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बेंगलुरु, 12 सितंबर। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने एक लड़के का लिंग परिवर्तन करने के लिए कथित तौर पर ऑपरेशन करने वाली एक चिकित्सक के खिलाफ प्राथमिकी रद्द करने से इनकार कर दिया है।
अदालत ने के.आर. पेट निवासी चिकित्सक की याचिका स्वीकार करने से इनकार कर दिया, जो मामले में एक आरोपी है। लड़के को ट्रांसजेंडर लोगों ने अगवा किया था, जिनका मकसद उससे वेश्यावृत्ति कराना और उगाही करने में इस्तेमाल करने का था।
मामले की जांच अब अपराध जांच विभाग (सीआईडी) कर रहा है।
डॉ. अनिता पाटिल की याचिका खारिज करते हुए न्यायमूर्ति सूरज गोविंदराज की पीठ ने अपने हालिया आदेश में कहा, ‘‘आरोप है कि यह तथाकथित ऑपरेशन लड़के की सहमति के बिना किया गया। इस विषय में मुकदमे की कार्यवाही की ही गुंजाइश बचती है।’’
चिकित्सक ने अपनी याचिका में दलील दी है कि उन्होंने ऑपरेशन नहीं किया था।
उच्च न्यायालय ने कहा कि जबरन लिंग परिवर्तन किये जाने का आरोप भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम, दोनों के तहत एक अपराध है।
पीड़ित की दादी ने 11 फरवरी 2018 को मूल शिकायत दायर की थी। (भाषा)
नयी दिल्ली, 12 सितंबर। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने आतंकवादियों, अपराधियों और मादक पदार्थों के तस्करों के बीच कथित साठगांठ को समाप्त करने के लिए सोमवार को तीन राज्यों और राष्ट्रीय राजधानी में 50 स्थानों पर छापे मारे।
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल गैंगस्टर के यहां भी छापे मारे गए।
एनआईए ने 26 अगस्त को एक मामला दर्ज किया था, जब उसने "भारत और विदेशों में स्थित कुछ गिरोहों के सरगनाओं और उनके सहयोगियों" की पहचान की थी, जो आतंकी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में छापेमारी की गई, ताकि भारत और विदेशों में स्थित आतंकवादियों, संगठित अपराधियों, मादक पदार्थों के तस्करों आदि के बीच "उभरती साठगांठ" को खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस से इन मामलों को अपने हाथ में लिया गया।
कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़, लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया, वरिंदर प्रताप उर्फ काला राणा, काला जठेड़ी, विक्रम बराड़, गौरव पटियाल उर्फ लकी पटियाल के परिसरों की सुबह तलाशी ली गई।
इसके अलावा गैंगस्टर नीरज बवाना, कौशल चौधरी, टिल्लू ताजपुरिया, अमित डागर, दीपक कुमार उर्फ टीनू, संदीप उर्फ बंदर, उमेश उर्फ काला, इरफान उर्फ चीनू पहलवान, आशिम उर्फ हाशिम बाबा, सचिन भांजा व उनके अन्य सहयोगियों के यहां भी छापे मारे गए।
गोल्डी बराड़ और जग्गू भगवानपुरिया - दोनों मूसेवाला की हत्या के मामले में भी आरोपी हैं। मूसेवाला की 29 मई को पंजाब में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान गोला-बारूद के साथ छह पिस्तौल, एक रिवॉल्वर और एक बन्दूक के अलावा नकदी, आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण, बेनामी संपत्ति का ब्योरा, धमकी भरे पत्र, मादक पदार्थ भी बरामद किए गए।
हाल ही में कुछ सनसनीखेज अपराधों और आपराधिक गिरोहों द्वारा व्यवसायियों, डॉक्टरों सहित पेशेवरों से रंगदारी मांगने की घटनाओं की जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है। अधिकारियों ने कहा कि ये गिरोह जनता के बीच आतंक पैदा करने की खातिर इन अपराधों को प्रचारित करने के लिए साइबर स्पेस का इस्तेमाल कर रहे थे।
प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए की जांच से यह भी पता चला कि इस तरह के आपराधिक कृत्य अलग-अलग स्थानीय घटनाएं नहीं थे, बल्कि आतंकवादियों, गैंगस्टर और मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोहों के बीच गहरी साजिश थी, जो देश के अंदर और बाहर से काम कर रहे थे।
कई गिरोह के सरगना और सदस्य भारत से भाग गए थे और अब पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया तथा ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों से काम कर रहे हैं।
फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर साहब, मोगा, तरण तारन, अमृतसर, लुधियाना, चंडीगढ़, मोहाली (सभी पंजाब में); पूर्वी गुरुग्राम, भिवानी, यमुना नगर, सोनीपत और झज्जर (सभी हरियाणा में), राजस्थान के हनुमानगढ़ और गंगानगर जिले तथा दिल्ली के द्वारका, बाहरी उत्तर, उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व और शाहदरा जिले में 50 स्थानों पर छापेमारी की गई। (भाषा)
पीलीभीत (उत्तर प्रदेश), 12 सितंबर। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में जिस दलित किशोरी को कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म के बाद जलाकर मार डालने का प्रयास किया गया, उसे इलाज के लिए लखनऊ स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किये गये दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। प्रभु ने बताया कि आरोपियों की पहचान राजवीर (उम्र 19 वर्ष) और ताराचंद उर्फ तरुण कुमार (उम्र 25 वर्ष) के रूप में हुई है।
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर उप जिलाधिकारी (सदर) योगेश कुमार गौड़ जिला राजकीय संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे जहां उन्होंने किशोरी का बयान दर्ज किया। आग से जली किशोरी की हालत में सुधार होता न देख चिकित्सकों ने उसे इलाज के लिए लखनऊ भेज दिया।
पुलिस अधिकारिओं का कहना है अभी उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु ने रविवार को संवाददाताओं को बताया था कि गत सात सितंबर को जिला अस्पताल में एक युवती को गंभीर रूप से जली हालत में उसके परिवार ने भर्ती कराया था।
