कारोबार
रायपुर, 21 अप्रैल। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौबे ने बताया कि आज एमएसएमई विकास संस्थान एवं कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिय़ा ट्रेडर्स (कैट) के सहयोग से व्यापारियों के हितार्थ एवं उधम आधार पंजीकरण करने प्रक्रिया पर विडिय़ो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से मिटिंग सम्पन्न हुई ।
मिटिंग में एमएसएमई डीआई रायपुर के राजीव एस. संयुक्त निर्देशक, श्री लोकेश परगनिहा, उप निर्देशक, श्री के.बी. इरापटे सहायक निर्देशक एवं उमेश प्रसाद सहायक निर्देशक के द्वारा व्यापारियों को उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो की जानकारी दी।
मिटिंग मे कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन, महामंत्री श्री सुरेन्द्रर सिंह, एवं कैट सी.जी. चैप्टर के एमएसएमई विकास प्रभारी श्री मोहम्मद अली हिरानी शामिल रहे।
सर्वप्रथम मिटिंग शुरुआत कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश एमएसएमई विकास प्रभारी श्री मोहम्मद अली हिरानी ने विडिय़ो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े सभी अधिकारियों, कैट के पदाधिकारियों एवं व्यापारियों का स्वागत किया।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि पूर्व में व्यापारी भी एमएसएमई की परिभाषा में शामिल थे किन्तु वर्ष 2017 में एक ऑफिस आर्डर द्वारा उन्हें इस परिभाषा से निकाल दिया था ।
उसके बाद से कैट लगातार इस मुद्दे को सरकार के साथ उठाता रहा और केंद्र सरकार ने व्यापारियों को इस परिभाषा में दोबारा जोडऩे का निर्णय लिया जिसके अनुरूप रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने 7 जुलाई 2021 को एक आर्डर जारी कर प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के लिए व्यापारियों को इस परिभाषा के अंतर्गत जोडऩे का आदेश दिया।
सरकार के इस फैसले से देश के करीब 8 करोड़ से ज्यादा छोटे कारोबारियों को फायदा होगा। उन्होनें आगे कहा कि ये व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर है, सभी व्यापारी एमएसएमई मे अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन करवाये।
कैट सी.जी चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया की उद्यम आधार से पंजीकृत व्यापारियों को बैंकों से कज़ऱ् प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के तहत औरों से कम ब्याज दर पर मिल सकता है जिससे वर्तमान में आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारियों को बड़ी राहत मिल सकती है।
कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से व्यापारी अपने सामान्य व्यापार से महरूम हैं जिसके कारण बेहद आर्थिक तंगी का सामना उन्हें करना पड़ रहा है।
एमएसएमई डीआई रायपुर के श्री राजीव एस. संयुक्त निर्देशक ने व्यापारियों को उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो की जानकारी दी। उन्होनें आगे कहा यदि देश भर के व्यापारियों ने इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण कर लिया तो फिर एमएसएमई सेक्टर को मिलने वाली अन्य अनेक सुविधाओं और राहत योजनाओं का भी लाभ व्यापारियों को मिल सके, उसका दावा भी मजबूत होगा। इस योजना के अंतर्गत 5 करोड़ तक की वार्षिक टर्नओवर वाले व्यापारियों को माइक्रो , 5 करोड़ से 75 करोड़ वार्षिक टर्नओवर वालों को स्माल तथा 75 करोड़ से 250 करोड़ तक की वार्षिक टर्नओवर वालों को मीडियम एंटरप्राइज का दजऱ्ा प्राप्त होगा । उन्होंने बताया की देश भर का कोई भी व्यापारी एमएसएमई के पोर्टल पर जाकर स्वयं उद्यम के अंतर्गत पंजीकरण नि: शुल्क कर सकता है।
