कारोबार
रायपुर, 2 जून। भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक वेदांता एल्युमीनियम ने लिथियम-आयन बैट्री से संचालित 27 फोर्कलिफ्ट लगाए हैं, जो भारत में इस तरह के फोर्कलिफ्ट की सबसे बड़ी फ्लीट है। गियर (जेमिनी इक्विपमेंट एंड रेंटल्स प्राइवेट लिमिटेड) इंडिया के साथ साझेदारी में उठाए गए इस कदम से वेदांता एल्युमीनियम को अपनी इंडस्ट्रियल व्हीकल फ्लीट को डीकार्बनाइज करने की योजना की दिशा में आगे बढऩे में मदद मिलेगी। सभी 27 फोर्कलिफ्ट को पिछले महीने लाया गया था और यह फ्लीट ओडिशा के झारसुगुड़ा में वेदांता के एल्युमीनियम स्मेल्टर में अब परिचालन में है। यह चीन के बाद दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल लोकेशन एल्युमीनियम स्मेल्टर है।
इस ग्रीन फ्लीट से सालाना 2.5 लाख लीटर से ज्यादा डीजल की उपभोग कम होगा , 690 टन कार्बन डाई ऑक्साइड के बराबर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम होगा, रैपिड चार्जिंग के माध्यम से वर्किंग साइकिल बढ़ेगी और परिचालन की उत्पादकता भी बढ़ेगी एवं बार-बार बैट्री बदलने की परेशानी नहींहोती। इसमें पारंपरिक लेड-एसिड बैट्री से ज्यादा चलने वाली और लगभग शून्य मैंटेनेंस वाली बैट्री है, क्योंकि यह पूरी तरह से सील रहती है ।
अपने कोर मैन्यूफैक्चरिंग ऑपरेशंस में लैंगिक विविधता को बढ़ाने की दिशा में अपने प्रयासों को गति देते हुए वेदांता एल्युमीनियम इन टॉप ऑफ द लाइन फोर्कलिफ्ट के संचालन के लिए महिलाओं को नियुक्ति एवं प्रशिक्षण दे रही है। इससे पहले कंपनी छत्तीसगढ़ में बाल्को के एल्युमीनियम ऑपरेशंस के लिए फोर्कलिफ्ट ऑपरेटर्स के तौर पर ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर चुकी है।
इस इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट में आधुनिकतम 'स्मार्ट फ्लीट मैनेजमेंटÓसिस्टम का प्रयोग किया गया है, जिससे साइट पर अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित होती है। स्मार्ट फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम में आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है, जिससे इंटेलीजेंट टर्मिनल्स से मिले डाटा को इंटीग्रेट किया जाता है और वेदांता एल्युमीनियम को फोर्कलिफ्ट स्पीड, ऑपरेशन के लिए उपलब्धता, टक्कर से बचाव, परिचालन दक्षता के लिए ऑप्टिमाइजेशन एनालिसिस और इक्विपमेंट मैंटेनेंस समेत विभिन्न पहलुओं की रियल टाइम जानकारी उपलब्ध होती है।
साथ ही, इन इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट में फारवर्ड और रिवर्स कैमरा भी लगे हैं, जिससे ऑपरेटर के समक्ष पूरी विजिबिलिटी रहती है। इसमें रेड जोन लाइट और ब्लू स्पॉटलाइट की व्यवस्था है, जिससे फोर्कलिफ्ट के चारों तरफ सुरक्षित ऑपरेटिंग जोन बनता है और बेहतर सुरक्षा के लिए मुड़ते समय ऑटोमेटिक डिसलरेशन मैकेनिज्म भी दिया गया है।
भारत के सबसे बड़े लिथियम-आयन फोर्कलिफ्ट फ्लीट को स्थापित करने के मौके पर वेदांता लिमिटेड के सीईओ-एल्युमीनियम बिजनेस श्री राहुल शर्मा ने कहा, 'भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक के तौर पर वेदांता ग्राहकों के लिए सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता वाले एल्युमीनियम का उत्पादन सुनिश्चित करने के साथ ही अपने कारोबार के सस्टेनेबल डेवलपमेंट की दिशा में बढऩे के दोहरे लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध है।
रायपुर, 2 जून। मध्यभारत के अग्रणी, विश्वस्तरीय सुविधाओं और विशेषज्ञ डाक्टर्स द्वारा चिकित्सा और सर्जरी के लिये विख्यात, रामकृष्ण केयर हास्पिटल द्वारा अपनी चिकित्सा सुविधाओं का लाभ राजधानी रायपुर व आसपास के मरीजों तक आसानी से पहँुचाने के लिये, शंकर नगर रायपुर में मल्टी स्पेशलिटी सिटी क्लिनिक स्थापित किया गया है।
इसमें विशेषज्ञ चिकित्सको के द्वारा, फ्री हेल्थ कैम्प का आयोजन दिनांक 1 जून 2022 को प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक किया गया। इस हेल्थ चेकअप कैम्प मे कैंसर रोग एवं जनरल मेडिसिन एक्सपर्टस द्वारा परामर्श दिया गया, साथ ही ब्लड प्रेशर व रैंडम ब्लड शुगर जाँच की गई अन्य सभी जांच पर 30त्नके डिस्काउंट का लाभ मरीजों को दिया गया। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल मे कैंसर रोग का अत्याधुनिक इलाज, कीमोथैरेपी, इम्यूनोथैरेपी, टारगेटेड थैरेपी एवं सर्जरी द्वारा किया जाता है।
जनरल मेडिसिन के अंतर्गत आनेवाली विभिन्न बीमारियों के इलाज जैसे मल्टीपल आर्गन फेलियर मलेरिया, टीबी, थायरायड, डायरिया, डायबिटीज, हृदय रोग, किडनी, फेफड़े, आंत का इलाज विशेषज्ञ चिकित्सको द्वारा दक्षता पूर्वक किया जाता है।
आजकल टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनके शुरूआती लक्षणों मे अधिक भूख, थकान, बार-बार पेशाब होना, अधिक प्यास लगना, मुँह सूखना, शरीर में खुजली एवं आंखो की धुधला दिखाई देना आदि शामिल है।
रामकृष्ण केयर हास्पिटल मे, डायबिटीज का इलाज विशेषज्ञ डाक्टर्स के द्वारा किया जाता है।
जो मरीज इस फ्री हेल्थ कैम्प का लाभ नही उठा सके है, वे शंकर नगर स्थित मल्टी स्पेशलिटी क्लिनिक मे पहुँचकर परामर्श व जांच का लाभ उठा सकते है।
सैन फ्रांसिस्को, 2 जून | गूगल टीवी ऐप अब आईओएस पर उपलब्ध है। यह स्ट्रीमिंग सेवाओं से कंटेंट अनुशंसाओं को एकत्रित करता है और यूजर्स को अपने फेवरिट्स की यूनिवर्सल वॉचलिस्ट बनाने देता है। द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, टेक दिग्गज ने कहा कि यह ऐप स्टोर में पिछले गूगल प्ले मूवीज और टीवी ऐप को बदल देगा, इसलिए यदि यूजर्स ने इसे पहले ही इंस्टॉल कर लिया है, तो वे इसे गूगल टीवी अनुभव में अपडेट करने में सक्षम होना चाहिए।
सॉफ्टवेयर, जो पहले से ही एंड्रॉइड पर उपलब्ध है, यूजर्स को भविष्य की सिफारिशों को बेहतर बनाने के लिए पहले देखी गई चीजों को रेट करने की अनुमति देता है।
एंड्रॉइड टीवी या गूगल टीवी मालिकों के साथ क्रोमकास्ट के लिए अधिक महत्वपूर्ण यह है कि उपयोगकर्ता रिमोट आइकन को टैप करके उन उपकरणों के लिए रिमोट कंट्रोल के रूप में गूगल टीवी ऐप का उपयोग कर सकते हैं।
2020 क्रोमकास्ट की रिलीज के तुरंत बाद कंपनी गूगल टीवी एकीकरण से बाहर हो गई और गूगल तब से नेटफ्लिक्स को वापस फोल्ड में लाने में असमर्थ रहा है।
गूगल टीवी ऐप में गूगल से रेंटल और पर्चेस की लाइब्रेरी भी होगी। (आईएएनएस)
रायपुर, 1 जून। एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर से 31.05.2022 को 8 अधिकारी-कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए। उन्हें शाल, श्रीफल, पुष्पहार से सम्मानित कर समस्त भुगतान का चेक प्रदान कर विदाई दी गयी।
मुख्यालय प्रशासनिक भवन के सीएमडी सभाकक्ष में मुख्य सतर्कता अधिकारी बी.पी. शर्मा एवं निदेशक तकनीकी संचालन सह कार्मिक एम.के. प्रसाद की मौजूदगी में जॉकब मैथ्यू उप प्रबंधक (सचिवीय) कंपनी सेक्रेट्री सचिवालय, मजहर अली खान कार्यालय अधीक्षक सायडिंग विभाग, परदेशी लाल वाहन चालक वित्त विभाग, अनूप कुमार यादव वाहन चालक उत्खनन विभाग, कार्तिक राम पम्प ऑपरेटर नगर प्रशासन विभाग, ईश्वर दयाल फोरमेन परिवहन विभाग को सेवानिवृत्ति पर विदाई दी गयी।
