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रायपुर, 6 अप्रैल। यदि भारत को विश्व गुरू बनाना है और भारत के स्वाधीनता के दायित्व को पूर्ण करना है तो इस देश के प्रत्येक युवा को पढ़ाई के बाद अपना कैरियर शुरू करने के पहले दो वर्ष भारत माता की सेवा करने का संकल्प लेना होगा। स्वाधीनता मिली बलिदानों से है और उसके स्वप्न को साकार भी बलिदान से किया जा सकता है।
यह संकल्प लेकर युवा जीवन को सार्थक करें। यह बातें मैट्स यूनिवर्सिटी में स्वाधीनता का दायित्व विषय पर आयोजित परिचर्चा में भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर ने मुख्य वक्ता के रूप में कहीं।
श्री कानिटकर ने बताया कि आज जब स्वाधीनता के 75 वर्ष का उत्सव सारा देश मना रहा है तब हमें यह स्मरण करने की आवश्यकता है कि स्वाधीनता की खातिर कितने ही वीरों ने बलिदान किया, अपने जीवन को हंसते-हंसते न्यौछावर कर दिया। अपने आपको समर्पित कर दिया, अपने यौवन को लगा दिया।
श्री कानटकर ने कहा कि हमारे वनवासी क्षेत्र के जनजाति भाइयों ने जो संघर्ष किया, वहां से प्रारंभ होते हुए फिर 1857 की लड़ाई और विभिन्न प्रकार के आंदोलन। कितने लोगों ने अपने जीवन का सर्वस्व होम कर दिया।
युवावस्था में ही अपने जीवन के सपनों को मातृभूमि के लिए न्यौछावर करने वाले हजारों वीरों के बलिदान से हमारा देश आज स्वतंत्र है। इस स्वाधीनता का दायित्व क्या है, जो स्वाधीनता बलिदान के बाद मिली है हमें अपने जीवन में उसका दायित्व निभाना पड़ेगा।
इस देश के हर युवा को अपने जीवन की दिशा तय करने से पहले, अपने कैरियर का निर्माण करने से पहले यह निर्णय लेना होगा कि वे कम से कम दो वर्ष तक भारत माता की सेवा करें। इस देश के लिए अपना बलिदाने देने वाले वीरों के स्वप्न अभी भी अधूरे हैं जिन्हें पूर्ण करना हम सबकी जवाबदारी है।
रायपुर, 6 अप्रैल। सुयश हॉस्पिटल में 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थय दिवस मनाया जा रहा है। मुख्य अस्पताल प्रशासक शिजु सेबेस्टियन द्वारा ये जानकारी की गयी की विश्व स्वास्थय दिवस के उपलक्ष में पूर्व में पीडि़त कोरोना मरीजों का निशुल्क फ़ॉलोअप ओ.पी.डी का आयोजन किया जा रहा है साथ ही उससे सम्बंधित जाँच में भी डिस्काउंट दिया जायेगा।
उन्होंने यह भी जानकारी दी की पूर्व में पीडि़त कोरोना मरीज आज भी कई प्रकार की स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानियों से गुजर रहे है जिसको देखते हुए इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस में सुयश हॉस्पिटल ने ये नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है, जिसका अधिक से अधिक लाभ पूर्व में कोरोना पीडि़त मरीजों को होगा।
रायपुर, 4 अप्रैल। वॉटर कूलर को देखते ही बरखा गुप्ता, कुसुमलता साहू, युक्ता सोनी, कमलराज, आर्यन, श्रेया आदि बच्चों के चेहरे पर छाई मुस्कान बोल उठी अब हमर गला घला जुडाही। चरामेति फाउंडेशन द्वारा जन सहयोग से खो-खो पारा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला - आर डी तिवारी ब एवं शासकीय प्राथमिक शाला को संयुक्त रूप से वोल्टास वॉटर कूलर प्रदान किया गया।
संस्था के महासचिव राजेन्द्र ओझा ने बताया कि दोनों शालाओं की कुल छात्र संख्या करीब 300 से ज्यादा हैं। ठंडे पानी की सख्त जरूरत को देखते यहां फुल स्टील बॉडी का 40/80 क्षमता का वॉटर कूलर चरामेति फाउंडेशन द्वारा यहां लगवाया जा रहा है।
