खेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 25 फरवरी। रात्रिकालीन टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता स्वच कमलेश गर्ग की स्मृति में ब्लॉक शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस कमेंटी के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय चक्रपाणि शुक्ला हाई स्कूल मैदान में खेला जा रहा है। स्पर्धा के 17 वें दिन के खेल का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, परमेंश्वर यदु, नवीन मिश्रा, रमेश घृतलहरे, गजा यादव, डॉ.कुशल वर्मा, सुमित्रा घृतलहरे, खुशबू बंजारे एवं तरुण खटकर के कर कमलों द्वारा किया गया।
राष्ट्रीय व राजकीय गीत के बाद मुख्य अतिथि द्वारा दोनों टीमों के खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कर टॉस के लिए सिक्का उछाला गया। प्रतियोगिता के 17 वें दिन भी 3 मैच खेला जाना था। पहला प्री क्वार्टर फाइनल मैच सीजी फारेस्ट वर्सेस आर डी 11 राजनांदगांव के मध्य होना था, किंतु राजनादगांव की टीम समय में उपस्थित नहीं होने के कारण सीजी फारेस्ट को नियमानुसार वाक ओवर दिया गया और सीजी फारेस्ट क्वार्टर फाइनल राउंड में प्रवेश किया।
आज का दूसरा प्री क्वार्टर फाइनल मैच रायपुर चैलेंजर वर्सेस बलौदाबाजार अवेंजर्स के मध्य खेला गया। रायपुर चैलेंजर्स ने टास जीतकर बलौदाबाजार अवेंजर्स को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। बलौदाबाजार अवेंजर्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 8 ओवरों में अपने 5 विकेट गंवाकर 67 रन बनाया। जिसका पीछा करते हुए रायपुर चैलेंजर्स की टीम ने 2 विकेट गवांकर सातवें ओवर में निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर लिया और यह मैच 8 विकेट से जीतकर क्वार्टर फाइनल राउंड में प्रवेश किया। मैन आफ द मैच रायपुर के बिट्टू को दिया गया। जिसने 14 गेंदों का सामना करते हुए 24 रन बनाए।
क्वार्टर फाइनल मैच के रूप में आज का अंतिम मैच सीजी फारेस्ट वर्सेस रायपुर चैलेंजर्स के बीच खेला गया। टॉस रायपुर चैलेंजर्स ने जीता और सीजी फारेस्ट को पहले बल्लबाजी के लिए आमंत्रित किया। पहले बल्लेबाजी करने के लिए उतरी सीजी फारेस्ट का कोई भी बल्लेबाज रायपुर चैलेंजर्स के घातक गेंदबाजों के सामने नहीं टिक पाए। टीम के बाबा को छोडक़र कोई भी बल्लेबाज दहाई के अंक को नहीं छू सका और 9 विकेट गंवाकर निर्धारित 8 ओवरों में केवल 40 रन ही बना पाए।
40 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रायपुर चैलेंजर्स की टीम ने केवल 4 ओवर खेलकर 7 विकेट से यह मैच आसानी से जीत लिया और प्रतियोगिता के सेमीफाइनल राउंड में प्रवेश किया। रायपुर के गणेश को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया जिसने सात बालों पर 12 रन बनाए एवं 2 ओवर की गेंदबाजी करते हुए एक मेंडन ओवर फेंकते हुए एक रन देकर 3 विकेट प्राप्त किए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 फरवरी। प्रथम राज्य स्तरीय मिनी फुटबॉल प्रतियोगिता 21 से 23 फरवरी तक दिग्विजय स्टेडियम में आयोजित की गई। प्रतियोगिता में बालक वर्ग में जशपुर प्रथम, द्वितीय सुकमा तथा तृतीय स्थान पर राजनांदगांव रहा। वहीं बालिका वर्ग में प्रथम जगदलपुर, द्वितीय सुकमा एवं तृतीय स्थान पर कांकेर विजेता बनी।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि महापौर हेमा देशमुख व अध्यक्षता संतोष पिल्ले ने की। विशिष्ट अतिथि विधेंश्वर शरण सिंह, हेमंत यादव, प्रवीण जैन तथा किशोर कुमार मेहरा उपस्थित थे। कार्यक्रम में कन्हैया पटेल, गगनदीप सिंह, आशिष राउत, जतीन साहू, गुरजीत सिंह, रणविजय प्रताप सिंह, अशोक कुमार मेहरा, राजराज देवांगन, शैलेन्द्र तिवारी, दिनेश सिंह, योगेश द्विवेदी, आकाश यादव, मोहनराव, मोद साहू, अखिलेश मिश्रा, देवेन्द्र ठाकुर, अनुराज श्रीवास्तव, भूपेश यदु का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन रणविजय प्रताप सिंह द्वारा किया गया।
जयपुर, 25 फरवरी | मुंबई के बल्लेबाज पृथ्वी शॉ पुड्डुचेरी के खिलाफ गुरुवार को यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले जा रहे विजय हजारे ट्रॉफी के एलीट ग्रुप डी मैच में 200 रन बनाने के साथ ही 50 ओवर के क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले भारत के आठवें बल्लेबाज बन गए। शॉ ने पुड्डुचेरी के खिलाफ 142 गेंदों में 200 रन बनाए। उन्होंने 27 चौके और चार छक्के जड़े। शॉ अभी भी क्रीज पर मौजूद हैं।
शॉ से पहले मुंबई के ही उनके साथ खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल ने 2019 में विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान झारखंड के खिलाफ 203 रन बनाए थे और वह ऐसा करने वाले भारत के सातवें बल्लेबाज थे।
पिछले साल दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट में शॉ ने पहली पारी में शून्य और दूसरी पारी में चार रन बनाए थे जिसके बाद उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था।
विजय हजारे ट्रॉफी में शॉ अबतक तीन पारियों में दो शतक जड़ चुके हैं। उन्होंने दिल्ली के खिलाफ टूर्नामेंट के पहले मैच में नाबाद 105 रन बनाए थे। (आईएएनएस)
दुबई, 25 फरवरी | भारत के पैरा तीरंदाजों ने सातवें फाजा पैरा तीरंदाजी विश्व रैंकिंग टूर्नामेंट के दूसरे दिन दो रजत और एक स्वर्ण पदक पक्के कर लिए हैं। भारत के पैरा तीरंदाज राकेश कुमार और श्याम सुंदर स्वामी ने सेमीफाइनल के अपने-अपने मुकाबले जीत फाइनल में जगह बनाई जबकि ज्योति बालियान ने भी महिला वर्ग में जीत हासिल फाइनल में स्थान पक्का किया।
सेमीफाइनल मुकाबले में राकेश ने तुर्की ने अयागन एर्दोगन को 143-138 से हराया और फाइनल में जगह बनाई।
एक अन्य मुकाबले में स्वामी ने पिछले वर्ष के चैंपियन स्लोवाकिया के मारसेल पावलिक को 145-143 से हराया।
महिला वर्ग में ज्योति ने रूस की दजियोएवा अनास्तासिया को महज एक अंक के अंतराल से 139-138 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
ज्योति का फाइनल में रूस की स्टेपानिदा अर्ताखिनोवा से मुकाबला होगा। ज्योति ने 2019 एशियाई चैम्पियनशिप में श्याम सुंदर के साथ मिश्रित वर्ग में रजत पदक जीता था। (आईएएनएस)
अहमदाबाद, 24 फरवरी| इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले दिन बुधवार को अपने घरेलू मैदान पर छह विकेट लेने वाले भारतीय लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल ने कहा है कि उनक लक्ष्य विकेट टू विकेट गेंदबाजी करना था और वह अपने प्रदर्शन से खुश हैं। अक्षर ने इंग्लैंड के खिलाफ यहां मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट मैच के पहले दिन 38 रन देकर छह विकेट चटकाए। अक्षर ने लगातार दूसरी बार टेस्ट में पांच या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं। अक्षर की इस शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने इंग्लैंड की पहली पारी 112 पर ढेर कर दिया।