इस माह सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी/कर्मचारी अनिल कुमार श्रीवास्तव अधीनस्थ अभियंता नगर प्रशासन विभाग, मेलाराम कश्यप प्रधान सुरक्षा प्रहरी सुरक्षा विभाग हैं। इस अवसर पर मुख्य सतर्कता अधिकारी बी.पी. शर्मा एवं निदेशक तकनीकी संचालन सह कार्मिक एम.के. प्रसाद ने अपने-ंउचयअपने उद्बोधन में कहा कि सेवानिवृत्त अधिकारी-ंर्मचारी अपने ज्ञान व अनुभव से सदैव कम्पनी को लाभान्वित किया तथा अपने कार्यस्थल में स्वस्थ्य एवं निष्पक्ष कार्यदशाएँ कायम कर आपसी सामंजस्य एवं सहयोग से कार्य सम्पादित किया। अंत में उन्होंने सेवानिवृत्त कर्मियों के सपरिवार उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना की।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त अधिकारियों-ंउचयकर्मचारियों ने कहा कि यहॉं के कर्मचारियों में कार्य के प्रति बहुत ही निष्ठा है। यहाँ के अधिकारी-ंउचयकर्मचारी कंधे से कंधा मिलाकर साथ में कार्य करते हैं एवं किसी कार्य को बोझ-समझकर नहीं करते हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में सेवानिवृत्त कर्मियों का जीवन परिचय प-सजय़ते हुए सफलतापूर्वक उद्घोषणा का दायित्व सविता निर्मलकर उप प्रबंधक (राजभाषा/जनसंपर्क) ने निभाया।
रायपुर, 1 जून। रावण भाटा मैदान, अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के पास, भाटागॉव में चल रहे डिज्नीलैंड फन मेला में देसी-विदेसी झूलों से छोटे-बड़े सभी को एंजॉय करने का व खरीदी करने का मौका मिल रहा है।
डिज्नीलैंड फन फेयर के संचालक ने बताया कि इस आयोजन में बड़े-बुढ़े सभी लोग आधुनिकतम जापानी तकनीक द्वारा निर्मित टोरा-टोरा झूले का भरपूर आनंद उठा रहे हैं, जो हाइड्रोलिक सिस्टम से चलता है। इसके अलावा बच्चे व बड़े सभी एक से बढक़र एक झूले का मजा ले रहे हैं।
इसके अलावा आयोजन में ब्रेक डांस झूला, कोलंबस झूला, जाइंट व्हील, सिलंबो झूला, डेशिंग कार और ड्रैगन झूला समेत बच्चों का एरो प्लेन, मिनी ट्रेन, कार झूला और मिकी माउस भी है. इसके अलावा मेले में 150 से अधिक स्टॉल भी लगे हुये है, जहां लोग अपनी पसंद की खरीदारी भी कर सकते है. यहां संपूर्ण भारत के अनेक राज्यों से विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक स्टॉल्स लगाए गये है, इनमें फैंसी व जूट की चप्पल, कपड़े, फैंसी बैग, मनिहारी आदि हैं।
इसके अलावा हैंडलूम, साडिय़ां, बेडशीट, वुडन हैंडीक्राफ्ट, बैम्बू के अनेक हैंडीक्राफ्ट आइटम्स, फैंसी ज्वेलरी, बच्चों के एक से बढक़र एक खिलौने, सोफा कवर, सोफा कम बेड, लेडिस बैग, चप्पल जैसे अनेक गृहोपयोगी आटयम्स हैं. समर स्पेशल में लेडीज गारमेन्ट्स की ढेरों वैरायटी है.मेले में स्वाद प्रेमियों को ध्यान में रखते हुए इस मेले में स्नैक्स आदि के भी स्टॉल लगाए गए हैं।
जिसमे वे स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद उठा सकते हैं. इस आयोजन का शाम 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक है।
बालकोनगर, 1 जून। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने समुदायों के बीच माहवारी स्वच्छता संबंधी जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से दीवार पेंटिंग, जागरूकता रैलियां, नारा लेखन और पोस्टर बनाने जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करके माहवारी स्वच्छता सप्ताह मनाया। बालको ने विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर लगभग 500 लोगों की उपस्थिति में एक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया।
इस दौरान सारिका- दोंदरो की नई किरण एक शॉर्ट फिल्म भी लॉन्च की गई, जिसका उद्देश्य माहवारी के दौरान स्वच्छ प्रथाओं पर महिलाओं और किशोरियों को प्रोत्साहित करना था। यह फिल्म माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता प्रबंधन पर बालको की प्रमुख परियोजना नई किरण के सफर को दिखाती है। बालको ने वर्ष 2019 से सार्थक जन विकास संस्थान के सहयोग से कोरबा जिले के गांवों एवं नगर पालिका निगम क्षेत्रों में माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरूकता परियोजना लागू की, जो अब लगभग 45 गांवों तक पहुंच चुकी है।
परियोजना को व्यापक बनाने के उद्देश्य से बीते वर्ष जिला स्तर पर कैपेसिटी बिल्डिंग वर्कशॉप सत्र आयोजित किए गए, जिसमें 60-60 की संख्या में लीडर्स समूह- किशोरी बालिकाएं, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं और फ्रंटलाइन कार्यकर्ता शामिल हुए थे। लीडर्स समूह ने समुदाय में जाकर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति बालिकाओं और महिलाओं को जागरूक करने का कार्य किया।
एक समावेशी कदम बढ़ाते हुए पुरूषों में संवेदीकरण लाने हेतु 60 से अधिक युवकों के लीडर्स समूह को तैयार किया गया। इस वर्ष क्षेत्र में चार स्वास्थ्य सुविधा केंद्र भी स्थापित किए गए हैं, जो माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी मुद्दों पर परामर्श और उनसे जुड़ी समस्या के समाधान पर कार्य कर रहे हैं। अब तक 33,377 से अधिक महिलाएं, पुरुष, युवतियां और युवक इस जागरूकता मुहिम से जुड़ चुके हैं।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने सामाजिक चेतना की दृष्टि से इस महत्वपूर्ण आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है। फिल्म का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि सारिका सिर्फ एक लघु फिल्म नहीं, बल्कि बदलाव की एक किरण है, जो पूरे क्षेत्र, राज्य और देश में सभी मिथकों को दूर कर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी।
‘नई किरण’ परियोजना के अंतर्गत लक्षित महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने के लिए उन्हें अनेक गतिविधियों से जोड़ा गया है। परियोजना ने आसपास के समुदायों को माहवारी के प्रति संवेदनशील बनाने में एक प्रभावशाली भूमिका निभाई है।
शॉर्ट फिल्म की मुख्य किरदार सारिका कंवर ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस विषय पर पहल करने के लिए मैं बालको की सीएसआर टीम की आभारी हूं। समाज में माहवारी से संबंधी तमाम भ्रांतियां और मिथक हैं।
परियोजना नई किरण ने पुरुष समुदाय में संवेदनशीलता और माहवारी के प्रति धारणा में सकारात्मक परिवर्तन लाकर समाज को नई दिशा दी है।
बेला गांव की सरपंच जया राठिया ने कहा कि बालको की नई किरण परियोजना ने विशेष रूप से ग्रामीण समुदाय से संबंधित महिला सदस्यों के स्वास्थ्य सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इस मुहिम ने पहले भी समुदाय में कई अन्य बदलाव किए हैं।
रायपुर, 31 मई। हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आज अग्रसेन महाविद्यालय में एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पत्रकारिता विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पत्रकारिता के विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए महाविद्यालय में पत्रकारिता की पूर्व छात्रा तथा टेलीविजन न्यूज एंकर राजश्री थवाईत ने कहा कि खबरों की प्रस्तुति के साथ ही एंकर का व्यक्तित्व भी उसमें झलकता है। इसलिए एक अच्छे एंकर को खबर के अनुसार अपनी प्रस्तुति मे विविधता दिखानी पड़ती है।