प्रभु ने बताया कि पीड़िता के पिता ने 10 सितंबर को माधोटांडा पुलिस को सूचना दी कि राजवीर और ताराचंद ने घर में घुसकर उसकी 16 वर्षीय पुत्री से सामूहिक दुष्कर्म किया और इसके बाद डीजल छिड़ककर उसे आग लगा दी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सूचना मिलने पर वह तत्काल किशोरी के गांव पहुंचे और पूरे मामले की स्वयं तहकीकात की। उन्होंने बताया कि परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने दो युवकों के खिलाफ बलात्कार, हत्या के प्रयास तथा धमकी देने के आरोप में शनिवार को मुकदमा दर्ज किया। (भाषा)
अहमदाबाद, 12 सितंबर। छोटू वसावा की भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने आम आदमी पार्टी (आप) के साथ अपना चार माह पुराना चुनाव पूर्व गठबंधन तोड़ दिया है। साथ ही, इसने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बीटीपी को हराने के लिए यहां अरविंद केजरीवाल को भेजा है।
आप और बीटीपी ने मई में एक रैली में चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की थी। दोनों दलों ने आगामी राज्य विधानसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने का फैसला किया था।
वसावा ने सोमवार को भरुच जिले के चंदेरिया में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने आप के साथ गठबंधन तोड़ दिया है। भाजपा ने हमें हराने के लिए (आप के राष्ट्रीय संयोजक) केजरीवाल को यहां भेजा है। भाजपा और अमित शाह जानते हैं कि वे सीधे चुनाव नहीं जीत सकते हैं इसलिए उन्होंने उन्हें (केजरीवाल को) भेजा है।’’
वसावा ने दावा किया, ‘‘शाह अपने दुश्मनों को खत्म कर देते हैं, लेकिन केजरीवाल के मामले में ऐसा नहीं है। ’’ गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में बीटीपी के दो सदस्य हैं। राज्य के आदिवासियों के बीच पार्टी का अच्छा खासा प्रभाव है।
वसावा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल बीटीपी का आप में विलय करना चाहते हैं।
आदिवासी नेता ने दावा किया, ‘‘गठबंधन करने के समय, केजरीवाल ने हमसे अनुरोध किया था कि हमें अपनी पार्टी का विलय आप में कर देना चाहिए। लेकिन, मैंने उनसे कहा था कि विलय संभव नहीं है और हम एक स्वतंत्र राजनीतिक दल बने रहेंगे।’’
गठबंधन टूटने का संकेत उस वक्त मिला था जब आप ने हाल में जनजातीय सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की थी।
आप ने बीटीपी के फैसले पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल अहमदाबाद की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। (भाषा)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 सितंबर। राज्य में आज रात 09.00 बजे तक 121 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 18 रायपुर जिले से हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के इन आंकड़ों के मुताबिक आज रात तक किसी भी जिले में 20 से अधिक कोरोना पॉजिटिव नहीं मिले हैं। आज 5 जिलों में एक भी पॉजिटिव नहीं मिले हैं।
आज कोई भी मौत नहीं हुई है।
राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दुर्ग 13, राजनांदगांव 6, बालोद 8 बेमेतरा 8, कबीरधाम 4, रायपुर 18, धमतरी 1, बलौदाबाजार 2, महासमुंद 6, गरियाबंद 3, बिलासपुर 4, रायगढ़ 1, कोरबा 2, जांजगीर-चांपा 3, मुंगेली 1, जीपीएम 0, सरगुजा 15, कोरिया 4, सूरजपुर 4, बलरामपुर 10, जशपुर 2, बस्तर 0, कोंडागांव 0, दंतेवाड़ा 1, सुकमा 1, कांकेर 0, नारायणपुर 0, बीजापुर 4, अन्य राज्य 0 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
चेन्नई, 12 सितंबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने दो अक्टूबर को पूरे तमिलनाडु में घोष (बैंड) के साथ संगठन का गणवेश (वर्दी) पहनकर जुलूस निकालने और उसके बाद जनसभा आयोजित करने की अनुमति देने के लिए मद्रास उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
न्यायमूर्ति जी.के. इलांथिरैयान के समक्ष याचिकाएं सुनवाई के लिए आईं जिन्होंने ने राज्य के गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 22 सितंबर की तारीख तय की।
आरएसएस की शिवकाशी इकाई के प्रमुख शिवलिंगम के अनुसार, उन्होंने स्थानीय पुलिस प्राधिकार के पास जुलूस निकालने की अनुमति के लिए आवेदन किया था। लेकिन, कोई जवाब नहीं मिला।
याचिकाकर्ता के वकील राबू मनोहर ने कहा कि आरएसएस कोई प्रतिबंधित संगठन नहीं है। उन्होंने कहा कि यह एक देशभक्त, राष्ट्रवादी और सांस्कृतिक संगठन है और इसके जुलूसों को जम्मू कश्मीर सहित पूरे देश में संबंधित राज्य सरकारों द्वारा अनुमति दी जा रही है।
वकील ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केवल तमिलनाडु में ही संबंधित अधिकारी जुलूस निकालने की अनुमति प्रदान नहीं कर रहे हैं जबकि ये शांतिपूर्ण होगा।
उन्होंने कहा कि जब अधिकारी विभिन्न राजनीतिक दलों और अन्य संगठनों को जुलूस निकालने और जनसभा करने की अनुमति देते हैं, तो आरएसएस को अनुमति से इनकार करना हास्यास्पद होगा। (भाषा)
बेंगलुरु, 12 सितंबर। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ट्रैफिक में फंसने के बाद अपनी कार को बीच में ही छोड़कर सर्जरी करने के लिए अस्पताल की ओर दौड़ रहे एक चिकित्सक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दरअसल, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी सर्जन डॉ गोविंद नंदकुमार 30 अगस्त को कनिंघम रोड से सरजापुर के मणिपाल अस्पताल जा रहे थे ताकि वह पित्ताशय की थैली की एक आपातकालीन लेप्रोस्कोपिक सर्जरी कर सकें, लेकिन वह इस दौरान ट्रैफिक जाम में फंस गए।
जाम से जल्द राहत नहीं मिलने के संकेत के बाद डॉ गोविंद नंदकुमार ने चालक के साथ कार छोड़ने का फैसला किया और वह अस्पताल की ओर दौड़ पड़े, क्योंकि सर्जरी के लिए देर हो रही थी।
नंदकुमार ने सोशल मीडिया ऐप इंस्टाग्राम पर यह वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘‘कभी-कभी आपको वही करना पड़ता है जो आपको करना होता है!’’
