अंतरराष्ट्रीय
हरारे (जिम्बाब्वे), 9 अप्रैल। मोजाम्बिक के लुंगा में कथित तौर पर हैजा फैलने के कारण वहां से भाग रहे स्थानीय निवासियों से भरी एक कामचलाऊ नौका देश के उत्तरी तट के पास डूब गई, जिससे कम से कम 98 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया ने सोमवार को यह जानकारी दी।
बताया जा रहा है कि नौका में क्षमता से अधिक लोग सवार थे।
सरकारी ‘रेडियो मोजाम्बिक’ ने द्वीप के प्रशासक सिल्वेरियो नौआइतो के हवाले से बताया कि नौका रविवार को दक्षिण-पूर्वी अफ्रीकी देश के तट से निकटवर्ती मोजाम्बिक द्वीप के लिए रवाना होने के बाद डूब गई।
उसने बताया कि नौका में लगभग 130 लोग सवार थे और कम से कम 11 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
‘नोतिसियास’ समाचार पत्र ने नौआइतो के हवाले से बताया कि अधिकतर शवों को रविवार को बरामद कर लिया गया था, लेकिन सोमवार को सात और शव मिले, जिससे मरने वालों की संख्या 91 से बढ़कर 98 हो गई।
नौआइतो ने रेडियो स्टेशन को बताया कि बचाव अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि यह बताना मुश्किल है कि कितने लोग लापता हैं।
‘रेडियो मोजाम्बिक’ ने बताया कि नामपुला प्रांतीय प्राधिकरण ने एक बयान जारी कर नौका के डूबने का कारण ‘‘यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए अनुपयुक्त नौका का इस्तेमाल करना और नौका में क्षमता से अधिक लोगों का सवार होना’’ बताया।
देश के प्रमुख और सबसे पुराने अखबारों में से एक ‘नोतिसियास’ ने बताया कि इस नौका का इस्तेमाल आम तौर पर मछलियां पकड़ने के लिए किया जाता था और लुंगा शहर के लोग हैजा से बचने के लिए वहां से भागकर मोजाम्बिक द्वीप जाने की कोशिश कर रहे थे। स्थानीय लोगों का मानना है कि लुंगा में हैजा के मामलों में अचानक बढ़ोतरी हुई है।
समाचार पत्र ने बताया कि वे मोजाम्बिक द्वीप पहुंचना चाहते थे और वे ‘‘नौवहन के लिए अनुपयुक्त’’ नाव में चढ़ गए लेकिन द्वीप पर पहुंचने से पहले ही नाव पलट गई।
मोजाम्बिक और उसके पड़ोसी दक्षिण अफ्रीकी देशों जिम्बाब्वे और मलावी हाल के महीनों में हैजा के प्रकोप से प्रभावित हुए हैं।
मोजाम्बिक के कई स्थानों तक केवल नौकाओं के जरिए ही पहुंचा जा सकता है और इन नौकाओं में अक्सर क्षमता से अधिक लोग सवार रहते हैं। देश में सड़क नेटवर्क खराब है और कुछ क्षेत्रों तक जमीन या हवाई मार्ग से पहुंचा नहीं जा सकता। (एपी)
भारत में कल यानी सोमवार रात को जब आप शायद सो रहे थे, तब लाखों लोग दुनिया के एक दूसरे हिस्से में पूर्ण सूर्य ग्रहण देख रहे थे.
ये साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण था जिसे लाखों लोगों ने देखा. देखिए इस सूर्यग्रहण की दिलचस्प तस्वीरें.
सूर्य ग्रहण भारत में तो नहीं दिखा मगर मैक्सिको, अमेरिका और कनाडा में लाखों लोगों ने इस नज़ारे का लुत्फ़ उठाया.
ये ग्रहण पूरे उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में फैला रहा. ये मैक्सिको के समुद्र तट से शुरू होकर कनाडा के न्यूफाउंडलैंड पर खत्म हुआ. ग्रहण का ज़बरदस्त असर नियाग्रा फॉल्स के बादलों पर भी छाया रहा.
जिन लोगों ने सूर्य ग्रहण को साक्षात देखा, वो इसे हैरत भरी नज़रों से देख रहे थे.
भारत में कुछ लोगों की मान्यताएं हैं कि सूर्य ग्रहण में शुभ काम नहीं करना चाहिए और ईश्वर का नाम लेना चाहिए.
मगर पश्चिम में कुछ लोगों की मान्यताएं इससे एकदम अलग हैं.
जैसे अमेरिका के राज्य आर्कन्सा में 300 कपल ने तय किया कि जब सूर्य ग्रहण होगा और आसमान में अंधेरा छा जाएगा, ठीक तभी शादी करेंगे.
कुछ लोग ऐसे भी रहे, जो सूर्य ग्रहण का नज़ारा देखने के लिए अपने घर से दूर की किसी जगह गए थे. (bbc.com/hindi)
हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें दावा किया गया था कि भारत ने पाकिस्तान में 10 कथित आतंकवादियों की हत्या कराई.
इस रिपोर्ट को लेकर पूछे एक सवाल के जवाब में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि “अगर पड़ोसी देश में रहकर कोई भारत को अस्थिर करने की कोशिश करेगा तो हम उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे.”
इस पूरे मामले पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से पूछा गया कि अमेरिका इसे कैसे देखता है.
इसके जवाब में उन्होंने कहा- “हम इसे लेकर आई मीडिया रिपोर्ट को फॉलो कर रहे हैं. जो आरोप रिपोर्ट में लगाए गए हैं उसे लेकर हम कुछ नहीं कहना चाहते हैं. हम चाहेंगे कि दोनों देश मामले को बढ़ाने से बचें और बातचीत के ज़रिए समाधान निकालें.”
