खेल
मुंबई, 13 अप्रैल। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ का मानना है कि सभी प्रारूपों में भारतीय टीम की अगुआई करने का मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग टूर्नामेंट में रोहित शर्मा पर ‘मानसिक तनाव’ पड़ रहा है।
रिकॉर्ड पांच बार आईपीएल खिताब जीतने वाली रोहित की अगुआई वाली मुंबई इंडियन्स की टीम को आईपीएल 15 में पहली जीत का इंतजार है और टीम अपने शुरुआती चारों मुकाबले गंवा चुकी है।
रोहित की अगुआई में इससे पहले भारत ने वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला जीती। भारत ने टेस्ट श्रृंखला में भी श्रीलंका को हराया।
स्मिथ के हवाले से ‘क्रिकेट.कॉम’ ने कहा, ‘‘भारत की सीमित ओवरों की टीम का कप्तान बनने के बाद यह पहला टूर्नामेंट है जिसमें वह मुंबई इंडियन्स की कप्तानी कर रहा है। क्या इस मानसिक तनाव का खामियाजा आईपीएल में भुगतना पड़ रहा है। इस बारे में विचार किया जाना चाहिए।’’
रोहित को फरवरी में भारत का पूर्णकालिक टेस्ट कप्तान नियुक्त किया और उनकी पहली श्रृंखला मार्च में श्रीलंका के खिलाफ थी।
मौजूदा सत्र में फ्रेंचाइजी के लिए रोहित बल्ले से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं और दक्षिण अफ्रीका के सबसे सफल कप्तानों में से एक स्मिथ हैरान है कि क्या सभी प्रारूपों में राष्ट्रीय टीम की अगुआई करने का इससे कुछ लेना देना है।
रोहित चार मैच में 20 की औसत से सिर्फ 80 रन बना पाए हैं।
स्मिथ ने कहा कि अगर रोहित बल्ले से लय हासिल करते हैं तो मुंबई इंडियन्स के लिए चीजें आसान हो जाएंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘वह इतना महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। अगर आप टीम को देखें तो रोहित शानदार खिलाड़ी है जो अब तक फॉर्म हासिल नहीं कर पाया है।’’
स्मिथ ने कहा, ‘‘आपके पास इशान किशन है, सूर्यकुमार यादव कुछ मैच के लिए चोटिल थे। वह अब आ गए हैं और अच्छी लय में नजर आ रहे हैं। इसके बाद मैच को फिनिश करने की क्षमता रखने वाले कीरोन पोलार्ड हैं। आपके पास डेवाल्ड ब्रेविस है लेकिन वह युवा खिलाड़ी है। बल्लेबाजी क्रम काफी मजबूत है।’’
स्मिथ ने कहा कि पंजाब किंग्स के खिलाफ मुकाबले के लिए मुंबई की टीम को वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजी आलराउंडर फाबियन एलेन को टीम में शामिल करना चाहिए। (भाषा)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 अप्रैल। भुनेश्वर (ओडिशा) में आयोजित सब जूनियर, जूनियर व सीनियर भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग) चैम्पियनशिप प्रतियोगिता गत दिनों आयोजित की गई थी, जिसमें ज्ञानेश्वरी ने सिल्वर और जगदीश ने कांस्य पदक जीता।
प्रतियोगिता में जयभवानी व्यायाम शाला की ज्ञानेश्वरी यादव ने स्नैच 74 किग्रा क्लीनजर्क 87 किग्रा टोटल 161 किग्रा वजन उठाकर अपने वजन समूह में द्वितीय व सिल्वर मेडल पर कब्जा किया, वहीं सीनियर भारोत्तोलन प्रतियोगिता में राजनांदगांव के जगदीश विश्वकर्मा अपने 96 किग्रा ग्रुप में 146 किग्रा स्नैच व 187 किग्रा क्लिनजर्क कुल वजन 333 किग्रा वजन उठाकर तृतीय स्थान पाकर कांस्य पदक पर अपना नाम किया। वहीं जय भवानी व्यायाम शाला की वेट लिफ्टर एकता बंजारे ने अपने वजन समूह में चतुर्थ, सोनाली यदु व मिथलेश सोनकर ने छठवां स्थान प्राप्त किया। अनंत मांडवी दसवां स्थान पर रहे।
उक्त खिलाडिय़ों की सफलता पर अजय श्रीवास्तव, डोमन मोहोबिया, अमित अजमानी, अशोक श्रीवास, बसंत मेगी, शेख वसीम, नीरज शुक्ला, विवेक रंजन सोनी, दीपक ठाकुर, मनोज यादव, चोवाराम सोनकर, अकाश सोनी, नारायण लोहार, तामेश्वर बंजारे नाहिद अख्तर, रितेश घरड़े, अजय लोहार, दाऊद खान, रवि गुप्ता, अजय कुलदीप, रामा यादव, नितिन शर्मा, जग्गु ठाकुर, नोमेन्द्र यादव, गणेश साहू, प्रेमप्रकाश सिन्हा, संजय सरोदे, सरला साहू, कोमल गुप्ता, डॉ. दीपिका पटेल, एक्का, प्रेरणा राणे, अरूण चौधरी, रणविजय प्रताप सिंह, किशोर मेहरा, अशोक मेहरा आदि ने बधाई प्रेषित की। उक्त जानकारी जिला भारोत्तोलन संघ के सचिव अशोक श्रीवास ने दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 13 अप्रैल। आईएसबीएम यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित प्रीमियर लीग के शानदार छठवें दिन कुल 7 टीमों ने हिस्सा लिया जिनके मध्य कड़ा मुकाबला हुआ। बोडराबांधा, चुरकीदादर, भैसामुड़ा, गणेशपुर, अमेठी, फॉरेस्टर टीम छुरा और अम्लोर टीम के खिलाडिय़ों ने अपने खेल का प्रदर्शन किया। जिसमें जिसमें गणेशपुर की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस लीग में अपना दबदबा कायम किया हुआ है, कल गणेशपुर की टीम ने कुल 3 मैच जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया है।
टीम अमलोर, फारेस्ट टीम छुरा ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन वो इस लीग से बाहर हो गए हैं। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अमलोर और गणेशपुर के मध्य हुआ जिसमें गणेशपुर टीम के बैट्समैन डीजे, बालू और रवि, अरुण ने शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी से अपना जौहर दिखाया और अपने टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया , पहले मैच में बालू और दूसरे मैच में डीजे ने अपनी शानदार बल्लेबाजी की बदौलत मैन ऑफ द मैच का खिताब पाया । इस टूर्नामेंट में टीम जन्नत- 11 छुरा और कनसिंघी, नर्रा-11 और चरौदा (बागबाहरा) के मध्य सेमीफाइनल के 12 अप्रैल को मैच होना है। आईएसबीएम प्रीमियर लीग का फाइनल मैच 13 अप्रैल को होगा। अब तक इस लीग में कुल 25 टीम ने हिस्सा लिया है । विश्वविद्यालय की ओर से शील्ड और ट्रॉफी के साथ प्रथम पुरस्कार 21000 और द्वितीय पुरस्कार 11,000 की राशि के रखी गई है।
चेन्नई सुपर किंग्स की आईपीएल सीज़न 15 की पहली जीत लगातार चार मैच हारने के बाद रविंद्र जडेजा की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल सीज़न 15 में पहला मैच जीत लिया है.
मुंबई के डीवाई पाटील स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर को 23 रन से हराया. इस जीत के हीरो रहे शिवम दुबे और रॉबिन उथप्पा.
टॉस जीत कर फ़ैफ डू प्लेसि ने पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया. चेन्नई सुपर किंग्स के दो विकेट भी जल्दी गिर गए लेकिन इसके बाद दुबे और उथप्पा ने पारी को संभाल लिया.
रॉबिन उथप्पा ने 50 गेंद पर चार चौके और नौ छक्के की मदद से 88 रन बनाए. वहीं दूसरे छोर पर युवा बल्लेबाज़ शिवम दुबे ने उनका बख़ूबी साथ दिया. दुबे ने 46 गेंदों पर नाबाद 95 रन बनाए. अपनी पारी में दुबे ने पांच चौके और आठ छक्के लगाए. वे आख़िर तक आउट नहीं हुए.
इन दोनों की तूफ़ानी पारी के चलते चेन्नई सुपर किंग्स ने चार विकेट पर 216 रन बनाए. इसके जवाब में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर की टीम 20 ओवरों में नौ विकेट पर 193 रन बना सकी. टीम के स्टार बल्लेबाज़ फ़ैफ़ डू प्लेसि और विराट कोहली दोहरे अंक में नहीं पहुंच सके. जबकि ग्लेन मैक्सवेल 26 रन बना सके.
आख़िरी पलों में 14 गेंदों पर दिनेश कार्तिक ने 34 रन बनाकर मैच का रोमांच ज़रूर बढ़ाया लेकिन उनके आउट होते ही टीम की उम्मीद ख़त्म हो गई.
