खेल
दुबई, 9 फरवरी | चेन्नई में मंगलवार को पहले टेस्ट में भारत को 227 रनों से हराने के बाद इंग्लैंड ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है। डब्ल्यूटीसी फाइनल जून में लॉर्डस में खेला जाएगा। एमए चिदंबरम स्टेडियम में मिली जीत के बाद इंग्लैंड के अब 70.2 प्रतिशत अंक हो गए हैं और वह डब्ल्यूटीसी की अंकतालिका में पहले नंबर पर पहुंच गई है।
इस जीत के बाद इंग्लैंड ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को और ज्यादा मजबूत कर दिया है। इंग्लैंड की टीम भारत के साथ जारी चार मैचों की टेस्ट सीरीज 3-0, 3-1, 4-0 के अंतर से जीतती है, तो वह फाइनल में पहुंच जाएगी।
न्यूजीलैंड पहले ही अपने 70 प्रतिशत मैच जीतकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंच चुकी है जबकि भारत और आस्ट्रेलिया भी इंग्लैंड के साथ दावेदार के रूप में उभरकर सामने आ रही है।
हालांकि इंग्लैंड के साथ पहला टेस्ट हारने के बाद भारत अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंकतालिका में चौथे नंबर पर खिसक गया है। भारत के अब 68.3 प्रतिशत अंक है।
भारत को अगर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जाना है तो उसे अब इंग्लैंड को 2-1 या फिर 3-1 हराना होगा। लेकिन इंग्लैंड अगर सीरीज 1-0, 2-0 , 2-1 या 3-1 से जीत जाता है तो आस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच जाएगी।
यही नहीं यह सीरीज अगर 1-1 या 2-2 से ड्रॉ भी होती है तो ऑस्ट्रेलिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल खेलने का हक मिल जाएगा। (आईएएनएस)
दोहा, 9 फरवरी | रोबटरे लेवांडोवस्की के दो गोलों की बदौलत बायर्न म्यूनिख ने सेमीफाइनल मुकाबले में अल एहली को हराकर फीफा क्लब विश्व कप के फाइनल में जगह बना ली है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार बायर्न ने अल एहली को 2-0 से हराया और खिताबी मुकाबले में जगह बनायी। पिछले सत्र की यूएफा लीग की विजेता टीम का फाइनल में मुकाबला मेक्सिको की टीम टाइगर्स यूएएनएल के साथ गुरुवार को होगा।
अल एहली ने मैच की शुरुआत से ही डिफेंसिव रुख अखतियार किया लेकिन लेवांडोवस्की ने मैच के 17वें मिनट में गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलायी। इसके बाद 37वें मिनट में एक बार फिर लेवांडोवस्की ने गोल करने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो सके।
मैच के अंतिम क्षणों में लेवांडोवस्की ने 86वें मिनट में गोल कर स्कोर 2-0 कर दिया। निर्धारित समय तक अल एहली की ओर से कोई गोल नहीं होने के कारण बायर्न म्यूनिख ने मुकाबला जीत लिया।
बुंदेसलीगा, जर्मन कप, चैंपियन्स लीग और जर्मन तथा यूरोपियन सुपर कप 2020 का खिताब जीतने के बाद बायर्न म्यूनिख एक साल के अंदर अपना छठा बड़ा खिताब जीतने की तलाश में है।
बायर्न म्यूनिख इससे पहले क्लब विश्व कप और इंटरकांटिनेंटल कप का खिताब 1976, 2001 और 2013 में जीत चुका है। (आईएएनएस)
चेन्नई, 9 फरवरी | इंग्लैंड के हाथों पहला टेस्ट हारने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि इस हार के लिए उनके पास कोई बहाना नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके पास एक ऐसी टीम है, जो हार स्वीकार करती है और उससे सीख लेती है। इंग्लैंड ने लेग स्पिनर जैक लीच (76/4) और तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (17/3) की उम्दा गेंदबाजी से इंग्लैंड ने भारत को पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन मंगलवार को 227 रनों से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली।
कोहली ने मैच के बाद कहा, " कोई बहाना नहीं है। हम एक ऐसी टीम हैं, जो अपनी विफलताओं को स्वीकार करते हैं और इससे सीखते हैं। एक चीज तो तय है कि अब अगले तीनो मैच काफी मुश्किल होने वाले हैं और हमें इस तरह से उसे गंवाना नहीं होगा। आगे के लिए अब हमें पिचों को समझना होगा और गेंदबाज क्या करने वाले हैं, इसे भी जानना होगा। हम जानते हैं कि हमें कैसे वापसी करनी है। अगले मैचों में अब हम अपना बेस्ट देंगे।"
इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 420 रनों का बड़ा लक्ष्य दिया था जिसके जवाब में टीम इंडिया 58.1 ओवर में 192 रन पर ढेर हो गयी।
कोहली ने कहा कि आगे आने वाले मैचों में शीर्ष चार बल्लेबाजों को रन बनाना होगा।
उन्होंने कहा, " विपक्षी टीम पर दबाव बनाने के लिए आपको अपनी गेंदबाजी इकाई की आवश्यकता होती है। लेकिन हमने इस मैच में यह नहीं पाया। हम अपनी रणनीतियों को सही से लागू नहीं कर पाए। लेकिन हमारे लिए हमारी मानसिकता का सही होना महत्वपूर्ण है।"
सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 13 फरवरी से चेन्नई में ही खेला जाएगा, जिसके बाद दोनों टीमें अहमदाबाद का रुख करेंगे, जहां सरदार पटेल स्टेडियम में तीसरा टेस्ट खेला जाएगा। यह दिन-रात का मैच होगा। इसी जगह चौथा टेस्ट भी होगा।
कप्तान ने साथ ही कहा कि इस मैच में टीम की शारीरिक भाषा सही नहीं थी और साथ ही वह आक्रामकता भी नहीं दिखा पाई।
कोहली ने कहा, " हमारी शारीरिक भाषा सही नहीं थी और हमारे अंदर आक्रामकता भी अभाव था। दूसरी पारी में हम काफी बेहतर थे। शुरुआती चार बल्लेबाजों को छोड़कर हम पहली पारी के दूसरे भाग में बेहतर थे। बल्ले के साथ हम पहली पारी में बेहतर थे। हमें चीजों को समझना होगा और जल्द से जल्द इसमें सुधार करना होगा। इंग्लैंड की टीम पूरे मैच के दौरान हमसे कहीं ज्यादा पेशेवर थी।" (आईएएनएस)
मुंबई, 9 फरवरी | टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर रमेश पोवार को मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने मुंबई टीम का नया कोच नियुक्त किया है। पोवार, अमित पगनिस की जगह मुंबई के कोच बने हैं जिन्होंने सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया था। वेबसाइट क्रिकबज के अनुसार एमसीए के अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि भारतीय महिला टीम के पूर्व कोच पोवार इस सत्र के लिए मुंबई के कोच होंगे।
पोवार ने क्रिकबज से कहा, "मैं एमसीए और सीआईसी का मेरी क्षमता पर भरोसा जताने के लिए आभारी हूं। मैं टीम में सकारात्मक माहौल तैयार करने और टीम को पॉजिटिव ब्रांड बनाने के लिए उत्सुक हूं जिसके लिए मुंबई की टीम जानी जाती है। मैं आगे के कार्यो के लिए तैयार हूं।"
कोच के रुप में पोवार का पहला टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी होगा जिसमें मुंबई की टीम दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और पुड्डुचेरी के साथ ग्रुप-डी में है। (आईएएनएस)
-आदेश कुमार गुप्त
ऑस्ट्रेलियाई मैदानों पर ज़ोरदार प्रदर्शन करने के बाद घरेलू मैदान पर पहले ही टेस्ट में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है.
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ चेन्नई टेस्ट में जीत के लिए 420 रनों का पीछा करते हुए विराट कोहली की टीम महज़ 192 रनों पर सिमट गई. टीम की ओर से कप्तान विराट कोहली ही थोड़ा बहुत संघर्ष दिखा सके लेकिन उनकी 72 रन की पारी खेल को तीसरे सेशन तक ले जाने में भी नाकाम रही.
ऐसे में सवाल यही उठता है कि आख़िरकार ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से टेस्ट सिरीज़ जीतने वाली भारतीय टीम अपनी ही ज़मीन पर इंग्लैंड से पहला टेस्ट मैच खेलते हुए क्यों लड़खड़ा गई? इसके कई कारण हैं.
भारतीय टीम चयन पर सवाल
चेन्नई में जब भारतीय टीम मैदान में उतरी तो टीम की कमान अनियमित लेकिन कामयाब कप्तान अजिंक्य रहाणे की जगह नियमित कप्तान विराट कोहली के हाथों में थी जो पितृत्व अवकाश के बाद टीम में वापसी कर रहे थे.