रायपुर, 4 अप्रैल। देश के प्रधानमंत्री मोदी की परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान डीपीएस रायपुर में छात्रों और शिक्षकों के बीच खासा उत्साह दिखाई दिया। इसी क्रम में बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के साथ स्कूल के शिक्षकों और प्रिंसिपल श्री रघुनाथ मुखर्जी ने उत्साहजनक प्रतिक्रिया दी है।
छात्रों के मन से परीक्षा का डर समाप्त करने और परीक्षा को एक अवसर की तरह लेकर छात्रों को सकारात्मकता की जिस दिशा में माननीय प्रधानमंत्री जी ने मोडऩे की कोशिश की है वह अद्भुत है। देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन होने के बाद भी उन्होंने एक पालक एक पथ प्रदर्शक और और एक विशुद्ध शिक्षक की तरह छात्रों को अभिप्रेरित किया है।
प्रधानमंत्री का यह प्रयास छात्रों के लिए निश्चित रूप से मील का पत्थर साबित होगा। खेलने से खिलने और कठिन प्रश्नों को सरल रूप में तोड़कर उन्हें हल करने की प्राथमिकता से छात्रों में सचमुच कठिनाइयों से पार पाने का हौसला बढ़ेगा। मोदी द्वारा छात्रों के साथ किया गया यह संवाद रचनात्मकता की दिशा में क्षेत्रों को ले जाने का सर्वश्रेष्ठ प्रयास होगा।
मेरे विचार से 21वी सदी का भारत ऐसे प्रेरणादायक विचारों से अधिक मजबूत और आत्मनिर्भर बनेगा। छात्रों ने भी कार्यक्रम के बाद उत्साहजनक प्रतिक्रिया दी है। इस कठिन और चुनौतीपूर्ण समय में देश के प्रधानमंत्री द्वारा छात्रों से सीधा संवाद अत्यंत उत्साहवर्धक और प्रेरणादायक है परीक्षा को समस्या की जगह अवसर बताकर हमारे प्रधानमंत्री ने हमारी आधी समस्या का समाधान स्वयं कर दिया है।
रायपुर, 4 अप्रैल। शहर के 77 वर्षीय तेजकरण बैदमुथा संयम जीवन अंगीकार कर जैन संत बन जाएंगे। इस मौके पर छत्तीसगढ़ प्रवर्तक परम पूज्य गुरुदेव रतन मुनि जी म. सा. के सानिध्य में चरौदा स्थित मंगल साधना केंद्र में तीन दिवसीय भव्य दीक्षा महोत्सव का आयोजन किया गया है। इसके लाभार्थी श्रीमति शकुंतला हुकमचंद जी पटवा, अशोक जी, कमल जी, ललित जी पटवा परिवार हैं।
दीक्षा महोत्सव समिति के अध्यक्ष ललित पटवा ने बताया कि तीन दिवसीय दीक्षा महोत्सव की शुरुआत शुक्रवार को हुई। इस मौके पर समाज के बच्चों ने दीक्षार्थी की अनुमोदना में शानदार भक्ति गीत प्रस्तुत किए। वहीं महिलाओं और पुरुषों ने भी पूजा-अर्चना और भक्ति कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
पटवा ने बताया कि महोत्सव के तहत शनिवार को दोपहर 2.30 बजे गुरुदेव द्वारा नववर्ष का मंगल पाठ किया जाएगा। इसके बाद संयम शोभायात्रा निकाली जाएगी। फिर राखी, मायरा और अभिनंदन गीतों के साथ दीक्षार्थी की अनुमोदना की जाएगी। शाम 7.30 बजे से एक शाम, संयमी के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। दीक्षा महोत्सव में शामिल होने वाले समाजजनों के लिए गौतम प्रसादी की व्यवस्था की गई है।
हैदराबाद, 4अप्रैल। एनएमडीसी भारत का सार्वजनिक क्षेत्र का पहला उद्यम है जिसने एस-4/एचएएनए प्ले टफार्म पर ईआरपी का कार्यान्वकयन किया है और आज उसने उत्पोदन, प्रेषण तथा सीएसआर से संबंधित प्रबंधन डेशबोर्ड का प्रारंभ किया।