अक्षर ने पहले दिन की खेल समाप्ति के बाद कहा, "जब चीजें आपके पक्ष में हो रही हों तो इसे भुनाने की जरूरत होती है। मेरा उद्देश्य गेंद को विकेट टू विकेट रखना और विकेट से मिलने वाली मदद का इस्तेमाल करना था। चेन्नई में गेंद बॉल स्किडिंग नहीं हो रही थी। लेकिन यहां यह हो रही है। 85-90 किमी की गति एक अच्छी गति है। बहुत सारे टी 20 क्रिकेट के होने से इसका टेस्ट पर प्रभाव पड़ता है और साथ ही बल्लेबाज अधिक आक्रामक होते हैं।"
भारत ने इस डे-नाइट टेस्ट मैच में इंग्लैंड को उसकी पहली पारी में 112 रन पर ढेर करने के बाद दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी पहली पारी में तीन विकेट पर 99 रन बना लिए हैं और भारत अब इंग्लैंड के स्कोर से मात्र 13 रन ही पीछे है, जबकि उसके सात विकेट शेष हैं।
अक्षर ने कहा, "अगर बल्लेबाज अच्छा डिफेंड कर रहा है, तो आप अपने दिमाग में बैकफुट पर जाते हैं। लेकिन अगर वह अच्छी तरह से डिफेंड नहीं कर पा रहा है और स्वीप और रिवर्स-स्वीप के लिए जा रहा है तो आपको लगता है कि एक मौका बनने जा रहा है।" (आईएएनएस)
अहमदाबाद, 24 फरवरी | इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में पहली पारी में 112 रन पर ढेर होने के साथ ही भारत की जमीन पर टीम इंडिया के खिलाफ अपने टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे न्यूनतम स्कोर बना डाला। इंग्लैंड की पहली पारी भारत के खिलाफ डे-नाईट टेस्ट में बुधवार को 112 रन पर सिमट गई जो इंग्लैंड का भारतीय जमीन पर टेस्ट मैच में दूसरा सबसे न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले 1979-80 में मुंबई में हुए टेस्ट मैच में इंग्लैंड की पारी 102 रन पर ऑलआउट हुई थी, जो उसका भारत में टेस्ट में न्यूनतम स्कोर था।
इसके अलावा इंग्लैंड का भारत के खिलाफ टेस्ट का यह चौथा न्यूतनम स्कोर है। इंग्लैंड की पारी 1971 में द ओवल में खेले गए मुकाबले में 101 रन पर ऑलआउट हुई थी जो उसका भारत के खिलाफ टेस्ट में अबतक का न्यूतनम स्कोर है। इसके अलावा इंग्लैंड 1986 में लीड्स में हुए टेस्ट में 102 रन पर सिमटी थी जो उसका भारत के खिलाफ तीसरा न्यूनतम स्कोर है। (आईएएनएस)
अहमदाबाद, 24 फरवरी | अनुभवी भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा कपिल देव के बाद 100 टेस्ट मैच खेलने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बन गए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 100वां टेस्ट मैच पूरा करने पर बुधवार को ईशांत को स्पेशल कैप और स्मृति चिन्ह भेंट किया। ईशांत ने इंग्लैंड के साथ मोटेरा स्थित सरदार पटेल स्टेडियम अब नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शुरू हुए तीसरे टेस्ट मैच में मैदान पर उतरते ही यह उपलब्धि हासिल की। यह मैच डे-नाइट हो रहा है। इस स्टेडियम की क्षमता 1 लाख 10 हजार है और यह अब दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बन चुका है। इसी स्टेडियम में भारत के सर्वकालिक महान टेस्ट गेंदबाज अनिल कुम्बले ने भी अपना 100वां टेस्ट खेला था।
साल 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले ईशांत ने अब तक कुल 99 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 32.22 की औसत से 302 विकेट चटकाए हैं। उन्होंने घर में 39 टेस्ट मैचों में 103 विकेट जबकि घर से बाहर 60 टेस्ट मैचों में 199 विकेट झटके हैं। घर में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 78 रन पर नौ विकेट और घर से बाहर 108 रन पर 10 विकेट हैं।
32 वर्षीय ईशांत ने अपने 100वें टेस्ट के तीसरे ओवर में डोमिनिक सिब्ले को खाता खोले बिना ही आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई।
ईशांत ने 100 टेस्ट मैच खेलने की उपलब्धि हासिल करने के बाद मैच शुरू होने से पहले टॉस के बाद कहा, मेरे लिए अभी तक का करियर का अनुभव काफी अच्छा रहा है। मैंने यहां तक पहुंचने के दौरान इसका काफी लुत्फ उठाया और टीम के साथ इसका पूरा आनंद लिया है।
ईशांत का भारतीय टीम के साथ यह दूसरा पिंक बॉल टेस्ट है। पहले पिंक बॉल टेस्ट में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पांच विकेट लिए थे।
उन्होंने कहा, जब हमने बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला पिंक बॉल टेस्ट खेला था, तो उस समय लाल गेंद की तरह ही पिंक बॉल भी स्विंग हो रही थी। हालांकि यह बताना मुश्किल है कि गेंद कितनी स्विंग होगी। विकट देखने के बाद ही आपको पता चलेगा कि इस विकेट पर कौन सी लेंथ सही रहेगी।
तेज गेंदबाज ने ओस फैक्टर को लेकर कहा, मुझे लगता है कि अंतिम सत्र में ओस बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा। उस समय तेज गेंदबाज लय में आएंगे और फिर यह देखना पड़ेगा कि कौन सी लेंथ सही रहती है।
उन्होंने दुनिया के इस सबसे बड़े स्टेडियम के बारे में कहा, यह काफी बड़ा और अच्छा स्टेडियम है। देखकर गर्व महसूस हो रहा है कि आप एक बड़े स्टेडियम में खेल रहे हैं। यहां का वातावरण भी काफी अच्छा है।
इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी ईशांत के 100 टेस्ट मैच खेलने पर उनकी सराहना की।
कोहली ने कहा, "तेज गेंदबाज के लिए 100 टेस्ट खेलना बड़ी उपलब्धि है, विशेषकर हमारे वातावरण में। हालात काफी कठिन होते हैं लेकिन ईशांत ने कड़ी मेहनत की। ईशांत मेहनती हैं और उन्हें अपनी क्षमताओं के बारे में पता है कि वह क्या कर सकते हैं।" (आईएएनएस)
अहमदाबाद, 24 फरवरी | लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल (6/38) और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (3/26) की शानदार गेंदबाजी से भारत ने यहां मोटेरा के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में बुधवार को इंग्लैंड की पहली पारी 112 रनों पर सिमेट दी। भारत और इंग्लैंड के बीच यह मुकाबला डे-नाईट है और गुलाबी गेंद से खेला जा रहा है। इंग्लैंड के कप्तान जोए रूट ने मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उनके इस फैसले को गलत साबित कर दिया।
इंग्लैंड की पारी में जैक क्रावली ने 84 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से सर्वाधिक 53 रन बनाए। उनके अलावा रूट ने 17, विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फोक्स ने 12 और जोफ्रा आर्चर ने 11 रन बनाए। इसके अलावा इंग्लैंड का कोई बल्लेबाज दहाई अंक तक नहीं पहुंच सका।
भारत की तरफ से अक्षर ने 38 रन देकर छह विकेट, अश्विन ने 26 रन देकर तीन विकेट और अपना 100वां टेस्ट खेल रहे तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने 26 रन देकर एक विकेट लिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 24 फरवरी। कुरुद में हुए स्टेट लेबल इंडोर युगल बैडमिंटन स्पर्धा के फाइनल मैच में रायपुर के सुजेय और मिहिर ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए रायपुर के ही सक्षम और रोहित को हराकर प्रथम पुरस्कार के नगद 21 हजार एवं ट्राफी अपने नाम की ।
अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में बैडमिंटन बॉयज क्लब कुरुद के बैनर तले आयोजित राज्य स्तरीय दो दिवसीय बैडमिंटन स्पर्धा में कोंडागांव, पखांजूर, भिलाई, चांपा , रायपुर, धमतरी, गरियाबंद,नवापारा के खिलाडिय़ों ने शानदार खेल दिखाया । फाइनल में रायपुर के सुजेय और मिहिर ने उम्दा खेल का प्रदर्शन करते हुए रायपुर के ही सक्षम और रोहित को 21-16 और 21-17 से हराकर इस वर्ष का फाइनल पुरस्कार 21000 रु जीता। उपविजेता रोहित और सक्षम को 11000 रु व तृतीय स्थान पर रहे विक्रांत और पार्टनर भिलाई को 7100 रु की राशि प्रदान किया गया । बेस्ट प्लेयर सुजेय तम्बोली को 5000 रु रौनक चौहान को 2500 रु का विशेष पुरस्कार दिया गया ।
कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व मंत्री व विधायक अजय चन्द्राकर ने करोड़ों की लागत से बने स्टेडियम में खेल गतिविधियां प्रारंभ होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि खेलने वाले तैयार हो तो ट्रेनर, कोच एवं खेल समाग्री की व्यवस्था आसानी से की जा सकती है । समापन समारोह में नगर पंचायत अध्यक्ष तपन चन्द्राकर ने विजेता खिलाडिय़ों को सम्मानित करते हुए शानदार आयोजन के लिए क्लब के सदस्यों को बधाई दी । उन्होंने इस मौके पर स्टेडियम में एक और बैडमिंटन कोर्ट बनवाने का वायदा किया।
इस अवसर पर छग बैडमिंटन एसोसिएशन कोषाध्यक्ष संजय भंसाली, पूर्व नपं अध्यक्ष रविकांत चन्द्राकर ,सभापति मनीष साहू , नवल किशोर केला,सुरेश महावर ,कमलेश शर्मा, राघवेंद्र सोनी, रवि चन्द्राकर, दीपक अग्रवाल, बलराम साहू ,रेफरी भारत सोनी, सत्यजीत सर, होमेन्द्र , राघव बजाज, अभिषेक, मोंटू, अशोक बजाज, दिनेश केला, होमन साहू ,अवनीश तिवारी,हरीश केला, विनय अग्रवाल, चंदन केला, प्रसन्न नायडू ,अभिषेक सिंह, सचिन, राहुल बागे ,खनक, सिद्धि, मानव ,कुबेर ,गुणज ,वकार, भविष्य ,यज्ञ केला आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 फरवरी। महापौर धीरज बाकलीवाल एवं शिक्षा एवं खेलकूद प्रभारी मनदीप सिंह भाटिया के प्रयास से सिविल लाईन मैदान में पहलीबार निगम की ओर से आयोजित प्रदेश स्तरीय हाकी प्रतियोगिता के दूसरे दिन शाम 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक चार मैच खेला गया। इस दौरान खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन करने सभापति राजेश यादव, शिक्षा एवं खेलकूद प्रभारी मनदीप सिंह भाटिया, स्वास्थ्य प्रभारी हमीद खोखर, पार्षद सुश्री श्रद्धा सोनी, विजयेन्द्र भारद्वाज, पूर्व पार्षद प्रकाश गीते प्रतियोगिता एवं वरिष्ठ हाकी खिलाड़ी सुधीर बाघ दौरान मंच पर उपस्थित रहे। इसके अलावा कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी, उपअभियंता गिरीश दीवान, एवं अधिक संख्या में शहर के खेल प्रेमी मैदान में उपस्थित थे।
इस संबंध में हाकी प्रतियोगिता का संचालन कर रहे टेक्निकल डायरेक्टर विनीता नवघरे ने जानकारी में बताया कि चार मैच खेला गया। जिसमें बिलासपुर विरुद्ध कोरबा के मैच में बिलासपुर एक गोल से मैच जीता है। वहीं महासमुंद और जगदलपुर के बीच हुये मैच में जगदलपुर की टीम दो गोल से मैच जीता। इसके अलावा महापौर इलेवन और जांजगीर के बीच महापौर इलेवन 7 गोल से मैच जीत हासिल किया। राजनांदगांव और रायगढ़ के बीच मैच में राजनांदगांव की टीम ने 3 गोल से मैच जीत गया है।
नई दिल्ली, 24 फरवरी | लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल और पूर्व विश्व नंबर-1 किदांबी श्रीकांत को 2021 ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में मुश्किल ड्रॉ दिया गया है। ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप की शुरूआत अगले महीने 17 मार्च से बमिर्ंघम में होगी और यह 21 मार्च तक चलेगी।
मौजूदा विश्व चैंपियन पीवी सिंधु हालांकि उनके शुरूआती मुकाबले के लिए निचले रैंकिंग की खिलाड़ी से भिड़ेंगी। सिंधु अगर शुरूआती बाधा पार करती है तो अगले राउंड में वह जापान की अकाने यामागुची और फिर अगले राउंड में ओलंपिक चैंपियन कैरोलिना मारियन से भिड़ सकती है, जिससे वह 2016 ओलंपिक के फाइनल में हारी थी।
महिला एकल में सायना को पहले राउंड में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेडल्ट से भिड़ना है, जो जनवरी में थाईलैंड ओपन के अपने दौर में सिंधु को हरा चुकी है। पुरुष एकल में श्रीकांत अपने दौर के मुकाबले में इंडोनेशिया के टॉमी सुगियार्टो के खिलाफ कोर्ट पर उतरेंगे।
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता बी साई प्रणीत का सामना पहले दौर में फ्रांस के टॉमा जूनियर पोपोव से होगा। पांचवीं सीड सिंधु पहले दौर में मलेशिया की सोनिया चीह से भिड़ेंगी।
पारुपल्ली कश्यप का सामना जापान के केंटो मोमोटा से, लक्ष्य सेन का सामना थाईलैंड के केंटाफोन वांगचारोन से, एचएस प्रणॉय का सामना मलेशिया के लिएव डारेन से और समीर वर्मा का सामना ब्राजील के योगोर कोएल्हो से होगा।
पुरुष युगल में सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी का सामना फ्रांस के एलोई एडम और जुलियन माओ की जोड़ी से, जबकि महिला युगल जोड़ी में अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी की जोड़ी का सामना बेन्यापा आइमस्टर्ड और थाईलैंड की नुंतकान ऐम्सार्ड से होगा। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 फरवरी | भारत की उभरती हुई महिला मुक्केबाज ज्योति गुलिया ने अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए दो बार की विश्व चैंपियन कजाखस्तान की नाजिम किजाएबे को हराकर बुल्गारिया के सोफिया में जारी 72वें स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट के दूसरे दिन क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। महिला वर्ग में 2017 की विश्व यूथ चैंपियन तथा 2019 की राष्ट्रीय चैंपियन गुलिया (51 किग्रा) ने कजाखस्तान की नाजिम किजाएबे को 3-2 से मात दी। भाग्यबती कचारी ने महिलाओं की 75 किग्रा में रूस की एना गेलिमोवा को 5-0 से शिकस्त दी।
पुरुषों के वर्ग में नवीन बूरा ने 69 किग्रा में अर्मेनिया के एर्मन मशाकेरीयान को 3-2 से हराकर अंतिम-8 में प्रवेश किया। क्वार्टर फाइनल में अब बूरा का सामना ब्राजील के इरावियो एडसन से होगा। बूरा के अलावा मंजीत सिंह (91 किग्रा) भी तीसरे दिन रिंग में उतरेंगे।
हालांकि चार अन्य पुरुषों को प्री क्वार्टर फाइनल में हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो जाना पड़ा। एशियाई चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता कविंदर सिंह बिष्ट (57 किग्रा) यूक्रेन के मायकोला बट्सेंको से 3-2 से हार गए, जबकि अंकित खटाना (75 किग्रा) को बेलारूस के विकट डियाजस्केविच से हार का सामना करना पड़ा।
