अंतरराष्ट्रीय
तोक्यो, 29 मार्च जापान में एक के बाद एक स्वास्थ्यवर्धक उत्पादों को वापस लिए जाने के सप्ताह में शुक्रवार तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से अधिक लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
ओसाका स्थित कोबायाशी फार्मास्युटिकल कंपनी पर आरोप है कि उसे इन उत्पादों से समस्याओं के बारे में जनवरी की शुरुआत में ही पता चल गया था। लेकिन इस संबंध में सार्वजनिक रूप से पहली घोषणा 22 मार्च को की गयी।
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि कोलेस्ट्रॉल कम करने में उपयोग किये जाने वाले ‘बेनीकोजी कोलेस्टे हेल्प’ समेत कई उत्पादों का सेवन करने के बाद 114 लोगों का अस्पतालों में उपचार हो रहा है। बेनीकोजी कोलेस्टे हेल्प में बेनीकोजी नामक सामग्री मिली है जो फफूंद की लाल प्रजाति है।
इस सप्ताह की शुरुआत में मृतकों की संख्या दो थी।
उत्पाद निर्माता के अनुसार, कुछ लोगों को इन उत्पादों के सेवन के बाद किडनी में समस्या पेश आने लगी लेकिन सरकारी प्रयोगशालाओं के साथ मिलकर असल वजह का अभी पता लगाया जा रहा है।
कंपनी के अध्यक्ष अकीहिरो कोबायाशी ने लोगों की मौत होने और बीमार पड़ने को लेकर शुक्रवार को माफी मांगी।
कंपनी ने बेनीकोजी सामग्री वाले कई अन्य उत्पादों को बाजार से वापस ले लिया है। जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन उत्पादों की सूची अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित की है। इन उत्पादों में वे उत्पाद भी शामिल है जिनमें ‘फूड कलर’ के लिए बेनीकोजी का इस्तेमाल किया गया है।
मंत्रालय ने आगाह किया है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
कोबायाशी फार्मास्युटिकल वर्षों से बेनीकोजी उत्पाद बेच रही है लेकिन समस्याएं 2023 में बने उत्पादों के साथ शुरू हुई। कंपनी ने बताया कि उसने पिछले साल 18.5 टन बेनीकोजी का उत्पादन किया। (एपी)
सना, 29 मार्च । अमेरिकी सेना ने यमन में हौथी समूह द्वारा लॉन्च किए गए चार ड्रोनों को मार गिराया है। इसकी जानकारी खुद अमेरिकी सेना ने दी।
यूएस सेंट्रल कमांड (सेटकॉम) ने एक बयान में कहा, इन ड्रोनों से लाल सागर में एक अमेरिकी-ब्रिटिश गठबंधन जहाज और एक अमेरिकी युद्धपोत को निशाना बनाया गया था। यह अमेरिकी नौसैनिक जहाजों पर हमलों का दूसरा दिन है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गठबंधन ने बुधवार को लाल सागर में अमेरिकी युद्धपोत को निशाना बनाने वाले चार ड्रोनों को रोका और मार गिराया।
नवंबर 2023 से हौथी ने गाजा पट्टी में इजरायली हमलों के जवाब में लाल सागर और अदन की खाड़ी में मर्चेंट शिपिंग पर हमले शुरू कर दिए हैं।
जवाब में, अमेरिका और ब्रिटेन ने जनवरी के मध्य से यमन में हौथी ठिकानों के खिलाफ हवाई और मिसाइल हमले किए, जिससे अमेरिकी या ब्रिटिश युद्धपोतों पर भी हौथी बलों के हमले बढ़ गए हैं।
कई शिपिंग कंपनियों ने अफ्रीकी गंतव्यों तक पहुंचने के लिए लाल सागर से बचने के लिए रास्ते बदल दिए हैं।
(आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 29 मार्च । भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने को लेकर पाकिस्तान से लगातार आवाजें उठ रही हैं।
एक हफ्ते के अंदर पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार और अब पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने के प्रस्ताव पर बात की है।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने कहा कि विदेश कार्यालय भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने के प्रस्ताव की समीक्षा कर रहा है।
भारत के साथ व्यापार पर प्रतिबंधों की समीक्षा में रुचि व्यक्त करने वाले व्यापारिक समुदाय के बारे में डार के एक बयान को याद करते हुए, प्रवक्ता ने कहा, "ऐसे प्रस्तावों की जांच विदेश मंत्रालय सहित पाकिस्तान सरकार द्वारा समय-समय पर की जाती रहती है।"
प्रवक्ता ने कहा कि अभी तक इस मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।
24 मार्च को, डार ने कहा था कि भारत के साथ व्यापार पर विचार किया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में व्यापारिक समुदाय की मांग का भी जिक्र किया था।
पिछले साल दिसंबर में, पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ ने पड़ोसियों के साथ पाकिस्तान के संबंधों को बेहतर बनाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा था, "हमें भारत और अफगानिस्तान के साथ भी अपने संबंधों को बेहतर करना होगा।"
(आईएएनएस)
गाजा, 29 मार्च। गाजा पट्टी में इजराइली हमले में फिलिस्तीनी मृतकों की संख्या बढ़कर 32,552 हो गई है। यह जानकारी हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक प्रेस बयान में दी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने गुरुवार को बताया कि इजराइली सेना ने 24 घंटों के दौरान 62 फिलिस्तीनियों को मार डाला और 91 को घायल कर दिया।
मंत्रालय के अनुसार, इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा पट्टी में मरने वालों की कुल संख्या 32,552 और घायलों की 74,980 हो गई है।
पिछले साल सात अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल में हमास के हमले के जवाब में इज़राइल ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ आक्रमण शुरू किया है।
(आईएएनएस)
हेग, 29 मार्च । हेग में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने इजरायल को आदेश दिया है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए कि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी आबादी तक सभी तरह की बुनियादी सहायता पहुंचे।
आईसीजे ने गुरुवार को अपने फैसले में कहा, "इजराइल को बिना किसी देरी के संयुक्त राष्ट्र के साथ पूर्ण सहयोग से, तत्काल आवश्यक बुनियादी सेवा और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए सभी आवश्यक और प्रभावी उपाय करने चाहिए।"
इनमें पूरे गाजा में फिलिस्तीनियों के लिए भोजन, पानी, बिजली, ईंधन, आश्रय, कपड़े, स्वच्छता के साथ-साथ चिकित्सा आपूर्ति और देखभाल शामिल है।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, यह फैसला 26 जनवरी के फैसले से अलग है, जिसमें आईसीजे ने इजराइल को गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार के कृत्यों को रोकने के लिए हर संभव उपाय करने का आदेश दिया था।
29 दिसंबर 2023 को, दक्षिण अफ्रीका ने गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के संबंध में 1948 के जीनोसाइड कंवेशन के तहत इजरायल के खिलाफ कार्यवाही के लिए आईसीजे में एक आवेदन दायर किया था।
अदालत ने कहा कि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों की जिंदगी और खराब हो गई है, खास तौर से गाजा पट्टी में फिलीस्तीनियों को भोजन और अन्य बुनियादी आवश्यकताओं की लंबे समय से व्यापक कमी के कारण।
(आईएएनएस)
संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में पाया गया है कि दुनिया भर में हर दिन 1 अरब भोजन की थाली बर्बाद हो जाती है जबकि लगभग 80 करोड़ लोग भूखे रह जाते हैं.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की फूड वेस्ट इंडेक्स 2024 रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में 1.05 अरब टन भोजन बर्बाद हो गया. करीब 20 फीसदी भोजन कूड़े में फेंक दिया जाता है.