उनकी कप्तानी में भारत ने एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में दूसरी पारी में महज़ 36 रन पर सिमटकर शर्मनाक हार का सामना किया था. उसके बाद अजिंक्य रहाणे ने युवा खिलाड़ियों शुभमन गिल, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, वाशिंगटन सुंदर और नवदीप सैनी जैसे अपेक्षाकृत कम अनुभवी चेहरों के दम पर सिरीज़ का परिणाम बदल दिया.
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चेन्नई में जब भारतीय टीम का ऐलान हुआ तो सभी हैरान रह गए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में तीन मैच में तेरह विकेट लेने वाले तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज की जगह टीम में ईशांत शर्मा ने ली. वह अपना 98वां मैच खेलने उतरे और अपने टेस्ट करियर के 300 विकेट पूरे करने में सफल भी रहे, लेकिन एक गेंदबाज़ के तौर पर अपनी छाप नहीं छोड़ सके.
ईशांत शर्मा के अलावा दूसरे गेंदबाज़ों में जसप्रीत बुमराह और तीन स्पिनर आर अश्विन, वॉशिंगटन सुंदर और अपना दूसरा ही मैच खेल रहे शाहबाज़ नदीम शामिल थे. तमाम क्रिकेट पंडित हैरान थे कि मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव क्यों टीम में नहीं है.
अगर सिराज ने ऑस्ट्रेलिया में दमदार गेंदबाज़ की थी तो इसे इत्तफ़ाक़ ही कहा जा सकता है कि ख़ब्बू चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने भी अपना पिछला मैच साल 2019 में ऑस्ट्रेलिया के ही ख़िलाफ़ उसी की ज़मीन पर सिडनी में सिरीज़ के आख़िरी टेस्ट मैच में पांच विकेट हासिल किए थे.
उसके बाद से कुलदीप यादव लगातार टीम के साथ हैं लेकिन उन्हें टेस्ट मैच खेलने का मौक़ा नहीं मिला. हो सकता है मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव के रहते भी परिणाम यही रहता लेकिन पहली नज़र में तो यह सही नहीं लग रहा है. शाहबाज़ नदीम ने दो विकेट के लिए 167 और आर अश्विन ने तीन विकेट के लिए 146 रन ख़र्च किए यानी दो गेंदबाज़ों ने ही तीन सौ से ज़्यादा रन लुटा दिए.
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इंग्लैंड ने ज़ोरदार खिलाड़ियों को आजमाया
दूसरी तरफ़ इंग्लैंड ने जब चेन्नई टेस्ट के लिए अपनी टीम घोषित की थी तो बेहद अनुभवी ऑफ स्पिनर मोईन अली टीम से बाहर थे. शायद पिछले दिनों कोविड का शिकार होने के बाद उनकी फ़िटनेस पर सवाल थे लेकिन जैक लीच और डोमिनिक बैस ने उनकी कमी इंग्लैंड को खलने नहीं दी.
तेज़ गेंदबाज़ी में इंग्लैंड ने स्टुअर्ट ब्रॉड की जगह जेम्स एंडरसन और जोफ्रा आर्चर को मौक़ा दिया. चेन्नई टेस्ट से पहले 606 विकेट अपने नाम कर चुके एंडरसन ने दिखाया कि क्यों वह स्विंग के बादशाह हैं. पहली पारी में तो एंडरसन और जोफ्रा आर्चर ने दो- दो विकेट बांटे लेकिन दूसरी पारी में तो एंडरसन ने गेंदबाज़ी का पाठ भारतीय बल्लेबाज़ों को पढ़ाया.
दूसरी पारी में उन्होंने शुभमन गिल, अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत का शिकार मनचाहे अंदाज़ में किया, ख़ासकर शुभमन गिल को तो संभलने और समझने तक का मौक़ा नही मिला. ऑफ़ स्पिनर बैस ने पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा, कप्तान विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत के विकेट झटककर अपना दमख़म दिखाया.
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जो रूट ने जमाई चेन्नई में जीत की जड़
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने भारत आने से पहले ही ख़तरे की घंटी बजा दी थी. उन्होंने श्रीलंका के ख़िलाफ़ 228 और 186 रन जैसी बड़ी पारियों सहित 426 रन बनाए. इसी ज़बरदस्त फ़ॉर्म को बरक़रार रखते हुए उन्होंने अपने सौंवे टेस्ट मैच में पहली पारी में 218 रन बनाकर लगातार तीसरे टेस्ट मैच में शतकीय पारी खेली.
अपने टेस्ट करियर के 98-99 और सौंवे टेस्ट मैच में शतक बनाने वाले वह दुनिया के इकलौते बल्लेबाज़ हैं. उन्होंने भारत के ख़िलाफ़ ही अपने टेस्ट करियर का पहला और पचासवाँ टेस्ट मैच भी खेला था. वह सौंवे टेस्ट मैच में दोहरा शतक जमाने वाले पहले क्रिकेटर भी हैं. उनके दोहरे शतक की बदौलत इंग्लैंड पहली पारी में 578 रन जैसा विशाल स्कोर खड़ा करने में कामयाब रहा.
इसके जवाब में भारत की पहली पारी 337 रन पर सिमट गई. जो रूट चाहते तो भारत को फ़ॉलोऑन भी दे सकते थे लेकिन उन्हें पता था कि चेन्नई के टूटते विकेट पर चौथी पारी में खेलना आसान नहीं होगा. हॉलाकि उनके इस निर्णय को साहसिक नहीं माना गया लेकिन यह समझदारी भरा ज़रूर था जिसमें इंग्लैंड की हार का ख़तरा कम था.
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टॉस का बॉस बनना इंग्लैंड को रास आया
चेन्नई का विकेट टेस्ट क्रिकेट में तीसरे दिन इतना टूट जाता है कि खिलाड़ी उसे अखाड़ा विकेट कहते हैं. इसी चेन्नई के विकेट पर अपने पिछले दौरे में साल 2016 में इंग्लैंड भारत से एक पारी और 75 रन से हारा था. वर्तमान कप्तान जो रूट भी उसी टीम का हिस्सा थे, लिहाज़ा रूट को हार के दर्द का पता था.
टॉस जीतना इंग्लैंड के पक्ष में गया लेकिन वहां ढाई दिन इंग्लैंड ने पहली पारी में शानदार बल्लेबाज़ी कर इसे सोने पर सुहागा भी साबित किया. रूट का दोहरा शतक तो क़ाबिलेतारीफ है ही लेकिन उनकी डोमिनिक सिबले के साथ तीसरे विकेट के लिए दो सौ रनों की साझेदारी ने भी मैच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
सिबले ने बेहतरीन 87 रन बनाए तो बेन स्टोक्स ने भी 82 रन बनाकर विशाल स्कोर में अपना योगदान दिया. बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी में अपनी छाप छोड़ने वाली इंग्लैंड की टीम ने अगर भारत को पहली पारी में 337 रन पर रोका तो इसका श्रेय उनकी शानदार फ़ील्डिंग को भी जाता है. ख़ुद कप्तान जो रूट ने कवर में थोड़ा आगे खड़े होते हुए अजिंक्य रहाणे का कैच अपने बायीं और गिरते हुए लपका.
भारतीय बल्लेबाज़ों की नाकामी
इंग्लैंड के पहली पारी में बनाए गए 578 रन के जवाब में भारत की सलामी जोड़ी रोहित शर्मा और शुभमन गिल जमकर नहीं खेल सकी. रोहित शर्मा केवल छह और शुभमन गिल 29 रन बना सके. इसके बाद अजिंक्य रहाणे भी केवल एक रन और कप्तान विराट कोहली 11 रन बनाकर पैवेलियन लौट गए.
वह तो ऋषभ पंत ने 91, चेतेश्वर पुजारा ने 73 और वाशिंगटन सुंदर ने नाबाद 85 रन बनाकर भारत को सम्मानजनक 337 रन तक पहुंचाया. पहली पारी के आधार पर 241 रन से पिछड़ने के बाद भारत के पास हारने या मैच को ड्रॉ कराने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं था.
चेन्नई जैसे टूटे विकेट पर जीत के लिए 420 रन बनाना असंभव ही था. दूसरी पारी में भी रोहित शर्मा नाकाम रहे तो रही सही कसर चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत ने आयाराम गयाराम साबित होकर पूरी कर दी.
शुभमन गिल ने अर्धशतक ज़रूर जमाया लेकिन उससे भारत की मुश्किलें कम नहीं हुईं. कप्तान विराट कोहली ने भी एक छोर संभाला लेकिन दूसरे छोर पर उनका साथ देने के लिए बेहतरीन साथी पहले ही उनका साथ छोड़ चुके थे. आख़िरकार विराट कोहली भी 72 रन बनाकर स्टोक्स का शिकार हो गए.
भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों की सिरीज़ का दूसरा टेस्ट मैच चेन्नई में ही 13 फरवरी से खेला जाएगा. अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या भारत अब ऑस्ट्रेलिया दौरे की ही तरह पहला मैच हारकर सिरीज़ में वापसी और जीत की राह पकड़ सकेगा.
