सामान्य ज्ञान
इक्वाडोर ने विश्व की पहली डिजिटल मुद्रा जारी करने जा रहा है। यह मुद्रा सेंट्रल बैंक ऑफ इक्वाडोर द्वारा जारी की जाएगी। नई मुद्रा को इक्वाडोर की संसद नेशनल असेंबली द्वारा जुलाई 2014 में मंजूरी दी गई थी।
अब तक का अभिनव प्रयोग मानी जा रही इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा दिसंबर 2014 से अस्तित्व में आ जाएगीइक्वाडोर विदित हो इक्वाडोर में अब तक अमेरिकी डॉलर का इस्तेमाल किया जाता है। इक्वाडोर ने सन् 2000 में गंभीर वित्तीय संकट के बाद अमेरिकी डॉलर को अपनी मुद्रा के तौर पर मान्यता दी थी। इस महत्वाकांक्षी योजना के मुताबिक, डिजिटल मुद्रा 2.8 इक्वाडोरवासियों की मदद करेगी और देश की 40 प्रतिशत इकॉनॉमी की हिस्सेदार भी, जो परंपरागत बैंकिंग को वहन नहीं कर सकते हैं। यह देश के गरीब नागरिकों की मोबाइल फोन तकनीक के द्वारा भुगतान प्राप्त करने में मदद करेगी, जो कि अफ्रीकी देशों में निजी कंपनियों द्वारा जारी मोबाइल भुगतान के समान हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि ई मनी के द्वारा देश में मुद्रा की आपूर्ति बढ़ाई जा सकेगी और देश में अमेरिकी डॉलर के उपयोग को हतोत्साहित किया जा सकेगा। नई ई-मुद्रा हूबहू बिटकॉईन जैसी नहीं होगी। इसमें बिटकॉईन की सीमित मात्रा होगी। आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को इसका इस्तेमाल मुद्रास्फीति को देखते हुए सावधानीपूर्वक करना होगा। लोगों का ऐसा मानना है कि नई ई-मुद्रा क्रिप्टो करेंसी (बिटकॉईन) की तरह होगी। इसमें मुद्रा की मात्रा आवश्यकता पर निर्भर करेगी। बिटकाईन एक वैश्विक ई-मुद्रा है, जिसमें विभिन्न विशेषज्ञ कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
फारसाल युद्ध
6 सितम्बर सन 48 ईसा पूर्व को रोम साम्राज्य त्रिकोणीय गठजोड़ के दो महत्वपूर्ण सदस्यों जूल सिजऱ और पोम्पस के बीच फ़ारसाल नामक ऐतिहासिक युद्ध हुआ। इस युद्ध में सिजऱ को विजय हुई और पोम्पस मारा गया। इस सफलता के बाद सिजऱ रोम के सम्राट बने।
वे युवावस्था में सेना में भर्ती हो गये और धीरे धीरे रोम की सेना के प्रभावशाली कमांडर बन गये। पोम्पस को पराजित करने के बावजूद रोम में एक अत्याचारी शासन की स्थापना के अपने प्रयास के दौरान सिजऱ एक राजनैतिक षडयंत्र का शिकार हुए उन्हें रोम की सेनेट के प्रांगड़ में मार दिया गया।
जीवविज्ञानी सिमोन वॉट्स ने बदसूरत पशु संरक्षण सोसायटी की स्थापना की है। दुनिया के बदसूरत जानवरों की प्रतियोगिता के विजेता रहे हैं-
1. द ब्लॉब फिश- पिछले साल वोटिंग के जरिए ब्लॉब फिश को बदसूरत जानवरों के समाज का शुभंकर चुना गया था। यह मछली मुश्किल से ही चल पाती है क्योंकि इसमें मांसपेशियां नहीं हैं और उसे खाने के आने का इंतजार करना पड़ता है।
2. न्यूजीलैंड का मशहूर ककापो- ककापो दूसरे स्थान पर आया क्योंकि न्यूजीलैंड के लोगों ने बदसूरत जानवरों की प्रतियोगिता में इसका खूब समर्थन किया। बदसूरत पशु संरक्षण सोसायटी के संस्थापक सिमोन वॉट्स लुप्त होते जानवरों के प्रति जागरुकता बढ़ाना चाहते हैं जो मुश्किल से चिडिय़ाघरों में दिखाई पड़ते हैं।
3. एक्सोलोट्ल- बदसूरत पशु संरक्षण सोसायटी अलग अलग इलाकों का सफर करती और कॉमेडी करके जागरुकता बढ़ाती है। सोसायटी के शो के खत्म होने के बाद स्थानीय दर्शक इलाके के शुभंकर यानी मैसकॉट के लिए मतदान करते है। एक्सोलोट्ल को मैक्सिकन वॉकिंग फिश या मैक्सिकन सालामैंडर भी कहा जाता है। बदसूरत जानवरों की अनोखी प्रतियोगिता में यह तीसरे नंबर पर आई।
4. तितिकाका अंडकोश मेंढक- सिमोन वॉट्स के मुताबिक करीब 250 प्रजातियां हर दिन विलुप्त होने जा रही हैं। वॉट्स और उनके साथी कॉमेडियन अपने शो में इस उदास विषय को हल्का करने की कोशिश करते हैं और इसके साथ ही कोशिश होती है कि संरक्षण पर भी बात हो जाए। अंडकोश मेंढक प्रतियोगिता में चौथे नंबर पर आया और यह विंचेस्टर इलाके का शुभंकर भी है।
5. सूंड वाला बंदर- बदसूरत जानवरों को शायद ही कभी चिडिय़ाघरों में पेश किया जाता है। ना ही लोग इनके बारे में जानते हैं या फिर इन पर शोध होता है। इन प्राणियों में से कई अभी तक वर्गीकृत नहीं हुए हैं। सूंड वाला बंदर इस प्रतियोगिता में पांचवें स्थान पर आया और यह हैमरस्मिथ इलाके का शुभंकर है।
6. डुगोंग- सिमोन वॉट्स बदसूरत जानवरों को भी चिडिय़ाघर में रखने की वकालत करते हैं, लेकिन वे मानते हैं कि केंद्रबिंदू जंगल और ठिकानों के संरक्षण पर होना चाहिए। डुगोंग समुद्री स्तनपायी है जो भारतीय प्रशांत महासागर में रहते है। इसे न्यूकासल के मैसकॉट के तौर पर चुना गया।
शुद्घ पुनरुत्पादन दर अथवा शुद्घ प्रजनन दर
शुद्ध पुनरुत्पादन दर, को कुजिंस्की की प्रजनन दर भी कहा जाता है। यह वह दर है, जिस पर किसी देश की महिला जनसंख्या अपने आपको प्रतिस्थापित करती है। यदि शुद्घ पुनरुत्पादन दर एक हो तो देश की जनसंख्या में स्थिरता की प्रवृत्ति होगी। यह दर एक से अधिक होने पर जनसंख्या में वृद्घि होती है तथा एक से कम होने पर जनसंख्या के घटने की प्रवृत्ति पाई जाती है।
6 सितंबर 1915 को दुनिया का पहला युद्धक टैंक बनाया गया था। इंग्लैंड में बने टैंक के इस पहले प्रारूप को लिटिल विलि नाम दिया गया।
लिटिल विलि सिर्फ नाम का ही छोटा था। इस टैंक का वजन 14 टन के आसपास था और अपने टेस्ट रन के दौरान यह कई बार गड्ढों में फंसा, उबड़ खाबड़ सतह पर बमुश्किल ही चल पाया। मगर आगे चलकर इसी प्रोटोटाइप में काफी सुधार किए गए और फिर इन्हें युद्ध के मैदान में उतारने लायक बनाया गया। वर्ष 1918 में सामने आए सुधरे हुए मॉडल को बिग विलि कहा गया। मार्क वन नाम के टैंक का पहला इस्तेमाल फ्रांस में किया गया। दूसरे विश्व युद्ध में टैंकों का खूब इस्तेमाल हुआ।
ब्रिटेन को टैंक बनाने की प्रेरणा पहले विश्व युद्ध के ट्रेंच वॉर से मिली। 1914 में ब्रिटिश आर्मी के कर्नल अर्नेस्ट स्विंटन और विलियम हैंके ने सबसे पहले एक ऐसे युद्धक वाहन की परिकल्पना पेश की जिसके पहियों पर कन्वेयर बेल्ट जैसी संरचना हो। शुरुआत में इसे लैंड बोट मॉडल कहा गया। दुश्मनों से इस तरह के वाहन के विकास की प्रक्रिया को गुप्त रखने के लिए यह बताया गया कि युद्ध के मैदान में पानी पहुंचाने के लिए एक टंकी वाला वाहन बनाया जा रहा है। इसी कारण नया वाहन टैंक के नाम से जाना गय।
प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय गुप्त राजवंश शासन के दौरान पांचवीं शताब्दी में स्थापित किया गया था। यह बिहार में सीखने के लिए एक प्राचीन विश्व विख्यात केंद्र था जिसमें 5वीं शताब्दी से वर्ष 1197 के दौरान दुनिया भर और मुख्य रूप से पूर्वी एशिया और चीन से छात्रों को शिक्षा के लिए आकर्षित किया। प्राचीन समय में, नालंदा विश्वविद्यालय में दुनिया भर से हजारों विद्वान और विचारक आए। यह कुतबुद्दीन ऐबक के सेनापति बख्तियार खिलजी के हमलावर तुर्की सेना के द्वारा वर्ष 1197 में ढहा दिया गया। ऐसा माना जाता है कि इसके विशाल पुस्तकालय की में लगी आग की ज्वाला कई दिनों तक जलती रही थी।
अब इस विश्वविद्यालय का पुनर्निमाण किया गया है और इसका पहला सत्र भी शुरू हो गया है। इस नए विश्वविद्यालय को पटना से लगभग 100 किलोमीटर दूर बौद्ध तीर्थयात्री शहर राजगीर के अपने अस्थायी परिसर में शुरू किया गया है। वर्तमान में, विश्वविद्यालय में 10 शिक्षक हैं। पूरी तरह से आवासीय विश्वविद्यालय के वर्ष 2020 तक पूरा होने की उम्मीद है। नालंदा विश्वविद्यालय के पहले कुलपति - गोपा सभरवाल बनाए गए हैं। वहीं विश्वविद्यालय के शासी निकाय के अध्यक्ष के रूप में अर्थशास्त्री अमत्र्य सेन की नियुक्ति की गई है।
नालंदा विश्वविद्यालय का पुनरुद्धार पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के प्रस्ताव के बाद किया गया। उन्होंने वर्ष 2006 में विश्वविद्यालय के पुनरुद्धार का प्रस्ताव रखा। संसद द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम वर्ष 2010 में पारित कर दिया गया और 15 नवंबर 2010 को इसकी अधिसूचना के बाद विश्वविद्यालय अस्तित्व में आया। केंद्र सरकार ने विश्वविद्यालय के लिए 2700 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं, जो कि 10 वर्षों में खर्च किया जाना है।
1. वेम्बानद झील किस राज्य में स्थित है?