खेत में उपज से लेकर थाली तक पहुंचने तक 13 फीसदी भोजन बर्बाद हो जाता है. कुल मिलाकर उत्पादन प्रक्रिया के दौरान लगभग एक तिहाई भोजन बर्बाद हो जाता है.
खाने की बर्बादी वैश्विक त्रासदी
यूएन पर्यावरण कार्यक्रम की कार्यकारी निदेशक इंगेर ऐंडरसन ने कहा कि बाजार में उपलब्ध खाद्य उत्पादों का लगभग पांचवां हिस्सा बर्बाद हो जाता है. अधिकांश भोजन परिवारों द्वारा बर्बाद कर दिया जाता है.
उन्होंने खाने की इस बर्बादी को वैश्विक त्रासदी करार दिया. ऐंडरसन ने कहा, "भोजन की बर्बादी एक वैश्विक त्रासदी है. दुनिया भर में भोजन की बर्बादी के कारण आज लाखों लोग भूखे हैं. यह समस्या न केवल वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डालती है, बल्कि जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के नुकसान पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है.
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में सबसे अधिक भोजन घरों में बर्बाद होता है, जिसकी वार्षिक मात्रा 63.1 करोड़ टन है. यह बर्बाद हुए कुल भोजन का लगभग 60 प्रतिशत है. भोजन बर्बादी की मात्रा, खाद्य सेवा क्षेत्र में 29 करोड़ टन और फुटकर सेक्टर में 13.1 करोड़ टन है.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में हर व्यक्ति सालाना औसतन 79 किलो खाना बर्बाद करता है. यह दुनिया के हर भूखे व्यक्ति को प्रतिदिन 1.3 आहार के बराबर है.
अमीर और गरीब देशों की समस्या एक जैसी
यूएनईपी 2021 से भोजन की बर्बादी की निगरानी कर रहा है. उसका कहना है कि समस्या अमीर देशों तक सीमित नहीं है. अनुमान है कि उच्च, उच्च मध्यम और निम्न मध्यम आय वाले देशों के बीच प्रति व्यक्ति वार्षिक खाद्य अपशिष्ट दर में केवल सात किलोग्राम का अंतर है.
शहरी और ग्रामीण आबादी के बीच भोजन की बर्बादी की दर में महत्वपूर्ण अंतर देखा गया है. उदाहरण के लिए मध्यम आय वाले देशों में ग्रामीण आबादी अपेक्षाकृत कम भोजन बर्बाद करती है. इसका एक संभावित कारण यह है कि गांवों में बचा हुआ भोजन जानवरों को खिलाया जाता है और उर्वरक के रूप में भी उपयोग किया जाता है.
रिपोर्ट भोजन की बर्बादी को सीमित करने के प्रयासों में सुधार करने और शहरों में उर्वरक के रूप में इसके उपयोग को बढ़ाने की सिफारिश करती है.
संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों के तहत दुनिया का लक्ष्य 2030 तक बर्बाद होने वाले भोजन की मात्रा को आधा करना है. (dw.com)
बाल्टीमोर, 29 मार्च। बाल्टीमोर बंदरगाह से बड़े जहाजों का परिचालन करने वाले विशेषज्ञ पायलटों को विभिन्न मानदंडों का ध्यान रखना पड़ता है।
इस सप्ताह बाल्टीमोर पुल हादसे के बाद पायलटों की अत्यधिक विशिष्ट भूमिका सामने आई है जिसमें कोई पायलट अस्थायी रूप से अपने नियमित कप्तान से जहाज का नियंत्रण लेता है।
सोमवार देर रात लगभग 1.25 बजे दो पायलट मालवाहक जहाज ‘डाली’ का नियंत्रण संभाल रहे थे, तभी इसमें बिजली चली गई और कुछ ही मिनट बाद यह ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ के एक खंभे से टकरा गया, जिससे पुल ढह गया और छह निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई।
यह घटना निस्संदेह जहाज और बंदरगाह सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में बड़े सवाल उठाती है, लेकिन अब तक इस बात का कोई संकेत नहीं है कि ‘डाली’ पर सवार पायलटों ने तत्काल स्थिति से निपटने के लिए कुछ भी गलत किया।
जहाज ने आपदा संदेश भेजा था जिसके बाद अधिकारियों को पुल पर यातायात बंद करने के लिए पर्याप्त समय मिल गया और संभवतः और अधिक मौत होने से रोका जा सका।
एपी वैभव मनीषा मनीषा 2903 1111 बाल्टीमोर(एपी)
नयी दिल्ली, 29 मार्च। वैश्विक ताप वृद्धि के कारण ग्रीनलैंड और अंटार्कटिका में बर्फ पिघलने से पृथ्वी की घूर्णन गति में कमी आ रही है जिससे दुनियाभर के समय पर असर पड़ रहा है।
एक नए अध्ययन में यह पाया गया है कि इसके कारण सार्व निर्देशांकित काल (कोऑर्डिनेटेड यूनिवर्सल टाइम... यूटीसी) में से एक सेकंड कम करने की आवश्यकता पड़ सकती है।
अध्ययन के लेखक डंकन एग्न्यू ने बताया कि चूंकि पृथ्वी हमेशा एक ही गति से नहीं घूमती इसलिए यूटीसी में भिन्नता पायी जाती है।
