड़ी विषम स्थिति में काम कर रहे हैं। इसलिए यदि कोई छोटी-मोटी समस्या आती है तो स्वास्थ्य कर्मचारियों का अपमान ना करे़। यह सोचिये कि एक दिन में 500000 रोगियों की देखभाल की जिम्मेवारी उन पर हैं। हमारे समाज को उनकी समस्या भी समझनी चाहिये। भारत में आज एक दिन में 400000 करोना रोगी निकल रहे हैं। केरल में ही आज के दिन 300000 एक्टिव केस है। कल एर्णाकुलम जैसे एक प्रान्त में ही 50000 से ज्यादा की चिकीत्सा हो रही है। कोषिकोड में 31000 से ज्यादा है. यानी कि एक जिले मे ही पचास हजार से अधिक केस चल रहे हैं। हमें सोचना है कि हम कैसे समस्या को समझे।
सरकार में हम आवश्यकता अनुसार सुविधाएं तैयार कर चुके हैं, आइसीयू बेड, आक्सीजन बेड आदि तैयार कर चुके है, लेकिन हमें रोजाना बिस्तरों की संख्या बढ़ानी पड़ती है। जिनकी अधिक खराब हालत नहीं है, वे घर में भी आइसोलेशन में रहे हैं। जिलों के वार्ड भी मुस्तैदी से काम कर रहे हैं। सभी वार्ड के फोन नम्बर रोगियों के अपने पास रखना है। आरपीटीआर टेस्ट को हमने 15000 से 500 कर दिये तो बहुत सी प्राइवेट लैब ने काम करना बन्द कर दिया, लेकिन उन्हें समझना चाहिये कि इस टेस्ट का खर्चा 240 रुपये मात्र होता है, टेस्ट करने वाले का खर्चा जोड़ कर 500 टैस्ट का दाम रख दिया, आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं करेगा, यह नहीं चल सकता है। फिर भी यदि वे मना करे तो शिकायत की जानी चाहिये, समय खराब है, इसलिए सभी को मदद के लिए आगे बढ़ना है, यह कोई लाभ उठाने का मौका नहीं है। आरटीपीसीआर की अलावा महंगे टेस्ट की खबर भी मिल रही है, लेकिन यह समय लाभ उठाने वाला नहीं है। सरकारी लैब में टेस्ट मुफ्त करना पड़ेगा, सरकारी टेस्ट फ्री होता है।
किसी भी तरह के अराधना गृह के लिए नियम है, पुलिस ख्याल रख रही है, बड़े -बड़े अराधना घर में पचास से ज्यादा लोग नहीं जाने चाहिये, छोटे अराधना घरों में पांच से ज्यादा लोग नहीं जाने चाहिये, इन नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।
कल वोट गणना है, सभी के लिए नियमों का पालन करना जरूरी है, वोट केन्द्र में किसी तरह की भीड़ नहीं होनी चाहिये. जो जीते तब भी जयघोष न करे। इसके लिए मीडिया को भी सहायता करनी चाहिये। लोगों को खुशी मनाने की इच्छा तो होगी, लेकिन आज की स्थिति को देखते हुए लोगों को अपने को वश में रखना पड़ेगा। जीते हुए सदस्यों को धन्यवाद देने की कोशिश भी बाद के लिए रख लेनी चाहिये। आप सोशल मीडिया का प्रयोग कर लें, सोशल मीडिया के द्वारा खुशी जाहिर कर सकते हैं। आज के समय धन्यवाद देने का मतलब समझिये, मीडिया का सहारा लीजिये, सोशल मीडिया का उपयोग कीजिये, कल ही मास्क के बिना 21733 लोग के विरोध केस रजिस्ट्रेशन, नियम ना पालन 11210 खिलाफ चालान, और 650750 पिछले दिनों चालान के रूप में ही राज्य को मिला।
हरेक जिलों को आक्सीजन भेज दी गईं हैं, पंचायत के स्वास्थ्य केन्द्रों में 24 घण्टे सेवा चलेगी।
जाग्रता एप रजिस्ट्रेशन अनेक हुए हैं। ग्राम पंचायते बेहतरीन काम कर रही हैं. ग्राम पंचायतों के साथ पुलिस का भी सहयोग मिलेगा।
वैक्सीनेशन सेन्टर रोग बढ़ाने का केन्द्र बनता जा रहा है, इसलिए अब दूसरी डोज के लिए केन्द्र मेनेजर खुद फोन कर के आमन्त्रित करेगा। अट्ठारह से ऊपर का वैक्सीनेशन के लिए देरी होगी, 94 करोड़ अधिक लोगों को वैक्सीनेशन लगेगी। केरल में 30 मई तक 45 से ऊपर लोगों को लग जाने का निर्णय लिया, लेकिन हमें उसके लिए जितनी वैक्सीनेशन मिलनी थी, उसका पचास प्रतिशत भी नहीं मिला है।
केन्द्र सरकार की वैक्सीनेशन में मदद चाहिये. वैक्सीनेशन कम्पनियों को सहायता करना है, लेकिन अभी समस्या बनी हुई है।
आप लोग मास्क पहनने पर ध्यान दीजिये, N 95 उपयोग में लाइये, या फिर सर्जीकल मास्क के साथ कपड़े के मास्क को प्रयोग में लाइये।
सुना है कि लोग घरों में आक्सीजन रख रहे है, कृपया ये बन्द करें। व्हाट्स अप मेसेज को देख कर लोग गलत काम कर रहे हैं।
हम आप लोगों की सुरक्षा के तत्पर हैं.
इसके बाद में उन्होंने दो लाख से दो हजार तक के सरकार को दिए चन्दे का ब्यौरा दिया, हरेक का नाम लेकर।
बाद में पत्रकारों ने सवाल जवाब किये, जो लगभग वैक्सीनेशन को लेकर थे, जिन्हे वे स्पष्ट करते रहे। बाद में एक पत्रकार ने कहा कि सुना है कि लेफ्ट जीतने वाली है, क्या आप मीडिया से बात चीत आखिरी बार कर रहे हैं, विजयन ने कहा, नहीं, मैं कल भी बोलूंगा, परसों क्या होगा, यह कल ही पता चलेगा।
इस तरह उन्होंने मुस्कुरा कर मिटिंग भंग कर दी।
सवाल, क्या इतनी स्पष्टता और ईमानदारी से कोई अन्य नेता बात कर रहा है।