(अ) ओडिशा (ब) आंध्रप्रदेश (स) केरल (द) कर्नाटक
2. गोदावरी नदी कहां से होकर बहती है?
(अ) महाराष्ट्र व आंध्रप्रदेश (ब) महाराष्ट्र, ओडिशा व आंध्रप्रदेश (स) महाराष्ट्र, कर्नाटक व आंध्रप्रदेश (द) महाराष्ट्र, कर्नाटक, ओडिशा व आंध्रप्रदेश
3. निम्नलिखित में से कौन सी नदी प्रायद्वीपीय पठार उपांत से नहीं निकली है?
(अ) यमुना (ब) दामोदर (स) चंबल (द) सोन
4. कावेरी नदी निम्नलिखित में गिरती है?
(अ) बंगाल की खाड़ी (ब) अरब सागर (स) पाक जलडमरूमध्य (द) इनमें से कोई नहीं
5. निम्नलिखित में से कौन सी नदी पश्चिम की ओर नहीं बहती है?
(अ) नर्मदा (ब) तापी (स) नेत्रावती (द) वैगाई
6. नदियों को जोडऩे का प्रस्ताव निम्नलिखित में से किसके शासन काल में रखा गया था?
(अ) संयुक्त मोर्चा सरकार (ब) राजग सरकार (स) यूपीए सरकार (द) इनमें से कोई नहीं
7. नेत्रावती नदी बहती है?
(अ) पूरब की ओर (ब) पश्चिम की ओर (स) दक्षिण की ओर (द) उत्तर की ओर
8. किस फसल की बुवाई तथा कटाई के बीच सर्वाधिक अंतराल पाया जाता है?
(अ) गेहूं (ब) जौ (स) गन्ना (द) मक्का
9. राष्ट्रीय रसदार फल अनुसंधान केंद्र अवस्थित है?
(अ) ईटानगर (ब) शिमला (स) नागपुर (द) जूनागढ़
10. गुलाबी क्रांति किससे संबंधित है?
(अ) टमाटर उत्पादन (ब) झींगा उत्पादन (स) मांस उत्पादन (द) खाद्यान्न
11. गोल क्रांति का संबंध किससे है?
(अ) टमाटर उत्पादन (ब) आलू उत्पादन (स) अंडा उत्पादन (द) शलजम उत्पादन
12. भारत में सर्वाधिक पटसन उत्पादक राज्य कौन सा है?
(अ) आंध्र प्रदेश (ब) बिहार (स) तमिलनाडु (द) पश्चिम बंग
13. कॉफी होती है, एक?
(अ) उपोष्ण क्षुप झाड़ी (ब) उष्ण शीतोष्ण झाड़ी (स) उष्ण कटिबंधीय झाड़ी (द) ठंडी शीतोष्ण झाड़ी
14. राज्य में तंबाकू उत्पादन में प्रथम स्थान पर कौन सा राज्य है?
(अ) तमिलनाडु (ब) गुजरात (स) आंध्र प्रदेश (द) महाराष्ट्र
15. केसर का वाणिज्यिक स्तर पर उत्पादन निम्नलिखित में से किस राज्य में होता है?
(अ) हिमाचल प्रदेश (ब) जम्मू और कश्मीर (स) पंजाब (द) केरल
16. झरिया निम्नलिखित में से किस खनिज उत्पादन के लिए भारत में प्रसिद्ध है?
(अ) लोहा (ब) कोयला (स) अभ्रक (द) तांबा
17. भारत में मिलने वाला अधिकांश कोयला किस भू-भाग में निक्षेपित हुआ है?
(अ) धारवाड़ (ब) गोण्डवाना (स) आर्कियन (द) टर्शियरी
18. भारत में सर्वप्रथम 1774 ई. में कोयले का उत्खनन किस स्थान पर किया गया?
(अ) झरिया (ब) रानीगंज (स) गिरिडीह (द) कर्णपुरा
19. कोयली है?
(अ) असोम में जलविद्युत संयंत्र (ब) महाराष्ट्र में ताप विद्युत संयंत्र (स) गुजरात में तेल शोधनशाला (द) आंध्र प्रदेश में जैव गैस संयंत्र
20. भारत में सबसे अधिक कोयले के भंडार हैं?
(अ) गोदावरी की घाटी में (ब) सतपुड़ा की घाटी में (स) गंगा की घाटी में (द) दामोदर की घाटी में
21. जंगलों का नाश, शहरीकरण तथा बढ़ता हुआ प्रदूषण सभी का कारण है?
(अ) हरित गृह प्रभाव (ब) वैश्विक तापन (ग्लोबल वार्मिंग)(स) ओजोन क्षय (द) जनसंख्या विस्फोट
22. पारिस्थितिकी संसाधनों के संरक्षण हेतु मनुष्य एवं जैवमण्डल कार्यक्रम को किस संस्था ने शुरू किया?
(अ) यूनेस्को (ब) आईयूसीएन (स) डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (द) यूएनईपी
23. फ्लाई ऐश एक पर्यावरणीय प्रदूषक है, जो उत्पन्न होती है?
(अ) तापीय शक्ति संयंत्रों (थर्मल पॉवर प्लांट) द्वारा (ब) तेल शोधक कारखानों द्वारा (स) उर्वरक संयंत्रों (द) स्ट्रिप माइनिंग द्वारा
24. परितंत्रों की घटती उत्पादकता के क्रम में उनका निम्नलिखित में से कौन सा अनुक्रम सही है?
(अ) महासागर, झील, घासस्थल, मैंग्रोव (ब) मैंग्रोव, महासागर, घासस्थल, झील (स) मैंग्रोव, घासस्थल, झील, महासागर (द) महासागर, मैंग्रोव, झील, घासस्थल
25. अंतर्राष्ट्रीय संधियों को भारत के किसी भाग अथवा संपूर्ण भारत में लागू करने के लिए संसद कोई भी कानून बना सकती है?
(अ) सभी राज्यों की सहमति से (ब) बहुसंख्य राज्यों की सहमति से (स) संबंधित राज्यों की सहमति से (द)बिना किसी राज्य की सहमति से
26. संविधान की राज्य सूची में निम्नलिखित में से कौन सा विषय नहीं है?
(अ) मत्स्य (ब) कृषि (स) बीमा (द) सट्टेबाजी
27. केंद्र और राज्यों के बीच वैधानिक शक्तियों का बंटवारा दिया हुआ है?
(अ) 5वीं अनुसूची में (ब) 8 वीं अनुसूची में (स) 6 वीं अनुसूची में (द) 7वीं अनुसूची में
28. भारत में संघ राज्यों का प्रशासन किसके द्वारा होता है?