उन्होंने बताया कि 1972 के बाद से ही सभी भिन्नताओं में एक ‘लीप सेकंड’ जोड़ने की आवश्यकता है क्योंकि कम्प्यूटिंग और वित्तीय बाजार जैसी कई नेटवर्क संबंधी गतिविधियों में यूटीसी द्वारा उपलब्ध संगत, मानकीकृत और सटीक समय की आवश्यकता होती है।
पृथ्वी के घूर्णन की धीमी गति की भरपाई करने और यूटीसी को सौर समय के साथ समकालिक बनाए रखने के लिए समन्वित सार्वभौमिक समय में एक अंतराल सेकंड जोड़ा जाता है जिसे ‘लीप सेकंड’ कहते हैं।
एग्न्यू अमेरिका के सैन डिएगो में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में ‘स्क्रिप्स इंस्टीट्यूशन ऑफ ओशनोग्राफी’ में भूभौतिकविज्ञानी हैं। उनका अध्ययन पत्रिका ‘नेचर’ में प्रकाशित हुआ है।
उन्होंने पाया कि हाल के दशकों में पृथ्वी की घूर्णन गति तेज होने के परिणामस्वरूप यूटीसी में कम लीप सेकंड जोड़ने की आवश्यकता होती है।
एग्न्यू ने यह भी पाया कि ग्रीनलैंड और अंटार्कटिका में बर्फ के पिघलने में तेजी आने के कारण पृथ्वी की घूर्णन गति पहले के मुकाबले और तेज हुई है तथा उन्होंने अनुमान जताया कि 2029 तक ‘लीप सेकंड’ कम करने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक ताप वृद्धि और वैश्विक समय ‘‘अभिन्न रूप से जुड़े’’ हुए हैं तथा भविष्य में ऐसा और अधिक हो सकता है। (भाषा)
(क्लेयर डिक्स, हेलेन ट्रुबी और स्टेला बॉयड-फोर्ड, क्वींसलैंड विश्वविद्यालय)
क्वींसलैंड, 29 मार्च। ईस्टर चॉकलेट का समय है। दुकानें सभी आकार प्रकार के शानदार ढंग से पैक और चमकदार चॉकलेट से भरी हुई हैं, जिससे बच्चों के साथ सुपरमार्केट की तरफ जाना पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है।
इस बीच बच्चों को हर मोड़ पर दोस्तों, रिश्तेदारों और ईस्टर बनी (या बिल्बी) से चॉकलेट अंडे मिल रहे हैं।
लेकिन इससे माता-पिता के लिए अपने बच्चों के चॉकलेट सेवन का प्रबंधन करना बहुत मुश्किल हो सकता है।
चॉकलेट में क्या है?
चॉकलेट के संभावित स्वास्थ्य लाभ हैं। कोको बीन्स वसा, विटामिन, खनिज और फेनोलिक यौगिकों (या फाइटोकेमिकल्स) से भरपूर होते हैं जो रक्तचाप को कम करते हैं।
लेकिन इन फेनोलिक यौगिकों का स्वाद इतना कड़वा होता है कि वे कच्चे कोको को लगभग अखाद्य बना देते हैं। और यहीं पर खाद्य प्रसंस्करण कदम रखता है।
मिल्क चॉकलेट बनाने के लिए चीनी, दूध वसा और अन्य सामग्री मिलाई जाती है - इस्तेमाल की जाने वाली कोको की मात्रा कम होती है। ‘‘व्हाइट चॉकलेट’’ तक आते आते तो कोको बिलकुल ही खत्म हो जाता है।
कुल मिलाकर, चॉकलेट के स्वास्थ्य लाभों पर किए गए अध्ययन इस बात के बहुत कमजोर सबूत दिखाते हैं कि चॉकलेट हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छी है।
यदि कोई लाभ है, तो वह कोको (और फाइटोकेमिकल्स) के उच्च अनुपात के साथ बहुत गहरे, कड़वे चॉकलेट से आता है, जो बच्चों को पसंद नहीं आता है। डार्क चॉकलेट कभी-कभी वयस्कों को ‘‘मूड बूस्ट’’ देती है क्योंकि इसमें कैफीन होता है।
बच्चों को कितनी चॉकलेट खानी चाहिए?
सभी प्रकार की चॉकलेट को ‘‘विवेकाधीन’’ खाद्य पदार्थों के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जैसे बिस्कुट, केक और शर्करा युक्त पेय। इसका मतलब यह है कि उन्हें उपहार माना जाना चाहिए।
एक मोटे दिशानिर्देश के रूप में, दो से तीन वर्ष की आयु के बच्चों को प्रति दिन विवेकाधीन भोजन की एक से अधिक खुराक नहीं देनी चाहिए और बड़े बच्चों को प्रति दिन तीन खुराक तक देनी चाहिए। इसे ‘‘चॉकलेट’’ पर लागू करें तो, चॉकलेट की एक सर्विंग 25-30 ग्राम होगी। एक औसत खोखले चॉकलेट ईस्टर अंडे का वजन लगभग 100 ग्राम होता है।
लेकिन बच्चों को उपहार के रूप में कुछ चॉकलेट देना ठीक है। यदि बच्चे अपने पसंदीदा खाने का आनंद लेते हैं या ईस्टर की छुट्टियों में कुछ अतिरिक्त चॉकलेट खाते हैं, तो वे चीनी के दीवाने नहीं होंगे।
यदि बच्चे दिन भर में केवल चॉकलेट खाते हैं, तो इससे शुगर की समस्या हो सकती है और सोते समय बच्चे भूखे और चिड़चिड़े हो सकते हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप चॉकलेट अंडे देने से पहले वास्तविक भोजन से उनका पेट भर दें।
बच्चों को चॉकलेट नहीं देनी चाहिए क्योंकि इससे वे अत्यधिक मीठे स्वाद के प्रति संवेदनशील हो जाएंगे। लेकिन छह महीने से अधिक उम्र वाले लोग उबले हुए ‘‘असली अंडे’’ के साथ आनंद में शामिल हो सकते हैं।
आप ईस्टर उत्सव का प्रबंधन कैसे कर सकते हैं?