वैसे इससे पहले भारत अपनी ही ज़मीन पर आख़िरी बार इंग्लैंड के ही हाथों साल 2012 में टेस्ट सिरीज़ हारा था. ख़ैर अभी तो यह भविष्यवाणी करना मुश्किल है कि सिरीज़ किसके पक्ष में रहेगी लेकिन इतना तो तय है कि जो रूट की कप्तानी में खेल रही इस इंग्लैंड की टीम से पार पाने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को नाकों चने चबाने पड़ेंगे. (bbc.com)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 9 फरवरी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिवंगत मोतीलाल वोरा की स्मृति में राईजर क्लब द्वारा नेशनल स्कूल ग्राउंड केलाबाड़ी में आयोजित फ्लड लाईट टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का नगर निगम के सभापति राजेश यादव ने गरिमामय समारोह में भव्य उद्घाटन किया।
इस अवसर पर एमआईसी प्रभारी हमीद खोखर, दीपक साहू व पूर्व पार्षद अलताफ अहमद विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे। मुख्य अतिथि राजेश यादव ने वृहद स्तर के इस क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन के लिए राईजर क्लब के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए प्रतियोगिता में उच्च स्तर के क्रिकेट प्रदर्शन की खिलाडिय़ों से अपेक्षा जताई, ताकि यह प्रतियोगिता भावी खिलाडिय़ों के लिए प्रेरणादायी साबित हो सके। आयोजन समिति राईजर क्लब के प्रमुख रियाजुद्दीन कुरैशी व शेख रज्जाक ने बताया कि 51 हजार प्रथम व 25 हजार द्वितीय पुरस्कार वाले क्रिकेट प्रतियोगिता में प्रदेशभर से 32 टीमों ने हिस्सा लिया है। प्रतिदिन 8-8 ओवर के 4 मैच खेले जा रहे है।
प्रतियोगिता में खिलाडिय़ों के अलावा दर्शकों के लिए भी विशेष आकर्षक पुरस्कार रखे गए है। प्रतियोगिता में एक से बढक़र एक रोमांचक मैच सामने आ रहे है। जिससे खेल प्रेमियों में क्रिकेट का रोमांच सिर चढक़र बोल रहा है। फलस्वरुप मैच का आनंद उठाने लोग नेशनल स्कूल ग्राउंड केलाबाड़ी में बड़ी संख्या में जुट रहे है। प्रतियोगिता के आयोजन के दौरान राईजर क्लब के पदाधिकारी भुवनेश कुमार साहू, राकेश ठाकुर, जिया खान, जमील खान, बबलू खान, ऋषिकांत तिवारी एवं अन्य सदस्य व्यवस्था बनाने में अहम भूमिका निभा रहे है।
चेन्नई, 9 फरवरी | भारत को पहले टेस्ट में 227 रन से हराने के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा कि मैच में टॉस जीतना और सभी 20 विकेट झटकना उनकी टीम के लिए काफी अच्छा रहा। साथ ही इंग्लिश कप्तान ने यह भी कहा कि उनके बल्लेबाजों ने भी पहले और दूसरे दिन विकेट का भरपूर लाभ लिया और बड़ा स्कोर बनाकर भारत पर दबाव डाला।
इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 420 रनों का लक्ष्य दिया था लेकिन टीम इंडिया 192 रन पर ही ढेर हो गयी और उसे 227 रन की बड़ी हार का सामना करना पड़ा।
रूट ने मैच के बाद कहा, "टॉस जीतना और ऐसी परिस्थिति में सभी 20 विकेट चटकाना टीम के लिए काफी अच्छा रहा। हमें लगा था कि यहां विकेट अच्छा होगा और पहली साझेदारी ने हमें काफी फायदा पहुंचाया। टीम में विभिन्न खिलाड़ियों ने अपना योगदान दिया और जीत के लिए सबसे ज्यादा यही जरूरी है। अगर हमें जीत हासिल करनी है तो टीम में किसी खिलाड़ी को बड़ा योगदान देना होता है और मैं भाग्यशाली हूं कि इस सप्ताह यह काम मैंने किया। हमें पता है कि भारत मजबूती से वापसी करने की कोशिश करेगा।"
रूट ने अपनी टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज जेम्स एंडरसन की तारीफ की और कहा कि इस उम्र में टीम के लिए प्रेरणादायी प्रदर्शन करना वाकई अद्भुत है।
रूट ने कहा, "हमारी योजना 400 से अधिक का स्कोर बनाने की थी। कुछ देर पिच पर समय व्यतित करने के बाद मुझे पता लगा कि विकेट में कुछ बदलाव आएगा। गेंदबाजी में हमें रन रेट की चिंता नहीं थी। यहां आकर पहला मुकाबला जीतना सुखद है। लेकिन जेम्स एंडरसन ने 38 वर्ष की उम्र में भी जिस तरह का प्रदर्शन किया वो वाकई अद्धभुत है। वह टीम में अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत्र हैं।" (आईएएनएस)
चेन्नई, 9 फरवरी | इंग्लैंड के हाथों पहले टेस्ट में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया कि उनकी टीम शुरुआत से ही मेहमान टीम पर दबाव बनाने में असफल रही। इंग्लैंड ने लेफ्ट आर्म स्पिनर जैक लीच (76/4) और तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (17/3) के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत को पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन मंगलवार को 227 रनों से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली।
कोहली ने मैच के बाद कहा, " मुझे नहीं लगता कि हम पहली पारी में उन पर दबाव बनाने में कामयाब रहे। एक गेंदबाजी इकाई के रूप में तेज गेंदबाजों और अश्विन ने पहली पारी में अच्छा किया, लेकिन हमें कुछ और रन बनाने की जरूरत थी और उन पर दबाव बनाना था। कहना होगा कि यह धीमी विकेट थी और गेंदबाजों को मदद नहीं कर रही थी, इससे बल्लेबाजों के लिए स्ट्राइक को रोटेट करने में आसान हो गया। ऐसा पहले दो दिन नहीं देखनो को मिला।"
इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 420 रनों का बड़ा लक्ष्य दिया था जिसके जवाब में टीम इंडिया 58.1 ओवर में 192 रन पर ढेर हो गयी।
उन्होंने इंग्लैंड की टीम की तारीफ करते हुए कहा, " लेकिन इसका श्रेय इंग्लैंड को जाता है, उन्होंने हमें दबाव में रखा और एक बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया। दूसरी पारी में हमारी शारीरिक भाषा सकारात्मक नहीं थी। बल्ले के साथ हम पहली पारी में बेहतर थे। हमें चीजों को समझना होगा और जल्द से जल्द इसमें सुधार करना होगा। इंग्लैंड की टीम पूरे मैच के दौरान हमसे कहीं ज्यादा पेशेवर थी। (आईएएनएस)
चेन्नई, 9 फरवरी | जोए रूट सर्वाधिक टेस्ट मैच जीतने वाले इंग्लैंड के कप्तान बन गए हैं। रूट की कप्तानी में इंग्लैंड ने यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में मंगलवार को भारत को पहले टेस्ट मैच में 227 रनों से हरा दिया। रूट ने इंग्लैंड के लिए अब तक 47 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है, जिसमें उन्होंने 26 टेस्ट जीते हैं।
रूट से पहले इंग्लैंड के लिए बतौर कप्तान सर्वाधिक टेस्ट मैच जीतने का रिकॉर्ड माइकल वॉन के नाम था, जिन्होंने बतौर कप्तान 51 टेस्ट मैचों 26 मैच जीते थे।
उनके अलावा एंड्रयू स्ट्रॉस 50 टेस्ट मैचों में 24, एलेस्टेयर कुक 59 टेस्ट मैचों में 24 और पीटर मे 41 टेस्ट मैचों में 20 मैच बतौर कप्तान जीत हासिल कर चुके हैं।
रूट ने एशिया में बतौर कप्तान छह टेस्ट मैचों में से सभी मैच जीते हैं। इन छह मैचों में से पांच मैचों में उन्होंने श्रीलंका को लगातार पांच मैचों में हराया है और अब उन्होंने भारत दौरे पर भी कप्तान विजयी शुरुआत की है।
रूट से पहले दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ एशिया में 21 टेस्ट मैचों में आठ जीत और क्लाइव लॉयड 17 टेस्ट मैचों में सात टेस्ट जीत चुके हैं। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 9 फरवरी | विश्व के दूसरे नंबर के खिलाड़ी स्पेन के राफेल नडाल और रुस के डेनियल मेदवेदेव मंगलवार को वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के पुरुष एकल वर्ग के पहले राउंड में अपने-अपने मुकाबले जीत कर दूसरे दौर में पहुंच गए, जबकि स्पेन के रोबटरे बतिस्ता अगुत अपना मुकाबला हार कर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। ऑस्ट्रेलियन ओपन की आधिकारिक वेबसाइट एयूएसओपन डॉट कॉम के अनुसार, नडाल का पहले दौर में 56वीं रैंकिग के स्पेन के लासलो जेरे से मुकाबला था। नडाल ने एक घंटे 52 मिनट तक चले मुकाबले में लगातार सेटों में 6-3, 6-4, 6-1 से एकतरफा जीत हासिल कर दूसरे राउंड में प्रवेश किया।