अंत में मोहम्मद अली हिरानी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापन कर मीटिंग समाप्ति की घोषणा की मिटिंग में कैट के पदाधिकारी मुख्यरूप से उपस्थित रहे:- अमर पारवानी, जितेंद्र दोशी, परमानन्द जैन, सूरिंदर सिंह, मोहम्मद अली हिरानी एवं सभी जि़ले इकाई से शामिल पदाधिकारी एवं व्यापारीगण आदि।
नयी दिल्ली, 20 अप्रैल। रिलायंस जियो ने फिक्स्ड लाइन खंड में कनेक्शनों की संख्या के मामले में भारती एयरटेल को पीछे छोड़ दिया है। फरवरी, 2022 में जियो देश की दूसरी सबसे बड़ी वायरलाइन सेवाप्रदाता बन गई है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
वायरलाइन दूरसंचार से तात्पर्य केबल के नेटवर्क से प्रदान की जाने वाली टेलीफोन और ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाओं से है।
ट्राई की रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘वायरलाइन ग्राहकों की संख्या जनवरी, 2022 के अंत के 2.42 करोड़ से बढ़कर फरवरी, 2022 के अंत में 2.45 करोड़ हो गई।
रिलायंस जियो ने वायरलाइन खंड में सबसे अधिक 2.44 लाख नए ग्राहक जोड़े। इसके बाद भारती एयरटेल ने 91,243 ग्राहक जोड़े, फिर वोडाफोन आइडिया ने 24,948, क्वाड्रेंट ने 18,622 और टाटा टेलीसर्विसेज ने 3,772 ग्राहक जोड़े।
बीएसएनएल और एमटीएनएल की इस खंड में संयुक्त रूप से 49.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इन कंपनियों ने क्रमशः 49,074 और 21,900 फिक्स्ड लाइन ग्राहक गंवाए।
जनवरी, 2021 से वायरलाइन खंड में बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी 34.64 प्रतिशत घटकर 30.9 प्रतिशत रह गई है। वहीं एमटीएनएल की बाजार हिस्सेदारी इस अवधि में 14.65 प्रतिशत से घटकर 11.05 प्रतिशत पर आ गई है। (भाषा)
निरंतर विश्वास और समर्थन के लिए आभार-पारवानी
रायपुर, 20 अप्रैल। जे.सी.बी इंडिया लिमिटेड के द्वारा वार्षिक डीलर सम्मलेन का आयोजन हुआ जिसमे जी.के. जे.सी.बी को वर्ष 2021 में उत्कृष्ट सर्विस के लिए संपूर्ण भारत में सर्वश्रेष्ठ डीलरशिप के लिए सम्मानित किया गया 7 यह सम्मान कम्पनीँ के डाइरेक्टर श्री पुनीत पारवानी द्वारा ग्रहण किया गया।
श्री पुनीत पारवानी बताया कि विगत 5 वर्षों से जी.के. जे.सी.बी. संपूर्ण छत्तीसगढ़ (दक्षिण) एवम विदर्भ में अपनी 19 ब्रांचों के साथ उत्तम सेवाएं दे रहा है और अभी तक 5000 से भी ज्यादा मशीनें बेच चुका है।
जी.के. जे.सी.बी अपने सभी सम्मानीय ग्राहकों और समर्पित टीम के सदस्यों को निरंतर विश्वास और समर्थन के लिए धन्यवाद देता है व एवम आगे भी ऐसे कई मुकाम हासिल करने कि कामना करता है।
सी कास्ट के वैज्ञानिकों ने दी जानकारी
बिलासपुर, 19 अप्रैल। डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यायल में द रोल आफ इंटेलेक्चूअल प्रापर्टी इन रिन्यूएबल टेक्नालॉजी एंड इंडस्टीयल मैनेंजेमेंट विषय पर एक दिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया। जिसमें सी कास्ट के वैज्ञानिक-डी डॉ.अमित दुबे, राहुल शर्मा वैज्ञानिक-सी, सी कास्ट एवं 5 पेन युनिवर्सल के सीईओ आदित्य कुमार वक्ता के रूप में उपस्थित थे।