राजश्री ने कहा कि देश के अलग अलग भागों में टीवी न्यूज चैनल में समाचार वाचक की हैसियत से उन्होंने यहां जो अनुभव हासिल किया,उसकी वजह से अपने करियर में काफी मदद मिली। पत्रकारिता में सफलता के पायदान पर बने रहने के लिए जरूरी क्षमता के सवाल पर उन्होंने कहा कि लगातार सीखते रहने और अभ्यास करते रहने का उपाय सफलता के लिए बहुत कारगर होता है। उन्होंने पत्रकारिता के छात्रों द्वारा पूछे गए सभी सवालों के विस्तार से जवाब दिए। कर्यक्रम में पत्रकारिता संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. विभाष कुमार झा ने आमंत्रित वक्ता का परिचय पेश करते हुए स्वागत भाषण दिया।
इसके पश्चात राजश्री थवाईत का एक साक्षात्कार अग्रसेन महाविद्यालय के इंटरनेट रेडियो अग्रवाणी के स्टुडियो में रिकॉर्ड किया गया । इसे जल्द ही रेडियो अग्रवाणी से प्रसारित किया जाएगा। महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल, प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत और एडमिनिस्ट्रेटर प्रो.अमित अग्रवाल ने राजश्री थवाईत को उनके सारगर्भित विचारों के लिए साधुवाद दिया । राजश्री ने इस बात की विशेष रूप से सराहना की कि अग्रसेन महाविद्यालय में स्वयं का स्टूडियो और इंटरनेट रेडियो मौजूद होने से पत्रकारिता के छात्र पढाई के दौरान ही कार्यक्षेत्र का अनुभव भी प्राप्त कर सकेंगे । कार्यक्रम में पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक प्रो राहुल तिवारी तथा प्रो. कनिष्क दुबे भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
रायपुर, 31 मई। सराफा भवन हलवाई लाइन में साहूकारी लाइसेंस लेने के लिए सोमवार की सुबह से ही सराफा कारोबारी जुटने लग गए थे। साहूकारी लाइसेंस शिविर ठीक 11 बजे शुरु हुआ और शाम 5 बजे तक चलेगा इस दौरान किसी ने नया लाइसेंस लिया तो किसी ने अपने लाइसेंस का नवीनीकरण करवाना। शिविर में तहसीलदार श्री मनीष देव साहू अपनी टीम के साथ पूरे समय उपस्थित रहे। इस अवसर पर रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू, पवन अग्रवाल, प्रहलाद सोनी, लक्ष्मीनारायण लहोटी, इंद्रजीत सलूजा, प्रकाश गोलछा, अनिल कुचेरिया, विमल बुरड़, देवेंद्र सोनी, प्रमित नियोगी, रवि कांत लुंकड़, हेमंत सोनी (गज्जू), पंकज जावेरी, ओंकार सोनी के साथ ही अन्य कारोबारी उपस्थित थे।
अध्यक्ष मालू ने बताया कि सराफा कारोबारियों को साहूकारी लाइसेंस लेने में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार के निर्देश पर रायपुर सराफा अध्यक्ष एसोसिएशन के द्वारा साहूकारी लाइसेंस शिविर का आयोजन सराफा भवन हलवाई लाइन में किया गया। जहां साहूकारी लाइसेंस शिविर शुरु होने से पहले ही सराफा कारोबारी पहुंचने शुरु हो गए थे। तहसीलदार श्री मनीष देव साहू अपनी टीम के साथ पहुंचे और ठीक 11 बजे शिविर शुरु हो गया।
इस दौरान अधिकांश सराफा कारोबारी जो अपना लाइसेंस का नवीनीकरण या नया लाइसेंस लेना चाहते थे वे शपथ पत्र, 5000 का चालान, पेन कार्ड, आधार कार्ड, 6 माह का बैंक स्टेटमेंट, दो वर्ष का आरटी रिटन, प्रापर्टी का पेपर, आवेदक का बयान तथा संबंधित थाना का चरित्र प्रमाण पत्र लेकर पहुंचे थे। उन्हें तत्काल तहसीलदार श्री मनीष देव साहू ने नया लाइसेस या लाइसेंस का नवीनीकरण करके दे दिया। जो सराफा कारोबारी अपने साथ कुछ दस्तावेज लाना भूल गए थे उन्हें फिर से बताया गया और वे तत्काल दस्तावेज लेकर पहुंचे और उनका भी नया लाइसेस या लाइसेंस का नवीनीकरण किया गया।
इस महत्वपूर्ण शिविर के सराफा कारोबारियों ने रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू व उनकी पूरी टीम को बधाई दी और समय-समय पर इस प्रकार के शिविर आयोजित करने का अनुरोध किया। अध्यक्ष मालू ने भी कारोबारियों को शिविर आयोजित करने का भरोसा दिया और कहा कि सराफा कारोबार से संबंधित जो भी समस्या हो वे सीधे उनसे या उनकी टीम से संपर्क कर सकते हैं।
रायपुर, 31 मई। वल्र्ड नो टोबैको डे 31 मई को वार्षिक रूप से मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराना और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के रोकथाम में मदद करना है। टोबैको एपिडेमिक पूरी दुनिया में स्वास्थ्य खतरों में सबसे ख़तरनाक रूप ले रहा है। करीब 80त्न तम्बाकू उपभोगता निम्न से मध्यम सामाजिक एवं आर्थिक देशों में पाएं जाते हैं। परिणाम स्वरुप हमारे देश में तम्बाकू के 267 मिलियन उपभोगता है।
15 साल से ऊपर की आयु (29 प्रतिशत व्यस्क) तम्बाकू के आदि है। चीन के बाद भारत तम्बाकू की लत में विश्व में सबसे अग्रणी है। परिणाम स्वरुप, भारत, तम्बाकू से होने वाली बीमारियों, जिसमें कैंसर सबसे ख़तरनाक जानलेवा बीमारी है, उसके ज्वालामुखी पर है जो फूटने की कगार पर है।
तम्बाकू से विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ होती हैं जैसे कैंसर (मुँह,अन्ननली, श्वासनली, छाती), मसूड़ों की बीमारी, रक्तचाप, खांसी, सी.औ.पी.डी.,एवं ब्रोंकाइटिस। तम्बाकू बीड़ी, सिगरेट, खैनी, गुटका, मिश्री, गुडाकु, गुल के तौर पर छत्तीसगढ़ और आस पास के इलाकों में प्रयोग किया जाता है। तम्बाकू में पाए जाने वाला निकोटीन इंसान को तम्बाकू पर निर्भर बनाता हैं, जिस वजस से आप उसे छोड़ नहीं पाते।
युवा शौकिया तौर पर, दिखावे के लिए इसे शुरू करते है पर इसके चक्रव्यूह में फस जाते है। छोटे बच्चों में गुटखा, सुपारी की आदत माता पिता द्वारा तम्बाकू के प्रयोग से होती है-एक तरफ आसानी से घर में मिल जाना, दूसरी तरफ माँ बाप द्वारा इसका सेवन करना बच्चो में इसके प्रति कोई भय या संकोच नहीं पैदा करता। छोटी उम्र में तम्बाकू के शिकार बच्चों को दुष्प्रभावों की ओर ढकेल देता है।
बालको मेडिकल सेंटर ने इन चुनौतियों को समझते हुए एक अत्याधुनिक सुविधा तैयार की है जो कैंसर से लडऩे में सरकार और समाज के साथ खड़ी है। बालको मेडिकल सेंटर पूरे छत्तीसगढ़ और मध्य भारत में कई कैंसर जांच एवं जागरूकता शिविर आयोजित करता है। अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित इस अस्पताल में कैंसर के इलाज हेतु 50 से भी अधिक डॉक्टरों की टीम है।
यहाँ जांच के लिए हर प्रकार की बायोपसी, इमेजिंग (सी.टी., एम्.आर.आई., पैट सी. टी., स्पेक्ट सी. टी., अल्ट्रासाउंड) मौजूद है। विश्वस्तरीय शल्य चिकित्सा, रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी, इम्मुनोथेरपी एवं नुक्लेअर मेडिसिन द्वारा इलाज की व्यवस्था यहां एक ही छत के नीचे उपलब्ध है। कैंसर के अंतिम पड़ाव में तथा दर्द निवारण के लिए पैन एंड पॉलिएटिव केयर की व्यवस्था भी है।
बालको मेडिकल सेंटर में हमारा सबसे पहला उद्देश्य है कैंसर की रोकथाम, उसके बाद इलाज। तम्बाकू तथा किसी भी प्रकार की लत से छुटकारा पाने के इच्छुकों के लिए हमारे विशेषज्ञ सहायता हेतु उपलब्ध है। आई. सी. एम्. आर. द्वारा किये गए सर्वेक्षण के अनुसार तम्बाकू से होने वाले कैंसर भारत में होने वाले सभी कैंसर का 27त्न भाग है। 2017-18 में जी.डी.पी. का 1त्न भाग सिफऱ् तम्बाकू से होने वाली बीमारी और उसके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव पर खर्च हुआ है। अपने देश था युवा पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए उन में तम्बाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता लाना आवश्यक है। आइए इसकी शुरुआत हम अपने प्रियजनों एवं आस-पास के लोगों को तम्बाकू के दुष्प्रभावों के बारे में बता कर एवं इसकी लत छोडऩे के लिए प्रेरित करके करें।
