खेल
दोहा, 2 जून | सुनील छेत्री की कप्तानी वाली भारतीय फुटबॉल टीम का सामना 2023 एशियन कप क्वालीफायर्स मुकाबले में एशिया चैंपियन कतर के साथ गुरूवार को होगा। कतर के अलावा भारत को सात जून को बांग्लादेश और 15 जून को अफगानिस्तान के साथ मुकाबला खेलना है।
भारत और कतर के बीच रैंकिंग में बड़ा फासला है। एक तरफ कतर 58वें स्थान पर है तो वहीं भारत 105वें नंबर पर मौजूद है।
हालांकि, भारतीय टीम ने 2019 में विश्व कप क्वालीफाइंग मैच में कतर के खिलाफ गोल रहित ड्रॉ खेला था जिससे उसका मनोबल बढ़ा है। उस मुकाबले में छेत्री की जगह गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने टीम की कमान संभाली थी। उन्होंने कहा कि उस समय और अब की स्थिति एक समान नहीं है।
संधू ने कहा, "उस वक्त स्थिति अलग थी और अब हालात अलग हैं। 2019 में हम यहां लंबे शिविर के बाद आए थे। पिछले मैच में ओमान के खिलाफ मिली हार के बावजूद टीम का मनोबल काफी ऊंचा है।"
उन्होंने कहा, "दोहा में पिछले कुछ दिनों में हमने खुद को इस तरह तैयार किया है कि हम ना सिर्फ कतर बल्कि अन्य दोनों टीमों के खिलाफ मुकाबले के लिए भी तैयार हैं।"
भारतीय टीम 19 मई को दोहा पहुंची थी और इसके दो दिन बाद उसने ट्रेनिंग शुरू की थी। तैयारी शिविर दो मई से कोलकाता में होने वाली थी लेकिन कोरोना के मामलों को देखते हुए इसे रद्द कर दिया गया था। इसके अलावा महामारी के कारण टीम दोस्ताना मैच के लिए दुबई भी नहीं जा सकी थी।
तथ्य यही है कि भारतीय टीम को महामारी के कारण ट्रेनिंग करने के ज्यादा मौके नहीं मिले हैं, जिससे भारत को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
टीम के कप्तान छेत्री ने कहा कि भारतीय टीम को 2019 में खेले गए मुकाबले से प्रेरणा मिली है।
छेत्री ने कहा, "कतर एशिया की शीर्ष टीम में से एक है। उन्होंने यूरोपियन टीम और अमेरिकन टीम के खिलाफ कुछ अच्छे रिजल्ट दिए हैं। पिछली बार कतर के खिलाफ गोल रहित ड्रॉ खेलकर टीम का मनोबल बढ़ा है।"
कतर ने 2018 से अबतक 35 मुकाबले खेले हैं जिसमें 21 जीते हैं, छह ड्रॉ कराए हैं और उसे आठ मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।
इस मुकाबले के लिए दोनों टीमें इस प्रकार है :
भारत : गुरप्रीत सिंह संधू, अमरिंदर सिंह, धीरज सिंह, प्रीतम कोटल, राहुल भेके, नरेंदर गहलोत, चिंग्लेनसाना सिंह, संदेश झिंगन, आदिल खान, आकाश मिश्रा, सुभाशीष बोस, उदांता सिंह, ब्रैंडन फर्नाडेस, लिस्टन कोलाको, रोवलिन बोरगेस, ग्लान मार्टिस, अनिरूद्ध थापा, प्रणॉय हलदर, सुरेश सिंह, लालेंगमाविआ राल्ते, अब्दुल साहल, यासिर मोहम्मद, लालियानजुआला चंगाटे, बिपिन सिंह, आशिक कुरुनियान, इशान पंडीता, सुनील छेत्री (कप्तान) और मनवीर सिंह।
कतर : साद अल सेब, मेशाल बेरशेम, पेद्रो मिगुएल, सालेम अल हजरी, तारिक सलमान अब्दुल करीम हसन, बोउआलेम खोउखी, हसन अल हायदो, अकरम अफीफ, युसेफ अब्दुल रजाक, अहमद सुहैल, मुसाब अल खादर, मोहम्मद वाद, सलाह जकारिया, बासम अल रावी, असीम मादिबो, अली करीम बोउदिआफ, इस्माइल मोहम्मद, मोहम्मद मुंतारी, अब्दुल्लाह अब्दुल सलाम, सुल्तान बारेएक, अहमद अला एल दिन, हमाम अल अमीन, महमुद अबु नादा, अब्दुल अजीज हातेम और खालीद मुनीर। (आईएएनएस)
लुसाने (स्विटजरलैंड), 2 जून | अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) की ओर से बुधवार को जारी ताजा हॉकी रैंकिंग में भारतीय पुरुष टीम चौथे और महिला टीम नौवें नंबर पर कायम है। अप्रैल और मई में एफआईएच प्रो लीग सीरीज के यूरोपियन लेग में नहीं खेलने के बावजूद भी भारतीय पुरुष हॉकी टीम चौथे स्थान पर बरकरार है। भारतीय टीम के अभी 2223.458 प्वाइंटस है, जोकि 2020 सीजन से ज्यादा है।
मौजूदा विश्व और यूरोपियन चैंपियन बेल्जियम 2533.830 प्वाइंटस के साथ पहले और 2019 एफआईएच हॉकी प्रो लीग विजेता आस्ट्रेलिया 2496.978 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर है। नीदरलैंडस की टीम 2301.044 प्वाइंटस के साथ तीसरे पायदान पर है।
जर्मनी 2112.568 प्वाइंटस के साथ पांचवें और ग्रेट ब्रिटेन 1976.092 अंकों के साथ छठे नंबर पर पहुंच गई है। मौजूदा ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना 1923.420 प्वाइंटस के साथ सातवें नंबर पर है। न्यूजीलैंड आठवें, स्पेन नौवें और कनाडा 10वें नंबर पर है।
महिलाओं की रैंकिंग में भारतीय महिला हॉकी टीम 1643.00 अंकों के साथ नौवें स्थान पर है। नीदरलैंडस पहले और अर्जेंटीना दूसरे नंबर पर है।
वहीं, आस्ट्रेलिया तीसरे नंबर पर पहुंच गई है जबकि जर्मनी चौथे स्थान पर खिसक गई है। ग्रेट ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। न्यूजीलैंड छठे और स्पेन सातवें नंबर पर है। आयरलैंड आठवें और चीन 10वें नंबर पर है। (आईएएनएस)
मुंबई, 2 जून | भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले इंग्लैंड में अभ्यास की कमी चिंता की बात नहीं है।
डब्ल्यूटीसी फाइनल मुकाबले से पहले जहां भारतीय टीम को अभ्यास करने के ज्यादा मौके नहीं मिलेंगे तो वहीं न्यूजीलैंड की टीम फाइनल से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी।
इंग्लैंड रवाना होने से पहले कोहली ने प्रेस वार्ता में कहा, "इससे पहले भी हम कई बार मुकाबले के तीन दिन पहले पहुंचे हैं और हमने सीरीज में अच्छा किया है। यह बस दिमाग की बात है। यह पहली बार नहीं है जब हम इंग्लैंड में खेल रहे हैं, हम वहां के वातावरण को अच्छे से जानते हैं। हमें चार अभ्यास सत्र से भी कोई दिक्कत नहीं है।" (आईएएनएस)
पेरिस, 1 जून | मौजूदा चैंपियन और दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी स्पेन के राफेल नडाल ने रिकॉर्ड 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने का अपना अभियान शुरू कर दिया है। इस क्रम में नडाल ने मंगलवार को पहले दौर में आस्ट्रेलिया के एलेक्सी पोपीरिन को 3, 6-2, 7-6 (3) से हराया। नडाल ने सात एस दागे और अपने पहले सर्व से 81 प्रतिशत अंक जीतकर दूसरे दौर के मुकाबले में 34 वर्षीय फ्रांसीसी दिग्गज रिचर्ड गास्केट के खिलाफ खेलने का हक हासिल किया।