नंदकुमार ने कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर और बायोकॉन प्रमुख किरण मजूमदार-शॉ को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ क्या अधिक लोगों को अपने कार्यस्थल की ओर जाने के लिए पैदल चलना चाहिए अथवा दौड़ना चाहिए?’’
नंदकुमार करीब तीन किलोमीटर दौड़ने के बाद अस्पताल पहुंचे और फिर उसके बाद उन्होंने मरीज की आपातकालीन सर्जरी की। अपने कर्तव्य के प्रति इस समर्पण के लिए सोशल मीडिया पर लोग नंदकुमार की तारीफ कर रहे हैं। (भाषा)
ग्रेटर नोएडा (उप्र), 12 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर मवेशियों में ढेलेदार त्वचा रोग को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।
कई राज्य मवेशियों में ढेलेदार त्वचा रोग (एलएसडी) से जूझ रहे हैं और यह बीमारी डेयरी क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बनकर उभरी है।
मोदी ने यहां इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन 2022 को संबोधित करते हुए कहा, 'हमारे वैज्ञानिकों ने ढेलेदार त्वचा रोग के लिए स्वदेशी टीका भी तैयार किया है।'
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में भारत के कई राज्यों में इस बीमारी के कारण पशुओं की हानि हुई है।
एलएसडी एक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो मवेशियों को प्रभावित करती है और त्वचा पर गांठ, बुखार का कारण बनती है। इस बीमारी से पशुओं की मौत भी हो सकती है।
यह रोग मच्छरों, मक्खियों, जूंओं और ततैयों से फैलता है। इसके अलावा दूषित भोजन और पानी से भी यह बीमारी फैलती है।
मोदी ने कहा कि भारत के डेयरी क्षेत्र में महिलाएं 70 प्रतिशत कार्यबल का प्रतिनिधित्व करती हैं और डेयरी सहकारी समितियों की एक तिहाई से अधिक सदस्य महिलाएं हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में कृषि और डेयरी क्षेत्र में 1,000 से अधिक स्टार्टअप बनाए गए।
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत डेयरी पशुओं का सबसे बड़ा डेटाबेस बना रहा है और डेयरी क्षेत्र से जुड़े हर पशु को टैग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 'एनिमल बेस' योजना के तहत आधुनिक तकनीक की मदद से पशुओं की बायोमेट्रिक पहचान की जा रही है।
इस अवसर पर मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। कार्यक्रम में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री संजीव बाल्यान भी उपस्थित थे। (भाषा)
तिरुवनंतपुरम, 12 सितंबर। विझिंजम बंदरगाह परियोजना के खिलाफ लातिन आर्चडायोसीज के नेतृत्व में मछुआरों का प्रदर्शन जारी रहने के बीच संघ परिवार के एक संगठन ने चर्च के नेतृत्व से इस परियोजना का समर्थन करने को कहा है, क्योंकि यह देश के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी होगा।
संघ परिवार के संगठन भारतीय विचार केंद्रम ने कहा कि जब केरल सरकार प्रदर्शनकारियों की अधिकतर मांगें मानने को तैयार है तो प्रदर्शनकारियों को एक नये तटीय भू-क्षरण अध्ययन के लिए परियोजना को रोकने पर अड़े नहीं रहना चाहिए।
इसने दावा किया कि कोविड-19 महामारी के चलते पहले ही देर हो चुकी परियोजना का कार्य प्रदर्शन द्वारा बाधित किये जाने से पहले तीव्र गति से चल रहा था।
संगठन ने कहा कि ये आरोप भी हैं कि माल ढुलाई और जहाजरानी उद्योग में कुछ अंतरराष्ट्रीय हित भी इन प्रदर्शनों के पीछे है।
इसने अपने द्वारा पारित एक संकल्प में कहा, ‘‘राज्य और देश को लाभ पहुंचाने वाली तथा प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से रोजगार के कई अवसर सृजित करने वाली विकास परियोजनाओं को कमजोर करने की निहित स्वार्थों की कोशिशें अस्वीकार्य हैं।’’
संगठन ने कहा कि कोई नहीं चाहता कि मछुआरा समुदाय को नुकसान पहुंचे, ऐसे में उन्हें परियोजना को रोकने की मांग नहीं करनी चाहिए। इसने कहा कि राज्य प्रशासन उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर रहा है और उनमें से कुछ को मान भी चुका है।
संगठन ने कहा, ‘‘विझिंजम परियोजना को बाधित करने के प्रयास को हल्के में नहीं लिया जा सकता। यह परियोजना स्थानीय समुदाय के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए एक बड़ा अवसर पैदा करने वाली है, ऐसे में इस बारे में चर्च के नेतृत्व का नकारात्मक रुख संदेहजनक है। ’’
मछुआरों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 16 अगस्त से बंदरगाह के बाहर प्रदर्शन करना शुरू किया था। उनकी मांगों में नये अध्ययनों के लिए निर्माण कार्य रोकना, केरोसिन सब्सिडी बढ़ाना या इसे सस्ती दर पर उपलब्ध कराना, आवास और शिक्षा शामिल हैं।
प्रदर्शनकारी मछुआरों के कई बार बंदरगाह में जबरन घुसने की कोशिश करने के बाद, केरल उच्च न्यायालय ने पुलिस को वहां चल रहे कार्य के लिये सुरक्षा मुहैया करने का निर्देश दिया है। साथ ही, यह आदेश भी दिया कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाए। (भाषा)
सोनारी (असम) 12 सितंबर। असम के चराइदेव जिले में सोमवार को एक चाय बागान में कुछ लोगों ने एक व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह घटना सुबह सपेखाटी इलाके के सालकाटोनी चाय बागान में हुई।
एक अधिकारी ने कहा, "हमारी प्रारंभिक जांच के अनुसार, पीड़ित की पहचान मंगलू तांती के रूप में हुई है, उसका कुछ स्थानीय लोगों के साथ विवाद हो गया था और उन लोगों ने उसकी पिटाई की। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।’’
उन्होंने कहा, "प्रारंभिक जांच के अनुसार, दोनों-पीड़ित और उसकी पिटाई करने वालों - का आपराधिक रिकॉर्ड है। जांच की जा रही है। अस्पताल से जानकारी ली जा रही है कि उसे किस स्थिति में लाया गया था।"(भाषा)
रायपुर, 12 सितंबर। लक्ष्मी प्रसाद वर्मा, सीनियर स्टॉफ आफिसर नगर सेना को अतिरिक्त प्रधान सेनानी " के पद पर पदोन्नत किया गया है। अतिरिक्त महानिदेशक अरूण देव गौतम ( भा.पु.से. ) , श मयंक श्रीवास्तव, निदेशक ( भा.पु.से. ) अग्निशमन, आपातकालीन सेवाएँ एसडीआरएफ ने वर्मा की वर्दी में बैज लगाया। वर्मा वर्ष 2000 बैच के अधिकारी है।