चेन्नई सुपर किंग्स की ओर महेश तिकशाना ने 33 रन देकर चार विकेट चटकाए, जबकि रविंद्र जडेजा ने 39 रन देकर तीन विकेट लिए. (bbc.com)
पुणे, 12 अप्रैल । शुरुआती चार मैच हारने के बाद मुश्किलों का सामना कर रही मुंबई इंडियन्स की टीम बुधवार को यहां पंजाब किंग्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले में जीत का खाता खोलने के लक्ष्य के साथ उतरेगी।
धीमी शुरुआत के लिए पहचानी जाने वाली पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियन्स की मौजूदा सत्र में शुरुआत बुरे सपने जैसी रही है और टीम अपने पहले चार मुकाबले गंवा चुकी है।
वर्षों से मजबूत टीम के रूप में खुद को स्थापित करने वाली मुंबई की टीम मौजूदा सत्र में अपने पुराने प्रदर्शन को दोहराने में बुरी तरह नाकाम रही है और अगर अपने अभियान को पटरी पर लाना है तो टीम को कई चीजों में सुधार करने की जरूरत है।
टीम के बल्लेबाज बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहे हैं जबकि गेंदबाज भी अब तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जिससे टीम की मुसीबत बढ़ गई है।
मुंबई की वापसी की राह काफी मुश्किल नजर आ रही हैं क्योंकि वह 10 टीम की तालिका में नौवें स्थान पर चल रही है लेकिन कप्तान रोहित शर्मा टीम ही नहीं बल्कि अपने प्रदर्शन में भी सुधार करना चाहेंगे।
रोहित फ्रेंचाइजी के लिए उस तरह का प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं जिसके लिए वह जाने जाते हैं और उन्हें अगर टीम के अभियान को पटरी पर लाना है तो आगे बढ़कर अगुआई करनी होगी और अपने संयोजन को सही रखना होगा।
पंजाब की टीम दो जीत और इतनी ही हार के साथ अंक तालिका में सातवें स्थान पर चल रही है और गुजरात टाइटंस के खिलाफ पिछले मैच में मिली हार के बाद टीम की नजरें जीत की राह पर लौटने पर टिकी होंगी।
मुंबई के लिए शीर्ष क्रम में रोहित काफी महत्वपूर्ण हैं लेकिन उनके सलामी जोड़ीदार इशान किशन, सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा को भी बल्लेबाजी में अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी जिससे कि टीम के लिए देर ना हो जाए।
विविध शॉट खेलने की क्षमता रखने वाले डेवाल्ड ब्रेविस भी अब तक उम्मीद के मुताबिक नहीं खेल पाए हैं। टीम प्रबंधन को उम्मीद होगी कि बल्लेबाजी इकाई एकजुट होकर योगदान देने में सफल रहेगी।
अगर टीम को बड़ा स्कोर खड़ा करना है या लक्ष्य को हासिल करना है तो शीर्ष तीन में से एक बल्लेबाज को बड़ी पारी खेलनी होगी।
मुंबई के लिए सबसे कमजोर पहलू अनुभवी आलराउंडर कीरोन पोलार्ड का प्रदर्शन रहा है। अकेले दम पर मैच का रुख पलटने की क्षमता रखने वाले पोलार्ड अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आसपास भी नहीं पहुंच पा रहे और वेस्टइंडीज के इस बल्लेबाज को आगामी मुकाबलों में लय हासिल करने की उम्मीद होगी।
मुंबई को हालांकि पंजाब के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना होगा जिसकी अगुआई कागिसो रबाडा कर रहे हैं और टीम में राहुल चाहर, वैभव अरोड़ा और अर्शदीप सिंह जैसे गेंदबाज भी हैं।
जसप्रीत बुमराह सहित मुंबई के गेंदबाजों में मौजूदा सत्र में वह पैनापन नजर नहीं आया है जिसके लिए वे जाने जाते हैं।
लेग स्पिनर मुरुगन अश्विन, बासिल थंपी और जयदेव उनादकट की मौजूदगी वाले आक्रमण को बुमराह का साथ देना होगा जो तेज गेंदबाजी में अपना जादू दोहराने की कोशिश करेंगे। मुंबई को अगर जीत दर्ज करनी है तो इन तीनों के 12 ओवर महत्वपूर्ण होंगे।
मुंबई को ऐसी टीम से भिड़ना है जिसके पास शिखर धवन, लियाम लिविंगस्टोन और एम शाहरूख खान जैसे बड़े शॉट खेलने में सक्षम खिलाड़ी हैं।
टीम इस प्रकार हैं:
मुंबई इंडियंस: रोहित शर्मा (कप्तान), अनमोलप्रीत सिंह, राहुल बुद्धि, रमनदीप सिंह, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, टिम डेविड, अर्जुन तेंदुलकर, बासिल थम्पी, ऋतिक शौकीन, जसप्रीत बुमराह, जयदेव उनादकट, जोफ्रा आर्चर, मयंक मार्कंडेय, मुरुगन अश्विन, रिले मेरेडिथ, टाइमल मिल्स, अरशद खान, डेनियल सैम्स, डेवाल्ड ब्रेविस, फैबियन एलेन, कीरोन पोलार्ड, संजय यादव, आर्यन जुयाल और इशान किशन।
पंजाब किंग्स: शिखर धवन, मयंक अग्रवाल, अर्शदीप सिंह, कागिसो रबाडा, जॉनी बेयरस्टो, राहुल चाहर, हरप्रीत बरार, एम शाहरुख खान, प्रभसिमरन सिंह, जितेश शर्मा, इशान पोरेल, लियाम लिविंगस्टोन, ओडियन स्मिथ, संदीप शर्मा, राज अंगद बावा, ऋषि धवन, प्रेरक मांकड़, वैभव अरोड़ा, रितिक चटर्जी, बलतेज ढांडा, अंश पटेल, नाथन एलिस, अथर्व ताइडे, भानुका राजपक्षे और बेनी हॉवेल। (भाषा)
-प्रदीप कुमार
सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान केन विलियम्सन ने शानदार बल्लेबाज़ी करके अपनी टीम को गुजरात टाइटंस के ख़िलाफ़ आठ विकेट से जीत दिला दी.
केन विलियम्सन ने कप्तान की पारी खेलते हुए 46 गेंदों पर 57 रन बनाए. उनकी पारी ट्वेंटी-20 क्रिकेट के लिहाज से धीमी रही. लेकिन उन्होंने चार ज़ोरदार छक्के और दो चौके जमाए. अपनी इस पारी की बदौलत केन विलियम्सन मैन ऑफ़ द मैच भी आंके गए.
लेकिन अगर गुजरात टाइटंस की टीम से एक चूक नहीं हुई होती तो ना तो केन विलियम्सन ये स्कोर बना पाते और मैच का रुख़ भी बदल सकता था.
आख़िर वो चूक क्या थी और गुजरात टाइटंस की टीम की ओर से किस खिलाड़ी ने ये चूक की, ये जानने में आपकी दिलचस्पी ज़रूर जगी होगी.
दरअसल, केन विलियम्सन पारी के पहले ही ओवर में आउट थे. हैदराबाद सनराइजर्स की ओर से ओपनिंग करने केन विलियम्सन पहले ओवर की चौथी गेंद पर आउट थे.
मोहम्मद शमी की मिडिल स्टंप की गेंद को खेलने में केन विलियम्सन चूके थे और गेंद उनके पैड से टकरायी थी. मोहम्मद शमी और गुजरात टाइटंस के विकेटकीपर मैथ्यू वेड ने एलबीडब्ल्यू की अपील की थी.
लेकिन मैच अंपायर ने केन विलियम्सन को आउट नहीं दिया. पहली झलक में ऐसा लग रहा था कि गेंद इन साइड एज़ के बाद पैड से टकराई है.
ऐसे में हार्दिक पांड्या के पास रिव्यू लेने का मौका था और मैथ्यू वेड ने दो-तीन बार कप्तान से रिव्यू लेने को कहा भी, लेकिन पांड्या सहमत नहीं हुए.
तब केन विलियम्सन दो रन बनाकर खेल रहे थे. बॉल ट्रैकिंग रिव्यू सिस्टम ने अगले ही ओवर में बताया कि गेंद केन विलियम्सन के बल्ले से नहीं लगी थी और वे विकेट के सामने खड़े भी थे.
यानी हार्दिक पांड्या ने रिव्यू लिया होता तो केन विलियम्सन आउट क़रार दिए जाते. इस एक चूक के बदले गुजरात टाइटंस को दो अहम अंक गंवाने पड़ गए.
शमी और विलियम्सन की टक्कर
वैसे आईपीएल में केन विलियम्सन और मोहम्मद शमी के बीच एक दिलचस्प टक्कर का इतिहास भी रहा है. दरअसल, मोहम्मद शमी आईपीएल के इकलौते ऐसे गेंदबाज़ हैं जो केन विलियम्सन को तीन बार आउट कर चुके हैं. उनके ख़िलाफ़ विलियम्सन का औसत दहाई अंकों का भी नहीं है.
शमी और विलियम्सन की टक्कर में, एक बार फिर बाजी मोहम्मद शमी के नाम होती लेकिन शमी ना तो खुद और ना ही अपने कप्तान को आश्वस्त कर सके कि विलियम्सन के ख़िलाफ़ रिव्यू लिया जाए.
'वो नशे में धुत था और मुझे 15वीं मंजिल से नीचे लटका दिया'- चहल
केन विलियम्सन की पारी ने हैदराबाद को जीत की राह पर ज़रूर डाला लेकिन उसे अमली जामा निकोलस पूरन ने पहनाया. निकोलस पूरन मैच के 14वें ओवर में बल्लेबाज़ी करने तब आए जब राहुल त्रिपाठी रिटायर्ड हर्ट होकर पवेलियन लौटे थे.