गास्केट ने अपने ही देश के वाइल्डकार्ड धारी साथी ह्यूगो गैस्टन को 6-1, 6-4, 6-2 से हराया।
पोपिरिन के खिलाफ जीत के साथ, नडाल का अब रोलां गैरो में 101-2 का जीत-हार का रिकॉर्ड है।
एक अन्य फ्रांसीसी खिलाड़ी, 14वीं वरीयता प्राप्त गेल मोनफिल्स ने 2020 ऑस्ट्रेलियन ओपन के बाद ग्रैंड स्लैम में अपना पहला मैच खेलते हुए स्पेन के 38वें स्थान के अल्बर्ट रामोस-विनोलस को 1-6, 7-6 (6), 6-4, 6 से हराया।
मोनफिल्स का अगला मुकाबला 22 वर्षीय स्वीडन मिकेल यमेर से होगा।
सातवीं वरीयता प्राप्त रूस के एंड्री रुबलेव दुनिया के 42 वें नंबर के जर्मन खिलाड़ी जैन लेनार्ड स्ट्रफ के खिलाफ तीन घंटे 46 मिनट के मैराथन मुकाबले के बाद 6-3, 7-6 (6), 4-6, 3-6, 6-4 से हार गए।(आईएएनएस)
मुंबई, 1 जून | भारत की महिला टेस्ट टीम की कप्तान मिताली राज ने मंगलवार को जापान की महिला टेनिस स्टार नाओमी ओसाका के मानसिक स्वास्थ्य के कारण मीडिया से बात नहीं करने को लेकर सहानुभूति जताते हुए कहा कि जैव-सुरक्षित वातावरण में जीवन कठोर होता है। मिताली ने हालांकि कहा कि भारतीय महिला क्रिकेटर मीडिया को नजरअंदाज नहीं कर सकती क्योंकि उन्हें इसके समर्थन की जरूरत है।
मिताली ने टीम के गुरुवार तड़के जाने से पहले एक बातचीत में मीडिया से कहा, मुझे लगता है कि किसी भी एथलीट के लिए आइसोलेशन में रहना कठिन है। लेकिन मुझे लगता है कि एक टूर्नामेंट में शामिल होने पर हमें वास्तव में ऐसा महसूस नहीं होता है। व्यक्तिगत रूप से, मुझे वास्तव में कभी नहीं लगा कि मुझे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़नी चाहिए क्योंकि मुझे लगता है कि महिला क्रिकेट जहां है, उसे मीडिया के समर्थन की जरूरत है और खिलाड़ियों के लिए भी यह महत्वपूर्ण है कि वे खेल के विकास में मदद करें। इसलिए, मुझे लगता है कि यह जानना महत्वपूर्ण है कि हमें खेल को बातचीत और बढ़ावा देने की जरूरत है।
23 वर्षीय नाओमी ने सोमवार को अपने मानसिक स्वास्थ्य के कारण मीडिया से बात नहीं करने के अपने रुख को लेकर फ्रेंच ओपन से नाम वापस ले लिया। उन्होंने रविवार को पहले दौर में रोमानिया की पेट्रीसिया मारिया टिग को हराया, लेकिन मीडिया का सामना नहीं किया। इसने आयोजकों को उस पर 15,000 डॉलर का जुर्माना लगाया और साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर वह ऐसा करना जारी रखती हैं तो उन्हें ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट से निष्कासन का सामना करना पड़ेगा।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस महीने सात साल में पहली बार अपना पहला टेस्ट मैच खेलेगी जब वह 16 से 19 जून तक ब्रिस्टल में इंग्लैंड से भिड़ेगी। इसके बाद वह सितंबर-अक्टूबर में एक दिन-रात का खेल खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करेगी। .(आईएएनएस)
मैड्रिड, 1 जून| 2016 में रियो डी जनेरियो में हुए ओलंपिक खेलों में महिला एकल बैडमिंटन स्वर्ण पदक विजेता स्पेन की कैरोलिना मारिन ने मंगलवार को कहा कि वह चोट के कारण अगले महीने होने वाले टोक्यो में अपने खिताब का बचाव नहीं कर पाएंगी। 27 वर्षीय मारिन ने कहा कि उनका घुटना बुरी तरह चोटिल हो गया है और इस चोट से उबरने के लिए उन्हें सर्जरी की आवश्यकता होगी।
मारिन ने रियो में भारत की पीवी सिंधु को हराकर स्वर्ण जीता था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कैरोलिना, जिसने तीन बार विश्व चैंपियनशिप भी जीती है और वर्तमान में दुनिया में रैकिंग में चौथे स्थान पर है, को शुक्रवार को प्रैक्टिस के दौरान चोट लग गई।
कैरोलिना ने अपने सोशल साइट्स पर पोस्ट किया, सप्ताहांत में किए गए परीक्षणों और डॉक्टरों के परामर्श के बाद, यह पुष्टि हुई है कि मेरे बाएं घुटने में बुरी चोट आई है। मुझे इस सप्ताह सर्जरी करानी होगी । उ
मारिन ने साल की शुरूआत थाईलैंड में दो सुपर 1000 जीता था। इसके बाद वह स्विट्जरलैंड में सुपर 300 और कीव में यूरोपीय चैंपियनशिप में भी जीत हासिल करने में सफल रही थीं। इस लिहाज से वह टोक्यो में पदक के लिए स्पेन की सबसे बड़ी दावेदार थीं। (आईएएनएस)
मुंबई, 1 जून| भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने खुलासा किया है कि शानदार रन स्कोरर रोहित शर्मा ने उनके बल्ले से राष्ट्रीय टीम के लिए अपना पहला अर्धशतक बनाया था। ऐसा 2007 टी20 वल्र्ड कप में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए मैच के दौरान डरबन में हुआ था।
कार्तिक ने चैट शो ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस में कहा, उनका पहला अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक मेरे बल्ले से था। मुझे उस पर बहुत गर्व है। हां, मैं इसके साथ बल्लेबाजी कर रहा था, मैंने रोहित से कहा, 'क्या घटिया बल्ला' है और उन्होंने कहा, 'क्या? आपको लगता है कि यह बल्ला खराह है। मुझे दो। इसके बाद उसने अद्भुत पारी खेली। मेरे बल्ले को कोई श्रेय नहीं, जाहिर तौर पर श्रेय बल्लेबाज का हैं।
इंग्लैंड में 2019 विश्व कप के दौरान भारत के लिए आखिरी बार खेलने वाले कार्तिक ने कहा कि वह अपने साथी को बल्ला नहीं देना चाहते क्योंकि उन्हें तेज गेंदबाज शॉन पोलॉक ने पांचवें ओवर में गोल्डन डक पर आउट किया था।
लेकिन, फिर, शर्मा ने 40 गेंदों पर सात चौके और दो छक्कों की मदद से नाबाद अर्धशतक बनाया। शर्मा की पारी की बदौलत भारत ने 153 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका को 20 ओवर में नौ विकेट पर 116 रन पर रोक दिया। शर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। (आईएएनएस)
दुनिया की नंबर दो महिला टेनिस खिलाड़ी जापान की नाओमी ओसाका के एक फ़ैसले ने टेनिस जगत में हलचल मचा दी है.
