कारोबार
सैन फ्रांसिस्को, 4 सितम्बर (आईएएनएस)| ताइवानी फैबलेस सेमीकन्डक्टर कम्पनी-मीडियाटेक ने शुक्रवार को डाइमेंसिटी 1000सी के नाम से अमेरिका में 5जी स्मार्टफोन चिप लॉन्च किया। कम्पनी के मुताबिक डाइमेंसिटी 1000सी दक्षिण कोरियाई कम्पनी एलजी के अत्याधुनिक डिवाइस एलजी वेल्टवेटीटीएम को सपोर्ट करेगा। इस चिप के माध्यम से इस फोन को एआई क्षमता के अलावा बेहतर डिस्प्ले फीचर्स, फास्ट कनेक्टिविटी और प्रीमियम यूजर एक्सपीरिएंस के लिए अच्छा मल्टीमीडिया अनुभव मिलेगा।
कम्पनी ने अपने बयान में आगे कहा कि डाइमेंसिटी 1000सी में चार आर्म-कोरटेक्स-ए77 सीपीयू कोर्स लगे हैं और साथ ही इसमें चार पावर एफिशिएंट आर्म कोरटेक्स ए55 कोर्स भी लगे हैं जो फोन को पावर एफिशिएंट बनाते हैं।
1000 सीरीज मीडियाटेक के अन्य लोकप्रिय 5जी चिप का उन्नत वर्जन है। इससे पहले कम्पनी ने डाइमेंसिटी 800 और डाइमेंसिटी 700 सीरीज लॉन्च किया था।
मीडियाटेक ने कहा है कि वह अभी 5जी चिप्स का फुल रेंज पेश कर रहा है क्योंकि उसका लक्ष्य यह है कि 5जी तक सबकी पहुंच हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 3 सितंबर। देश में एल्यूमिनियम और मूल्य सवंर्धित उत्पादों के सबसे बड़े निर्माता वेदांता एल्यूमिनियम ने ऊर्जा प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए 21वें सीआईआई राष्ट्रीय समारोह में पांच पुरस्कार जीते। वर्चुअल समारोह का आयोजन 25 से 28 अगस्त, 2020 तक किया गया।
समारोह में बालको ने ऊर्जा के क्षेत्र में अनेक नवाचारों के लिए ‘एक्सीलेंट एनर्जी इफिशिएंट यूनिट’ और ‘इनोवेटिव प्रोजेक्ट’ का पुरस्कार जीता। वेदांता लिमिटेड, लांजीगढ़ ने एल्यूमिना रिफाइनरी की ऊर्जा दक्षता में उत्तरोत्तर सुधार के लिए ‘एक्सीलेंट एनर्जी इफिशिएंट यूनिट’ का पुरस्कार हासिल किया। वेदांता लिमिटेड, झारसुगुड़ा के दोनों स्मेल्टरों ने ऊर्जा की खपत कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण सुधारों के लिए ‘एनर्जी इफिशिएंट यूनिट’ पुरस्कार प्राप्त किए।
वेदांता लिमिटेड (एल्यूमिनियम एंड पावर) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय कपूर ने कहा कि सीआईआई राष्ट्रीय पुरस्कार ऊर्जा की खपत कम करने की दिशा में किए जा रहे हमारे उत्कृष्ट प्रबंधन का द्योतक है। हम अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी तथा ग्रामीण विद्युतीकरण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में राष्ट्र की आत्मनिर्भरता में योगदान के लिए उच्च गुणवत्ता के एल्यूमिनियम धातु का उत्पादन करते हैं। हम वैश्विक स्तर पर ऊर्जा दक्ष एल्यूमिनियम उत्पादक बनने के लिए कटिबद्ध हैं। वेदांता समूह सस्टेनिबिलिटी के क्षेत्र में अपने उत्तरदायित्वों के प्रति पूर्ण सजग है।
सीआईआई द्वारा स्थापित पुरस्कार का उद्देश्य भारतीय उद्योगों को ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में नवाचार एवं विकास, ऊर्जा खपत में कमी एवं उत्कृष्ट कार्य शैली अपनाने की दिशा में प्रोत्साहित करना है। पुरस्कार प्रक्रिया में भागीदारी के लिए धातु, ऊर्जा, सीमेंट, इंजीनियरिंग, कागज, ऑटोमेशन आदि संबंधी लगभग 250 उद्योगों ने भागीदारी की। इनमें से 154 ज्यूरी राउंड के लिए चयनित किए गए। अंतिम रूप से चयनित प्रतिभागियों में वेदांता एल्यूमिनियम ने धातु एवं ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्यों के लिए पुरस्कार प्राप्त किए।
नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)| अरबपति भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी के जुड़वां बच्चों आकाश और ईशा अंबानी ने फॉर्च्यून की हालिया '40 अंडर 40' सूची में दुनियाभर के प्रभावशाली लोगों में जगह बनाई है। ईशा और आकाश अंबानी का नाम टेक्नोलॉजी कैटेगरी में शुमार किया गया है। भारत से ईशा और आकाश अंबानी के अलावा एजुटेक स्टार्टअप बायजू के संस्थापक बायजू रवींद्रन और श्याओमी इंडिया के प्रबंध निदेशक मनु कुमार जैन को भी इस सूची में जगह मिली है।
फॉर्च्यून ने कहा, "आकाश और ईशा अंबानी रिलायंस के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी के जुड़वां बच्चे हैं, जो संयोग से भारत और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं।"
फॉर्च्यून ने कहा, "रिलायंस एक पारिवारिक व्यवसाय है। आकाश 2014 में ब्राउन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र की डिग्री प्राप्त करने के बाद कंपनी में शामिल हो गए। ईशा ने एक साल बाद ज्वाइन किया।" ईशा ने येल, स्टैनफोर्ड और मैकिंसे से पढ़ाई करने के बाद कारोबार संभाला है।
फॉर्च्यून का कहना है कि अंबानी परिवार के इन दो सदस्यों ने रिलायंस जियो को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। फॉर्च्यून ने कहा कि इन्होंने फेसबुक के साथ हालिया अरबों डॉलर की डील को सफलतापूर्वक पूरा किया और गूगल, क्वालकॉम व इंटेल जैसी कंपनियों की रिलायंस के साथ डील करा अपनी लीडरशिप का लोहा मनवाया।
फॉर्च्यून ने कहा, "हाल ही में आकाश और ईशा ने भारत के बड़े पैमाने पर और तेजी से बढ़ते ऑनलाइन शॉपिंग बाजार के लिए अमेजन और वॉलमार्ट के फ्लिपकार्ट को चुनौती देने के उद्देश्य से शुरू किए गए जियो मार्ट को लॉन्च करने में मदद की है।"
वहीं, बायजू के सीईओ 39 वर्षीय रवींद्रन के बारे में फॉर्च्यून ने कहा है कि उन्होंने दुनिया को यह दिखा दिया कि एक बेहद सफल ऑनलाइन एजुकेशन कंपनी बनाना किस तरह से संभव है।
गौरतलब है कि अमेरिका आधारित फॉर्च्यून ने वित्त, प्रौद्योगिकी, हेल्थकेयर, राजनीति और मीडिया एवं एंटरटेनमेंट की कैटेगरी में 40 साल के अंदर के दुनिया के 40 शीर्ष उद्यमियों की सूची जारी की है। प्रत्येक कैटेगरी में दुनिया की 40 हस्तियों को शामिल किया गया है, जिनकी उम्र 40 वर्ष से कम है।
एक और प्रमुख भारतीय, जिन्हें इस सूची में शामिल किया गया है, वह पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला हैं। पूनावाला को हेल्थकेयर सेग्मेंट में शामिल किया है, जो भारत में एस्ट्रोजेनेका और नोवावैक्स से कोविड-19 वैक्सीन लाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
