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प्रत्याशियों का डोर-टू-डोर संपर्क
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 23 अप्रैल। प्रदेश की तीन लोकसभा सीट राजनांदगांव, महासमुंद, और कांकेर में चुनावी शोर बुधवार की शाम थम गया। कल तीनों सीटों के भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी शहरी इलाके में सक्रिय रहेंगे।
दूसरे चरण की तीनों सीट राजनांदगांव, महासमुंद, और कांकेर में कुल मिलाकर 41 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वैसे तो सबसे ज्यादा प्रत्याशी महासमुंद में 17 मैदान में उतरे हैं। इन सबके बावजूद तीनों सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला दिख रहा है। तीनों सीटों पर 26 अप्रैल को वोटिंग होगी।
रोचक मुकाबला राजनांदगांव में है जहां पूर्व सीएम भूपेश बघेल चुनाव मैदान में उतरे हैं। भूपेश बघेल ने ग्रामीण इलाकों में अपनी ताकत झोंकी है। वो गुरुवार को राजनांदगांव शहर में घर-घर संपर्क करेंगे।
इसी तरह भाजपा सांसद संतोष पांडेय ने भी जमकर प्रचार किया है। भूपेश के पक्ष में प्रियंका गांधी की सभा हो चुकी है। इससे परे भाजपा प्रत्याशी के लिए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और मप्र के सीएम डॉ.मोहन यादव भी आ चुके हैं।
इससे परे महासमुंद और कांकेर में भी अच्छी टक्कर देखने को मिल रही है। महासमुंद में 17 और कांकेर में 9 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। महासमुंद में पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और भाजपा की रूपकुमारी चौधरी के बीच मुकाबला है। कई बड़े नेताओं के कांग्रेस छोडऩे से ताम्रध्वज के लिए दिक्कतें बढ़ गई है, वो अपने सामाजिक वोटों के सहारे भाजपा प्रत्याशी को कड़ी टक्कर देने का प्रयास कर रहे हैं।
रायपुर संसदीय सीट पर लगेंगी 3 ईवीएम मशीनें
रायपुर संसदीय क्षेत्र में 38 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रत्याशी रायपुर से ही उतरे हैं। यहां तीन मशीनों का उपयोग किया जाएगा। ईवीएम मशीनों की संख्या कम होने के कारण नांदगांव, कवर्धा और नारायणपुर से मशीनें मंगाई जा रही है।
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार राजनांदगांव से 1102, कबीरधाम से 430, नारायणपुर से 170 समेत कुल 1702 मशीन रायपुर मंगाई जा रही है। ये सारी मशीनें देर शाम तक यहां पहुंच जाएगी। इनके अवलोकन के लिए सभी दलों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है।
यूपीए के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह की न कही हुई बातों को लेकर भी जिस तरह आज चुनावी बयानबाजी में उन पर तोहमतें लगाई जा रही हैं, उनको देखना भी भयानक है। किसी की बातों को तोडऩा-मरोडऩा तक तो ठीक है, लेकिन किसी की बातों के गोले का चूरा बनाकर, उसे मिट्टी की तरह सानकर उससे क्यूब की तरह चौकोन ढांचा बना देना तो कुछ ज्यादती ही है। गनीमत यह है कि मनमोहन सिंह की कही बातें वीडियो पर दर्ज हैं, ये एक अलग बात है कि