ओसाका ने फ़्रेंच ओपन टेनिस प्रतियोगिता से हटने का फ़ैसला किया है. लेकिन ये फ़ैसला किसी चोट के कारण नहीं है.
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दरअसल अपने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देकर ओसाका ने मैच के बाद मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया था. लेकिन प्रतियोगिता के आयोजक ओसाका के फ़ैसले से ख़ुश नहीं थे.
उन्होंने ओसाका पर जुर्माना लगाया और कहा कि अगर वो मीडिया से बात नहीं करेंगी, तो उन्हें प्रतियोगिता से बाहर भी किया जा सकता है.
लेकिन अगले ही दिन ओसाका ने ख़ुद ही प्रतियोगिता से हटने की घोषणा कर दी.
अपने फ़ैसले का ऐलान करते हुए उन्होंने ट्वीट किया कि वर्ष 2018 में अपना पहला ग्रैंड स्लैम ख़िताब जीतने के बाद से ही वो अवसाद का सामना कर रही हैं.
23 वर्षीय ओसाका ने पिछले सप्ताह ही कहा था कि वे अपनी मानसिक स्थिति की वजह से मैच के बाद का न्यूज़ कॉन्फ़्रेंस नहीं करेंगी.
रविवार को ही ओसाका ने फ़्रेंच ओपन के अपने पहले मैच में रोमानिया की पैट्रिसिया मारिया टिग को सीधे सेटों में हराया था. लेकिन मीडिया के सामने न आने के कारण आयोजकों ने उन पर 15 हज़ार डॉलर का जुर्माना लगा दिया.
बाद में ग्रैंड स्लैम आयोजकों की ओर से एक साझा बयान भी आया, जिसमें ओसाका को प्रतियोगिता से निलंबित करने की बात कही गई थी.
लेकिन अब ओसाका ने ख़ुद ही प्रतियोगिता छोड़ने की घोषणा कर दी है. उनका कहना है कि वे अब कुछ समय कोर्ट के बाहर भी व्यतीत करेंगी.
नोवाक जोकोविच ने जीता ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियनशिप
ओसाका ने कहा, "जब भी समय ठीक होगा, मैं सचमुच आयोजकों के साथ मिलकर इस पर चर्चा करना चाहूँगी कि कैसे खिलाड़ियों, प्रेस और फ़ैन्स के लिए स्थितियाँ बेहतर बनाई जा सकती हैं."
फ़्रेंच टेनिस फ़ेडरेशन के अध्यक्ष जाइल्स मोरेटॉन ने कहा है कि दूसरी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी का प्रतियोगिता से हटना दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने कहा, "हमें नाओमी के लिए दुख है. हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए शुभकामना देते हैं और उम्मीद करते हैं कि वे अगले साल प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी."
मोरेटॉन ने कहा, "सभी ग्रैंड स्लैम, डब्लूटीए, एटीपी और आईटीएफ़ की ओर से, हम सभी खिलाड़ियों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम हमारी प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों के अनुभव के हर पहलू में लगातार सुधार कर रहे हैं. इनमें मीडिया भी शामिल है. हमने हमेशा ही ऐसा करने की कोशिश की है."
ओसाका ने इस पूरे मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए लिखा है, "यह ऐसी स्थिति नहीं है, जिसकी मैंने कभी कल्पना या इरादा किया था, जब मैंने कुछ दिन पहले पोस्ट किया था. मेरा मानना है कि अब इस टूर्नामेंट और अन्य खिलाड़ियों के लिए सबसे अच्छी बात ये है कि मैं इस प्रतियोगिता से हट जाऊँ ताकि सब पेरिस में चल रही प्रतियोगिता पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकें."
उन्होंने आगे लिखा है- मैं कभी भी विचलित नहीं होना चाहती थी और मैं ये स्वीकार करती हूँ कि मेरी टाइमिंग आदर्श नहीं थी और मेरा संदेश और स्पष्ट हो सकता था. ज़्यादा महत्वपूर्ण बात ये है कि मैं मानसिक स्वास्थ्य को कभी कम नहीं मानूँगी और न ही इसे हल्के में इस्तेमाल करूँगी. लेकिन सच्चाई ये है कि वर्ष 2018 के यूएस ओपन से ही मैंने मानसिक अवसाद झेला है और इससे निपटने में मुझे काफ़ी मशक्कत करनी पड़ी है.
नाओमी ओसाका ने आगे लिखा है- जो भी मुझे जानता है, उन्हें ये पता है कि मैं अंतर्मुखी हूँ. जिन्होंने भी मुझे प्रतियोगिताओं में देखा होगा, वो ये नोटिस करेंगे कि मैं अक़्सर हेडफ़ोन्स पहनती हूँ क्योंकि इससे मुझे अपनी सामाजिक घबराहट कम करने में मदद मिलती है.
उन्होंने अपने बयान में लिखा है, "हालाँकि टेनिस से जुड़े मीडिया ने हमेशा मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया (मैं उन सभी संयमित और शांत पत्रकारों से माफ़ी मांगती हूँ, जिनको शायद मैंने चोट पहुँचाई होगी), मैं सार्वजनिक रूप से बोलने में स्वाभाविक नहीं रहती हूँ. जब भी दुनियाभर की मीडिया के सामने मुझे बोलने के लिए आना होता है, उसके पहले मुझे अंदर से काफ़ी घबराहट होने लगती है."
"मैं काफ़ी नर्वस हो जाती हूँ. मुझे हमेशा उनसे बात करने और सर्वश्रेष्ठ जवाब देने में तनाव महसूस होने लगता है."
ओसाका कहती हैं, "यहाँ पेरिस में, मैं पहले से ही अपने को असुरक्षित और चिंतित महसूस कर रही थी, इसलिए मैंने सोचा कि अपना ध्यान रखना ज़्यादा उचित है और मैंने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में हिस्सा लेना छोड़ दिया. मैंने इसकी घोषणा पहले ही कर दी थी क्योंकि मुझे लगता है कि यहाँ के नियम के कुछ हिस्से काफ़ी पुराने हैं और मैं इसे उजागर करना चाहती थी."
उन्होंने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने टूर्नामेंट के आयोजकों को निजी तौर पर लिखा था और ये बताया था कि वे प्रतियोगिता के बाद उनसे इस मुद्दे पर बात करेंगी क्योंकि ये प्रतियोगिताएँ काफ़ी तेज़ होती हैं.
ओसाका ने बयान में लिखा है- अब मैं कोर्ट से अलग कुछ समय बिताने जा रहा हूँ. लेकिन जब समय ठीक रहेगा, मैं आयोजकों के साथ मिलकर ये चर्चा करना चाहूँगी कि कैसे खिलाड़ियों, प्रेस और फ़ैन्स के लिए स्थितियाँ बेहतर की जा सकें.
दुनिया की 25वें नंबर की खिलाड़ी अमेरिका की कोको गॉफ़ ने कहा- मज़बूत रहो, मैं आपकी संवेदनशीलता की प्रशंसक हूँ.