रायपुर, 31 मई। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थान है। जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के द्वारा बी प्लस की मान्यता प्रदान की गयी है। यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में उच्चस्तरीय 151-200 विश्वविद्यालयों में एक है। कलिंगा विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद आदि प्रतिष्ठित संस्थानों से मान्यता प्रदान की गयी है।
मूल्य आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान पर केंद्रित कलिंगा विश्वविद्यालय में नये शोध और नयी खोज को विकसित करने के लिए सर्वसुविधायुक्त सेंट्रल इंस्ट्रुमेंटेशन सुविधा (सीआईएफ) की स्थापना की गयी है। सीआईएफ के द्वारा विश्वविद्यालयीय छात्रों और शिक्षकों के साथ-साथ निर्धारित शुल्क लेकर बाहरी शैक्षणिक संस्थानों और शोधकर्ताओं एवं विकास संगठनों के प्रशिक्षकों के लिए भी उच्च-स्तरीय शोध उपकरणों को उपलब्ध कराकर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिससे एक बेहतर शोध वातावरण बन सके। इसी तारतम्य में कलिंगा विश्वविद्यालय में सीआईएफ विभाग के द्वारा श्रृंखलाबद्ध प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। इसी श्रृंखला में कलिंगा विश्वविद्यालय के द्वारा 28 मई 2022 को शासकीय माता कर्मा महाविद्यालय, महासमुंद के विज्ञान विभाग के लिए विशेष रुप से एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया था।
कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी भवन में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति- डॉ. आर.श्रीधर, महानिदेशक- डॉ.बैजू जॉन, शासकीय माता कर्मा महाविद्यालय की सह प्राध्यापिका- डॉ. स्वेतलाना, सभी संकाय के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, प्रतिभागीगण और विद्यार्थियों की उपस्थिति में ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना करने के पश्चात किया गया।
कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्र में अत्याधुनिक अनुसंधान के लिए नवीनतम और सबसे उन्नत विश्लेषणात्मक तकनीकों के साथ सर्वसुविधायुक्त प्रयोगात्मक ज्ञान प्रदान करना है। जिससे उपयोगकर्ता प्रयोगशाला, शोधकार्य और औद्योगिक आवश्यकता को समझकर अपने उद्देश्य को पूर्ण कर सकेंगे और उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करेंगे। इस प्रशिक्षण के उपरांत शोधकर्ता अपने सटीक शोध निष्कर्षों को देश-विदेश के प्रतिष्ठित रिसर्च जर्नल में भेजकर प्रकाशित कर सकेंगे और वैश्विक विकास में सहभागी बनेंगे।
कलिंगा विश्वविद्यालय के महानिदेशक डॉ. बैजू जॉन ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की संरचना को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि प्रशिक्षणार्थी प्रयोगशाला अनुसंधान और औद्योगिक आवश्यकता को समझ सकें और आसानी से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम के उपरांत निश्चित रूप से प्रशिक्षणार्थी इस मंच के तहत प्रशिक्षण विधि एवं विशेषज्ञ प्राध्यापकों के ज्ञान से लाभान्वित होंगे और एडवांस इंस्ट्रुमेंटेशन के कार्य और संचालन प्रक्रिया को आसानी से समझेंगे।
उक्त कार्यक्रम में अतिथियों के परिचय और स्वागत के उपरांत कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। प्रथम वैज्ञानिक सत्र में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. एन. के. धापेकर और वनस्पति विज्ञान के सहायक प्राध्यापक श्री अभिषेक कुमार पांडेय के द्वारा एसईएम और एक्सआरडी के व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ विभिन्न अनुप्रयोगों पर विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी। भोजनावकाश के पश्चात आयोजित वैज्ञानिक सत्र में मुख्य प्रशिक्षक श्री अभिषेक पांडेय और डॉ. सुषमा दुबे के द्वारा दूसरे सत्र में यूवी स्पेक्ट्रोमीटर, सेंट्रीफ्यूज और जेल वैद्युत कण संचलन के प्रदर्शन के लिए समर्पित था। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र में उपस्थित अतिथि और प्रतिभागियों के लिए औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ समारोह का समापन हुआ। उक्त समापन समारोह में कुलपति- डॉ. आर श्रीधर, महानिदेशक डॉ बैजू जॉन, समस्त अधिष्ठाता और विभाग के समस्त प्राध्यापक उपस्थित थे।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एडवांस इंस्ट्रुमेंटेशन की क्षमताओं और सीमाओं पर बुनियादी ज्ञान प्रदान करने में सफल रहा। जिसमें सैद्धांतिक पहलुओं पर व्याख्यान और प्रदर्शनात्मक प्रशिक्षण का विशेष सत्र आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को विभिन्न अनुप्रयोगों पर विस्तृत प्रशिक्षण देने के साथ-साथ सीआईएफ के मूल सिद्धांतों के आधारभूत ज्ञान से परिचित कराया गया। प्रतिभागियों को प्रयोगशाला में बुनियादी उपकरणों का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण देने के साथ-साथ नयी तकनीक की जानकारी भी प्रदान की गयी।
देहरादून, 29 मई। केदारनाथ धाम मंदिर पैदल यात्रा मार्ग पर मोबाइल कनेक्टिविटी देने वाला रिलायंस जियो पहला ऑपरेटर बन गया है।
गौरीकुंड और केदारनाथ धाम के बीच जियो की तरफ से कुल 5 टॉवर लगाए जाने हैं। कंपनी के मुताबिक छोटी लिंचोली, लिंचोली और रूद्रपॉइंट पर 3 टॉवर लगाए जा चुके हैं। अन्य दो टॉवर भी बहुत जल्द सेवा देने लगेंगे। पूरे यात्रा मार्ग पर 4जी की कवरेज मिलेगी।
बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के चेयरमैन अजय अजेंद्र और सीईओ-बी. डी. सिंह ने रविवार को इस सेवा के शुरुआत की औपचारिक घोषणा की। चेयरमैन ने केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर जियो की मोबाइल कनेक्टिविटी शुरू होने को राहत भरी खबर बताया। साथ ही उम्मीद जताई की अब इमरजेंसी की दशा में प्रशासन जल्द मदद पहुंचा पाएगा।
रिलायंस जियो ने सोनप्रयाग जैसे महत्वपूर्ण पड़ाव पर एक फुल कैपेसिटी का टॉवर लगाया है। यह टावर ट्रैफिक बढऩे की स्तिथि में भी नेटवर्क पर पडऩे वाली अतिरिक्त भार को सहने की क्षमता रखता है और सामान्य रुप से काम करता है। चारधाम यात्रा पर नेटवर्क कवरेज बढ़ाने के लिए जियो की तरफ से 10 अतिरिक्त सॉल्युशन भी लगाए जा रहे हैं। जिससे स्थानीय लोगों और दूसरे राज्यों से आए श्रद्धालुओं को नेटवर्क संबंधी दिक्कतों को सामना न करना पड़े।
कोविड के कारण दो साल बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा में इस वर्ष रिकॉर्ड यात्री देवभूमि उत्तराखंड आ रहे हैं। प्रशासन यात्रियों को संभालने में लगा है। ऐसे में यात्रा मार्गों पर व्यापक 4जी नेटवर्क की उपलब्धता, राहत लेकर आया है। उत्तराखंड में रिलायंस जियो अकेला ऐसा नेटवर्क है जो चारों धामों सहित श्री हेमकुंड साहिब में भी उपलब्ध है। चारों धामों को मोबाइल नेटवर्क व फाइबर केबल से जोडऩे वाला भी जियो एकमात्र ऑपरेटर है।
रायपुर, 29 मई। रायपुर सराफा एसोसिएशन ने पिछले दिनों कलेक्टर सौरभ कुमार से शहर के हृदय स्थल जयस्तंभ चौक, मालवीय रोड, सदर बाजार में रैली, जुलूस व शोभायात्रा के लिए लग रहे जाम पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। कलेक्टर सौरभ कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी कर रायपुर सराफा एसोसिएशन की मांग पर मुहर लगा दी और आमापारा से शास्त्री चौक, शारदा चौक से गुरुनानक चौक।
