राष्ट्रीय
अयोध्या, 29 जनवरी । श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन की कतार टूटने नहीं दी है। प्राण प्रतिष्ठा से लेकर अब तक 18.75 लाख से अधिक रामभक्तों ने नव्य-भव्य मंदिर में दर्शन-पूजन कर किया है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशानिर्देश पर गठित उच्चस्तरीय कमेटी की देखरेख में श्रद्धालुओं को सुगमता के साथ दर्शन-पूजन की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दिन यानी 23 जनवरी को मंदिर के पट भक्तों के लिए खुले तो लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। रोजाना दो लाख से अधिक रामभक्त श्रीरामलला के दरबार में सुगमता पूर्वक पहुंचकर दर्शन-पूजन कर रहे हैं।
प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या नगर से लेकर मंदिर परिसर में दिनभर जय श्रीराम का जयघोष गूंज रहा है। देश-विदेश, विभिन्न राज्यों और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रीरामलला के दर्शन को पहुंच रहे हैं।
रविवार को भी करीब 3.25 लाख श्रद्धालुओं ने श्रीरामलला के दर्शन किए। प्रशासन की तरफ जारी आंकड़ों के अनुसार राम-लला प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी को- 5 लाख, 24 जनवरी को - 2.5 लाख, 25 जनवरी को - 2 लाख, 26 जनवरी को - 3.5 लाख, 27 जनवरी को - 2.5 लाख व 28 जनवरी - 3.25 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। (आईएएनएस)।
गुवाहाटी, 29 जनवरी । असम पुलिस ने खुद को सीआईडी अधिकारी बताकर गुवाहाटी में एक नाबालिग लड़की का अपहरण करने के आरोपी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान महेंद्र बोरा के रूप में हुई है।
परिवार के सदस्यों द्वारा पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, आरोपी ने खुद को सीआईडी अधिकारी बताकर नाबालिग लड़की के साथ रोमांटिक संबंध स्थापित करने की कोशिश की और बाद में उसका अपहरण कर लिया।
पीड़िता शहर के खानापारा इलाके की रहने वाली है। उसके लापता होने के बाद परिवार ने दिसपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा,“हमने एक तलाशी अभियान दर्ज किया है और हमने मोबाइल लोकेशन का पता लगाकर रविवार रात को आरोपी व्यक्ति को पकड़ लिया। लड़की को बचा लिया गया और उसके घर भेज दिया गया।”
(आईएएनएस) ।
पुडुचेरी, 29 जनवरी । पुडुचेरी में एक नारियल व्यापारी के साथ 1.35 करोड़ रुपये ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुडुचेरी के रेड्डीयारपालयम के व्यापारी स्थानीय बाजार से नारियल खरीदकर विदेशों में निर्यात करते हैं।
पुलिस अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि व्यापारी (नाम छिपाया गया) विदेशी सहित विभिन्न बाजारों में अपनी मांग को पूरा करने के लिए, थोक खरीदारी का प्रयास कर रहा था और उसने इसके लिए ऑनलाइन खोज की।
एक व्यक्ति ने व्यापारी से संपर्क किया और उसे नारियल की बड़ी मात्रा में और नियमित आपूर्ति का वादा किया।
पुडुचेरी पुलिस की साइबर विंग के अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि पिछले कुछ महीनों से व्यापारी ने उसे 1.35 करोड़ रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए, लेकिन आपूर्ति नहीं मिली। उसे संदेह हुआ और उसने ऑनलाइन 'विक्रेता' से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उससे संपर्क नहीं हुआ।
साइबर विंग पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इसके बाद व्यापारी ने पुलिस से संपर्क किया और मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने कहा कि पैसा कई खातों में स्थानांतरित किया गया था और साइबर डिवीजन इन खातों के बारे में विवरण समझने की कोशिश कर रहा है।
साइबर क्राइम पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि 1 जनवरी से अब तक ऑनलाइन जालसाजी के कारण पुडुचेरी में 582 व्यक्तियों को कुल 8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
साइबर क्राइम यूनिट ने लोगों से साइबर धोखाधड़ी का शिकार न होने और अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने और ऑनलाइन भुगतान करने में सावधानी बरतने का आग्रह किया है।
(आईएएनएस)।
विजयपुरा (कर्नाटक), 29 जनवरी । कर्नाटक के विजयपुरा जिले में सोमवार तड़के विभिन्न स्थानों पर हल्के झटके आने की सूचना मिली।
भूकंप के झटके रात 12.22 बजे और 1.20 बजे विजयपुरा शहर और बसवनबागेवाड़ी तालुक के मनागोली शहर के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.9 दर्ज की गई।
ये झटके धरती के पांच किलोमीटर अंदर से आए। भूकंप के चलते लोग अपने घरों से बाहर आ गए और पूरी रात सड़कों पर बिताई।
भूकंप के कारण घर में सामान और चीजें अस्त-व्यस्त हो गईं। क्षेत्र के लोग भूकंप के झटकों से सावधान हो गए हैं। पिछले साल उन्होंने 10 से अधिक बार भूकंप के झटके महसूस किए थे।
कर्नाटक प्राकृतिक आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीमों और जिले का दौरा करने वाली केंद्रीय एजेंसियों के विशेषज्ञों ने कहा कि भूकंप की तीव्रता कम है और चिंता की कोई जरूरत नहीं है। (आईएएनएस)।
पुणे (महाराष्ट्र), 29 जनवरी । लखनऊ निवासी एक शख्स ने गोली मारकर अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी। आरोपी को ठाणे के पास गिरफ्तार कर लिया गया और सोमवार को पुणे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
मृतका की पहचान 26 वर्षीय वंदना द्विवेदी के रूप में हुई है, जो पुणे में इंफोसिस में तकनीकी विशेषज्ञ थी। आरोपी ऋषभ निगम को रविवार देर रात नवी मुंबई (ठाणे) में एक 'नाकाबंदी' के दौरान घटना में इस्तेमाल हथियार के साथ पकड़ा गया।
पिंपरी-चिंचवड़ के सहायक पुलिस आयुक्त (वाकाड डिवीजन) विशाल हिरे ने कहा कि "हत्या के पीछे का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है।"
“हमने रविवार को मामला दर्ज कर लिया है और जांच आगे बढ़ रही है। एसीपी हिरे ने आईएएनएस को बताया, आरोपी को आज रिमांड के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।
निगम ने 27 जनवरी को हिंजवडी के लक्ष्मीनगर इलाके में एक होटल का कमरा बुक किया था, जहां वंदना द्विवेदी उससे मिलने गई थी।
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि महिला के काम के लिए पुणे चले जाने के बाद, दोनों के बीच रिश्ते खराब हो गए थे, इसके कारण शनिवार देर रात होटल के कमरे में विवाद और मारपीट हुई होगी।
पुलिस के अनुसार, गुस्से में आकर निगम ने अपनी पिस्तौल निकाली और उस पर गोलियां चलाईं, और वहां से भाग गया।
होटल के कर्मचारियों ने रविवार को महिला के खून से लथपथ शरीर को गोलियों के निशान के साथ देखा और पुलिस को सूचित किया, जिसने तुरंत जांच शुरू की और निगम को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया।
रविवार सुबह मुंबई जाते समय उसे रोका गया, उसके पास से हत्या का हथियार भी बरामद किया गया और देर रात उसे पिंपरी चिंचवड़ पुलिस को सौंप दिया गया।
निगम ने हत्या की बात कबूल कर ली है और उसे सोमवार को रिमांड के लिए पुणे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