हैदराबाद, 3 सितम्बर। एनएमडीसी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक सुमित देब ने बताया कि देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक नवरत्न कंपनी एनएमडीसी ने अगस्त 2020 के दौरान उत्पादन तथा बिक्री दोनों में विगत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अच्छी वृद्धि दर्ज की है। 2020 मुश्किलों वाला वर्ष है परंतु एनएमडीसी ने मुश्किलों पर विजय प्राप्त करते हुए बेहतर प्रदर्शन किया है। वैश्विक महामारी तथा छत्तीसगढ़ क्षेत्र में भारी वर्षा के बावजूद हमारा प्रदर्शन विगत वर्ष से बेहतर रहा है।
श्री देब ने बताया कि लौह अयस्क उत्पादन वर्ष 2020 के अगस्त माह में 1.62 एमटी रहा जो विगत वर्ष के अगस्त माह के 1.41 एमटी की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है। लौह अयस्क की बिक्री उपर्युक्त अवधि में 1.79 एमटी रही जो अगस्त 2019 में हुई 1.49 एमटी बिक्री की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है।
श्री देब ने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में बैलाडीला परियोजनाओं ने अगस्त 2020 में 1.01 एमटी लौह अयस्क का उत्पादन किया जो विगत वर्ष 2019 के अगस्त माह के 0.79 एमटी पर 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। बैलाडीला परियोजनाओं से अगस्त 2020 के दौरान लौह अयस्क की कुल बिक्री 1.27 एमटी रही जो अगस्त 2019 के 1.05 एमटी की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक है।
हैदराबाद, 3 सितम्बर। एनएमडीसी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक सुमित देब ने बताया कि देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक नवरत्न कंपनी एनएमडीसी ने अगस्त 2020 के दौरान उत्पादन तथा बिक्री दोनों में विगत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अच्छी वृद्धि दर्ज की है। 2020 मुश्किलों वाला वर्ष है परंतु एनएमडीसी ने मुश्किलों पर विजय प्राप्त करते हुए बेहतर प्रदर्शन किया है। वैश्विक महामारी तथा छत्तीसगढ़ क्षेत्र में भारी वर्षा के बावजूद हमारा प्रदर्शन विगत वर्ष से बेहतर रहा है।
श्री देब ने बताया कि लौह अयस्क उत्पादन वर्ष 2020 के अगस्त माह में 1.62 एमटी रहा जो विगत वर्ष के अगस्त माह के 1.41 एमटी की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है। लौह अयस्क की बिक्री उपर्युक्त अवधि में 1.79 एमटी रही जो अगस्त 2019 में हुई 1.49 एमटी बिक्री की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है।
श्री देब ने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में बैलाडीला परियोजनाओं ने अगस्त 2020 में 1.01 एमटी लौह अयस्क का उत्पादन किया जो विगत वर्ष 2019 के अगस्त माह के 0.79 एमटी पर 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। बैलाडीला परियोजनाओं से अगस्त 2020 के दौरान लौह अयस्क की कुल बिक्री 1.27 एमटी रही जो अगस्त 2019 के 1.05 एमटी की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक है।
रायपुर, 1 सितंबर। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के मेडिकल एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे ने बताया कि चिकित्सा के क्षेत्र में रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल ने एक और कामयाबी हासिल की और प्रतिष्ठित कैप कॉर्डियोलॉजिस्ट ने राज्य का पहला हाईडेफिनिशन 3डी मैपिंग वर्कशॉप आयोजित किया।
अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जावेद परवेज ने बताया कि 3डी मैपिंग, अनियमित दिल की धड़कन (अतालता) या दिल की धड़कन के विकारों के उपचार का एक अत्यधिक विशिष्ट रूप है। 5 रोगियों पर इस प्रक्रिया का उपयोग कर सफल उपचार किया गया। ये मरीज दिल के धड़कन की बीमारी जिसमें जान का खतरा था उससे पीडि़त थे जैसे -वेन्ट्रीकुलर टैकीकॉर्डिया, एट्रियल फ्लूटर, एट्रियल फेब्रिलेशन (हृदय की अतालता) आदि।
डॉ. परवेज ने बताया कि 3डी मैपिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मरीज की बिना सर्जरी किए उपचार किया जाता है, इसमें 3डी मैप का उत्पादन करने के लिए कैथेटर को हृदय में डाला जाता है फिर असामान्य धड़कन की उत्पत्ति का पता लगाया जाता है और उपचार कर इन अनियमित दिल की धड़कन को ठीक किया जाता है।
डॉ. दवे ने बताया कि यह राज्य का पहला अस्पताल है जहां अनियमित दिल की धड़कन के इलाज के लिए ऐसी नवीनतम उन्नत तकनीक का उपयोग किया गया है। डॉ. दवे एवं एचसीसीओ संदीप रूपेरिया ने इस तकनीक की सफलता के लिए हृदय रोग विभाग के सभी डॉक्टरों व उनकी टीम को बधाई दी।
नई दिल्ली, 1 सितंबर। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि भारतीय रिज़र्व बैंक के सर्कुलर के मुताबिक़ लोन देने में छूट की अवधि दो साल तक के लिए बढ़ाई जा सकती है।
इस दौरान ब्याज पर ब्याज न लगाने का सवाल पर केंद्र सरकार का कहना था कि केंद्र, आरबीआई और बैंकर एसोसिएशन को मिलकर बैठक करके इसका समाधान निकालेंगे।
कोरोना के कारण लॉकडाउन शुरू करने के बाद आरबीआई ने पहले तीन महीने और फिर छह महीने तक लोन न देने की छूट दी थी। लेकिन याचिकाकर्ता गजेंद्र शर्मा ने इस दौरान ब्याज पर ब्याज न लगाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।
इस याचिका पर सुनवाई के दौरान केंद्र की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि लोन देने में छूट की सीमा दो साल तक बढ़ाई जा सकती है।
सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले पर बुधवार को सुनवाई करेगा। अदालत ने कहा है कि वो इस मामले पर सभी पक्षों को सुनेगा।
इस मामले की सुनवाई जस्टिस अशोक भूषण की अगुआई वाली तीन सदस्यीय बेंच कर रही है। याचिकाकर्ता गजेंद्र सिंह के वकील विशाल तिवारी ने कहा कि ये जनहित से जुड़ा हुआ मामला है।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह इस मामले में केंद्र सरकार की राय मांगी थी और कहा था कि केंद्र सरकार इस मामले में आरबीआई के पीछे नहीं छिप सकती, उसे अपना रुख़ भी स्पष्ट करना चाहिए।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुनवाई के दौरान ये भी कहा कि इस मामले में अन्य मुद्दे भी शामिल हैं, जीडीपी -23 प्रतिशत हो गई है और अर्थव्यवस्था पर भी दबाव है।
वॉट्सऐप अपने यूजर्स के लिए लगातार नए फीचर्स लाता रहता है. कंपनी एक नए वॉलपेपर फीचर पर काम कर रही है.