अपने बच्चों के लिए भोजन की योजना बनाते समय, कुछ चीजें हैं जो आप चॉकलेट का प्रबंधन करने के लिए कर सकते हैं: यदि आप अंडे और बन्नी खरीद रहे हैं, तो उत्पादों के वजन की तुलना करें ताकि आपको अपने बच्चे की उम्र के लिए उपयुक्त सर्विंग आकार चुनने में मदद मिल सके।
छोटे, एक-एक की पैकिंग वाले अंडे की तलाश करें। पहले से लपेटे गए छोटे हिस्से माता-पिता को चॉकलेट को ‘‘खराब भोजन’’ के रूप में प्रदर्शित किए बिना समय के साथ उपभोग को प्रबंधित करने में मदद करते हैं।
ईस्टर पर घर में प्रवेश करने वाली चॉकलेट की भारी मात्रा को कम करने के लिए परिवार के सदस्यों को किताब या गेम जैसे वैकल्पिक उपहार खरीदने के लिए कहें,
याद रखें कि बन्नीज़ गाजर भी खाते हैं! चॉकलेट खाने से पहले उन्हें स्वादिष्ट स्नैक्स दें ताकि उन्हें चॉकलेट से पहले आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।
द कन्वरसेशन एकता एकता एकता 2903 1057 क्वींसलैंड(द कन्वरसेशन)
(योषिता सिंह)
संयुक्त राष्ट्र, 29 मार्च। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें ‘‘उम्मीद’’ है कि भारत तथा किसी भी अन्य देश में, जहां चुनाव हो रहे हैं, लोगों के ‘‘राजनीतिक और नागरिक अधिकारों’’ की रक्षा की जाएगी और हर कोई एक ‘‘स्वतंत्र व निष्पक्ष’’ माहौल में मतदान कर पाएगा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और विपक्षी दल कांग्रेस के बैंक खातों से लेनदेन पर रोक के मद्देनजर भारत में आगामी राष्ट्रीय चुनाव से पहले राजनीतिक स्थिति पर एक सवाल के जवाब में बृहस्पतिवार को ये टिप्पणियां कीं।
दुजारिक ने बृहस्पतिवार को एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमें बहुत ज्यादा उम्मीद है कि भारत तथा किसी भी अन्य देश में जहां चुनाव होने जा रहे हैं, वहां हर किसी के अधिकारों की रक्षा की जाएगी, जिनमें राजनीतिक और नागरिक अधिकार शामिल हैं। तथा हर कोई स्वतंत्र व निष्पक्ष माहौल में मतदान कर पाएगा।’’
संयुक्त राष्ट्र की इस प्रतिक्रिया से एक दिन पहले अमेरिका ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी तथा कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों से लेनदेन पर रोक लगाये जाने के ऐसे ही सवाल पर प्रतिक्रिया दी थी।
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर की गईं कुछ टिप्पणियों के विरोध में अमेरिका के एक वरिष्ठ राजनयिक को भारत द्वारा तलब किये जाने के कुछ घंटे बाद बुधवार को वाशिंगटन ने दोहराया था कि वह निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध कानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करता है।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा था, ‘‘मैं किसी निजी राजनयिक बातचीत के बारे में बात नहीं करने जा रहा हूं, लेकिन निश्चित रूप से, हमने सार्वजनिक रूप से जो कहा है, वही मैंने यहां से कहा है कि हम निष्पक्ष, पारदर्शी, समयबद्ध कानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करते हैं। हमें नहीं लगता कि किसी को इस पर आपत्ति होनी चाहिए। यही बात हम निजी तौर पर स्पष्ट कर देंगे।’’
नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने अमेरिकी दूतावास की कार्यवाहक उपप्रमुख ग्लोरिया बरबेना को तलब किया था। यह बैठक 30 मिनट से अधिक समय तक चली थी।
भारत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर की गई अमेरिकी विदेश विभाग की टिप्पणी को ‘अनुचित’ करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा था कि उसे अपनी स्वतंत्र और मजबूत लोकतांत्रिक संस्थाओं पर गर्व है और वह इन्हें किसी भी प्रकार के अनावश्यक बाहरी प्रभाव से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आबकारी नीति ‘घोटाले’ से जुड़े धन शोधन मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। (भाषा)
जेरूसलम, 28 मार्च । इजराइली-अमेरिकी संज्ञानात्मक मनोवैज्ञानिक और अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता डैनियल काह्नमैन का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
इज़राइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने बुधवार को एक बयान में कहा, "हमने बेहद प्रतिभाशाली लोगों में से एक को खो दिया है।" उन्होंने कहा कि काह्नमैन के शोध ने मानवता के समझने के तरीके को बदल दिया है, हमें उन पर बहुत गर्व है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने इजराइली राष्ट्रपति के हवाले से कहा,"काह्नमैन की मौत के बाद भी मानवता की भलाई के लिए किए गए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।"
गौरतलब है कि अनिश्चित परिस्थितियों में निर्णय लेने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए काह्नमैन को 2002 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
काह्नमैन यरूशलेम के हिब्रू विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ रेशनलिटी के फेलो, विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के सदस्य और कई प्रमुख अमेरिकी विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर और शोधकर्ता थे।
(आईएएनएस)
रॉकफोर्ड (अमेरिका), 28 मार्च। अमेरिका के उत्तरी इलिनोइस में चाकू से हमले की एक घटना में चार लोगों की मौत हो गई और सात अन्य जख्मी हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
रॉकफोर्ड पुलिस प्रमुख कार्ला रेड ने बताया कि 22 वर्षीय संदिग्ध पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि घायलों में शामिल एक शख्स की हालत नाजुक है।
रेड ने पत्रकारों से कहा, “इस समय मेरी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ है।”
उन्होंने कहा कि रॉकफोर्ड पुलिस को स्थानीय समयनुसार बुधवार दोपहर 1.14 बजे पहली फोन कॉल आई थी जिसके बाद कई और लोगों ने कॉल की।
पुलिस प्रमुख ने कहा कि फिलहाल अन्य किसी पर घटना में शामिल होने का शक नहीं है और “हमें संदिग्ध के इरादे के बारे में अभी जानकारी नहीं है कि उसने ऐसा जघन्य अपराध क्यों किया।”