नडाल ने इस मैच में 19 विनर्स लगाए जबकि जेरे ने 20 विनर्स लगाए। विश्व रैंकिग में दूसरे नंबर के खिलाड़ी ने 24 बेजां भूलें की और जेरे ने 36 की।
पुरुष एकल वर्ग के एक अन्य मुकाबले में चौथे रैंकिग के मेदवेदेव ने कनाडा के वासेक पोसपिसिल को एक घंटे 47 मिनट तक चले मुकाबले में लगातार सेटों में 6-2, 6-2, 6-4 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया। मेदवेदेव ने मुकाबले में आठ एस लगाए जबकि पोसपिसिल ने छह एस लगाए।
मेदवेदेव ने मैच में 20 जबकि पोसपिसिल ने 25 विनर्स लगाए। रुसी खिलाड़ी ने पोसपिसिल के खिलाफ 13 बेजां भूलें की जबकि पोसपिसिल ने 43 बेजां भूलें की।
इस बीच विश्व रैंकिंग में 12वें नंबर के खिलाड़ी अगुत बड़े उलटफेर का शिकार बने और उन्हें पहले राउंड में 85वें रैंकिग के खिलाड़ी मोलदोवा के राडु एलबोट के हाथों तीन घंटे 15 मिनट तक चले मुकाबले में 7-6, 0-6, 4-6, 6-7 से हार का सामना करना पड़ा और वह पहले दौर में ही बाहर हो गए।
एलबोट ने अगुत को पहले सेट से ही कड़ी चुनौती पेश की लेकिन अगुत अपनी सूझ-बूझ से पहला सेट जीतने में कामयाब रहे। लेकिन दूसरे सेट में एलबोट ने वापसी की और एकतरफा अंदाज में अगुत को पछाड़ा। तीसरे सेट में भी एलबोट ने अपनी लय को बरकरार रखा और अगुत को पीछे छोड़ तीसरा सेट जीता। चौथे सेट में दोनों खिलाड़ियों के बीच एक बार फिर कड़ी टक्कर देखने को मिली लेकिन अंत में एलबोट ने अगुत को चौथे सेट में भी पछाड़कर मुकाबला जीता और दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 9 फरवरी | भारत के शीर्ष एकल पुरुष टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के एकल वर्ग में पहले दौर के मुकाबले में मंगलवार को लिथुआनिया के रिकार्डस बेरांकिस से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। भारत के एकल वर्ग में दूसरे सर्वाधिक रैंकिंग वाले खिलाड़ी नागल को बेरांकिस के हाथों दो घंटे छह मिनट तक चले मुकाबले में 2-6, 5-7, 3-6 से हार का सामना करना पड़ा।
23 वर्षीय नागल का पुरुष एकल वर्ग में यह तीसरा ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट है। इससे पहले वह 2019 और 2020 के यूएस ओपन में हिस्सा ले चुके हैं। पिछले वर्ष यूएस ओपन के पहले दौर में नागल ने जीत हासिल की थी। 2013 में सोमदेव देववर्मन के बाद नागल भारत के पहले टेनिस खिलाड़ी थे जिन्होंने किसी ग्रैंड स्लैम में एकल वर्ग के पहले दौर के मुकाबले में जीत हासिल की थी।
इस बीच भारत के रोहन बोपन्ना और दिविज शरण पुरुष युगल वर्ग में अपने-अपने जोड़ीदारों के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन में चुनौती पेश करेंगे।
बोपन्ना अपने जोड़ीदार जापान के बेन मैकलाचलन के साथ पहले दौर में कोरियाई जोड़ी नाम जी सुंग और मिन क्यू सोंग के सामने बुधवार को चुनौती पेश करेंगे। शरण और उनके जोड़ीदार स्लोवाकिया के इगोर जेलेने का पहले दौर में मुकाबला जर्मनी की जोड़ी केविन कराविट्ज और यानिक हांफमान के साथ होगा। (आईएएनएस)
चेन्नई, 9 फरवरी| तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन 8/3 की घातक गेंदबाजी ने भारतीय टीम को मुश्किल में डाल दिया है और टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पांचवें और अंतिम दिन मंगलवार को लंच तक छह विकेट पर 144 रन बना लिए हैं। भारत अब मैच बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है। लंच ब्रेक तक कप्तान विराट कोहली 51 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 45 और रविचंद्रन अश्विन 16 गेंदों में दो रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं। इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 420 रनों का मजबूत लक्ष्य दिया था और भारतीय टीम ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 39 रन बनाए थे। टीम इंडिया ने पांचवें दिन यहां से आगे खेलना शुरु किया और युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल 15 तथा चेतेश्वर पुजारा ने 12 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया।
पुजारा और गिल के बीच दूसरे विकेट के लिए अच्छी साझेदारी चल रही थी लेकिन जैक लीच ने बेन स्टोक्स के हाथों कैच कराकर पुजारा को आउट कर दिया। पुजारा ने 38 गेंदों में एक चौके की मदद से 15 रन बनाए। शुभमन ने इसके बाद विराट के साथ पारी को आगे बढ़ाया और शुभमन ने अपने करियर की तीसरा अर्धशतक पूरा किया।
शुभमन हालांकि, अर्धशतक पूरा करने के बाद ज्यादा देर नहीं टिक सके और एंडरसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। शुभमन ने 83 गेंदों में सात चौकों और एक छक्के की मदद से 50 रन बनाए। नए बल्लेबाज के रुप में उतरे उपकप्तान अजिक्य रहाणे तीन गेंद खेल कर खाता खोले बिना एंडरसन की गेंद पर बोल्ड हो गए।
पहली पारी में बेहतर पारी खेलने वाले ऋषभ पंत भी कुछ खास नहीं कर सके और एंडरसन की गेंद पर रुट को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। पंत ने 11 रन बनाए। इसके बाद डॉम बेस ने वाशिंगटन सुंदर को बटलर के हाथों कैच कराकर आउट किया और भारत को छठा झटका दिया। सुंदर खाता खोले बिना आउट हुए।
इंग्लैंड की ओर से एंडरसन ने तीन विकेट, लीच ने दो विकेट और बेस ने एक विकेट लिया। (आईएएनएस)
चेन्नई, 8 फरवरी | इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट के चौथे दिन सोमवार को टेस्ट करियर का 300वां विकेट पूरा करने वाले टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का कहना है कि उनका जीवन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है लेकिन इस दौरान उन्हें कई मेंटर मिले जिन्होंने उन्हें घरेलू और विदेशी जमीन पर हर माहौल में किस तरह गेंदबाजी करनी है वो सिखाया है। इशांत ने चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, "जीवन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। मुझे काफी अनुभव मिला। कई मेंटर मिले जिन्होंने मुझे भारतीय जमीन पर तथा विदेशी जमीन किस तरह गेंदबाजी करनी है वो सिखाया है। घरेलू क्रिकेट में चार ओवर गेंदबाजी करने के बाद पिछले तीन-चार दिनों के अंदर 35 ओवर गेंदबाजी करने से मुझे थोड़ी दिक्कत हुई।"
इशांत भारत की ओर से 300 विकेट लेने वाले तीसरे तेज गेंदबाज बन गए। इशांत ने यह उपलब्धि इंग्लैंड की दूसरी पारी में डेनियल लॉरेंस को पगबाधा आउट कर हासिल की। इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 420 रनों का लक्ष्य दिया है और दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया एक विकेट खोकर 39 रन बना चुकी है तथा उसे यह मुकाबला जीतने के लिए एक दिन में 381 रन बनाने हैं।
इशांत ने कहा, "अगर हम पांचवें दिन अच्छी शुरुआत करते हैं तो लक्ष्य हासिल कर सकते हैं क्योंकि टीम का बल्लेबाजी क्रम मजबूत है और निडर है। हालांकि, इसके लिए जरुरी है कि हम नौ विकेट पर ध्यान नहीं देकर 381 रन पर ध्यान केंद्रित करें। पहले दो दिन पिच तेज गेंदबाजों और स्पिन की मदद नहीं कर रही थी और ऐसा लग रहा था कि हम सड़क पर खेल रहे हैं। लेकिन चौथे दिन पिच में टर्न आया।"