वाराणसी (उत्तर प्रदेश), 12 सितंबर। वाराणसी की जिला अदालत ने सोमवार को ज्ञानवापी शृंगार गौरी मामले की पोषणीयता पर सवाल उठाने वाली मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी और कहा कि वह पूजा के अधिकार की मांग वाली याचिका पर सुनवाई जारी रखेगी।
मुस्लिम पक्ष ने अदालत के इस फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देने की घोषणा की है।
हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने बताया कि जिला न्यायाधीश ए.के. विश्वेश ने मामले की पोषणीयता पर सवाल उठाने वाली याचिका को खारिज करते हुए सुनवाई जारी रखने का निर्णय किया।
अदालत में मौजूद एक वकील ने बताया कि जिला न्यायाधीश ने दोनों पक्षों के वादियों और उनके अधिवक्ताओं समेत 32 लोगों की मौजूदगी में 26 पन्नों का आदेश 10 मिनट के अंदर पढ़कर सुनाया।
अदालत ने गत 24 अगस्त को इस मामले में अपना आदेश 12 सितंबर तक के लिए सुरक्षित रख लिया था।
मुस्लिम पक्ष के वकील मेराजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि जिला अदालत के इस निर्णय को उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में पांच महिलाओं ने याचिका दायर कर हिंदू देवी-देवताओं की दैनिक पूजा की अनुमति मांगी थी, जिनके विग्रह ज्ञानवापी मस्जिद की बाहरी दीवार पर स्थित हैं।
अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद समिति ने ज्ञानवापी मस्जिद को वक्फ संपत्ति बताते हुए कहा था कि मामला सुनवाई योग्य नहीं है। मामले में अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी।
जिला जज ने अपने आदेश में कहा, 'दलीलों और विश्लेषण के मद्देनजर मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि यह मामला उपासना स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम 1991, वक्फ अधिनियम 1995 और उप्र श्री काशी विश्वनाथ मंदिर अधिनियम 1983 तथा बचाव पक्ष संख्या 4 (अंजुमन इंतजामिया) द्वारा दाखिल याचिका 35 सी के तहत वर्जित नहीं गया है, लिहाजा इसे निरस्त किया जाता है।' अदालत के यह फैसला सुनाने के बाद कुछ लोग सड़कों पर आ गये और मिठाइयां बांटकर खुशियां मनायीं।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने गत 20 मई को ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर हिंदू श्रद्धालुओं की याचिका को मामले की जटिलता के मद्देनजर वाराणसी के सिविल न्यायाधीश (सीनियर डिवीजन) की अदालत से जिला न्यायाधीश, वाराणसी की अदालत में हस्तांतरित कर दिया था।
शीर्ष अदालत ने कहा था कि अच्छा होगा यदि इस मामले की सुनवाई 25-30 वर्ष का अनुभव रखने वाले किसी वरिष्ठ न्यायाधीश से कराई जाये। कराने के आदेश दिये थे।
न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति सूर्य कांत और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा की पीठ ने कहा था कि वह सिविल जज की योग्यता को कमतर नहीं आंक रही है, मगर इस मामले की पेचीदगी को देखते हुए यह बेहतर है कि कोई वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी इस मामले की सुनवाई करे।
इसके बाद इस मामले को जिला न्यायाधीश ए के विश्वेश की अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया था।
अदालत के निर्णय सुनाये जाने की संवेदनशीलता के मद्देनजर वाराणसी जिला प्रशासन ने धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी थी और सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये थे। (भाषा)
जम्मू, 12 सितंबर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में कथित तौर पर जन असंतोष को लेकर उप राज्यपाल प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए सोमवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश आज ऐसे चौराहे पर खड़ा है जहां पर लोगों के पास न तो कोई अधिकार है और न ही उनकी शिकायतों को उठाने के लिए कोई मंच।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वह राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए कश्मीरी पंडितों की पीड़ा और उनकी परेशानी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है।
महबूबा ने जम्मू क्षेत्र के दूसरे दिन के दौरे के दौरान विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात के वक्त कहा, ‘‘ लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है जबकि उप राज्यपाल का प्रशासन अपनी फर्जी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने में व्यस्त है ताकि भाजपा ने जो जम्मू-कश्मीर के साथ किया है उसे उचित ठहराया जा सके।’’
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ‘लालफीताशाही, जड़ता और जन आक्रोश’’ के कारण प्रशासन ने आम लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ इसका नतीजा है कि जम्मू-कश्मीर आज ऐसे चौराहे पर खड़ा है जहां पर नागरिकों को न तो अधिकार है और न ही अपनी शिकायतों को उठाने का कोई मंच।’’
कश्मीरी प्रवासी कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान महबूबा ने कहा कि भाजपा और उसके प्रशासन ने राजनीतिक उद्देश्य के लिए समुदाय(कश्मीरी पंडित) के दर्द और परेशानियों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है और उनके मुद्दों व शिकायतों की अनदेखी की।
महबूबा ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पलायन के बाद गत कुछ सालों में समुदाय ने अपना सबसे बुरा समय उस शासन के तहत देखा जिसने अपने स्वयं के सांप्रदायिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए उनकी पीड़ाओं का अपराधीकरण और परेशानियों का राजनीतिकरण किया’’
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन अब भी कश्मीरी प्रवासी समुदाय में सुरक्षा का भाव उत्पन्न करने में बुरी तरह से विफल रहा है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 12 सितंबर। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को 1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक मामले में सक्षम प्राधिकारी को यह स्वतंत्रता दी कि वह शहर के एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी को “उचित दंड का आदेश” दे जो कथित तौर पर पर्याप्त बल तैनात करने, एहतियातन हिरासत में लेने और हिंसा के दौरान उपद्रवियों पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई करने में विफल रहा।