रॉकफोर्ड पुलिस ने शुरू में बताया था कि घटना में पांच लोग जख्मी हुए हैं, लेकिन विन्नेबागो काउंटी शेरिफ कार्यालय में जनसंपर्क अधिकारी कोरी हिलियार्ड ने शाम में बताया कि कुल सात लोग घायल हुए हैं।
अधिकारी के अनुसार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि चौथे ने अस्पताल में दम तोड़ा।
पुलिस ने बताया कि मृतकों में 15 वर्षीय एक लड़की, 63 वर्षीय महिला, 49 वर्षीय पुरुष और 22 वर्षीय एक युवक शामिल है। चारों की पहचान उजागर नहीं की गई है।
इस घटना से कुछ दिन पहले रॉकफोर्ड में स्थित वॉलमार्ट में एक किशोर कर्मचारी की स्टोर के अंदर चाकू घोंप कर हत्या कर दी गई थी।
रॉकफोर्ड के मेयर टॉम मैकनमारा ने कहा, “आज, हम अपने समुदाय के निर्दोष सदस्यों के खिलाफ हिंसा के एक और भयानक कृत्य से स्तब्ध हैं।”
उन्होंने कहा, “अब जबकि संदिग्ध हिरासत में है, तो हमारी प्राथमिक चिंता यह सुनिश्चित करने की है कि इस हिंसा से सीधे प्रभावित लोगों की मदद की जाए।"
एपी नोमान वैभव वैभव 2803 0905 रॉकफोर्ड (एपी)
(अदिति खन्ना)
लंदन, 27 मार्च (भाषा)। ब्रिटेन के लंदन उच्च न्यायालय ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ऋण घोटाले के आरोपी और हीरा कारोबारी नीरव मोदी द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे और एक ट्रस्ट के स्वामित्व वाले यहां स्थित आलीशान फ्लैट को बुधवार को बेचने की अनुमति दे दी। हालांकि, इसकी बिक्री 52.5 लाख ब्रिटिश पौंड से कम दाम पर नहीं बेची जा सकेगी।
न्यायमूर्ति मास्टर जेम्स ब्राइटवेल ने सुनवाई की अध्यक्षत की इसमें दक्षिण-पूर्व लंदन की थेमसाइड जेल में बंद 52 वर्षीय भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने ऑनलाइन माध्यम से हिस्सा लिया। अदालत ने ट्रस्ट की सभी ‘देनदारियों’ को चुकाने के बाद 103 मैराथन हाउस की बिक्री से प्राप्त आय को एक सुरक्षित खाते में रखने के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध को स्वीकार कर लिया।
ट्राइडेंट ट्रस्ट कंपनी (सिंगापुर) पीटीई लिमिटेड ने मध्य लंदन के मैरीलेबोन क्षेत्र में स्थित अपार्टमेंट संपत्ति बेचने की अनुमति देने का अुनरोध कर रही थी जबकि ईडी का तर्क था कि ट्रस्ट की संपत्ति पंजाब नेशनल बैंक में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी से हुई आय से खरीदी गई है और इस मामले में नीरव प्रत्यर्पण कार्यवाही का सामना कर रहा है।
मास्टर ब्राइटवेल ने फैसला दिया, ‘‘मैं संतुष्ट हूं कि संपत्ति को 52.5 लाख पौंड या उससे अधिक में बेचने की अनुमति देना एक उचित निर्णय है।’’उन्होंने ट्रस्ट निर्माण से संबंधित ईडी की अन्य आपत्तियों पर भी संज्ञान लिया, जिन पर मामले के इस चरण में कार्रवाई नहीं की गई।
ईडी की ओर से पेश हुए बैरिस्टर हरीश साल्वे ने अदालत को बताया कि वे सैद्धांतिक रूप से उन उपक्रमों के आधार पर बिक्री के लिए सहमत हुए हैं जो अंतिम लाभार्थी के हितों की रक्षा करते हैं, जो कि भारतीय करदाता हो सकते है।
फ्रांस के प्रधानमंत्री का कहना है कि उस छात्रा के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी, जिसने कुछ दिनों पहले अपने हेडमास्टर पर झूठे आरोप लगाए थे.
अपने आरोप में छात्रा ने दावा किया था कि हेडस्कार्फ पहनने को लेकर हेडमास्टर से हुई बहस के बीच उसके साथ हिंसा की गई. हेडमास्टर ने उस पार हाथ उठाए.
छात्रा के इस आरोप के बाद हेडमास्टर को ऑनलाइन ट्रोलिंग और जान से मारने की धमकियों का सामना करना पड़ा.
नतीजतन उन्होंने स्कूल से इस्तीफ़ा दे दिया.
हेडमास्टर का कहना था कि वो केवल फ्रांस के क़ानून का हवाला देते हुए छात्रा से अपना हेडस्कार्फ हटाने को कह रहे थे.
बाद में इस मामले में हुई जांच में छात्रा के ख़िलाफ़ किसी प्रकार की हिंसा के कोई सबूत नहीं मिले हैं.
जिसके बाद देश के प्रधानमंत्री ने तय किया है कि छात्रा को कोर्ट में अपने झूठे आरोपों के लिए पेश किया जाना चाहिए.
मार्च 2004 में फ्रांस में एक क़ानून लाया गया था जिसके तहत स्कूलों में छात्रों की धार्मिक मान्यताओं को दिखाने वाले परिधान पहनने पर रोक लगा दी गई थी.
भारतीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा है कि इसराइल-फ़लस्तीन के बीच जारी संघर्ष में जो भी सही या ग़लत हो, तथ्य यही है कि फ़लस्तीनियों को उनके हक़ और मातृभूमि से वंचित रखा गया है.
उन्होंने कहा, ''सात अक्तूबर को जो हुआ वो एक 'आतंकवादी हमला' था, दूसरी ओर, निर्दोष नागरिकों की मौत को भी कोई बर्दाश्त नहीं करेगा. जवाबी कार्रवाई करने को आप सही ठहरा सकते हैं, लेकिन कार्रवाई का ये तरीक़ा नहीं हो सकता. जवाबी कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के तहत ही की जानी चाहिए.''
जयशंकर ग़ज़ा में जारी इसारइली कार्रवाई की ओर इशारा कर रहे थे. उन्होंने ये सारी बातें अपने मलेशिया दौरे के दौरान कही हैं. भारत हमेशा से इसराइल-फ़लस्तीन विवाद को सुलझाने के लिए टू-नेशन समाधान का समर्थन करता रहा है. यानी कि फ़लस्तीनियों के लिए एक अलग संप्रभु मुल्क हो.
जयशंकर का ये बयान तब आया है, जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ग़ज़ा में युद्धविराम का प्रस्ताव पास किया है. इस वजह से इसराइल अमेरिका से ख़फ़ा है. मोदी सरकार की छवि इसराइल के दोस्त के रूप में है लेकिन जयशंकर का बयान इसराइल को तीखा लग सकता है. (bbc.com/hindi)
अमेरिका के बाल्टीमोर शहर में हुए हादसे के बाद जारी रिकवरी अभियान में अमेरिकी पुलिस ने दो शव बरामद किए हैं.
दोनों शव पानी में 25 फुट नीचे एक लाल पिकअप ट्रक में फंसे पाए गए हैं.
शवों की पहचान बाल्टीमोर के 35 वर्षीय एलेजांद्रो हर्नांडेज़ फ़्यूएंटेस और डंडालक के 26 वर्षीय डोरलियन कैस्टिलो कैबरेरा के रूप में की गई है.
अमेरिकी कोस्ट गार्ड के अधिकारी उन सभी 6 श्रमिकों के शव की तलाश कर रहे हैं, जिन्हें मृत घोषित किया जा चुका है.
ये सभी श्रमिक हादसे के वक़्त पुल पर गड्ढों को भरने के काम में जुटे थे और जहाज़ के पुल से टकराने के बाद पानी में गिर गए थे.