वॉट्सऐप एक नए वॉलपेपर फीचर पर काम कर रहा है. इससे यूजर अलग-अलग चैट के लिए अलग-अलग वॉलपेपर सेट कर सकेंगे. इस नए फीचर को पहले iOS बीटा वर्जन में देखा गया था. अब यह ऐंड्रॉयड यूजर्स के लिए भी डेवलप किया जा रहा है. ऐंड्रॉयड के लिए वॉट्सऐप के v2.20.199.5 बीटा वर्जन में यह फीचर देखा गया है.
वॉट्सऐप का नया वॉलपेपर फीचर अभी अंडर-डेवलपमेंट है, जिसकी वजह से यह बीटा यूजर्स के लिए भी उपलब्ध नहीं है. उम्मीद है वॉट्सऐप जल्द इस फीचर को बीटा यूजर्स के लिए रोल आउट करेगा. इसके बाद इस फीचर को सभी यूजर्स के लिए रोल आउट किया जाएगा. हालांकि, वॉट्सऐप ने इसके लिए कोई डेट या टाइमलाइन नहीं बताई है.
वॉट्सऐप ने ऐंड्रॉयड के लिए वॉट्सऐप v2.20.199.5 बीटा वर्जन में नया वॉलपेपर फीचर देखा. वॉट्सऐप फीचर ट्रैकर की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जब यूजर ऐप में डिफॉल्ट वॉलपेपर चुनेगा, तो यह वॉट्सऐप वॉलपेपर ऐप डाउनलोड करने के लिए पूछेगा. यह एक ऑफिशियल वॉटसऐप ऐप है, जहां इसके लिए वॉलपेपर्स मिलते हैं.
वॉट्सऐप लाने वाला है कई नए फीचर
वॉलपेपर फीचर के अलावा वॉट्सऐप कई और नए फीचर्स पर काम कर रहा है. इनमें से कुछ फीचर जल्द यूजर्स के लिए रोल आउट किए जा सकते हैं. कुछ फीचर्स बीटा यूजर्स के लिए उपलब्ध हैं. इनमें एक फीचर वॉट्सऐप ग्रुप कॉल्स के लिए नई रिंगटोन है. यह नया फीचर आने के बाद जब वॉट्सऐप पर ग्रुप कॉल आएगी, तो नई रिंगटोन बजेगी. इसके अलावा कंपनी नया स्टिकर एनिमेशन, एडवांस्ड सर्च मोड और मल्टी-डिवाइस सपोर्ट जैसे फीचर भी लाने वाली है. (india.com)
नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)| विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने सोमवार को अपने व्यावसायिक क्षेत्र में विविधता लाते हुए 'स्पाइसऑक्सी' के लॉन्च की घोषणा की। यह एक कॉम्पैक्ट, पोर्टेबल, नॉन-इनवेसिव वेंटिलेशन डिवाइस है, जो सांस की हल्के या मध्यम स्तर की समस्या वाले रोगियों के लिए एक प्रभावी समाधान है। एयरलाइन अप्रत्याशित रूप से अपने व्यावसायिक विविधीकरण के लिए जानी जाती है। इसने पहले इसने फैशन रिटेल, मर्चेंडाइज और ई-कॉमर्स, फ्रेट मूवमेंट, फ्रेश फार्म प्रोडक्ट में प्रवेश किया था। स्पाइसजेट टेक्निक के माध्यम से यह रक्षा क्षेत्र में भूमिका के लिए प्रतिबद्ध दिखाई दे रही है और साथ ही कंपनी भारत की सबसे बड़ी कार्गो कंपनी के रूप में भी उभरी है।
इसके अतिरिक्त, स्पाइसजेट ने फिंगरटिप पल्स ऑक्सीमीटर भी पेश किया है। यह एक ऐसा आसान उपकरण है जो लोगों के शरीर में ऑक्सीजन स्तर को मापना आसान बनाता है।
स्पाइसजेट की सहायक कंपनी स्पाइसजेट टेक्नीक के इंजीनियरों की एक समर्पित टीम द्वारा इसे इनोवेशन लैब में डिजाइन किया गया है।
स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, स्पाइसजेट के लिए आज एक बड़ा दिन है क्योंकि हम आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की अपनी यात्रा में एक बहुत ही मजबूत कदम आगे बढ़ा चुके हैं। मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि स्पाइसऑक्सी और पल्स ऑक्सीमीटर, जिसे हम आज लॉन्च कर रहे हैं, ह्यमेड इन इंडिया है।
उन्होंने कहा, इसे हमारे इंजीनियरों की प्रतिभाशाली टीम द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है। मुझे यकीन है कि यह नॉन-इनवेसिव, पोर्टेबल वेंटिलेटर सांस लेने की समस्याओं और अन्य पुरानी समस्याओं वाले रोगियों को बहुत मदद करेंगे और आसानी से घर पर उपयोग किए जा सकते हैं। इसे यात्रा के दौरान भी आसानी से ले जाया जा सकता है। स्पाइसजेट चुनौतियों का समाधान करने के लिए नवाचार को बढ़ावा देता रहेगा।
स्पाइसऑक्सी का उद्देश्य ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) या रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम्स से जूझ रहे मरीजों के इलाज के लिए नॉन-इंवेसिव वेंटिलेटर समर्थन प्रदान करना है। चूंकि यह उपकरण टरबाइन आधारित और हल्के वजन का है, इसलिए घर पर भी इसका उपयोग काफी आसान हो जाता है।
रायपुर, 31 अगस्त। एनएच एमएमआई के कंसल्टेंट, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुमंत शेखर पधि ने बताया कि ट्रांसकैथेटर ऑर्टिक वॉल्व इम्प्लांटेशन (टीएवीआई) ऑर्टिक स्टेनोसिस के इलाज की क्रांतिकारी तकनीक है जो खराब ऑर्टिक वाल्व को भी ठीक करने में मदद करती है। ऑर्टिक स्टेनोसिस दरअसल ऑर्टिक वाल्व के सिकुड़ जाने पर होने वाली समस्या है, और इसके सिकुडऩे के कारण वाल्व पूरी तरह से खुल पाने में असमर्थ होता है, जिसके कारण यह घट जाता है या खून के संचार को हृदय से मेन आर्टरी तक और फिर पूरे शरीर में जाने से रोक देता है।
डॉ. पधि ने बताया कि यह एक प्रकार की जीवन जोखिम में डालने वाली अवस्था है, जो आगे चलकर हार्ट फेलियर तक की स्थिति पैदा कर सकती है इसलिए इसका तुरंत इलाज शुरू होना बेहद ज़रूरी है। वे लोग जिनको ओपन हार्ट सर्जरी से किसी प्रकार का जोखिम है उनके लिए टीएवीआई एक प्रकार का मिनिमली इनवेसिव प्रोसीजर है जो जीवन बचा लेने के विकल्प जैसा है।
डॉ. पधि ने बताया कि एनएच एमएमआई में 58 वर्षीय मरीज़ पर सफलतापूर्वक यह प्रोसीजर किया जिनकी किडनी की समस्या, सांस लेने में तकलीफ, हाई ब्लड शुगर जैसी समस्याओं की हिस्ट्री थी। बीते दस सालों से मरीज़ को सांस लेने में तकलीफ, थकान, फेटीग आदि का सामना करना पड़ रहा था, लोकल ट्रीटमेंट के बावजूद उनकी अवस्था में कोई सुधार नजऱ नहीं आया।
डॉ. पधि ने बताया कि मरीज को सांस लेने में तकलीफ बढऩे लगी तो वे इलाज करवाने आए। तमाम शारीरिक समस्याओं की हिस्ट्री के अनुसार जांच की जिसमें इकोकार्डियोलॉजी (ईसीएचओ) भी शामिल है, जिसमें उनके कैल्सिफिक ऑर्टिक वाल्व की गंभीर अवस्था का पता चला। मरीज़ की उम्र और तमाम अन्य शारीरिक दिक्कतों को ध्यान में रख कर टीएवीआई करने का निर्णय लिया। पूरी प्रक्रिया सफल रही और मरीज़ खतरे से बाहर आ गया। मरीज अब बेहतर स्थिति में हैं और एनएच एमएमआई के शुक्रगुजार हैं।
नई दिल्ली, 30 अगस्त। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने भारतीय कंपनियों में चीनी निवेश की जांच को लेकर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को एक पत्र लिखा है। कैट ने पत्र में कहा, "विभिन्न सेक्टर में काम करने वाली भारतीय कंपनियों में जिस तरह से चीनी कंपनियों ने निवेश किया है, उससे साफ जाहिर होता है किचीनी निवेश एक सुनियोजित तरीके से भारतीय नवाचार और प्रौद्योगिकी पर चीनी कब्जे का एक रणनीतिक कदम है और इसकी जांच होनी चाहिए।"
कैट ने इस संबंध में 141 प्रमुख भारतीय स्टार्ट-अप्स की सूची केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को भेजी है, जिनमें चीनी निवेश हैं। ये भारतीय कंपनियां आतिथ्य, दैनिक उपभोग्य सामग्रियों, खाद्य वितरण, सूचना प्रौद्योगिकी, रसद, भुगतान ऐप, ई-कॉमर्स, यात्रा, परिवहन, फार्मास्यूटिकल्स, बीमा, शेयर बाजार, स्वास्थ्य देखभाल, नेत्र देखभाल, खेल ऐप आदि से संबंधित हैं।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल इन कंपनियों की जांच की मांग करते हुए कहा, "जांच अनेक प्रासंगिक प्रश्नों पर आधारित होनी चाहिए, जैसे कि भारतीय कंपनियों में चीनी निवेश द्वारा नियंत्रण का अनुपात कितना है? इन कंपनियों द्वारा अर्जित डेटा भारत में या विदेश में है? डेटा की सुरक्षा एवं सावधानियां क्या हैं?"