4 अप्रैल को ब्रिटिश अख़बार द गार्डियन ने एक रिपोर्ट छापी थी जिसमें दावा किया गया कि भारत सरकार अपनी व्यापक रणनीति के तहत पाकिस्तान में रह रहे कथित आतंकवादियों की हत्या कराई है.
अख़बार का कहना था कि उसे भारत और पाकिस्तान के इंटेलीजेंस अधिकारियों से बातचीत में ये जानकारी मिली है.
दावा है कि इसके साथ ही अख़बार ने पाकिस्तानी जांचकर्ताओं की ओर से कई दस्तावेज़ों को भी बारीकी से देखा है.
ये दस्तावेज़ बताते हैं कि कैसे भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी 2019 के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक नए अप्रोच के तहत कथित तौर पर विदेशों में कथित आतंक फैलाने वालों को मार रहे हैं. (bbc.com/hindi)
हमास और इसराइल संघर्ष के बीच शांति की अपील के साथ ही दोनों ही नेताओं के बीच भारत को लेकर बात हुई है.
दोनों ही नेताओं ने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की ज़रूरत पर जोर दिया.
बैठक में कहा गया कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चल रहे जम्मू-कश्मीर विवाद को सुलझाना जरूरी है और इसके लिए बातचीत ही रास्ता है.
इस दौरान क्राउन प्रिंस सलमान ने पाकिस्तान के पीएम का पद संभालने के लिए शरीफ़ को बधाई भी दी.
पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहा है और इसके लिए वो सऊदी अरब से मदद की तलाश में है. इसके लिए पाकिस्तान कई सेक्टरों में साझेदारी और निवेश की तलाश में है.
दोनों देशों ने पाकिस्तान में पांच करोड़ अमेरिकी डॉलर के निवेश करने की
इन वार्ताओं में दोनों पक्षों ने पाकिस्तान में 5 बिलियन डॉलर के निवेश पैकेज की योजना में तेजी लाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है. (bbc.com/hindi)
न्यूयॉर्क (अमेरिका), 8 अप्रैल। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गर्भपात के मुद्दे पर उनके रुख को लेकर लगायी जा रही अटकलों के बीच सोमवार को जारी एक वीडियो में गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार करते हुए कहा कि इसका निर्णय राज्यों पर छोड़ा जाना चाहिए।
ट्रंप ने अपनी ‘ट्रुथ सोशल’ वेबसाइट पर पोस्ट वीडियो में कहा, ‘‘कई लोगों ने मुझसे पूछा है कि गर्भपात और गर्भपात अधिकारों पर मेरा रुख क्या है। मेरा मानना है कि हर कोई कानूनी दृष्टिकोण से गर्भपात चाहता है, राज्य वोट या कानून या संभवत: दोनों के जरिए इसका पता लगाएंगे।’’
उन्होंने वीडियो में यह नहीं बताया कि वह कितने सप्ताह की गर्भावस्था में गर्भपात पर रोक लगाने के पक्ष में हैं। उन्होंने गर्भपात पर राष्ट्रीय प्रतिबंध का समर्थन करने से इनकार किया।
ट्रंप ने वीडियो में एक बार फिर ‘रो बनाम वेड’ फैसला पलटने के उच्चतम न्यायालय के निर्णय के लिए श्रेय लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह गर्भपात कराने के संवैधानिक अधिकार को खत्म करने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति हैं।
बहरहाल, उन्होंने तीन अपवादों - बलात्कार, अनाचार और मां की जान खतरे में होने पर गर्भपात कराने का समर्थन किया। (एपी)
कराची, 8 अप्रैल । पाकिस्तान के कराची में एक सेशन कोर्ट ने एक दुर्लभ सजा सुनाते हुए एक व्यक्ति को 80 कोड़े मारने का आदेश दिया है। अदालत ने उस व्यक्ति को अपनी पत्नी पर व्यभिचार का झूठा आरोप लगाकर अपनी बेटी को अपनाने से इनकार करने का दोषी पाया था।
अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश मालिर शेहनाज बोह्यो ने आरोपी फरीद कादिर को कम से कम 80 कोड़े मारने की सजा सुनाई। आदेश में कहा गया है, "जो कोई भी कज़फ़ के लिए उत्तरदायी होगा, उसे 80 कोड़े मारने की सजा दी जाएगी।"
अदालत ने यह भी फैसला सुनाया कि दोषसिद्धि के बाद फरीद कादिर द्वारा प्रदान किए गए साक्ष्य किसी भी अदालत में स्वीकार्य नहीं होंगे।
मामले के विवरण के अनुसार, फरीद कादिर (दोषी) की पूर्व पत्नी ने अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि उसकी शादी फरवरी 2015 में हुई थी और वह कम से कम एक महीने तक फरीद के साथ रही थी। दिसंबर 2015 में फरीद की पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया।
फरीद की पूर्व पत्नी ने कहा, “मेरे पति (फ़रीद) भरण-पोषण देने या मुझे और हमारी नवजात बेटी को अपने घर वापस ले जाने में भी विफल रहे। मैंने पारिवारिक न्यायालय में मामला दायर किया और मेरे पक्ष में डिक्री प्राप्त हुई। अदालत ने फरीद को अपनी बेटी और मेरे (फरीद की पूर्व पत्नी) के भरण-पोषण की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।'
“लेकिन मेरे पति ने कार्यवाही के दौरान अदालत में दो आवेदन प्रस्तुत किए, जिसमें बच्ची के लिए डीएनए परीक्षण और अपनी बेटी को अस्वीकार करने की मांग की गई। ये आवेदन बाद में फरीद द्वारा वापस ले लिए गए।”