आम तौर पर बल्लेबाज़ गेंदबाज़ी की गेंद पर चोट खाकर या फिर विकेटों के बीच भागते हुए गिरकर रिटायर्ड हर्ट होते हैं, लेकिन राहुल त्रिपाठी अपने हमनाम राहुल तेवतिया की गेंद पर पर ज़ोरदार छक्का लगा कर रिटायर्ड हर्ट हुए.
लेग स्टंप के बाहर की गेंद को लॉन्ग ऑफ़ पर छक्का जमाने के बाद राहुल त्रिपाठी अपना संतुलन नहीं रख पाए और गिर पड़े. जिसके बाद उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा.
निकोलस पूरन को सेट होने के लिए टाइम मिला और फर्ग्यूसन ने अपनी ही गेंद पर उनका कैच भी टपका दिया. पूरन ने 18 गेंदों पर नाबाद 36 रन बनाकर टीम को शानदार जीत दिलाई.
आईपीएल में पांड्या के 100 छक्के
हार्दिक पांड्या की कप्तानी में गुजरात टाइटंस ने सीजन में भले पहला मुक़ाबला गंवाया हो लेकिन इस मैच में उन्होंने आलराउंड खेल दिखाया.
पहले तो बल्लेबाज़ी में 42 गेंदों पर पांड्या ने नाबाद 50 रन बनाए. बल्लेबाज़ी के दौरान पांड्या ने आईपीएल में 100 छक्के लगाने का मुकाम भी हासिल किया. लेकिन उनकी बल्लेबाज़ी से टीम को उतना फ़ायदा नहीं पहुंचा जिसकी उम्मीद की जा रही थी. इसकी एक वजह तो खुद पांड्या ही रहे. जो ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करने के लिए जाने जाते हैं लेकिन इस मुक़ाबले में उन्होंने धीमी बल्लेबाज़ी की.
अगर उनकी पारी से चार चौके और एक छक्के को हटा कर देखें तो 37 गेंदों पर उनके बल्ले से करीब 28 रन निकले. हालांकि उनकी मौजूदगी का ये असर ज़रूर रहा कि अभिनव मनोहर ने 21 गेंदों पर 35 रनों की पारी खेल कर टीम के स्कोर को 160 के पार तक पहुंचाया.
आईपीएल की पिछली धुरंधर चेन्नई और मुंबई की हार का सिलसिला कब थमेगा?
कप्तान पांड्या इसके बाद गेंदबाज़ी में चार ओवरों में महज 27 रन देकर एक विकेट चटकाया. लेकिन टीम के बाक़ी गेंदबाज़ विलियम्सन, अभिषेक शर्मा और निकोलस पूरन पर कोई अंकुश नहीं लगा सके.
भुवनेश्वर कुमार और टी नटराजन
इस मुक़ाबले में सनराइजर्स हैदराबाद के दो तेज़ गेंदबाज़ों की प्रदर्शन पर भी लोगों का ध्यान गया. भुवनेश्वर कुमार जैसे अनुभवी गेंदबाज़ ने मैच का जो पहला ओवर फेंका, वह नौ गेंदों का ओवर था. तीन अतिरिक्त गेंदों का असर ये हुआ है कि इस ओवर में कुल 17 रन बने.
हालांकि इसके बाद अगले तीन ओवरों में भुवनेश्वर ने ज़ोरदार वापसी की बीस रन देकर दो अहम विकेट लिए.
वहीं टी नटराजन ने पारी का अंतिम ओवर फेंका जिसमें उन्होंने महज सात रन दिए. चार ओवरों में 34 रन देकर उन्होंने भी दो विकेट चटकाए.
ख़ास बात यह है कि अंतिम ओवरों में वे विपक्षी बल्लेबाज़ों को अपने यार्कर से ख़ूब छका रहे हैं. आईपीएल के मौजूदा सीज़न में अब उनसे ज़्यादा यॉर्कर कोई नहीं डाल पाया है, और डेथ ओवरों में सबसे ज़्यादा पांच विकेट भी उनके नाम हैं. (bbc.com)
चार्ल्सटन, 11 अप्रैल। भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और चेक गणराज्य की उनकी जोड़ीदार लूसी हरडेका का चार्ल्सटन ओपन टेनिस टूर्नामेंट में शानदार अभियान का यहां फाइनल में हार के साथ् निराशाजनक अंत हुआ।
सानिया और हरडेका की गैरवरीयता प्राप्त जोड़ी रविवार को खेले गये फाइनल में पोलैंड की आंद्रेजा क्लेपैक और स्लोवानिया की मैग्डा लिनेट की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी से एक घंटे 24 मिनट में 2-6, 6-4, 7-10 से हार गईं।
सानिया और हरडेका ने इस डब्ल्यूटीए 500 प्रतियोगिता में इससे पहले शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने सेमीफाइनल में झांग शुआई और कैरोलिन डोलेहाइड की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी को उलटफेर का शिकार बनाकर महिला युगल फाइनल में जगह बनायी थी।
उन्होंने क्वार्टर फाइनल में एलेक्सा गुआराची और जेसिका पेगुला की तीसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी को हराया था।
सानिया और हरडेका फरवरी में दुबई टेनिस चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में भी पहुंची थी।
भारत की सबसे सफल टेनिस खिलाड़ी सानिया पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि टेनिस में यह उनका आखिरी सत्र होगा। उनके नाम पर कुल छह ग्रैंडस्लैम खिताब हैं जिनमें मिश्रित युगल के तीन खिताब भी शामिल हैं। (भाषा)
भारतीय महिला हॉकी टीम ने शनिवार को डबल लेग एफआईएच प्रो लीग मुकाबले के पहले मैच में ओलंपिक चैंपियन नीदरलैंड्स को 2-1 से हरा दिया.
भारत की ओर सेनेहा ने 11वें मिनट और सोनिका ने 28वें मिनट पर गोल किया. ये दोनों ही गोल पेनल्टी कॉर्नर से किए गए. जिससे हॉफ़ टाइम तक भी भारत की झोली में दो गोल आ चुके थे.
नीदरलैंड्स की ओर से जैनसेन यीबी ने 40वें मिनट पर पेनल्टी कॉर्नर से गोल कर अपनी टीम के लिए खाता खोला.
इस जीत के साथ भारत 15 प्वाइंट के साथ दूसरे स्थान पर आ चुका है वहीं 17 अंकों के साथ नीदरलैंड्स लिस्ट में पहले स्थान पर है.