एनएमडीसी के सीएमडी सुमित देब ने डेशबोर्ड का प्रारंभ कंपनी के कार्यात्मरक निदेशकों-निदेशक (वित्त्) Ÿअमिताभ मुखर्जी, निदेशक (तकनीकी) श्री सोमनाथ नंदी, निदेशक (उत्पारदन) श्री दिलीप कुमार मोहंती, ईआरपी परियोजना प्रमुख, डिजिटल परिवर्तन यात्रा के भागीदारों, मुख्यामलय हैदराबाद के विभाग प्रमुखों की उपस्थिति में किया।
डेशबोर्ड के लांच पर ईआरपी टीम द्वारा डेशबोर्ड की प्रकृति तथा क्षमता के बारे में प्रस्तुितीकरण दिया। एनएमडीसी की डिजिटल योजना के एक भाग के रूप में विकसित किए गए इस इंटरएक्टिव तथा विश्लेशषणात्म क डेशबोर्ड में व्य वसाय का सारांश अत्यं त सूक्ष्म् विवरणों के साथ देखा जा सकता है।
डेशबोर्ड विभिन्नत साधनों तथा प्रणालियों के बीच लचीलेपन, किसी भी समय किसी भी स्थाबन पर पहुंच के कारण व्यांवसायिक लक्ष्यों के निष्पापदन में बेहतर सेवा प्रदान कर सकेगा। प्रबंधन डेशबोर्ड का विस्ताकर करते हुए इसमें वित्तं, सामग्री प्रबंधन, परियोजना समन्वयन, मानव संसाधन तथा अन्य कार्यक्षेत्रों को निकट भविष्य में शामिल किया जाएगा।
रायपुर, 4 अप्रैल। यूनाईटेड अरब एमिरात फेंसिंग महासंघ द्वारा जुनियर एवं कैडेट वल्र्ड फेंसिंग चैम्पियनशिप (बालक एवं बालिका) का आयोजन दुबई हमदान स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स, दुबई, यू.ए.ई. में दिनांक 02 अप्रैल से 10 अप्रैल 2022 तक इंटरनेषनल फेंसिंग फेडरेषन के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।
जिसमें फेंसिंग एसोसियेशन ऑफ इंडिया द्वारा भारतीय जुनियर एवं कैडेट बालक एवं बालिका फेंसिंग टीम की 47 सदस्यीय फेंसिंग टीम भेजा जा रहा है। भारतीय जुनियर एवं कैडेट फेंसिंग टीम के टीम मैनेजर के रुप में छत्तीसगढ़ प्रदेश फेंसिंग एसोसियेशन के पूर्व महासचिव एवं वर्तमान में कार्यकारिणी सदस्य श्री समीर खान को फेंसिंग एसोसियेशन ऑफ इंडिया द्वारा टीम मैनेजर नियुक्त किया गया है।
उक्त वल्र्ड चैम्पियनषिप में भाग लेने हेतु छत्तीसगढ़ के तीन खिलाडिय़ों का चयन भारतीय जुनियर फेंसिंग टीम में किया गया है। खिलाडिय़ों का चयन 29वीं जुनियर राश्ट्रीय फेंसिंग चैम्पियनशिप (बालक एवं बालिका), सोनीपत, हरियाणा में दिनांक 25 से 28 दिसम्बर 2022 में व्यक्तिगत इवेन्ट में पदक प्राप्त करने पर किया गया है जिसमें श्री सुखम निंगथौबा (रजत पदक- फॉइल इवेन्ट), श्री के. डेनी सिंह (कांस्य पदक-फॉइल इवेन्ट) एवं श्री एस.एन. षिवा मगेश (स्वर्ण पदक- ईपी इवेन्ट)।
रायपुर, 4 अप्रैल। चरौदा के मंगल साधना केंद्र में रविवार को ऐतिहासिक दीक्षा हुई। ऐतिहासिक इसलिए क्योंकि यहां होनी तो एक दीक्षा थी, लेकिन हुई दो। एकाएक बनी इस परिस्थिति से लोग आश्चर्यचकित भी हुए और उत्साहित भी। संयम पथ के प्रति दीक्षार्थियों के ऐसे समर्पण ने समाज की खुशियां दोगुनी कर दीं।
मंगलम् दीक्षा महोत्सव समिति के अध्यक्ष ललित पटवा ने बताया कि रायपुर के 77 वर्षीय तेजकरण बैद की दीक्षा के लिए रविवार को चरौदा स्थित मंगलम साधना केंद्र में भव्य तैयारियां की गई थीं। इससे पहले शनिवार शाम ही समाजजनों को आचार्य शिव मुनि का एक पत्र प्राप्त हुआ जिसमें महाराष्ट्र के अमित लाहोटी को भी दीक्षा देने की सहमति दी गई थी।
इसके बाद छत्तीसगढ़ प्रवर्तक रतन मुनि ने रविवार को दोनों मुमुक्षुओं की दीक्षा एक साथ संपन्न कराई। समिति के सचिव सचिव टीकमकचंद छाजेड़ और कोषाध्यक्ष अनिल कुचेरिया ने बताया कि दीक्षा से पहले मुमुक्षुओं का केश लोचन कर वेश बदला गया। इस दौरान परिवारजनों ने उन्हें अश्रुपुरित विदाई दी।