दूसरी ओर, आरोपी फरीद ने अपनी पूर्व पत्नी द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उसकी पत्नी ने उसके साथ केवल छह घंटे बिताए थे।
उसने कहा, “मैं और मेरी पत्नी केवल छह घंटे ही साथ रहे। फिर वह घर से चली गई और कभी वापस नहीं लौटी।''
पाकिस्तान में 80 कोड़े मारने की सजा एक ऐसी सजा है जो 70 के दशक के जिया उल हक के दौर के बाद नहीं देखी गई है।
अभियोजक सायरा बानो ने कहा, "वकील के रूप में अपनी पिछले 14 वर्षों की सेवा के दौरान मैंने क़फ़्ज़ अध्यादेश की धारा-7 के तहत कोड़े मारने की कोई सजा नहीं देखी है।"
उन्होंने कहा, "कोड़े मारने की यह सजा दशकों में शारीरिक दंड के रूप में अपनी तरह की पहली घटना हो सकती है।"
(आईएएनएस)
हरारे, 8 अप्रैल मोजाम्बिक के उत्तरी तट पर रविवार को एक अस्थायी नौका पलट जाने से उसमें सवार बच्चों समेत 90 से अधिक लोगों की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी।
स्थानीय ऑनलाइन प्रसारणकर्ता ‘टीवी डियारियो नामपुला’ की खबर के अनुसार, नाव में उसकी क्षमता से अधिक लोग सवार थे।
उसने बताया कि नौका में 130 लोग सवार थे और डूबने वालों में कई बच्चे थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नौका देश के उत्तर में स्थित नामपुला प्रांत के लुंगा से मोजाम्बिक द्वीप जा रही थी और तभी वह पलट गई।
ऐसा बताया जा रहा है कि कई लोग अब भी लापता है। बचाव प्रयास सोमवार को भी जारी रहा।
‘टीवी डायरियो नामपुला’ की खबर के अनुसार, कुछ लोग एक मेले में भाग लेने के लिए यात्रा कर रहे थे, जबकि अन्य लोग ‘‘हैजा के संक्रमण से बचने के लिए लुंगा से मोजाम्बिक द्वीप जाने की कोशिश कर रहे थे।’’
अन्य समाचार रिपोर्ट में नामपुला प्रांत के राज्य सचिव जैमे नेटो के हवाले से कहा गया कि कथित हैजा फैलने के बारे में गलत सूचना के कारण लोग घबरा गए और भागने की कोशिश में नाव पर चढ़ गए। यह नौका आमतौर पर मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल की जाती थी।
मोजाम्बिक और उसके पड़ोसी दक्षिण अफ्रीकी देशों जिम्बाब्वे और मलावी हालिया महीनों में हैजा के प्रकोप से प्रभावित हुए हैं।
मोजाम्बिक के कई स्थानों तक केवल नौकाओं के जरिए ही पहुंचा जा सकता है और इन नौकाओं में अकसर क्षमता से अधिक लोग सवार रहते हैं। देश में सड़क नेटवर्क खराब है और कुछ क्षेत्रों तक जमीन या हवाई मार्ग से पहुंचा नहीं जा सकता। (एपी)
डेनवर (अमेरिका), 8 अप्रैल अमेरिका में साउथवेस्ट एयरलाइन के एक विमान के उड़ान भरने के दौरान उसके इंजन का कवर निकलकर “विंग फ्लैप” में फंस गया जिसके बाद विमान को कोलोरैडो राज्य के डेनवर लौटना पड़ा। संघीय विमानन प्रशासन ने यह जानकारी दी।
साउथवेस्ट एयरलाइन ने एक बयान में बताया कि बोइंग 737 विमान सुरक्षित रूप से उतर गया और ह्यूस्टन जा रहे यात्रियों को दूसरे विमान में सवार कराया गया है।
बयान के मुताबिक, विमानन कंपनी ने कहा है कि उसके रखरखाव दल विमान का परीक्षण कर रहे हैं।
एयरलाइन के विमान में इस हफ्ते दूसरी बार खराबी आई है। पिछले बृहस्पतिवार को उसकी टेक्सास से रवाना होने वाली उड़ान को, विमान के इंजन में आग लगने की सूचना के बाद रद्द करना पड़ा था। टेक्सास में लब्बॉक के दमकल विभाग ने पुष्टि की है कि विमान के दो में से एक इंजन में आग लगी थी।
संघीय विमानन प्रशासन दोनों घटनाओं की जांच कर रहा है। दोनों विमान 737-800एस हैं जो 737 मैक्स से पुराना मॉडल है। (एपी)
मेस्क्वाइट (अमेरिका), 8 अप्रैल मेक्सिको से अमेरिका और कनाडा तक फैले एक संकरे गलियारे में लाखों दर्शक सोमवार को होने वाली खगोलीय घटना -पूर्ण सूर्य ग्रहण- का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं, जबकि पूर्वानुमानकर्ताओं ने बादल छाए रहने की आशंका जाहिर की है।
वर्मोंट और मेन के साथ-साथ न्यू ब्रंसविक और न्यूफाउंडलैंड में ग्रहण के अंत में सबसे अच्छे मौसम की उम्मीद है।
ऐसे में उत्तरी अमेरिका में, ग्रहण देखने वालों की अब तक की सबसे बड़ी भीड़ जुटने की उम्मीद है। घनी आबादी वाले रास्ते, टेक्सास और अन्य पसंदीदा स्थानों में दोपहर में चार मिनट तक अंधेरा छाए रहने की उम्मीद आकर्षण का बड़ा कारण है।
राष्ट्रीय मौसम सेवा के मौसम विज्ञानी एलेक्सा मेन्स ने रविवार को क्लीवलैंड के ‘ग्रेट लेक्स साइंस सेंटर’ में बताया, “बादल छाए रहना पूर्वानुमान लगाने में सबसे कठिन चीजों में से एक है। कम से कम, बर्फबारी नहीं होगी।”
डलास के बाहर एक ट्रेलर रिसॉर्ट में रह रहे गोथम (इंग्लैंड) के क्रिस लोमास ने कहा, “यह सिर्फ अन्य लोगों के साथ अनुभव साझा करने के बारे में है।” बदली छाई रहेगी या धूप खिलेगी इस अनिश्चितता ने रोमांच को और बढ़ा दिया है।