शनिवार को दोनों टीमें एक बार और आमने सामने होंगी. (bbc.com)
नयी दिल्ली, 9 अप्रैल। भारतीय मुक्केबाज गोविंद साहनी (48 किग्रा) ने शनिवार को स्थानीय दावेदार नटहाफोन थुआमचेरोन पर आसान जीत के साथ फुकेट में थाईलैंड ओपन का स्वर्ण पदक जीता।
भारतीय मुक्केबाज ने अपने दमदार मुक्कों से तीनों दौर में दबदबा बनाते हुए 5-0 से जीत दर्ज की।
अमित पंघाल (52 किग्रा) और मोनिका (48 किग्रा) को हालांकि फाइनल में हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
विश्व चैंपियनशिप 2019 के रजत पदक विजेता पंघाल को फिलिपीन्स के रोगेन लेडन के खिलाफ बेहद कड़े मुकाबले में खंडित फैसले में 2-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
दोनों मुक्केबाजों के बीच बेहद कड़ा मुकाबला देखने को मिला। भारत के 26 साल के पंघाल ने पहला दौर जीता लेकिन लेडन अगले दो दौर जीतकर मुकाबला अपने नाम करने में सफल रहे।
दूसरी तरफ मोनिका को भी कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद स्थानीय मुक्केबाज चुटामस राक्सा के खिलाफ 0-5 की हार के साथ रजत पदक मिला।
भारत ने टूर्नामेंट में एक स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक के साथ कुल छह पदक जीत लिए हैं।
शुक्रवार को मनीषा (57 किग्रा), पूजा (69 किग्रा) और भाग्यवती कचारी (75 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते।
टूर्नामेंट के पिछले सत्र में भारत ने एक स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक के साथ कुल आठ पदक जीते थे।
शनिवार को ही आशीष कुमार, अनंत प्रह्लाद चोपाडे, वरिंदर सिंह और सुमित भी स्वर्ण पदक के लिए चुनौती पेश करेंगे। (भाषा)
सुनचियोन (दक्षिण कोरिया), 9 अप्रैल। भारत की पीवी सिंधू को युवा आन सियोंग के खिलाफ लगातार चौथी शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे यहां शनिवार को कोरिया ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल सेमीफाइनल में उनका अभियान खत्म हो गया।
तीसरी वरीय भारतीय सिंधू को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद दुनिया की चौथे नंबर की कोरियाई खिलाड़ी के खिलाफ 48 मिनट में 14-21 17-21 से हार का सामना करना पड़ा।
बीस साल की सियोंग के खिलाफ सिंधू मुकाबले के दौरान अधिकतर समय पिछड़ी ही रही।
दूसरी वरीय कोरियाई खिलाड़ी ने शानदार शुरुआत करते हुए 6-1 की बढ़त बनाई। सिंधू ने दो ताकतवर रिटर्न के साथ स्कोर 4-7 किया लेकिन सियोंग ने दो सटीक रिटर्न, शरीर पर एक शॉट और बेसलाइन के करीब एक रिटर्न के साथ ब्रेक तक 11-6 की बढ़त बना ली।
सिंधू ने मुकाबले में तेजी लाने का प्रयास किया लेकिन सियोंग अपने शॉट में विविधता से हमेशा एक कदम आगे ही रही। भारतीय खिलाड़ी ने स्मैश के साथ कुछ अंक जुटाए लेकिन सियोंग पर दबाव नहीं बना सकीं।
सियोंग ने इसके बाद आठ गेम प्वाइंट हासिल किए जिसमें से सिंधू ने दो बचाए लेकिन कोरियाई खिलाड़ी ने ताकतवर स्मैश के साथ गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में सिंधू ने अच्छी शुरुआत करते हुए 3-0 की बढ़त बनाई लेकिन सियोंग ने लगातार पांच अंक के साथ स्कोर 5-3 कर दिया।
दोनों खिलाड़ी 9-9 के स्कोर पर बराबर थी लेकिन सिंधू के नेट पर शॉट मारने से ब्रेक तक सियोंग ने 11-9 की बढ़त बना ली।
कड़े मुकाबले के बीच सियोंग पहले 14-12 और फिर 16-14 से आगे थी। सिंधू ने इसके बाद गलतियां करके कोरियाई खिलाड़ी को 18-14 की बढ़त बनाने का मौका दे दिया।
सिंधू ने लगातार तीन अंक के साथ स्कोर 17-18 किया लेकिन सियोंग ने शानदार रिटर्न के साथ अंक हासिल किया और फिर भारतीय खिलाड़ी के नेट पर शॉट मारने से तीन मैच प्वाइंट हासिल किए। सियोंग ने शानदार स्मैश के साथ मैच अपने नाम किया। (भाषा)
रायपुर, 8 अप्रैल। छत्तीसगढ़ राज्य मुक्केबाजी संघ भिलाई के द्वारा राज्य स्तरीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता आयोजित की। अमेचर बॉक्सिंग संघ बिलासपुर के 15 खिलाडिय़ों ने मेडल जीते।
इनमें गोल्ड मेडल- मो.अदनान खान,सिल्वर मेडल- फैजान खान, नेलसन थॉमस, मेहूल निखार, रौनक सिंग, माग्रेट एन्थोनी, नेहल साकेत ब्रांज मेडल-शायान खान, दिव्यराज बोले, भुपेश, अजीत, अमित अग्रवाल , शोभित लाड बी. दिप्ती, निशा लहरे शामिल हैं। इन खिलाडिय़ों को रविन्द्र सिंह, निशांत वर्मा और कोच मोईनुददीन खान , कृतिका बाग और कमेटी के अध्यक्ष शेख असलम, सचिव-नसीम अहमद खान की उपस्थिति में खिलाडिय़ों को सम्मानित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 अप्रैल। छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ एवं राजधानी टेबल टेनिस संघ ने संयुक्त रूप से गुरुवार को सप्रे शाला टेबल टेनिस हाल में वर्ल्ड टेबल टेनिस डे समारोह मनाया। मुख्य अतिथि रायपुर उत्तर विधायक एवं छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के चेयरमेन कुलदीप जुनेजा थे। तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय टेबल टेनिस महासंघ के उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ के अध्यक्ष शरद शुक्ला ने किया।
कार्यक्रम का संचालन छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ के संयुक्त उपाध्यक्षशकील साजिद ने किया। इस अवसर पर वर्ष 2021-22 के गतिविधियों को न्यूज लेटर के रूप में स्मारिका का विमोचन किया गया।
उत्कृष्ट योगदान के लिए वरिष्ठ खिलाडियो -
गिरिराज बागड़ी, प्रदीप जनवदे, विमल नायर, हरीश पाण्डे, प्रदीप दासगुप्ता एवं रेणुका सुब्बा को सम्मान पत्र के साथ श्रीफल शाल देकर सम्मानित किया गया। टेबल टेनिस खेल के साथ शैक्षणिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट योग्यता के लिये टेबल टेनिस खिलाडय़ों डॉ. मालविका चटर्जी, डॉ. विप्लव चटर्जी एवं कु. दीपांशी सोलंकी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
उत्कृष्ट एवं सराहनीय प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता वर्ष 2021-22 हेतु छत्तीसगढ़ टीम में चयनित रायपुर जिला के सीनियर एवं जुनियर खिलाडिय़ों -
सागर घाटगे, राजीव साहू, श्लोक सोनी, अभिषेक राज, कु. सुरभि मोदी, कु.शिल्पी घोष (सीनियर वर्ग), रामजी कुमार, विशाल डेकाटे, करण मल्होत्रा, प्रणय चौहान, अर्जुन मल्होत्रा, एंड्रयू टी विलियम्स, यशवंत डेकाटे, कु. चहक कटारिया, कु. हरीतिमा अग्रवाल, विहान अग्रवाल एवं कु. लावण्या पाण्डे (जुनियर वर्ग) को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर डा. कुलदीप सोलंकी, अरविंद कुमार शर्मा, प्रदीप जोशी, अरुण बावरिया, शिशिर गुप्ता, कु. दिव्या आमदे, श्रद्धा वर्मा, एस. व्ही. पेंढारकर, विनय केजरीवाल, राकेश यादव संघ के पदाधिकारी खिलाड़ी एवं पालकउपस्थित थे।
नई दिल्ली. आईपीएल 2022 में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेल रहे लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने मुंबई इंडियंस के साथ अपना आईपीएल करियर शुरू किया था. यह बात कम ही क्रिकेट फैंस को पता होगी. चहल को 2011 में मुंबई इंडियंस ने अपने साथ जोड़ा था. लेकिन तीन सीजन तक उन्हें सिर्फ एक ही मैच में खेलने का मौका मिला. मुंबई इंडियंस के साथ 3 सालों में चहल की कई खिलाड़ियों के साथ अच्छी दोस्ती हो गई थी. लेकिन, इस टीम के साथ रहने के दौरान एक वाकया ऐसा हुआ था, जिसने उन्हें हिलाकर रख दिया था.
राजस्थान रॉयल्स ने अपने यू-ट्य़ूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें आर अश्विन, चहल और करुण नायक क्रिकेट को लेकर बात करते दिख रहे हैं. इस बातचीत के दौरान चहल ने एक खौफनाक किस्सा शेयर किया है. उन्होंने बताया कि कैसे 2013 के आईपीएल के दौरान उनकी जान सांसत में आ गई थी.
युजवेंद्र चहल ने इस वीडियो में कहा, “मैंने यह स्टोरी कभी किसी को सुनाई नहीं है, लेकिन अब लोग इसके बारे में जान लेंगे. यह आईपीएल 2013 की बात है, जब मैं मुंबई इंडियंस का हिस्सा था. हमारा एक मैच बैंगलोर में था. मैच के बाद एक पार्टी थी, तो वहां एक विदेशी खिलाड़ी था, जो शराब के नशे में धुत था, मैं उसका नाम नहीं लूंगा. वह बहुत ज्यादा नशे में था. वह काफी देर से मुझे घूर रहा था, फिर उसने मुझे अपने पास बुलाया.”
मैं बेहोश हो गया था: चहल
चहल ने आगे कहा, “वह विदेशी खिलाड़ी मुझे बाहर ले गया और मुझे 15वीं मंजिल की बालकनी से मुझे टांग दिया. मेरे दोनों हाथ उसके गले में लिपटे हुए थे. अगर मेरी पकड़ थोड़ी सी भी ढीली पड़ जाती तो मैं 15वीं मंजिल पर था. वहां काफी सारे लोग थे, जिन्होंने इस वाकये को देख लिया. वो फौरन आए और हालात को किसी तरह संभाल लिया. मैं बेहोश हो गया था, फिर मुझे लोगों ने पानी पिलाया. उस दिन मुझे समझ में आया कि बाहर जाते वक्त हमें कितना जिम्मेदार होना चाहिए. तो यह एक ऐसी घटना थी, जिससे मुझे लगता है कि मैं जाते-जाते बच गया. क्योंकि जरा सी चूक होती और मैं नीचे गिर गया होता.”
चहल ने आईपीएल 2022 में 7 विकेट लिए
चहल के लिए आईपीएल 2022 अब तक अच्छा बीता है. उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के लिए इस सीजन में 3 मैच में अब तक 5.45 की इकोनॉमी रेट से 7 विकेट लिए हैं.