आज के चुनावी माहौल के बिना भी जिन लोगों को झूठ फैलाना है, उन्हें कोई वीडियो सूबूत रोक नहीं पाता। मनमोहन सिंह ने देश के साधनों पर दलित, आदिवासियों, पिछड़े लोगों, और मुस्लिमों के पहले हक होने की जो बात कही थी, उसमें से पहले के तीनों तबकों को हटाकर सिर्फ मुस्लिम का नाम लेकर यह दहशत पैदा करना कि कांग्रेस आएगी तो हिंदू महिलाओं का मंगलसूत्र छीनकर उसे घुसपैठियों में बांट देगी, बयानबाजी के अब तक के स्तर को भी एकदम से पीछे छोडऩे वाली बात रही। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अभी हाल ही में तो देश की आर्थिक स्थिति अच्छी रहने के लिए मनमोहन सिंह की तारीफ कर रहे थे, लेकिन फिर वे पहले दौर के मतदान के बाद एकदम से जाने क्यों हिंदू-मुस्लिम, और घुसपैठिया-आबादी पर उतर आए हैं।
खैर, इस हड़बड़ी की जो भी वजह हो हम उसे चुनावी रूझान से जोडक़र देखना नहीं चाहते, लेकिन कल से कांग्रेस के एक दूसरे नेता के एक बयान को लेकर भाजपा के नेता टूट पड़े हैं। विदेश में बसे इंडिया ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा ने अभी अमरीका के उत्तराधिकार टैक्स की तारीफ की है, और कहा है कि यह एक दिलचस्प कानून है जिसमें किसी दौलतमंद के मरने पर उसके बच्चों को सिर्फ 45 फीसदी संपत्ति मिलती है, और 55 फीसदी संपत्ति सरकार ले लेती है। उन्होंने कहा कि यह बड़ा दिलचस्प कानून है कि आप जीते-जी संपत्ति जुटाओं लेकिन जब आप जा रहे हैं तो संपत्ति का एक हिस्सा जनता के लिए छोडऩा होगा, पूरी संपत्ति नहीं, आधा हिस्सा। उन्होंने कहा कि भारत में ऐसा नहीं है, किसी अरबपति के जाने पर सब कुछ उसके बच्चों को ही मिलता है, देश या समाज को कुछ नहीं मिलता। सैम पित्रोदा की बात पर हमने अमरीका के इस कानून को पढ़ा तो यह वहां के कुछ राज्यों में ही लागू दिख रहा है, और मृतक के जीवनसाथी कोई टैक्स नहीं देना पड़ता, करीबी रिश्तेदारों को बहुत कम टैक्स देना पड़ता है। यह टैक्स अधिक पैसेवालों पर ही लागू है।
अमरीका के इस उत्तराधिकार कानून पर अधिक चर्चा आज का मकसद नहीं है, लेकिन चूंकि सैम पित्रोदा इस बात पर भाजपा ने कांग्रेस की जमकर निंदा की है, और खुद कांग्रेस ने इसे सैम की निजी राय बताया है, और कहा है कि वे स्वतंत्र विचारक भी हैं, और हर बार वे कांग्रेस का रूख नहीं बोलते हैं। कांग्रेस के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने कहा है कि उनके बयान को बिना किसी संदर्भ के भारत के बारे में यह कहकर पेश करना कि कांग्रेस की सरकार बनने पर लोगों की आधी संपत्ति चली जाएगी, एक बहुत ही झूठा चुनाव प्रचार है। खुद सैम पित्रोदा ने भाजपा के खड़े किए हुए विवाद पर कहा कि उन्होंने निजी तौर पर अमरीका के उत्तराधिकारी टैक्स के बारे में जो कहा उसे तोड़-मरोडक़र गोदी मीडिया इस तरह पेश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह बात तो किसी ने नहीं कही है कि भारत में लोगों की 55 फीसदी संपत्ति छीन ली जाएगी। उन्होंने कहा कि क्या बातचीत में अमरीका की मिसाल देना गलत है?