पूर्ण सूर्य ग्रहण करीब चार मिनट 28 सेकंड तक रहेगा। सात साल पहले अमेरिका के तटीय क्षेत्र में दिखे सूर्य ग्रहण के नजारे से इस बार यह लगभग दोगुना ज्यादा समय तक दिखेगा। अमेरिका में इस तरह का अगला सूर्यग्रहण इसके बाद करीब 21 साल बाद नजर आएगा। (एपी)
वाशिंगटन, 8 अप्रैल अमेरिकी राजधानी में ऐतिहासिक राष्ट्रीय स्मारक और लिंकन स्मारक से लेकर ईस्ट कोस्ट में प्रतिष्ठित गोल्डन ब्रिज तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सैकड़ों समर्थकों ने आगामी लोकसभा चुनावों में उनकी जीत के लिए रैलियां कीं और भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के 400 से ज्यादा सीट जीतने की उम्मीद जताई।
‘ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी (ओएफबीजेपी) यूएसए’ द्वारा रविवार को ‘मोदी का परिवार मार्च’ रैलियों का आयोजन किया गया था।
एक मीडिया विज्ञप्ति में रविवार को कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी के दोबारा चुनाव और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भारत में आगामी लोकसभा चुनावों में 400 से अधिक सीटें जीतने के समर्थन में 16 से अधिक शहरों में प्रमुख स्थानों पर रैलियां आयोजित की गईं।
ओएफबीजेपी-यूएसए के अध्यक्ष अदापा प्रसाद ने कहा, “भारत के विभिन्न राज्यों, कश्मीर से केरल और महाराष्ट्र से लेकर पूर्व का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय अमेरिकी समुदाय के सदस्य अमेरिका के 16 से अधिक शहरों में प्रमुख स्थानों पर ‘मोदी का परिवार’ के रूप में मार्च करने के लिए जुटे।”
सैन फ्रांसिस्को, ह्यूस्टन और अटलांटा सहित 16 शहरों में मार्च आयोजित किए गए।
सैन फ्रांसिस्को से सचिन्द्र नाथ ने कहा कि मार्च ने मोदी के नेतृत्व के प्रति गहरे सम्मान और एकजुटता और आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में “अबकी बार 400 पार” की सामूहिक आकांक्षा को प्रदर्शित किया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी आयु वर्ग के प्रतिभागी मोदी और भारत के लिए उनके दृष्टिकोण के प्रति अपना अटूट समर्थन व्यक्त करने के लिए एकत्र हुए। (भाषा)
यरुशलम, 8 अप्रैल। इजराइल की सेना ने रविवार को घोषणा की कि उसने गाजा के दक्षिणी शहर खान यूनुस से अपने सैनिक वापस बुलाए हैं।
इजराइल ने खान यूनुस में हमास के चरमपंथियों के खिलाफ जमीनी हमले के अपने चरण को पूरा कर लिया है और अपने सैनिकों को वापस बुलाया है।
लेकिन रक्षा अधिकारियों ने कहा कि सैनिकों को खान यूनुस से बुलाकर पुनः एकत्रित किया जा रहा है क्योंकि सेना हमास के आखिरी गढ़ रफह में घुसने की तैयारी कर रही है।
सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी ने कहा, “ गाज़ा में जंग जारी है और हम अभी रुकने नहीं वाले हैं।”
स्थानीय प्रसारक ‘चैनल 13 टीवी’ ने बताया कि इजराइल रफह को खाली कराने की तैयारी कर रहा है और इस प्रक्रिया में कई महीने लग सकते हैं।
सैन्य अधिकारियों ने कहा कि लक्षित अभियानों को जारी रखने के लिए गाज़ा में अच्छी खासी संख्या में सैनिक रहेंगे जिनमें हमास के गढ़ और समूह के नेता याह्या सिनवार का गृहनगर खान यूनुस भी शामिल है।
खान यूनुस की ‘एसोसिएटेड प्रेस’ की रविवार की वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग लौट आए हैं।
इजराइल रफह के आसपास जमीनी हमला करने की बात कई हफ्तों से कह रहा है। वहां 14 लाख आबादी रह रही है। इसका इजराइल के शीर्ष सहयोगी अमेरिका ने विरोध किया है।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने रविवार को रफह हमले पर अमेरिका के विरोध को दोहराया और समाचार चैनल ‘एबीसी’ से कहा कि अमेरिका का मानना है कि इज़राइल के सैनिकों की आंशिक वापसी "वास्तव में इन सैनिकों के आराम के लिए है जो चार महीने से जमीन पर हैं। (एपी)
कीव, 8 अप्रैल। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रोसी ने रविवार को कहा कि रूस-नियंत्रित जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के छह परमाणु रिएक्टर में से एक पर किए गए ड्रोन हमले के कारण ‘‘बड़ी परमाणु दुर्घटना होने का खतरा काफी बढ़ गया है।’’
ग्रोसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक बयान में इस बात की पुष्टि की कि जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र की मुख्य रिएक्टर नियंत्रण संरचनाओं पर कम से कम तीन प्रत्यक्ष हमले हुए।
उन्होंने कहा कि नवंबर 2022 के बाद यह पहला ऐसा हमला था, तब उन्होंने रेडियोलॉजी संबंधी गंभीर परमाणु दुर्घटना से बचने के लिए पांच बुनियादी सिद्धांत निर्धारित किए थे।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण (एआईईए) ने एक अलग बयान जारी कर एक रिएक्टर समेत संयंत्र पर ड्रोन हमलों का असर होने की पुष्टि की।