नवी मुंबई, 8 अप्रैल। दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत पर यहां लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में अपनी टीम की धीमी ओवर गति के लिये 12 लाख रूपये का जुर्माना लगाया गया है।
आईपीएल ने एक बयान में कहा, ‘‘यह टीम का इस सत्र का पहला उल्लंघन था तो आईपीएल के न्यूनतम ओवर गति उल्लंघन संबंधित आचार संहिता के अनुसार दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत पर 12 लाख रूपये का जुर्माना लगाया गया। ’’
दिल्ली कैपिटल्स को गुरूवार को यहां लखनऊ सुपर जायंट्स से छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा। यह उनकी मौजूदा सत्र में तीन मैचों में दूसरी हार है।
दिल्ली की टीम ने बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद तीन विकेट पर 149 रन का स्कोर बनाया जिसके जवाब में लखनऊ सुपर जायंट्स ने क्विंटन डि कॉक की 52 गेंद में 80 रन की पारी से यह लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। (भाषा)
मुंबई. आयुष बदोनी जब बल्लेबाजी करने उतरे, तब लखनऊ सुपर जायंट्स को 5 गेंद पर 5 रन बनाने थे. ये रन अधिक नहीं दिखते, लेकिन इस युवा बल्लेबाज पर दबाव था. दिल्ली के सीनियर गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने पहली गेंद पर बदोनी को रन नहीं बनाने दिया. इस कारण मैच और राेमांचक हो गया. लेकिन 22 साल के युवा बल्लेबाज ने आपा नहीं खोया. उन्होंने तीसरी गेंद पर चौका और चाैथी गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई. वे 3 गेंद पर 10 रन बनाकर नाबाद रहे. लखनऊ की यह आईपीएल 2022 के 4 मैचों में तीसरी जीत है. टीम ही पहली बार टी20 लीग में नहीं उतर रही है. बदोनी भी डेब्यू कर रहे हैं. दिल्ली की यह 3 मैचों में दूसरी हार है.
आयुष बदोनी ने जिस तरह से छक्के से टीम को जीत दिलाई, सब उनकी तुलना धोनी से कर रहे हैं. धोनी भी मैच फिनिश करने के लिए जाने जाते हैं. बदोनी 4 पारियों में अब तक 2 बार नाबाद रहे हैं और दोनों बार टीम के लिए विजयी रन भी बनाया है. इससे पहले उन्होंने सीएसके के खिलाफ भी विजयी रन बनाया था. तब टीम को अंतिम ओवर में 9 रन बनाने थे. बदोनी ने 20वें ओवर में मुकेश चौधरी की गेंद पर छक्का भी जड़ा था. वे 9 गेंद पर 19 रन बनाकर नाबाद रहे और 2 छक्का लगाया.
डेब्यू मैच में जड़ा था अर्धशतक
इससे पहले दिल्ली के रहने वाले आयुष बदोनी ने अपने डेब्यू मैच में गुजरात टाइटंस के खिलाफ शानदार अर्धशतक जड़ा था. वे जब बल्लेबाजी करने उतरे थे, तब टीम का स्कोर 4 विकेट पर 29 रन था. इसके बाद उन्होंने 41 गेंद पर 54 रन की शानदार पारी खेली थी. 4 चौका और 3 छक्का लगाया. हालांकि इस मैच में टीम को हार मिली थी. लेकिन सभी ने उनकी इस पारी की खूब सराहना की थी.
इतना ही नहीं उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 12 गेंद पर 19 रन की अच्छी खेली थी. टीम ने यह मुकाबला 12 रन के नजदीकी अंतर से जीता था. कप्तान केएल राहुल ने दिल्ली पर जीत के बाद कहा कि बदोनी ने अच्छा खेल दिखाया. यह उसके लिए बड़ी सीख है. उसने अब तक शानदार खेल प्रदर्शन किया है.
नई दिल्ली. प्रशासकों की समिति के प्रमुख रहे विनोद राय के अनुसार अनिल कुंबले को लगता था कि उनके साथ अनुचित व्यवहार किया गया. इतना नहीं उन्हें टीम इंडिया के मुख्य कोच के पद से इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया गया. वहीं तत्कालीन कप्तान विराट कोहली का मानना था कि खिलाड़ी अनुशासन लागू करने की उनकी डराने वाली शैली से खुश नहीं थे. राय ने अपनी हाल में प्रकाशित किताब ‘नॉट जस्ट ए नाइटवाचमैन: माइ इनिंग्स विद बीसीसीआई’ में अपने 17 महीने के कार्यकाल के विभिन्न पहलुओं का जिक्र किया है. इसमें यह भी बताया कि आखिर क्यों बतौर कोच रवि शास्त्री के कार्यकाल के दौरान राहुल द्रविड़ और जहीर खान टीम इंडिया से नहीं जुड़ सके थे.
सबसे बड़ा मुद्दा और संभवत: सबसे विवादास्पद मामला उस समय हुआ, जब कोहली ने कुंबले के साथ मतभेद की शिकायत की, जिन्होंने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद सार्वजनिक रूप से इस्तीफे की घोषणा की. कुंबले को 2016 में एक साल का अनुबंध दिया गया था. पूर्व कैग प्रमुख विनोद राय ने अपनी किताब में लिखा, ‘कप्तान और टीम मैनेजमेंट के साथ मेरी बातचीत में यह पता चला कि कुंबले काफी अधिक अनुशासन लागू करते हैं और इसलिए टीम के सदस्य उनसे काफी अधिक खुश नहीं थे.’
सीएसी ने अनुबंध बढ़ाने की सिफारिश की
उन्होंने लिखा कि मैंने इस मुद्दे पर विराट कोहली के साथ बात की और उन्होंने कहा कि टीम के युवा सदस्य उनके साथ काम करने के उनके तरीके से डरते थे. राय ने खुलासा किया कि सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति ने कुंबले का अनुबंध बढ़ाने की सिफारिश की थी. उन्होंने कहा कि इसके बाद लंदन में सीएसी की बैठक हुई और इस मुद्दे को सलुझाने के लिए दोनों के साथ अलग-अलग बात की गई. 3 दिन तक बातचीत के बाद उन्होंने मुख्य कोच के रूप में कुंबले की पुन: नियुक्ति की सिफारिश करने का फैसला किया.
कोहली की बात को तवज्जो दी गई
हालांकि बाद में जो हुआ उससे जाहिर था कि कोहली के नजरिए को अधिक सम्मान दिया गया था और इसलिए कुंबले की स्थिति अस्थिर हो गई थी. राय ने लिखा कि कुंबले के ब्रिटेन से लौटने के बाद हमने उनके साथ लंबी बातचीत की. जिस तरह पूरा प्रकरण हुआ उससे वह स्पष्ट रूप से निराश थे. उन्हें लगा कि उनके साथ गलत व्यवहार किया गया है और एक कप्तान या टीम को इतना महत्व नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोच का कर्तव्य था कि वह टीम में अनुशासन और पेशेवरपन लाए. एक वरिष्ठ के रूप में खिलाड़ियों को उनके विचारों का सम्मान करना चाहिए था.
अनुबंध बढ़ाने का नियम नहीं था
राय ने यह भी लिखा कि कुंबले ने महसूस किया कि प्रोटोकॉल और प्रक्रिया का पालन करने पर अधिक भरोसा किया गया और उनके मार्गदर्शन में टीम ने कैसा प्रदर्शन किया, इसे कम महत्व दिया गया. राय ने कहा कि उन्होंने कुंबले को समझाया था कि उनके कार्यकाल को विस्तार क्यों नहीं मिला. उन्होंने लिखा, ‘मैंने उन्हें समझाया कि इस तथ्य पर विचार करते हुए कि 2016 में उनके पहले के चयन में भी एक प्रक्रिया का पालन किया गया था. उनके एक साल के अनुबंध में कार्यकाल के विस्तार का कोई नियम नहीं था. हम उनकी पुन: नियुक्ति के लिए भी प्रक्रिया का पालन करने के लिए बाध्य थे और ठीक यही किया गया.’
कोहली और कुंबले दोनों चुप रहे
राय ने हालांकि कोहली और कुंबले दोनों की ओर से इस मुद्दे पर गरिमापूर्ण चुप्पी बनाए रखना परिपक्व और विवेकपूर्ण पाया. नहीं तो यह विवाद जारी रहता. उन्होंने लिखा कि कप्तान कोहली के लिए सम्मानजनक चुप्पी बनाए रखना वास्तव में बहुत ही विवेकपूर्ण है. उनके किसी भी बयान से विचारों का अंबार लग जाता. राय ने कहा कि कुंबले ने भी अपनी तरफ से चीजों को अपने तक रखा और किसी भी मुद्दे पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी. यह ऐसी स्थिति से निपटने का सबसे परिपक्व और सम्मानजनक तरीका था, जो इसमें शामिल सभी पक्षों के लिए अप्रिय हो सकता था.
द्रविड़ की नियुक्ति नहीं हो सकी
वर्ष 2017 में जब रवि शास्त्री को मुख्य कोच के रूप में फिर से नियुक्त किया गया था, तो बीसीसीआई ने अपने शुरुआती ईमेल में कहा था कि राहुल द्रविड़ और जहीर खान को क्रमशः बल्लेबाजी और गेंदबाजी सलाहकार नियुक्त किया गया था. हालांकि इस फैसले को बदलना पड़ा और बाद में शास्त्री के विश्वासपात्र भरत अरुण को भी गेंदबाजी कोच के रूप में दोबारा नियुक्त किया गया. राय ने अपनी किताब में उल्लेख किया है कि कुछ व्यावहारिक कठिनाइयां थी, जिसके कारण द्रविड़ और जहीर इस भूमिका से नहीं जुड़ पाए.