18 बार ग्रैंड स्लैम का ख़िताब जीतने वाली अमेरिका की मार्टिना नवरातिलोवा ने कहा, "मैं नाओमी ओसाका को लेकर काफ़ी दुखी हूँ. मैं उम्मीद करती हूँ कि वो ठीक हो जाएँगी. एक एथलीट के रूप में हमें अपने शरीर का ख़्याल रखना पड़ता है और शायद मानसिक और भावनात्मक पहलू छोटे हो जाते हैं. ये सिर्फ़ एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस करने या न करने का मुद्दा नहीं है. शुभकामना नाओमी, हम सभी आपके साथ हैं."
अमेरिका के बॉस्केटबॉल खिलाड़ी स्टीफ़ेन करी ने कहा- आप कभी ऐसा फ़ैसला नहीं करे. जब सामर्थ्यवान अपनों की रक्षा नहीं करते, तब ऐसा क़दम उठाना काफ़ी प्रभावशाली है. आपके लिए बहुत सम्मान है.
नाओमी की साथी खिलाड़ी अमेरिका की सरीना विलियम्स ने कहा- मैं नाओमी की परेशानी महसूस कर सकती हूँ. काश मैं उन्हें गले लगा पाती, क्योंकि मैं भी ऐसी स्थितियों में रही हैं. जैसे भी वो इसका सामना करना चाहती हैं, आपको उन्हें ऐसा करने देना चाहिए.
ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिताओं के नियम के अनुसार मीडिया से बातचीत न करने के अपने दायित्व का पालन न करने पर खिलाड़ियों पर 20 हज़ार डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. वीमेंस टेनिस असोसिएशन (डब्लूटीए) का कहना है कि खिलाड़ियों की ज़िम्मेदारी अपने खेल और अपने फ़ैन्स के प्रति होती है, इसके लिए उन्हें प्रतियोगिताओं के दौरान मीडिया से बात करनी होती है.
फ़्रेंच ओपन टेनिस प्रतियोगिता के आयोजकों का कहना है कि नाओमी के प्रेस कॉन्फ़्रेंस में शामिल न होने के फ़ैसले के बाद उन्होंने नाओमी से अपील की थी कि वे अपने फ़ैसले पर फिर से विचार करें, लेकिन वे इसमें नाकाम रहें. (bbc.com)
-शंकर आनंद
नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में 4 मई को हुई पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में फंसे ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार को एक और बड़ा झटका लगा है. दिल्ली पुलिस के लाइसेंस विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पहलवान सुशील की पिस्टल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही दिल्ली स्थित लाइसेंस विभाग ने सुशील और उसके परिजनों के नाम एक नोटिस भेजकर कई सवाल भी किए हैं.
लाइसेंस विभाग के नोटिस में ये सवाल किया गया है कि आर्म्स के लाइसेंस को पूर्ण तौर पर रद्द क्यों न करें? इस मसले पर सुशील कुमार के घर एक आखरी नोटिस भी भेजा गया है और इस नोटिस का जवाब मांगा गया है. इस नोटिस के जवाब के लिए कुछ दिनों का इंतजार लाइसेंस विभाग करेगा. उसके बाद अगर जवाब नहीं मिलता है या तर्कपूर्ण जवाब नहीं होगा, तब उस लाइसेंस को पूर्ण तौर पर कैंसिल कर दिया जाएगा.
सुशील कुमार की बढ़ रही है परेशानी
सागर धनखड़ हत्या से जुड़े आरोप में गिरफ्तार हुए दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार की मुश्किलें लगातार अलग-अलग विभागों द्वारा कार्रवाई करने से बढ़ती जा रही हैं. बता दें कि वक्त सुशील कुमार ने देश का मान सम्मान बढ़ाया उसके लिए अलग-अलग सम्मान और पद प्रदान किए गए, लेकिन अब उसी पद से हटाने और आगे कई अन्य कार्रवाई करने की तैयारी हो रही हैं.दिल्ली पुलिस मुख्यालय में कार्यरत वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया है कि साल 2012 में पहलवान सुशील कुमार ने एक पिस्टल का लाइसेंस लिया था, लेकिन 4 मई को पहलवान सागर धनखड़ की हत्या से जुड़े मामले में जब सुशील कुमार की तलाश स्थानीय जिला पुलिस (नार्थ वेस्ट की मॉडल थाना पुलिस ) द्वारा की जा रही थी, उसी दौरान दिल्ली पुलिस की टीम उसके दिल्ली स्थित आवास पर भी गई और सुशील कुमार के पिस्टल के बारे में उसके घरवालों से पड़ताल की. इसके बाद उस पिस्टल और उससे संबंधित लाइसेंस की कॉपी की मांग की गई थी, लेकिन उनके घरवालों ने सुशील कुमार का पिस्टल और उस पिस्टल से जुड़े लाइसेंस को पुलिस कर्मियों को देने या जमा करवाने से साफ तौर पर इंकार कर दिया. वहीं, इस मामले की आंतरिक तौर पर तफ़्तीश करने के बाद क्राइम ब्रांच और स्थानीय जिला के द्वारा इस मामले की औपचारिक तौर जानकारी लाइसेंस विभाग को दी गई. स्थानीय जिला पुलिस के द्वारा प्राप्त इनपुट्स के आधार पर ये कार्रवाई की जा रही है.
लाइसेंस विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए सुशील कुमार की पिस्टल का लाइसेंस दिल्ली पुलिस द्वारा फिलहाल सस्पेंड कर दियाहै. इस मामले में अगर एक सप्ताह के अंदर कोई जवाब नहीं आता है तो सुशील कुमार की पिस्टल के लाइसेंस को पूर्ण तौर पर कैंसिल कर दिया जाएगा.
पहलवान सुशील लग सकता है मकोका
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, सागर धनखड़ की हत्या के मामले में फंसे सुशील कुमार पर दिल्ली पुलिस मकोका लगाने की तैयारी कर रही है. बता दें कि मकोका की कार्रवाई संगठित अपराध करने वालों पर होती है और ऐसा होने पर सुशील को आसानी से जमानत नहीं मिल सकेगी. मकोका में उम्र कैद तक की सजा का प्रावधान है.