(अ) राष्ट्रपति (ब) उपराज्यपाल (स) गृहमंत्री (द) प्रशासन
सही जवाब- 1.(स) केरल, 2.(अ) महाराष्ट्र व आंध्रप्रदेश, 3.(अ) बंगाल की खाड़ी, 4.(अ)बंगाल की खाड़ी, 5.(स)नेत्रावती, 6.(ब) राजग सरकार, 7.(स)दक्षिण की ओर, 8.(स) गन्ना, 9.(स) नागपुर, 10.(ब) झींगा उत्पादन, 11.(ब) आलू उत्पादन, 12.(द) पश्चिम बंग, 13.(स) तमिलनाडु, 14.(ब) गुजरात, 15.(ब) जम्मू और कश्मीर,16.(ब) कोयला, 17.(ब) गोण्डवाना, 18.(ब) रानीगंज, 19.(स) गुजरात में तेल शोधनशाला, 20.(द)दामोदर की घाटी में, 21.(द) जनसंख्या विस्फोट, 22.(ब) आईयूसीएन, 23.(अ) तापीय शक्ति संयंत्रों (थर्मल पॉवर प्लांट) द्वारा, 24.(ब) मैंग्रोव, महासागर, घासस्थल, झील, 25.(द)बिना किसी राज्य की सहमति से, 26.(स) बीमा, 27.(द) 7वीं अनुसूची में, 28.(अ) राष्ट्रपति।
राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना कम विकसित क्षेत्रों के विकास के लिए एक फ्लैगशिप कार्यक्रम है। समर्पित क्षेत्रीय कार्यक्रमों जैसे पूर्वोत्तर के लिए विशेष त्वरित सडक़ विकास कार्यक्रम और नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशेष कायक्रम शुरू किए गए हैं। अब देश में एक्सप्रेस-वे बनाने की योजना है। चालू वित्त वर्ष में तीन परियोजनाएं-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पूर्वी सीमावर्ती एक्सप्रेस-वे, मेरठ एक्सप्रेस-वे और लगभग छह सौ 50 किलोमीटर लंबा मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेस-वे शुरू करने की योजना है। बंगलुरू-चेन्न्ई और दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे मार्गों का निर्माण भी प्रगति पर है। ये सभी एक्सप्रेस-वे मार्ग हरित परियोजनाएं हैं।
धनराशि की विशाल आवश्यकता को पूरा करने के लिए वित्त-पोषण और वित्तीय नीतियों के नए तरीकों जैसे ईंधन पर उप-शुल्क, विदेशी निवेश सहित निजी क्षेत्र की भागीदारी, बाजार से ऋण तथा बजट में व्यवस्था जैसे नए तरीके अपनाए गए हैं। इनमें एक बड़ा कदम सरकार-निजी क्षेत्र भागीदारी के जरिए विदेशी तथा घरेलू निवेश को आकर्षित करना है। निजी क्षेत्र में भागीदारी से आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल बढ़ेगा, जिससे कार्य कुशलता बढ़ेगी। निजी क्षेत्र में खरीद के लिए और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में अधिक लचीली व्यवस्था है। इसलिए योजनाओं को तेजी से पूरा किया जा सकेगा। निजी क्षेत्र से पूंजी जुटाने के कारण सरकार के लिए अपने सीमित संसाधनों को अधिक कुशलता और कारगर ढंग से इस्तेमाल करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। सडक़ निर्माण में कई नई प्रकार की सामग्री भी आ रही है, इसकी कम लागत को ध्यान में रखते हुए इसे बढ़ावा देना होगा।
देश में राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास के लिए 12वीं पंचवर्षीय योजना में बजट में 14 लाख 4 हजार 769 करोड़ रूपये की व्यवस्था रखी गई है, 64 हजार 834 करोड़ रूपये आईईबीआर से और 1 करोड़ 87 हजार 995 करोड़ रूपये निजी क्षेत्र की भागीदारी से जुटाए जाएंगे।
राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास के लिए देश में राष्ट्रीय राजमार्ग विकास कार्यक्रम की 1998 में शुरूआत की गई थी, जो सडक़ विकास की अब तक की सबसे बड़ी परियोजना है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लगभग 50 हजार किलोमीटर लंबाई के राजमार्गों का निर्माण करना है। चार महानगरों के बीच चार लेन वाले राजमार्ग की कंनेक्टीविटी वाली स्वर्ण चतुर्भुज परियोजना पूरी हो गई है, जबकि उत्तर-दक्षिण-पूर्व-पश्चिम कॉरीडोर परियोजना पूरी होने वाली है। भूमि अधिग्रहण की रूकावटों, पर्यावरण और वन संबंधी आपत्तियों और उच्च लागत वाले ऋण आदि बाधाओं के बावजूद कई स्थानों पर राजमार्गों को चार लेन और छह लेन का करने का कार्य प्रगति पर है। अब तक 21 हजार किलोमीटर से अधिक मार्ग पर काम पूरा हो चुका है और लगभग 12 हजार 350 किलोमीटर मार्ग पर काम चल रहा है। अन्य फ्लैगशिप क्षेत्रीय कार्यक्रमों में एसएआरडी-एनए और नक्सवाद प्रभावित क्षेत्र में लगभग 12 हजार किलोमीटर लंबाई की सडक़ें बनाने का कार्यक्रम है। जिनमें से लगभग 3 हजार 800 किलोमीटर लंबी सडक़ें बनाई जा चुकी हैं।
5 सितंबर, 1985 में 73 सालों के बाद पहली बार समुद्र में डूब गए विशाल आलीशान जहाज टाइटेनिक की तस्वीरें सामने आई थीं। अमेरिका और फ्रांस के सहयोग से चलाए जा रहे खोजी अभियान में टाइटेनिक के अवशेषों का पता चला। इस अभियान का नेतृत्व डॉक्टर रॉबर्ट बलार्ड कर रहे थे। जांच दल को पता चला कि जहाज समुद्र में 2.5 मील या करीब 4 किलोमीटर की गहराई पर पड़ा हुआ है। टूटे फूटे जहाज की पहली तस्वीरें इस अभियान में शामिल आर्गो नामकी एक मानवरहित पनडुब्बी से ली गईं थीं।
इन तस्वीरों को बड़ा करने पर रिसर्चरों को समुद्रतल पर जहाज का बॉयलर पड़ा हुआ दिखा। इसके बाद कई और रंगीन कैमरों को पानी के भीतर भेज कर तस्वीरें ली गईं। टाइटेनिक दुर्घटना से बच कर निकले कुछ लोगों और दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिवारजनों की यही इच्छा थी कि जहाज के अवशेषों को छेड़ा ना जाए। वे उसे अपने लोगों की समाधि मानते हैं। टाइटेनिक दुर्घटना में इस जहाज पर सवार 1,500 लोग मारे गए थे। अमेरिकी नेवी ने कई उपकरणों की मदद से आठ हफ्ते तक खोज अभियान चलाकर जहाज की पहली तस्वीरें पाने में सफलता पाई थी। 1994 में एक अमेरिकी कोर्ट ने न्यूयॉर्क की आरएमएस टाइटेनिक आइएनसी नाम की कंपनी को अवशेषों को बाहर निकालने के विशेष अधिकार दिए. टाइटेनिक के मलबे की छानबीन करने का अधिकार आज भी केवल इसी संस्था के पास है. अब कंपनी उच्च तकनीक और बढिय़ा रिजॉल्यूशन वाले कैमरों की मदद से जहाज के मलबे की 3डी तस्वीरें बनाने पर काम कर रही है।
क्या है वीवी दागा समिति
वीवी दागा समिति का गठन एनएसईएल के फॉरेन्सिक ऑडिट और 5500 करोड़ रुपये के भुगतान घोटाले मामले की जांच के लिए किया गया है। बॉम्बे उच्च न्यायालय के निर्देश पर यह समिति गठित की गई है।
वीवी दागा बॉम्बे उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जज हैं। वीवी दागा की अध्यक्षता वाली समिति में तीन सदस्य होंगे और इसमें एक सोलिसिटर और चार्टर्ड अकाउंटेंट भी होगा। समिति एनएसईएल के दोषी उधारकर्ताओं के खिलाफ बाकी देनदारी का पता लगाएगी, फॉरेन्सिक ऑडिट करेगी और संपत्ति का आकलन करेगी। समिति को ठगे गए निवेशकों को धन वितरित करने का अधिकार दिया गया है, लेकिन धन के वितरण के लिए समिति को न्यायालय से अनुमति लेनी होगी। हालांकि, न्यायालय द्वारा गठित इस समिति को एनएसईएल धोखाधड़ी के मामले में संपत्ति के उपयोग के लिए मुंबई पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा और आयकर विभाग से अलग से निर्देश लेने होंगे। प्रवर्तन निदेशालय से जुड़ी परिसंपत्तियों को बिक्री से बाहर रखा गया। इसके अलावा न्यायालय ने आदेश दिया कि एनएसईएल और उधारकर्ताओं के बीच अगर किसी तरह का आपसी समझौता होता है तो समिति को फॉरवार्ड मार्केट्स कमिशन (एफएमसी) में ऐसे समझौते की सूचना देनी होगी और न्यायालय को भी इसके बारे में सूचित करना होगा। न्यायालय ने एनएसईएल और उसके प्रमोटरों के खिलाफ समिति गठित करने का आदेश उसके एक प्रमुख निवेशक मॉर्डन इंडिया लिमिटेड द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया।
क्षुद्र ग्रह पथरीले और धातुओं के ऐसे पिंड हैं जो सूर्य की परिक्रमा करते हंै लेकिन इतने लघु हैं कि इन्हें ग्रह नहीं कहा जा सकता। इन्हें लघु ग्रह या क्षुद्र ग्रह कहते हंै। इनका आकार 1000 किमी व्यास के सेरस से 1 से 2 इंच के पत्थर के टुकड़ों तक है। क्षुद्रग्रहों का व्यास 240 किमी या उससे ज्यादा है। ये क्षुद्रग्रह पृथ्वी की कक्षा के अंदर से शनि की कक्षा से बाहर तक है। लेकिन अधिकतर क्षुद्रग्रह मंगल और गुरु के बीच में एक पट्टे में है। कुछ की कक्षा पृथ्वी की कक्षा को काटती है और कुछ ने भूतकाल मे पृथ्वी को टक्कर भी मारी है। एक उदाहरण महाराष्ट्र में लोणार झील है।