एआईईए ने कहा, ‘‘इकाई छह में हुई क्षति के कारण परमाणु सुरक्षा को खतरा पैदा नहीं हुआ, लेकिन यह एक गंभीर घटना है जिससे रिएक्टर की रोकथाम प्रणाली के कमजोर होने की आशंका है।’’
रूस के नियंत्रण वाले जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के अधिकारियों ने कहा है कि रविवार को यूक्रेन की सेना के ड्रोन से संयंत्र पर हमले किए गए जिनमें संयंत्र की छठी विद्युत इकाई के गुंबद पर किया गया हमला भी शामिल है।
संयंत्र के अधिकारियों ने कहा था कि इस घटना में कोई बड़ी क्षति नहीं हुई और कोई हताहत भी नहीं हुआ तथा हमले के बाद संयंत्र में विकिरण का स्तर सामान्य बना रहा लेकिन बाद में रविवार को रूसी परमाणु एजेंसी ‘रोसाटॉम’ ने कहा कि ‘‘अप्रत्याशित ड्रोन हमलों’’ में तीन लोग घायल हो गए।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने रविवार को कहा था कि उसके विशेषज्ञों को ड्रोन हमले की सूचना दी गई है।
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख राफेल मरियानो ग्रोसी ने इस तरह के हमलों की वजह से सुरक्षा को होने वाले खतरों को लेकर चेताया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मैं इस तरह की कार्रवाइयों से बचने का अनुरोध करता हूं जो आईएईए के सिद्धांतों के खिलाफ हैं और परमाणु सुरक्षा को प्रभावित करती हैं।’’ (एपी)
क्वेटा, 7 अप्रैल। दक्षिणपश्चिम पाकिस्तान में एक मोटरसाइकिल पर लगाए बम में विस्फोट से दो लोगों की मौत हो गयी तथा पांच अन्य घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा को पड़ोसी सिंध प्रांत में कराची शहर से जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग पर स्थित खुजदर में रविवार को हुए इस विस्फोट की अभी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
पुलिस उपायुक्त मोहम्मद आरिफ जरकोन ने बताया कि घायलों में एक महिला और दो पुलिस अधिकारी शामिल हैं। (एपी)
हमास के लड़ाकों की तरफ से ग़ज़ा की सीमा से सटे इसराइल के इलाक़ों पर हमले के आज छह महीने पूरे हो गए हैं. इस हमले के बाद ही ग़ज़ा पर इसराइल की ओर से हमलों की शुरुआत की गई थी.
छह महीने पूरे होने के मौक़े पर इसराइली सेना ने बीबीसी को बताया है कि उसकी सेना फिर से संगठित हो रही है और युद्ध के अगले चरण की तैयारी कर रही है.
इसराइली सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल पीटर लर्नर ने कहा, "यह युद्ध का एक और चरण है."
इससे पहले ख़बर आई कि इसराइल ने दक्षिणी ग़ज़ा की ज़मीन पर लड़ रहे अपने सभी सैनिकों को वहां से वापस बुला लिया है.
लर्नर ने बताया कि इसराइली सेना की मुहिम 'लगातार बदल' रही है. उन्होंने कहा, "यह युद्ध ख़त्म नहीं हुआ है. युद्ध तभी ख़त्म हो सकता है जब वे (बंधक) घर आ जाएं और हमास ख़त्म हो जाए."
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि इसराइली सेना ने ग़ज़ा के ख़ान यूनिस क्षेत्र में अपना मिशन पूरा कर लिया है.
उनके अनुसार, "सैनिकों की संख्या में गिरावट है, लेकिन अभी और भी ऑपरेशन करने की ज़रूरत है. रफ़ाह साफ़ तौर पर हमास का एक गढ़ है. हमें हमास की क्षमता जहां कहीं भी हों, उसे ख़त्म करने की ज़रूरत है."
इस बीच इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि वे जीत से बस एक क़दम दूर हैं.
उन्होंने यह भी कहा है कि बिना बंधकों की रिहाई के ग़ज़ा में हो रहे इस युद्ध को नहीं रोका जाएगा. (bbc.com/hindi)
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु वॉचडॉग संस्था ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन के ज़ापोरिज़िया पावर प्लांट पर हुए एक नए ड्रोन हमले से एक "बड़ी परमाणु दुर्घटना" का खतरा बढ़ गया है.
रूस का कहना है कि यूक्रेन इस हमले के पीछे है जिसमें तीन लोगों की मौत हुई है. यूक्रेन ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है.
छह रिएक्टरों वाला ये प्लांट रूस के कब्ज़े में है और रूस-यूक्रेन संघर्ष की फ्रंटलाइन पर है.
संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) बार-बार ऐसे हमलों के खिलाफ चेतावनी देती रही है.
आईएईए प्रमुख राफ़ेल ग्रॉसी ने कहा कि रविवार का ड्रोन हमला "लापरवाही के साथ बिना प्लांट को ध्यान में रखे हुए" किया गया और अब "परमाणु सुरक्षा का ख़तरा मंडरा रहा है."
दक्षिणी यूक्रेन में स्थित ज़ापोरिज़िया परमाणु प्लांट यूरोप का सबसे बड़ा प्लांट है.
साल 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद ही रूस ने इस पर कब्ज़ा कर लिया था.
आईएईए की एक टीम जो ज़ापोरिज़िया में मौजूद है उसने एक रिएक्टर सहित प्लांट पर "ड्रोन हमलों के असर" की पुष्टि की है.