पेरिस, 31 मई| पूर्व नंबर-1 स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर और नंबर-2 रूस के डेनिल मेदवेदेव ने अपने-अपने मुकाबले जीत फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के दूसरे दौर में जगह बनाई। आठवीं सीड फेडरर ने उजबेकिस्तान के डेनिस इस्तोमिन को 6-2, 6-4, 6-3 से हराया। फेडरर ने पिछले साल दो बार घुटने की सर्जरी कराई थी और 2020 के ज्यादातर सीजन में वह नहीं खेल सके थे।
मेदवेदेव ने एक अन्य मुकाबले में कजाखस्तान के एलेक्सजांद्रे बुबलिक को 6-3, 6-3, 7-5 से हराकर दूसरे दौर में जगह बनाई।
पहले दौर के एक अन्य मैच में 19वीं सीड इटली के जेनिक सिनर ने फ्रांस के पिएरे-हुगुएस हर्बट को 6-1, 4-6, 6-7(4), 7-5, 6-4 से हराया।
34वीं रैंकिंग के जॉन इस्नर ने सैम क्वेरी को 7-6(2), 6-3, 6-4 से जबकि 16वीं सीड नॉर्वे के कैस्पर रूड ने फ्रांस के बेनोएट पाएरे को 5-7, 6-2, 6-1, 7-6(4) से हराया। (आईएएनएस)
मुंबई, 31 मई| आईपीएल 2021 का सीजन स्थगित होने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने अपने परिवार के साथ वक्त बिताया। टीम के स्ट्रेंग्थ एंड कंडिशनिंग कोच सोहम देसाई ने कहा, "हमारी टीम को देखें तो खिलाड़ियों को आराम मिलने से हम लोगों को फायदा पहुंचा है। पिछले साल आईपीएल से उनका काफी व्यस्त कार्यक्रम रहा है। लेकिन इन तीन सप्ताह तक मैच नहीं होने से हमने इन्हें घर जाकर आराम करने और परिवार के साथ समय बिताने के लिए कहा।"
उन्होंने कहा, "हम धीरे-धीरे शुरूआत कर रहे हैं कि हमें किन पहलुओं पर काम करने की जरूरत है।"
देसाई ने कहा, "हम भाग्यशाली हैं कि हमें ऐसा होटल मिला है जहां बालकॉनी है और आउटडोर स्पेस है जहां खिलाड़ी कुछ कर सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "इस दौरान हमारी रणनीति इनकी कमजोर कड़ियों पर काम करना शुरू किया। सातवें और नौंवें दिन जिम में इन्होंने व्यक्तिगत ट्रेनिंग की। मुझे लगता है कि हम फिलहाल अच्छी स्थिति में है।"
भारतीय पुरुष और महिला टीम दो जून को इंग्लैंड रवाना होगी। साउथम्पटन में वह टीम होटल में 10 दिनों तक क्वारंटीन में रहेगी। (आईएएनएस)
बार्सिलोना, 1 जून| स्पेन के अग्रणी फुटबाल क्लब बार्सिलोना ने ईपीएल क्लब मैनचेस्टर सिटी के दिग्गज अर्जेंटीना के सर्जियो एगुएरो को फ्री ट्रांसफर पर साइन किया है। 32 वर्षीय स्ट्राइकर ने सोमवार को स्पेन में मेडिकल टेस्ट दिया। एगुएरो ने सिटी के लिए अपना आखिरी मैच चेल्सी के खिलाफ चैम्पियंस लीग में खेला था। वह मैच सिटी 1-0 से हार गया था।
बार्सिलोना ने सोमवार को कहा, एफसी बार्सिलोना और सर्जियो एगुएरो ने आपस में करार किया है। 1 जुलाई से वह क्लब में शामिल होंगे। जुलाई में ही मैनचेस्टर सिटी के साथ उनका अनुबंध समाप्त हो जाएगा। वह 2022-23 सीजन के अंत तक एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करेंगे और उनका बायआउट क्लॉज 10 करोड़ यूरो पर सेट है।
एगुएरो ने 2011 तक एटलेटिको मैड्रिड के साथ ला लीगा में पांच साल बिताए, जब वह 3.5 करोड़ पाउंड के कथित शुल्क के लिए सिटी चले गए।
उन्होंने मैनचेस्टर में एक शानदार दशक के दौरान सभी प्रतियोगिताओं में 389 प्रदर्शनों में क्लब-रिकॉर्ड 260 गोल किए। वह सिटी ही नहीं बल्कि ईपीएल के महानतम खिलाड़ियों में से एक हैं। (आईएएनएस)
पेरिस, 1 जून| विश्व की दूसरे नंबर की महिला टेनिस खिलाड़ी जापान की नाओमी ओसाका ने सोमवार को मानसिक स्वास्थ्य के कारण मीडिया से बात नहीं करने के अपने रुख को लेकर फ्रेंच ओपन से अपना नाम वापस ले लिया। 23 साल की ओसाका ने रविवार को दूसरे दौर में प्रवेश किया था। ओसाका ने रोमानिया की पेट्रीका मारिया को हराया था लेकिन इसके बाद वह संवाददाता सम्मेलन के लिए नहीं गई थीं। इस पर आयोजकों ने उन पर 15 हजार डॉलर का जुर्माना लगाया था और साथ ही यह भी कहा था कि अगर वह ऐसा करती रहीं तो उन्हें ग्रैंड स्लैम इवेंट्स में नहीं खेलने दिया जाएगा।
ओसाका ने बयान में कहा, मुझे लगता है कि अब टूर्नामेंट, अन्य खिलाड़ियों और मेरी भलाई के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि मैं पीछे हट जाती हूं ताकि हर कोई पेरिस में चल रहे टेनिस पर ध्यान केंद्रित कर सके। मैं कभी भी विचलित नहीं होनी चाहती थी और मैं इसे स्वीकार करती हूं। मेरा समय आदर्श नहीं था और मेरा संदेश स्पष्ट हो सकता था। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं मानसिक स्वास्थ्य को कभी भी तुच्छ नहीं मानूंगी या हल्के ढंग से शब्द का प्रयोग नहीं करूंगी।
ओसाका ने हालांकि संवाददाता सम्मेलन में नहीं जाने को लेकर पत्रकारों से माफी मांगी लेकिन साथ ही यह भी कहा कि यह पूरी तरह उनका व्यक्तिगत निर्णय था लेकिन चूंकी वह स्वाभाविक वक्ता नहीं हैं, लिहाजा वह मीडिया से सामने सहज नहीं हो पातीं। कई बार तो वह मीडिया के सामने नर्वस हो जाती हैं और किसी सवाल का सबसे अच्छा जवाब खोजने को लेकर तनाव में जाती हैं।
ओसाका ने कहा कि वह अभी टेनिस से ब्रेक ले रही हैं लेकिन यह नहीं कहा कि यह ब्रेक कितना लम्बा होगा।
ओसाका ने कहा, मैं अब कोर्ट से कुछ समय तक दूर रहूंगी। लेकिन जब समय सही होगा तो मैं वास्तव में टूर के साथ काम करना चाहती हूं ताकि हम खिलाड़ियों, प्रेस और प्रशंसकों के लिए चीजों को बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा कर सकें। आशा है कि आप सभी स्वस्थ और सुरक्षित रहें क्योंकि मैं आप सबसे प्यार करती हूं और आपसे फिर जल्द ही मिलूंगी। (आईएएनएस)
मुंबई, 31 मई | भारत को 18 जून से शुरू हो रही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में केन विलियमसन की अगुवाई वाले न्यूजीलैंड को कम करके नहीं आंकना चाहिए। यह कहना है भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर का। अगरकर ने स्टार स्पोर्ट्स पर सोमवार को कहा, मुझे उम्मीद है भारत आने वाले मैच में न्यूजीलैंड को कम करके नहीं आंकेगा। मुझे नहीं लगता कि भारतीय टीम उन्हें कम आंकने की गली करेगी। मुझे लगता है कि अंडरडॉग टैग न्यूजीलैंड से दूर हो गया है।
डब्ल्यूटीसी फाइनल 18-22 जून के बीच साउथेम्प्टन के एजेस बाउल में खेला जाएगा।
अगरकर ने कहा, हर आईसीसी टूर्नामेंट जिसे आप देखते हैं - ठीक है, यह अपनी तरह का पहला टेस्ट चैंपियनशिप है - चाहे वह टी 20 विश्व कप हो, चैंपियंस ट्रॉफी, विश्व कप हो कीवी टीम हमेशा क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल या फाइनल में रही है। उनमें निरंतरता है। इसलिए, अंडरडॉग टैग हट जाना चाहिए। हां, शायद, कुछ अन्य टीमों में बड़े नाम हैं और इसलिए आप उन्हें पसंदीदा के रूप में गिनते हैं।