लक्ष्मण को लगा था झटका
उन्होंने लिखा कि लक्ष्मण ने यह कहने के लिए फोन किया कि रिपोर्ट सामने आ रही थी कि सीओए ने कथित तौर पर यह धारणा दी थी कि सीएसी ने द्रविड़ और जहीर के नाम की सलाहकार/ कोच के रूप में सिफारिश करके अपनी सीमा को पार किया था. राय ने लिखा कि उन्होंने सीएसी की पीड़ा को बताने के लिए फोन किया था. मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि ये मीडिया की अटकलें थीं और कोई अनावश्यक रूप से प्रक्रिया में अपना अवांछित नजरिया जोड़ रहा था.
द्रविड़ के पास नहीं था समय
तथ्य यह था कि द्रविड़ अंडर-19 टीम के साथ बहुत अधिक व्यस्त थे और उनके पास सीनियर टीम के लिए समय नहीं था. जहीर दूसरी टीम के साथ अनुबंधित थे और उन्हें नहीं जोड़ा जा सकता था. और इसलिए उस सिफारिश पर कार्रवाई नहीं की जा सकती थी. इसलिए पूरी प्रक्रिया रुक गई. हालांकि राय का पक्ष उस समय इस मुद्दे को कवर करने वाले लोगों को थोड़ा गलत लगता है.
उस समय सक्रिय रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘अगर उन्हें पता होता कि द्रविड़ और जहीर पदभार ग्रहण करने में असमर्थ हैं. तो राय ने उनकी नियुक्तियों को मंजूरी क्यों दी होती.’ अधिकारी ने कहा, सच्चाई यह है कि शास्त्री ने अपनी नियुक्ति के बाद यह स्पष्ट कर दिया था कि वह तभी काम करेंगे, जब उनकी पसंद का सहयोगी स्टाफ दिया जाएगा और उस सूची में भरत अरुण होना चाहिए.
लाहौर, 6 अप्रैल। आस्ट्रेलिया ने 24 साल में अपने पहले पाकिस्तान दौरे का अंत मंगलवार को एकमात्र टी20 क्रिकेट मैच में तीन विकेट की जीत के साथ किया।
कप्तान आरोन फिंच के 55 रन की बदौलत आस्ट्रेलिया ने पांच गेंद शेष रहते सात विकेट पर 163 रन बनाकर जीत दर्ज की। बेन मैकडर्मोट (नाबाद 22) ने हारिस राउफ पर चौके के साथ टीम को जीत दिलाई।
इससे पहले नाथन एलिस ने 28 रन देकर चार विकेट चटकाए जिससे आस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को आठ विकेट पर 162 रन के स्कोर पर रोक दिया। बेहतरीन फॉर्म में चल रहे बाबर आजम ने 46 गेंद में 66 रन की पारी खेली।
वर्ष 1998 के बाद पहली बार पाकिस्तान का दौरा कर रहे आस्ट्रेलिया ने तीन टेस्ट की श्रृंखला 1-0 से जीती थी लेकिन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में उसे 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था।
पहले एकदिवसीय मुकाबले में शतक जड़ने वाले ट्रेविस हेड ने 14 गेंद में 26 रन की तेजतर्रार पारी खेली और फिंच के साथ 21 गेंद में 40 रन जोड़कर आस्ट्रेलिया को तेज शुरुआत दिलाई।
कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के कारण एकदिवसीय श्रृंखला से बाहर रहे जोश इंग्लिस ने भी 24 रन का योगदान दिया जबकि मार्कस स्टोइनिस ने पांच चौकों की मदद से सिर्फ नौ गेंद में 23 रन बनाए।
पाकिस्तान की गेंदबाजी दिशाहीन भी रही। हसन अली ने तीन ओवर में 30 रन लुटाए जबकि उन्हें कोई सफलता नहीं मिली।
तेज गेंदबाज मोहम्मद वसीम (30 रन पर दो विकेट) ने स्टोइनिस और कैमरन ग्रीन को लगातार ओवरों में बोल्ड किया। शाहीन अफरीदी (21 रन पर दो विकेट) ने 19वें ओवर में फिंच और सीन एबट को पवेलियन भेजा लेकिन मैकडर्मोट ने टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
इससे पहले पाकिस्तान ने आजम और मोहम्मद रिजवान (23) के बीच पहले विकेट की 67 रन की साझेदारी से अच्छी शुरुआत की।
आस्ट्रेलिया की टीम में पदार्पण कर रहे तीन खिलाड़ियों में से एक ग्रीन ने रिजवान को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ा। ग्रीन ने अगली गेंद पर फखर जमां (00) को मिड आन पर फिंच के हाथों कैच कराया।
एडम जंपा (29 रन पर एक विकेट) ने 16वें ओवर में बाबर को नाथन एलिस के हाथों कैच कराया। उन्होंने 46 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के मारे।
एलिस ने अपने अंतिम दो ओवर में तीन विकेट चटकाकर निचले मध्यक्रम को ध्वस्त किया लेकिन उस्मान कादिर ने पदार्पण कर रहे तेज गेंदबाज बेन ड्वारहुइस के अंतिम ओवर में 18 रन जोड़कर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। बेन ने 42 रन खर्च किए जबकि उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। (एपी)
नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज राजा इंडियन प्रीमियर लीग पर दिए अपने बयान से पीछे हट गए हैं। उनका कहना है कि उनकी बात को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। राजा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि नीलामी मॉडल, और पर्स बढ़ाने के बाद पाकिस्तान सुपर लीग को आईपीएल की श्रेणी में रखा जा सकता है।
दिल्ली में सामाजिक न्याय का प्रतीक अन्ना-कलैगनार अरिवलयम, जानें क्या है खासियत
क्रिकइंफो के मुताबिक राजा ने कहा था, 'हमें आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के लिए नई प्रॉपर्टी बनानी होंगी। हमारे पास सिर्फ पाकिस्तान सुपर लीग और आईसीसी के फंड मौजूद हैं। अगले साल से इस मॉडल पर चर्चा हो रही है। मैं अगले साल से नीलामी मॉडल पर जाना चाहता हूं। बाजार की परिस्थितियां इसके अनुकूल हैं लेकिन हम फ्रैंचाइजी के साथ बैठकर एक बार इस पर चर्चा कर लेंगे।'
उन्होंने आगे कहा था, 'यह पैसे का खेल है। जब पाकिस्तान में क्रिकेट की इकॉनमी बढ़ेगी हमारी इज्जत भी बढ़ेगी। सबसे बड़ी जीत पाकिस्तान सुपर लीग की फाइनैंशनल इकॉनमी का बढ़ना है। अगर हम पाकिस्तान को नीलामी मॉडल पर ले जाएं, पर्स बढ़ा दें, तो मैं इसे आईपीएल की श्रेणी में रखूंगा। तब मैं देखूंगा कि कौन पीएसएस पर आईपीएल को तरजीह देगा।'
आईपीएल के 15वें सीजन की शुरुआत से कुछ पहले ही राजा ने इस तरह का कॉमेंट किया था। उस समय बीसीसीआई, अगले पांच साल के लिए आईपीएल के प्रसारण के अधिकार बेचने की प्रक्रिया शुरू करने वाली है। बोर्ड को इससे बहुत बड़ी रकम मिलने की उम्मीद है।
राजा ने हाल ही में अपनी इस बात से इनकार किया है। उन्होंने क्रिकबज को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। राजा का कहना था कि उन्हें भारत और पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का अंतर मालूम है।
राजा ने कहा, 'मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। मैं जानता हूं कि भारत की अर्थव्यवस्था कहां है और पाकिस्तान की कहां। पाकिस्तान सुपर लीग को सुधारने के लिए हमारे पास योजनाएं हैं। हम नीलामी मॉडल लेकर आएंगे लेकिन मेरे बयान को दूसरी ओर मोड़कर पेश किया गया।' (navbharattimes.indiatimes.com)
मुंबई, 4 अप्रैल। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान रविंद्र जडेजा ने रविवार को यहां इंडियन सुपर लीग मैच में पंजाब किंग्स से मिली हार के बाद कहा कि उनकी टीम को मजबूत वापसी करनी होगी।
लियाम लिविंगस्टोन के हरफनमौला प्रदर्शन से पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को हराया। यह सीएसके की लगातार तीसरी पराजय थी।
सीएसके के कप्तान रविंद्र जडेजा ने 54 रन से मिली हार के बाद कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमने पावरप्ले में काफी विकेट गंवा दिये थे और हम लय हासिल नहीं कर सके। हमें मजबूत वापसी करनी होगी। ’’
पिछले चरण के सबसे ज्यादा रन जुटाने वाले रूतुराज गायकवाड़ अभी तक बल्लेबाजी में योगदान नहीं कर पाये हैं, इस पर जडेजा ने कहा, ‘‘हमें गायकवाड़ का मनोबल बढ़ाना होगा, हम सभी जानते हैं कि वह काफी अच्छा खिलाड़ी है। मुझे भरोसा है कि वह अच्छा करेगा। ’’
शिवम दूबे ने फिर अर्धशतकीय पारी खेली लेकिन टीम को जीत के करीब नहीं पहुंचा सके। जडेजा ने कहा, ‘‘दूबे अच्छी बल्लेबाजी कर रहा है और मुझे लगता है कि उसे सकारात्मक रखना अहम होगा। हम अपना सर्वश्रेष्ठ कर मजबूत वापसी करने की कोशिश करेंगे। ’’
पंजाब किंग्स के कप्तान मयंक अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमें लगा कि स्कोर में पांच-सात रन कम रह गये थे, हालांकि 180 रन का पीछा करना आसान नहीं था। हमने नयी गेंद से जैसी गेंदबाजी की, उससे मैं खुश हूं। ’’
लियाम लिविंगस्टोन ने 60 रन की पारी खेलने के बाद गेंदबाजी करते हुए दो विकेट चटकाये जिससे वह मैन आफ द मैच बने।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘मैंने लिविंगस्टोन को कुछ नहीं कहा। जब वह बल्लेबाजी करता है तो हर कोई देखता रहता है। ’’
वैभव अरोड़ा ने भी जितेश शर्मा की तरह अच्छा पदार्पण किया और दो विकेट झटके। अग्रवाल ने कहा, ‘‘वह हमारे साथ दो साल है, हमने उसकी प्रतिभा देखी। जितेश शर्मा की बात है तो अनिल भाई ने उसे मुंबई इंडियंस में देखा था। उसने अच्छा प्रदर्शन किया, वह शानदार विकेटकीपर है। ’’ (भाषा)
पोचेफ्सट्रूम. भारतीय महिला टीम ने एफआईएच जूनियर विश्व कप में विजयी आगाज किया है. सलीमा टेटे की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने शनिवार को पूल के शुरुआती मैच में अपने से कम रैंकिंग वाली वेल्स को 5-1 से मात दी. भारतीय टीम के लिए लालरेमसियामी ने चौथे, लालरिंडीकी ने 32वें और मुमताज खान ने 41वें मिनट में मैदानी गोल दागा. लालरिंडीकी ने 57वें और दीपिका ने 58वें मिनट में अंत में 2 पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया. वेल्स के लिए एकमात्र गोल मिली होम ने 26वें मिनट में किया.