करीब 2 हजार लोग इस ऐतिहासिक महोत्सव के साक्षी बने। यहां गौतम प्रसादी की व्यवस्था भी की गई थी जिसके लाभार्थी श्रीमति शकुंतला हुकमचंद जी, अशोक जी, कमल जी, ललित जी पटवा परिवार रहे।
रायपुर, 4 अप्रैल। हमारी संस्था छत्तीसगढ़ स्टील रि-रोलर्स एसोसिएषन 41 वर्ष पुरानी संस्था है। संस्था के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 150 सदस्य ईकाईयां पंजीक्रत है, जिसमें लगभग 106 ईकाईयां स्टेनअलोन (केवल रोलिंग मिल) डैडम् के अंतर्गत आती है, जो लाखों लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध कराती है। उल्लेखनीय है कि हमारी यह ईकाईयां सबसे ज्यादा रोजगार देती है एवं रोलिंग मिलों द्वारा किये जा रहे वेल्युएडिषन से शासन को ळैज् के रूप में अतिरिक्त राजस्व भी प्राप्त होता है।
छत्तीसगढ़ प्रदेष में 106 स्टैनअलोन रोलिंग मिलों के अस्तित्व पर खतरा विद्युत मंडल की दोहरी दर की नीति से प्रदेष के लघु ईकाईयां विगत दो वर्षों से धीरे धीरे बंद होने के कगार पर पहुंच गई है जिसका प्रमुख कारण बड़े स्टील उद्योगों द्वारा जो फिनीष प्रोडक्ट बनाया जाता है वहीं फिनीष प्रोडक्ट स्टेनअलोन रोलिंग मिलों द्वारा भी बनाया जाता है।
बड़े स्टील उद्योगों एवं स्टेनअलोन रोलिंग मिलों के विद्युत दरों में 03 से 04 रूपये प्रतियुनिट का अन्तर (फर्क) होने से स्टेनअलोन रोलिंग मिल ईकाईयां बंद होने के कगार पर ले जा रही है एवं कुछ ईकाईयां बंद भी हो चुकि है। ऐसा लगता है कि विद्युत मंडल द्वारा बड़े स्टील उद्योगों को ही चलता देखना चाहता है।
विद्युत मंडल द्वारा बड़े स्टील उद्योगों को लोड़ फैक्टर पर 25: की रियायत दी जाती है क्योकि विद्युत मंडल के एक नियमानुसार जिन स्टील उद्योगों का लोड़ फैक्टर 74: से उपर होता है उन बड़े स्टील उद्योगों को लोड़ फैक्टर पर 25: की रियायत दिया जाता है। जबकि स्टैनअलोन रोलिंग मिलों का लोड़ फैक्टर 50: से कम होता है अत: 50: से कम लोड़ फैक्टर वाले स्टेनअलोन रोलिंग मिल ईकाईयों को लोड़ फैक्टर पर 25: का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
नयी दिल्ली, 3 अप्रैल। अमेरिका केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना तथा रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से पैदा हुई भू-राजनीतिक चिंता के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने लगातार छठे महीने बिकवाली जारी रखते हुए मार्च में भारतीय शेयर बाजारों से 41,000 करोड़ रुपये की निकासी की है।
विशेषज्ञों का मानना है कि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल तथा मुद्रास्फीति की वजह से निकट भविष्य में भी एफपीआई के प्रवाह में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने पिछले महीने शेयर बाजारों से शुद्ध रूप से 41,123 करोड़ रुपये की निकासी की है।
इससे पहले उन्होंने फरवरी में शेयर बाजारों से 35,592 करोड़ रुपये और जनवरी में 33,303 करोड़ रुपये निकाले थे।
विदेशी निवेशक पिछले छह महीनों से शेयरों से निकासी कर रहे हैं। अक्टूबर, 2021 और मार्च, 2022 के बीच उन्होंने भारतीय बाजारों से शुद्ध रूप से 1.48 लाख करोड़ रुपये निकाले हैं।