जयस्तंभ चौक से कोतवाली चौक व कोतवाली चौक से सत्ती बाजार एवं आजाद चौक तक के क्षेत्र पर किसी प्रकार के रैली, शोभायात्रा, जुलूस एवं अन्य प्रकार के प्रदर्शन के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया। रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने इसके लिए कलेक्टर सौरभ कुमार का आभार जताया हैं।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू, उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल, लक्ष्मीनारायण लाहोटी, प्रहलाद सोनी, सह सचिव अनिल कुचेरिया ने बताया कि जयस्तंभ चौक, मालवीय रोड, सदर बाजार में आए दिन निकलने वाली रैली, जुलूस व शोभायात्रा के कारण जाम की स्थिति निर्मित हो जाती थी। इस कारण सदर बाजार के साथ ही सराफा बाजार में कारोबार करने वाले व्यापारी परेशान रहते थे।
इसके साथ ही धरना स्थल में हो रहे प्रदर्शन से बुढ़ातालाब में जाम की स्थिति निर्मित हो जाती थी और पूरा ट्राफिक सिस्टम सराफा बाजार की ओर टायवर्ड हो जाता था, इस कारण भी यहां जाम की स्थिति निर्मित हो जाता था। रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर सौरभ कुमार से मुलाकात कर सदर बाजार, मालवीय रोड, शारदा चौक, फूल चौक, आजाद चौक, सत्तीबाजार के संपूर्ण क्षेत्र में सभी प्रकार की राजनीतिक, सामाजिक एवं धार्मिक जुलूस, रैली व शोभायात्रा निकालने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
इस पर कलेक्टर ने पिछले दिनों बुढ़ातालाब धरना स्थल में 100 लोगो को धरना प्रदर्शन करने की अनुमति दे है, इससे सदर बाजार और सराफा बाजार में आए दिन लगने वाले जाम पर थोड़ा नियंत्रण हुआ हैं। लेकिन जुलूस व शोभायात्रा यात्रा के कारण लग रहे जाम से निजात नहीं मिल पा रही थी।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने इस पर अब प्रतिबंध लगा दिया हैं। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के मुताबिक जीई रोड में आमापारा से शास्त्री चौक तक,एमजी रोड में शारदा चौक से गुरुनानक चौक तक, मालवीय रोड में जयस्तंभ चौक से कोतवाली चौक व सदर बाजार रोड में कोतवाली चौक से सत्ती बाजार एवं आजाद चौक तक के क्षेत्र पर किसी प्रकार के रैली, शोभायात्रा, जुलूस एवं अन्य प्रकार के प्रदर्शन धारा 144 दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया हैं।
रायपुर, 29 मई। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज समता कॉलोनी में विगत दिनों महिलाओं एवं युवतियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत हर दिन कुछ न कुछ अलग सिखाने के क्रम में योग प्रशिक्षण, पाककला प्रशिक्षण, एवं व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें महिलाओं एवं युवतियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के लिए मुख्य रूप से पाककला के लिए मिस आस्था गुप्ता ने सलाद डेकोरेशन, मॉकटेल का प्रशिक्षण दिया। इसके अलावा योग प्रशिक्षक मिस शुभी शारदा एवं मिस कीर्ति साहू ने प्रतिभागियों को योग के महत्व और उसकी आवश्यकता के बारे में समझाते हुए प्रमुख योग का अभ्यास कराया।
प्रशिक्षण के क्रम में ही श्री अमिताभ दुबे जो कि जाने-माने मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में अपना कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं, उनके द्वारा प्रतिभागियों को व्यक्तित्व के विकास संबंधी मूलभूत जानकारियों से अवगत कराया। साथ ही वैभव सूर्यवंशी ने सोशल मीडिया के विभिन्न उपयोग के बारे में विस्तार से बताया। बहुत ही आसान तरीकों से कैसे हम घर बैठे ऑनलाईन माध्यमों से अपने प्रोडक्ट एवं स्कील से इन्कम प्राप्त कर सकते हैं।
अमेजन, फ्लिपकार्ट, मीशो जैसे ब्राण्डेड कम्पनियों में रजिस्टर करने के तरीके भी बताए। ज्ञातव्य है कि यह प्रशिक्षण युवतियों एवं महिलाओं में रोजगारोन्मुखी विकास के उद्देश्य से दिया जा रहा है। संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के चेयरमेन श्री राजेश अग्रवाल एवं प्राचार्य डॉ. ज्योति जनस्वामी के निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
रायपुर, 29 मई। बिलासपुर में 46वीं त्रिपीक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक श्री मलय टिकादार, डीडीजी, नागपुर एवं हैदराबाद जोन के मुख्य आतिथ्य व डॉ पी एस मिश्रा सीएमडी एसईसीएल के अध्यक्षता में संपन्न हुआ। निदेशक तकनीकी संचालन सह कार्मिक श्री मनोज प्रसाद एवं निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस के पॉल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस दौरान सीएमडी एसईसीएल ने मिशन नाचिकेता के जरिए कंपनी के कार्यबल का बेेहतर नॉलेज, ट्रेनिंग तथा निरंतर अपडेट करने की दिशा में कार्य करने का मूल मंत्र दिया। आगे उन्होने अपने उद्बोधन में कहा एसईसीएल में शून्य क्षति लक्ष्य प्राप्त करना हमारी सामुहिक जिम्मेदारी है। इसके लिए जो भी आवश्यकताएॅं होंगी उसे पूरा करने का आश्वासन उन्होने दिया।
सदन से प्राप्त सुझावों को अमल लाने की बात कही। क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को निर्देशित किया कि अपने क्षेत्र में उत्पादकता के साथ सुरक्षित वातावरण एवं सुरक्षित कार्यस्थल सुनिश्चित करें। उत्पादन के ब-सजयते लक्ष्य के साथ नई टेक्नॉलॉजी को भी अपनाना है तथा सर्वोपरि रूप से हमें सुरक्षित कार्यस्थल की उपलब्धता सुनिश्चित करनी है साथ ही साथ सुरक्षित रूप से कार्य करने के लिए आवश्यक साधन, सुविधाएं, प्रशिक्षण व कार्यप्रणाली का ज्ञान सुनिश्चित करना है।
रायपुर, 29 मई। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी,विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि चेंबर कार्यालय में संरक्षक मंडल, सलाहकार मंडल और वरिष्ठ सदस्यों की एक अति आवश्यक बैठक बुलाई गई, जिसमे दल्लीराजहरा, बालोद एवं गुण्डरदेही के व्यापारी शामिल हुए।
प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया की बैठक में बालोद जिला के ग्राम तुएगोंदी में घटना की आड़ में बालोद बंद के नाम पर छत्तीसगढ़ क्रांति सेना द्वारा गुंडरदेही में व्यापारियों के साथ मारपीट की गई। साथ ही छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल द्वारा दी गई विवादास्पद बयान से भी समाज का माहौल खराब हुआ। इसका भी चैंबर आफ कामर्स ने पुरजोर विरोध किया। पूर्व मे भी अमित बघेल द्वारा प्रदेश के विभिन्न् शहरों में अन्य समाजों के लिए उन्माद फैलाने के उद्देश्य से इसी प्रकार से नफरत और घृणा से भरे हुए भाषण दिए गए हैं।
पूरे भारत में छत्तीसगढ़ सबसे शांतिप्रिय प्रदेश है, जिसके सामाजिक समन्वय और सौहार्द को जानबूझकर बिगाडऩे की कोशिश की गई है। छत्तीसगढ़ क्रांति सेना द्वारा व्यापारियों से जबरन वसूली की शिकायतें भी सामने आती रही है । श्री पारवानी ने कहा कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि अतिशीघ्र ही चेंबर एवं समस्त समाजों के वरिष्ठों का एक प्रतिनिधिमंडल माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलकर सारी बातों से अवगत कराएगा एवं इस प्रकार के तत्वों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की मांग करेगा।