ढाका में 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट पदार्पण करने वाले इशांत के अलावा भारत के विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव और पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने टेस्ट मैचों में 300 विकेट लिए हैं। इनके अलावा ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, पूर्व गेंदबाज अनिल कुंबले और हरभजन सिंह के नाम भी टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट हासिल करने का रिकॉर्ड है।
इशांत ने यह मुकाम अपने 98वें टेस्ट मुकाबले में हासिल किया। उनसे पहले अश्विन (54 मैच) कुंबले (66 ), हरभजन (72), कपिल (83) और जहीर ने (89) मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी। इशांत ने भारत के लिए 80 वनडे और 14 टी20 मुकाबले खेले हैं, जिनमें उन्होंने क्रमश: 115 और आठ विकेट झटके हैं। (आईएएनएस)
चेन्नई, 8 फरवरी | इंग्लैंड ने यहां एमए चिदम्बरम स्टेडियम में भारत के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को चायकाल तक अपनी दूसरी पारी में पांच विकेट पर 119 रन बनाकर 360 रनों की मजबूत बढ़त कर ली है। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 578 रनों का स्कोर बनाया था जबकि उसने भारत को उसकी पहली पारी में 337 रन पर आलआउट कर दिया था।
चायकाल के समय ओली पोप 23 गेंदों पर एक चौके की मदद से 18 जबकि जोस बटलर 16 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के के सहारे 14 रन बनाकर नाबाद हैं। दोनों बल्लेबाजों के बीच छठे विकेट के लिए अब तक 14 रनों की साझेदारी हुई है।
भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन ने अब तक तीन और ईशांत शर्मा तथा जसप्रीत बुमराह ने एक-एक विकेट लिए हैं।
इससे पहले, इंग्लैंड ने लंच के बाद अपनी दूसरी पारी में एक विकेट पर एक रन से आगे खेलना शुरू किया। डॉमिनिक सिब्ले और डेनियल लॉरेंस ने अपनी-अपनी पारी को आगे बढ़ाया। दूसरी पारी में इंग्लैंड की शुरुआत सही नहीं रही और मेहमान टीम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाती चली गई।
लंच के बाद सिब्ले 37 गेंदों पर दो चौकों के सहारे 16, डेनियल लॉरेंस 47 गेंदों पर एक चौके की मदद से 18, कप्तान जोए रूट 32 गेंदों पर सात चौकों की बदौलत 40 और बेन स्टोक्स 12 गेंदों पर एक चौके की मदद से सात रन बनाकर सस्ते में आउट हो गए।
इससे पहले, भारत ने अपने तीसरे दिन (रविवार) के स्कोर छह विकेट पर 257 रन से आगे खेलना शुरू किया। सुंदर ने 33 और अश्विन ने अपनी पारी को आठ रन से आगे बढ़ाया। दोंनो बल्लेबाजों ने सातवें विकेट के लिए 80 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी कर भारत को संकट से बाहर निकालने की कोशिश की।
अश्विन टीम के 305 के स्कोर पर सातवें बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। उन्होंने 91 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्के के सहारे 31 रन बनाए। इसके बाद भारत ने 312 के स्कोर पर शाहबाज नदीम (0) के रूप में अपना आठवां, इशांत शर्मा (4) के रूप में अपना नौवां और जसप्रीत बुमराह (0) के रूप में अपना 10वां विकेट गंवाया।
हालांकि अपने करियर का मात्र दूसरा टेस्ट खेल रहे सुंदर ने भारतीय पारी को एक छोर से संभाले रखा और अपने करियर का लगातार दूसरा अर्धशतक पूरा किया। सुंदर के अर्धशतक की बदौलत भारत 300 रनों के पार तक पहुंचने में सफल रहा। सुंदर ने 138 गेंदों पर 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से 85 की रनों की नाबाद पारी खेली।
उनके अलावा पुजारा ने 143 गेंदों पर 11 चौके और पंत ने 88 गेंदों पर नौ चौके और पांच छक्के लगाए। भारत तीसरे दिन एक समय 73 रन तक रोहित शर्मा (6), शुभमन गिल (29), कप्तान विराट कोहली (11), अजिंक्य रहाणे (1) के रूप में अपने चार विकेट गंवा चुका था। लेकिन पुजारा और पंत ने तीसरे दिन पांचवें विकेट के लिए 119 रनों की शतकीय साझेदारी कर भारत को संकट से बाहर निकालने में मदद की थी।
इंग्लैंड की ओर से डॉमिनिक बेस ने सर्वाधिक चार विकेट लिए हैं जबकि जोफ्रा आर्चर, जेम्स एंडरसन और जैक लीच को दो-दो सफलता मिली। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 8 फरवरी (आईएएनएस)| विश्व के तीसरे नंबर के खिलाड़ी ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थीम, जर्मनी के एलेक्सजेंडर ज्वेरेव और स्विटजरलैंड के स्टान वावरिंका ने वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम-ऑस्ट्रेलियन ओपन में सोमवार को अपने-अपने मुकाबले जीत कर दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया। टूर्नामेंट की आधिकारिक वेबसाइट-एयूएसओपन डॉट कॉम के अनुसार, थीम ने पहले राउंड में कजाखस्तान के मिखाइल कुकुशकिन को दो घंटे 40 मिनट तक चले मुकाबले में 7-6, 6-2, 6-3 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया। थीम ने कुकुशकिन के खिलाफ मैच में 29 विनर्स लगाए जबकि कुकुशकिन ने 17 विनर्स लगाए। थीम ने मुकाबले में 27 बेजां भूलें की और कुकुशकिन ने 48 बेजां भूलें कीं।
पुरुष वर्ग के एक अन्य मुकाबले में विश्व के सातवें नंबर के खिलाड़ी ज्वेरेव ने अमेरिका के मारकोस गिरोन को दो घंटे 42 मिनट तक चले मुकाबले में 6-7, 7-6, 6-3, 6-2 से मात देकर दूसरे राउंड में जगह बनाई। ज्वेरेव पहले सेट में गिरोन से पिछड़ गए थे लेकिन उन्होंने बाकी के तीन सेटों में दमदार तरीके से वापसी करते हुए गिरोन को हराया।
ज्वेरेव ने मुकाबले में 50 विनर्स और गिरोन ने 28 विनर्स लगाए। ज्वेरेव ने मैच में 39 बेजां भूलें की जबकि गिरोन ने 41 बेजां भूलें की। ज्वेरेव ने गिरोन के खिलाफ 16 एस लगाए लेकिन गिरोन 6 एस ही लगा सके।
पहले दौर में ही वावरिका ने पुर्तगाल के प्रेडो सोउसा को एक घंटे 36 मिनट तक चले मुकाबले में लगातार सेटों में 6-3, 6-2, 6-4 से हराकर दूसरे दौरे में स्थान पक्का किया। वावरिंका ने मुकाबले में 35 विनर्स लगाए जबकि सोउसा 18 विनर्स ही लगा सके। वावरिंका ने मैच में 26 बेजां भूलें की और सोउसा ने 31 बेजां भूलें की। वावरिंका का दूसरे दौरे में हंगरी के मारटोन फुकसोविक्स से मुकाबला होगा।
पुरुष वर्ग के अन्य मुकाबलों में कनाडा के मिलोस राओनिक ने अर्जंटीना के फेडेरिको कोरिया को लगातार सेटों में 6-3, 6-3, 6-2 से हराकर दूसरे राउंड में जगह बनाई। राओनिक का दूसरे दौर में फ्रांस के कोरेंटिन मोफटेट से मुकाबला होगा, जिन्होंने पहले दौरे में ऑस्ट्रेलिया के जॉन मिलमैन को 6-4, 6-7, 3-6, 6-2, 6-3 से हराकर दूसरे राउंड में प्रवेश किया।
ग्लेशियर टूटने के बाद सबसे अधिक प्रभावित हुए जोशीमठ के तपोवन में भारतीय सेना के जवानों ने इंजीनियर टास्क फोर्स के साथ मिलकर सुरंग को खोल दिया है। फंसे हुए लोगों को निकालने के बाद साइट पर सेना द्वारा बनाए गए फील्ड अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है।
चेन्नई, 8 फरवरी | इशांत शर्मा टेस्ट मैचों में भारत की ओर से 300 विकेट लेने वाले तीसरे तेज गेंदबाज बन गए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में जारी पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को इशांत ने यह मुकाम हासिल किया।
इशांत ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में डेनियल लॉरेंस को पगबाधा आउट कर 300 विकेट की उपलब्धि हासिल कर ली।
इशांत के अलावा भारत के विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव और पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने टेस्ट मैचों में 300 विकेट लिए हैं। इनके अलावा ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, पूर्व गेंदबाज अनिल कुंबले और हरभजन सिंह के नाम भी टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट हासिल करने का रिकॉर्ड है।