इसके साथ ही अदालत ने कहा कि दंगों के सालों बाद भी लोग पीड़ा झेल रहे हैं।
मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता वाली पीठ ने किंग्स-वे कैंप थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी के खिलाफ अनुशासनात्मक प्राधिकरण और केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (सीएटी) द्वारा पारित आदेशों को खारिज करते हुए कहा कि दंगों में निर्दोष लोगों की जान चली गई और पुलिस अधिकारी को उसकी 79 वर्ष की अवस्था के चलते छूट नहीं दी जा सकती।
पीठ ने कहा, “ उनकी उम्र 100 (वर्ष) भी हो सकती है। कृपया उनका कदाचार देखें। निर्दोष लोगों की जान चली गई। राष्ट्र अब भी उस पीड़ा से गुजर रहा है। उस आधार पर आप बच नहीं सकते। उम्र मदद नहीं करेगी।”
पीठ में न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद भी शामिल हैं।
अनुशासनात्मक प्राधिकरण ने उन्हें सिख विरोधी दंगों के दौरान कदाचार का दोषी पाया था। उन्होंने उस आदेश को सीएटी के समक्ष चुनौती दी थी जिसने चुनौती को खारिज कर दिया था। इसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।
याचिकाकर्ता ने उच्च न्यायालय के समक्ष इस आधार पर आदेशों को चुनौती दी थी कि उन्हें मामले में केवल "निर्णय के बाद की सुनवाई" की अनुमति दी गई थी। ‘निर्णय-पश्चात् सुनवाई’ निर्णय या चुनाव करने के बाद न्याय निर्णायक प्राधिकारी द्वारा की जाने वाली सुनवाई है।
आदेशों को रद्द करते हुए, अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता के खिलाफ आरोप गंभीर थे। अदालत ने अनुशासनात्मक प्राधिकरण को “असहमति का ताजा नोटिस” जारी करने की स्वतंत्रता दी और याचिकाकर्ता से चार सप्ताह के भीतर इसका जवाब देने को कहा।
अदालत ने कहा, “इसके बाद अनुशासनात्मक प्राधिकारी कानून के अनुसार उचित आदेश पारित करने के लिए स्वतंत्र होंगे। याचिकाकर्ता ने सेवानिवृत्ति की आयु प्राप्त कर ली है और इसलिए सक्षम प्राधिकारी सेवानिवृत्ति की तारीख और पेंशन नियमों को ध्यान में रखते हुए सजा का उचित आदेश पारित करने के लिए स्वतंत्र होगा।” (भाषा)
नयी दिल्ली, 12 सितंबर। कांग्रेस ने सोमवार को खाकी निक्कर में आग लगी होने की एक तस्वीर ट्वीट की और कहा कि ‘देश को नफरत की बेड़ियों से मुक्त होना है’, जिस पर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आरोप लगाया कि मुख्य विपक्षी दल हिंसा के लिए उकसा रहा है।
उल्लेखनीय है कि खाकी निक्कर कुछ समय पहले तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक का ड्रेसकोड हुआ करता था। अब आरएसएस के स्वयंसेवक फुलपैंट पहनते हैं।
कांग्रेस ने खाकी निक्कर में आग लगे होने की तस्वीर साझा करने के साथ ही लिखा, ‘‘नफरत की बेड़ियों से देश को मुक्त कराना है और भाजपा-आरएसएस द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई करनी है। एक-एक कदम करके हम अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे।’’
उसने ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के लोगो का उपयोग किया और यात्रा के शेष दिनों का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘‘145 दिन बाकी हैं।’’
कांग्रेस के इस ट्वीट को लेकर भाजपा ने उस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कांग्रेस हिंसा के लिए उकसा रही है और उसकी यात्रा ‘भारत तोड़ो यात्रा’ है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल ने केरल में ‘आतंकवादियों’ को इशारा किया कि आरएसएस के पदाधिकारियों को निशाना बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह ट्वीट तत्काल हटाना चाहिए और भारत की संवैधानिक व्यवस्था में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है।
पात्रा ने दावा किया कि कांग्रेस का आग से बहुत पुराना नाता है तथा उसके सत्ता में रहने के दौरान पंजाब को आग में झोंक दिया गया और 1984 में सिखों को जिंदा जला दिया गया था।
पात्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता ने यात्रा के दौरान एक ऐसे विवादित पादरी से मुलाकात की, जिसने हिंदू देवी-देवताओं का कथित तौर पर अपमान किया था।
कांग्रेस के ट्वीट पर आरएसएस ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। आरएसएस के सह कार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि कांग्रेस नफरत के जरिए लोगों को जोड़ना चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी की पिछली पीढ़ियों के मन में भी संघ के लिए प्रति घृणा थी।
वैद्य ने रायपुर में आरएसएस के तीन दिवसीय समन्वय बैठक के समापन के बाद कहा, "वे (कांग्रेस) नफरत के जरिए लोगों को जोड़ना चाहते हैं। क्या आप नफरत के जरिए भारत को एकजुट कर सकते हैं? लंबे समय से उनके मन में हमारे लिए नफरत है। उनकी पिछली पीढ़ियों (बाप-दादा) ने भी आरएसएस को रोकने की कोशिश की, लेकिन हम बढ़ते रहे क्योंकि हमें लोगों का समर्थन प्राप्त था।"
उधर, भाजपा के आरोप पर पलटवार करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि जो लोग नफरत, कट्टरता और पूर्वाग्रह की चिंगारी भड़काते हैं, उन्हें इसका सामना करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
पात्रा ने कहा, ‘‘ कांग्रेस सरेआम आगजनी और हत्या के लिए भड़का रही है। गांधी परिवार और कांग्रेस की तरफ से उकसाया गया है।’’
उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी अक्सर ‘आग’ की बात करते हैं और पिछले दिनों उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में आरोप लगाया था कि भाजपा ने पूरे देश में केरोसिन छिड़क दिया है और सिर्फ एक चिंगारी से आग भड़क सकती है।
पात्रा के अनुसार, ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान राहुल गांधी ने इसी तरह टिप्पणी की थी।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या आप (राहुल) देश में हिंसा चाहते हैं? क्या आप चाहते हैं कि जो लोग भाजपा-आरएसएस की विचारधारा का अनुसरण करते हैं, वे जल जाएं?’’