मालवाहक जहाज़ से डेटा रिकॉर्डर भी बरामद किया गया है. जांचकर्ताओं को उम्मीद है कि इससे हादसे के बारे में और जानकारियां सामने आएंगी. (bbc.com/hindi)
इम्फाल, 27 मार्च । मणिपुर के शीर्ष आदिवासी संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने मंगलवार को कुकी-ज़ो समुदाय के आदिवासियों से बाहरी मणिपुर लोकसभा (एसटी) सीट पर चुनाव न लड़ने, मगर वोट डालने के लिए कहा।
इसने कुकी-ज़ो लोगों और गांव के स्वयंसेवकों से लोकसभा चुनाव से पहले अपने लाइसेंसी हथियार जमा करने के राज्य सरकार के आदेशों का पालन नहीं करने को भी कहा।
आईटीएलएफ के अध्यक्ष पागिन हाओकिप और सचिव मुआन टोम्बिंग ने एक संयुक्त बयान में कहा, "भारतीय नागरिक के रूप में हम अपने समुदाय के सदस्यों को सलाह देते हैं कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान करके अपने मताधिकार का उपयोग करें, लेकिन बाहरी मणिपुर संसद सीट के लिए चुनाव लड़ने से बचें।"
उन्होंने कहा कि घटक जनजातियों के साथ परामर्श के बाद यह निर्णय लिया गया।
कांग्रेस ने पूर्व विधायक अल्फ्रेड कन्नगम एस. आर्थर को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट पर कचुई टिमोथी जिमिक को उम्मीदवार बनाया है। ये दोनों तांगखुल नागा समुदाय से हैं।
आर्थर मणिपुर में कांग्रेस के नेतृत्व वाले 10-पार्टी गठबंधन के सर्वसम्मत उम्मीदवार हैं, जबकि ज़िमिक एक सेवानिवृत्त भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी हैं। सत्तारूढ़ भाजपा ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह एनपीएफ उम्मीदवार का समर्थन करेगी।
हथियारों पर आईटीएलएफ का निर्देश तब आया, जब चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए मणिपुर के 16 जिलों के जिला मजिस्ट्रेटों ने आदेश जारी कर सभी लाइसेंस प्राप्त बंदूक मालिकों को इस महीने तक अपने हथियार निकटतम पुलिस स्टेशनों में जमा करने के लिए कहा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चुनाव के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।
(आईएएनएस)
मॉस्को, 27 मार्च । रूस की राजधानी मॉस्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में हाल ही में घातक आतंकी हमला हुआ था। इसके बाद रूसी सांसद देश में मौत की सजा पर लगी रोक हटाने पर विचार कर रहे हैं।
रूस की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख लियोनिद स्लटस्की ने मंगलवार को स्टेट ड्यूमा या संसद के निचले सदन के पूर्ण सत्र में आतंकवादी हमले के संदिग्धों का जिक्र करते हुए कहा, ''आज इन दरिंदों के लिए फांसी की सजा के अलावा कोई और सजा नहीं है।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संसद के स्पीकर व्याचेस्लाव वोलोडिन ने मौत की सजा और प्रवासन नीति के उपयोग के संबंध में कानून का विश्लेषण करने के लिए एक अंतर-गुटीय कार्य समूह बनाने का प्रस्ताव रखा।
राज्य ड्यूमा समिति के अध्यक्ष पावेल क्रशेनिनिकोव ने कहा कि समिति मौत की सजा पर रोक के विभिन्न प्रस्तावों और विधेयकों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। लेकिन ऐसे फैसले लेते समय धैर्य रखना महत्वपूर्ण है।
वर्तमान कानून के अनुसार, रूस में मृत्युदंड (मौत की सजा) वैध है। हालांकि, 1996 में देश के यूरोप परिषद में शामिल होने के बाद मृत्युदंड पर रोक लगा दी गई थी। रूस की संवैधानिक अदालत ने 1999 में मृत्युदंड पर प्रतिबंध लगाया था।
ज्ञात हो कि मॉस्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में बीते शुक्रवार को आतंकियों ने फायरिंग की थी। रूसी जांच समिति ने कहा कि आतंकवादी हमले में कम से कम 139 लोग मारे गए।
(आईएएनएस)
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क, 27 मार्च। अमेरिका में भारतीय दूतावास ने मैरीलैंड राज्य के बाल्टीमोर में एक मालवाहक जहाज के एक प्रमुख पुल से टकराने और इसके चलते पुल के नदी में गिरने की घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना’ बताया है। पोत का प्रबंधन 22 सदस्यीय भारतीय चालक दल कर रहा था।
इस घटना से पूर्वोत्तर अमेरिका में सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाहों में से एक पर कामकाज ठप हो गया। घटना में छह लोगों के मारे जाने की आशंका है।
यह पोत सोमवार देर रात 2.6 किलोमीटर लंबे ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ के एक खंभे से जब टकराया। तब पुल से कई गाड़ियां गुज़र रही थीं। कंटेनर के टकराने के बाद पुल टूट कर नदी में गिर गया।
इस दौरान जहाज में आग लग गई और उसमें से काला धुआं निकलने लगा। किसी ने इस घटना का एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि सिंगापुर का झंडा लगे पोत ‘डली’ में ‘बिजली संबंधी’ समस्या थी और इसके पुल से टकराने से कुछ क्षण पहले परेशानी में होने का संदेश भेजा गया था।
अमेरिका में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “बाल्टीमोर में ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना।”
उसने कहा कि दूतावास ने उन भारतीय नागरिकों के लिए एक समर्पित हॉटलाइन बनाई है जो इस घटना के कारण प्रभावित हुए हो सकते हैं या उन्हें सहायता की आवश्यकता है। दूतावास जहाज के चालक दल के संबंध में विवरण का पता लगा रहा है।
मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर ने भी संवाददाताओं से कहा कि मालवाहक जहाज के चालक दल ने पोत के पुल से टकराने से पहले अधिकारियों को "बिजली संबंधी समस्या" के बारे में सचेत किया था जिससे पुल पर यातायात को सीमित किया जा सका।
मूर ने कहा, "ये लोग नायक हैं। उन्होंने कल रात लोगों की जान बचाई।"
पोत का प्रबंधन करने वाली ‘सिनर्जी मरीन ग्रुप’ ने एक बयान में कहा कि ‘डली’ पोत पर चालक दल के 22 सदस्य थे और सभी भारतीय थे।
बयान में कहा गया है कि दो पायलट समेत चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं और किसी को कोई चोट नहीं आई है। बयान में यह भी कहा गया है कि घटना की वजह से कोई प्रदूषण नहीं फैला है।