प्लांट पर रूसी-स्थापित प्रशासन ने कहा कि रेडिएशन का स्तर सामान्य है और कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ है.
आईएईए ने भी कहा है कि न्यूक्लियर सुरक्षा में अभी कोई समझौता नहीं हुआ है, लेकिन चेतावनी दी है कि "इस घटना से रिएक्टर कमज़ोर ज़रूर हुए हैं जिससे गंभीर खतरा पैदा हुआ है.” (bbc.com/hindi)
इस्लामाबाद, 7 अप्रैल । पाकिस्तान में सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग ऑपरेशनों में कम से कम 10 आतंकवादियों को मार गिराया। मीडिया ने शनिवार को अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान और उत्तरी वजीरिस्तान जिलों में खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन चलाया।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि पहले ऑपरेशन में "धुआंधार गोलीबारी के बाद आठ आतंकवादी मारे गए"। उन्होंने कहा कि ये आतंकवादी गतिविधियों के साथ-साथ निर्दोष नागरिकों की हत्या में भी सक्रिय रूप से शामिल थे।
आईएसपीआर के बयान में यह भी उल्लेख किया गया है कि ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी बरामद किए गए।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, आईएसपीआर ने आगे कहा कि उत्तरी वजीरिस्तान में दूसरा ऑपरेशन भी चलाया गया।
रिपोर्ट में कहा गया, "इस ऑपरेशन के दौरान दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। उनके पास से हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी बरामद किए गए।"
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सफल ऑपरेशन के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की है।
(आईएएनएस)
गाजा, 7 अप्रैल। इजराइली सेना ने घोषणा की है कि गाजा पट्टी पर उसके हवाई हमलों में हमास का एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी मारा गया है।
आईडीएफ के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि इजराइली रक्षा बलों और शिन बेट सुरक्षा सेवा ने गाजा और इजराइली क्षेत्रों पर हमलेे की योजना बना रहे हमास के अधिकारी को मार डाला।
उन्होंने बताया कि मारा गया अकरम अब्दुल रहमान हुसैन सलामा हमास में कई उच्च पदों पर था।
बयान में कहा गया है कि इजराइली सेना और इजराइली क्षेत्रों पर बड़े हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए उसकी तलाश की जा रही थी।
(आईएएनएस)
लंदन, 7 अप्रैल । तूफान कैथलीन यूनाइटेड किंगडम में कहर बरपा रहा है। इसके चलते ब्रिटेन की दर्जनों उड़ानें रद्द कर दी गईं। एडिनबर्ग, बेलफास्ट, मैनचेस्टर और बर्मिंघम में हज़ारों यात्री फंस गए।
मौसम कार्यालय ने इंग्लैंड के अलावा आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के कुछ हिस्सों के लिए चेतावनी जारी की है। बताया गया है कि ख़राब मौसम के चलते ब्रिटेन के हवाई अड्डों पर प्रस्थान करने वाली और पहुंचने वाली 130 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं।
तूफान के कारण पूरे ब्रिटेन में तापमान भी बढ़ गया, जिसके रविवार तक बने रहने की आशंका है।
स्कॉटलैंड में उड़ानों के अलावा रेल और नौका सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
पर्यावरण एजेंसी ने 14 अलर्ट जारी किये हैं, जहां बाढ़ का खतरा है। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, मौसम कार्यालय ने चेतावनी दी है कि समुद्र से उठने वाली लहरें तटों, तटीय सड़कों और मकानों तक आ सकती हैं, जिससे जान माल का नुकसान हो सकता है।
(आईएएनएस)
काहिरा, 7 अप्रैल। इजराइल की सेना ने शनिवार को कहा कि उसने गाजा में बंधक बनाए गए 47 वर्षीय किसान का शव बरामद किया है।
हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजराइल के किसी नागरिक का शव ऐसे वक्त में बरामद किया गया है जब वार्ताकार इजराइल और हमास के बीच छह माह से जारी युद्ध को रोकने तथा शेष बंधकों को रिहा कराने के लिए रविवार को दूसरे दौर की बातचीत की तैयारी कर रहे हैं।
इजराइल की सेना ने कहा कि उसे एलाद कात्जिर का शव मिला है और माना जाता है कि उसकी हत्या जनवरी में ‘इस्लामी जिहाद’ के चरमपंथियों ने की थी। हमास के चरमपंथी सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में घुस गए थे और उनके हमले में 1,200 से अधिक लोग मारे गए थे।
हमास ने इस हमले के बाद इजराइल के कम से कम 250 लोगों को बंधक बना लिया था। किसान कात्जिर को सीमावर्ती नीर ओज़ से अगवा किया गया था।
इस शव के मिलने से इजराइल की सरकार पर बंधकों को मुक्त कराने के लिए समझौता करने का दबाव बढ़ गया है। हजारों लोग तेल अवीव में एकत्र हुए और उन्होंने बंधकों को रिहा कराने के लिए शीघ्र कोई समझौता करने और मध्यावधि चुनाव कराने की मांग की।
अब तक कम से कम 36 बंधकों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि बंधक बनाए गए कुल लोगों में से आधों को रिहा कर दिया गया है।