अगरकर को लगा कि भारत न्यूजीलैंड को कम नहीं आंकेगा। बकौल अगरकर इसलिए, मुझे नहीं लगता कि भारत उन्हें कम करके आंकेगा। भारत को अच्छा खेलना होगा क्योकि इस टीम को हराने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 31 मई | भारत के अमित पंघल दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के अंतिम दिन सोमवार को रियो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और मौजूदा विश्व चैंपियन उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज जोइरोव शाखोबिदीन से हार गए। इस तरह, अमित ने 2019 में जो खिताब जीता था, उसकी रक्षा वह नहीं कर सके। एशियाई खेलों के चैम्पियन टाप सीड पंघल को 52 किग्रा में शाखोबिदीन ने 3-2 से हराया। विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य जीत चुके पंघल को अब रजत पदक से संतोष करना होगा। एशियाई चैम्पियनशिप में यह कुल तीसरा और पहला रजत पदक है। इससे पहले पंघल ने 2019 में सोना और 2017 में ताशकंद में कांस्य पदक जीता था।
पंघल के अलावा शिव थापा (64 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) आज ही फाइनल में हिस्सा लेंगे। असम के मुक्केबाज थापा, जो लगातार पांच पदक के साथ चैंपियनशिप में संयुक्त रूप से सबसे सफल पुरुष मुक्केबाज रहे हैं, को एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता मंगोलिया के बातरसुख चिनजोरिग की चुनौती स्वीकार करनी है। दूसरी वरीयता प्राप्त संजीत का सामना रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता वासिली लेविट से होगा, जो एशियाई चैंपियनशिप के अपने चौथे स्वर्ण पदक का लक्ष्य लेकर रिंग में उतरेंगे।
इससे पहले, बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में भारतीय महिलाओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 10 पदक हासिल किए। इसमें पूजा रानी (75 किग्रा) का स्वर्ण शामिल है जबकि 51 किग्रा वर्ग में एमसी मैरी कोम, 64 किग्रा वर्ग में लालबुतसाही और प्लस 81 किग्रा वर्ग में अनुपमा ने रजत पदक जीता।
इसके अलावा सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा) और स्वीटी (81 किग्रा) ने कांस्य रदक जीते। पुरुष वर्ग में विकास कृष्ण (69 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) ने भी कांस्य जीता।
इनकी शानदार सफलता के बूते भारत कुल 15 पदक जीत सका। खास बात यह है भारतीय महिलाओं ने हर भार वर्ग में पदक जीता और भारत को 2019 से बेहतर सफलता दिलाई, जब भारत ने बैंकाक में 13 पदक जीते थे।
इसमें हरियाणा की भिवानी की पूजा की उपलब्धि खास है क्योंकि वह अपना खिताब बचाने में सफल रहीं। मैरी कोम हालांकि अपना रिकार्ड छठा स्वर्ण नहीं जीत सकीं। इसी तरह लालबुतसाही ने अपने निडर खेल से सबको प्रभावित किया।
इस साल की खास बात यह है कि चैम्पियनशिप की पुरस्कार राशि में भारी इजाफा किया गया है। इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने इस चैंपियनशिप के लिए 4,00,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि आवंटित की है।
पुरुषों और महिलाओं की श्रेणियों के स्वर्ण पदक विजेताओं को 10,000 अमेरीकी डालर से सम्मानित किया जा रहा है जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 5,000 अमेरीकी डालर और 2,500 अमेरीकी डालर का पुरस्कार दिया जा रहा है।
उल्लखनीय है कि भारत, उज्बेकिस्तान, मंगोलिया, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी राष्ट्रों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाजों ने इस चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया।(आईएएनएस)
पेरिस, 31 मई| नंबर 11 सीड पेट्रा क्वितोवा ने अपना सर्वश्रेष्ठ टेनिस और बेल्जियम की क्वालीफायर ग्रीट मिनन के खिलाफ पहले दौर के फ्रेंच ओपन मैच में जीत हासिल की। इस मैच को जीतने के लिए हालांकि उन्हें मशक्कत करनी पड़ी लेकिन वह अंतत: 6-7(3), 7-6(5), 6-1 से जीत हासिल करने में सफल रहीं। अगर चेक खिलाड़ी हार जाती तो 11 साल में पहली बार वह पहले दौर में हारती। आखिरी बार वह 2010 में ओपनर मैच में हार गई थी, जब वह 20 साल की एक गैर-वरीयता प्राप्त थी और ऑस्ट्रेलियाई क्वालीफायर सोफी फग्र्यूसन के खिलाफ खेल रही थईं।
इससे पहले रविवार को दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी और चार बार की ग्रैंड स्लैम खिताब विजेता ओसाका ने 63वीं रैंकिंग की रोमानिया की पेट्रीसिया मारिया टिग को 6-4, 7-6(4) से हराकर अपने अभियान की मजबूत शुरूआत की।
पहले दौर के अन्य मैचों में, स्पेन की 33वीं वरीयता प्राप्त पाउला बडोसा ने संयुक्त राज्य अमेरिका की लॉरेन डेविस पर 6-2, 7-6 (3) की जीत के साथ अपना बढ़िया क्ले कोर्ट सीजन जारी रखा।
इसी तरह, यूक्रेन की क्वालीफायर एनहेलिना कलिनिना ने दुनिया की पूर्व नंबर-1 जर्मनी की एंजेलिक कर्बर को डेढ़ घंटे तक चले मुकाबले में 6-2, 6-4 से मात दी।
139वीं रैंकिंग वाली एनहेलीना ने असाधारण रूप में फ्रेंच ओपन क्वालीफायर में प्रवेश किया, जिसने पुर्तगाल और क्रोएशिया में लगातार आईटीएफ चैलेंजर इवेंट जीते। उसने दुनिया की 27वें नंबर की सर्विस को एंजेलिक को छह बार तोड़ा और शीर्ष- 30 में शामिल किसी खिलाड़ी पर अपनी पहली जीत दर्ज की।
अमेरिकी डेनियल कॉलिन्स, जिन्होंने मार्च में मियामी ओपन के बाद से नहीं खेला था और हाल ही में एंडोमेट्रियोसिस के इलाज के लिए सर्जरी करवाई थी, ने चीनी क्वालीफायर वांग शियू को दो घंटे 15 मिनट, 6-2, 4-6, 6-4 से मात दी। (आईएएनएस)
कोलकाता, 30 मई| भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के अनुसार ऐसी चर्चा चल रही है कि न्यूजीलैंड को भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल मुकाबले से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने से फायदा मिलेगा। हालांकि, गावस्कर का कहना है कि वह इस बात से सहमत नहीं है। केन विलियम्सन की कप्तानी वाली न्यूजीलैंड टीम का सामना इंग्लैंड के साथ दो जून से होना है। दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज 14 जून को खत्म होगी जिसके बाद कीवी टीम 18 जून से भारत के साथ डब्ल्यूटीसी का फाइनल मुकाबला खेलेगी।
गावस्कर ने कहा, "कुछ लोगों का मानना है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल मुकाबले से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने से न्यूजीलैंड को फायदा होगा क्योंकि वह यहां के वातावरण को समझ लेंगे।"