उन्होंने कहा, "चीन अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सूचना एकत्र करने के उद्देश्य से वित्तीय और औद्योगिक जासूसी में भी लगा हुआ है। इसलिए विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले भारतीय स्टार्ट-अप के कामकाज और व्यापार मॉड्यूल की गहराई से जांच करने की बेहद जरूरत है।"(IANS)
नई दिल्ली, 30 अगस्त। इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन आईडीसी की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 तक वैश्विक बाजार के 50 फीसदी हिस्से पर 5जी स्मार्टफोन के कब्जा जमा लेने की संभावना है। कोविड-19 महामारी और उपभोक्ताओं की कमी होने के बावजूद सभी स्मार्टफोन के लिए कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनी ओईएम के लिए 5जी ही पहली प्राथमिकता रही।
आईडीसी के वल्र्डवाइड मोबाइल डिवाइस ट्रैकर के प्रोग्राम वाइस प्रेसिडेंट रयान रीथ के मुताबिक, मार्केट में धीमी गति आने के बाद जब कई सारी बड़ी कंपनियों ने साल 2020 के लिए अपने उत्पादन करने की योजनाओं में कमी लाई है, हमने पाया है कि इनमें सबसे ज्यादा कटौती 4जी पोर्टफोलियो में की गई है। ऐसा इसलिए, क्योंकि अधिकतरों का यह मानना है कि साल 2020 के अंत तक 5जी के तेजी आएगी जिसका प्रभाव 4जी पर देखने को मिलेगा।
रीथ ने कहा, "हालांकि हम अब भी यही मानते हैं कि ग्राहकों में 5जी की मांग कम है और जब बाजार के चल रही आर्थिक मंदी के साथ इसे जोड़ा जाएगा तो इस पूरा दबाव इसके साथ जुड़ी सर्विस फीस और हार्डवेयर पर पड़ेगा जो काफी महत्वपूर्ण है।"
हालांकि आईडीसी में रिसर्च डायरेक्टर नबिला पोपल कहती हैं, "हम साल 2021 से साल-दर-साल 9 फीसदी बढ़ोतरी होने की उम्मीद कर सकते हैं और ऐसा इसलिए, क्योंकि साल 2020 में इसमें भारी गिरावट देखने को मिली है। बहरहाल, स्थिति को पूरी तरह से सुधरने में साल 2022 तक का समय लग जाएगा और तब स्मार्टफोन इंडस्ट्री कोविड के पहले जैसे दौर में वापसी करेगी।"
यहां गौर करने वाली बात यह है कि बाजार में सुधार होने के इस दौर में 5जी की भूमिका काफी अहम होगी।(IANS)
नई दिल्ली, 30 अगस्त। कर्ज में डूबी और दिवालिया होने की कगार पर खड़ी फ्यूचर ग्रुप को रिलायंस रिटेल ने संजीवनी दी है। शनिवार को रिलायंस रिटेल ने 24,713 करोड़ में फ्यूचर ग्रुप का अधिग्रहण कर लिया। फ्यूचर ग्रुप में हजारों लोग नौकरी करते हैं और सप्लाई चेन भी हजारों लोग जुड़े हुए हैं। कर्ज ना चुकाने पाने की हालात में कंपनी पर ताला लगने की आशंका गहराती जा रही थी।
छब्बीस साल की उम्र में फ्यूचर ग्रुप के संस्थापक किशोर बियानी ने पहला पहला स्टोर पैंटालून के नाम से खोला था। तब किसी ने नही सोचा था कि किशोर बियानी को रिटेल सेक्टर के गॉड फादर का तमगा मिलेगा और ना ही किसी ने यह सोचा था कि उनकी कंपनी यानी फ्यूचर ग्रुप कर्ज में इतना डूब जाएगी कि वह कर्ज का ब्याज चुकाने में भी असमर्थ हो जाएगी। कंपनी पेमेंट में डिफाल्ट करने लगी थी। फ्यूचर ग्रुप पर कर्ज का संकट इतना विकट था कि उसे इस बात से समझा जा सकता है कि कंपनी को फॉरेन बॉंड्स पर 100 करोड़ का ब्याज चुकाना था जिसे कंपनी ग्रेस पीरियड खत्म होने के आखिरी दिन ही चुका सकी।
कोरोना ने कंपनी की वित्तिय हालत को और बिगाड़ दिया। लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर स्टोर्स को बंद करना पड़ा। फ्यूचर ग्रुप के सभी तरह के स्टोर्स की संख्या 1650 से भी अधिक है और हजारों लाखों लोग इससे प्रत्यक्ष अप्रत्क्ष रूप से जुड़े हैं। कर्ज बढ़ने से कंपनी के डूबने के खतरे के बीच कर्मचारियों को भी अपनी नौकरी की चिंता सता रही थी। रिलायंस रिटेल के निवेश ने कंपनी को उसके दुर्दिनों से उबार लिया है।
सवाल यह है कि अधिग्रहण के बाद फ्यूचर ग्रुप के बिग बाजार व अन्य ब्रांड्स का क्या होगा। क्या उनका नाम भी बदल दिया जाएगा। तो इसका जवाब खुद रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की निदेशक ईशा अंबानी ने दिया है। डील पर खुशी जाहिर करते हुए ईशा अंबानी ने कहा कि " फ्यूचर ग्रुप के प्रसिद्ध ब्रांडों के साथ-साथ उसके व्यावसायिक ईको सिस्टम को संरक्षित करने में हमें प्रसन्नता होगी। भारत में आधुनिक रिटेल के विकास में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हमे आशा है कि छोटे व्यापारियों, किराना स्टोर्स और बड़े उपभोक्ता ब्रांडों की सहभागिता के दम पर रिटेल सेक्टर में विकास की गति बनी रहेगी, हम देश भर में अपने उपभोक्ताओं को बेहतर मूल्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
शहरी उभोक्ताओं के लिए बिग बाजार वर्षों से रोजमर्रा के सामान की पूर्ति का केंद्र रहा है। बिग बाजार सरीखी चेन्स में रिलायंस रिटेल का पेशेवर रवैया जरूर देखने को मिल सकता है पर ईशा अंबानी के बयान के बाद यह तो तय है कि रिलायंस बिग बाजार की रीब्रांडिंग नही करने जा रहा इसलिए उपभोक्ताओं के लिए बिग बाजार में कुछ भी नहीं बदलेगा।
नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)| मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने फ्यूचर ग्रुप का रिटेल, होलसेल लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउस बिजनेस 24713 करोड़ रुपए में खरीद लिया है। इस मेगा डील से कंपनी की रिटेल कारोबार में स्थिति और भी मजबूत हो जाएगी। कंपनी ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी। कंपनी द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, "रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड (आरआरवीएल) ने आज फ्यूचर समूह के खुदरा और थोक कारोबार तथा लॉजिस्टिक्स और भंडारण कारोबार के एकमुश्त 24,713 करोड़ रुपये के दाम में अधिग्रहण की घोषणा की।"
भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में अमेजन जैसी दिग्गज कंपनियों को टक्कर देने के लिए रिलायंस रिटेल अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है।
डील के तहत फ्यूचर ग्रुप कुछ कंपनियों को फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एफईएल) में मर्ज कर रहा है। इस योजना के अंतर्गत रिटेल और होलसेल उपक्रम को रिलायंस रिटेल एंड फैशन लाइफस्टाइल लिमिटेड में स्थानांतरित किया जा रहा है।