कांग्रेस नेता रमेश ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर भाजपा उसके खिलाफ आक्रामक होगी, तो वह ‘डबल आक्रामक’ हो जाएगी।
रमेश ने दावा किया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को जनता से मिले समर्थन से भाजपा घबरा गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नफरत और कट्टरता की राजनीति करती है तथा लोगों को जाति, धर्म, भाषा औेर प्रांत के आधार पर बांटने का काम करती है।
भाजपा ने तिरुवनंतपुरम में शहीदों के एक स्मारक के उद्घाटन से कथित तौर पर अनुपस्थित रहने को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष उन कार्यक्रमों में शामिल होते हैं, जहां ‘भारत विरोधी’ बातें होती हैं, लेकिन राष्ट्रवाद से जुड़े कार्यक्रमों से दूर रहते हैं।
उन्होंने कहा कि एक अंशकालिक नेता कभी भारत का ‘सच्चा सेवक’ नहीं हो सकता।
दूसरी तरफ, कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी को एक हिंदू धार्मिक स्थल से होते हुए स्मारक पहुंचना था, लेकिन रास्ते में बहुत ज्यादा भीड़ होने पर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें जाने की अनुमति नहीं दी।
सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी जल्द ही शहीदों के स्मारक जाएंगे। (भाषा)
हरिद्वार, 12 सितम्बर। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के पथरी थाना क्षेत्र के गांव शिवगढ़ और फूलगढ़ में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से सोमवार को दो और ग्रामीणों की मौत हो गयी। पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पथरी शराब कांड में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर नौ पर पहुंच गया है।
पथरी शराब कांड का शिकार चार अन्य व्यक्ति अभी भी अस्पताल मे भर्ती हैं जिनमे से एक ग्रामीण की हालत नाजुक बनी हुई है।
इस बीच, पुलिस ने जहरीली शराब पिलाने के आरोपी पंचायत चुनाव मे प्रधान पद की महिला प्रत्याशी के पति को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि स्वयं प्रत्याशी और उसका देवर फरार है।
लक्सर ब्लॉक के फूलगढ़ और शिवगढ़ में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों से गांव में कोहराम मचा हुआ है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार को अस्पताल में भर्ती हुए 40 वर्षीय सुखपाल सिंह की सुबह मौत हो गई। उनके भाई इसमपाल सिंह की शुक्रवार को शराब पीने से मौत हुई थी। उन्होंने बताया कि दम तोड़ने वाले दूसरे ग्रामीण का नाम आशाराम है।
उधर, पथरी के पुलिस थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि जहरीली शराब पिलाने के आरोपी और आगामी पंचायत चुनाव में प्रधान पद की महिला प्रत्याशी बबली के पति विजेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन स्वयं बबली और विजेंद्र का भाई नरेश अब भी फरार है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। विजेंद्र गावं मे ही झोलाछाप डॉक्टर है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में विजेंद्र ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया और बताया कि उसने अपने घर मे करीब 20 ग्रामीणों को शराब पिलाई थी, जो उसने चुनाव के छह माह पहले ही अपने घर में बनाकर रखी हुई थी।
पुलिस ने विजेंद्र के पास से जमीन में दबाकर रखी हुई 35 लीटर जहरीली शराब भी बरामद की है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और आबकारी अधिनियम की धारा 60/62 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
विजेंद्र को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। पथरी शराब कांड में पथरी थानाध्यक्ष रविंद्र सिंह सहित तीन पुलिसकर्मियों और आबकारी निरीक्षक भारत सिंह समेत आबकारी विभाग के नौ कर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।
गांव में पुलिस और पीएसी तैनात है, जबकि शराब पीने से बीमार लोगों की चिकित्सकीय सहायता के लिए मेडिकल कैंप लगाया गया है।
जहरीली शराब कांड से ग्रामीणों में रोष है और पीड़ित परिवार के कुलदीप और चरण सिंह ने मृतकों और गंभीर बीमार लोगों के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है। (भाषा)
रायपुर, 12 सितंबर। जगतगुरु शंकराचार्य पूज्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती जी के देवलोक गमन पर संसदीय सचिव एवं रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय ने अपने निवास में श्रध्दांजलि सभा आयोजित की। विकास ने जगतगुरु श्री शंकराचार्य के देवलोक गमन को सभी भारतवासियों के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। इस सभा में सूर्यमणि मिश्रा,महेश शर्मा,प्रमोद चौबे,अन्नू साहू,बद्री मिश्रा,नरेंद्र ठाकुर,ईश्वरी नामदेव,योगेश दीक्षित,नन्दन झा,कृष्णानायक, हरमेश दासमानिक,बबलुदीप,संगीतादुबे, देवकुमार साहू,रानीवर्मा,पूजा देवांगन,सुधा सिन्हा,राजनारायण द्विवेदी,सम्पत सिंह,पुष्पेंद्र परिहार,वीरेंद्र शुक्ला,मनीष शर्मा,ईश्वर चक्रधारी,सुमित जोशी,राजू चंदेल,डेमेंद्र यदु,रितेश साहू, प्रमोद टार्ज़न,पप्पू खैरा,विकास पाठक,दिलीप गुप्ता,संजीव गौतम,कुलदीप ध्रुव व अन्य उपस्थित थे।