क्षुद्र ग्रह ये सौर मंडल बन जाने के बाद बचे हुये पदार्थ है। एक दूसरी कल्पना के अनुसार ये मंगल और गुरु के बीच में किसी समय रहे प्राचीन ग्रह के अवशेष हैं जो किसी कारण से टुकड़ों में बंट गया। इस कल्पना का एक कारण यह भी है कि मंगल और गुरू के बीच का अंतराल सामान्य से ज्यादा है। दूसरा कारण यह है कि सूर्य के ग्रह अपनी दूरी के अनुसार द्रव्यमान में बढ़ते हुए और गुरु के बाद घटते क्रम में हैं। इस तरह से मंगल और गुरु के मध्य मे गुरु से छोटा लेकिन मंगल से बड़ा एक ग्रह होना चाहिये। लेकिन इस प्राचीन ग्रह की कल्पना सिर्फ एक कल्पना ही लगती है क्योंकि यदि सभी क्षुद्र ग्रहों को एक साथ मिला भी लिया जाए तब भी इनसे बना संयुक्त ग्रह 1500 किमी से कम व्यास का होगा जो कि हमारे चन्द्रमा के आधे से भी कम है।
क्षुद्र ग्रह सौर मंडल के जन्म के समय से ही मौजूद हैं। इसलिए विज्ञानी इनके अध्यन के लिये उत्सुक रहते है। अंतरिक्षयान जो इनके पट्टे के बीच से गए हैं, उन्होंने पाया है कि ये पट्टा सघन नहीं है, इन क्षुद्र ग्रहों के बीच में काफी सारी खाली जगह है। अक्टूबर 1991 में गलेलियो यान क्षुद्रग्रह क्रमांक 951 गैसपरा के पास से गुजरा था। अगस्त 1993 में गैलीलियो ने क्षुद्रग्रह क्रमांक 243 इडा की नजदीक से तस्वीरें ली थी। ये क्षुद्र ग्रह हंै। अब तक हजारों क्षुद्रग्रह देखे जा चुके हैं और उनका नामकरण और वर्गीकरण हो चुका है। इनमें प्रमुख है टाउटेटीस, कैस्टेलिया, जीओग्राफोस और वेस्ता। धूमकेतू, चन्द्रमा और क्षुद्रग्रहों के वर्गीकरण में विवाद है। कुछ ग्रहों के चन्द्रमाओं को क्षुद्रग्रह कहना बेहतर होगा जैसे मंगल के चन्द्रमा फोबोस और डीमोस , गुरू के बाहरी आठ चन्द्रमा ,शनि का बाहरी चन्द्रमा फोएबे वगैरह।
क्या है पुआल बक्सा
पुआल बक्सा एक साधारण और सस्ता उपकरण है, जिसका विकास गृह विज्ञान विस्तार विभाग, गृह विज्ञान महाविद्यालय और टीएनएयू, मदुरै ने किया है। यह वाष्पीय रूप से इंसुलेटेड बक्सा है, जो भीतर के ताप को बाहर जाने से रोकता है और इस तरह खाना पकाने या सामग्री को गर्म करने के लिए वाष्पीय ऊर्जा की बचत और उसका भंडारण करता है। पुआल बक्सा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कृषि कचरे, जैसे पुआल और भूसी का उपयोग करता है।
मैंग्रोव सामान्यतया पेड़ और पौधे होते हैं, जो खारे पानी में तटीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं। ये उष्णकटिबन्धीय और उपोष्णकटिबन्धीय क्षेत्रों में मिलते हैं। यह शब्द तीन अर्थों में प्रयोग किया जाता है-
1. पूर्ण पेड़ या पौधे के आवास के लिए मैन्ग्रोव स्वैम्प्स (दलदल) या मैन्ग्रोव वन प्रयोग किया जाता है।
2. मंगल के सभी पेड़ों और पौधों के लिए,
3. जो रिज़ोफोरेसी परिवार से होते हैं, या रिज़ोफोरा वंश से किसी भी पादप के लिए।
मैंग्रोव वनों के भौगोलिक वितरण को नियंत्रित करने वाला मुख्य कारक वहां के वातावरण का तापमान है। विषुवत रेखा के आसपास के क्षेत्रों में जहां जलवायु गर्म तथा नम होती है, वहां मैंग्रोव वनस्पतियों की लगभग सभी प्रजातियां पाई जाती हैं। मैंग्रोव वनस्पति विश्व के लगभग 112 देशों में पाई जाती हैं जिनमें अधिकतर उष्णकटिबन्धीय क्षेत्रों में स्थित हैं। यदि जापान तथा बरमूडा के क्षेत्रों को अपवाद स्वरूप छोड़ दें तो मैंग्रोव क्षेत्रों का फैलाव पृथ्वी के दक्षिणी गोलाद्र्ध तक ही सीमित है।
विश्व में मैंग्रोव वनस्पति की लगभग 50 प्रजातियां पाई जाती हैं जिन्हें 16 कुलों (फैमिली) में रखा जा सकता है। इनमें से लाल मैंग्रोव वनस्पति (राइजोफोरा प्रजाति), काली मैंग्रोव वनस्पति (ब्रूगेरिया प्रजाति), सफेद मैंग्रोव वनस्पति (ऐविसेनिया प्रजाति) आदि वास्तविक मैंग्रोव की श्रेणी में आते हैं। विश्व में पाए जाने वाले चार मुख्य प्रकार के मैंग्रोव पौधों का संक्षिप्त विवरण यहां दिया जा रहा है।
(1) लाल मैंग्रोव वनस्पति की श्रेणी में वे पौधे आते हैं जो बहुत अधिक खारे पानी को सहन करने की क्षमता रखते हैं तथा समुद्र के नजदीक उगते हैं। इनमें भी अन्य मैंग्रोव पौधों की तरह विशेष रूपान्तरित जड़ें होती हैं जो तने के निचले भाग से निकल कर धरती तक पहुंचती हैं और पौधे को स्थिरता प्रदान करती हैं इसलिए इन्हें स्थिर जड़ें कहा जाता है। ये जड़ें पौधों को ऐसे स्थानों में उगने की क्षमता प्रदान करती हैं जहां भूमि में ऑक्सीजन कम होती है। इन्हीं जड़ों से पौधा वातावरण से हवा का आदान-प्रदान व भूमि से पोषक तत्वों को प्राप्त करता है।
(2) काली मैंग्रोव वनस्पति की श्रेणी में वे पौधे आते हैं जिनकी खारे पानी को सहने की क्षमता अपेक्षाकृत कम होती है। इन पौधों में विशेष प्रकार की श्वसन जड़ें पायी जाती हैं जो दलदल में उगने वाले पौधों में देखी जाती हैं। इन जड़ों में गैसों के आदान-प्रदान के लिये विशेष संरचनाएं होती हैं जिन्हें वातरंध्र (लैन्टिकल्स) कहते हैं। इनमें हवा का प्रवेश वायव मूलों (न्यूमेथोड्स) से होता है।
(3) सफेद मैंग्रोव वनस्पति का नाम इनकी चिकनी सफेद छाल के कारण पड़ा है। इन पौधों को इनकी जड़ों तथा पत्तियों की विशेष प्रकार की बनावट के कारण अलग से पहचाना जा सकता है।
(4) बटनवुड मैंग्रोव - ये झाड़ी के आकार के पौधें होते हैं तथा इनका यह नाम इनके लाल-भूरे रंग के तिकोने फलों के कारण है।
भारत में लगभग 4482 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र मैंग्रोव वनों के अन्तर्गत आता है जिसमें 59 प्रतिशत पूर्व तट (बंगाल की खाड़ी), 23 प्रतिशत पश्चिमी तट (अरब सागर) तथा 18 प्रतिशत अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पाया जाता है। भारतीय कच्छ वनस्पति मुख्यत: तीन प्रकार के तटीय क्षेत्रों में पाई जाती है - डेल्टा, पश्च जल नदी मुहाने तथा द्वीपीय क्षेत्र।
4 सितंबर वर्ष 1825 को भारत के स्वतंत्रता सेनानी दादा भाई नौरोज़ी का जन्म गुजरात के नवसारी में एक गरीब परिवार में हुआ था लेकिन समस्त समस्याओं पर विजय प्राप्त करके उन्होंने शिक्षा ग्रहण की और मात्र 25 वर्ष की आयु में एलफिनस्टोन इंस्टीट्यूट में लीडिंग प्रोफेसर के तौर पर नियुक्त होने वाले पहले भारतीय बने।
दादा भाई नौरोज़ी को भारतीय राजनीति का ग्रैंड ओल्डमैन कहा जाता है। वे पहले भारतीय थे जिन्हें एलफिंस्टन कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति मिली। उन्होंने शिक्षा के विकास, सामाजिक उत्थान और परोपकार के लिए बहुत-सी संस्थाओं को प्रोत्साहित करने में अपना योगदान दिया। दादा भाई नौरोजी प्रसिद्ध साप्ताहिक रास्त गोफ्तार के संपादक भी रहे। उन्होंने 1906 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन की अध्यक्षता की और इस अधिवेशन में उन्होंने ब्रिटेन से भारत की पूर्ण स्वतंत्रता की मांग की। दादा हाई नौरोजी गोपाल कृष्ण गोखले और महात्मा गांधी के सलाहकार भी थे। नौरोजी का 30 जून 1917 को 92 वर्ष की उम्र में मुम्बई में निधन हो गया।
इम्पीरियल लेजिस्लेटिव कौंसिल
ब्रिटिश शासन काल में भारत के वाइसराय की कार्यकारिणी समिति का नाम था-इम्पीरियल लेजिस्लेटिव कौंसिल। इसकी स्थापना 1861 ई. में की गई थी । पटियाला, बनारस तथा ग्वालियर रियासतों के राजा इसके प्रथम भारतीय सदस्य थे।
6 सदस्यों से आरंभ होकर 1909 ई. में इसकी सदस्य संख्या 60 हो गई और इस संस्था का नाम इंडियन लेजिस्लेटिव कौंसिल कर दिया गया। 1919 में इसे असेम्बली का रूप देकर इसकी सदस्य संख्या 145 कर दी गई। इसके साथ ही संस्था के अधिकारों में भी वृद्घि होती गई।