यह आरआरवीएल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है; लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग अंडरटेकिंग को आरआरवीएल को हस्तांतरित किया जा रहा है।
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा, फ्यूचर ग्रुप के प्रसिद्ध ब्रांडों के साथ-साथ उसके व्यावसायिक ईको सिस्टम को संरक्षित करने में हमें प्रसन्नता होगी। भारत में आधुनिक रिटेल के विकास में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हमें आशा है कि छोटे व्यापारियों, किराना स्टोर्स और बड़े उपभोक्ता ब्रांडों की सहभागिता के दम पर रिटेल सेक्टर में विकास की गति बनी रहेगी, हम देश भर में अपने उपभोक्ताओं को बेहतर मूल्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने रिटेल बिजनेस में तीन करोड़ किराना मालिकों और 12 करोड़ किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा था। फ्यूचर समूह के खुदरा व्यापार, थोक और सप्लाई चेन व्यवसाय के अधिग्रहण से रिलायंस अपनी स्थिती मजबूत कर रहा है।
आरआरवीएल ने कहा कि इस अधिग्रहण योजना के तहत फ्यूचर समूह अपनी कुछ कंपनियों का विलय फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एफईएल) में कर रहा है। कंपनी ने बताया कि इस योजना के तहत फ्यूचर समूह के खुदरा और थोक कारोबार को आरआरवीएल की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल एंड फैशन लाइफस्टाइल लिमिटेड (आरआरएफएलएल) को हस्तांतरित किया जाएगा। वह 1200 करोड़ प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए निवेश करेगी और फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड में 6.09 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी।
हैदराबाद, 29 अगस्त। एनएमडीसी के अध्यक्ष -सह-प्रबंध निदेशक सुमित देब ने बताया कि एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 21 की पहली तिमाही में लौह अयस्क का 66.05 लाख टन उत्पादन तथा 62.75 लाख टन बिक्री की। 2020-21 की पहली तिमाही में कर-पूर्व लाभ रूपए 759 करोड़ रहा जो वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के रूपए 1913 करोड़ के मुकाबले 60 प्रतिशत कम है। इसी प्रकार 2020-21 की पहली तिमाही में कर पश्चात लाभ रूपए 533 करोड़ रहा जो वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के रूपए 1179 करोड़ के मुकाबले 55 प्रतिशत कम है।
श्री देब ने बताया कि वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में कुल कारोबार रूपए 1938 करोड़ रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में रूपए 3264 करोड़ था। वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में राष्ट्रीय स्तर पर लौह अयस्क उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 45 प्रतिशत की कमी आयी जबकि एनएमडीसी में 22 प्रतिशत की कमी आयी। साथ ही, एनएमडीसी ने वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में भारत के कुल लौह अयस्क उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत उत्पादन किया।
श्री देब ने यह भी बताया कि यह कठिनाइयों वाला वर्ष है जिसमें वैश्विक महामारी के कारण अभूतपूर्व परिस्थितियां उत्पन्न हुई हैं। मुझे प्रसन्नता है कि तमाम चुनौतियों का सामना करने के बावजूद हमारा प्रदर्शन सुस्थिर रहा है। मुझे विश्वास है कि सामान्य हो रही परिस्थितियों में आगामी तिमाहियों में हम महत्वपूर्ण सुधार कर सकेंगे।
रायपुर, 29 अगस्त। मैग्नेटो द मॉल में गणेश चतुर्थी को एक निराले अंदाज़ में मनाया जा रहा है। मॉल के एट्रियम-1 में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की गयी है। इस साल गलवान घाटी की थीम पर प्रतिमा सजाई गई है। देश भक्ति की भावना पर आधारित इस झांकी ने लोगों को अहम सन्देश प्रदान किया है। झांकी में एक ड्रैगन भी मौजूद है। दर्शन-आरती को सोशल डिस्टैन्सिंग के साथ हो रही है।
रायपुर, 29 अगस्त। अटल नगर स्थित आईआईआईटी के डॉयरेक्टर और वाइस चांसलर डॉ. प्रदीप के. सिन्हा ने बताया कि लीडिंग एजुकेशन इंस्टीटयूट इंटरनेशनल इंस्टीटयूट ऑफ़ इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी ने तीसरे इंडस्ट्रिया एकेडिमिया मीट को ऑनलाइन होस्ट किया। इस इवेंट में देश भर से इंडस्ट्री के टॉप एक्सपर्ट्स, फैकल्टी, स्टाफ और विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस इवेंट का उद्देश्य इंडस्ट्री और एकेडमिक कम्युनिटी के बीच की दूरी कम करना है।
डॉ. सिन्हा ने सभी सम्मानीय गेस्ट, फैकल्टी और छात्रों का इवेंट में स्वागत किया। उन्होंने अपनी वेलकम स्पीच उस समय से शुरू की जब वह पांच साल पहले आईआईआईटी-एनआर के साथ जुड़े थे। उन्होंने इस बारे में बात की कि कैसे इंस्टीटयूट को शुरुआती सालों के प्लेसमेंट में चुनौतियों का सामना करना पड़ा और उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह आने वाले प्रीमियम इंस्टीटयूट जैसे आईआईआईटी नया रायपुर के लिए क्यों महत्वपूर्ण हो जाता है कि इंडस्ट्री के साथ लगातार संपर्क बनाये रखा जाए।
डीन (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) प्रो. पुण्य प्रसन्ना पल्तानी ने कहा, ये प्रोजेक्ट इंजीनियरिंग टेक्नोलोजी के कटिंग एज पर आधारित थे जैसे कि आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस, डाटा साइंस, इन्टरनेट, डाटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग, सिग्नल प्रोसेसिंग और वीएलएसआई डिजाइन आदि। इस तरह का इवेंट रातोंरात होना संभव नहीं है। इसकी शुरुआत महीनो पहले हो चुकी थी। यह केवल समर्पित और उत्साहित साथियों की वजह से संभव हो पाया।
ट्रेनिंग एंड करियर कॉल इंचार्ज डॉ. अमित कुमार ने छात्रों के करियर प्लानिंग और कैरियर एडवांसमेंट में आईएएम 2020 की भूमिका के बारें में बताया। टेक्नोलोजी शोकेस चैलेन्ज' थीम कई उपायों द्वारा विस्तृत किया गया और ‘टेक्नोलॉजी ड्रिवेन करियर अपार्चुनिटी’ सभी इंडस्ट्री प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए अवसर द्वारा बात को पर्याप्त रूप से स्पष्ट किया गया था।