रायपुर, 12 सितंबर। जैनम भवन में चली आर एस एस की तीन दिवसीय अभा समन्वय समिति की बैठक सोमवार को समाप्त हो गई। उसके बाद शाम को शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे ने वहां जाकर संघ प्रमुख मोहन भागवत के नाम आमंत्रण पत्र सौंपा। इसमें दुबे ने डा भागवत को चंदखुरी स्थित कौशल्या मंदिर दर्शन करने आने का आग्रह किया। संघ के एक स्थानीय पदाधिकारी ने आमंत्रण पत्र लिया।
दरअसल इस बैठक से पहले सीएम बघेल ने पत्रकारों से चर्चा में डा. भागवत को चंदखुरी मंदिर और गौठान देखने संबंधी बयान दिया था। इस पर अंतिम दिन की पीसी में मनमोहन वैद्य ने कहा था कि ऐसा कोई आमंत्रण नहीं मिला है। इसके बाद ही गिरीश दुबे ने यह कदम उठाया।
रायपुर, 12 सितंबर। भाजपा में बदलाव की बयार पर प्रतिक्रिया में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि हर संगठन समय-समय पर अपने अंदर बदलाव करता है लेकिन भाजपा अपने 15 साल के भ्रष्टाचारी चेहरो को छुपाने ऊपर से नीचे तक बदलाव की कवायद में लगी है। भाजपा सोचती है बदलाव से उसके भ्रष्टाचारी चेहरे ढक जायेंगे लेकिन 15 साल में भाजपा में एक भी छोटा-बड़ा नेता नहीं बचा जिसके दामन में दाग नहीं हो। 2018 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद लगातार जनता का भरोसा खोती जा रही है। चार उपचुनाव नगरीय निकाय के दो चरण, पंचायत चुनाव में जनता ने भाजपा को नकार दिया।
मरकाम ने कहा कि भाजपा ने हर चुनाव में हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष बदला तीन प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और दो प्रभारी तथा दो बार प्रदेश कार्यकारणी बदला गया। भाजपा को अपने ही कार्यकर्ताओं और नेताओं की क्षमता पर भरोसा नहीं रहा, वह किसी को भी जिम्मेदारी देने के बाद उन पर भरोसा नहीं जता पा रही है। भाजपा सोचती है वह नेताओं के चेहरो को बदलकर अपने 15 सालो के पापों से जनता का ध्यान हटा लेगी तो वह मुगालते में है।
यह सारी कवायद फिजूल साबित होने वाली है क्योंकि जनता की वायदा खिलाफी भ्रष्टाचार को भूली नहीं है।
मुंबई, 12 सितंबर| भारत ने सोमवार को आगामी आईसीसी टी20 विश्व कप 2022 के लिए अपनी 15 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी। टीम में जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल ने वापसी की है। ऑस्ट्रेलिया में विश्व कप के लिए भारत की टीम काफी हद तक अपेक्षित खिलाड़ियों के साथ है और पंद्रह में से केवल कुछ ही बदलाव हैं।
बुमराह और हर्षल दोनों संयुक्त अरब अमीरात में चोट के चलते टूर्नामेंट से चूक गए थे और उनकी वापसी टीम की तेज गेंदबाजी को मजबूत करेगी। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के साथ अर्शदीप सिंह और भुवनेश्वर कुमार टीम में अन्य दो तेज गेंदबाज हैं।
हालांकि, रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम को ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की कमी खलेगी, जिन्हें एशिया कप के दौरान दाहिने घुटने में चोट लग गई थी और हाल ही में उनकी सर्जरी हुई है। उनकी जगह बाएं हाथ के अक्षर पटेल को टीम में लिया गया है। अक्षर के अलावा आर अश्विन और युजवेंद्र चहल अन्य दो विशेषज्ञ स्पिनर हैं।
एशिया कप टीम से, रवि बिश्नोई और आवेश खान की जगह बुमराह और हर्षल ने बनाई है, जबकि दीपक हुड्डा अपने स्थान पर कायम हैं।
आवेश ने बीमारी से बाहर होने से पहले खेले गए दो मैचों में 12 रन प्रति ओवर की इकॉनमी से गेंदबाजी की थी। दूसरी ओर, रवि बिश्नोई ने पाकिस्तान के खिलाफ एकमात्र मैच खेला, लेकिन अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद अगले मैच के लिए उन्हें बाहर कर दिया गया।
बल्लेबाजी इकाई एशिया कप की तरह ही है। कप्तान रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक को टीम में लिया गया है। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को साथी तेज गेंदबाज दीपक चाहर, रवि बिश्नोई और बल्लेबाज श्रेयस अय्यर के साथ अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में रखा गया है।
टी20 विश्व कप के साथ, अखिल भारतीय वरिष्ठ चयन समिति ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज के लिए भी भारतीय टीम की घोषणा की है।
विश्व कप के लिए अतिरिक्त खिलाड़ियों के रूप में मोहम्मद शमी और दीपक चाहर को टीम में चुना गया है। शमी ने पिछले साल के विश्व कप के बाद से टी20 मैच नहीं खेला है। चाहर ने भारत के आखिरी एशिया कप मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ वापसी की थी। यह जोड़ी अर्शदीप सिंह, भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पांड्या की जगह आएगी, जो इन दो घरेलू श्रृंखलाओं के दौरान अलग-अलग समय पर कंडीशनिंग से संबंधित काम के लिए बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी को रिपोर्ट करेंगे।
अर्शदीप जहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में नहीं खेल पाएंगे, वहीं भुवनेश्वर और हार्दिक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज से बाहर हो जाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया अपने तीन टी20 मैच मोहाली (20 सितंबर), नागपुर (23 सितंबर) और हैदराबाद (25 सितंबर) में खेलेगा, जबकि दक्षिण अफ्रीका अपने दौरे की शुरूआत तिरुवनंतपुरम (28 सितंबर), गुवाहाटी (2 अक्टूबर) और इंदौर (4 अक्टूबर) में करेगा।