कात्जिर की बहन कार्मित ने एक बयान में कहा,‘‘अगर वक्त पर कोई समझौता हो जाता तो उन्हें बचाया जा सकता था। हमारा नेतृत्व कायर है और राजनीतिक विचारों से प्रेरित है, इसीलिए कोई समझौता नहीं हुआ।’’
मिस्र के एक अधिकारी और मिस्र के सरकारी स्वामित्व वाले अल काहिरा टीवी के अनुसार युद्धविराम के लिए वार्ता रविवार को फिर से शुरू होगी। (एपी)
डोराल (अमेरिका), 7 अप्रैल। अमेरिका के मियामी में शनिवार तड़के एक बार में हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई जबकि सात अन्य जख्मी हो गए।
जांचकर्ताओं ने बताया कि फ्लोरिडा के डोराल के मार्टिनी बार में तड़के करीब साढ़े तीन बजे कुछ लोगों के बीच झगड़ा हो गया।
‘मियामी-डाडे पुलिस डिटेक्टिव’ अल्वारो ज़बलेटा ने कहा कि जब एक सुरक्षाकर्मी ने दखल दिया तो एक व्यक्ति ने पिस्तौल निकाली और सुरक्षाकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी।
वहां सुरक्षा में तैनात दो पुलिस अधिकारियों ने जवाबी गोलीबारी की जिसमें एक बंदूकधारी मारा गया। डोराल के पुलिस प्रमुख एडविन लोपेज़ ने पत्रकारों को बताया कि गोलीबारी में एक अधिकारी की जांघ पर गोली लगी।
अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी में छह राहगीर भी जख्मी हो गए जिनमें चार व्यक्ति और दो महिलाएं शामिल हैं।
डब्ल्यूटीवीजे-टीवी की खबर के मुताबिक, जख्मी पुलिस अधिकारी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
ज़बलेटा ने बताया कि छह राहगीर अब भी अस्पताल में है जिनमें से दो की हालत नाज़ुक है।
लोपेज़ ने बाद में ‘मियामी हेराल्ड’ को बताया कि दो अधिकारी और शुरुआती हमलावर के पास ही बंदूकें थीं।
उन्होंने कहा कि फ्लोरिडा का कानून प्रवर्तन विभाग गोलीबारी की घटना की जांच कर रहा है, जबकि मियामी-डाडे पुलिस दो लोगों की मौत की घटना की छानबीन कर रही है।
मारे गए बंदूकधारी और सुरक्षाकर्मी की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
इसराइल की सेना ने कहा है कि ग़ज़ा पट्टी के ख़ान यूनिस शहर में रात भर की कार्रवाई के बाद बंधक बनाकर ग़ज़ा ले जाए गए एक शख़्स का शव उसने बरामद किया है.
एलाद कात्ज़िर नाम के इस शख़्स को हमास के लड़ाके पिछले साल 7 अक्टूबर को दक्षिणी इसराइल के किबुत्ज़ निर ओज़ से बंधक बनाकर ग़ज़ा पट्टी ले गए थे.
इसराइल की सेना (आईडीएफ) और इसराइल सिक्योरिटीज अथॉरिटी (आईएसए) ने कहा है कि बरामद किए गए शव को इसराइल वापस लाया गया है.
चिकित्सा अधिकारियों ने शव की पहचान करके परिजनों को सूचित कर दिया है.
आईडीएफ और आईएसए ने अपने संयुक्त बयान में कहा, "अपहृत एलाद कात्ज़िर का शव को रात में ख़ान यूनिस से बरामद करके इसराइली क्षेत्र में लाया गया. ख़ुफ़िया जानकारी के अनुसार, इस्लामिक जिहाद नामक आतंकवादी संगठन ने बंधक बने रहने के दौरान इनकी हत्या कर थी."
बयान के अनुसार, 'सटीक' ख़ुफ़िया जानकारी का उपयोग करके उनके शव को ढूंढा गया.
47 साल के एलाद कात्ज़िर को उनकी 77 साल की मां हन्ना के साथ अपहरण किया गया था. (bbc.com/hindi)
शनिवार को हमास के कब्ज़े में रहे इलहाद काट्ज़ीर का शव बरामद किए जाने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और दसियों हज़ार लोग इसराइल की सड़कों पर उतर पड़े.
काट्ज़ीर की बहन कार्मिट पाल्टी काट्ज़ीर ने सोशल मीडिया पोस्ट में अपने भाई की मौत के लिए इसराइली प्रशासन को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि अगर संघर्ष विराम पर नया समझौता हुआ होता तो उनके भाई ज़िंदा होते.
इसराइली पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू के विरोधियों का दावा है कि एक लाख लोगों ने तेल अवीव समेत देश के 50 जगहों पर प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारी नेतन्याहू के तुरंत इस्तीफ़े और चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे थे.
रविवार को ग़ज़ा युद्ध के ठीक छह महीने पूरे हो रहे हैं लेकिन बीते साल सात अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान ग़ज़ा ले जाए गए इसराइली बंधकों को अभी तक नहीं छुड़ाया जा सका है.
इलहाद का जनवरी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो सकुशल दिखाई दे रहे हैं. माना जा रहा है कि वो किसी तरह तीन महीने तक सुरक्षित बचे रहे थे.
शनिवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के साथ बंधक बनाए गए लोगों के परिजन भी शामिल हुए.
अभी हमास के कब्ज़े में इसराइल के कम से कम 130 बंधक हैं. इसराइली प्रदर्शनकारी इन बंधकों को छुड़ाने के लिए जल्द से जल्द बंधक समझौता करने पर ज़ोर दे रहे हैं.
हालांकि अगले दौर की समझौता वार्ता काहिरा में होनी है और इसमें हमास और इसराइल के प्रतिनिधियों समेत सीआईए के डायरेक्टर बिल बर्न्स और क़तर के पीएम मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी भी शामिल होंगे.