उन्होंने कहा, "लेकिन इसका दूसरा पहलू भी है। अगर न्यूजीलैंड को इस सीरीज में हार का सामना करना पड़ा तो उनका मनोबल टूटेगा और हो सकता है कि उनके कुछ खिलाड़ियों को चोट से जूझना पड़े क्योंकि जून की शुरूआत में इंग्लैंड में अक्सर ऐसा होता है।"
गावस्कर ने कहा, "भारतीय टीम के लिए एक फायदा रहेगा कि जब वह फाइनल मुकाबले में उतरेगी तो एक दम तरोताजा और ऊर्जा से भरी हुई रहेगी। इतने दिनों के अंतराल के बाद मैच खेलने से इनका उत्साह चरम पर रहेगा।"
पूर्व कप्तान ने कहा, "यह टीम ऐसी है जिसने विपरीत परिस्थितियों में सफलता का स्वाद चखा है, इसलिए किसी भी तरह की विषम स्थिति इनके लिए इससे पार पाने का एक अवसर होगी।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 30 मई | भारतीय महिला मुक्केबाजों ने दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप में रविवार को चार भार वर्ग के फाइनल में हिस्सा लिया, जिसमें से सिर्फ 75 किग्रा में पूजा रानी अपना खिताब बचाते हुए भारत को टूर्नामेंट का पहला स्वर्ण दिलाने में सफल रहीं। शेष भार वर्ग में पांच बार की चैम्पियन एमसी मैरी कोम, लालबुतसाही और अनुपमा को हार मिली। भारत ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में कुल 15 पदक जीते हैं, जिनमें एक स्वर्ण, तीन रजत और 8 कांस्य हैं। पुरुष वर्ग में तीन खिलाड़ी फाइनल में पहुंच चुके हैं और उनका कम से कम रजत पदक जीतना तय है। पुरुष वर्ग में मौजूदा चैम्पियन अमित पंघल, अब तक इस टूनार्मेंट में पांच पदक अपने नाम कर चुके शिवा थापा (64 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) सोमवार को अंतिम बार एक्शन में दिखेंगे।
.भारत को दिन की पहली बड़ी सफलता पूजा रानी ने दिलाया। वह एशियाई चैम्पियनशिप में अपना खिताब बचाने में सफल रही हैं। पूजा ने 75 किग्रा के फाइनल मुकाबले में उजबेकिस्तान की मावलुदा मोल्दोनोवा को एकतरफा अंदाज में हराते हुए भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। साल 2019 में खिताब जीतने वाली ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं पूजा रानी ने मोल्दोनोवा को 5-0 से हराया।
हरियाणा के भिवानी की पूजा का एशियाई चैम्पियनशिप में यह चौथा और लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है। इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीत चुकीं पूजा ने बैंकाक में 2019 में स्वर्ण जीता था जबकि उससे पहले 2015 में कांस्य और 2012 में रजत पदक जीता था।
इससे पहले, छह बार की विश्व चैम्पियन मैरी कोम को अपना आइडल मानने वाली लालबुतसाही को फाइनल में हार मिली। पहली बार एशियाई चैम्पियनशिप में खेल रहीं पुलिस में काम करने वाली और 2019 विश्व पुलिस खेलों में स्वर्ण पदक जीतन वाली लालबुतसाही का 64 किग्रा के फाइनल में सामना कजाकिस्तान की मिलाना साफरोनोवा से हुआ। वह अनुभवी साफरोनोवा से बिल्कुल नहीं डरीं और जमकर मुक्के बरसाए लेकिन वह 2-3 से यह मुकाबला हार गईं।
लालबुतसाही से पहले मैरी कोम अपने रिकार्ड छठे स्वर्ण से महरूम रह गईं थी। मैरी को 51 किग्रा वर्ग के फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन नाजि़म काजैबे ने 3-2 से हराया। मैरी ने एशियाई चैम्पियनशिप में सातवीं बार हिस्सा लेते हुए दूसरी बार रजत पदक जीता है। उनके नाम पांच स्वर्ण और दो रजत हैं। मैरी कोम और लैशराम सरिता देवी ने एशियाई चैम्पियनशिप में पांच-पांच स्वर्ण पदक जीते हैं। इस महान मुक्केबाज ने 2003, 2005, 2010, 2012 और 2017 संस्करणों में स्वर्ण जीता था जबकि 2008 औ? इस साल उनके हिस्से में रजत पदक आया था।
रविवार का अंतिम फाइनल मुकाबला प्लस 81 किग्रा कटेगरी में हुआ, जिसमें भारत की अनुपमा को कजाकिस्तान की लाज्जत कुंगाबेयेवा ने 3-2 से हराया।
इस साल की खास बात यह है कि चैम्पियनशिप की पुरस्कार राशि में भारी इजाफा किया गया है। इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने इस चैंपियनशिप के लिए 4,00,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि आवंटित की है। पुरुषों और महिलाओं की श्रेणियों के स्वर्ण पदक विजेताओं को 10,000 अमेरीकी डालर से सम्मानित किया जा रहा है जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 5,000 अमेरीकी डालर और 2,500 अमेरीकी डालर का पुरस्कार दिया जा रहा है।
आठ भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इन सबने देश के लिए कांस्य पदक हासिल किया है।
उल्लखनीय है कि भारत, उज्बेकिस्तान, मंगोलिया, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी राष्ट्रों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाजों ने इस चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया।(आईएएनएस)
मोहाली, 31 मई| यहां के एक स्थानीय अस्पताल में कोविड-19 का इलाज करा रहे दिग्गज भारतीय धावक मिल्खा सिंह को रविवार को अनुरोध पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि उनकी हालत स्थिर है। सिंह की पत्नी निर्मल हालांकि, जो भारत की पूर्व वॉलीबॉल कप्तान थीं, को गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में स्थानांतरित कर दिया गया है।
फोर्टिस अस्पताल के मेडिकल बुलेटिन में रविवार को कहा गया, परिवार के अनुरोध पर मिल्खा सिंह को स्थिर स्थिति में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उन्हें ऑक्सीजन और पोषण संबंधी सहायता दी गई है।
बयान में कहा गया, मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल को आईसीयू में स्थानांतरित करना पड़ा और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
पिछले हफ्ते, सिंह को कोविड -19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में, उनकी पत्नी को भी भर्ती कराया गया, क्योंकि वह भी कोविड -19 पॉजिटिव पाई गई थीं। (आईएएनएस)
पेरिस, 31 मई| स्पेन के टेनिस खिलाड़ी पाब्लो अंडुजर ने अपने करियर में पहली बार दो सेट से पिछड़ने के बाद उल्लेखनीय सुधार करते हुए किसी ग्रैंड स्लैम में शीर्ष -5 खिलाड़ी को हराया। अंडुजार ने यहां जारी फ्रेंच ओपन के पहले दौर में चौथी वरीयता प्राप्त ऑस्ट्रियाई खिलाड़ी डोमिनिक थीम को 4-6, 5-7 , 6-3, 6-4, 6-4 से हराया।
वल्र्ड नंबर- 68 अंडुजर ने फिलिप-चैटियर कोर्ट पर 2018 और 2019 के फाइनलिस्ट को हराने के लिए चार घंटे और 28 मिनट में लगे।
दो हफ्ते पहले गोनेट जिनेवा ओपन में रोजर फेडरर को हराने वाले अंडुजार का अब शीर्ष 10 विरोधियों के खिलाफ करियर का 6-23 रिकॉर्ड है।
अंडुजार अब दूसरे दौर में या तो मोल्दोवन राडू अल्बोट या अर्जेंटीना के फेडेरिको डेलबोनिस के खिलाफ खेलेंगे।