बैठक में छत्तीसगढ़ चेम्बर के संरक्षक आसुदामल वाधवानी, महेन्द्र कुमार धाड़ीवाल, स. भजन सिंह होरा, हनुमान प्रसाद अग्रवाल, प्रदीप कुमार गुप्ता सलाहकार दीपक बल्लेवार, भरत बजाज, अमर गिदवानी, जितेंद्र दोशी, नरेंद्र कुमार दुग्गड़, परमानंद जैन, राकेश ओचवानी, सुरिन्दर सिंह, अजय अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, मनमोहन अग्रवाल, राम मंधान, प्रदेश महामंत्री अजय भसीन, प्रदेश कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा सहित दल्ली राजहरा इकाई अध्यक्ष शंकर लाल कुकरेजा, बालोद इकाई के महामंत्री अमित कुकरेजा व कैलाश जैन, भूपेंद्र डहरवाल उपस्थित थे।
रायपुर, 29 मई। अहमदाबाद में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इफको के नैनो यूरिया तरल संयंत्र को वस्तुत: राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर दिया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह सह सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री श्री मनसुख मंडाविया मौजूद थे।
इफको ने अब तक नैनो यूरिया की 3.6 करोड़ बोतलों का उत्पादन किया है, जिसमें से 2.5 करोड़ बोतलें पहले ही देश भर के किसानों को बेची जा चुकी हैं। नैनो यूरिया तरल आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि के अनुरूप विकसित पादप पोषण के लिए एक प्रभावी और कुशल समाधान है। इसमें उच्च पोषक तत्व उपयोग क्षमता है और इसका उद्देश्य मिट्टी, पानी और वायु प्रदूषण को कम करना है। किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग कॉस्ट में काफी कमी आएगी।
रायपुर, 28 मई। ट्रिपलआईटी नया रायपुर के तीन विद्यार्थियों का चयन गूगल ने अपने 'गूगल समर ऑफ कोड इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए किया है। यह एक विश्वस्तर का कार्यक्रम है, जो ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के क्षेत्र में नए शिक्षार्थियों को लाने पर केंद्रित है।
गूगल के विभिन्न सॉफ्टवेयर के लिए काम करने के लिए वैश्विक स्तर पर चयनित 1209 शिक्षार्थियों में ट्रिपलआईटी नया रायपुर के दिव्यांश कुशवाहा, सौम्या रंजन पटनायक, और खुशी अग्रवाल शामिल हैं। दिव्यांश का चयन एन्ड्रॉयड सॉफ्टवेयर पर काम करने के लिए हुआ है, सौम्या लाइनक्स पर काम करेंगी, और खुशी कुपी के बैकएंड इंप्लीमेंटेशन के लिए काम करेंगी।
गूगल समर ऑफ कोड कार्यक्रम के तहत शिक्षार्थियों को मई और अगस्त के बीच एक ओपन-सोर्स ऑर्गेनाईज़ेशन के साथ उनके तीन-माह के प्रोग्रामिंग प्रोजेक्ट पर काम करने का अवसर मिलता है। इसमें भाग लेने वाले संस्थानों द्वारा शिक्षार्थियों को एक मेंटर उपलब्ध कराया जाता है, जो उन्हें रियल-वल्र्ड के सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और तकनीकों से अवगत कराता है। शिक्षार्थियों को अपनी रुचि के क्षेत्र में काम करते हुए मासिक भत्ता भी प्राप्त होता है।
इंटर्नशिप की इस अवधि में शिक्षार्थियों को कोड तैयार करना होगा, और मेंटर्स द्वारा विद्यार्थियों की प्रगति का आकलन करने के लिए आयोजित दो मध्यावधि मूल्यांकनों में भाग लेना होगा। गूगल समर ऑफ कोड प्रोग्राम के लिए चयन प्रक्रिया द्वारा विद्यार्थी एक या दो संस्थानों में अपने आवेदन जमा कर सकते हैं। आवेदन के साथ उन्हें यह विवरण भी देना होता है कि वो गर्मियों की अवधि (मई के मध्य से अगस्त के मध्य के बीच) में उस संगठन के लिए किस प्रोजेक्ट पर काम करना चाहते हैं।
इसके साथ उन्हें अपने पूर्व अनुभव भी बताने होते हैं। इन विवरणों के आधार पर संस्थान सर्वश्रेष्ठ आवेदनों का चयन करते हैं। ओपन-सोर्स संस्थानों में योगदान देने के लिए संचार सबसे महत्वपूर्ण है और मेंटर इसमें मुख्य भूमिका निभाते हैं। मेंटर्स सही दिशा में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हैं।
इन शिक्षार्थियों को बधाई देते हुए डीन-एकेडेमिक्स, राजर्षि महापात्रा ने बताया कि ट्रिपलआईटी में शिक्षार्थियों को जटिल समस्याओं का समाधान करने और इस समाज को बेहतर बनाने में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित किया जाता है। इन शिक्षार्थियों की सफलता हमारे इस फोकस का प्रमाण है।
रायपुर, 28 मई। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी को क्रेयॉन कलर,वैक्स कलर,कलर पेंसिल और वाटर कलर का इस्तेमाल करना है। थीम ओपन है। आपके जो मन में आए आप बना सकते हैं। सबसे खास बात यह प्रतियोगिता बच्चों के लिए नहीं बल्कि उनकी मम्मियों के लिए है।
छत्तीसगढ़ की अग्रणी महिला संस्था स्वयंसिद्धा -ए मिशन विद ए विजऩ एनजीओ की रायपुर इकाई द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में महिलाओं को वापस अपने बचपन में जाने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। संस्था की निदेशक डॉ. सोनाली चक्रवर्ती व रायपुर यूनिट की हेड शीलु लुनिया ने बताया कि प्रतिभागियों को अपने साथ अपने रंग लेकर आने हैं। ड्राइंग शीटउन्हें आयोजन स्थल से ही दी जाएगी।
रायपुर, 28 मई। ट्रिपलआईटी के डॉ. कुलदीप सिंह पटेल, असिस्टैंट प्रोफ़ेसर (मैथमैटिक्स) को भारत सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा एस ई आर बी इंटरनेशनल रिसर्च एक्सपीरियंस (एसआईआरई) फैलोशिप के लिए चुना गया है।
इस फैलोशिप के तहत, डॉ. कुलदीप को वित्तीय बाजार की समस्याओं, खासकर हाई-ऑर्डर कॉम्पैक्ट स्कीम्स फॉर प्राईजि़ंग इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स (मूल्य ब्याज दर डेरिवेटिव्स के लिए उच्च-क्रम की कॉम्पैक्ट योजनाओं) पर शोध करने के लिए मॉरिशस विश्वविद्यालय भेजा जाएगा। शोधकर्ता के रूप में डॉ. कुलदीप मॉरिशस विश्वविद्यालय में मैथमैटिक्स विभाग के प्रो. मुद्दून भुरुथ के साथ सहयोग करेंगे।
इस फैलोशिप की अवधि जून 2022 से सितंबर 2022 के बीच चाह माह की होगी। यह फैलोशिप भविष्य के शोध क्षेत्र में सहयोग का विस्तार करेगी और नए अनुसंधान की संभावनाओं के द्वार खोलेगी। इससे ट्रिपलआईटी-नया रायपुर में पढ़ रहे बी.टेक/एम.टेक के विद्यार्थियों और शोध के क्षेत्र में काम कर रहे विद्वानों के लिए शोध/इंटर्न/पोस्ट डॉक्टरेट के लिए अवसरों का सृजन भी होगा।
ट्रिपल आईटी- नया रायपुर के डायरेक्टर, डॉ. प्रदीप कुमार सिन्हा ने बताया कि यह भारत सरकार की एक प्रतिष्ठित फैलोशिप है, जिससे ट्रिपलआईटी-नया रायपुर को भारत एवं विश्व में काफी प्रचार मिलेगा। डॉ. सिन्हा ने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में ट्रिपलआईटी-नया रायपुर का मुख्य फोकस शोध पर रहेगा एवं इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय सहयोगों द्वारा छत्तीसगढ़ में बहुराष्ट्रीय सहयोगपूर्ण शोध का आधार मजबूत होगा।
रायपुर, 28 मई। रायगढ़ स्थित होटल श्रेष्ठ में टाटा मोटर्स ने लॉंच की अपनी नई गाड़ी टाटा सिग्ना 5530.एस। इस कार्यक्रम को टाटा मोटर्स के डीलर ओम ऑटोव्हील्स ने आयोजन किया था।
इस लॉंचिंग में मुख्य रूप से टाटा मोटर्स के स्टेट प्रोडक्ट मैनेजर गौरव पुरवार, टेरिटरी मैनेजर आनंद पाटिल, एरिया सर्विस मैनेजर अभिषेक द्विवेदी, कस्टमर सर्विस मैनेजर सौरमक बैनर्जी और परीक्षित परिहार उपस्थित थे।
कार्यक्रम में ओम ऑटोव्हील्स के मैनेजिंग डायरेक्टर पुनीत पारवानी के द्वारा टाटा सिग्ना 5530 एस की गुणवत्ता से उपस्थित सम्मानीय ग्राहकों को अवगत कराया।