सात अक्टूबर के बाद पहली बार बीते सप्ताह इसराइल में नेतन्याहू के ख़िलाफ़ ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन शुरू हुए. ग़ज़ा युद्ध के प्रति नेतन्याहू के नज़रिए से लोगों में भारी गुस्सा पनप रहा है. (bbc.com/hindi)
पेशावर, 6 अप्रैल। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक वाहन पर घात लगाकर किए गए आतंकवादी हमले में पुलिस उपाधीक्षक और कांस्टेबल की मौत हो गई। स्थानीय पुलिस ने यह जानकारी दी।
आतंकवादियों ने यहां से लगभग 190 किलोमीटर दूर प्रांत के लक्की मरवत जिले के मंजीवाला चौक के निकट पुलिस वाहन पर हमला किया, जिसमें डीएसपी गुल मोहम्मद खान और कांस्टेबल नसीम गुल की मौत हो गई।
पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंची और बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया।
पुलिस ने कहा कि चूंकि यह क्षेत्र अफगानिस्तान सीमा के बहुत करीब है, इसलिए आतंकवादी आसानी से दूसरी ओर भाग गए।
हाल के दिनों में प्रांत के दक्षिणी जिलों में आतंकवाद हमलों में वृद्धि हुई है और आतंकवादी अक्सर पुलिस व सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं। (भाषा)
संयुक्त राष्ट्र, 6 अप्रैल । संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा में इजरायल की सैन्य रणनीति और लोगों की जान बचाने के लिए सहायता वितरण में बदलाव का आह्वान किया है।
एंटोनियो गुटेरेस ने शुक्रवार को कहा था, "इस हफ्ते वर्ल्ड सेंट्रल किचन के सात मानवीय कार्यकर्ताओं की भयावह हत्या के बाद, इजरायली सरकार ने गलतियों को स्वीकार किया है और कुछ अनुशासनात्मक उपायों की घोषणा की है। लेकिन, मूल समस्या यह नहीं है कि गलतियां किसने की। यह सैन्य रणनीति और प्रक्रियाएं हैं, जो उन गलतियों को बार-बार बढ़ने की इजाजत देती हैं।"
उन्होंने कहा कि उन विफलताओं को ठीक करने के लिए स्वतंत्र जांच और ज़मीनी स्तर पर सार्थक और मापने योग्य बदलाव की जरूरत है। गाजा संघर्ष को छह महीने होने जा रहे हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने गुटेरेस के हवाले से कहा, "गाजा में युद्ध, नागरिकों, सहायता कर्मियों, पत्रकारों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों के लिए सबसे घातक संघर्ष है। 175 से अधिक संयुक्त राष्ट्र स्टाफ सदस्यों सहित लगभग 196 मानवीय सहायता कर्मी मारे गए हैं।"
युद्ध ने आघात, तथ्यों को अस्पष्ट करने और दोष बदलने को बढ़ा दिया है। अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों को गाजा में प्रवेश से वंचित करना दुष्प्रचार और झूठे नैरेटिव को पनपने की इजाजत दे रहा है।
उन्होंने उन हत्याओं की जांच की मांग करते हुए कहा कि जांच केवल इजरायली अधिकारियों के सहयोग से की जा सकती है।
उन्होंने कहा, "196 मानवीय कार्यकर्ता मारे गए हैं। हम जानना चाहते हैं कि उनमें से हर एक को क्यों मारा गया।"
गुटेरेस ने कहा, "वर्ल्ड सेंट्रल किचन के कर्मचारियों की हत्या के बाद, संयुक्त राष्ट्र को इजरायल की सरकार ने गाजा में वितरित मानवीय सहायता में पर्याप्त बढ़ोतरी की अनुमति देने के अपने इरादे के बारे में जानकारी दी थी। मुझे पूरी उम्मीद है कि ये इरादे प्रभावी ढंग और शीघ्रता से साकार होंगे क्योंकि गाजा में स्थिति बिल्कुल निराशाजनक है।"
मानवीय स्थितियों के लिए जीवन-रक्षक सहायता के वितरण में एक वास्तविक आदर्श बदलाव के लिए एक लंबी छलांग की जरूरत होती है।
एंटोनियो गुटेरेस ने तत्काल मानवीय संघर्ष विराम, सभी बंधकों की बिना शर्त रिहाई, नागरिकों की सुरक्षा और मानवीय सहायता की निर्बाध डिलीवरी के लिए अपनी तत्काल अपील दोहराई।
(आईएएनएस)
यूक्रेन के शहर ख़ारकीएव पर हुए रूसी ड्रोन हमले में कम से कम छह लोगों की मौत हुई है.
मेयर इहोर टेरेखोव ने कहा कि शनिवार को तड़के ईरान निर्मित शाहिद ड्रोन कई इमारतों पर गिरा जिसमें कुछ अपार्टमेंट ब्लॉक भी हैं.
ख़ारकीएव रूसी सीमा का सबसे क़रीबी यूक्रेनी शहर है. हाल के दिनों में रूस ने इस पर हमले तेज़ कर दिए हैं.
यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूस इस शहर पर भविष्य में हमला कर सकता है.
टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर मेयर टेरेखोव ने बताया कि इस हमले में कम से कम 10 लोग घायल हुए हैं.
पुलिस ने बताया कि कुछ अपार्टमेंट ब्लॉक, पेट्रोल स्टेशन और प्रशासनिक भवनों और कारों को नुकसान पहुंचा है.
शुक्रवार को यूक्रेन ने रूस के छह विमानों को नष्ट करने का दावा किया था.
यूक्रेन के रक्षा सूत्रों ने बीबीसी यूक्रेनियन को बताया कि रोस्तोव क्षेत्र में हुए इस हमले में आठ अन्य विमान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं.
वहीं इस हमले में 20 सैनिकों के हताहत होने का अनुमान लगाया गया है.
रिपोर्टों के अनुसार, मोरोज़ोव्स्क एयरबेस पर यूक्रेन की लड़ाई में इस्तेमाल होने वाले सुखोई-27 और सुखोई-34 विमानों को रखा जाता है. (bbc.com/hindi)