बागमती नेपाल और भारत की एक बहुत महत्वपूर्ण नदी है। इस नदी के तट पर काठमांडू अवस्थित है। नेपाल का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल पशुपतिनाथ मंदिर भी इसी नदी के तट पर स्थित है। इस नदी का उद्गम स्थान बागद्वार है। काठमांडू के टेकु दोभान में विष्णुमति नदी इसमें समाहित होती है। नेपाली सभ्यता में इस नदी का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। इस नदी के किनारे में स्थित आर्य घाटों पर राजा से लेकर रंक तक सभी का अंतिम संस्कार किया जाता है।
बागमती नदी हिमालय की महाभारत श्रेणियों में नेपाल से निकलती है। यह नदी नेपाल में लगभग 195 किलोमीटर की यात्रा तय कर के बिहार के सीतामढ़ी जिले में समस्तीपुर-नरकटियागंज रेल लाइन पर स्थित ढेंग रेलवे स्टेशन के 2.5 किलोमीटर उत्तर में भारत में प्रवेश करती है। बिहार में इस नदी की कुल लम्बाई 394 किलोमीटर है।
हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड , एच ए एल भारत का एक सार्वजनिक प्रतिष्ठान है, जो हवाई संयत्र का निर्माण करता है। इसका मुख्यालय बंगलुरु में है। दिसम्बर, 1940 में भूतपूर्व मैसूर राज्य और उद्यमी सेठ वालचन्द हीराचन्द के सहयोग से यह बेंगलूर में शुरु हुआ । एच ए एल की आपूर्तियां / सेवाएं प्रमुख रूप से भारतीय रक्षा सेनाओं, तटरक्षक तथा सीमा सुरक्षा बल के लिए हैं । भारतीय विमान - वाहकों तथा राज्य सरकारों को भी परिवहन विमानों तथा हेलिकाप्टरों की पूर्ति की गई है । कंपनी ने गुणवत्ता एवं किफायती दरों के माध्यम से 30 से अधिक देशों में निर्यात क्षेत्र में पदार्पण किया है ।
आज भारत भर में एच ए एल की 16 उत्पादन इकाइयां एवं 9 अनुसंधान तथा विकास केन्द्र हैं । इसके उत्पाद-क्रम में देशीय अनुसंधान व विकास के अधीन 12 प्रकार के विमान एवं लाइसेंस के अधीन 13 प्रकार के विमान हैं । एच ए एल द्वारा अब तक 3300 से भी अधिक विमानों, 3400 से अधिक विमान-इंजनों का उत्पादन तथा 7700 से अधिक विमानों एवं 26 हजार से अधिक इंजनों का ओवरहाल किया गया है ।
एच ए एल को अनुसंधान व विकास, प्रौद्योगिकी, प्रबंधकीय निष्पादन, निर्यात, ऊर्जा की बचत, गुणवत्ता एवं सामाजिक दायित्वों के निर्वहण में अनेक अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं ।
गूगल कंपनी के सेल्फ ड्राइविंग कार प्रोजेक्ट से बनी इलेक्ट्रिक कारें कुछ ही सालों में सडक़ों पर उतार दी जाएंगी। शुरू में कार में स्टियरिंग, ब्रेक और एक्सीलरेटर भी होंगे लेकिन बाद में इन्हें कारों से पूरी तरह हटा लेने की योजना है।
जर्मनी की सैनिक यूनिवर्सिटी भी सेल्फ ड्राइविंग गाड़ी बना रही है। इसमें लेजर की मदद से सतह का थ्रीडी नक्शा बन कर कंप्यूटर तक पहुंचता है। इससे कार की स्थिति का पता चलता है। गूगल पिछले काफी समय से कैलिफोर्निया में अपने मुख्यालय में सेल्फ ड्राइविंग कारों को टेस्ट कर रही है। टेस्टिंग के दौरान कार में एक ड्राइवर भी होता है। कानून के हिसाब से कार जो भी करे उसके लिए इंसान की ही जिम्मेदारी बनेगी। सडक़ों पर दुर्घटनाएं आम हैं। गूगल को उम्मीद है कि ये सेल्फ ड्राइविंग कारें इंसानों से कम गलतियां करेंगी और दुर्घटनाएं भी कम होंगी। इन्हें इस तरह से बनाया गया है कि ड्राइविंग बेहद सुरक्षित हो। एक आम यूएसबी कैमरे की तरह काम करने वाली ऑप्टिकल आंखें, छोटा सा रडार सेंसर और जीपीएस के आंकड़े। यही होंगे बिना ड्राइवर की कार के आंख और कान।
अब बिना इंसान की जान को जोखिम में डाले खतरनाक इलाकों में गाडिय़ों को भेजा जा सकेगा, चाहे जहरीली गैसों वाली खदान हो या परमाणु खतरा। पोलैंड की सैनिक अकादमी में ऐसी ही एक बिना ड्राइवर वाली गाड़ी बनाई जा रही है।
1. हाल ही में भारत सरकार ने वेबसाइट के पते में किस डोमेन की अनुमति दी है?
(अ) .भारत (ब) .इंडिया (स) .in (द) .co.in
2. हाल ही में,7 billion good acts नाम से माउंट आबू में मानवता के लिए एक वैश्विक अभियान शुरू किया गया है। निम्नलिखित में से क्या इस विषय का हिस्सा नहीं है?
(अ) गरीबी और असमानता (ब) वैश्वीकरण (स) शहरीकरण (द) युवा लोग
3. हाल ही में अभिनेता रिचर्ड एटेनबॉरो का निधन हो गया। वह भारत से किस प्रकार संबंधित थे?
(अ) वह भारतीय नागरिक थे (ब) उन्होंने गांधी का अभिनय किया था (1982 फिल्म) (स) उन्होंने बॉलीवुड में प्रथम रंगीन फिल्म बनाई (द) उन्हें पदम् विभूषण पुरस्कार मिला
4. क्षितिज से परे निम्नलिखित में से किससे संबंधित है?
(अ) आतंकवाद के खिलाफ मार्च (ब) गाजा नागरिकों के लिए अभियान (स) भारतीय वायु सेना का अखिल भारतीय महिला साइक्लिंग अभियान (द) एसिड हमलों के मुद्दे को उठाने के लिए अभियान
5. संविधान सभा का संवैधानिक सलाहकार किसे नियुक्त किया गया था?
(अ) डॉ. बी.आर. अंबेडकर को (ब) के.टी. शाह (स) बी.एन. राव (द) ए.के. अय्यर
6. भारत में संविधान सभा में सभी निर्णय किस आधार पर लिए गए?
(अ) एकता और अखंडता (ब) बहुमत (स) सर्वसम्मति (द) सहमति और समायोजना
7. संविधान सभा के कितने उपस्थित सदस्यों ने संविधान पर हस्ताक्षर किए?
(अ) 262 (ब) 284 (स) 287 (द) 289
8. भारतीय संविधान का अभिभावक कौन है?
(अ) राष्टï्रपति (ब) प्रधानमंत्री (स) सर्वोच्च न्यायालय (द) निर्वाचन आयोग
9. राज्यसभा के गठन में प्रक्रिया, अनुभव एवं सेवा को प्रतिनिधित्व देने में भारतीय संविधान निम्नांकित उदाहरण से प्रभावित हुए थे?
(अ) आयरिश गणतंत्र (ब) कनाडा (स) संयुक्त राज्य अमेरिका (द) ऑस्ट्रेलिया
10. मुगल काल में सेना का प्रधान निम्न में से कौन सा था?
(अ) शहना-ए-पील (ब) मीर बक्शी (स) वजीर (द) सवाहेनिगर
11. मुगलों के अदालत में कौन सी भाषा प्रयोग की जाती थी?
(अ) तुर्की (ब) फारसी (स) उर्दू (द) अरबी
12. बुद्घ के जीवन पर 55 पैनलों की भित्ति वाली एक प्राचीन गुफा की खोज हाल में कहां की की गई है?
(अ) सांची में (ब) बोधगया में (स) मुस्तंग, नेपाल में (द) ल्हासा, तिब्बत में
13. बंग-विभाजन की योजना किस वायसराय ने क्रियान्वित की थी?
(अ) लॉर्ड कर्जन (ब) लॉर्ड मिंटो (स) लॉर्ड चेम्सफोर्ड (द) लॉर्ड डफरिन
14. जलियांवाला बाग किस नगर में स्थित है?
(अ) लखनऊ (ब) पटियाला (स) अमृतसर (द) लाहौर
15. असहयोग आंदोलन के प्रभाव से कौन सी एक घटना घटित नहीं हुई थी?
(अ) भारतीय शिक्षण संस्थाओं की स्थापना (ब) स्वदेशी को प्रोत्साहन (स) ब्रिटिश अदालतों का बहिष्कार (द) महिलाओं को मताधिकार
16. निम्नलिखित में से किसके द्वारा स्वराज दल का गठन किया गया?
(अ) मौलाना आजाद (ब) चितरंजन दास (स) सरदार वल्लभभाई पटेल (द) जवाहरलाल नेहरू
17. निम्नलिखित में से कौन मुस्लिम लीग के संस्थापक थे?
(अ) आगा खां और सलीमुल्लाह खां (ब) आगा खां और जिन्ना (स) सर सैयद अहमद खां (द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
18. भारत की सुश्री भाग्यश्री थिप्से का नाम किस खेल से जुड़ा हुआ है?
(अ) शतरंज (ब) बैडमिंटरन (स) निशानेबाजी (द) तैराकी
19. ओबेदुल्ला गोल्ड कप किस खेल से संबंधित है?
(अ)बैडमिंटन (ब) क्रिकेट (स) हॉकी (द) फुटबॉल
20. मंडल कमीशन ने पिछड़े वर्ग के लिए कितने प्रतिशत आरक्षण दिया?
(अ) 22 प्रतिशत (ब)27 प्रतिशत (स) 30 प्रतिशत (द) 33 प्रतिशत
21. राष्टï्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की स्थापना कब हुई?
(अ)1975 ई. में (ब)1979 ई. में (स)1990 ई. में (द)1993 ई. में
22. क्रीमीलेयर संकल्पना से तात्पर्य है?
(अ) सामाजिक स्तर के आधार पर वर्गीकरण (ब) आर्थिक स्तर के आधार पर वर्गीकरण (स) जातियों के आधार पर वर्गीकरण (द) दुग्ध उपभोग के आधार पर वर्गीकरण
23. एसआई पद्घति में लेंस की शक्ति की इकाई क्या है?
(अ) वाट (ब) डायोप्टर (स) ऑप्टर (द) मीटर
24. शरीर का वजन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
(अ) पृथ्वी की सतह पर सभी जगह एक समान होता है (ब)धु्रवों पर अधिकतम होता है (स) विषुवत् रेखा पर अधिकतम होता है (द) मैदानों की तुलना में पहाडिय़ों पर अधिक होता है
25. एंजाइम निम्र में से किसका समूह होता है?
(अ) ऐमीनो अम्लों का (ब) पॉलिपेप्टाइडों का (स) प्रोटीनों का (द) कार्बोहाइड्रेटों का
26. क्रिकेट के बैट बनाने के लिए निम्नलिखित में से किस लकड़ी का प्रयोग किया जाता है?