सचिन कुमार (81 किग्रा) और नवीन कुमार (91 किग्रा) को क्रमश: आर्मेनिया ए के गोर नेरेशियन और फ्रांस के विल्फ्रेड फ्लोरेंटिन के खिलाफ 3-2 से हार का सामना करना पड़ा। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 23 फरवरी | भारत की 13 सदस्यीय निशानेबाजी टीम 24 फरवरी से शुरू होने जा रहे शॉटगन विश्व कप में भाग लेने के लिए मिस्र के काहिरा का दौरा करेगी। कोविड-19 महामारी के बाद से यह पहला आईएसएसएफ विश्व कप टूर्नामेंट होगा। पुरुष और महिलाओं की स्कीट विश्व कप में 33 देशों के करीब 191 निशानेबाज पदकों पर अपना निशाना लगाएंगे। आठ दिनों तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में निशानेबाज 10 स्पर्धाओं में अपनी किस्मत आजमाएंगे।
निशानेबाजों के पास वर्ल्ड रैंकिंग प्वाइंट्स के आधार पर टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का यह आखिरी टूर्नामेंट होगा।
भारतीय पुरुष स्कीट टीम ने टोक्यो ओलंपिक का कोटा पहले ही हासिल कर लिया है और इस टीम में अंगद बाजवा, मैराज अहमद खान और गुरजोत खांगरा शामिल है। महिला स्कीट टीम में गनीमत शेखोन, परीनाज धालीवाल और कृतिकि सिंह शेखावत है।
महिलाओं की स्कीट इवेंट का पहला फाइनल 25 फरवरी को और इसके बाद इसी दिन पुरुषों का स्कीट फाइनल होगा।
स्कीट फाइनल्स विश्व रिकॉर्डधारी बाजवा ने कहा, "करीब एक साल बाद यह पहला टूर्नामेंट होगा और ओलंपिक से पहले इसे हम मैच अभ्यास की तरह ले रहे हैं, जोकि लय में लौटने के लिए बेहद जरूरी है।"
शॉटगन के मुख्य कोच मानशेर सिंह ने कहा, " यह साल का पहला विश्व कप है और लॉकडाउन के बाद इसके काफी महत्व है क्योंकि हमें इससे 2021 कलैंडर की अच्छी शुरुआत मिलेगी।" (आईएएनएस)
क्राइस्टचर्च, 23 फरवरी | सलामी बल्लेबाज टैमी ब्यूमोंट (71) और कप्तान हीथर नाइट (नाबाद 67) के अर्धशतकों से इंग्लैंड महिला टीम ने न्यूजीलैंड की महिला टीम को मंगलवार को हेगले ओवल मैदान पर खेले गए पहले वनडे मुकाबले में आठ विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सलामी बल्लेबाज हेली जेंसन के 58 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से 53 रन और ब्रूक हालिडे के 54 गेंदों पर पांच चौकों के सहारे 50 रन की अर्धशतकीय पारी के दम पर 45.1 ओवर में 178 रन बनाए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने ब्यूमोंट के 86 गेंदों पर 11 चौकों की मदद से 71 रन और नाइट के 69 गेंदों पर सात चौकों और एक छक्के के सहारे नाबाद 67 रनों की शानदार पारियों की बदौलत 33.4 ओवर में दो विकेट पर 181 रन बनाकर मैच जीत लिया।
इंग्लैंड की ओर से ताश फरांट ने दो विकेट, सोफी एकलेस्टोन ने दो विकेट, कैथरीन ब्रंट, फ्रेया डेविस, नताली स्काइवर, साराह ग्लेन और नाइट ने एक-एक विकेट लिया।
इंग्लैंड की पारी में स्काइवर 26 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 21 रन बनाकर नाबाद रहीं। न्यूजीलैंड की ओर से लिया ताहुहु ने एक और जेंसन ने एक विकेट लिया। (आईएएनएस)
पटियाला, 22 फरवरी| ओडिशा की अंतरराष्ट्रीय धावक दुती चंद गुरुवार को पटियाला के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (एनआईएस) कैंपस में होने वाले एकदिवसीय इंडियन ग्रां प्री मीट के दूसरे चरण में हिस्सा नहीं लेंगी क्योंकि एनआईएस कैंपस पहुंचने के बाद उन्हें सख्त क्वारंटीन नियमों का पालन करने के बावजूद सुविधाओं का उपयोग करने की इजाजत नहीं मिली। दुती के कोच कोच एन. रमेश ने यह जानकारी दी।
18 फरवरी को पटियाला में ही आयोजित पहले चरण में जीत हासिल करने के बाद, 25 वर्षीय दुती ने एनआईएस परिसर में रहकर दूसरे चरण में प्रतिस्पर्धा करने की योजना बनाई थी। लेकिन एनआईएस परिसर में सुविधाओं का उपयोग करने के लिए सख्त सात दिनों के क्वारंटीन नियमों के पालन के बाद अधिकारियों के फैसलों ने उन्हें योजना में बदलाव करने पर मजबूर किया।
रमेश ने आईएएनएस को बताया, सात दिनों के क्वारंटीन के दौरान, दुती को बताया गया कि उसे एनआईएस में जिम का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उसे यह भी कहा गया था कि वह शिविर में रहने वाले अन्य स्प्रिंटर्स के साथ प्रशिक्षण नहीं ले सकती है। इसलिए, यहां रहने का कोई फायदा नहीं था।
रमेश ने कहा कि प्रतिबंधों के कारण दुती के लिए एनआईएस में रहना और कठिन प्रशिक्षण करना व्यावहारिक नहीं था। (आईएएनएस)
इंदौर, 22 फरवरी| सलामी बल्लेबाज उत्कर्ष सिंह (51) की अर्धशतकीय पारी और गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से झारखंड ने एसएस क्रिकेट कम्यून मैदान पर खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के एलीट ग्रुप बी मुकाबले में पंजाब को बेहद करीबी मैच में दो रन से हरा दिया। झारखंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए उत्कर्ष के 78 गेंदों पर दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 51 रन की पारी की बदौलत 50 ओवर में नौ विकेट पर 217 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब की टीम 45.5 ओवर में 215 रन पर सिमट गई।
पंजाब की ओर से कप्तान मनदीप सिंह ने 88 गेंदों पर तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से 68 रन और अभिषेक शर्मा ने 48 गेंदों पर नौ चौकों और दो छक्कों के सहारे 56 रन बनाए। हालांकि इन दोनों की अर्धशतकीय पारी भी टीम को जीत नहीं दिला सकी।
झारखंड की पारी में शहबाज नदीम 40 गेंद पर पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 45 रन बनाकर नाबाद रहे। इसके अलावा विराट सिंह ने 27 और अनुकूल रॉय ने 18 रनों का योगदान दिया। पंजाब की ओर से सिद्धार्थ कौल ने तीन विकेट, मयंक मारकंडे ने दो विकेट, संदीप शर्मा और अभिनव शर्मा ने एक-एक विकेट लिया।
पंजाब की पारी में अभिषेक और मनदीप के अलावा गुरकीरत सिंह मान ने 37 और संवीर सिंह ने 13 रन बनाए। इनके अलावा अन्य कोई बल्लेबाज दहाई अंक तक नहीं पहुंच सका। झारखंड की ओर से वरुण आरोन, राहुल शुक्ला, नदीम और अनुकूल ने दो-दो विकेट और बाल कृष्णा ने एक विकेट लिया। (आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 फरवरी। केसीबी कप कार्क बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का रजत जयंती वर्ष कुसमीसरार में हुआ। फाइनल मुकाबले में कुसमीसरार विजेता तथा जगदीशपुर की टीम उपविजेता रही। मैन ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब कुसमीसरार के विवेक बारिक को मिला। जबकि फाइनल मैच का मैन ऑफ द मैच नरेंद्र को प्रदान किया गया। बेस्ट बल्लेबाज जगदीशपुर के हर्ष तथा बेस्ट गेंदबाज का पुरस्कार हिमांशु को दिया गया।
प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि शिवप्रसाद बारिक सरपंच ग्राम पंचायत कुसमीसरार, अध्यक्ष नरोत्तम बारिक वरिष्ठ खिलाड़ी, विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष पीसीएस धनुर्जय कश्यप, विशिष्ट अतिथि गिना तांडी युवा समाजसेवी, योगेश बारिक पंच, केदारनाथ बारिक, पीआरओ कमलेश चौधरी, विजय नायक, आयोजन समिति के अध्यक्ष देवदत्त बारीक, अंपायर किरोटी स्वाई, नवीन बाघ, अजय, जितेंद्र साहू, अरुण विशाल, हरेश बारीक, अंतर्यामी बारीक के साथ-साथ बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे।