मैच में भारतीयों ने शुरू में ही पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर अच्छी शुरुआत की लेकिन वेल्स की गोलकीपर ने दीपिका की ड्रैग फ्लिक को रोक दिया. वेल्स की टीम भारत को लंबे समय तक नहीं रोक सकी और लालरेमसियामी ने संगीता कुमारी के शॉट को गोल की ओर डिफ्लेक्ट कर चौथे मिनट में बढ़त दिला दी. शुरू में वेल्स ने भारतीय रक्षापंक्ति की परीक्षा ली लेकिन उसकी खिलाड़ी गोलकीपर बिचू देवी को नहीं पछाड़ सकीं.
वेल्स ने दूसरे क्वार्टर में होम के मैदानी गोल के जरिए स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. छोर बदलने के बाद वेल्स की टीम आक्रामक हो गयी लेकिन तीसरे क्वार्टर के दूसरे ही मिनट में भारत ने लालरिंडीकी के मैदानी गोल से स्कोर 2-1 कर दिया. भारतीयों ने दबाव बनाना जारी रखा और 41वें मिनट में मुमताज के गोल से 3-1 की बढ़त बना ली.
इसके बाद से भारतीयों का दबदबा जारी रहा और वेल्स की रक्षात्मक पंक्ति को अपने प्रतिद्वंद्वियों के लगातार हमले रोकने में मुश्किल हो रही थी. भारतीय कप्तान सलीमा टेटे ने अपने ड्रिबलिंग कौशल से अपनी टीम के लिये मौके बनाकर शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने चौथे क्वार्टर में कुछ पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये लेकिन भारतीय खिलाड़ी इन मौकों का फायदा नहीं उठा सकीं.
मैच खत्म होने में 4 मिनट का ही समय रह गया था कि दीपिका को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला और लालरिंडीकी रिबाउंड पर गोल करने के लिये सही जगह मौजूद थीं जिससे भारतीय टीम का स्कोर 4-1 हो गया. एक मिनट बाद लालरिंडीकी ने भारत के लिये एक पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और दीपिका ने अपनी ड्रैगफ्लिक से वेल्स की गोलकीपर को कोई मौका नहीं देकर गोल दागा. भारतीय टीम अब रविवार को पूल डी के दूसरे मैच में मजबूत जर्मनी के सामने होगी. फिर अंतिम पूल मैच में टीम मलेशिया से भिड़ेगी जिसके बाद 8 अप्रैल से क्वार्टर फाइनल दौर शुरू होंगे.
आईसीसी महिला विश्व कप क्रिकेट का फाइनल में इंग्लैंड को हरा कर ऑस्ट्रेलिया की टीम सातवीं बार विश्व विजेता बन गई है.
रविवार को न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च में खेले गए महिला विश्व कप फ़ाइनल मुक़ाबले में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 71 रनों से मात दी.
महिला विश्व कप 2022 के फ़ाइनल में टॉस जीत कर इंग्लैंड ने पहले फील्डिंग का फ़ैसला लिया. उनका यह निर्णय पूरी तरह से ग़लत साबित हुआ और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शुरू से ही मैच पर अपना दबदबा कायम करते हुए पांच विकेट पर 356 रन का बड़ा स्कोर बना डाला.
यह महिला वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है.
ऑस्ट्रेलिया के इस विशाल स्कोर में एलिसा हिली ने रिकॉर्ड तोड़ 170 रनों की पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी के लिए 138 गेंदों का सामना किया और 26 चौके लगाए. हिली के अलावा राचेल हेन्स (68) और बेथ मूनी (62) ने भी अर्धशतकीय पारी खेली.
हिली ने अपनी 170 रनों की पारी के साथ ही किसी भी महिला वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड बनाया है.
इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की करेन रोल्टन के नाम था जिन्होंने 2005 महिला वर्ल्ड कप फ़ाइनल में भारत के ख़िलाफ़ 105 रनों की पारी खेली थी.
यह हिली की लगातार दूसरी शतकीय पारी है. उन्होंने सेमीफ़ाइनल में वेस्टइंडीज के ख़िलाफ़ भी 129 रनों की पारी खेली थी.
हिली ने अपनी शतकीय पारी के साथ ही किसी भी वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड भी बनाया.
हिली ने अपना अर्धशतक 62 गेंदों में पूरा किया और अगले 38 गेंदों में उन्होंने अपना शतक पूरा कर लिया.
इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 43.4 ओवरों में 285 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और मुक़ाबला 71 रनों से हार गई.
इंग्लैंड की तरफ़ से नताली सिवर ने शतक बनाया लेकिन उनकी ये सेंचुरी बेकार गई और इंग्लैंड की पारी 45 ओवर पूरे होने से पहले ही 285 रनों पर सिमट गई.
टीम की तरफ से नताली सिवर ने 121 गेंदों पर सबसे अधिक 148 रन बनाए जबकि बाकी खिलाड़ी 25 रन के आसपास सिमट गए. नैट स्कीवर ने 15 चौके और एक छक्का लगा कर ये स्कोर खड़ा किया.
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से अलाना किंग और जेस जॉनसन ने तीन-तीन विकेट चटकाए जबति मेगन स्कॉट ने दो और टालिया मैक्ग्राथ और एशले गार्डनर ने एक-एक विकेट लिया.