(अ) सीड्रस पुनिफेरम (ब) सैलिक्स अल्बा (स) टेक्टोना ग्रैन्डिस (द) मोरस ऐल्बा
सही जवाब- 1.(अ) .भारत, 2.(ब) वैश्वीकरण, 3.(ब) उन्होंने गांधी का अभिनय किया था (1982 फिल्म), 4.(स)भारतीय वायु सेना का अखिल भारतीय महिला साइक्लिंग अभियान, 5.(स) बी.एन. राव, 6.(द) सहमति और समायोजना, 7.(ब) 284, 8.(स) सर्वोच्च न्यायालय, 9.(अ) आयरिश गणतंत्र, 10. (ब) मीर बक्शी, 11.(ब) फारसी, 12.(स) मुस्तंग, नेपाल में, 13.(अ) लॉर्ड कर्जन, 14.(स) अमृतसर, 15.(द) महिलाओं को मताधिकार, 16.(ब) चितरंजन दास, 17.(अ) आगा खां और सलीमुल्लाह खां, 18.(अ) शतरंज, 19. (स) हॉकी, 20.(ब) 27 प्रतिशत, 21.(द) 1993 ई. में, 22. (ब) आर्थिक स्तर के आधार पर वर्गीकरण, 23.(ब) डायोप्टर, 24.(ब)धु्रवों पर अधिकतम होता है, 25.(स) प्रोटीनों का, 26.(ब) सैलिक्स अल्बा।
एनस्टेटाइट उपरत्न की खोज सर्वप्रथम 1855 में जी.ए.केनगोट द्वारा की गई थी। इस उपरत्न का यह नाम ग्रीक शब्द एनस्टेट से लिया गया है जिसका अर्थ घटक अथवा अवयव है। यह उपरत्न प्रोक्सीन समूह का खनिज है। इस उपरत्न के प्रिज्मीय दरार की दो दिशाओं के कारण यह एक कठोर उपरत्न है। इस उपरत्न को आसानी से पिघलाया नहीं जा सकता है। यह उपरत्न पन्ना रत्न की तरह दिखने वाला उपरत्न है। मैग्नेशियम की उपस्थिति के कारण कई बार यह गहरा हरा दिखाई देता है। इस उपरत्न में शीशे जैसी चमक तथा चिकनाई होती है।
भारत में मैसूर स्थान में पाया जाने वाला यह उपरत्न गहरे भूरे रंग में अपनी अद्भुत क्षमता तथा गुणों के कारण लोकप्रिय है। यह उपरत्न प्रचुरता से नहीं पाया जाता है। साधारण लोग इसके विषय में नहीं जानते हैं। इसलिए यह उपरत्न पर जानकारी कम उपलब्ध है। इस उपरत्न की सबसे अधिक मांग क्रोम एन्स्टेटाइट के रुप में की जाती है, जो कि हरे पन्ने के गुणों से मिलता है। यह उपरत्न सामान्यतया कायांतरित तथा आग्नेय चट्टानों के मध्य पाया जाता है।
यह केवल रत्नों को जमा करने वालों के बीच लोकप्रिय है। इसलिए इसे गहनों के रुप में उपयोग में कम ही लाया जाता है। पृथ्वी के रंग से मिलते हुए भूरे रंग में इस उपरत्न को अधिक पसन्द किया जाता है। इसलिए केवल इसी रंग को गहनों के रुप में उपयोग में लाया जाता है।
माना जाता है कि एनस्टेटाइट धारक में निष्ठा तथा विश्वास की भावना का विकास करता है। याद्दाश्त में वृद्धि करता है। सभी ऊर्जाओं को सुचारु रुप से संचारित करता है। यह उपरत्न गहरे रंग में पाया जाता है। गहरे भूरे रंग में लाल रंग की आभा लिए मिलता है। हरे रंग में भूरे रंग की चमक लिए पाया जाता है। पीला तथा हरे रंग के मिश्रण में पाया जाता है। रंगहीन अवस्था में भी यह उपरत्न पाया जाता है लेकिन इस अवस्था में यह बहुत ही दुर्लभ रुर में पाया जाता है। भूरे रंग और ग्रे रंग ,नारंगी-भूरे रंग में भी यह उपरत्न पाया जाता है।
यह उपरत्न मुख्य रुप से भारत तथा श्रीलंका में पाया जाता है। यहां पाया जाने वाला एनस्टेटाइट बाकी स्थानों से अधिक चमकीला होता है। इसके अतिरिक्त यह उपरत्न दक्षिण अफ्रीका, भूरे-हरे रंग में यह म्यांमार, नॉर्वे, कैलीफोर्निया, में पाया जाता है। स्वीटजऱलैण्ड, ग्रीनलैण्ड, स्कॉटलैण्ड, जापान, रूस, तंजानिया, केन्या, जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रिया, ब्राजील, कनाडा, पूर्वी अफ्रीका आदि देशों में पाया जाता है।
स्मोक डिटेक्टर
धुआं सूंघक या स्मोक डिटेक्टर आग से बचाव के लिए इस्तेमाल में लाया जाने वाला एक छोटा सा उपकरण है । घरों, बहुमंजि़ली इमारतों, होटलों और शॉपिंग मालों में आग से सावधान करने के लिए इनका महत्वपूर्ण योगदान है। इसे 9-12 वोल्ट की बैटरी से चलाया जा सकता है। इसके दो भाग होते हैं— एक तो मुख्य यंत्र जो धुआं संूघता है और दूसरा एक जोरदार हार्न या अलार्म जिसका काम होता है लोगों को चेताना।
स्मोक डिटेक्टर दो तरह के हो सकते हैं— फ़ोटोइलेक्ट्रिक सूंघक और आयोनाइज़ेशन सूंघक।
महात्मा गांधी प्रवासी सुरक्षा योजना (एमजीपीएसवाई) को मुख्य रूप से 17 ईसीआर देशों में नियोजित और अस्थायी कार्य परमिट तथा ईसीआर पासपोर्ट के साथ विदेशों में कार्य कर रहे प्रशिक्षित एवं अल्पदक्ष भारतीय कामगारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाया गया है।
इस योजना को प्रायोगिक तौर पर 1 मई, 2012 को केरल में शुरू किया गया था। इस योजना का उद्देश्य विदेशी भारतीय कामगारों को बढ़ावा देना और सक्षम बनाना है। तथा वापसी एवं पुर्नवास की सुरक्षा, उनके पेंशन की सुरक्षा और सामान्य मौत की दशा में जीवनबीमा लाभ दिलाने में सरकार के द्वारा मदद प्रदान करना है। एमजीपीएसवाई योजना के साथ सरकार का सहयोग पांच वर्ष की अवधि या फिर योजना के लाभार्थी कामगार की भारत वापसी, दोनों में से जो पहले हो, उस तक होगा।
कतर अरब प्रायद्वीप के उत्तर पूर्वी तट पर स्थित एक छोटा प्रायद्वीप है। इसके दक्षिण में जहां सउदी अरब है, वहीं शेष तीनों ओर फारस की खाड़ी है। एक तेल समृद्ध राष्ट्र के रूप में कतर दुनिया का दूसरा (प्रति व्यक्ति सकल फरेलू उत्पाद) समृद्ध देश है। सन् 1783 में कुवैत के अल खलीफ वंश ने यहां शासन करना प्रारम्भ किया। तत्पश्चात यह तुर्की के अधीन रहा। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद यह ब्रिटेन के संरक्षण में रहा। 1971 में स्वतंत्रता मिलने के बाद 1972 में खलीफा बिन हमद का शासन प्रारम्भ हुआ।
माना जाता है कि कतर नाम आज के जुबारा नामक शहर के प्राचीन नाम कतारा से उत्पन्न हुआ है, जो प्राचीन समय में क्षेत्र का महत्वपूर्ण बंदरगाह और शहर था। कतारा शब्द पोटोल्मी द्वारा बनाए गए अरब प्रायद्वीप के मानचित्र पर पहली बार नजर आया था।
3 सितम्बर सन 1971 ईसवी को कतर ब्रिटेन के अधिकार से स्वतंत्र हुआ। यह दिन इस देश में राष्ट्रीय दिवस के रुप में मनाया जाता है। 19वीं शताब्दी में अरब प्रायद्वीप के साथ कतर भी उसमानी शासन के अधीन हो गया। किंतु उसमानी शासन की शक्ति क्षीण हो जाने के कारण वर्ष 1882 से यह देश ब्रिटेन द्वारा संचालित होता था और 1916 में औपचारिक रुप से इस देश पर ब्रिटेन का अधिकार हो गया। वर्ष 1971 में फ़ारस खाड़ी की दक्षिणी पट्टी के सरदारों ने सहमति करके संयुक्त अरब इमारात की स्थापना की किंतु कतर इसी वर्ष के सितम्बर महीने में इस संघ से निकल गया और उसने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। इस देश में राजशाही शासन व्यवस्था प्रचलित है और वह विश्व में गैस के तीसरे बड़े भंडार का स्वामी है । यहां की जनसंख्या बहुत कम है।
कबूतर का इस्तेमाल भारत में सदियों से संदेशे भेजे जाने के लिए किया जाता रहा है। एक प्रकार से वे प्राचीन डाकिए हैं, लेकिन आधुनिक संचार के इस युग में अब यह बीते जमाने की बात हो गई है। पिछले पचास साल से जारी भारतीय पुलिस की कबूतर के ज़रिए डाक भेजने की सेवा को वर्ष 2002 में ही समाप्त कर दिया गया है।
भारत में संचार के इस युग में भी यह सेवा कई बार बड़ी कारगर साबित हुई है। पूर्वी ओडि़शा में बार-बार बाढ़ और चक्रवात के समय इसी से काम चलाया जाता था। ख़त ले जाने वाले कबूतर प्राय दूरदराज़ के पुलिस थानों के बीच एक बहुत महत्वपूर्ण सम्पर्क सूत्र का काम करते थे। जब सारे सम्पर्क टूट जाते हैं तब भी वे आंधी-तूफ़ान की चिंता न करते हुए अपना काम पूरा कर ही देते हैं। लेकिन ईमेल और इलेक्ट्रॉनिक संचार माध्यम के दौर में इन कबूतरों का क्या काम। भारतीय पुलिस विभाग में कबूतर के ज़रिए डाक भेजने की सेवा की शुरुआत 1946 में हुई यानि भारत की आज़ादी से एक साल पहले हुई थी। तब यह सेवा सेना ने पुलिस को सौंपी थी और इसका मुख्यालय कटक में हुआ करता था।