ग्राम भुरकोनी में भी सात दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा मंडल के पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में हुआ। अध्यक्षता सोसाइटी संचालक मनोहर साहू ने की। इस अवसर पर सरपंच दिनेश अग्रवाल, ग्रामीण डाक सेवक संघ के संभागीय अध्यक्ष लखन डड़सेना, क्षीर राम जगत, कामता साहू, डमरूधर भोई मंचस्थ थे। रविवार को खेल मैदान भुरकोनी में पिच पर पूजा अर्चना कर खेल का विधिवत शुभारंभ किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 22 फरवरी। रात्रिकालीन टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता स्व. कमलेश गर्ग की स्मृति में ब्लाक शहर व ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में चक्रपाणि शुक्ला हाई स्कूल मैदान में खेला जा रहा है। जिसमें रिंकू इलेवन ने पीयूष इलेवन भोपाल को हराया।
स्पर्धा के 12वें दिन के खेल का शुभारंभ जिला पंचायत सदस्य परमेश्वर यदु ने किया। राष्ट्रीय व राजकीय गीत के बाद मुख्य अतिथि ने दोनों टीमों के खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कर टास के लिए सिक्का उछाला। प्रतियोगिता के 12वें दिन तीन मैच खेले गए। पहला मैच ऑप्टिमाइजर बलौदाबाजार वर्सेस पीयूष 11 भोपाल के मध्य खेला गया। भोपाल ने टास जीता और क्षेत्ररक्षण चुना। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑप्टिमाइजर बलौदाबाजार में निर्धारित 8 ओवरों में कोई भी बल्लेबाज 2 अंकों तक नहीं पहुंच सका। उनकी ओर से प्रिंस कुमार ने सर्वाधिक 7 रन जोड़े और 11 गेंदों का सामना किया। 43 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए पीयूष 11 भोपाल ने 4.2 ओवर में 46 रन 2 विकेट के नुकसान पर बनाते हुए जीत हासिल कर ली। भोपाल के परविंद को मैन आफ द मैच से पुरस्कृत किया गया उन्होंने 12 रन बनाए व एक ओवर में 8 रन देकर दो विकेट लिए। दूसरा मैच रिंकू इलेवन विरुद्घ निषाद इलेवन के मध्य खेला गया। टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रिंकू इलेवन ने निर्धारित 8 ओवरों में 130 रन बनाए जोकि इस प्रतियोगिता का अब तक का सर्वाधिक स्कोर है।
निषाद इलेवन अपने लक्ष्य का पीछा करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर केवल 50 रन बना सकी, निषाद इलेवन के प्रेम कुमार 30 रन के अतिरिक्त कोई भी बल्लेबाज 4 रन से अधिक रन जोड़ नहीं सके। चार बल्लेबाज बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। वहीं मोहन ने 4 रन सतीश ने 2 रन व रवि कुमार 1 रन तथा पटेल 1 रन बनाकर नॉट आउट रहे। रिंकू इलेवन ने यह मैच 80 रनों से जीत लिया। मुकेश कुमार यादव को मैन आफ द मैच दिया गया। उन्होंने टीम के लिए 31 रन 16 गेंदों का सामना करते हुए 3 छक्कों व 1 चौके की सहायता से बनाएं व गेंदबाजी करते हुए एक ओवर में 7 रन देकर 1 विकेट भी हासिल किया। तीसरा व अंतिम मैच पूरी तरह गेंदबाजों के नाम रहा। तीसरा मुकाबला दोनों विजेता टीम रिंकू इलेवन वर्सेस पीयूष इलेवन भोपाल के बीच खेला गया। जिसमें टास जीतकर भोपाल ने पहले बल्लेबाजी के लिए रिंकू इलेवन को आमंत्रित किया। भोपाल की कसी हुई गेंदबाजी के सामने अब तक के सर्वाधिक स्कोर बनाने वाली टीम को 6 विकेट गवाते हुए 55 रनों पर रोका। 56 रन के स्कोर को आसान समझ कर भोपाल के नवाबों ने शुरुआती दो पावर प्ले ओवरों को सुरक्षात्मक ढंग से खेलते हुए 7 गेंदों पर कोई भी रन नहीं बनाए, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। रिंकू इलेवन ने बल्लेबाजी में खास प्रदर्शन नहीं दिखाया लेकिन कसी हुई गेंदबाजी की। क्षेत्ररक्षकों ने भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए बाउंड्री पर 6 बल्लेबाजों को कैच आउट किया तथा चुस्ती दिखाते हुए बहुत से रन बचाए। भोपाल के नवाबों ने 41 रनों पर रोका। रिंकू इलेवन ने इस तरह हारी हुई बाजी को जीत में तब्दील करते हुए 14 रनों से जीत लिया।
कुरुद में मुख्यमंत्री टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता संपन्न
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 22 फरवरी। मुख्यमंत्री टी ट्वेन्टी क्रिकेट स्पर्धा का फाइनल मुकाबला बिलासपुर रेलवे और एनएच गोयल रायपुर के बीच खेला गया। जिसमें शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए बिलासपुर ने रायपुर को हराकर एक लाख रुपए का नगद इनाम एवं ट्रॉफी अपने नाम की। विजेता टीम को पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने सम्मानित किया।
कुरुद क्रिकेट एकेडमी के बैनर तले खेल मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री किक्रेट प्रतियोगिता में विगत दस दिनों में छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों की टीमों ने भी भाग लिया । रविवार को फायनल मैच बिलासपुर रेल्वे और एनएच गोयल रायपुर के बीच हुआ।
रायपुर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 123 रन बनाए। जिसमें पीयूष ने सर्वाधिक 37 रन बनाए। बिलासपुर की ओर से परिवेश धार ने 24 रन देकर 3 विकेट चटकाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बिलासपुर की टीम 17 वे ओवर में 5 विकेट खोकर मैच जीत लिया। जिसमें शशांक के बल्ले से निकले 24 रनों का योगदान रहा । फाइनल मैच के मैन आफ द मैच व पूरे टूनामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाले मयंक यादव को मैन आफ द सीरीज का पुरस्कार दिया गया । बेस्ट बल्लेबाज वेदव्यास एनएच गोयल रायपुर रहे।
बेस्ट गेंदबाज परिवेश धार, बेस्ट विकेटकीपर मनीष शर्मा, बेस्ट क्षेत्ररक्षक राहुल देवांगन रहे। पूरे दस दिनों तक आयोजन में योगदान देने वाले अंपायर हरीश देवांगन ,नवदीप दास, स्कोरर मनोज तिवारी , गोल्डी बजाज , हनी साहू , टेकराम देवांगन, आयुष साहू , कमेंटेटर संजय ध्रुव, पुष्कर गोस्वामी, जितेंद्र परमार, महेंद्र साहू, प्रचार प्रमुख मुकेश कश्यप को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने विजेता, उपविजेता टीम के अलावा सभी प्रतिभागी खिलाडिय़ों को शानदार खेल का प्रदर्शन करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मंच संचालन योगेश चन्द्राकर ने किया।
इस मौके पर चंद्रशेखर शुक्ला, शैलेश नितिन त्रिवेदी, तपन चंद्राकर,पीयूष कोसरे, राजकुमारी दीवान, शरद लोहाना, लेखराम साहू, भरत नाहर, कांति सोनवानी, शारदा साहू, आशीष शर्मा, मुकेश कोसरे सहित नगरवासी उपस्थित थे।
नई दिल्ली. आईपीएल 2021 के लिए हुई नीलामी के बाद सनराइजर्स हैदराबाद फ्रेंचाइजी को लोकल खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने के कारण आलोचना झेलनी पड़ रही है. तेलंगाना राष्ट्र समिति के विधायक और पूर्व मंत्री दानम नागेंद्र ने तो हैदराबाद टीम में लोकल खिलाड़ी न होने पर प्रबंधन को धमकी तक डे डाली. उन्होंने कहा कि सनराइजर्स में हैदराबाद के खिलाड़ी चुने जाएं, वर्ना फ्रेंचाइजी अपने नाम से हैदराबाद को हटा दे.