होटल के कर्मचारियों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने गोलियां चलने की आवाज नहीं सुनी, क्योंकि 27 जनवरी को नवी मुंबई में मराठा आरक्षण आंदोलन खत्म होने के बाद आसपास के क्षेत्र में जश्न मनाया जा रहा था। (आईएएनएस)।
पुणे (महाराष्ट्र), 29 जनवरी । लखनऊ निवासी एक शख्स ने गोली मारकर अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी। आरोपी को ठाणे के पास गिरफ्तार कर लिया गया और सोमवार को पुणे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
मृतका की पहचान 26 वर्षीय वंदना द्विवेदी के रूप में हुई है, जो पुणे में इंफोसिस में तकनीकी विशेषज्ञ थी। आरोपी ऋषभ निगम को रविवार देर रात नवी मुंबई (ठाणे) में एक 'नाकाबंदी' के दौरान घटना में इस्तेमाल हथियार के साथ पकड़ा गया।
पिंपरी-चिंचवड़ के सहायक पुलिस आयुक्त (वाकाड डिवीजन) विशाल हिरे ने कहा कि "हत्या के पीछे का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है।"
“हमने रविवार को मामला दर्ज कर लिया है और जांच आगे बढ़ रही है। एसीपी हिरे ने आईएएनएस को बताया, आरोपी को आज रिमांड के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।
निगम ने 27 जनवरी को हिंजवडी के लक्ष्मीनगर इलाके में एक होटल का कमरा बुक किया था, जहां वंदना द्विवेदी उससे मिलने गई थी।
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि महिला के काम के लिए पुणे चले जाने के बाद, दोनों के बीच रिश्ते खराब हो गए थे, इसके कारण शनिवार देर रात होटल के कमरे में विवाद और मारपीट हुई होगी।
पुलिस के अनुसार, गुस्से में आकर निगम ने अपनी पिस्तौल निकाली और उस पर गोलियां चलाईं, और वहां से भाग गया।
होटल के कर्मचारियों ने रविवार को महिला के खून से लथपथ शरीर को गोलियों के निशान के साथ देखा और पुलिस को सूचित किया, जिसने तुरंत जांच शुरू की और निगम को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया।
रविवार सुबह मुंबई जाते समय उसे रोका गया, उसके पास से हत्या का हथियार भी बरामद किया गया और देर रात उसे पिंपरी चिंचवड़ पुलिस को सौंप दिया गया।
निगम ने हत्या की बात कबूल कर ली है और उसे सोमवार को रिमांड के लिए पुणे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
होटल के कर्मचारियों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने गोलियां चलने की आवाज नहीं सुनी, क्योंकि 27 जनवरी को नवी मुंबई में मराठा आरक्षण आंदोलन खत्म होने के बाद आसपास के क्षेत्र में जश्न मनाया जा रहा था। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली/रांची, 29 जनवरी । ईडी ने सोमवार सुबह सीएम हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास और झारखंड भवन में दबिश दी है। सोरेन फिलहाल दिल्ली में ही हैं। वह 27 जनवरी की शाम करीब आठ बजे चार्टर्ड प्लेन से रांची से दिल्ली गए थे। खबर है कि उन्होंने वहां ईडी की कार्रवाई को लेकर अपने वकीलों और विधि- विशेषज्ञों से कानूनी परामर्श किया है।
ईडी की इस दस्तक की खबर के साथ ही रांची में सरकार और प्रशासन अलर्ट मोड में है। सीएम आवास के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को रांची पहुंचने को कहा है।
राज्य के मुख्य सचिव एल खियांग्ते ने अफसरों की आपात बैठक बुलाई है। रांची के एसएसपी ने भी सभी थानेदारों को तलब किया है।
गौरतलब है कि बीते 25 जनवरी को ईडी ने सोरेन को दसवीं बार समन भेजकर पूछा था कि वे 29 या 31 जनवरी के बीच कब पूछताछ के लिए उपलब्ध होंगे। एजेंसी ने सोरेन से यह भी कहा था कि समन पर अगर वे नहीं उपस्थित होते हैं तो उसकी टीम खुद उनके पास पहुंचेगी।
रांची के बड़गाईं अंचल में करीब 8.46 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में ईडी ने सोरेन से बीते 20 जनवरी को उनके आवास पर करीब सात घंटे तक पूछताछ की थी। एजेंसी इसी मामले में आगे कई और बिंदुओं पर पूछताछ करना चाहती है।
बड़गाईं अंचल के जमीन घोटाले में ईडी आईएएस छवि रंजन सहित डेढ़ दर्जन लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में ईडी ने सोरेन को सबसे पहला समन भेजकर 14 अगस्त, 2023 को उपस्थित होने को कहा था। सोरेन ने इसपर लिखित जवाब दिया और समन को गैरकानूनी बताते हुए उपस्थित नहीं हुए थे।
एजेंसी ने इसके बाद भी उन्हें समन भेजना जारी रखा। सोरेन ईडी के समन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट भी गए, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली।
आखिरकार ईडी के आठवें समन पर उन्होंने बीते 20 जनवरी को पूछताछ के लिए उपलब्ध होने पर सहमति जताई थी और तब एजेंसी की टीम ने उनके आवास पहुंचकर पूछताछ की थी।
इस बीच दूसरी तरफ राजधानी रांची में सीएम आवास समेत कई अन्य स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। जगह जगह अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है। (आईएएनएस)।
हैदराबाद, 28 जनवरी । यहां शनिवार को एक युवक ने अपने आदतन शराबी पिता और उसे बचाने आए मामा की हत्या कर दी। यह जानकारी पुलिस ने दी।
घटना बाबुल रेड्डी नगर इलाके में हुई।
पुलिस के अनुसार, युवक ने अपने पिता की हत्या उस समय कर दी, जब वह परिवार के घर की बिक्री को लेकर हुए झगड़े के दौरान अपनी पत्नी की पिटाई कर रहा था। शराब का आदी लक्ष्मी नारायण (55) अपनी पत्नी और बच्चों को परेशान कर रहा था।
परिवार ने अपना घर बिक्री के लिए रखा था।
शनिवार शाम को उसने अपनी पत्नी से यह मांग करते हुए बहस की कि उसे बिक्री से प्राप्त राशि में से 20 लाख रुपये दिया जाए। जब वह नहीं मानी तो उसने उसे पीटना शुरू कर दिया।
जब उनके बेटे राकेश ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो लक्ष्मी नारायण ने उस पर भी हमला कर दिया।
इसके बाद राकेश ने उसे घर से बाहर खींच लिया और लोहे की रॉड से उस पर हमला कर दिया, राहगीर भयभीत होकर नजारा देखते रहे।
जब लक्ष्मी नारायण गंभीर रूप से घायल हो गया, तो उसके साल ने उन्हें बचाने की कोशिश की।
लक्ष्मी नारायण की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि राकेश के मामा श्रीनिवास (60) ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
पुलिस ने राकेश को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
(आईएएनएस)।
पटना, 28 जनवरी । बिहार में चर्चा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से एनडीए के साथ जाने वाले हैं। वैसे, नीतीश के लिए 'अपनों' को 'पराया' और 'पराए' को 'अपना' बनाना कोई नई बात नहीं है। नीतीश पहले भी 'सुविधानुसार' पाला बदलते रहे हैं। यही कारण है कि नीतीश के विरोधी उन्हें 'पलटीमार' कहते हैं।
इधर, नीतीश के एक बार फिर से एनडीए के साथ जाने की चर्चा है। कहा जाता है कि नीतीश अपने सुविधानुसार यू टर्न लेते रहते हैं।
गौर से देखा जाए तो नीतीश बिहार की सत्ता पर काबिज भी राजद का साथ छोड़ने के बाद हुए थे। साल 1994 में पुराने सहयोगी रहे लालू प्रसाद यादव का साथ छोड़कर नीतीश कुमार अलग हुए थे और जॉर्ज फर्नांडिस के साथ मिलकर समता पार्टी का गठन कर लिया था।