दोनों विश्व युद्धों में कबूतरों का संदेश भेजने के लिए काफी इस्तेमाल किया गया। उनके अच्छे दिशा ज्ञान के कारण दूसरे विश्व युद्ध में सिर्फ ब्रिटेन ने दूर दराज में संदेश भेजने के लिए दो लाख कबूतर इस्तेमाल किए। इस पंछी ने हजारों लोगों की जान भी बचाई है। कुछ को तो विक्टोरिया क्रॉस की तरह का डिकिन मेडल भी दिया गया। ये पंछी सिर्फ संदेश लाते ले जाते नहीं थे। वर्ष 1907 में युलियुस नॉयब्रोनर को आयडिया आया कि इनके गले में छोटा सा कैमेरा बांध हवा से फोटो भी लिए जा सकते हैं। इन्हें कभी जासूसी के लिए या लड़ाई के मैदान में इस्तेमाल किया जाना था या नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। अमेरिका ने प्रोजेक्ट पिजन के तहत पिजन गाइडेड मिसाइल बनाने की कोशिश भी की थी।
दूब या दुर्वा एक घास है जो जमीन पर पसरती है। हिन्दू संस्कारों एवं कर्मकाण्डों में इसका उपयोग किया जाता है। हिंदी में इसे दूब, दुबडा, संस्कृत में दुर्वा, सहस्त्रवीर्य, अनंत, भार्गवी, शतपर्वा, शतवल्ली, मराठी में पाढरी दूर्वा, काली दूर्वा, गुजराती में धोलाध्रो, नीलाध्रो, अंग्रेजी में कोचग्रास, क्रिपिंग साइनोडन, बंगाली में नील दुर्वा, सादा दुर्वा आदि नामों से जाना जाता है। इसके आध्यात्मिक महत्वानुसार प्रत्येक पूजा में दूब को अनिवार्य रूप से प्रयोग में लाया जाता है।
इसके औषधीय गुणों के अनुसार दूब त्रिदोष को हरने वाली एक ऐसी औषधि है जो वात कफ पित्त के समस्त विकारों को नष्ट करते हुए वात-कफ और पित्त को सम करती है। यह दाह शामक, रक्तदोष, मूर्छा, अतिसार, अर्श, रक्त पित्त, प्रदर, गर्भस्राव, गर्भपात, यौन रोगों, मूत्रकृच्छ इत्यादि में विशेष लाभकारी है। यह कान्तिवर्धक, रक्त स्तंभक, उदर रोग, पीलिया इत्यादि में अपना चमत्कारी प्रभाव दिखाता है। श्वेत दूर्वा विशेषत: वमन, कफ, पित्त, दाह, आमातिसार, रक्त पित्त, एवं कास आदि विकारों में विशेष रूप से प्रयोजनीय है।
आयरन पर्वत, संयुक्त राज्य अमरीका के मिसौरी राज्य के पूर्वी भाग में स्थित सेंट फ्रांको पर्वत के दक्षिणी भाग का एक शिखर है (ऊंचाई 1 हजार 77 फुट)। मिसिसिपी नदी यहां से पूर्व की ओर लगभग 38 मील की दूरी पर है।
आयरन पर्वत हैमेटाइट नामक लोहे के अयस्क का अनुपम भंडार है। यह कच्चा लोहा संपूर्ण संयुक्त राज्य में अपनी विशुद्धता में सर्वप्रथम है। यहां खुदाई का कार्य सर्वप्रथम 1845 ई. में आरंभ हुआ। उस समय एक पातालतोड़ कुआं (आर्टीजिय़न वेल) 152 फुट की गहराई तक खोदा गया, जिसमें प्राप्त शिलास्तर भूपृष्ठ से नीचे की ओर इस प्रकार है- मिट्टी मिश्रित कच्चा लोहा 16फुट; बालुकाश्म (सैंडस्टोन) 34 फुट; मैगनीसियम चूने का पत्थर (मैग्नीसियन लाइमस्टोन) 7 इंचं; भूरा बालुकाश्म 7ह इंच; कठोर नीली शिला 37 फुट; विशुद्ध हैमेटाइट शिला 5 फुट; पॉराफिरिटिक शिला 7 फुट और हैमेटाइट शिला 50 फुट से लेकर अंत तक। इससे यह विदित होता है कि संपूर्ण क्षेत्र चुंबकीय कच्चे लोहे का ही न बना है।
1. संयुक्त खुफिया समिति के नए प्रमुख के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?
(अ) राज बहादुर सिंह (ब) आर.एन. रवि (स) आर. एस. चीमा (द) के. वी. चौधरी
2. आइस बकेट चैलेंज (ढ्ढष्द्ग ड्ढह्वष्द्मद्गह्ल ष्द्धड्डद्यद्यद्गठ्ठद्दद्ग) किस रोग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए शुरू किया गया है?
(अ) अल्जाइमर (ब) एमडीआर-टीबी (स) एड्स (द) पाश्र्व काठिन्य (एएलएस) रोग
3. टाटा वैल्यू होम्स (ञ्जड्डह्लड्ड ङ्कड्डद्यह्वद्ग ॥शद्वद्गह्य) ने घरों को ऑनलाइन बेचने के लिए किस कंपनी के साथ समझौता किया है?
(अ) फ्लिपकार्ट (ब) स्नेपडील (स) मिन्त्रा (द) ओएलएक्स
4. किस कंपनी को पांच साल के लिए डेक्कन ओडिसी (ष्ठद्गष्ष्ड्डठ्ठ ह्रस्र4ह्यह्यद्ग4) की आउटसोर्सिंग का अनुबंध मिल गया है ?
(अ) थॉमस कुक (ब) ट्रेवल किंग्स (स) मेक माय ट्रिप (द) कॉक्स एंड किंग्स
5. पश्चिम बंगाल में नक्सलवाद से प्रभावित जनजातियों की पीड़ा को अपनी रिर्पोटिंग के द्वारा विश्व के समक्ष लाने के लिए किस प्रसिद्ध पत्रकार को चमेली देवी पुरस्कार दिया गया है?
(अ) मोनादीपा बनर्जी (ब) तुशा मित्तल (स) मिताली मुखर्जी (द) निधि शर्मा
6. फैंडशिप पुरस्कार किस देश से संबंधित है?
(अ) जापान (ब) अमेरिका (स) फ्रांस (द) चीन
7. कौन बनेगा करोड़पति सीरीज के 7 वें संस्करण की प्रथम महिला करोड़पति फिरोज फातिमा का संबंध उत्तरप्रदेश के किस क्षेत्र से है?
(अ) लखनऊ (ब) सहारनपुर (स) मुरादाबाद (द) रामपुर
8. बैलमैन एंड ब्लैक निम्नलिखित में से किस ब्रिटिश लेखिका की रचना है?
(अ) सारा हॉल (ब) जेनिफर डूबियस (स) डाएने सेटरफील्ड (द) हेलेन फील्डिंग
9. द किंग्स डिसैप्शन किस अमेरिकी लेखक की कृति है?
(अ) सारा हॉल (ब) टॉम क्लैन्सी (स) स्टीव बैरी (द) हरमन एल. टायलर
10. कृषि के विभिन्न पहलुओं पर आधारित पुस्तक द फ्यूचर ऑफ इंडियन एग्रीकल्चर के लेखक कौन हैं?
(अ) डॉ. वाई. के. अलघ (ब) डॉ. सी. के. अलघ (स) डॉ. वाई. डी. शर्मा (द) डॉ. चंद्रमोहन अलघ
11. एक गरीब देहाती लडक़े के अमीर बनने तक के सफर को दर्शाती पुस्तक-हाऊ टु गैट फिल्थी रिच इन राइजिंग एशिया किस प्रसिद्ध पाकिस्तानी लेखक द्वारा रचित है?
(अ) मोहसिन अहमद (ब) अहमद अंसारी (स) मोहसिन सिद्दीकी (द) मोहसिन हामिद
12. पुरातत्वीय अध्ययन इस सिद्धांत को सुझाते हैं कि?
(अ) सभी महाद्वीप मानव समाजों से लगभग एक ही समय बसे थे (ब) शिकार और संग्रहण से पहले कृषि समाज विकसित हो गया था (स) पूर्व अफ्रीका की रिफ्ट घाटी में आदि मानव का विकास हुआ (द) सभी प्राचीन समाजों में पहिए का उपयोग था
13. पाषाणकालीन मानव का निवास स्थान कौन-सा था?
(अ) सघन वन में (ब) नदी व झील के पास कंदराओं में (स) ग्रामों में (द) वृक्षों पर
14. पुरापाषाण युग से नवपाषाण युग में गमन किसके कारण संभव हुआ?
(अ) अन्न का उत्पादन (ब) आग का जलाना (स) पहिए बनाना (द) लिपि लिखना
15. पुरापाषाण सभ्यता से संबंधित कौन सा स्थान है?
(अ) मदुरै (ब) तंजौर (स) बिल्लारी (द) अवंति
16. महापाषाण क्या है?
(अ) पुरापाषाण गुफाओं का एक समूह (ब) चट्टान काटकर बनाई प्रागैतिहासिक गुफाओं के लिए प्रयुक्त शब्द विशेष (स) मृतकों के प्रगैतिहासिक स्मारक (द) इनमें से कोई नहीं
17. आदि मानव द्वारा सर्वप्रथम किस धातु का प्रयोग किया गया?
(अ) लोहा (ब) तांबा (स) चांदी (द) इनमें से कोई नहीं
18. विश्व में सर्वोत्तम घोषित किया गया शिप्रा पथ पुलिस स्टेशन कहां स्थित है?
(अ) नई दिल्ली में (ब)जयपुर में (स) चंडीगढ़ में (द) मुंबई में
19. द्रवित पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) का मुख्य घटक है?
(अ) मीथेन (ब) ब्यूटेन (स) बेंजीन (द) एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन का मिश्रण
20. एचआईवी में पाया जाने वाला न्यूक्लीक अम्ल निम्नलिखित में से क्या होता है?
(अ) 2 डीएनए (ब) 1 डीएनए (स) 2 आरएनए (द) 1 आरएनए
21. प्याज में खाने योग्य फूला हुआ अंश होता है?
(अ) वायव तना (ब) पोरी (स) मूल (द) पर्णाधार
22. संसदीय शासन प्रणाली की सफलता के लिए आदर्श स्थित क्या है?