उन्होंने आगे कहा कि अगर हैदराबाद के खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी टीम में नहीं लेती है. तो जब भी आईपीएल के मैच हैदराबाद में होंगे, तो वे और उनके समर्थक इसका विरोध करेंगे. नागेंद्र का कहना है कि आईपीएल की अन्य टीमों में अपने-अपने सूबे के खिलाड़ी होते हैं. लेकिन हैदराबाद में कई टैलेंटेड खिलाड़ी होने के बाद भी एक को भी फ्रेंचाइजी नहीं लिया. सेलेक्शन प्रोसेस में भी कई तरह गड़बड़ियां हुईं, जिसकी हम निंदा करते हैं. यहां से केवल मोहम्मद सिराज ही अब तक आईपीएल के लिए निकले हैं. जबकि कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं. जो रणजी ट्रॉफी के साथ ही अंडर-19 टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे हैं. अगर इन्हें लीग में मौका मिलता तो उसमें भी यह अपनी क्षमता साबित कर सकते थे. सनराइजर्स टीम मैनेजमेंट को इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए था.
वॉर्नर को कप्तान बनाने पर भड़के टीआरएस विधायक
टीआरएस विधायक यही नहीं रुके, उन्होंने वॉर्नर के सनराइजर्स हैदराबाद का कप्तान होने पर भी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि सनराइजर्स के मौजूदा कप्तान वॉर्नर पर बॉल से छेड़छाड़ के मामले में शामिल रहे हैं. ऐसे में हम वॉर्नर के हैदराबाद टीम के कमान संभालने के खिलाफ हैं.
वॉर्नर की कप्तानी में सनराइजर्स 2016 में आईपीएल जीती थी
बता दें कि वॉर्नर की कप्तानी में ही सनराइजर्स ने 2016 में पहली बार आईपीएल का खिताब जीता था. वे तब से ही टीम की कमान संभाल रहे हैं. हालांकि, 2017 में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बॉल टैम्परिंग विवाद की वजह से उन पर बैन लगा दिया था. इसी वजह से 2018 में वे आईपीएल नहीं खेले थे. उनकी जगह केन विलियम्सन ने सनराइजर्स टीम की कप्तानी की थी. अगले ही सीजन में इस बल्लेबाज ने शानदार वापसी की और हैदराबाद के लिए 12 मैच में 692 रन बनाए.
पिछले सीजन में भी वॉर्नर ने बल्ले से शानदार खेल दिखाया और 16 मैच में 548 रन बनाए. उनके बदौलत ही सनराइजर्स पिछले सीजन में प्लेऑफ तक पहुंचीं थी.
हैदराबाद ने आईपीएल नीलामी में 3 खिलाड़ियों को खरीदा है
सनराइजर्स हैदराबाद ने 18 फरवरी को चेन्नई में हुए मिनी ऑक्शन में तीन ही खिलाड़ियों को खरीदा था. इसमें जगदीश सुचित, केदार जाधव और मुजीब उर रहमान शामिल हैं.
रिटेन : केन विलियमसन, डेविड वॉर्नर, मनीष पांडे, विराट सिंह, प्रियम गर्ग, समद, भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद, संदीप शर्मा, सिद्धार्थ कौल, टी नटराजन, अभिषेक शर्मा, शहबाज नदीम, मिचेल मार्श, विजय शंकर, मोहम्मद नबी, राशिद खान, ऋद्धिमान साहा, श्रीवत्स गोस्वामी, थम्पी और जेसन होल्डर.
-मधु पाल
मंज़िलें उन्हें नहीं मिलती जिनके ख़्वाब बड़े होते हैं, मंज़िलें तो उन्हें मिलती हैं जिनमें ख़्वाब पूरे करना का जूनून होता है.
इस कथन को सच कर दिखाया है 12 साल की जिया राय ने. ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिस्ऑर्डर पीड़ित जिया ने मुंबई के वर्ली सीलिंक से गेटवे ऑफ़ इंडिया तक 36 किलोमीटर की दूरी 8 घंटा 40 मिनट में तैरकर पूरी की.
जिया राय का यह रिकॉर्ड इसलिए चर्चा में है क्योंकि उन्हें ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर है.
36 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली जिया राय नौसेना में नाविक मदन राय की बेटी हैं. सोशल मीडिया पर जहाँ उनकी तारीफ़ हो रही है, वहीं कुछ लोग ये कहकर आलोचना भी कर रहे हैं कि "ऑटिज़्म से जूझ रही बच्ची को खुले समुद्र में तैरने की मंज़ूरी क्यों दी गई? कुछ हो जाता तो?."
जिया के पिता मदन राय कहते हैं कि मैं ऐसी सोच वाले लोगों को ये संदेश देना चाहता हूं और पूछना चाहता हूं कि किसी पर इस तरह की टिप्पणी करने से पहले मुझे ये बताए कि "ऑटिज़्म की वजह क्या है? समाज को ऑटिज़्म की वजह का ही नहीं पता. अगर आपके पास इसका जवाब ही नहीं है तो आपको हक़ भी नहीं है कुछ बोलने का."
बाल रोग चिकित्सक डॉक्टर महेश कुमार मेटे, बीबीसी हिंदी से कहते हैं "ऑटिज़्म एक तरह का बिहेवियर डिस्ऑर्डर है, जिसमें बच्चों की सोशल स्किल, कम्युनिकेशन और बिहेवियर स्किल (समाज में एक दूसरे से मिलनेजुलने, बातचीत करने और व्यवहारिक कुशलता) दूसरे बच्चों से अलग होते हैं."
महेश के मुताबिक़, ऑटिज़्म होने का कोई एक कारण नहीं हैं और इसकी पूरी जानकारी आज तक नहीं मिली है.
अगर ऑटिज़्म के लक्षणों की बात करें तो जब बच्चों की उम्र दो साल होती है, तब ठीक से पता चलना शुरू होता है. इसका पहला लक्षण है बच्चे अपने नाम पर किसी भी तरह की प्रतिकिया नहीं देते. अपने माँ-बाप या किसी बाहरी व्यक्ति से भी आंखें नहीं मिलाते. उन्हें बाकी बच्चों की तरह खुशी और दुख ज़ाहिर करना नहीं आता.
डॉक्टर कहते हैं कि ऐसे बच्चों की सबसे सकारात्मक बात ये है कि वो बहुत फोकस होते हैं. उन्हें एक ही काम करना बेहद पसंद होता है. ऐसे बच्चे किसी एक हुनर में बड़े माहिर होते हैं.
DEFENCE PRO
'महान तैराक माइकल फ़ेलप्स को भी ऐडीएचडी'
जिया राय के पिता मदन राय बीबीसी हिंदी से कहते हैं कि सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर देना आसान है, लेकिन क्या कभी किसी ने ऑटिज़्म को समझने की कोशिश की है, सवाल उठाने से अच्छा है कि ऑटिज़्म को समझने की कोशिश की जाए.