इसके बाद 1995 के चुनाव में दोनों सहयोगी यानी लालू प्रसाद और नीतीश कुमार आमने सामने हुए। लेकिन नीतीश को भारी पराजय का मुंह देखना पड़ा। ऐसी परिस्थिति में नीतीश को एक बड़े ऐसे साथी की तलाश थी, जिसके सहारे बिहार की सत्ता पर काबिज कर सकें।
वर्ष 1996 में उन्हें बिहार में कमजोर मानी जाने वाली पार्टी भाजपा का साथ मिल गया। भाजपा और समता पार्टी में गठबंधन हुआ। इसके बाद 2003 में समता पार्टी दूसरे दल जनता दल यूनाइटेड के रूप में परिवर्तित हो गई।
भाजपा और जदयू को दोस्ती कालांतर में गहरी होती जा रही थी और सफल भी होने लगी थी। इसी बीच, 2005 विधानसभा चुनाव में दोनों दलों ने मिलकर 15 साल से चल रहे राजद सरकार को उखाड़ फेंका और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए। इसके बाद दोनों की दोस्ती 17 सालों तक चली।
इसी बीच, जब केंद्र में भाजपा ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को बतौर प्रधानमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया तो यह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नागवार गुजरा और भाजपा को पराया कर राजद के साथ हो लिए। हालांकि लोकसभा चुनाव में जदयू को करारी हार हुई।
वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा से हार चुके नीतीश कुमार ने साल 2015 में पुराने सहयोगी लालू यादव की राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ा और यह गठबंधन विजयी हुआ और नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बन गए।
लेकिन, 'अपना' बना राजद बहुत दिनों तक नीतीश का 'अपना ' बन कर नहीं रह सका और 2017 में नीतीश ने अपने पुराने साथी भाजपा के पास लौट आए और नीतीश फिर से सीएम बन गए।
इसके बाद जदयू ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव और 2020 बिहार विधानसभा चुनाव एनडीए के साथ लड़ा। अगस्त, 2022 में नीतीश कुमार ने फिर से भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए से नाता तोड़ लिया और महागठबंधन के साथ होकर मुख्यमंत्री बन गए।
भाजपा के एक नेता ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि नीतीश कुमार सही अर्थ में सत्ता की कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इनके पास न नीति है, न सिद्धांत। इनकी महत्वकांक्षा पीएम बनने की रही थी, जब वह पूरी नहीं हुई तो फिर से पलटी मारने की तैयारी में हैं। (आईएएनएस)।
मुजफ्फरनगर 28 जनवरी | उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली थाना पुलिस ने एक जुए के रैकेट का भंडाफोड़ किया, जिसमें 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से जुआ सामग्री बरामद की गई। यह जानकारी पुलिस अधिकारी ने रविवार को दी।आरोपियों की पहचान राजू उर्फ सोनी, शमशाद, कादिर, मोहित त्यागी, अशोक कुमार, दानिश, विकास और अर्जुन के रूप में हुई है।
पुलिस उपाधीक्षक रवि शंकर ने कहा कि, "बाहरी जिला के विशेष अमले के प्रयास से थाना खतौली में जुआ के एक रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। जुए के लिए दांव पर रखी नकदी की बरामदगी के साथ आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।"
अधिकारी ने कहा कि, राजू उर्फ सोनी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जो भूड़ कस्बे के मौहल्ला गीतापुरी में जुआ रैकेट चला रहा था। जानकारी जुटाई गई और उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी दल गठित किया गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, "सूचना के आधार पर टीम ने भूड़ कस्बे के मोहल्ला गीतापुरी में एक मकान में छापेमारी की, जहां सरगना राजू उर्फ सोनी सहित आठ लोगों को ताश के पत्तों के साथ जुआ खेलते पाया गया। पुलिस ने छह को हिरासत में लिया और उनके कब्जे से 1.36 लाख रुपये नकद , एक कार , 6 मोबाइल फोन और 52 ताश के पत्तों को बरामद किया।
पुलिस ने खतौली थाने में जुआ अधिनियम की धारा 3/4 के तहत मामला दर्ज किया और उनके सरगना राजू उर्फ सोनी सहित सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 28 जनवरी | दक्षिणपूर्वी दिल्ली के कालकाजी मंदिर में 'कीर्तन' मंच गिरने से 45 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
घटना शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात की है और मृतका की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को महंत परिसर, कालकाजी मंदिर में माता जागरण का आयोजन किया गया था, यह परंपरा पिछले 26 सालों से चली आ रही है।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) राजेश देव ने कहा,“कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई थी। लेकिन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त कर्मचारी तैनात किए गए थे। रात लगभग 12.30 बजे लगभग 1,500 -1,600 लोग एकत्र हुए थे।
आयोजकों और वीआईपी के परिवारों के लिए मुख्य मंच के पास लकड़ी और लोहे के फ्रेम से निर्मित एक ऊंचा मंच बनाया गया था।
”डीसीपी ने कहा,“लगभग 12.30 बजे, ऊंचा मंच दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वह मंच पर बैठे/खड़े लोगों का वजन सहन नहीं कर सका। मंच के नीचे बैठे कुछ लोग घायल हो गए।
सभी घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर और सफदरजंग अस्पताल और मैक्स में भर्ती कराया गया।
डीसीपी ने कहा,“फायर ब्रिगेड ने भी घटनास्थल का दौरा किया। अब तक 17 लोगों को चोटें आई हैं. एक महिला को मैक्स अस्पताल में मृत लाया गया था, जिसकी अभी भी पहचान नहीं हो पाई है।''
मृतका की पहचान की कोशिश की जा रही है, जिसे दो लोग अस्पताल लेकर आए थे।
डीसीपी ने कहा,“क्राइम टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। अन्य सभी घायलों की हालत स्थिर है; कुछ को फ्रैक्चर हैं। मामले में आयोजकों के खिलाफ धारा 337, 304ए और 188 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।”
दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि अग्निशमन विभाग को रात 12:45 बजे घटना के संबंध में एक कॉल मिली थी।
गर्ग ने कहा,“तीन टेंडरों के साथ अग्निशमन दल को घटनास्थल पर भेजा गया। कीर्तन मंच ढह गया था और कुछ लोग घायल हो गए थे और उन्हें पुलिस/जनता की मदद से किसी अस्पताल में ले जाया गया था।” (आईएएनएस)|
लखनऊ, 28 जनवरी । भारत के पहले मौखिक गर्भनिरोधक 'सहेली' की खोज करने वाले केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई) के पूर्व निदेशक डॉ. नित्यानंद का लंबी बीमारी के बाद एसजीपीजीआईएमएस शनिवार को लखनऊ में निधन हो गया। वह 99 वर्ष के थे।
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित, डॉ. नित्यानंद के दो बेटे नीरज नित्यानंद और डॉ. नवीन नित्यानंद और बेटी डॉ. सोनिया नित्यानंद हैं, जो किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की कुलपति हैं।
उनका अंतिम संस्कार सोमवार को होगा।