उन्होंने कई विषयों के बारे में विस्तृत चर्चा की, आज के इंजीनियरों को टेक्नोलोजी-ओरिएंटेड करियर के विविध विषयों का पता लगाने के लिए खुद को एक्सप्लोर करना चाहिए
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 29 अगस्त। अटल नगर स्थित बालको मेडिकल सेंटर में आज एक प्रेसवार्ता के द्वारा कैंसर उपचार के लिए सीआरएस+हाईपैक प्रक्रिया पर प्रकाश डाला गया। बालको मेडिकल सेंटर के चिकित्सा सेवाएं प्रमुख डॉ. जयेश शर्मा ने बताया कि यह एक विशेष प्रकार की कीमोथेरेपी जिसे हाईपैक कहा जाता है, पेट में फैले विकसित कैंसर वाले कुछ रोगियों के लिए एक उम्मीद की किरण है। पारंपरिक कीमोथेरेपी के विपरीत, जिसे नसों के माध्यम से डाला जाता है, हाइपरथर्मिक इंट्रा-पेरिटोनियल कीमोथेरेपी (हाईपैक) पेट के कैंसर कोशिकाओं को सीधे उच्च मात्रा की कीमोथेरेपी प्रदान करके किया जाता है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि हाल ही में बालको मेडिकल सेंटर के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी टीम ने एक नहीं बल्कि दो हाईपैक प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक किया। एक मध्यम आयु वर्ग की महिला रोगी, जो स्यूडोमिक्सोमा पेरिटोनी से पीडि़त थी। यह एक दुर्लभ कैंसर है जिसमें पेट में अपेंडिक्स से बलगम स्रावित कैंसर कोशिकाओं का एक प्रगतिशील निर्माण होता है। एक अन्य महिला अंडाशय के कैंसर की मरीज थी। दोनों मरीज इस जटिल सर्जरी के सफलतापूर्वक होने के बाद ठीक हो रहें हैं, जिसे पूरा करने में 12 घंटे लगे।
डॉ. शर्मा ने बताया कि हाईपैक बृहदान्त्र, अंडाशय और अपेंडिक्स के उन्नत या मेटास्टेटिक कैंसर के चयनित रोगियों के लिए और कैंसर के लिए जिसमें उपचार के विकल्प उपलब्ध नहीं हैं या पहले से ही असफल साबित हुए हैं, प्रभावी साबित हुआ है। इसका उपयोग मिसोथिलिओमा के इलाज के लिए भी किया जा सकता है, जो एक दुर्लभ को प्रभावित करता है। हाईपैक प्रक्रिया साइटोरेडेक्टिव सर्जरी (सीआरएस) कैंसर सर्जरी के साथ की जाती है, जिसके दौरान एक सर्जन पेट के अंदर से सभी दिखाई देने वाले कैंसर को हटा देता है। गर्म, जीवाणुरहित कीमोथेरेपी (41-43 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ) पेट में शेष कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए लगभग ढेड़ घंटे तक पहुंचाया जाता है। भिन्न कैंसरों के लिए भिन्न कीमोथेरेपी एजेंट्स का उपयोग होता है।
ऑनकोसर्जन डॉ. अश्वनी सचदेवा ने बताया कि क्योंकि हाईपैक एक जटिल प्रक्रिया है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम उन रोगियों की पहचान करें जो इससे सबसे अधिक लाभान्वित होंगे। हमने सीखा है कि कुछ प्रकार के कैंसर में हाईपैक के साथ सफलता और संभावित इलाज सबसे अच्छा है। कीमोथेरेपी को गर्म करना इसकी प्रभावशीलता को बढ़ाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि जब यह गर्म होता है, तो कीमोथेरेपी ऊतक में अधिक गहराई से प्रवेश करती है, और अधिक से अधिक कैंसर कोशिकाओं को मार सकती है।
ऑनकोसर्जन डॉ. सुनील कौशिक कोमांडुरी ने बताया कि अनुसंधान से पता चला है कि, सावधानीपूर्वक चयनित रोगियों में, जैसे अपेंडिक्स और बृहदान्त्र के उन्नत मेटास्टेटिक कैंसर, उन्नत डिम्बग्रंथि के कैंसर, और पेरिटोनियल मिसोथिलिओमा वाले लोगों में हाईपैक से जीवन काल में काफी वृद्धि कर सकता है। हाईपैक के साथ, इस प्रकार के कैंसर को पूरी तरह से ठीक करने और जीवन काल में वृद्धि करना संभव है।
नई दिल्ली, 28 अगस्त। ट्रांसियन होल्डिंग्स के ग्लोबल प्रीमियम स्मार्टफोन ब्रांड टेक्नो ने भारत में स्पार्क सीरीज के तहत नए बजट स्मार्टफोन के लॉन्च की तैयारी कर ली है। यह फोन शाओमी के रेडमी नोट 8ए डुअल और रियमली के सी2 और सी11 को चुनौती देगा। टेक्नो ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर हैशटैगबिगबीइंटरटेनमेंट जारी किया है। इससे यह प्रतीत होता है कि टेक्नो का यह नया उत्पाद टेक्नो स्पार्क गो प्लस का उत्तराधिकारी होगा, जिसे इसी साल लॉन्च किया गया था।
नया स्पार्क डिवाइस अगले सप्ताह लॉन्च हो सकता है। यह जानकारी इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों ने शुक्रवार को आईएएनएस को दी।
नए फोन में बड़ा डिस्प्ले, बड़ी बैटरी और एक बेहतरीन कैमरा हो सकता है। साथ ही साथ दर्शकों को मनोरंजन के लिहाज से शानदार अनुभव देने के लिए इसे हर लिहाज से प्रभावशाली बनाने का प्रयास किया गया है।
टेक्नो ने बजट सेगमेंट में लगातार नए फीचर्स पेश किए हैं।
उसका टेक्नो स्पार्क गो प्लस पहली बार बाजार में सुपर बिग 6.52इंच एचडी प्लस डॉट नॉच डिस्प्ले के साथ आया था और इसकी कीमत सिर्फ 6299 रुपये रखी गई थी। इसी तरह टेक्नो स्पार्क पावर 2 में 6000 एमएएच की बैटरी थी, जो 10 हजार रुपये के सेगमेंट में पहली बार पेश किया गया था।
अपने शानदार स्मार्टफोन्स के माध्यम से टेक्नो भारत में 50 लाख ग्राहक बना चुका है और यह संख्या दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है।(IANS)
निशांत अरोड़ा
नई दिल्ली, 28 अगस्त (आईएएनएस)| टिकटॉक पिछले कुछ दिनों से काफी विवादों में है, जिसके चलते लगातार सूर्खियों में भी बना हुआ है। अब इसमें एक नया मोड़ आया है, जिसके तहत अमेरिका की दिग्गज रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने टिकटॉक के कारोबार को खरीदने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर एक संयुक्त बोली लगाई है। इस रेस में औरेकल कॉर्पोरेशन पहले से ही शामिल था और अब वॉलमार्ट भी रेस का हिस्सा बन गया है।
अब सवाल ये है कि अमेरिका में अभी जिस तरह का राजनीतिक माहौल है, उसमें क्या डील बेहतर साबित हो पाएगी? यह देखने वाली बात है।
रिपोर्ट के मुताबिक, टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस अमेरिका सहित कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में इसके कारोबार को बेचने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्धारित किए गए 90 दिनों की समय सीमा के दरमियान एक समझौते के काफी करीब है, जिसे 20 अरब डॉलर से 30 अरब डॉलर के बीच में तय किया जाना है।