वो कहते हैं, "जितना मैंने समझा है ऑटिज़्म का एक फ़ीचर होता है, जिसे 'ऐडीडी' यानी अटेंशन डेफ़िसिट डिस्ऑर्डर कहा जाता है और दुनिया में तैराकी के इतिहास के महान खिलाड़ी माइकल फ़ेलप्स को भी 'ऐडीएचडी' ही था, मतलब अटेंशन डेफ़िसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर. इस दुनिया को एक तैराक मिल गया है, लेकिन अब हम एक और तैराक बनाने की कोशिश कर रहे हैं. और माइकल ही जिया के रोल मॉडल हैं."
वो कहते हैं, "जो हमने महसूस किया है, वो ये है कि दोनों में कुछ समानताएं हैं जैसे माइकल स्विमिंग से पहले कभी जश्न नहीं मनाते, दूसरा जब वो स्विमिंग करते हैं तो पहले टॉवल से अपनी उस जगह को, जहाँ से वो कूदते हैं उसे साफ़ करते हैं. उन्हें गीली जगह पसंद नहीं है क्योंकि जगह गीली होने से उनका ध्यान भटकता है और तीसरी बात ये कि ऑटिज़्म पीड़ित हर बच्चा एक कॉमन पॉइंट ढूंढता है. जैसे जिया अपनी माँ को देखकर ही पानी में कूदती हैं और माइकल भी अपनी माँ को ही देखकर पानी में कूदते हैं."
DEFENCE PRO
जिया के दूसरे जन्मदिन पर ऑटिज़्म का पता चला
जिया के ऑटिज़्म का ज़िक्र करते हुए मदन कहते हैं, "मुझे और मेरी पत्नी को पहले नहीं पता था कि हमारी बेटी बाक़ी बच्चों से अलग है. इस बात का एहसास हमें तब हुआ, जब हमारी बेटी दो साल की हुई और हमने उसका जन्मदिन बनाया. घर पर मेरे कई मित्र आए और उनके बच्चे मेरी बेटी की उम्र के थे. तब मैंने और मेरी पत्नी ने महसूस किया कि इस उम्र में हमारी बेटी बोल भी नहीं पा रही है."
मदन राय बताते हैं, "उसका स्वभाव भी अलग था. जब हम उसे अस्पताल ले गए, तब हमें डॉक्टर ने कहा कि बच्ची को ऑटिज़्म है और ये बाक़ा बच्चों की तरह सामान्य नहीं रहेगी और ये ज़िन्दगी भर तुम लोगों पर निर्भर रहेगी."
मदन राय बताते हैं कि उन्होंने अपनी बेटी को समझने की कोशिश की और जब जिया ढाई साल की थी, तब पता चला कि उसे पानी से बहुत प्यार है. इसके बाद जिया को नेवल स्विमिंग अकादमी में लेकर गए जहां नेवी से बहुत मदद मिली और धीरे-धीरे जिया अच्छी स्विमिंग करने लगी.
MADAN RAI
टीचर की नौकरी छोड़ मां ने सीखी तैराकी
जिया की चुनौतियों का ज़िक्र करते हुए मदन राय कहते हैं कि उसे तैराकी सिखाना बहुत चुनौतीपूर्ण था क्योंकि कोच को भी बड़ी दिक्कतें आ रही थीं. कोच कहते थे कि ऐसे बच्चे को क्या सिखाएं जिससे बात करना ही मुश्किल है.
तब ये तय किया गया कि जिया की मां ही उसके लिए कोच की भूमिका अदा करेंगी. लेकिन जिया की मां को तैरना नहीं आता था. मदन राय बताते हैं कि तैराकी सीखने के लिए जिया की मां ने अपनी नौकरी छोड़ी और तैराकी सीखकर कोच की भूमिका में आ गईं.
इसके बाद मदन का तबादला गोवा से मुंबई हुआ जहां जिया को स्वीमिंग के लिए बेहतरीन कोच मिले. इसके बाद जिया ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और तैराकी में कई मेडल अपने नाम किए.
जिया के माता-पिता अब उसे और आगे बढ़ता हुए देखना चाहते हैं और चाहते हैं कि वो ओलंपिक में जीतकर भारत के लिए गोल्ड मेडल लाए. (bbc.com)
अहमदाबाद, 21 फरवरी| भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में मोटेरा स्टेडियम की नई विकेट पर दूसरे टेस्ट की तरह ही स्पिनरों को मदद मिलेगी। भारत और इंग्लैंड की टीमें बुधवार से मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम में चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच खेलेगी, जोकि डे-नाइट खेला जाएगा। 1 लाख 10 हजार क्षमता वाले इस स्टेडियम में इस मैच के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हो रही है।
रोहित ने रविवार को मीडिया से कहा, " मुझे पिच में ऐसा कुछ भी बदलाव नजर नहीं आ रहा है जोकि दूसरे टेस्ट मैच से अलग हो। यह (विकेट) भी कमोबेश वैसा ही होने वाला है। यहां भी टर्न होने वाली है। हां, हम उसी के अनुसार तैयारी कर रहे हैं। आने वाले दिनों में हमें अभी भी पिच का आकलन करने की जरूरत है और यहां क्या होने वाला है।"
उन्होंने कहा, " हमारा ध्यान (सोमवार को अभ्यास के दौरान) रोशनी और नई सीटों पर होगा क्योंकि वे चमकदार होंगे। हमारे पास कल एक लंबा दिन होगा। हमें स्लिप कैचिंग और आउटफील्ड कैच लेने का अभ्यास करेंगे। आप जिस भी नए मैदान में जाते हैं, आप उन बत्तियों, परिवेश, मैदान के वातावरण का उपयोग करने की कोशिश करते हैं। हर कोई 10-20 मिनट तक व्यक्तिगत तौर पर अलग-अलग तैयारी करेगा ताकि आउटफील्ड और लाइट्स का उपयोग किया जा सके।"
दोनों टीमों के बीच चार मैचों की सीरीज अभी 1-1 की बराबरी पर है। भारत को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के लिए क्वालीफाई करने के लिए कम से कम दो टेस्ट जीतने की जरूरत है।
रोहित ने कहा, " आपको बस प्रक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित करना है और ज्यादा दूर की नहीं सोचना है। यदि आप बहुत आगे की सोच रहे हैं, तो यह आपको दबाव में रखता है। यदि आप कोशिश करते हैं और वर्तमान में रहते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि आप उस दबाव को महसूस करेंगे।"
सलामी बल्लेबाज ने आगे कहा, "यह पांच दिन का खेल है, इसलिए ध्यान और दबाव हर दिन बदलता है। मुझे लगता है कि वर्तमान में बने रहना और यह सोचना बहुत जरूरी है कि उस दिन हमें क्या करना है। हमें छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना जरूरी है। जब आप उन छोटी चीजों को सही तरीके से करते हैं, तो यह अंतत: आपको वही मिलेगा जो आप हासिल करना चाहते हैं।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 फरवरी| मुंबई और अहमदाबाद में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी 14वें सीजन के मैचों का आयोजन किया जा सकता है। इसमें मुंबई के चार आयोजन स्थलों पर लीग चरण के मैचों का आयोजन हो सकता है जबकि अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में प्लेऑफ दौर के मैच खेले जा सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, लीग चरण के मैचों का आयोजन का चार स्टेडियमों में करने को लेकर चर्चा की गई है। आईपीएल-14 की शुरुआत अप्रैल के दूसरे सप्ताह या उसके बाद हो सकती है।
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने आईएएनएस से कहा, " फिलहाल मुंबई में चार स्टेडियमों में लीग मैचों की मेजबानी करने की चर्चा है। इसमें ब्रैडबोर्न स्टेडियम, वानखेड़े स्टेडियम, डी.वाई पाटिल स्टेडियम और रिलायंस क्रिकेट स्टेडियम शामिल है। प्लेऑफ मैचों का आयोजन अहमदाबाद के मोटेरा स्थित सरदार पटेल स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा।"
उन्होंने कहा, " हालांकि इसकी अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई। टूर्नामेंट का आयोजन अप्रैल के दूसरे सप्ताह या उसके बाद किया जा सकता है।"