एक चिकित्सा रसायनज्ञ, डॉ. नित्यानंद 1951 में इसकी स्थापना के बाद से सीडीआरआई के साथ थे और 1974 से 1984 तक इसके निदेशक के रूप में कार्य किया। उन्होंने 400 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए और 130 से अधिक पेटेंट प्राप्त किए और 100 पीएचडी छात्रों की देखरेख की।
डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा, “दुनिया के पहले और एकमात्र गैर-स्टेरायडल, गैर-हार्मोनल मौखिक, सप्ताह में एक बार मौखिक गर्भनिरोधक, 'सेंटक्रोमन' उर्फ 'सहेली' के पीछे मेरे पिता का दिमाग था। इसे 2016 से भारत के राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम में शामिल किया गया है। यह सुरक्षित होने के साथ गर्भनिरोधक के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी दवा थी। अब भी यह दुनिया का एकमात्र गैर-स्टेरायडल गैर-हार्मोनल गर्भनिरोधक है, जो बहुत गर्व की बात है कि इसे भारत में और लखनऊ में विकसित किया गया।
'सहेली' की शुरुआत 1986 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने की थी।
सीडीआरआई के प्रवक्ता, वरिष्ठ वैज्ञानिक संजीव यादव ने कहा,"सीडीआरआई में उनका प्रवास, पहले एक वैज्ञानिक के रूप में, फिर औषधीय रसायन विज्ञान प्रभाग के प्रमुख (1963-1974) और बाद में एक निदेशक (1974-1984) के रूप में संस्थान के उभरते वैज्ञानिकों को आकार देने और उनका पोषण करने में बहुत महत्वपूर्ण रहा है।"
डॉ. नित्यानंद लगभग चार दशकों तक भारत सरकार की विभिन्न दवा नीति-निर्धारण निकायों से जुड़े रहे और कई वैज्ञानिक निकायों और संस्थानों के सलाहकार और परामर्शदाता रहे हैं।
(आईएएनएस) ।
चेन्नई, 28 जनवरी । तमिलनाडु के अथिमागुलापुल्ली गांव में अपने नारियल के बाग के पास अरुंथथियार समुदाय के एक युवक पर हमला करने के आरोप में 45 वर्षीय एक किसान को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किसान की पहचान सी. रमेश बाबू के रूप में हुई है।
पुलिस ने कहा कि यह घटना बुधवार को हुई जब पीड़ित एस. राजेश (22), जो गांव के अरुंथथियार कॉलोनी में रहता है, ने अपने दोस्तों के साथ किसान बाबू के नारियल के बगीचे में पार्टी की थी।
रमेश बाबू वेल्लोर के थोक बाजार में ले जाने के लिए नारियल इकट्ठा करने के लिए बगीचे में पहुंचे थे, तभी उन्होंने राजेश और उसके दोस्तों को अपने खेत में देखा।
राजेश और उसके दोस्तों को अपने नारियल के बगीचे में पाकर, रमेश बाबू उन पर चिल्लाए और गालियां दीं। इसके बाद तीखी बहस हुई और रमेश बाबू ने राजेश पर हमला कर दिया।
पुलिस ने आगे कहा कि बहस सुनकर बाबू के रिश्तेदार और पड़ोसी उसके समर्थन में दौड़ पड़े और उन सभी ने राजेश पर हमला कर दिया।
अलर्ट के आधार पर उमराबाद पुलिस मौके पर आई और घायल राजेश को अंबूर शहर के सरकारी तालुक अस्पताल ले गई।
राजेश ने शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने बाबू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
बाबू को गिरफ्तार कर लिया गया और तिरुपत्तूर शहर की उप-जेल में बंद कर दिया गया।
(आईएएनएस)।
लखनऊ, 28 जनवरी । बिहार में चल रहे सियासी उठापटक के बीच आनन फानन में कांग्रेस ने यूपी में सपा से समझौते में 11 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। सियासी जानकर बताते हैं कि बंगाल, पंजाब और बिहार में क्षेत्रीय दलों के दबाव के बाद कांग्रेस क्षेत्रीय दलों के सामने छोटे भाई की भूमिका अदा करने को मजबूर हो गई है।
राजनीतिक जानकर बताते हैं कि इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियां पंजाब, बंगाल और हरियाणा में अलग अलग चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद बिहार में नीतीश कुमार के घटनाक्रम के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) ने लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की औपचारिक घोषणा कर दी और सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर गठबंधन की घोषणा की। कांग्रेस के एक बड़े नेता का कहना है कि कांग्रेस बड़ी पुरानी पार्टी है। उसे इंडिया गठबंधन में निर्णय लेने का अधिकार होना चाहिए। अगर पार्टी महज 11 सीटों पर चुनाव लड़ती है। तो कार्यकर्ताओं का क्या होगा क्योंकि चुनाव के पहले पार्टी की तरफ से दावा किया गया था कि हमारी पार्टी सभी जिलों में मजबूत है। पार्टी को कम से कम आधी सीटों पर चुनाव तो लड़ना ही चाहिए। कांग्रेस की भूमिका बड़े भाई की तरह होनी चाहिए। क्योंकि हम राष्ट्रीय पार्टी हैं।
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक वीरेंद्र सिंह रावत कहते हैं कि इंडिया गठबंधन में पंजाब, बंगाल और हरियाणा में अलग अलग चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद इसका असर निश्चित तौर पर यूपी में पड़ेगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुए शायद जल्दबाजी में 11 सीटों पर निर्णय लिया गया, हालांकि अभी यह तय नहीं है कि कांग्रेस कुल कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह तस्वीर कांग्रेस के नेता ही तय करेंगे जो कि अभी बोलने से बच रहे हैं। यहां पर सपा ही लीड करती दिख रही है। उसने सबसे पहले रालोद को सात सीटें देकर अपनी भूमिका तय कर दी थी। इसके बाद कांग्रेस को 11 सीटें तय कर दी है।
गठबंधन के बाद सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस के हालात कन्फ्यूजन वाले थे। फिर कई प्रदेशों में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बाद कांग्रेस बैकफुट पर जाती दिख रही है। अब तक वह प्रदेश के क्षेत्रीय दलों से दबी हुई दिखाई दे रही है। वह अभी तक बसपा के चक्कर में थीं लेकिन बसपा का रुख साफ न होने के बाद उसे यह निर्णय लेना पड़ा होगा। चुनाव की रणनीति बनाने के समय राहुल गांधी की यात्रा निकालने जाने के निर्णय से सहयोगी दल नाराज नजर आ रहे हैं। हालंकि वह शामिल होंगे या नहीं इस पर कुछ तय नहीं कर पा रहे हैं। लगभग सभी दल मिलकर सिर्फ कांग्रेस के ऊपर दबाव ही बना रहे हैं।
इसके अलावा सपा एक अलग ऑप्शन लेकर चल रही है। उसने स्थानीय स्तर पर छोटे दलों के साथ भी गठजोड़ का रास्ता खुला रखा है।
एक अन्य राजनीतिक विश्लेषक रतनमणि लाल कहते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता के साथ और पंजाब एवं हरियाणा में आम आदमी पार्टी के साथ स्थितियां बिगड़ रही हैं। कांग्रेस दबाव में आ गई है। कहीं अन्य और दल भी बाहर ना हो जाए, इसको देखते हुए कांग्रेस ने सपा के साथ 11 सीटों पर समझौता किया है। अन्य राज्यों में भी वह दबाव में कम सीटों पर समझौता करती दिखेगी।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि जो मेरी जानकारी में है कि अभी बातचीत चल रही है। हमारी राष्ट्रीय कमेटी सीट बंटवारे पर निर्णय लेगी।
कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी कहते हैं कि इंडिया गठबंधन की पहली बैठक में ही यह तय कर दिया गया था कि हमारा उद्देश्य देश के संविधान को और आम आदमी के अधिकारों को बचाना है। ऐसे में मुख्य विपक्षी पार्टी होने के नाते कांग्रेस की लोगों के अधिकारों की रक्षा की ज़िम्मेदारी और बढ़ जाती है। गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कोआर्डिनेशन कमेटी सीट वार चर्चा कर रही है, अभी 11 सीटों की स्थित साफ हुई है आगे अन्य सीटों पर भी तय होते ही आपको सूचित करेंगें।