अपसाइडएआई के सह-संस्थापक अतनु अग्रवाल ने कहा, ‘‘ ‘‘एफपीआई की निकासी की मुख्य वजह ब्याज दरों के वातावरण में बदलाव और फेडरल रिजर्व द्वारा प्रोत्साहनों को समाप्त करने का संकेत है।’’
उन्होंने कहा कि कई और कारण भी हैं जिनकी वजह से एफपीआई भारतीय बाजार से निकासी कर रहे हैं। इनमें भारत का महंगा होना, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी, रुपये की कमजोरी और रूस-यूक्रेन संघर्ष जैसे कारण शामिल हैं। ‘‘यही वजह है वे सुरक्षित निवेश विकल्प की ओर जा रहे हैं। यदि फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी को टालने का संकेत दिया जाता, तो संभवत: हमें इस स्तर की निकासी देखने को नहीं मिली।’’ मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक- प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने इसी तरह के तर्क देते हुए कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के रुख, भू-राजनीतिक स्थिति को लेकर चिंता की वजह से विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों से निकासी कर रहे हैं। (भाषा)
रायपुर, 2 अप्रैल। आईएनआईएफडी कॉलेज के विद्यार्थियों ने बस्तर की कला संस्कृति की ड्रेस डिजाईन कर लैक्मे और न्यूयॉर्क फैशन वीक में प्रदर्शित कर बढ़ाया छत्तीसगढ़ का मान अपनी उपलब्धियों को साझा करते हुए शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस मे बताया कि विद्यार्थियों को प्रसिद्ध जूरी सदस्यों द्वारा चुना गया है और उन्हें भारत के सबसे प्रीमियम फैशन इवेंट एफडीसीआई लैक्मे फैशन वीक 2022 में अपने डिजाइन किए गए गारमेंट्स पेश करने का अवसर मिला।
लैक्मे फैशन वीक 23 से 27 मार्च के दौरान नई दिल्ली में आयोजित किया गया । इनके अलावा विद्यार्थियों के दो समूहों को लंदन स्कूल ऑफ ट्रेंड्स ( एलएसटी ) आईएनआईएफडी रायपुर के एमएससी फैशन डिजाइन प्रथम वर्ष के छात्राएं करुणा देवांगन और दीपाली चौधरी को एफडीसीआई लैक्मे फैशन वीक 2022 में अपने डिजाइन किए गए कपड़ों का प्रदर्शन करने के लिए चुना गया ।
डेनियल फ्रैंकलिन और टीवी और ओटीटी पर्सनालिटी नीरज गाबा से मेंटरशिप मिली । छात्राओं ने खादी को अपने प्राथमिक कपड़े के रूप में इस्तेमाल किया । जिसमें वे आदिवासी लोगों के गोदना टैटू कला के रूप में वारली पेंटिंग को शामिल किया । इंटीरियर डिजाइन विभाग से समीक्षा जैन ने सेट डिजाइन सेगमेंट में सेकेंड रनर अप का स्थान हासिल किया।
पहले समूह अनफोल्ड में 10 विद्यार्थियों ने भाग लिया दर्शना कुंभकर दिशिता सेठिया सिद्धि बंगानी शिखा अग्रवाल गुप्ता सोनल मंधानी राधिका अग्रवाल पूर्वी राठी और दृष्टि जैन थे।
इस अवधारणा में कांथा स्टिच के माध्यम से महिलाओं की घरेलू कहानियों को उकेरा गया है। दिव् दूसरे समूह पिक्टोरियल प्लाई में भी 10 विद्यार्थियों हैं रितिका वेगड दिव्याशा जांगरे निष्ठा पहारी सुहैल खान एकता वाधवानी तान्या पोपटानी खुशी कुकरेजा करुणा देवांगन सेरेना मैत्री और भावेश पोपटानी थे । परिधान में समकालीन सिल्हूट के साथ मधुबनी चित्रण का उपयोग किया गया ।