भारत विश्व कप से ठीक पहले तीन मैचों की वनडे श्रृंखला दक्षिण अफ्रीका के साथ खेलेगा, जिसके लिए टीम की घोषणा अभी नहीं की गई है।
बीसीसीआई ने एक बयान में कहा कि हार्दिक पांड्या, अर्शदीप सिंह और भुवनेश्वर कुमार ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान कंडीशनिंग से जुड़े काम के लिए एनसीए को रिपोर्ट करेंगे।
टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, आर अश्विन, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल और अर्शदीप सिंह।
अतिरिक्त खिलाड़ी- मोहम्मद शमी, श्रेयस अय्यर, रवि बिश्नोई, दीपक चाहर।
ऑस्ट्रेलिया टी20 के लिए भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, आर अश्विन, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, हर्षल पटेल, दीपक चाहर और जसप्रीत बुमराह।
दक्षिण अफ्रीका टी20 के लिए भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), आर अश्विन, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद शमी, हर्षल पटेल, दीपक चाहर और जसप्रीत बुमराह। (आईएएनएस)
रायपुर, 12 सितंबर। भाजपा महिला मोर्चा की बैठक सोमवार को ठाकरे परिसर में हुई। क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने महिला मोर्चा के द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी ली एवं आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए अभी से जुट जाए।उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए नित्य नए-नए हथकंडे अपना रही है जिसके कारण प्रदेश का माहौल पूरी तरह से खराब हो चुका है। प्रदेश पूरी तरह अपराधियों के गिरफ्त में हैं और प्रदेश की कांग्रेस सरकार सत्ता के आनंद में मदमस्त हो चुके हैं कि उन्हें प्रदेश की जनता की जरा भी चिंता नहीं है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि आज प्रदेश की मातृशक्ति कहीं भी सुरक्षित नहीं है प्रदेश में हर तरफ आतंक का माहौल बना हुआ है। मोर्चा की बहनें भी मिशन 2023 के चुनाव के लिए कमर कस ले और प्रदेश की असफल सरकार को उखाड़ फेंकने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।
मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने अपने पदभार ग्रहण से लेकर आज तक की किए गए कार्यो की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का वादा करके शराबबंदी ना करना प्रदेश की महिलाओं के साथ बहुत बड़ा छल है जिसे प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सत्ता पाने के लिए प्रदेश के हर वर्ग को छल कर आज केवल एक परिवार की सेवा में लगे हुए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस के लिए एटीएम बन गए हैं जो चुनावी राज्य में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका कलेक्शन मास्टर के रूप में निभा रहे हैं।
बैठक में मोर्चा प्रभारी सुश्री लता उसेंडी श्रीमती उषा टावरी विशेष रूप से उपस्थित थीं। प्रदेश उपाध्यक्ष मीनल चौबे महामंत्री श्रीमती विभा अवस्थी माया बेलचंदन दीप्ति पांडे शैलेंदरी परघनिया संगीता शर्मा भावना बोहरा हेमलता शर्मा कल्याणी साहू किरण बघेल कृतिका जैन किरण भदोरिया उपस्थित थीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 12 सितंबर। आठ लाख के ईनामी नक्सली ने पुलिस अफसरों के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। वह 7 वर्षों से लगातार नक्सली संगठन में सक्रिय था। छग शासन द्वारा 8 लाख रूपये का ईनाम घोषित है।
नक्सली को आत्मसमर्पित कराने प्रोत्साहित करने उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ (सुकमा रेंज) रेंज फील्ड टीम का विशेष योगदान रहा।
सुनील शर्मा पुलिस अधीक्षक सुकमा, किरन चव्हाण अति. पुलिस अधीक्षक नक्स. ऑप्स. सुकमा, के निर्देशन में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान छत्तीसगढ़ शासन की ‘पुनर्वास नीति’ के प्रचार-प्रसार एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान (नई सुबह, नई शुरूवात) से प्रभावित होकर नक्सलियों के संगठन में कार्यरत नक्सली दुधी भीमा निवासी थाना चिंतागुफा जिला सुकमा क्षेत्र ने 11 सितंबर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सुनील शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुकमा, दीपक कुमार सिंह, स्टाफ अधिकारी परिचालन रेंज सुकमा, किरण चव्हाण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स. जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया हैं।
दुधी भीमा को आत्मसमर्पण कराने में उप पुलिस महानिरीक्षक (परिचालन) के रेंज फील्ड टीम के अधिकारी/कर्मचारी कई दिनों से प्रयासरत थे। लगातार दूधी भीमा को प्रोत्साहित करने के फलस्वरूप दूधी भीमा द्वारा नक्सल संगठन व उनकी विचारधारा को त्याग कर शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्समसमर्पण किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 सितम्बर। शाम छह बजे से बंद रहेंगी सभी शराब दुकानें, कलेक्टर ने जारी किया आदेश। कानून व्यवस्था और लोक शांति के मद्देनजऱ रायपुर और बीरगाँव नगर निगम क्षेत्र की सभी प्रकार की मदिरा दुकानें शाम छह बजे से बंद रहेंगी। होटल बार, शापिंग मॉल रेस्टोरेंट, सभी देसी-विदेशी शराब दुकानें आज शाम छह बजे बंद हो जाएंगी।