(आईएएनएस)।
पटना, 28 जनवरी । बिहार में राजनीतिक हलचल तेज है और संकेत मिल रहे हैं कि रविवार को तस्वीर साफ हो सकती है।
इस बीच, मुख्यमंत्री आवास पर जदयू विधानमंडल दल की बैठक शुरू हो गई है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में भी भाजपा विधायक दल की बैठक हो रही है।
इन बैठकों के दौर के बीच कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार के गठन की कोशिशें तेज हो गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक नीतीश आज यानि रविवार को ही इस्तीफा दे सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि दोपहर तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
नीतीश कुमार ने सुबह राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। कहा जा रहा है कि इससे पहले जदयू के विधायक दल की बैठक में इस्तीफे को लेकर औपचारिक फैसला लिया जाएगा और फिर राजभवन जाकर नीतीश कुमार राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौपेंगे।
इधर, मुख्यमंत्री आवास से राजभवन तक सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीएम आवास से राजभवन तक के रास्ते को बेरकेडिंग कर दिया गया है।
सूत्रों का कहना है कि इस्तीफा देने के बाद सरकार बनाने की कवायद प्रारंभ होगी। माना जा रहा है कि इसके बाद नीतीश नौवीं बार मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे।
(आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 28 जनवरी । भारतीय आम तौर पर बचतकर्ता रहे हैं और व्यक्तिगत बैलेंस शीट पर कर्ज आम तौर पर आवास ऋण, वाहन ऋण या क्रेडिट कार्ड तक ही सीमित रहा है।
पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड के सीआईओ-विकल्प अनिरुद्ध नाहा ने कहा, हाल ही में आरबीआई ने असुरक्षित व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि पर सावधानी बरती है, लेकिन बचत के प्रतिशत के रूप में, व्यक्तिगत बैलेंस शीट पर ऋण आरामदायक है।
भारत एक युवा आबादी है और प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 2,000 डॉलर का आंकड़ा पार कर लगभग 2,200 डॉलर पर पहुंच गया है। विश्व स्तर पर, एक युवा आबादी और प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 2,000 डॉलर से अधिक बढ़ने से विवेकाधीन खपत में वृद्धि में हॉकी स्टिक पैटर्न की शुरुआत हुई है।
चाहे वह यात्रा, पर्यटन, होटल, शराब, आभूषण, व्यक्तिगत सौंदर्य, इलेक्ट्रॉनिक्स, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, रियल एस्टेट, दो और चार पहिया वाहन आदि हों, ये सभी क्षेत्र लंबी अवधि में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। नोट में कहा गया है कि भारत इस दशक में संभवतः सबसे बड़ा मध्यम वर्ग पैदा करेगा, इससे उपभोग विषय को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।
वित्तीयकरण की यात्रा म्यूचुअल फंड उद्योग एयूएम और लगभग 2 बिलियन डॉलर की मासिक एसआईपी संख्या में वृद्धि में सबसे अच्छी तरह से परिलक्षित होती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सस्ते और निष्क्रिय पैसे के बैंकिंग प्रणाली से बाहर जाने और एमएफ (ऋण, हाइब्रिड या इक्विटी), पीएमएस, एआईएफ या यहां तक कि प्रत्यक्ष इक्विटी के माध्यम से रिटर्न का पीछा करने का स्पष्ट संकेत है।
यह उन कंपनियों की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला पर सकारात्मक रूप से प्रतिबिंबित करेगा, जो इस वित्तीयकरण की कहानी में भाग लेती हैं, चाहे रेटिंग एजेंसियां, परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां, एक्सचेंज, धन प्रबंधन प्लेटफॉर्म या बैक-एंड एनेबलर्स हों।
इसमें कहा गया है, "हमारा मानना है कि वित्तीयकरण की यह प्रवृत्ति अगले दशक में संरचनात्मक रूप से सामने आ सकती है। भारतीय इक्विटी म्यूचुअल फंड का एयूएम पिछले 10 वर्षों में 28 प्रतिशत सीएजीआर से बढ़ा है।"
डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिकी, यह प्रवृत्ति सबसे अधिक विघटनकारी हो सकती है। पारंपरिक वितरण चैनलों को चुनौती मिल रही है। हमारा मानना है कि अच्छे उत्पादों और सेवाओं वाली छोटी और मिडकैप कंपनियां अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं। कम लागत और इंटरनेट उपलब्धता, आधार सीडिंग, यूपीआई बैकबोन और अब ओएनडीसी के आकार लेने के साथ, विभिन्न उत्पादों और सेवाओं के लिए बाजार खुल जाएंगे।
देश गैर-सूचीबद्ध क्षेत्र में बहुत दिलचस्प प्रौद्योगिकी-आधारित व्यवसायों का भंडार है, और वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक संख्या में यूनिकॉर्न, वैज्ञानिक और टेक्नोक्रेट्स में से एक है। नोट में कहा गया है कि उपरोक्त सक्षमकर्ताओं और संभावित विकास के संयोजन से, बहुत दिलचस्प छोटी और मिडकैप कंपनियां उभरकर सामने आएंगी और संभावित रूप से एक दशक में बड़ी कैप बन जाएंगी।
कॉर्पोरेट भारत स्वच्छ बैलेंस शीट और बढ़ती क्षमता उपयोग पर बैठा है। यह विभिन्न क्षेत्रों के प्रमोटरों और कॉरपोरेट्स को क्षमता स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। कैपेक्स इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटो और ऑटो सहायक, बिजली, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, फार्मा, सीमेंट, रसायन, कपड़ा आदि में हो रहा है। दिलचस्प बात यह है कि इस बार कैपेक्स को मापा जाता है और बड़े पैमाने पर आंतरिक नकदी प्रवाह के माध्यम से वित्त पोषित किया जाता है।
मांग बढ़ने से क्षमता उपयोग में वृद्धि हो सकती है, जिससे संभावित रूप से एक मजबूत परिचालन लाभ हो सकता है और कॉर्पोरेट भारत के लिए लाभप्रदता में वृद्धि हो सकती है। नोट में कहा गया है कि लाभार्थी दोनों हो सकते हैं, ऑर्डर निष्पादित करने वाली कंपनियां और उच्च मांग को पूरा करने के लिए क्षमता स्थापित करने वाली कंपनियां।
(आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 28 जनवरी । सोने में निवेश को मुद्रास्फीति के खिलाफ एक विश्वसनीय बचाव माना जाता है, क्योंकि जब वस्तुओं की कीमतें बढ़ती हैं तो पैसे का मूल्य घट जाता है, जबकि लंबे समय में सोने का मूल्य बढ़ता है, इसलिए किसी व्यक्ति को संपत्ति की मूल्य की रक्षा करने में मदद मिलती है।
सोने के साथ एक और फायदा यह है कि यह एक अत्यधिक तरल संपत्ति है, जिसे रियल एस्टेट के विपरीत, आवश्यकता पड़ने पर धन जुटाने के लिए आसानी से बाजार में बेचा जा सकता है।
सोना खरीदने से निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाने और किसी व्यक्ति या परिवार के लिए समग्र वित्तीय जोखिम को कम करने में भी मदद मिल सकती है, क्योंकि जब बाजार अस्थिर हो जाता है, तो कीमती धातु की कीमत स्टॉक और बॉन्ड जैसी अन्य परिसंपत्तियों की कीमतों में उतार-चढ़ाव से सीधे जुड़ी़ नहीं होती है।