उन्होंने छत्तीसगढ़ के कोसा सिल्क फैब्रिक को शामिल किया है। इस अवसर पर सीईओ आईएनआईएफडी ग्लोबल श्री अनिल खोसला, राहुल फतनानी निदेशक आईएनआईएफडी रायपुर ने अपने विचार साझा किए एक रोमांचक और जीवंत संस्थान का नेतृत्व करने का सौभाग्य प्राप्त कर रहा हूं जो छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी शहर में नवोदित डिजाइनरों के लिए महान अवसर प्रदान करता है । फिंगेश्वर अर्जुनदा जैसे छोटे शहरों और गांवों के हमारे छात्रों को लैक्मे फैशन वीक न्यूयॉर्क फैशन वीक जैसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है जो उनकी भविष्य की सफलता के लिए आवश्यक साबित हुआ ।
कलिंगा विवि द्वारा आयोजित प्रेरक वार्ता
रायपुर, 2 अप्रैल। माता-पिता को अपने बच्चों की उनकी छोटी उपलब्धियों के लिए उनकी सराहना करनी चाहिए और उन्हें अच्छा महसूस कराना चाहिए सुश्री निर्मल कौर, (आईपीएस) सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेश -झारखंड ने गुरुवार को कलिंगा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के फैकल्टी के लिए विश्वविद्यालय रूप से आयोजित एक प्रेरक वार्ता के दौरान कहा।
कलिंगा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ संदीप गांधी ने स्वागत भाषण दिया और अतिथि वक्ता का स्वागत किया। सुश्री निर्मल कौर ने इंटरैक्टिव सत्र के दौरान विश्वविद्यालय के संकायों के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने युवा पीढ़ी की आधुनिक जीवनशैली से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे सबसे अधिक उपेक्षित महसूस करते हैं और वे अपने परिवार के अन्य सदस्यों से अलग-थलग पड़ जाते हैं। अधिकांश समय वे मोबाइल फोन के साथ बिताते हैं और मोबाइल और इंटरनेट आधारित अनुप्रयोगों के लिए व्यसन विकसित करते हैं। छोटे एकल परिवारों के कारण बच्चों पर उतना ध्यान नहीं जाता जितना संयुक्त परिवार में मिलता है। कभी कभी बच्चों के व्यवहार में भी बदलाव देखने को मिलता है। माता-पिता को बच्चों के साथ बातचीत करनी चाहिए और उनके सामने आने वाली समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करना चाहिए।
रायपुर, 2 अप्रैल। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौबे ने बताया कि रूस एवं यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध तथा विश्व के अनेक देशों द्वारा रूस पर अनेक प्रतिबंध लगाए जाने के कारण अब रूस में भारतीय सामान की मांग तेजी से बढ़ी है और भारत के लिए अपने उत्पादों का रूस में बाजार बनाने का यह बड़ा अवसर भी है।
कैट ने बताया कि अब तक रूस को बढ़ी मात्रा में सामान अमरीका, इंग्लैंड तथा युरोपियन देशों द्वारा की जा रही थी और क्योंकि रूस पर प्रतिबंधों के चलते अब कोई भी देश रूस को सामान नहीं भेज रहे हैं। इस स्तिथि को ध्यान में रखते हुए कैट से रूस के अनेक व्यापारिक संस्थानों ने भारतीय सामान के लिए संपर्क किया है वहीं भारत के व्यापारी भी रूस को भारतीय उत्पादों का निर्यात करने के लिए बेहद इच्छुक है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने बताया कि रूस में भारतीय उत्पादों की मांग बहुत तेजी से बढ़ी है और प्रथम चरण में फ्रूट जैम एवं जैली, कॉर्नफ़्लेक्स, मूसली, चाय, कॉफ़ी पाउडर, चीनी,नमक एवं काली मिर्च के पाउच, मिल्क पाउडर, फल, सब्जी, चीज़, पास्ता का सामान, मक्खन, फ्रूट ड्रिंक, सूप का सामान, मसाले, शहद, बिस्किट्स, अचार, फ्रोजऩ स्नैक्स, खाद्यान, केचप, ओट, रेडीमेड खाना, ब्रेड, चावल, बीन्स, कॉर्नफ्लोर पाउडर, सूप स्टिक्स, आलू के चिप्स आदि के सामान की विभिन्न पैकिंग में तुरंत आवश्यकता है।