इस विवाद को हम यही पर छोड़ते हैं, और इसके साथ-साथ अमरीका के इस टैक्स के बारे में बात करते हैं क्या सचमुच ही यह टैक्स बहुत खराब है? आज भी भारत में मां-बाप की छोड़ी हुई जमीन को बेचने पर लोगों को एक कैपिटेशन टैक्स देना पड़ता है जो कि उस जमीन की खरीदी कीमत, और उसके बाद कीमत में बढ़ोतरी का हिसाब लगाकर बिक्री के वक्त होने वाले मुनाफे पर लगने वाला टैक्स है। इसी तरह अगर भरत में संपन्नता के एक स्तर के ऊपर अगर उत्तराधिकार टैक्स किसी शक्ल में लगता भी है, तो उसमें क्या बुराई है? देश के आर्थिक आंकड़े बताते हैं कि सबसे अमीर लोग और अधिक अमीर होते चल रहे हैं, और गरीबों की हालत और अधिक खराब होते चल रही है। यह फासला बढ़ते जा रहा है। ऐसे में अगर एक सीमा से अधिक अमीर लोगों के गुजरने पर इस देश में उनकी की गई कमाई पर अगर उत्तराधिकार टैक्स लगता है, तो उसका इस्तेमाल देश के उस ढांचे पर किया जा सकता है जिस ढांचे की वजह से देश में उद्योग-कारोबार चल रहे हैं, और कमा रहे हैं। हमारा ख्याल है कि किसी की संपत्ति छीने बिना संपन्नता के एक दर्जे के ऊपर अगर ऐसा टैक्स लगाकर देश को मजबूत किया जा सकता है, तो उस पर बात तो होनी चाहिए। यह वह देश है जहां पर 25 करोड़ लोगों को बिना भुगतान के अनाज मिलने पर ही वे भुखमरी से बचते हैं। ऐसे में देश के सबसे संपन्न दो-चार फीसदी लोगों की संपत्ति को अगली पीढ़ी तक जाते हुए कुछ कम कर दिया जाए, तो उससे क्या अमीरों का हौसला एकदम ही पस्त हो जाएगा? इस बात को सैम पित्रोदा के नाम से जोडक़र न देखें, इसे डोनल्ड ट्रम्प के नाम से जोडक़र देख लें, जो कि अभी पिछली बार तक अमरीका के राष्ट्रपति थे, अभी फिर राष्ट्रपति बनने की दौड़ में हैं, और नरेन्द्र मोदी के दोस्त भी हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 अप्रैल। आबकारी घोटाले मामले में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा को 5 दिन ईडी को रिमांड पर सौंपा। यानि 29 अप्रैल तक ईडी अनिल टुटेजा से पूछताछ कर सकेगी। उसके बाद पीएमएलए कोर्ट में पेश करना होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 अप्रैल। महादेव सट्टा मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद एसीबी ने आज पहली कार्रवाई की है। ब्यूरो की टीम ने सट्टा एप के संचालकों के मददगार रहे दो हवाला कारोबारियों रितेश यादव, राहुल विकेट को गिरफ्तार किया है । रितेश को दिल्ली और राहुल को गोवा से गिरफ्तार किया गया। इनके साथ आठ और साथियों को पुणे में पकड़ कर पूछताछ के बाद पुणे पुलिस के हवाले कर दिया है ।
सूत्रों के अनुसार एसीबी की टीम ने राहुल, रितेश को रिमांड पर लेने कोर्ट में पेश किया है।
इनके बारे में एसीबी सूत्रों ने बताया कि राहुल, सट्टे की आय का हवाला मेनेजमेंट सम्हालता रहा। उसके नाम से राहुल ने तीन फर्मे खोल रखीं है। जिनमें बड़ी मात्रा में रकम निवेश किया हुआ है । इससे ब्यूरो की टीम ने 42 लाख रूपए सीज़ किया है । वहीं रितेश, एप का पैनल आपरेट करता रहा । वह सट्टे की रकम को हवाला के जरिए एएसआई चंद्र भूषण वर्मा और सौरभ चंद्राकर तक पहुंचाता। वर्मा की अगस्त-23 में हुई गिरफ्तारी के बाद से राहुल, रितेश फरार चल रहे थे। ईडी की गिरफ्त से भी दूर रहे। वर्मा से हुई पूछताछ के बाद से इनकी तलाश थी।
सागर, 24 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस को राम और राम मंदिर से ही दिक्कत नहीं है बल्कि मंदिर और मंदिर जाने वालों से भी दिक्कत है। देश और प्रदेश में विकास कब आया, जब कांग्रेस गई और भाजपा आई।