हालांकि, जबकि सोने का मूल्य लंबे समय में बढ़ता है, इसकी कीमत में कई कारकों के कारण अल्पावधि में उतार-चढ़ाव होता है।
वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सीधा असर घरेलू बाजार में सोने की कीमत पर पड़ता है क्योंकि चीन के बाद भारत दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है।
भौतिक आपूर्ति के अलावा, स्थानीय बाजारों में बाजार की भावनाएं भी वैश्विक बाजार से संकेत लेती हैं, जिससे कीमतों में भिन्नता बढ़ जाती है।
आरबीआई सहित विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक अपने कुल भंडार के एक घटक के रूप में बड़ी मात्रा में सोना खरीदते हैं। वे संतुलन बनाए रखने के लिए कीमती धातु भी बेचते हैं, जिसका बाजार मूल्य पर प्रभाव पड़ता है।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर भी भारत में सोने की कीमत पर असर डालती है। जब रुपया मजबूत होता है, तो सोने की कीमत गिर जाती है और इसके विपरीत जब भारतीय मुद्रा कमजोर होती है, तो कीमत बढ़ जाती है।
मुद्रास्फीति और आर्थिक अनिश्चितता के कारण सोने की मांग बढ़ गई है क्योंकि इसे एक सुरक्षित निवेश निवेश माना जाता है, जिससे सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
कम ब्याज दरें बांड और बैंक एफडी की तुलना में निवेशकों के लिए सोने को अधिक आकर्षक बनाती हैं और बढ़ती मांग के परिणामस्वरूप कीमती धातु की कीमत बढ़ जाती हैं।
इसके विपरीत, उच्च ब्याज दरें इन वित्तीय परिसंपत्तियों को अच्छे निवेश में बदल देती हैं, जिससे सोने की मांग कम हो जाती है और कीमतें कम हो जाती हैं।
आयात प्रतिबंध और सीमा शुल्क से संबंधित सरकारी नीतियां भी भारतीय बाजार में सोने की कीमत को प्रभावित करती हैं।
त्योहारी और शादी के मौसम में मांग बढ़ने पर सोने की कीमतें भी आम तौर पर बढ़ जाती हैं।
इज़राइल-हमास युद्ध जैसी भू-राजनीतिक अनिश्चितता भी सोने की कीमतों पर असर डालती है।
अल्पावधि में सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले इन कारकों को एक अच्छा सौदा पाने के लिए सबसे उपयुक्त समय पर कीमती धातु में निवेश करने के लिए ध्यान में रखा जाना चाहिए।
वर्तमान में भारतीय बाजार में 24 कैरेट (शुद्ध सोने) की कीमत लगभग 6,200 रुपये से 6,500 रुपये प्रति ग्राम है।
जबकि सोना बार, सिक्कों या आभूषणों के रूप में खरीदा जा सकता है, जिसकी शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए अब हॉलमार्क किया जा रहा है।
ये ऑनलाइन निवेश गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड), गोल्ड म्यूचुअल फंड और बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा दी जाने वाली गोल्ड बचत योजनाओं में किया जा सकता है।
इन विकल्पों में कीमती धातु पर सीधे कब्ज़ा किए बिना सोना रखने का लाभ है, जो लोगों को अपने धन की सुरक्षा करने की परेशानी से बचाता है।
गोल्ड ईटीएफ ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड योजनाएं हैं जो भौतिक सोने में निवेश करती हैं और स्टॉक एक्सचेंजों में नियमित स्टॉक की तरह कारोबार किया जाता है। निवेशक डीमैट खाते के माध्यम से गोल्ड ईटीएफ की इकाइयां खरीद और बेच सकते हैं, इसमें सोने की सटीक मात्रा का उल्लेख होता है।
गोल्ड सेविंग फंड्स म्यूचुअल फंड योजनाएं हैं, जो गोल्ड ईटीएफ में निवेश करती हैं। गोल्ड ईटीएफ इकाइयों को सीधे खरीदने और बेचने के बजाय, लोग अपने म्यूचुअल फंड निवेश खातों के माध्यम से गोल्ड सेविंग फंड में निवेश कर सकते हैं।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) भारत सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। इन्हें सोने के ग्राम में अंकित किया जाता है और भौतिक रूप से स्वामित्व के बिना सोने में निवेश करने का अवसर प्रदान किया जाता है। एसजीबी की एक निश्चित अवधि होती है और नकदीकरण के समय निवेशित राशि पर अतिरिक्त ब्याज दर प्रदान की जाती है।
हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि किसी भी अन्य निवेश की तरह, सोने में भी जोखिम होता है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में बदलाव, भू-राजनीतिक घटनाओं और सरकारी नीतियों के कारण कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
इसलिए, निवेश करने से पहले शोध करना और पेशेवर सलाह लेना आवश्यक है। (आईएएनएस)।
नोएडा, 28 जनवरी । यमुना एक्सप्रेसवे पर होने वाले हादसे कम नहीं हो रहे हैं, इसके बावजूद कि एक के बाद एक कई बदलाव के नियम लागू किए गए हैं। एक नए हादसे में यमुना एक्सप्रेस वे पर कई गाड़ियां आपस में टकरा गईं, जिसमें 1 व्यक्ति की मौत हो गई और करीब 9 लोग घायल हो गए।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, थाना जेवर क्षेत्र के अंतर्गत नोएडा से आगरा की ओर जाने वाले रास्ते पर करीब 30 किमी आगे पहुंचने पर घने कोहरे के कारण केंटर गाडी में पीछे से आ रही एक बस टकरा गयी। जबतक लोग कुछ समझ पाते हादसा हो चुका था। इसके बाद पीछे से आ रही अन्य दो कार भी बस में टकरा गईं जिसमें 9 व्यक्ति घायल हो गये। इस हादसे में एक व्यक्ति सत्य प्रकाश, ग्राम कोयला सरैया जिला इटावा की मृत्यु हो गयी है।
इससे पहले भी यमुना एक्सप्रेस-वे पर 27 दिसंबर को सुबह कोहरे के चलते भीषण सड़क हादसा हुआ था जिसमें लगभग 12 वाहन आपस में एक दूसरे से भिड़ गए।
यमुना एक्सप्रेसवे पर कोहरे और धुंध के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए बड़ा फैसला लिया गया है। 15 दिसंबर से यमुना एक्सप्रेसवे पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाई जा रही है और 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाले वाहनों की रफ्तार घटाकर 75 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई है। यह निर्देश 15 दिसंबर से लेकर 15 फरवरी तक यमुना एक्सप्रेस वे पर जारी रहेंगे।
इसके साथ ही यमुना एक्सप्रेसवे पर रिफ्लेक्टिव टेप, साइन/रिफ्लेक्शन और सभी टोल प्लाजा बूथ पर फॉग लाइट लगाई जाएंगी। यमुना एक्सप्रेसवे पर लगी रिफलेक्टीव टेपो में से अधिकतर साइन/रिफलेक्शन बहुत कम है, जिसके कारण एक्सप्रेसवे पर अंधेरा बना रहता है।
बढ़ते हादसों को रोकने के लिए आईआईटी दिल्ली ने यमुना एक्सप्रेसवे का सर्वे किया और मिली खामियों को अथॉरिटी के सामने रखा, जिसके बाद उन खामियों को पूरा करने का काम शुरू हुआ। आईआईटी दिल्ली द्वारा बताई गई खामियों को धीरे-धीरे जब पूरा किया जाने लगा तो साल दर साल हादसों में कमी आती दिखाई देने लगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद के साथ की गई महावपूर्ण बैठक में यमुना एक्सप्रेस वे के लिए कई निर्णय लिए हैं। मुख्यमंत्री की अगुवाई में हुई उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक 2 दिसंबर 2023 को हुई थी जिसमें यमुना एक्सप्रेस वे पर दुर्घटनाओं में रोकथाम के लिए कई बदलाव और जरूरी उपाय करने के निर्देश जारी किए गए।