इस अवसर पर वैज्ञानिक-डी डॉ.अमित दुबे ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों में अब बहुत अधिक शोध हो रहे है। इसलिए इसके संपूर्ण विषयों की जानकारी बेहद जरूरी है। राहुल शर्मा वैज्ञानिक-सी, सी कास्ट ने कहा कि बैद्विक संपदा के क्षेत्र में बहुत अधिक जागरूकता की जरूरत है। इस क्षेत्र में लोगों का जानकारी कम है। वैज्ञानिक-डी डॉ.अमित दुबे ने पेटेंट की प्रारंभिकत प्रक्रिया से लेकर अंतिम तक की पूरी जानकारी दी। इस अवसर पर उपस्थित विश्वविद्यालय की सम कुलपति डॉ.जयति चटर्जी मित्रा ने कहा कि शिक्षण संस्थान रिसर्च के क्षेत्र में सबसे अधिक कार्य करने वाले होते हैं।
विश्वविद्यालय में अब तक 59 पेटेंट रजिस्टर कराया जा चुका है, और जल्द ही बड़ी संख्या में पेटेंट रजिस्टर कराए जाएंगे। इसलिए बौद्धिक संपदा अधिकार के बारे में सबसे अधिक जानकारी हमें होनी चाहिए। इस अवसर पर डीन अकादमिक डा.अरविंद तिवारी ने कहा कि आज के समय में पेटेंट की जानकारी और इसके नियमों का पालन संबंधी समस्त ज्ञान हर किसी संस्थान एवं व्यक्ति के पास होना आवश्यक है। यह एक तरह से जरूरी अधिकार भी हैं । विश्वविद्यालय लगातार शोध पर कार्य कर रहा हैं। विश्वविद्यालय ने एक कैनिडियन कॉपीराईड भी किया है। कार्यक्रम में डीएसडब्लू डॉ.मनीष उपाध्याय ने कहा कि पेटेंट का ज्ञान इसलिए भी बहुत जरूरी है, कि हम किसी के विकास में बाधा न बने। लेकिन अपने शोध पर निरंतर कार्य करें और वैधानिक स्वरूप में आकर उसका उपयोग करें। इस संबंध में इसके समस्त अधिकारों और कर्तव्यों को जानना हर किसी के लिए बेहद जरूरी है। यह आयोजन सेंटर फॉर रिन्यूएबल ग्रीन एनर्जी, ट्रेनिंग प्लेसमेंट एंड इंडस्टीयल एकेडिमियां लिंकेज सेल एवं आईक्यूएसी द्वारा आयोजित किया गया था। इस अवसर पर कार्यक्रम के समन्वयक डॉ रत्नेश तिवारी, डॉ. राजीव पीटर्स सहित बड़ी संख्या में शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
भारत में कारोबारी सप्ताह के पहले ही दिन शेयर बाज़ार में भारी गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स 1172 प्वांइट यानी लगभग दो फ़ीसदी गिर कर 57166 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 302 प्वाइंट नीचे गिर कर 17,173 पर बंद हुआ.
इस बड़ी गिरावट की वजह से निवेशकों के लगभग चार लाख करोड़ रुपए डूब गए. आईटी, बैंक, फाइनेंशियल, रियल्टी और टेलीकॉम सेक्टर के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि ऑटो, पावर, एफएमसीजी और मेटल शेयरों में ख़रीदारी देखने को मिली.
सेंसेक्स के मिड कैप और स्मॉल कैप दोनों में 200 अंक से ज़्यादा की गिरावट रही. सबसे अधिक गिरावट इन्फोसिस और एचडीएफसी में दर्ज की गई. जहाँ तक सेक्टोरल इंडेक्स का सवाल है तो आईटी सेक्टर का इंडेक्स लगभग 5 फ़ीसदी गिर गया वहीं बैंक, टेलीकॉम और फाइनेंशियल सेक्टर इंडेक्स दो-दो फीसदी गिर गए.
यूक्रेन संकट की वजह से कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी और रूस पर प्रतिबंध और बढ़ाने की आशंका के अलावा फेड रिजर्व की ओर से ब्याज दर बढ़ाने की संभावना ने ग्लोबल मार्केट को प्रभावित किया है. इस गिरावट ने भारतीय बाजार को प्रभावित किया है. (bbc.com)