रायपुर, 27 मई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और इससे संबंधित संगठन अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापार महासंघ (एबीकेवीएम) ने एक संयुक्त बयान में कच्चे सोयाबीन और कच्चे सूरजमुखी के आयात पर सीमा शुल्क हटाने के लिए केंद्र सरकार की सराहना की है। कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा की सरकार का यह निर्णय महंगाई पर अंकुश लगाने और भारत के लोगों को राहत प्रदान करने का एक सार्थक एवं ठोस प्रयास है।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि भारत में मुद्रास्फीति अब तक के उच्चतम स्तर पर है। कच्चे तेल पर आयात शुल्क हटाने और चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध से निश्चित रूप से मुद्रास्फीति में कमी आएगी और आम आदमी लाभान्वित होगा। दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा कि कच्चे तेल पर आयात शुल्क हटाने के तहत, सरकार ने निश्चित किया है कि आयात करने के इच्छुक व्यक्तियों को टीआरक्यू लाइसेंस लेना होगा।
उन्हें उनकी वार्षिक खपत के अनुपात में आयात करने की अनुमति दी जाएगी जो कि कई मायनों में जायज प्रतीत होता है। . लेकिन, यह और भी आवश्यक है कि सरकार यह सुनिश्चित करे कि सरकार की मंशा के अनुसार इस कदम का लाभ उपभोक्ताओं को मिले और आयातक इस लाभ को अपने पास न रखें।
श्री पारवानी और श्री दोशी, दोनों ने सुझाव दिया कि सरकार को एक निगरानी तंत्र तैयार करना चाहिए जिसके तहत आयातकों को शुल्क ख़त्म करने से पहले और बाद में तैयार उत्पाद की कीमत के बारे में सरकार को सूचित करने के लिए निर्देशित किया जाना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो कि उपभोक्ताओं तक लाभ पहुंचा है अथवा नहीं ।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि सरकार का एक और ऐतिहासिक निर्णय चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना है जो एक और व्यवहारिक कदम है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि अर्जेंटीना चीनी का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। इस साल अर्जेंटीना को लैनिनो मौसम का सामना करना पड़ा है और इस तरह अर्जेंटीना में चीनी उत्पादन में गिरावट आएगी और यह आशंका है कि वैश्विक स्तर पर चीनी की कीमतें बढ़ सकती हैं।
ऐसी स्थिति के मद्देनजर, सरकार ने भारत में चीनी की कीमतों की मुद्रास्फीति सुनिश्चित करने के लिए चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो भारत के लोगों के व्यापक हित में है। हम मुद्रास्फीति से निपटने के लिए सरकार के इन दो सबसे महत्वपूर्ण कदमों की सराहना करते हैं- श्री पारवानी और श्री दोशी दोनों ने कहा।
रायपुर, 27 मई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि जीएसटी लागू हुए करीब 5 साल हो गए हैं।
देश भर के व्यापारियों ने इस टैक्स का स्वागत इस बात को ध्यान में रखकर किया था कि यह एक अच्छा और सरल टैक्स होगा। जीएसटी निश्चित रूप से एक अच्छा और सरल कर है लेकिन धीरे-धीरे यह व्यापारियों के लिए एक दु:स्वप्न सा बन गया है क्योंकि पोर्टल की अक्षमता, जीएसटी पोर्टल में बार-बार बदलाव और जीएसटी नियमों ने जीएसटी को काफी जटिल बना दिया है- ये कहना है कन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का।
कैट ने केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण से स्टेकहोल्डजऱ् के परामर्श से जीएसटी कराधान प्रणाली की कुल समीक्षा करने और इसे एक ऐसा कानून बनाने का आग्रह किया है जो जीएसटी कानून और नियमों का पालन करके व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा दे सके। हर महीने जीएसटी संग्रह के बढ़ते आंकड़ों को एक सफल जीएसटी व्यवस्था नहीं कहा जा सकता क्योंकि प्रति माह जीएसटी संग्रह एक सकल मूल्य है जिसमें से इनपुट टैक्स का एक बड़ा हिस्सा कट जाता है- कैट ने कहा।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी और प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा कि जीएसटी पोर्टल की आवश्यकता के अनुसार अधिनियम में संशोधन किए गए जबकि पोर्टल को अधिनियम के अनुसार बनाया जाना चाहिए था। इससे व्यापारियों को काफी परेशानी हो रही है और अब भी कोई राहत नही मिली है।
कुछ बुद्धिमानो ने इन पांच वर्षों में जीएसटी अधिनियम में 1100 संशोधन किए और व्यापारियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे हर बदलाव के बारे में जागरूक हों और अपने ज्ञान, सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहे हों और अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षित करें या नए प्रशिक्षित कर्मचारियों को नियुक्त कर क़ानून का पालन करे ।
जीएसटी में जिस तेजी से संशोधन किए गए हैं, उसके साथ तालमेल बिठाना किसी व्यक्ति के लिए लगभग असंभव है। इसके अलावा, व्यापारियों को विभाग की अक्षमता के लिए ऐसा कानून बनाकर पीडि़त करना कि यदि आपूर्तिकर्ता कर का भुगतान नहीं करता है तो खरीदार को आईटीसी नहीं मिलेगा, जीएसटी की अवधारणा को पूरी तरह से प्रभावित करता है। कारोबारियों के लिए जीएसटी का सफर रोलर कोस्टर की सवारी जैसा रहा।
अब समय आ गया है कि व्यापार के प्रतिनिधियों को जीएसटी काउन्सिल का हिस्सा बनाया जाए और व्यापार से परामर्श करने के बाद कानून और प्रक्रियाएं बनाई जाएं। दरों और अनुपालन के संबंध में भी जीएसटी के नए सिरे से सुधार की आवश्यकता है।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने आगे कहा कि एशियाई देशों में, भारत में जीएसटी दर के उच्चतम मानक है। दुनियाभर में यह चिली के बाद दूसरे स्थान पर है। शून्य-रेटेड उत्पादों के साथ गैर-शून्य रेटेड उत्पाद (3, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत) एक राष्ट्र एक कर के सपने के बिल्कुल विपरीत हैं। पेट्रोलियम उत्पाद, बिजली और रियल एस्टेट अभी भी जीएसटी के दायरे से बाहर हैं जो जीएसटी में काफी हद तक विसंगतियां और असमानताएं लाता है और जीएसटी के मूल उद्देश्य के विपरीत है।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि जीएसटी रिटर्न फाइलिंग के मुद्दे जैसे की मल्टीप्ल फॉर्म, फॉर्म जीएसटीआर -2 बी से संबंधित मुद्दे, नियम 36 (4) का अनिवार्य अनुपालन, फॉर्म जीएसटीआर 3 बी के मुद्दे, फॉर्म ट्रान 1 में मुद्दे, छोटे व्यापार पर अतिरिक्त परिचालन लागत एकाउंटेंट रखने और लाभ उठाने जैसी व्यवसायी सेवाएं और भावात्मक और समय पर अनुपालन की लागत, ई-कॉमर्स पर सामान बेचने के लिए अनिवार्य जीएसटी पंजीकरण, रिवर्स चार्ज और टीसीएस प्रावधानों के कारण पूंजी की रुकावट, प्रारंभिक और अंतिम रिटर्न के बीच तालमेल न होना, 4 साल से अधिक समय के बाद भी जीएसटी पोर्टल का निरंतर बैंड अथवा खराब रहना व्यपारियो के दुख का कारण है।
वास्तविक अर्थों में इसे एक स्थिर, अच्छा और सरल कर बनाने के लिए जीएसटी कराधान प्रणाली को सुधार की तत्काल आवश्यकता है। अधिकारियों की शून्य जवाबदेही के साथ जटिल जीएसटी कर संरचना जीएसटी के कर आधार को बढ़ाने में एक प्रमुख रोड़ा बना हुआ है। इस नाते से जीएसटी के वर्तमान स्वरूप में बड़े बदलाव ज़रूरी है जिससे यह आम आदमी को राहत से कर पालना के लिए प्रेरित कर सके।
रायपुर, 27 मई। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल, रायपुर पूरे मध्यभारत में, विश्वस्तरीय सुविधाओं और विशेषज्ञ डाक्टर्स की टीम के लिये ख्याति प्राप्त है। हॉस्पिटल के सभी विभागो मे अत्याधुनिक मशीनो, चिकित्सा सुविधाओं के साथ ही, कुशल व अनुभवी नर्सिंग स्टाफ, मरीजों की संपूर्ण देखभाल करते हैं।