समूह ने बयान में कहा कि जहाज सोमवार को स्थानीय समयानुसार रात लगभग 1:30 बजे बाल्टीमोर के ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ के एक खंभे से टकरा गया।
पोत जब पुल से टकराया उस वक्त उस पर निर्माण दल के श्रमिक गड्ढे भरने का काम कर रहे थे। बचाव कर्मियों ने नदी में से दो लोगों को निकाला है और छह कर्मी अब भी लापता हैं।
इन लापता श्रमिकों में ग्वाटेमाला, होंडुरास और मैक्सिको के नागरिक शामिल हैं।
पूरे दिन खोज और बचाव अभियान के बाद, अमेरिकी तट रक्षक के रियर एडमिरल शैनन गिलरेथ कहा कि बल अभियान को निलंबित कर रहा है क्योंकि शेष श्रमिकों के जीवित पाए जाने की संभावना नहीं है।
तटरक्षक बल ने स्थानीय समयानुसार मंगलवार शाम 7:30 बजे अपना खोज और बचाव अभियान निलंबित कर दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने व्हाइट हाउस में कहा, "जहाज पर सवार कर्मियों ने मैरीलैंड परिवहन विभाग को सचेत कर दिया कि उन्होंने अपने पोत से नियंत्रण खो दिया है...परिणामस्वरूप, स्थानीय अधिकारी पुल के ढहने से पहले उसे यातायात के लिए बंद कर पाए जिससे निस्संदेह लोगों की जान बची।”
बाइडन ने कहा कि वह आपात स्थिति के मद्देनजर आवश्यक संघीय संसाधन भेज रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम मिलकर उस बंदरगाह का पुनर्निर्माण करेंगे।”
उन्होंने कहा कि यह एक भयानक दुर्घटना थी।
राष्ट्रपति ने कहा, "इस समय, हमारे पास यह मानने के लिए कोई संकेत नहीं है कि यह जानबूझकर किया गया कृत्य था।"
इस पोत का मालिकाना हक ग्रेस ओशन प्राइवेट लिमिटेड के पास है। यह बाल्टीमोर से कोलंबो जा रहा था।
बाइडन ने कहा कि बाल्टीमोर बंदरगाह देश के सबसे बड़े नौ-परिवहन केंद्रों में से एक है।
यह पुल 1977 में खोला गया था और यह पटाप्सको नदी पर बना है जो एक महत्वपूर्ण जलमार्ग है।
मैरीलैंड जिले के लिए अमेरिकी अटॉर्नी एरेक बैरोन ने कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं है जो यह संकेत करता हो कि पुल के ढहने का आतंकवाद से कोई संबंध है। (भाषा)
बाल्टीमोर (अमेरिका), 27 मार्च। अमेरिका में मैरीलैंड के बाल्टीमोर में सोमवार देर रात एक मालवाहक जहाज के एक प्रमुख पुल से टकराने और इसके चलते पुल के नदी में गिरने के बाद लापता हुए सभी छह लोगों को मृत मान लिया गया है और उनकी तलाश के अभियान को अगले दिन तक के लिए रोक दिया गया।
मैरीलैंड के गवर्नर ने बताया कि पोत के चालक दल के सदस्यों ने ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ से टकराने से पहले चेतावनी संदेश जारी किया था जिसकी वजह से अधिकारियों को पुल पर वाहनों की संख्या को सीमित करने में मदद मिली।
जहाज पुल के एक खंभे से टकरा गया, जिससे ढांचा देखते ही देखते कुछ ही सैकंड में नदी में गिर गया। इस दौरान जहाज में आग लग गई और उसमें से काला धुआं निकलने लगा। किसी ने इस घटना का एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
मैरीलैंड राज्य पुलिस के अधीक्षक कर्नल रोलैंड एल बटलर जूनियर ने मंगलवार शाम को बताया कि लापता लोगों की तलाश रोक दी गई है और गोताखोर बुधवार सुबह छह बजे मौके पर फिर आएंगे और तब तक नदी में रात की चुनौतीपूर्ण स्थितियों में सुधार हो जाएगा। (एपी)
अमेरिकी प्रांत मैरीलैंड के बाल्टीमोर शहर में जहाज़ से टकराने के बाद हुए पुल हादसे से जुड़े बचाव अभियान को अब रोक दिया गया है. अमेरिकी कोस्ट गार्ड के अधिकारियों ने छह लापता श्रमिकों को मृत मान लिया है.
माना जा रहा था कि हादसे के व़क्त ये सभी पुल पर गड्ढों को भरने के काम में जुटे थे और जहाज़ के पुल से टकराने के बाद पानी में गिर गए थे.
ये सभी लापता हैं और परिस्थितियों को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि वो शायद ही जीवित होंगे.
अमेरिकी कोस्ट गार्ड के अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे समय बीत रहा है, बचाव कार्य मुश्किल होता जा रहा है.
एक अधिकारी ने बताया है कि पानी का तापमान और तैर रहे जहाज़ के मालवों के कारण रिकवरी प्रक्रिया काफ़ी चुनौतीपूर्ण हो गई है. (bbc.com/hindi)
इसराइल-हमास संघर्ष को लेकर सुरक्षा परिषद में सोमवार को पारित हुए प्रस्ताव के बावजूद ग़ज़ा पट्टी में तनाव का माहौल बरकरार है.
सुरक्षा परिषद ने इस प्रस्ताव में दोनों ही पक्षों से संघर्ष विराम का आह्वान किया है.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इसराइली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी शहर रफ़ाह पर एक बार फिर से बमबारी की है.
ख़ान यूनिस और ग़ज़ा सिटी के अस्पतालों के आस-पास गोला-बारी जारी है. अल-शिफ़ा अस्पताल के पास मौजूद फ़लस्तीनियों का कहना है कि वहां लगातार बमबारी हो रही है और सड़कों पर शव बिखरे हुए हैं.
ग़ज़ा पट्टी से लगे इसराइली शहरों में रॉकेट हमले की चेतावनी वाले सायरन की आवाज़ें सुनी गई हैं.
सुरक्षा परिषद के वोट के कुछ घंटों बाद हमास ने कहा है कि वो संघर्ष विराम की अपनी वास्तविक मांग पर कायम है.
हमास की मांग में ग़ज़ा पट्टी से इसराइल सैनिकों को हटाए जाने और विस्थापित फलस्तीनियों की वापसी का मुद्दा भी शामिल है.
इसराइल ने इसे 'यथार्थ से परे' बताया है. (bbc.com/hindi)
मलेशिया के एक लोकप्रिय डिपार्टमेंटल स्टोर केके सुपरमार्ट के मालिक के ख़िलाफ़ 'अल्लाह' के नाम वाली जुराबें (मोज़े) बेचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
कंपनी में निदेशक पद पर कार्यरत चीनी नागरिक चाय की कीन और उनकी पत्नी लोह सीव मोई पर 'लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने' का आरोप लगाया गया है.
हालांकि, केके सुपरमार्ट और इन जुराबों के सप्लायर शिन जियानचांग ने इसके लिए माफ़ी मांगी है और इन जुराबों को बाज़ार से हटा दिया है.
मलेशिया के क़ानून के अनुसार, दुकानदार अगर दोषी पाए गए तो उन्हें एक साल तक की जेल की सज़ा हो सकती है.
इसके बावजूद, इन जुराबों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण विवाद अभी भी जारी है. पुलिस के अनुसार, इस बारे में उन्हें क़रीब 200 शिकायतें मिली हैं.