(अ) एक प्रधान दल व्यवस्था का होना (ब) द्विदलीय व्यवस्था का होना (स) एक दलीय व्यवस्था का होना (द) बहुदलीय व्यवस्था का होना
23. भारतीय संघवाद बल देता है?
(अ) शक्तियों के विभाजन पर (ब) राज्यों की सुदृढ़ता पर (स) राष्टï्रीयताओं के साथ समझौते पर (द) राष्टï्र की एकता पर
24. केंद्रीय उपोष्ण उद्यान संस्थान कहां स्थित है?
(अ) झांसी में (ब) सहारनपुर में (स) लखनऊ में (द) वाराणसी में
25. भारतीय उपमहाद्वीप में कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य कहां से प्राप्त हुए हैं?
(अ) लोथल (ब) हड़प्पा (स) मेहरगढ़ (द) मुंडिगाक
26. फ्रांस में किलेनुमा जेल क्या कहलाती थी?
(अ) हंड्रेक कलान्त (ब) कॉन्वेन्ट (स) बस्तिली (द) गुईल्लोटीन
27 . काम का अधिकार किस देश के लोगों को प्राप्त है?
(अ) भारत (ब) जापान (स) ब्रिटेन (द) रूस
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सही जवाब- 1.(ब)आर.एन. रवि, 2.(द) पाश्र्व काठिन्य (एएलएस) रोग, 3.(ब)स्नेपडील, 4.(द)कॉक्स एंड किंग्स, 5.(ब)तुशा मित्तल, 6.(द) चीन, 7.(ब) सहारनपुर, 8.(स)डाएने सेटरफील्ड, 9.(स)स्टीव बैरी, 10.(अ)डॉ. वाई. के. अलघ, 11.(द) मोहसिन हामिद, 12.(स) पूर्व अफ्रीका की रिफ्ट घाटी में आदि मानव का विकास हुआ, 13.(ब) नदी व झील के पास कंदराओं में, 14.(अ)अन्न का उत्पादन, 15.(ब) तंजौर, 16.(स)मृतकों के प्रगैतिहासिक स्मारक, 17.(ब)तांबा, 18.(ब) जयपुर में, 19.(ब) ब्यूटेन, 20.(अ) 2डीएनए, 21.(अ) वायव तना, 22.(ब) द्विदलीय व्यवस्था का होना, 23.(द)राष्ट की एकता पर, 24.(स) लखनऊ में, 25.(स) मेहरगढ़,26. (स) बस्तिली , 27. (अ) भारत ।
मैगी देश के सबसे लोकप्रिय स्नैक्स में से एक मैगी भी भारत की देन नहीं है। इसका आविष्कार जूलियस मैगी ने वर्ष 1872 में किया था और यह स्विट्जरलैंड से भारत आई।
नैस्ले का मैगी ब्रांड आज इंस्टैंट नूडल्स का दूसरा नाम बन चुका है। इसने लंबे समय तक इंस्टैंट नूडल्स के बाजार पर अपना कब्जा जमाए रखा है। लेकिन आज इस बाजार में आधा दर्जन नए ब्रांड आ चुके हैं, जो उपभोक्ताओं को लुभाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इनमें से ज्यादातर रिटेल चेनों के अपने ब्रांड हैं। फूड बाजार, रिलायंस, मोर और विशाल तो इस कैटेगरी में पहले ही कूद चुकी हैं। इन्होंने अपने-अपने उत्पादों को अलग-अलग नाम भी दिए हैं। मिसाल के तौर पर फ्यूचर ग्रुप टेस्टी ट्रीट, डिजनी, चिंग्स, स्मिथ ऐंड जोन्स के नाम से अपने इंस्टैंड नूडल्स को बेच रही है। दूसरी तरफ, रिलायंस रिटेल, रिलायंस सेलेक्ट ब्रांड के जरिये अपने स्टोरों से हो रही मैगी की बिक्री को चुनौती दे रही है।
इसका विकास मुख्य रूप से प्रतिस्पद्र्धात्मक कीमतों, अलग-अलग पैकेटों में उपलब्धता और स्टॉक में मौजूद माल पर निर्भर करेगा। साथ ही, इसमें सबसे अहम हिस्सा स्वाद का भी होगा। रिटेलर अपने उत्पादों को बाजार में मौजूद ब्रांड से अच्छा बताकर बेच रहे हैं।
रिसर्च रिपोर्ट कहती है कि मैगी जैसे नूडल्स खाने के साथ बीमारी को भी दावत दी जा रही है। जल्दी बन जाने वाले फटाफट नूडल्स के एक पैकेट में करीब तीन ग्राम नमक होता है। स्वस्थ व्यक्ति को एक दिन में छह ग्राम नमक खाना चाहिए। मैगी में अतिरिक्त विटामिन डाले जाते हैं। सीएसई के मुताबिक अतिरिक्त विटामिन मैगी को सेहतमंद खाना नहीं बनाते हैं। दो मिनट वाली मैगी में जरूरी फाइबर्स भी बहुत कम हैं। 70 फीसदी कार्बोहाइड्रेट है। केएफसी के फ्राइड चिकन के दो टुकड़ों में करीब 60 ग्राम वसा (फैट) होता है। सीएसई के मुताबिक इतना फैट एक व्यक्ति को पूरे दिन में खाना चाहिए। केएफसी के चिकन जिंजर बर्गर में 16.9 फीसदी और मैकडोनल्ड के मैकआलू में 8.3 फीसदी फैट है।
सीएसई की लैब रिपोर्ट के मुताबिक स्वस्थ जीवन के लिए एक व्यस्क पुरुष को एक दिन में 2320 किलो कैलोरी, 290-348 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, छह ग्राम नमक और 39-78 ग्राम फैट खाना चाहिए। महिलाओं को हर रोज 1900 किलो कैलोरी, 263-315 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, छह ग्राम नमक और 35-70 ग्राम फैट की जरूरत होती है। 10 से 12 साल के बच्चों के खाने में 2100 कैलोरी, 238-285 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, छह ग्राम नमक और 32 से 64 ग्राम फैट होना चाहिए।
इसका मतलब है कि एक दिन में तीन पैकेट मैगी खाने से अच्छी सेहत नहीं रहेगी बल्कि शरीर में नमक जरूरत से ज्यादा हो जाएगा। पेट भर केएफसी का फ्राइड चिकन खाने से शरीर में अत्यधिक फैट समा जाएगा। मैकडोनल्ड और केएफसी के कॉम्बो ऑफर दो बार खा लेना खतरे की घंटी बजाने के लिए काफी है।
खनिजों की रॉयल्टी केंद्र सरकार तय करती है। दरअसल रॉयल्टी सरकार द्वारा लगाया गया एक कर है जिसके लिए खानों का स्वामित्व अधिकार का हस्तांतरण करता है। रॉयल्टी राज्य सरकार द्वारा जमा की जाती है, केंद्र सरकार के पास उसमें संशोधन करने का अधिकार है। रॉयल्टी की दरें प्रत्येक तीन वर्ष में प्रमुख खनिजों के लिए संशोधित की जाती हैं। पिछली बार इसमें अगस्त 2009 में यथामूल्य करों (एड वालोरेम टैक्सेस) के आधार पर संशोधन किया गया था जो कि खनिजों के कीमतों में होने वाली बढ़ोतरी या कमी पर निर्भर होता है। सरकार के लिए रॉयल्टी दरों का कदम राजस्व का एक स्रोत है जबकि उद्योगपति इसे उत्पादन लागत का हिस्सा मानते हैं।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कोयला, लिग्नाइट और रेत को छोडक़र 55 वस्तुओं के खनन पर रॉयल्टी की दरों में वृद्धि करने की मंजूरी 20 अगस्त 2014 को दी है। लौह अयस्क पर रॉयल्टी की मौजूदा दर 10 फीसदी को बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया गया। संशोधित रॉयल्टी दरें लगभग सभी खनिजों जैसे बॉक्साइट, चूना पत्थर, तांबा और जस्ता, को प्रभावित करेगा।
सरकार के इस कदम से खनिजों से समृद्ध 11 राज्यों के वार्षिक राजस्व में 40 फीसदी की बढ़ोतरी होगी और उनका राजस्व 15 हजार करोड़ रुपये हो जाएगा। छत्तीसगढ़, ओडीशा, झारखंड, कर्नाटक और गोवा इन 11 खनिज समृद्ध राज्यों में से हैं। खनन और खनिज (नियमन एवं विकास) अधिनियम, 1957 की दूसरी अनुसूची के मुताबिक 51 खनिज हैं और हर एक खनिज की रॉयल्टी दर अलग होगी।
अलास्का संयुक्त राज्य अमेरिका का क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा राज्य है। यह उत्तर अमेरिकी महाद्वीप के उत्तर पश्चिमी छोर में स्थित है और इसके कनाडा पूर्व में, उत्तर में आर्कटिक महासागर, प्रशांत महासागर दक्षिण पश्चिम में और रूस पश्चिम में स्थित है। अलास्का की लगभग आधी जनसंख्या इसके अन्कोरेज महानगर में रहती है। सन 2009 तक अलास्का संयुक्त राज्य में सबसे कम आबादी वाला राज्य था।
30 मार्च 1867 को संयुक्त राज्य सीनेट ने अलास्का को रूसी साम्राज्य से खरीदने का फैसला किया। इसके लिए रूस को 72 लाख डॉलर चुकाए गए, यानी की हर एकड़ के लिए 4.74 डालर। इसके बाद यह भूमि कई आधिकारिक बदलावों से गुजरी, तब जाकर इसको 11 मई 1912 को संगठित क्षेत्र माना गया और 49वे संयुक्त राज्य के तौर पर 3 जनवरी 1953 को शामिल किया गया। इस राज्य का नाम अलास्का रूसी साम्राज्य के समय से ही इस्तेमाल होता रहा था जिसका की मतलब मुख्य जमीं या मात्र भूमि था और जो की अलयूत के शब्द अलाक्स्स्क्साक से लिया गया था।