वल्र्ड नंबर-4 थीम, जो 2018 और 2019 के फाइनल में राफेल नडाल हारे थे की रोलां गैरो में आठ मैचों में यह पहली ओपनिंग-राउंड हार थी।
अन्य मुकाबले में इटली के 27वें वरीय फैबियो फोगनिनी ने फ्रांस के वाइल्ड कार्ड ग्रीगोइरे बैरेरे को दो घंटे आठ मिनट में 6-4, 6-1, 6-4 से हराया।
फोगनिनी अब हंगरी के मार्टन फुस्कोविक्स से खेलेंगे, जिन्होंने फ्रांस के गाइल्स साइमन को तीन घंटे और 13 मिनट में 6-4, 6-1, 7-6 (5) से हराया। (आईएएनएस)
ट्यूनिस, 30 मई | भारत की महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी दिव्या चिताले और स्वास्तिका घोष ने यहां चल रहे डब्ल्यूटीटी यूथ स्टार कंटेंडर में अंडर-19 युगल वर्ग के नॉकआउट में जगह बनाई और भारत के लिए पदक पक्का किया।
दिव्या और स्वास्तिका ने स्थानीय जोड़ी फादवा गार्सी और मारम जोघलामी को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 11-5, 6-11, 11-9, 11-8 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई और कम से कम कांस्य पदक पक्का किया।
दिव्या और स्वास्तिका का अब सेमीफाइनल में मुकाबला चेक गणराज्य की लिंडा जादेरोवा और क्रोएशिया की हाना अरापोविच की जोड़ी से होगा।
दिव्या और स्वास्तिका ने अंडर-19 एकल वर्ग में अपने-अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान पर रहने के साथ ही अंतिम-16 में जगह बनाई।
इससे पहले लड़कों के अंडर-15 एकल वर्ग में प्रेयेश राज सुरेश क्वार्टर फाइनल में हार के साथ बाहर हो गए थे। (आईएएनएस)
बर्लिन, 29 मई | यूईएफए की समिति ने फुटबाल में यूरोपीय क्लब प्रतियोगिता से अवे गोल नियम को समाप्त करने की सिफारिश की है। डीपीए की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पर चर्चा करने वाले करीबी सूत्रों का कहना है कि क्लब प्रतियोगिता समिति ने यह सुझाव दिया है, लेकिन अब इस पर अंतिम फैसला यूईएफए की कार्यकारी समिति को लेना है।
फुटबाल में अवे गोल की शुरूआत 1965 में की गई थी और इसे चैंपियंस लीग तथा यूरोपा लीग में लागू किया गया था। इन टूर्नामेंटों के नॉकआउट मैचों में अगर दोनों टीमें पहले और दूसरे चरण के बाद अगर एकसमान गोल करती है तो विजेता का फैसला अवे गोल के आधार पर किया जाता है।
मौजूदा नियम के अनुसार, जो टीम अधिक अवे गोल करती है तो वह अगले राउंड में जाती है और अगर दोनों टीमों के अवे गोल की संख्या एकसमान है तो मुकाबला इंजुरी टाइम में जाता है। अगर नियम में बदलाव होता है, तो ड्रॉ के मुकाबले इंजुरी टाइम में जाने की उम्मीद है, जिसका अर्थ है कि कई और मुकाबले अंतत: पेनल्टी शूट-आउट में जाएंगे।(आईएएनएस)
पेरिस, 29 मई| लाल बजरी के बादशाह स्पेन के राफेल नडाल रविवार से यहां शुरू होने जा रहे फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट में रिकॉर्ड 14वीं बार चैंपियन बनने का लक्ष्य लेकर अपने अभियान की शुरूआत करेंगे। नडाल अगर इस बार फ्रेंच ओपन खिताब जीतते हैं तो उनके करियर का यह 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब होगा। कोविड-19 महामारी के कारण टूर्नामेंट की शुरूआत एक सप्ताह देरी से हो रहा है।
मौजूदा चैंपियन नडाल ने पुरुष एकल वर्ग में अब तक सबसे ज्यादा 13 बार फ्रेंच ओपन का खिताब जीता है। उनके बाद ओपन ऐरा में बीजोन बॉर्न ने छह बार यह खिताब अपने नाम किया है। नडाल को इस बार टूर्नामेंट में तीसरी सीड मिली है।
34 साल के नडाल वल्र्ड नंबर 62 आस्ट्रेलिया के पोपरीन के खिलाफ मुकाबले से अपने खिताब बचाओ अभियान की शुरूआत करेंगे।
उन्होंने पिछले साल के फाइनल में सर्बिया के नोवाक जोकोविच को हराकर लगातार चौथी बार फ्रेंच ओपन का खिताब और अपने करियर का 20वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था और साथ ही उन्होंने रोजर फेडरर के 20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी की थी।
नडाल के दुनिया के मात्र तीसरे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 2008, 2010, 2017 और 2020 में बिना कोई सेट गंवाए खिताब जीता है। उनके अलावा इली नास्तासे 1973 में और बॉर्ग 1978 तथा 1980 में यह कारनामा कर चुके हैं। स्पेनिश खिलाड़ी पेरिस में 102 में से केवल दो मुकाबला हारे हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली,30 मई| अंतरराष्ट्रीय कुश्ती रेफरी अशोक कुमार जुलाई-अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेलों के दौरान अंपायरिंग के लिए नामित होने वाले अकेले भारतीय हैं। खेल की शासी निकाय यूनाइटेड वल्र्ड रेसलिंग (वहह) ने कुमार को नामित किया है।
कुमार ने आईएएनएस से कहा, यूडब्ल्यूडब्ल्यू द्वारा चुना गया मैं अकेला भारतीय रेफरी हूं। मैं ओलंपिक के दौरान अंपायरिंग करूंगा। ओलंपिक के लिए उम्मीदवारों का चयन करने के लिए एक चयन प्रक्रिया थी और मैंने उन मानदंडों को सफलतापूर्वक पूरा किया।
50 वर्षीय कुमार ने कहा कि रेफरी के लिए चयन प्रक्रिया 2019 सीनियर वल्र्ड रेसलिंग चैंपियनशिप कजाकिस्तान में शुरू हुई थी, इसके बाद पिछले महीने अल्माटी में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर हुए थे।
भारतीय वायु सेना के कर्मचारी कुमार को 2016 के रियो ओलंपिक खेलों के दौरान भी मुकाबलों में भाग लेने के लिए नामित किया गया था।
कुमार को 2005 में अपना अंतरराष्ट्रीय रेफरी लाइसेंस मिला। तब से उन्होंने 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में अंपायरिंग की है, जिसमें 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स और उसी वर्ष हुए जकार्ता एशियाई खेल शामिल हैं।
वह भारतीय वायु सेना कुश्ती टीम के कोच भी हैं। (आईएएनएस)
मुंबई, 29 मई| भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ अपने रिश्ते को 'विश्वास' और 'सम्मान' पर आधारित बताया। कप्तान कूल धोनी के साथ अपने संबंध को दो शब्दों में परिभाषित करने को लेकर इंस्टाग्राम पर किए गए एक सवाल पर कोहली ने कहा: विश्वास, सम्मान।
पिछले साल आर. अश्विन के साथ एक इंस्टाग्राम चैट के दौरान, कोहली ने धोनी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि धोनी ने उन्हें राष्ट्रीय टीम का कप्तान बनने में बड़ी भूमिका निभाई थी।
शनिवार को जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें आलोचना या तारीफ पसंद है, तो कप्तान ने कहा कि वह रचनात्मक आलोचना और वास्तविक प्रशंसा के लिए तैयार हैं। लेकिन उन्हें कुछ भी नकली स्लीकार नहीं है।
जीवन के बुरे दौर में उन्होंने खुद को कैसे प्रेरित रखा, इस सवाल पर कोहली ने कहा: दिनचर्या को सही करो और परिणाम की परवाह किए बिना इसे जारी रखो। (आईएएनएस)