हालांकि, इशांत इस मुकाम तक काफी धीमी गति से पहुंचे हैं। उन्होंने 98 टेस्ट मुकाबलों में यह उपलब्धि हासिल की है जबकि अश्विन महज 54 मुकाबलों में 300 विकेट पूरे कर चुके थे। अश्विन के पीछे कुंबले (66 मैच), हरभजन (72), कपिल (83) और जहीर ने (89) मैचों में यह उपलब्धि हासिल की थी।
कुंबले भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 619 विकेट लिए हैं। उनके पीछे कपिल हैं जिन्होंने 434 विकेट तथा हरभजन के नाम अबतक 417 विकेट हैं।
इशांत ने 2007 में ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ अपना टेस्ट पदार्पण किया था। उन्होंने भारत के लिए 80 वनडे और 14 टी20 मुकाबले खेले हैं, जिनमें उन्होंने क्रमश: 115 और आठ विकेट झटके हैं। (आईएएनएस)
चेन्नई, 8 फरवरी | ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट में किसी पारी में पहली गेंद पर विकेट लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर बन गए हैं। अश्विन ने इंग्लैंड के साथ यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में जारी पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार को इंग्लैंड की दूसरी की पहली ही गेंद पर विकेट लेकर यह उपलब्धि हासिल की।
अश्विन ने अपनी पहली ही गेंद पर इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स को स्लिप में अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराकर विकेट अपने नाम किया।
इससे पहले, इंग्लैंड के लेफ्ट आर्म स्पिनर बोबी पील ने 1888 में एशेज सीरीज के दौरान तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में पहली ही गेंद पर आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलेक बैनरमैन का विकेट लिया था।
उनके बाद दक्षिण अफ्रीका के बेर्ट वोगलर ने पील की उपलब्धि को दोहराया था जब उन्होंने लंदन में इंग्लैंड के टॉप हेवर्ड को पहली ही गेंद पर आउट किया था। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 8 फरवरी | अपने 24वें ग्रैंड स्लैम खिताब की तलाश में लगी अमेरिका की दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने सोमवार से यहां शुरू हुए साल के पहले ग्रैंड स्लैम आस्ट्रेलियन ओपन टूर्नामेंट में विजयी शुरुआत करते हुए दूसरे दौर में जगह बना ली। 10वीं सीड सेरेना ने महिला एकल वर्ग के अपने पहले दौर के मुकाबले में जर्मनी की लुएरा सिगमंड को 56 मिनट तक चले मुकाबले में 6-1, 6-1 से मात दी।
सेरेना का टूर्नामेंट में यह 100वां मैच था। यहां आठ आस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीतने वाली सेरेना का दूसरे राउंड में बुधवार को सर्बिया की निना स्टोजानोविक से मुकाबला होगा।
इससे पहले दिन के अन्य मुकाबलों में सेरेना की बहन वीनस विलियम्स ने सीधे सेटों में जीत दर्ज करते हुए दूसरे राउंड में प्रवेश कर लिया। वीनस ने बेल्जियम की कर्स्टन फ्लिप्केंस को 7-5, 6-2 से पराजित किया।
एक अन्य मुकाबले में तीन बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन जापान नाओमी ओसाका ने 68 मिनट तक चले अपने पहले दौर के मुकाबले में रूस की एनास्तासिया पी को 6-1, 6-2 से हराया।
दूसरे राउंड में ओसाका का सामना पूर्व वर्ल्ड नंबर-4 फ्रांस की गैरोलिना गार्सिया से होगा, जिन्होंने अपने पहले राउंड के मुकाबले में स्नोवेनिया की पोलोना हेरॉग को 7-6(6), 6-3 से शिकस्त दी।
हालांकि जर्मनी एंजेलिक केर्बर को पहले ही दौर में हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो जाना पड़ा। 23वीं सीड केर्बर को अमेरिका की बी पेरा के हाथों एक घंटे और 10 मिनट तक चले मुकाबले में 0-6, 4-6 से हार का सामना करना पड़ा।
15वीं सीड पोलेंड की इगा स्वितेक ने नीदरलैंड़्स की ए रुस को 6-1, 6-3 से मात देकर अगले दौरे में जगह बनाई। (आईएएनएस)
चेन्नई, 8 फरवरी | भारत की पूरी टीम इंग्लैंड के खिलाफ एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन 337 रन पर ढेर हो गई। इंग्लैंड ने पहली पारी में 578 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था। इसके साथ ही इंग्लैंड ने 241 रनों की बढ़त हासिल कर ली है। हालांकि, मेहमान टीम ने भारत को फॉलो-ऑन नहीं दिया और फिर से बल्लेबाजी करने का फैसला किया। 6 विकेट के नुकसान पर 257 रनों के स्कोर से आगे खेलते हुए भारत ने पहले घंटे के ब्रेक से ठीक पहले रविचंद्रन अश्विन को खो दिया। अश्विन को जैक लीच ने आउट किया। अश्विन (31) ने आउट होने से पहले वाशिंगटन सुंदर के साथ 80 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
इससे पहले तीसरे दिन, ऋषभ पंत और चेतेश्वर पुजारा ने 91 और 73 रनों का बहुमूल्य योगदान दिया। (आईएएनएस)
बांग्लादेश- 430 रन (मेहदी हसन-103, वारिकन- 133/4), एवं 223-8 पारी समाप्त घोषित (मोमिनुल 115, वारिकन- 57/3)
वेस्ट इंडीज़- 259 (ब्रेथवेट 76, मेहदी हसन -58/4) एवं 395-7 (मेयर्स- 210 नॉट आउट, बोन्नर 86)
टेस्ट मैचों में डेब्यू कर रहे कायले मेयर्स की धमाकेदार नॉटआउट 210 रनों की पारी के चलते वेस्ट इंडीज़ ने एक रोमांचक मुक़ाबले में बांग्लादेश को तीन विकेट से हरा दिया.
वेस्ट इंडीज़ ने सात विकेट के नुक़सान पर 395 रन बनाकर जब ये मैच जीता तब मैच ख़त्म होने में महज़ 15 गेंद फेंकी जानी बाक़ी थी.
ये जीत टेस्ट इतिहास की चौथी पारी में सबसे ज़्यादा रनों का पीछा करने के हिसाब से पांचवीं सबसे बड़ी जीत है.
ख़ास बात ये रही कि वेस्ट इंडीज़ की जीत में आधे से ज़्यादा रन मेयर्स के बल्ले से आए.
मेयर्स ने इस दौरान चौथे विकेट के लिए टीम के लिए डेब्यू कर रहे नकरुमाह बोन्नर के साथ 216 रन जोड़े.
बोन्नर 86 रनों पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए लेकिन मेयर्स ने आक्रामक अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करते हुए टीम को ज़ोरदार जीत दिलाई.
कायले मेयर्स टेस्ट क्रिकेट की नयी सनसनी, पहले टेस्ट की चौथी पारी में नॉटआउट 210 रन ठोक कर टीम को दिलाई हैरतअंगेज़ जीत
मेयर्स ने अपनी पारी में 310 गेंदों का सामना किया और 20 चौके और सात छक्कों की मदद नॉट आउट 210 रन बटोरे.
उनकी इस पारी को आधुनिक क्रिकेट की सबसे बेहतरीन पारी में गिना जा रहा है.
28 साल के मेयर्स बारबेडास के बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने इस टेस्ट मैच से पहले अब तक महज़ 32 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं. इन 32 मैचों में भी उनका औसत सामान्य ही रहा है. उन्होंने 2018 में खेल से दो साल का ब्रेक ले लिया था और पिछले ही साल उन्होंने वापसी की थी.
लेकिन अपनी क्षमता पर उन्हें कभी संदेह नहीं रहा. मैच के बाद उन्होंने कहा, "मैं हमेशा पॉज़िटिव था, मुझे अपनी क्षमता पर भरोसा भी था. मुझे भरोसा था कि हम यहां तक पहुंच सकते हैं. हमने कभी हार नहीं मानी, संघर्ष जारी रखा."
उनकी पारी को करिश्माई पारी माना जा रहा है. वेस्ट इंडीज़ के कमेंटेटर फ़ज़ीर मोहम्मद ने इसे जादुई कहानियों वाली पारी बताया. उन्होंने तब ये पारी खेली है जब टीम के अधिकांश सीनियर खिलाड़ी कोविड संक्रमण की चिंताओं के चलते इस दौरे से अनुपस्थित हैं.
यही वजह है कि इस मैच में मेयर्स, बोनर और बल्लेबाज़ शायने मोसले ने अपना अपना टेस्ट डेब्यू किया है.
फ़ज़ीर मोहम्मद ने बीबीसी क्रिकेट सोशल से कहा, "अगर दौर के बहुत सारे खिलाड़ी उपलब्ध होते तो इन खिलाड़ियों को डेब्यू करने का मौका ही नहीं मिलता. मेयर्स ने पहली पारी में 40 रन बनाए थे, उनकी पहली पारी में भी साफ़ ज़ाहिर हो रहा था कि कोई पॉज़िटिव खिलाड़ी टीम को मिला है. ऐसा बल्लेबाज़ जो ख़राब गेंद को छोड़ता नहीं."