इन जुराबों को लेकर उठा यह विवाद क़रीब दो सप्ताह पहले शुरू हुआ था. उसके बाद लोगों ने इस दुकान के बहिष्कार की अपील की थी.
मलेशिया के राजा ने की आलोचना
मलेशिया के राजा सुल्तान इब्राहिम सुल्तान इस्कंदर और अन्य नेताओं ने भी इस मामले की कड़ी आलोचना की है.
राजा ने पिछले हफ़्ते घटना की निंदा की और कहा कि ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ 'कड़ी कार्रवाई' होनी चाहिए. मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने भी इस मामले पर 'ठोस क़दम' उठाने का भरोसा दिया है.
मलेशिया का संविधान अपने नागरिकों को किसी भी धर्म का पालन करने की आज़ादी देता है.
हालांकि देश का आधिकारिक धर्म इस्लाम है. देश के क़रीब दो-तिहाई नागरिक मुसलमान हैं.
केके मार्ट मलेशिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है जिसके पूरे देश में सैकड़ों डिपार्टमेंट स्टोर हैं.
कंपनी ने अपने सप्लायर 'ज़िनजियानचांग' के ख़िलाफ़ भी मामला दायर किया है. उसने कहा है कि इन जुराबों की बिक्री से उन्हें न केवल वित्तीय नुकसान हुआ, बल्कि उनकी प्रतिष्ठा भी धूमिल हुई है. (bbc.com/hindi)
पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह प्रांत के शांगला जिले के बेशम इलाके में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी से चीनी इंजीनियरों के वाहन में टक्कर मार दी, जिससे पांच चीनी नागरिकों समेत छह लोगों की मौत हो गई.
बिशम के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चीनी इंजीनियर एक काफिले में दासू बांध की ओर जा रहे थे. शांगला जिले के बिशम इलाके में रुडकी जलग्रहण क्षेत्र में एक अन्य वाहन में सवार आत्मघाती हमलावर ने एक चीनी वाहन को टक्कर मार दी, जिससे विस्फोट हुआ और वाहन खाई में गिर गया.
रेस्क्यू 1122 कर्मियों के मुताबिक, विस्फोट के कारण वाहन में आग लग गई, जिसे बुझा दिया गया है. इसके अलावा और भी टीमें मौके पर पहुंच रही हैं.
बता दें कि यह क्षेत्र कोहिस्तान जिले और शांगला जिले की सीमा पर स्थित है और चीनी इंजीनियर इन क्षेत्रों में विभिन्न परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं.
स्थानीय पुलिस अधिकारी बख्त ज़हीर ने कहा कि चीनी टीम में चार पुरुष और एक महिला शामिल थी जबकि उनकी गाड़ी का ड्राइवर एक पाकिस्तानी नागरिक था.
उन्होंने कहा कि हमलावर ने गोला-बारूद से भरी गाड़ी को चीनी इंजीनियरों की गाड़ी से टकरा दिया. इस घटना के बाद पुलिस अधिकारियों समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया.
इससे पहले भी 2021 में दासू हाइडल पावर डैम पर काम कर रहे चीनी इंजीनियरों की गाड़ी पर हमला हुआ था जिसमें 9 चीनी इंजीनियरों समेत 12 लोगों की मौत हो गई थी. यह हमला दासू बांध पर काम कर रहे विदेशी इंजीनियरों पर भी किया गया था.
डीएसपी जुमाउर रहमान ने बीबीसी संवाददाता उस्मान जाहिद से टेलीफोन पर बात करते हुए पुष्टि की कि इस आत्मघाती हमले में पांच चीनी नागरिक और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई.
गौरतलब है कि दासू में एक बड़ा बांध है, इस इलाके पर पहले भी आतंकी हमला हो चुका है. 2021 में बस विस्फोट में 9 चीनी नागरिकों समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी.
संघीय आंतरिक मंत्री मोहसिन नक़वी विस्फोट के तुरंत बाद चीनी दूतावास गए और चीनी राजदूत से मुलाकात की. मोहसिन नक़वी ने चीनी राजदूत को विस्फोट और हताहतों की सारी जानकारी दी.
संघीय आंतरिक मंत्री मोहसिन नक़वी ने भी चीनी राजदूत को घटनास्थल पर चल रहे बचाव अभियान के बारे में जानकारी दी.
गृह मंत्री ने शांगला में 'आतंकवादी' हमले में चीनी नागरिकों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरा पाकिस्तानी राष्ट्र अपने चीनी भाइयों के दुख में शामिल है.
गृह मंत्री ने कहा कि घटना की व्यापक जांच सुनिश्चित कर इसमें शामिल तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा.
आंतरिक मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान और चीन के बीच भाईचारे के संबंधों पर हमला असहनीय है और हम इन महान द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित नहीं होने देंगे. (bbc.com/hindi)
अमेरिका के बाल्टीमोर में स्थानीय समय के अनुसार रात डेढ़ बज़े सिंगापुर का एक जहाज़ स्थानीय 'फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज' से टकरा गया. इसके कारण पुल का बड़ा हिस्सा गिर गया.
बाल्टीमोर सिटी फायर डिपार्टमेंट के प्रवक्ता केविन कार्टराइट ने बताया कि इस हादसे में बड़े पैमाने पर लोग हताहत हुए हैं.
उन्होंने अमेरिकी न्यूज़ चैनल सीबीएस न्यूज़ को बताया है कि राहत और बचाव दल के लोग घटनास्थल पर पहुंच कर पटाप्सको नदी में गिरे 20 लोगों को बचाने में जुटे हुए हैं.
उन्होंने ये भी कहा कि और जानकारी मिलने के बाद हालात के बदलने की उम्मीद है. आधिकारिक तौर पर अभी किसी के भी मरने की पुष्टि नहीं हुई है.
बाल्टीमोर फ़ायर डिपार्टमेंट के प्रवक्ता ने कहा है कि बाल्टीमोर पुल हादसे में 'कई लोगों की मौत हो सकती है.'
Breaking:
— Yuvraj Singh Mann (@yuvnique) March 26, 2024
A bridge in US city of #Baltimore has entirely collapsed into Patapsco River after being hit by a container ship.
7 people and several vehicles have fallen into the river, says Baltimore City Fire Department. The fire department says a large vessel hit a column of… pic.twitter.com/5ZRvEcoUkx
उनके अनुसार, जिस जगह यह हादसा हुआ वहां का तापमान माइनस एक डिग्री था.
दूसरी ओर, 'डाली' नामक जहाज़ को संचालित करने वाली कंपनी सिनर्जी मरीन ग्रुप ने बताया कि इस हादसे में जहाज़ के चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं. हालांकि घटना की असल वजह का अभी तक पता नहीं चल सका है. (bbc.com/hindi)