इसके मुताबिक यमुना एक्सप्रेस वे पर पेट्रोलिंग वाहन, क्रेन, एंबुलेंस की संख्या को दोगुना किया जाएगा। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से 64 नए कैमरे भी लगाए जायेंगे। इसके अलावा साइनेज बोर्ड, थर्मोप्लास्टिक पेंट, सड़क के दोनों किनारों पर रिफ्लेक्टिव लाइट समेत अन्य कार्य पूरे किए जाएंगे।
एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग वाहनों की संख्या अभी 6 है। दोगुना करने के निर्देश दिये गये हैं। यमुना एक्सप्रेसवे पर लाइट कामर्शियल व्हीक्लस क्रेनो की संख्या को दोगुना बढाये जाने के निर्देश भी दिये गये हैं, मौजूदा समय में इनकी संख्या 8 है।
इसके साथ ही यमुना एक्सप्रेसवे पर सीसीटीवी कैमरे बढाये जाने के भी निर्देश दिए गए हैं जिससे कि सर्विस रोड की भी निगरानी की जा सके। फिलहाल 42 कैमरे लगे हैं। जिनमें 64 कैमरे और लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस मुद्दे पर हमसे बात करते हुए अभिनव सिंह चौहान, ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन एक्सपर्ट, ने बहुत सारी जानकारियां साझा की। उन्होंने बताया कि सीमेंट रोड की लाइफ ज्यादा होती है और मेंटेनेंस लो होता है, इसीलिए ज्यादातर जगहों पर अब इसी को बनाने का काम चल रहा है।
उन्होंने बताया कि सीमेंटेड रोड की जो पेवमेंट होती है वह हीट को ऑब्जर्व नहीं करती है और रिफ्लेक्ट कर देती है जिसकी वजह से गाड़ी के टायर जल्दी गर्म होते हैं। इसीलिए सीमेंटेड रोड की पेवमेंट रिजीड पेवमेंट कहलाती है और डामर रोड की पेवमेंट फ्लैक्सिबल और बिटमिनस पेवमेंट होती है। गाड़ी का आम टायर जो डामर रोड पर 40 हजार किलोमीटर तक चल सकता है, वह कंक्रीट या सीमेंटेड रोड पर महज 20 हजार किलोमीटर तक ही चल पाएगा।
उन्होंने बताया कि रोड पर ड्राइव करने वालों का अलर्टनेस मोड कितना एक्टिव हो पा रहा है, यह भी देखना बेहद जरूरी होता है। इसलिए जगह-जगह साइन बोर्ड्स जरूर लगे होने चाहिए, जिन पर लोगों की नजर पड़े। थोड़ी-थोड़ी दूर पर रेस्ट रूम्स और टी प्वाइंट जरूर होना चाहिए ताकि गाड़ी ड्राइवर बिल्कुल फ्रेश रहें।
रोड सेफ्टी एक्सपर्ट अभिनव ने बताया कि टायर कंपनी अभी अलग अलग तरीके के टायर बनाती हैं जितनी लग्जरी गाड़ी होगी उसके टायर उतने ही फ्लैक्सिबल होंगे और वह जल्दी खराब होते हैं क्योंकि वह गाड़ी और अंदर बैठने वालों की कंफर्ट पर सबसे ज्यादा ध्यान देते हैं। उनके मुताबिक अगर आपकी गाड़ी का टायर खराब है या काफी घिसा हुआ है तो फिर सीमेंटेड एक्सप्रेस वे पर ज्यादा सफर नहीं करना चाहिए। यह खतरनाक हो सकता है।
यमुना एक्सप्रेस वे पर होने वाले हादसों के आंकड़े सामने आए हैं। पिछले साल की तुलना में 2023 में हुए हादसों की संख्या बढ़ी है। 2022 में यमुना एक्सप्रेस-वे पर 303 सड़क हादसे हुए थे, वहीं 2023 में नवंबर तक 378 सड़क हादसे हो चुके हैं। हालांकि हादसों में मौतों का आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले कम है। 2023 में 89 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यमुना एक्सप्रेस-वे पर पिछले 5 सालों में 2,174 सड़क हादसे हुए हैं। इन सड़क हादसों में 648 लोगों ने अपनी जान का गंवाई है, वहीं 4,612 लोग घायल हुए।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर 2020 में 509 सड़क हादसे हुए थे, जिनमें 122 लोगों ने अपनी जान गंवाई और 1015 लोग घायल हुए। वहीं 2021 में सड़क हादसे घटे और इनकी संख्या 424 हो गई। जान गंवाने वालों की संख्या 136 हुई और घायलों की संख्या 958 हो गई। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 27 जनवरी )। तीस हजारी अदालत परिसर के अंदर और बाहर 'तीन तलाक' के दो मामले सामने आए हैं। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
एक पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि बुधवार को, मुस्लिम महिला (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 को लागू करते हुए सब्जी मंडी पुलिस स्टेशन में तीन तलाक के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए।
पहले मामले में, बटला हाउस निवासी 27 वर्षीय शिकायतकर्ता डॉ. टी ने आरोप लगाया कि 11 जुलाई, 2023 को वह तीस हजारी कोर्ट में अपनी बहन के साथ भरण-पोषण और घरेलू हिंसा अधिनियम से संबंधित अदालती कार्यवाही में भाग ले रही थी। उसी दौरान उसके पति ने अदालत कक्ष के बाहर उसे तीन तलाक दे दिया।
रसायन विज्ञान में पीएचडी डॉ. टी ने अपने पति के खिलाफ तलाक का मामला दायर नहीं किया था।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर, मनोज कुमार मीणा) ने कहा, "गहन जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है।"
दूसरा मामला यहां श्रद्धानंद मार्ग निवासी 24 वर्षीय शिकायतकर्ता का था, जिसकी शादी 18 फरवरी, 2021 को मुंबई में हुई थी।
डीसीपी ने कहा, "अपने ससुराल वालों द्वारा कथित उत्पीड़न के कारण उसने अपना वैवाहिक घर छोड़ दिया और दिल्ली में अपने माता-पिता के घर लौट आई। उसने पहले पीएस कमला मार्केट में आईपीसी की धारा 498ए और 406 के तहत मामला दर्ज कराया था और भरण-पोषण और घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत अदालत में एक याचिका दायर की थी।“
12 जुलाई, 2023 को तीस हजारी अदालत में अपने परिवार के साथ भरण-पोषण और घरेलू हिंसा अधिनियम से संबंधित अदालती कार्यवाही में भाग लेने के दौरान उन्होंने दावा किया कि उनके पति नईम मोहम्मद अंसारी ने अदालत कक्ष के बाहर तीन तलाक कहा।
डीसीपी ने कहा, "पहले मामले की तरह शिकायतकर्ता द्वारा तलाक का कोई मामला दायर नहीं कराया गया था। विस्तृत जांच के बाद मामला आधिकारिक तौर पर दर्ज कर लिया गया है।"
--आईएएनएस
मुंबई, 27 जनवरी । महाराष्ट्र सरकार ने मराठा समुदाय की सभी मांगें मान ली हैं, जिसके बाद शनिवार तड़के उनका आंदोलन समाप्त हो गया।
शिव संगठन नेता मनोज जारांगे-पाटिल और सरकारी प्रतिनिधिमंडल ने आधी रात के आसपास विस्तृत चर्चा की जो सफल रही।
बाद में, सरकार ने एक आधिकारिक अधिसूचना (सरकारी संकल्प) जारी की, जिसकी एक प्रति सुबह करीब 5 बजे जारांगे-पाटिल को सौंपी गई। इसके बाद उन्होंने अपनी टीम से परामर्श किया और आंदोलन ख़त्म करने का फैसला किया।
रात भर चले ऑपरेशन में शामिल लोगों में मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा और दीपक केसरकर, सामाजिक न्याय विभाग के सचिव सुमंत भांगे, औरंगाबाद के डिविजनल कमिश्नर मधुकर अरंगल और सीएम के निजी सचिव डॉ अमोल शिंदे जैसे शीर्ष अधिकारी शामिल थे।
नवी मुंबई में एकत्र हुए लाखों मराठा 6 महीने लंबे अभियान की सफलता पर ढोल बजाते, नाचते और गाते हुए सुबह जश्न मनाने लगे।
मराठा नेताओं ने घोषणा की है कि वे योजना के मुताबिक मुंबई में प्रवेश नहीं करेंगे और आज एक विजय रैली के बाद राज्य भर से यहां आए लाखों लोग घर लौटना शुरू कर देंगे।
--आईएएनएस