वैसे अपनी इस तूफ़ानी पारी के साथ ही मेयर्स टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में दोहरा शतक बनाने वाले क्रिकेट इतिहास के महज़ छठे खिलाड़ी बने हैं. वहीं डेब्यू टेस्ट में दोहरा शतक बनाने का कारनामा भी उनसे पहले महज़ पांच बल्लेबाज़ों के नाम रहा है.
डेब्यू टेस्ट की दूसरी पारी में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड
इतना ही नहीं डेब्यू टेस्ट की दूसरी पारी में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अब मेयर्स के नाम है, वहीं चौथी पारी में जीत के लिए सबसे ज़्यादा व्यक्तिगत रन बनाने के हिसाब से वे दूसरे पायदान पर हैं. उनसे पहले वेस्ट इंडीज़ के ही गॉर्डेन ग्रीनीज ने लॉर्ड्स में 1984 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ नाबाद 214 रन ठोके थे.
चौथी पारी में जीत के लिए 395 रन का स्कोर 2008 के बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत है, वहीं एशियाई पिचों पर रनों का पीछा करने के लिहाज़ से ये सबसे बड़े लक्ष्य पर हासिल की गई जीत है.
वेस्ट इंडीज़ ने मैच के अंतिम दिन तीन विकेट पर 110 रनों से पारी को आगे बढ़ाया, तब शायद ही किसी को टीम की जीत की उम्मीद थी.
लेकिन मेयर्स ने गेंद को मैदान के प्रत्येक कोने में पहुंचाने का सिलसिला जारी रखा. बोन्नर ने उनका बखूबी साथ दिया. दिन के पहले दो सत्रों में बांग्लादेशी गेंदबाज़ों को कोई कामयाबी नहीं मिली.
मैच की दूसरी पारी में जांघ में इंजरी के चलते साकिब अल हसन स्पिन गेंदबाज़ी के लिए उपलब्ध नहीं थे. वे दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी भी नहीं कर पाए थे, लेकिन टीम को उनकी गेंदबाज़ी की कमी खली. ताइजुल इस्लाम ने चाय के बाद पहले ओवर में बोन्नर का विकेट झटक टीम को कामयाबी दिलाई. इसके बाद नईम हसन ने जर्मेन ब्लैकवुड को नौ रनों पर पवेलियन भेज दिया. इस विकेट के बाद मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया था.
लेकिन इसके बाद विकेटकीपर जोसुआ डि सिल्वा ने मेयर्स का साथ दिया. मेयर्स ने दूसरे छोर पर तूफ़ानी बल्लेबाज़ी का सिलसिला जारी रखा.
उन्होंने बाएं हाथ के स्पिनर ताइजुल की गेंद पर छक्के साथ अपना दोहरा शतक पूरा किया.
इसके बाद ताइजुल ने डि सिल्वा को बोल्ड कर दिया. डि सिल्वा ने 59 गेंदों पर 20 रन बनाए. इसके केमार रोच खाता खोले बिना आउट हो गए.
लेकिन मेयर्स ने दूसरी छोर पर टीम को एतिहासिक जीत दिलाकर ही दम लिया.
वेस्ट इंडीज़ के शानदार प्रदर्शन के बावजूद बांग्लादेश की टीम इस मुक़ाबले में डिसिजन रिव्यू सिस्टम का बेहतर इस्तेमाल नहीं कर सकी, मेयर्स और बोन्नर की साझेदारी के दौरान भी टीम ने भी कई मौके गंवाए.
मेयर्स जब 47 रन पर खेल रहे थे तब ताइजुल की गेंद उनके पैड पर टकरायी थी, बोन्नर के ख़िलाफ़ भी इसके तुरंत बाद नईम की गेंद पर एलबीडब्ल्यू की अपील हुई थी. बांग्लादेशी कप्तानी मोमिनुल हक ने दोनों बार डीआरएस नहीं लिया, बाद में रिप्ले से ज़ाहिर हुआ कि दोनों बार बल्लेबाज़ आउट थे. इसके अलावा जब मेयर्स 49 रन पर थे तब मेहदी हसन की गेंद पर नजमुल होसेन शंटो ने पहली स्लिप में उनका कैच टपका दिया था. मेयर्स ने बाद उनके हाथों से टेस्ट छीन लिया.
सिरीज़ का दूसरा और निर्णायक मुक़ाबला गुरुवार से मीरपुर में शुरू होगा. (bbc.com)
बोम्बोलिम (गोवा), 8 फरवरी (आईएएनएस)| हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन में आंकड़ों के लिहाज से सबसे आगे चल रहीं दो टीमों-एफसी गोवा और मुम्बई सिटी एफसी आज बोम्लोलिम के जीएमसी स्टेडियम में इस सीजन में दूसरी बार आमने-सामने होंगी। आंकड़ों की बात की जाए तो मुम्बई और गोवा हर लिहाज से पहले और दूसरे स्थान पर हैं। हालांकि अंक तालिका में अंतर है। मुम्बई जहां 33 अंकों के साथ पहले स्थान पर है वहीं गोवा की टीम पूरे 11 अंक पीछे रहते हुए तीसरे स्थान पर है।
आंकडों की बात की जाए तो सर्जियो लोबेरा की मुम्बई सिटी एफसी 56 फीसदी पजेशन और 486 पासों के साथ हालांकि गोवा (59 फीसदी पजेशन और 489 पास) से पीछे है। लीग में हालांकि अब तक मुम्बई का पास एकुरेसी 75.71 फीसदी है जो एफसी गोवा (74,04) से बेहतर है।
इससे पहले जब इस सीजन में दोनों टीमें भिड़ी थीं तो मुम्बई ने वह मुकाबला 1-0 से जीता था। मुम्बई के लिए एडम लेफोंड्रे ने इंजुरी टाइम में गोल करते हुए जीत पक्की की थी।
यह गोल पेनाल्टी पर हुआ था। इस मैच में गोवा के रिडीम थ्लांग को 40वें मैच में रेड कार्ड मिला था। अब गोवा की टीम यह साबित करना चाहेगी कि पहले मैच में मुम्बई को इत्तेफाकन जीत मिली थी।
जहां तक मुम्बई की बात है तो उसे इस मैच में हर हाल में जीत चाहिए क्योंकि उसे अपना टॉप स्पॉट बनाए रखना है। एटीके मोहन बागान 30 अंकों के साथ उसके पीछे लगा हुआ है। गोवा की टीम आठ मैचों अजेय है और इस लिहाज से मुम्बई के लिए उसे हराना आसान नहीं होगा।
गोवा के कोच जुआन फेरांडो को अच्छी तरह पता है कि कई टीमें प्लेआफ के लिए दावा पेश कर रही हैं और ऐसे में अगर उनकी टीम से छोटी भी भूल हुई तो वह महंगी पड़ सकती है। फेरांडो ने हालांकि यह मानने से इंकार किया कि इन तमाम समीकरणों के बावजूद उनकी टीम किसी तरह के दबाव में है।
मुंबई बेशक इस सीजन में सबसे ज्यादा गोल करने वाली टीम है, लेकिन पिछले हफ्ते गोवा के इगोर एंगुलो ने इस सीजन में अपने गोलों की संख्या 10 कर दी। उनके सामने अमरिंदर सिंह होंगे, जो गोल्डन ग्लोव अवार्ड के लिए मौजूदा दावेदार हैं। मुम्बई के लिए अच्छी बात यह है कि उसके सभी खिलाड़ी फिट हैं लेकिन यह वही टीम है जिसने इस सीजन में सबसे अधिक पीले कार्ड पाए हैं।
चेन्नई, 8 फरवरी | उत्तराखंड के चमोली में जोशीमठ के पास ग्लेशियर टूटने के चलते आई भीषण बाढ़ में जानमाल के नुकसान से आहत भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने राहत, बचाव के लिए एक मैच की फीस देने की घोषणा की है। वो भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम के सदस्य हैं। रविवार सुबह हुई दुखद घटना के बाद लगभग 150 लोगों के लापता होने और उनके मारे जाने की आशंका है। 10 से अधिक लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
पंत ने लोगों से अपील की कि वे भी मदद करें।
पंत ने एक ट्वीट में कहा, उत्तराखंड में हुए हादसे से बहुत दुख हुआ। राहत, बचाव के लिए अपनी मैच फीस देना चाहूंगा और अधिक लोगों से मदद करने की अपील करूंगा।
हरभजन सिंह ने ट्वीट किया, उत्तराखंड के लोग धीरज से काम लें। हर किसी की सलामती की प्रार्थना करता हूं।
बचाव अभियान अभी भी जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये अनुग्रह राशि की घोषणा की है। आपदा में गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 50,000 रुपये का मुआवजा दिया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी सभी मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। (आईएएनएस)