हालांकि, टिकटॉक द्वारा ट्रंप प्रशासन के खिलाफ अमेरिका में इसकी मूल कंपनी बाइटडांस के साथ लेनदेन पर 45 दिनों के अंदर प्रतिबंध लगाने के कार्यकारी आदेश पर एक मुकदमा दायर करने के बीच इस वक्त इसका भविष्य अनिश्चित है। अमेरिकी कंपनियों के लिए इसका अधिग्रहण करना आगे आने वाले समय में कितना फायदेमंद साबित होगा, इस पर अभी कुछ भी कहना काफी जल्दबाजी होगी।
रायपुर, 27 अगस्त। एनएच एमएमआई, रायपुर के संचालक नवीन शर्मा ने बताया कि एनएच एमएमआई अस्पताल मे आए मरीजों के इलाज के लिए हर मुमकिन सुविधा प्रदान करते हैं। कोरोना के प्रकोप के कारण चल रहे वैश्विक स्वास्थ्य संकट के मद्देनजर, एन एच एम एम आई नारायना सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, रायपुर ने छत्तीसगढ़, राज्य सरकार को वेंटिलेटर दान करके समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। एनएच एमएमआई नारायना सुपरस्पैशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर कोवीड-19 महामारी के कारण उत्पन्न हुई अराजकता और तनाव की स्थिति में स्वस्थ संसाधनों की कमी एवं अचानक हुई मांग मे वृद्धि को अच्छी तरह समझता है। मानव कल्याण के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एनएच एमएमआई द्वारा प्रदान किए गये 5 वेंटीलेटर के साथ 10,000 मास्क एवं दस्तानों का उपयोग किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंह देव ने सराहना करते हुए कहा एनएच एमएमआई ने हमेशा आगे बढ़ कर जनता एवं समाज के प्रति अपनी सेवाए प्रदान की हैं। पद्मभूषण डॉ देवी प्रसाद शेट्टी की दूरदर्शिता ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र मे नई व्यवस्था लाई है। यह मेरा दृढ़ विश्वास है कि हमारा एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पैशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर क साथ समायोजन छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य क्षेत्र में सफल परिणाम लाएगा।
सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, निहारिका बारीक सिंह ने एनएच एमएमआई का आभार मानते हुए कहा कि जिस समाज मे हम रहते हैं उसके प्रति हमारा उत्तरदायित्व को समझना मानवता का एक महत्वपूर्ण पहलू है। सरकार कोरोना मरीजों की स्वास्थ्य की देखभाल एवं उचित इलाज़ प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
रायपुर, 27 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल तथा आत्मनिर्भर भारत के आवाहन को वास्तव में अमली जामा पहनाने में कैट के नेतृत्व में दिल्ली सहित देश भर के व्यापारी एक बड़ा संकल्प लेकर इस बार की दिवाली को सही मायनों में हिंदुस्तानी दिवाली के रूप में मनाने में जुट गए हैं जिसमें चीनी सामान का बहिष्कार करते हुए केवल भारतीय सामान ही बेचा एवं खरीदा जाएगा।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि हर वर्ष राखी से शुरू होकर दिवाली तक देश में लगभग 5 महीने का त्योहारी सीजन रहता है और इस सीजन में एक अनुमान के मुताबिक पिछले वर्षों में चीन लगभग 40 हजार करोड़ रुपए का त्योहारों से सम्बंधित सामान भारत को आयात करता है। लेकिन इस बार देश भर में चीन के खिलाफ जिस प्रकार का वातावरण बना है उसके चलते चीन को लगभग 40 हजार करोड़ के बड़े व्यापार से हाथ धोना पड़ेगा। व्यापारियों ने यह तय किया है की इस त्योहारी सीजन में चीन का बना कोई भी सामान देश में नहीं बिकेगा।
श्री पारवानी ने बताया कि इस मामले में देश में एक बड़ी पहल की शुरुआत करते हुए कैट ने प्रदेश सहित देश भर के व्यापारियों एवं लोगों से हिंदुस्तानी दिवाली मनाने का आवाहन करते हुए प्रदेश सहित देश भर के व्यापारिक संगठनों को सलाह दी है की वो देश के कोने कोने से दिवाली पर उपयोग में आने वाले सामान बनाने वाले स्थानीय कुम्हार, शिल्पकार, मूर्तिकार, कलाकार आदि को चिन्हित कर उनके बनाए हुए सामानों को व्यापारियों के द्वारा बिकवाएं।
श्री पारवानी ने बताया कि कैट ने प्रदेश के सभी व्यापारियो से आग्रह किया है कि इस दिवाली से सम्बंधित सभी सामान जिसमें दीये, मोमबत्ती, बिजली की लडिय़ां, बिजली के रंग बिरंगे बल्ब, दुकानों एवं घरों को सजाने के लिए सजावटी सामान, उपहार देने की वस्तुएं, पूजन के लिए भगवान गणेश, लक्ष्मी जी और हनुमान की मिट्टी से बनी मूर्तियाँ और अनेक प्रकार के सामान नए एवं अभिनव रूप में स्थानीय लोगों से बनवाएँ जिससे कि प्रदेश के कुटीर उद्योगो को बढ़ावा मिलेगा साथ ही स्थानीय लोगो को रोजगार की प्राप्ति होगी और उनकी आय में वृद्वि। और व्यापारियों के द्वारा उनकी बिक्री घर घर तक करें। उन्होंने जोर देकर कहा की प्रदेश सहित देश के किसी भी कोने में भारतीय सामान की कमी नहीं होगी और लोग पूरे उत्साह से इस बार हिंदुस्तानी दिवाली मनाएँगे ।
रायपुर, 27 अगस्त। आई टी उद्द्यमिता 2020 का आज पहला सत्र था। इसके आगामी दो सत्र 30 अगस्त और 5 सितम्बर को होने बाकी है जिसमे अंतराष्ट्रीय स्तर के स्पीकर्स सम्मिलित होंगे और अपने व्यूज साझा करेंगे। मैट्स विश्वविद्यालय के प्रबंधन ने हर्ष व्यक्त किया और आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम की निरंतरता को बनाये रखने का आश्वाशन दिया। डॉ रीता दीवानजी, विभागाध्यक्षा ने सत्र के अंत में सभी का आभार व्यक्त किया और आगे आने वाले सत्रों की जानकारी दी। इस सत्र का ऑनलाइन प्रसारण यूट्यूब,फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट लाइव पर मैट्स स्कूल ऑफ़ आई टी के आधिकारिक पृष्ठ पर किया गया।
डॉ. पवन अग्रवाल मैट्स स्कूल ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के आई टी उद्द्यमिता 2020 के कार्यक्रम में ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से मुंबई से जुड़े थे। उन्होंने अपने सेशन में मुंबई डब्बावालो द्वारा अपने निरंतर 100 से भी ज्यादा वर्षों के कठिन परिश्रम से उनके द्वारा ग्राहकों के संतुष्ट सेवाएं देने के कारण सिक्स सिग्मा सर्टिफिकेट प्रदान किया गया, का उदाहरण देते हुए सतत और कठिन परिश्रम की सार्थकता को समझाया।