क्राइस्टचर्च, 3 अप्रैल। बेहतरीन फॉर्म में चल रही एलिसा हीली की बड़ी शतकीय पारी से आस्ट्रेलिया ने नैट साइवर के आकर्षक सैकड़े के बावजूद रविवार को यहां फाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड को 71 रन से करारी शिकस्त देकर रिकार्ड सातवीं बार आईसीसी महिला वनडे विश्व कप का खिताब जीता।
हीली ने 41 रन के निजी योग पर मिले जीवनदान का फायदा उठाकर 138 गेंदों पर 26 चौकों की मदद से 170 रन बनाये। उन्होंने अपनी सलामी जोड़ीदार राचेल हेन्स (93 गेंदों पर 68) के साथ पहले विकेट के लिये 160 रन और बेथ मूनी (47 गेंदों पर 62) के साथ दूसरे विकेट के लिये 156 रन की साझेदारी की जिससे आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किये जाने पर पांच विकेट पर 356 रन का विशाल स्कोर बनाया।
पिछले चैंपियन इंग्लैंड की तरफ से साइवर ने 121 गेंदों पर 15 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 148 रन की आकर्षक पारी खेली लेकिन उनके अलावा कोई भी अन्य बल्लेबाज 30 रन तक नहीं पहुंच पायी और आखिर में उसकी पूरी टीम 43.4 ओवर में 285 रन पर आउट हो गयी।
आस्ट्रेलिया की तरफ से लेग स्पिनर एलना किंग ने 64 रन देकर तीन जबकि बायें हाथ की स्पिनर जेस जोनासेन ने 57 रन देकर तीन विकेट लिये। तेज गेंदबाज मेगान शट ने 42 रन देकर दो विकेट हासिल किये।
आस्ट्रेलिया ने इस टूर्नामेंट में अजेय रहकर खिताब जीता। इससे पहले उसने 1978, 1982, 1988, 1997, 2005 और 2013 में खिताब जीता था। वह 2017 में सेमीफाइनल में भारत से हार गया था। इंग्लैंड चार बार का चैंपियन है।
हीली ने पुरुष एवं महिला विश्व कप के फाइनल में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का नया रिकार्ड भी बनाया। उनके बाद एडम गिलक्रिस्ट (149, विश्व कप 2007), रिकी पोंटिंग (140, विश्व कप 2003) और विव रिचर्ड्स (138, विश्व कप 1979) का नंबर आता है।
हीली की धांसू पारी के बाद मेगान शट ने इंग्लैंड की दोनों सलामी बल्लेबाजों को सात ओवर के अंदर पवेलियन भेजकर आस्ट्रेलिया को गेंदबाजी में भी अच्छी शुरुआत दिलायी। उन्होंने डैनी वायट (चार) को इनस्विंगर पर बोल्ड करने के बाद टैमी ब्यूमोंट (27) को पगबाधा आउट किया।
अब कप्तान हीथर नाइट (24) पर बड़ी जिम्मेदारी थी लेकिन जब वह साइवर के साथ पारी संवारने की कोशिश कर रही थी तब लेग स्पिनर किंग ने उन्हें पगबाधा आउट कर दिया। नयी बल्लेबाज एमी जोन्स (20) पर भी बड़े स्कोर का दबाव था। उन्होंने जोनासेन की गेंद पर मिड ऑफ पर कैच दिया।
साइवर ने एक छोर से रन बनाने का जिम्मा उठाये रखा लेकिन उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। किंग ने सोफिया डंकले (23) को बोल्ड करके उन्हें भी साइवर के साथ बड़ी साझेदारी नहीं निभाने दी। उन्होंने नयी बल्लेबाज कैथरीन ब्रंट (एक) को आते ही पवेलियन का रास्ता दिखाया।
जब एक छोर से विकेट निकल रहे थे तब साइवर ने 90 गेंदों पर पांचवां शतक पूरा किया। इसके बाद वह अधिक आक्रामक होकर बल्लेबाजी करने लगी। उन्होंने जल्द ही अपने करियर का पिछला सर्वोच्च स्कोर (137) पार करके आस्ट्रेलियाई खेमे में खलबली मचा दी।
चार्ली डीन (21) ने उनका कुछ देर तक साथ दिया लेकिन दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिलने के कारण साइवर इंग्लैंड को चमत्कारिक परिणाम नहीं दिला सकी। उन्होंने डीन के साथ नौवें विकेट के लिये 65 रन जोड़े जो इंग्लैंड की पारी की सबसे बड़ी साझेदारी रही।
इससे पहले आस्ट्रेलियाई पारी हीली के इर्द गिर्द घूमती रही जिनका हेन्स और मूनी ने उनका अच्छा साथ दिया। इससे आस्ट्रेलिया महिला विश्व कप फाइनल में सर्वाधिक स्कोर का रिकार्ड बनाने में सफल रहा। यह पुरुष और महिला विश्व कप फाइनल में दूसरा बड़ा स्कोर है। आस्ट्रेलियाई पुरुष टीम ने विश्व कप 2003 के फाइनल में भारत के खिलाफ दो विकेट पर 359 रन बनाये थे।
मूनी को दायें और बायें हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन बनाये रखने के लिये कप्तान मेग लैनिंग से ऊपर भेजा गया था।
हेगले ओवल के खचाखच भरे स्टेडियम में हीली ने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी और नॉकआउट चरण में अपना लगातार दूसरा शतक जमाया। उन्होंने सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ 129 रन बनाये थे।
अपनी पारी में अधिकतर समय हीली ने अपना विकेट खुला छोड़कर मिड ऑफ में शॉट जमाये। उन्होंने वनडे में नंबर एक गेंदबाज सोफी एक्लेस्टोन (71 रन देकर एक) को किसी भी समय लय हासिल करने का मौका नहीं दिया।
उन्होंने मिड ऑफ और कवर पर चौके जड़ने के अलावा कट और पुल से भी रन बटोरे और अपने वनडे करियर का पांचवां शतक लगाया।
इंग्लैंड ने आखिरी पांच ओवरों में चार विकेट लिये। उसकी तरफ से तेज गेंदबाज अन्या श्रबसोले ने 46 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। नताली साइवर, चार्लोट डीन और केट क्रास ने आठ रन प्रति ओवर की दर से भी अधिक रन लुटाए। (भाषा)
कोलकाता, 3 अप्रैल। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली का मानना है कि उनके पूर्व साथी राहुल द्रविड़ में भारतीय कोच के रूप में सफल होने के लिये सभी गुण मौजूद हैं।
गांगुली को लगता है कि द्रविड़ में ‘‘प्रखरता, सतर्कता और पेशेवरपन’’ जैसे गुण हैं जिससे उन्होंने भारतीय कोच के रूप में सफल होना चाहिए।
भारत के पूर्व कप्तान ने शनिवार को यहां एक प्रचार कार्यक्रम से इतर कहा, ‘‘वह (द्रविड़) अपने खेल के दिनों की तरह ही प्रखर, सतर्क और पेशेवर हैं। अंतर केवल इतना है कि अब उन्हें भारत के लिए नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने की ज़रूरत नहीं है, जिसमें उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों का सामना करना पड़ा था और उन्होंने लंबे समय तक अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभायी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कोच के रूप में भी वह शानदार भूमिका निभाएंगे क्योंकि वह निष्ठावान हैं और उनके पास कौशल है।’’
बीसीसीआई प्रमुख होने के कारण द्रविड़ को भारतीय कोच नियुक्त करने में गांगुली की भूमिका अहम रही। उन्होंने रवि शास्त्री की जगह ली है।
गांगुली ने कहा, ‘‘ प्रत्येक की तरह वह भी गलतियां करेंगे, लेकिन जब तक आप सही काम करने की कोशिश करते हैं, तब तक आप दूसरों की तुलना में अधिक सफलता हासिल करेंगे।’’
गांगुली ने हालांकि द्रविड़ की तुलना उनके पूर्ववर्ती शास्त्री से करने से इनकार कर दिया।
गांगुली ने कहा, ‘‘उनका व्यक्तित्व अलग है। एक हमेशा चर्चा में रहता है जो उसका मजबूत पक्ष है जबकि दूसरा सर्वकालिक महान खिलाड़ी होने के बावजूद चुपचाप काम करेगा। दो व्यक्ति एक ही तरह से सफल नहीं हो सकते हैं।’’ (भाषा)
पुणे, तीन अप्रैल। दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग को उम्मीद है कि दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज एनरिक नोर्किया इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने के लिये जल्द फिट हो जाएंगे तथा लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ सात अप्रैल को होने वाले मैच में चयन के लिये उपलब्ध रहेंगे।
नोर्किया पीठ और कूल्हे की चोट के कारण पिछले साल नवंबर में टी20 विश्व कप से ही प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से बाहर हैं।
पोंटिंग ने शनिवार की रात को गुजरात टाइटन्स के हाथों मिली 14 रन की हार के बाद वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘नोर्किया ने आज (शनिवार) सुबह अभ्यास के दौरान अपनी पूरी क्षमता से गेंदबाजी की। उसे अभी अपनी पूरी क्षमता से चार और पांच स्पेल और करने होंगे और तब मुझे लगता है कि उसे क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका से खेलने की अनुमति मिल जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे अगले मैच में अभी कुछ दिन का समय है, इसलिए उम्मीद है कि वह अगले मैच में चयन के लिये उपलब्ध रहेगा।’’
आस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर और मिशेल मार्श की उपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर पोंटिंग ने कहा, ‘‘वार्नर मुंबई पहुंच गया है। मिशेल मार्श पिछले कुछ दिनों से मुंबई में है और अभी पृथकवास पर है। उसका पृथकवास कल पूरा हो जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि वह (मार्श) 10 अप्रैल को (कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ) होने वाले मैच के लिये उपलब्ध रहेगा। पाकिस्तान में उसके कूल्हे में चोट लग गयी थी और कुछ अभ्यास सत्र के बाद वह चयन के लिये उपलब्ध रहेगा।’’ (भाषा)
मियामी गार्डन्स, दो अप्रैल (एपी)। गैर वरीय नाओमी ओसाका मियामी ओपन महिला एकल फाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त इगा स्वियातेक से भिड़ेंगी जबकि पुरूष वर्ग के फाइनल में कैस्पर रूड का सामना कार्लोस अल्काराज से होगा।
ओसाका एक साल से ज्यादा समय बाद अपना पहला फाइनल खेलेंगी। ओसाका ने फाइनल के लिये क्वालीफाई करने के बाद कहा, ‘‘काफी लोग कह रहे हैं कि तुम वापस आ गयी हो। लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि मैं छोड़कर गयी थी। मैं ऐसी ही खिलाड़ी रही हूं, बस मैं मैच नहीं खेल रही थी। ’’
एशले बार्टी के 2019 में विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने से पहले ओसाका पहले नंबर पर थी। बार्टी तब से नंबर एक स्थान पर बनी हुई थीं लेकिन उन्होंने पिछले हफ्ते संन्यास लेने का फैसला किया। इससे स्वियातेक सोमवार को जारी होने वाली रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच जायेंगी।
छठे वरीय रूड ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में फ्रांसिस्को सेरूंडोलो को 6-4, 6-1 से हराकर रविवार को होने वाले पुरूष वर्ग के फाइनल में जगह बनायी जिसमें वह 14वें नंबर के अल्काराज के सामने होंगे।
अल्काराज ने सेमीफाइनल में आठवें वरीय हबर्ट हुरकाज को 7-6 7-6 से शिकस्त दी।