फातोर्दा (गोवा), 7 फरवरी | जर्मन मिडफील्डर मैटी स्टीमन (एक गोल और एक असिस्ट) के शानदार प्रदर्शन के दम पर एससी ईस्ट बंगाल ने रविवार को फतोर्दा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन के अपने 16वें मुकाबले में जमशेदपुर एफसी को 2-1 से हरा दिया। स्टीमन ने छठे मिनट में, जबकि एंथोनी पिल्किंगटन ने 68वें मिनट में गोल किया। ईस्ट बंगाल के दूसरे गोल में स्टीमन का भी असिस्ट रहा। जमशेदपुर के लिए पीटर हार्टले ने 83वें मिनट में एकमात्र गोल किया।
ईस्ट बंगाल की 16 मैचों में यह तीसरी जीत है और टीम अब 16 अंकों के साथ नौवें नंबर पहुंच गई है। टीम को पांच मैचों के बाद पहली जीत मिली है। जमशेदपुर को 16 मैचों में छठी हार का मुंह देखना पड़ा है। टीम 18 अंकों के साथ सातवें नंबर पर है।
एससी ईस्ट बंगाल के लिए तीन खिलाड़ी इस मैच में अपना पदार्पण करने उतरे, जबकि गोलकीपर सुब्रत पॉल आईएसएल में अपना 92वां मैच खेलने उतरे। टीम ने आक्रामक शुरुआत की और छठे मिनट में ही 1-0 की बढ़त बना ली।
ईस्ट बंगाल के लिए यह गोल स्टीमन ने कॉर्नर पर नारायण दास के असिस्ट पर हेडर के जरिए किया। स्टीमन का सीजन का यह चौथा गोल है। इस गोल के साथ ही स्टीमन इस सीजन में ईस्ट बंगाल के लिए सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
गोल खाने के पांच मिनट बाद ही जमशेदपुर के पास बराबरी करने का मौका था, लेकिन डोंगल इस मौके को भुना नहीं बनाए। उधर, ईस्ट बंगाल ने अपना अटैकिंग खेल जारी रखा। 31वें मिनट एंथोनी पिल्किंगटन टीम की बढ़त को दोगुना नहीं कर पाए।
इसके बाद स्टीमन के पास भी 45वें मिनट में ईस्ट बंगाल के स्कोर को 2-0 करने का अवसर था, लेकिन स्टीमन का हेडर इस बार बॉल को नेट में नहीं पहुंचा पाया और टीम को पहले हाफ में 1-0 की बढ़त के साथ संतोष करना पड़ा।
दूसरे हाफ में भी ईस्ट बंगाल पहले 10 मिनट तक अपने प्रतिद्वंद्वी से 10 फीसदी ज्यादा बॉल पजेशन के साथ खेल रही थी। 58वें मिनट में नारायण दास के एक बेहतरीन शॉट को मैन आफ स्टील के गोलकीपर ने शानदार सेव कर लिया।
हालांकि 68वें मिनट में मिडफील्डर पिल्किंगटन ने शानदार गोल करते हुए ईस्ट गाल को 2-0 से आगे कर दिया। इस गोल में भी स्टीमन का असिस्ट के तौर पर योगदान रहा। स्टीमन का सीजन का यह चौथा असिस्ट है, जबकि पिल्किंगटन का यह दूसरा गोल है।
पिल्किंगटन के पास 80वें मिनट में भी मैच का अपना दूसरा गोल दागने का मौका था। पिल्किंगटन को ब्राइट से पास मिला और उन्होंने इसे गोलकीपर रेहेनेश को छकाते हुए बॉल को नेट की तरफ भेज दिया था, लेकिन इस बार किस्मत उनके साथ नहीं थी और बॉल पोस्ट से टकराकर डिफलेक्ट हो गया।
जमशेदपुर ने हालांकि 83वें मिनट में जाकर अपना खाता खोल लिया। टीम के लिए यह गोल पीटर हार्टले ने इसाक के असिस्ट पर दागा। कप्तान पीटर के गोल ने मैन आफ स्टील के लिए उम्मीदें जगाई जरूर, मगर टीम इंजुरी टाइम तक बराबरी हासिल नहीं कर पाई।
इंजुरी टाइम में मैच का पहला येलो कार्ड जमशेदपुर के नेरिजुस व्लास्किस को दिखाया गया। इसके अगले ही मिनट व्लास्किस ने एक बेहतरीन हेडर लगाया, लेकिन सुब्रत पॉल ने इसे बेहतरीन तरीके से सेव करते हुए अपनी टीम की बढ़त को बनाए रखा।
ईस्ट बंगाल ने इंजुरी टाइम में भी 2-1 की बढ़त को कायम रखत हुए सीजन की अपनी तीसरी जीत हासिल कर ली। (आईएएनएस)
चटगांव, 7 फरवरी | अपना पहला टेस्ट खेल रहे केल मायर्स (नाबाद 210) ने चौथी पारी में दोहरा शतक लगाने का असम्भव सा कारनामा करते हुए रविवार को यहां जोहुर अहमद चौधरी स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को बांग्लादेश के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दिला दी। मेजबान टीम ने मेहमानों के सामने 395 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे मैच के अंतिम दिन 310 गेंदों पर 20 चौके सात छक्के लगाने वाले मायर्स की ऐतिहासिक पारी की बदौलत मेहमानों ने सात विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। यह एशिया में हासिल किया गया अब तक का सबसे बड़ा लक्षय है।
कैरेबियाई टीम ने चौथे दिन की समाप्ति तीन विकेट पर 110 रनों पर की थी। निकरूमा बोनर 20 ओर मायर्स 60 रनों पर नाबाद लौटे थे। लक्ष्य मुश्किल था लेकिन बोनर और मायर्स ने उसे आसान बना दिया। दोनों ने 216 रनों की साझेदारी की। बोन तो 226 गेंदों पर 82 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन मायर्स ने टीम को जीत दिलाकर ही दम लिया।
वह एशिया मेंचौथी पारी में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। मायर्स की बदौलत विंडीज ने ठीक उसी तरह की जीत हासिल की है जैसी कि बीते महीने भारत ने गाबा में आस्ट्रेलिया के खिलाफ हासिल की थी। मायर्स को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
बांग्लादेश ने पहले खेलते हुए 430 रन बनाए और फिर वेस्टइंडीज को पहली पारी में 259 रनों पर आउट कर दिया। इसके बाद मेजबान टीम ने 8 विकेट पर 223 रनों पर घोषित कर दी और मेहमानों को बड़ा लक्ष्य दिया। मेहमानों ने इसे मायर्स की बहादुर पारी की बदौलत 127.3 ओवर मे हासिल कर लिया।
संक्षिप्त स्कोर: बांग्लादेश 430 और 223/8 घोषित (मोमिनुल हक 115, लिटन दास 69; जोमेल वारिकान 3/57) वेस्टइंडीज 259 और 395/7 (काएल मायेर्स 210 नाबाद, नखना बोनर 86; मेहदी हसन 4/113) (आईएएनएस)
चेन्नई, 7 फरवरी | भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने अपने टीम साथी बल्लेबाज ऋषभ पंत की तारीफ करते हुए कहा है कि पंत अपने शॉट्स के साथ अधिक चयनात्मक और समझदार थे। पंत ने इंग्लैंड के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को 91 रनों की पारी खेली। पुजारा ने तीसरे दिन की खेल समाप्ति के बाद कहा, " पंत जिस तरह से खेल रहे हैं, उससे मैं बहुत खुश हूं। उन्हें अभी कुछ और चीजें सीखनी हैं। उन्हें अभी भी टीम को कमांडिंग पोजिशन में ले जाना है, क्योंकि वह ऐसा करने में सक्षम है और वह शतक से चूक गए। इसलिए मुझे यकीन है कि वह इससे सीखेंगे।"
इंग्लैंड ने पहली पारी में 578 रनों का स्कोर बनाया। इसके जवाब में भारत 73 रन तक अपने चार विकेट गंवा चुका था। लेकिन पंत ने पुजारा के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 119 रनों की साझेदारी की। पुजारा ने 73 रन बनाए।
पंत अपने शतक से नौ रन से चूक गए। पंत का विकेट 225 के कुल योग पर गिरा इसके बाद वॉशिंगटन सुंदर और रविचंद्रन अश्विन ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। भारत ने दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 257 रन बनाए हैं और वह अभी इंग्लैंड के स्कोर से 321 रन पीछे है।
पुजारा ने कहा, " कुछ शॉट्स हैं, जिनसे उन्हें बचने की आवश्यकता है। कुछ शॉट ऐसे हैं, जिन्हें वह खेलना जारी रख सकते हैं, यदि वे उसकी सीमा में हों। फिर ऐसे समय होते हैं, जब उसे समझना होता है और यहां तक कि कोचिंग स्टाफ भी हमेशा उनके साथ बात करते है कि उन्हें टीम को पहले रखना होगा और कई बार थोड़ा समझदार होना चाहिए। उन्होंने ज्यादातर ऐसा किया है। लेकिन वह सीख जाएंगे।" (आईएएनएस)