सैयद मुश्ताक अली टी 20 और विजय हजारे वनडे जैसे घरेलू टूर्नामेंटों की सफल मेजबानी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के लिए भारत में आईपीएल को कराने की राह आसान कर दिया है। कोविड-19 के कारण आईपीएल 2020 को संयुक्त अरब अमीरात में कराया गया था।
बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने पिछले महीने कहा था कि आईपीएल 2021 भारत में ही आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने आईएएनएस से कहा था, " जैसा कि अभी तक यह तय हुआ है कि आईपीएल भारत में होना चाहिए। यदि ऐसी ही स्थिति बनी रहती है (भारत में कोविड-19 मामलों में गिरावट के साथ) तो यह भारत में होना चाहिए।"
धूमल ने कहा था, "हम इसे भारत में करना चाहते हैं क्योंकि आईपीएल एक भारतीय लीग है। उम्मीद है कि स्थिति समान बनी रहेगी। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आठ स्थानों के लिए यह कितना सुरक्षित है। शायद हम एक हब के बारे में सोच सकते हैं। हम स्थिति के अनुसार इस पर अंतिम फैसला लेंगे।"(आईएएनएस)
बुडवा (मोंटेनेग्रो), 21 फरवरी| सनामाचा चानू (75 किलो) और विंका (60 किलो) के स्वर्ण पदक जीतने के बाद दो और भारतीय मुक्केबाजों ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए 30वें एड्रियाटिक पर्ल मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर चैंपियनशिप में भारत के स्वर्ण पदकों की संख्या तीन तक पहुंचा दिया है। टूर्नामेंट की समाप्ति से एक दिन पहले तक भारत ने दो और स्वर्ण, दो रजत और तीन और कांस्य पदक जीते। इससे पहले, अल्फिया खान (81 किग्रा) ने पहले दिन भारत को स्वर्ण पदक दिलाई थी।
सनामाचा ने हमवतन राज साहिबा को 5-0 से जबकि विंका ने मोलदोवा की क्रिस्टियन काइपेर को 5-0 से हराया। दोनों मुक्केबाज इससे पहले 2019 में मोंगोलिया में हुए एशियाई यूथ मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
इससे पहले एशियन जूनियर चैंपियन अल्फिया पठान ने 81 किलो भारवर्ग में मोलदोवा की डारिया कोजोरेव को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता था।
महिला वर्ग के अन्य मुकाबले में 45-48 किग्रा वर्ग के फाइनल में गीतिका को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद फाइनल में उज्बेकिस्तान की फारजोना फोजिलोवा के खिलाफ 1-4 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
महिलाओं की ही 57 किग्रा सेमीफाइनल में प्रीति को मोंटेनेग्रो की बोजाना गोजकोविच के खिलाफ 1-4 की हार के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
भारतीय टीम के कोच भास्कर भट्ट ने टीम की सफलता के लिए अच्छी तैयारी को श्रेय दिया है।
भट्ट ने आईएएनएस से कहा, " व्यक्तिगत मजबूती के अनुसार ट्रेनिंग दी गई थी। चूंकि मुक्केबाजों का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक है, इसलिए इसका मतलब है कि उन्हें सिखाया गया है और वे वास्तविक प्रतियोगिता में इसे दोहराने सक्षम हैं।"
इस बीच, पुरुष वर्ग में प्रियांशु डबास (49 किग्रा) और जुगनू (91 किग्रा से अधिक) ने कांस्य पदक जीते। दोनों मुक्केबाजों को अपने अपने सेमीफाइनल मुकाबलों में हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
प्रयांशु को उज्बेकिस्तान के इशजोनोव इब्रोखिम के खिलाफ करीबी मुकाबले में 2-3 से हार मिली जबकि जुगनू को युक्रेन के वेसिल तकाचुक ने 5-0 से मात दी।
महिलाओं की 64 किग्रा क्वार्टर फाइनल में लकी राणा ने उज्बेकिस्तान के गुलशोदा इस्तामोवा को 3-0 से हराया। कांस्य पदक के लिए अब लकी का सामना फाइनल में फिनलैंड के लिया पुकिला से होगा।
लकी के अलावा भारत की दो और महिला मुक्केबाज अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए चुनौती पेश करेंगी। बेबीरोजिसाना चानू (51 किग्रा) और अरूणधति चौधरी (69 किग्रा) भी आज खिताबी मुकाबले में उतरेंगी।
चानू को उज्बेकिस्तान की सबीना बोबोकुलोवा जबकि अरूणधति को युक्रेन की मारयाना स्टोइको के खिलाफ रिंग में उतरना है। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 21 फरवरी| विश्व के नंबर-1 खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने फाइनल मुकाबले में चौथी सीड रूस के डेनिल मेदवेदेव को हराकर रविवार को वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन पुरुष एकल वर्ग का खिताब लगातार तीसरी बार जीत लिया। जोकोविच ने एक घंटे 53 मिनट तक चले मुकाबले में मेदवेदेव को लगातार सेटों में 7-5, 6-2, 6-2 से हराकर लागातार तीसरे और कुल नौंवीं बार खिताब जीता।
33 वर्षीय जोकोविच ने इससे पहले 2019 और 2020 में भी ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। इस जीत के साथ ही जोकोविच ने अपने करियर में 18 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत लिए हैं और वह स्विटजरलैंड के रोजरर फेडरर और स्पेन के राफेल नडाल के 20 ग्रैंड स्लैम खिताब से अब दो कदम दूर हैं।
जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में 2019 में नडाल को और 2020 में ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थीम को हराया था।
मेदवेदेव का लगातार 20 मैचों से चला आ रहा विजय क्रम इस मुकाबले में हार के साथ ही रुक गया। उन्होंने लंदन में एटीपी फाइनल्स में जोकोविच को हराया था।
मेदवेदेव के करियर का यह दूसरा ग्रैंड स्लैम फाइनल था। उन्हें इससे पहले 2019 यूएस ओपन में नडाल के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
जोकोविच ने शुरुआत से ही मैच में आक्रामक रुख अखतियार किया और मेदवेदेव की शुरुआती सर्विस तोड़ी। उन्होंने इसके बाद पहले सेट में 3-0 की बढ़त बनाई। हालांकि मेदवेदेव ने भी वापसी की कोशिश की।
12वें गेम में टाई ब्रेक से बचने के लिए जोकोविच ने खेल में तेजी लाई और सेट में तीन अंक अपने नाम किए।
जोकोविच ने दूसरे सेट में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और मेदवेदेव को अपने ऊपर हावी होने का मौका नहीं दिया। विश्व के नंबर-1 खिलाड़ी ने सेट में 4-1 की बढ़त हासिल की।
जोकोविच ने यह मुकाबला लगभग एकतरफा बना दिया और मेदवेदेव को वापसी का कोई मौका नहीं दिया। मेदवेदेव ने मुकाबले में जोकोविच को चुनौती देने की कोशिश की लेकिन सर्बियाई खिलाड़ी इस चुनौती को खारिज कर आगे बढ़ते रहे।
जोकोविच ने मुकाबले में तीन एस जबकि मेदवेदेव ने छह एस लगाए। मेदवेदेव ने मैच में 24 और नंबर-1 खिलाड़ी ने 20 एस लगाए।
जोकोविच ने मैच में 17 बेजां भूलें की जबकि रूसी खिलाड़ी ने मुकाबले में 30 बेजां भूलें की जो उनके लिए काफी घातक साबित हुई। (आईएएनएस)