इसी क्रम में रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के यूरोलॉजी विभाग मे, डॉ. अजय पाराशर, कंसल्टेंट यूरोलाजिस्ट एवं रीनल ट्रांसप्लांट सर्जन तथा डॉ. हर्ष जैन, यूरोलाजिस्ट एवं एन्डीयोलाजिस्ट कंसलटेंट की टीम, मध्यभारत के अनुभवी मूत्ररोग विशेषज्ञों के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त है।
इनके द्वारा, यूरेटर व किडनी रोग के लिये अल्ट्रा एडवांस्ड लेजर ट्रीटमेंट, पेशाब की नली में सिकुडऩ का दूरबीन पद्धति से इलाज, एडवांस्ड यूरोप्लास्टी, किडनी, पेशाब की थैली, अंडकोष एवं प्रोस्टेट कैंसर का इलाज कुशलतापूर्वक किया जाता है। मूत्र रोगियों मे, किडनी स्टोन की समस्या होती है।
जिसमें मरीजो को काफी तेज दर्द होता है। जिसके मरीजों के इलाज हेतु, यूरोलाजिस्ट द्वारा स्टोन की साइज व स्थिति एवं उनके प्रकार की जांच कर उसे तोड़कर हटाने का इलाज करते है। इनमे मुख्य रूप से सिस्टोस्कोपी, यूरेटेरास्कोपी, नेफ्रो लिथोटॉमी आदि विधियों से तोड़कर निकाला जाता है। बहुत छोटे स्टोन सामान्य रूप से इलाज से ही मूत्रनली से बाहर निकल जाता है।
डॉक्टर्स मरीजों को अधिक मात्रा मे तरल पदार्थ या पानी रहने की सलाह देते है ताकि स्टोन पैदा करनेवाले मिनरल्स बाहर निकलते रहें। यहॉ पर मूत्ररोग संबंधी मरीजो के लिये यूरो डायनामिक सहित यूरोफ्लोमेट्री जाँच सुविधा भी उपलब्ध है।
रायपुर, 27 मई। कलेक्टर सौरभ कुमार के निर्देश पर रायपुर सराफा एसोसिएशन के द्वारा सराफा भवन हलवाई लाइन में साहूकारी लाइसेंस शिविर का आयोजन 30 मई को किया गया हैं। इस दौरान सराफा कारोबारी नया लाइसेंस बनवा या लाइसेंस का नवीनीकरण करवा सकते हैं। शिविर में तहसीलदार श्री मनीष देव साहू अपनी टीम के साथ उपस्थित रहेंगे। उक्त जानकारी रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू, उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल, लक्ष्मीनारायण लाहोटी, प्रहलाद सोनी, सह सचिव अनिल कुचेरिया ने विज्ञप्ति में दी।
उन्होंने बताया कि ऑनलाइन के माध्यम से साहूकारी लायसेंस दिया जा रहा है लेकिन इसमें तकनीकी त्रुटि होने के कारण साहूकारी लायसेंस लेने में सराफा कारोबारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा हैं। रायपुर सराफा एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों जिला कलेक्टर सौरभ कुमार से मिला और तकनीकी त्रुटियों के संबंध में अवगत कराया।
अध्यक्ष श्री मालू ने बताया कि कलेक्टर सौरभ कुमार ने रायपुर सराफा एसोसिएशन के सहयोग से सराफा भवन हलवाई लाइन में 30 मई, सोमवार को साहूकारी लायसेंस शिविर लगाने की सहमति दे दी है और इस दौरान तहसीलदार श्री मनीष देव साहू अपनी टीम के साथ मौजूद रहेंगे।
जो भी सराफा कारोबारी नया लाइसेंस बनवाना या लाइसेंस का नवीनीकरण करना चाहते हैं उन्हें शपथ पत्र, 5000 का चालान, पेन कार्ड, आधार कार्ड, 6 माह का बैंक स्टेटमेंट, दो वर्ष का आरटी रिटन, प्रापर्टी का पेपर, आवेदक का बयान तथा संबंधित थाना का चरित्र प्रमाण पत्र देना होगा।
रायपुर, 27 मई। उद्योग संगठन फिक्की की छत्तीसगढ़ राज्य परिषद की वित्त वर्ष 22-23 की पहली बैठक संपन्न हुई। शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक तथा छत्तीसगढ़ राज्य परिषद फिक्की के वर्तमान अध्यक्ष श्री अभिजीत पति ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य सदस्यों द्वारा राज्य स्तर पर महत्वपूर्ण औद्योगिक मुद्दों के समाधान के संबंध में निकाय और कार्यप्रणाली को मजबूत करने के पहलुओं पर चर्चा करने और विचार-विमर्श करने के लिए मंथन सत्र आयोजित करना था।
इस कार्यक्रम में जिंदल स्टील एंड पावर के एवीपी श्री यूपी सिंह और जीएम श्री सुयश शुक्ला, एमएचआईडीपीएल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री शेखर सुभेदार, एसबीटी टेक्सटाइल्स के डायरेक्टर श्री विक्रम जैन और एमएचआईडीपीएल के सीईओ श्री आर बी ई राव, यूआरएलए इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अश्विन गर्ग, आईबी ग्रुप के ग्रुप सीएफओश्री मनीष आहूजा एवं ट्रेजरी हेड श्री असीम आहूजा, एमएचआईडीपीएल के श्री राजन पांडे और श्री शालीन राव, उप निदेशक एवं फिक्की छत्तीसगढ़ प्रमुख ने शिरकत की।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक तथा छत्तीसगढ़ राज्य परिषद फिक्की के वर्तमान अध्यक्ष श्री अभिजीत पति ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमें एक प्रतिष्ठित संघ के सदस्यों के रूप में राज्य में फिक्की की उपस्थिति को मजबूत करने की दिशा में सरकार के साथ सामंजस्य बनाने के लिए सामूहिक रूप से कार्य करना चाहिए। राज्य के विभिन्न उद्योगों के सामने आने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों की पहचान और चर्चा करने का फिक्की एक मंच है।
हम सभी को इस मंच के माध्यम से राज्य और राष्ट्र के औद्योगिक विकास की दिशा में मिलकर आगे बढऩा है। हमारे उद्देश्यों को राज्य सरकार के साथ सक्रिय भागीदारी और नीतिगत सुधारों में सरकार का समर्थन कर राज्य में व्यावसायिक गतिविधियों की आसानी के लिए औद्योगिक सुझाव प्रदान कर समर्थन प्राप्त किया जा सकता है।
हमें जिम्मेदार निकाय के रूप में सरकार को संभावित निवेश के स्रोत की पहचान करने में भी मदद करनी चाहिए जिससे महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान हो सके। प्रमुख औद्योगिक विषयों के संबंध में अपनी बात रखने के अलावा हमारी जिम्मेदारी है कि राज्य के समग्र विकास के लिए एमएसएमई क्षेत्र को समर्थन और बढ़ावा दें। मुझे विश्वास है कि हमारे सामूहिक प्रयासों से लक्ष्यों की प्राप्ति की जा सकती हैं।
श्री पति ने सदस्य इकाइयों के साथ-साथ छोटी कार्यकारी समितियों के गठन और उनकी लगातार बैठकों पर भी जोर दिया। समितियां मुद्दों की समीक्षा कर सरकार से जरूरी मामलों पर चर्चा करने के लिए मिल सकती हैं। उन्होंने यह कहते हुए निष्कर्ष निकाला कि अधिक जीवंतता, पहल और राज्य के औद्योगिक ताने-बाने को सुदृढ़ करने के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र के साथ दृढ़ विश्वास से आगे बढऩे में मदद मिलेगी।
फिक्की छत्तीसगढ़ परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं जेएसपीएल के अध्यक्ष प्रदीप टंडन का प्रतिनिधित्व करते हुए श्री यूपी सिंह ने कहा कि एक केंद्रित दृष्टिकोण के साथ विभिन्न संगठनों और इकाइयों के विशेषज्ञ सदस्य- खनन, वन और पर्यावरण मंजूरी, परिवहन और अन्य प्रासंगिक क्षेत्र के विशेषज्ञ समिति का हिस्सा बन सकते हैं। श्री अश्विन गर्ग ने कहा कि संघ, उद्योग और सरकार के बीच एक सेतु का काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ औद्योगिक नीति 2019-24 बनाते समय सरकार ने राज्य के सभी प्रमुख उद्योग संघों से सुझाव मांगे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सदस्य इकाइयों को प्रेरित करने के लिए फिक्की छत्तीसगढ़ परिषद द्वारा सामूहिक रूप से स्थानीय मुद्दों को उठाया जा सकता है, जिसे बाद में एक दस्तावेजी साक्ष्य के रूप में संबंधित सरकारी विभाग के समक्ष रखा जा सकता है। श्री आर बी ई राव ने राज्य भर में कोल्ड स्टोरेज की कमी का मुद्दा उठाया।
श्री विक्रम जैन ने अर्थव्यवस्था के विकास में एमएसएमई के महत्व और कपड़ा उद्योगों से संबंधित स्थानीय मुद्दों को संबोधित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। श्री मनोज आहूजा ने मौजूदा चुनौतियों को सामूहिक रूप से हल करने पर जोर दिया।