डॉ. दीपिका ढांड जो की विश्वविद्यलाय की प्रो वाईस चांसलर है उन्होंने आए टी की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया की क्यों स्टार्टउप आइडियाज शुरू तोह होते है लेकिन समय के साथ वो धीमे होकर बांध हो जाते है। उन्होंने ने माइक्रोसॉफ्ट और अन्य कई कंपनियों के उदाहरण देते हुए बताया की कैसे हम बदलते हुए समय की जरूरतों को समझे और जीवन में आगे बढे।
नई दिल्ली, 26 अगस्त। सुप्रीम कोर्ट ने ईएमआई बाद में चुकाने की सहूलियत देकर ब्याज वसूलने की नीति पर सरकार को जमकर फटकार लगाई है। देश की सर्वोच्च अदालत ने कहा कि सरकार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की आड़ लेकर अपनी जिम्मेदारियों से नहीं बच सकती है। कोर्ट ने सरकार से कहा, आप अपना पूरा ध्यान सिर्फ कारोबार पर नहीं रख सकते, आपको लोगों के दुखों का भी ख्याल रखना होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि सरकार को आपदा प्रबंधन कानून के तहत वह अधिकार प्राप्त है जिसका इस्तेमाल कर वह लोगों को टाली हुई लोन ईएमआई पर ब्याज माफ कर सकती है। लॉकडाउन के कारण उपजे भयावह हालात में ब्याज वसूलने या नहीं वसूलने का फैसला आरबीआई पर नहीं छोड़ा जा सकता है।मामले की अगली सुनवाई 1 सितंबर को होगी।
ध्यान रहे कि रिजर्व बैंक ने लॉकडाउन के कारण रोजगार छिनने से लोन वालों को राहत देने के मकसद से ईएमआई वसूलने में नरमी दिखाई है। रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों से कहा है कि वो अपने ग्राहकों को 31 अगस्त तक ईएमआई नहीं भरने का ऑफर दें। हालांकि, इस दौरान ग्राहकों से सामान्य दर से ब्याज वसूलने की भी अनुमति बैंकों को दी गई है।
आरबीआई की इस नीति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर लोन मोराटोरियम के दौरान ब्याज माफ किए जाने की मांग रखी गई है। याचिकाकर्ता ने दलील दी कि भारत सरकार की तरफ से सुनवाई को बार-बार टालने की मांग की जा रही है, अभी तक कोई भी हलफनामा नहीं दाखिल किया गया है, ना तो एसबीआई ना ही आरबीआई ने कुछ कहा है।
कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई के दौरान सरकार से कहा, ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर आरबीआई के फैसले की आड़ ले रही है जबकि उसके पास आपदा प्रबंधन कानून के तहत यह निर्णय लेने की पर्याप्त शक्तियां हैं कि बैंकों को डेफर्ड ईएमआई पर मोरोटोरियम पीरियड में जमा हुए ब्याज पर ब्याज वसूलने से रोका जाए।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि केंद्र सरकार लोन लेने वालों को मुश्किलों से राहत देने की दिशा में आरबीआई के साथ मिलकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का नजरिया आरबीआई से अलग नहीं हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र से एक सप्ताह में ऐफिडेविट फाइल करने का आदेश दिया और कहा कि केंद्र शपथपत्र में लोन मोरेटोरियम के मसले पर अपना स्टैंड क्लियर करे।
जस्टिस अशोक भूषण ने सॉलिसिटर जनरल से कहा कि आपको अपना पक्ष एकदम साफ रखना चाहिए। जस्टिस भूषण ने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया था। जस्टिस भूषण ने कहा कि सरकार को हमें आपदा प्रबंधन अधिनियम पर अपना रुख बताना होगा और यह भी बताना होगा कि क्या ब्याज पर ब्याज का हिसाब किया जाएगा। बेंच के दूसरे जज जस्टिस एम आर शाह ने कहा कि यह केवल व्यवसाय के बारे में सोचने का समय नहीं है। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 26 अगस्त। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि देश आर्थिक स्थिति की हालत केंद्र द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के कारण खराब हुई है और केंद्र ने अपने पास शक्तियां होने के बावजूद ऐसे कदम नहीं उठाए जिससे हालात सुधरते। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि केंद्र ने कर्ज वसूली को स्थगित तो कर दिया लेकिन इस पर लगने वाले ब्याज और ब्याज पर ब्याज को लेकर अपना रुख साफ नहीं किया है।
देश की आर्थिक स्थिति को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने लॉकडाउन के दौरान कर्ज वसूली स्थगित किए जाने पर केंद्र सरकार की निष्क्रियता की बात की और एक सप्ताह में इस पर अपना रुख साफ करने को कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए सख्त लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्खा की हालत खराब हुई है।
सुप्रीम के जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें कर्ज स्थदन के बाद ब्याज पर ब्याज लगाए जाने को लेकर केंद्र का रुख साफ करने को कहा गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार के पास आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत पर्याप्त शक्तियां उसके साथ उपलब्ध थीं फिर भी सरकार ने इस मामले में अपना रुख साफ नहीं किया।
सरकार की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि केंद्र सरकार आरबीआई के साथ मिलकर इस विषय पर कोआर्डिनेट कर रही है, लेकिन कोर्ट ने कहा कि यह समस्या आपके (केंद्र सरकार) लॉकडाउन की वजह से पैदा हुई है। यह समय व्यवसाय करने का नहीं है, बल्कि इस वक्त तो लोगों की दुर्दशा पर विचार करना होगा। मेहता ने कहा, माय लॉर्ड आप ऐसा मत कहिए। हम आरबीआई के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं।
पीठ में शामिल न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और एमआर शाह ने भी सॉलिसिटर जनरल से कहा कि केंद्र आपदा प्रबंधन अधिनियम पर रुख स्पष्ट करें और बताएं कि क्या मौजूदा ब्याज पर अतिरिक्त ब्याज लिया जा सकता है।
तुषार मेहता ने तर्क दिया कि सभी समस्याओं का एक समान हल नहीं हो सकता। वहीं याचिकाकर्ता की तरफ से पेश सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने बताया कि कर्ज स्थगन की समय सीमा 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगी। सिब्बल ने इसके विस्तार की मांग की। सिब्बल ने कहा, मैं केवल यह कह रहा हूं कि जब तक इस याचिका पर फैसला नहीं हो जाता, तब तक कर्ज स्थगन की अवधि खत्म नहीं होनी चाहिए। इस मामले की अगली सुनवाई अब एक सितंबर को होगी। (navjivanindia)