नोएडा, 27 जनवरी (आईएएनएस) नोएडा पुलिस और बदमाश के बीच बीती देर रात चेकिंग के दौरान मुठभेड़ गई। इसमें पुलिस ने एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। इस पर करीब एक दर्जन मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। बदमाश के पास से चोरी की मोटरसाइकिल और अवैध हथियार बरामद हुआ है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 26 जनवरी को थाना फेस-2 पुलिस ने फूल मंडी से पुश्ता रोड पर चैकिंग के दौरान एक संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार को रूकने का इशारा किया। मोटर साइकिल सवार नहीं रुका और भागने के दौरान उसने पुलिस पार्टी पर फायर भी कर दिया। पुलिस ने उसका पीछा किया है जवाबी करवाई में फायरिंग की। इसमें गोली लगने से बदमाश घायल हो गया।
बदमाश आकाश उर्फ योगेश झाझर पूर्वा, जिला औरैया का रहने वाला है। ये फिलहाल नोएडा के छिजारसी सेक्टर 63 में रह रहा है। उसके कब्जे से चोरी की 1 बाइक, 1 तमंचा 315 बोर, 1 जिंदा कारतूस व 1 खोखा कारतूस बरामद हुआ है। घायल बदमाश पर 1 दर्जन मामले दर्ज हैं।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 27 जनवरी । घने कोहरे ने सड़क यातायात के साथ रेल मार्ग यातायात पर भी काफी असर डाला है। इसके चलते नॉर्दर्न रेलवे की करीब 33 ट्रेन देरी से चल रही हैं। इन ट्रेनों के देरी से चलने के कारण इनमें सफर कर रहे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक 1 से लेकर करीब 7 घंटे तक की देरी से यह ट्रेन है चल रही हैं। नॉर्दर्न रेलवे की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली क्षेत्र में 33 ट्रेन देरी से आ रही हैं।
मिली लिस्ट के मुताबिक 1- 22435 भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस - 06.30, 2 - 22425 अयाध्या कैंट-आनंदविहार वंदे भारत - 06.30, 3 - 22823 भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी - 07.00, 4 - 12001 रानीकमलापति-नई दिल्ली शताब्दी - 03.30, 5 - 12003 लखनऊ-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस - 6 घंटे की देरी से चल रही हैं। ये वो प्रमुख ट्रेन है की काफी लेट चल रही हैं।
अन्य ट्रेनें भी कई घंटो की देरी से चल रही हैं। कोहरे और धुंध के चलते इन ट्रेनों में सफर करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लगातार रेलवे यह कोशिश करता है कि ट्रेनों का समय बिल्कुल ठीक रहे,लेकिन इस मौसम में कोहरे के सामने तकनीक भी बेसर दिखाई देती है। (आईएएनएस)।
ग्रेटर नोएडा, 27 जनवरी । घने कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेस वे पर बीती रात भीषण हादसा हुआ। इसमें कई गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने सभी गाड़ियों को साइड करवाया और यातायात को फिर से शुरू करवाया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक थाना जेवर क्षेत्र के अंतर्गत नोएडा से आगरा की ओर जाने वाले रास्ते पर करीब 30 किमी आगे पहुंचने पर घने कोहरे के कारण केंटर गाडी़ में पीछे से आ रही एक बस टकरा गयी। जबतक लोग कुछ समझ पाते हादसा हो चुका था।
इसके बाद पीछे से आ रही अन्य दो कार भी बस में टकरा गईं। इसमें 9 व्यक्ति घायल हो गये। हादसे में एक व्यक्ति सत्य प्रकाश, ग्राम कोयला सरैया जिला इटावा की मृत्यु हो गयी है। पुलिस ने घायलों को आसपास के अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। ये हादसे नोएडा से आगरा जाते समय बीती रात 2 बजे हुआ है। मामला जेवर थाना क्षेत्र का है। (आईएएनएस)।
नवी मुंबई (ठाणे), 27 जनवरी । महाराष्ट्र सरकार ने मराठा समुदाय की सभी प्रमुख मांगें मान ली हैं, इसके बाद शनिवार तड़के उनका आंदोलन समाप्त कर दिया गया।
शिव संगठन नेता मनोज जारांगे-पाटिल और सरकारी प्रतिनिधिमंडल ने आधी रात के आसपास विस्तृत चर्चा की, जो सफल रही।
बाद में, सरकार ने एक आधिकारिक अधिसूचना सरकारी संकल्प (जीआर) जारी की, जिसकी एक प्रति जारांगे-पाटिल को लगभग 2 बजे सौंपी गई।
इसके बाद उन्होंने विभिन्न पहलुओं पर अपनी टीम और कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ली और फिर आंदोलन खत्म करने का फैसला किया।
थके हुए लेकिन मुस्कुराते जारांगे-पाटिल ने आज सुबह मीडिया से कहा कि "मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अच्छा काम किया है।"
इसके पहले शिंदे नवी मुंबई गए और जारांगे-पाटिल को एक गिलास फलों का रस दिया, जो उनकी तीन दिवसीय भूख हड़ताल के अंत का प्रतीक था। यह छह महीने में तीसरी बार है, जब शिवबा संगठन नेता ने अपनी भूख हड़ताल खत्म की है।
कोटा के लिए रक्त संबंधों ('सेज-सोयारे') को शामिल करने की जरांगे-पाटिल की प्रमुख मांग पर, जीआर में मसौदा नियमों में कहा गया है कि इसमें आवेदक के पिता, दादा, परदादा और पिछली पीढ़ियों के रिश्तेदारों को शामिल किया जाएगा जो कि उनके भीतर विवाह से बने हैं। एक ही जाति, और एक ही जाति के भीतर विवाह से बनने वाले रिश्ते भी शामिल हैं।
आवेदक द्वारा अपने रक्त संबंधियों जैसे चाचा, भतीजा और परिवार के अन्य सदस्यों और पितृसत्तात्मक रिश्तेदारों, जिनके पास आवेदक के 'साधु-सोयारे' के रूप में कुनबी रिकॉर्ड हैं, के साथ अपने संबंध स्थापित करने का एक शपथ पत्र प्रस्तुत करने के बाद, सत्यापित करने के लिए एक क्षेत्रीय जांच करने के बाद, आवेदक को यह करना होगा। कुनबी जाति प्रमाण पत्र अविलंब निर्गत किया जायें।
मराठा नेताओं ने कहा कि सरकार ने 6 महीने लंबे आंदोलन के दौरान समुदाय के सदस्यों के खिलाफ दर्ज सभी पुलिस मामले वापस लेने का भी फैसला किया है।
रात भर चले ऑपरेशन में शामिल लोगों में मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा और दीपक केसरकर, सामाजिक न्याय विभाग के सचिव सुमंत भांगे, औरंगाबाद संभागीय आयुक्त मधुकर अरंगल और मुख्यमंत्री के निजी सचिव अमोल शिंदे जैसे शीर्ष अधिकारी शामिल थे।
नवी मुंबई में इकट्ठा हुए लाखों मराठा लंबे अभियान की सफलता पर ढोल बजाते, नाचते-गाते, एक-दूसरे को गले लगाते, 'फुगाड़ी' के साथ पैर हिलाते, मिठाइयां बांटते और बधाई देते हुए सुबह जश्न में डूब गए।
मराठा नेताओं ने घोषणा की है कि वे योजना के अनुसार आज (शनिवार) मुंबई में प्रवेश नहीं करेंगे और एक विजय रैली के बाद, राज्य भर से यहां आए लाखों लोग शांतिपूर्वक घर लौटना शुरू कर देंगे। (आईएएनएस)।
श्रीनगर, 28 जनवरी । जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई, जिससे शनिवार को घाटी और जम्मू संभाग दोनों में अत्यधिक ठंड का दौर थोड़ा कम हो गया।
सोनमर्ग, गुलमर्ग, सिंथन टॉप, मुगल रोड, करनाह, राजदान दर्रा और जोजिला दर्रा जैसी ऊंची जगहों पर हल्की बर्फबारी हुई, जबकि मैदानी इलाकों में रहने वाले लोग अभी भी इस मौसम की पहली बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं।
श्रीनगर में आज न्यूनतम तापमान माइनस 2.3, गुलमर्ग में माइनस 6.4 और पहलगाम में माइनस 5.1 डिग्री सेलिस्यस रहा।
लद्दाख क्षेत्र के लेह शहर में न्यूनतम तापमान माइनस 9.8 और कारगिल में माइनस 10.5 डिग्री सेलिस्यस रहा।
जम्मू शहर में रात का न्यूनतम तापमान 7, कटरा में 7.6, बटोटे में 3.1, भद्रवाह में शून्य से 0.2 और बनिहाल में 0.4 डिग्री सेलिस्यस रहा।
कड़ाके की ठंड की 40 दिनों की लंबी अवधि जिसे 'चिल्लई कलां' के नाम से जाना जाता है, 21 दिसंबर को शुरू हुई और 30 जनवरी को समाप्त होगी। (आईएएनएस)।