मध्य प्रदेश के सागर संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें दलितों के हितों की रक्षा करनी है, आदिवासियों के हितों की रक्षा करनी है, पिछड़ों के हितों की रक्षा करनी है क्योंकि हम उनके दर्द को जानते हैं और आपको संरक्षण देकर ही रहूंगा, इसलिए, आपका साथ और 400 पार चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश के संविधान से नफरत है, इन्हें भारत की पहचान से नफरत है। यह उस परियोजना पर काम कर रहे हैं, जिससे देश कमजोर हो, देश की साख कमजोर हो, यह लोग समाज में आपस में लड़वाने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। कांग्रेस पार्टी हर संस्था पर हमले करती है। अयोध्या में प्रभु राम के मंदिर में क्या किया पूरे देश ने देखा। भगवान राम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस ने राम मंदिर के निमंत्रण को भी ठुकरा दिया। ऐसी कांग्रेस को ठुकराना चाहिए। कांग्रेस को केवल अयोध्या राम मंदिर और राम तक नहीं, इन्हें मंदिर और मंदिर जाने वालों से भी दिक्कत है।
उन्होंने आगे कहा कि देश के विकास के लिए एक स्थिर और मजबूत सरकार कितनी जरूरी होती है, यह मध्य प्रदेश और सागर के लोग बहुत अच्छे से जानते हैं। कांग्रेस के समय में एमपी की पहचान बीमारू राज्य के तौर पर थी, आज वही मध्य प्रदेश बीजेपी सरकार में विकास की नई ऊंचाइयां छू रहा है। केन बेतवा लिंक परियोजना का ऐतिहासिक काम शुरू हो गया है, मध्य प्रदेश में हाईवे का पूरा नेटवर्क बनाया जा रहा है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 अप्रैल । हाल ही में कोविड-19 महामारी के दौरान देखी गई एमआरएनए वैक्सीन तकनीक घातक बीमारियों को रोकने के लिए भी कारगर है। बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
विश्व टीकाकरण सप्ताह के हिस्से के रूप में डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडेटा की रिपोर्ट से पता चलता है कि वर्तमान में लगभग 507 टीके के निर्माण अंतिम चरण में हैं, जिनमें से 88 को ट्यूबरक्लोसिस, मलेरिया से लेकर इन्फ्लूएंजा, कोविड-19, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (आरएसवी) और लाइम सहित अन्य बीमारियों को रोकने के लिए एमआरएनए तकनीक का उपयोग कर विकसित किया जा रहा है।
अन्य वैक्सीन तकनीक के विपरीत, एमआरएनए का उत्पादन तेजी से हो सकता है हालांकि इन टीकों को अल्ट्रा-कोल्ड स्टोरेज की आवश्यकता होती है, लेकिन इसे संशोधित करने से यह और भी अधिक बेहतर हो जाएगा।
बीमारी को रोकने और जीवन की रक्षा के लिए टीकों की क्षमता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल अप्रैल के आखिरी सप्ताह में विश्व टीकाकरण सप्ताह मनाया जाता है।
ग्लोबलडेटा में संक्रामक रोग विश्लेषक एनाले टैनेन ने कहा, ''टीकाकरण ने हमारे समाज में बीमारी के बोझ को काफी हद तक कम कर दिया है। हम पहले ही चेचक का खात्मा देख चुके हैं और पोलियो को भी खत्म करने के बहुत करीब हैं।
टीकाकरण को बढ़ावा देना, टीकाकरण कार्यक्रम में सुधार करना और नए टीके विकसित करना सभी ऐसे तरीके हैं जो रुग्णता मृत्यु दर में कमी लाने में योगदान देंगे।''
वर्तमान में, 20 से ज्यादा जानलेवा बीमारियों को टीकों से रोका जा सकता है। इसके अलावा, नए तंत्रों से आने वाले वर्षों में उपलब्ध रोकथाम योग्य टीकों के दायरे को व्यापक बनाने की उम्मीद है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के डेटा से पता चलता है कि टीके डिप्थीरिया, टेटनस, पर्टुसिस, इन्फ्लूएंजा और खसरा जैसी बीमारियों से सालाना लगभग 3.5-5 मिलियन मौतों को रोकते हैं।
टैनेन ने कहा, "हालिया कोविड-19 महामारी ने दुनिया की आबादी के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्रभावी टीकों की आवश्यकता, टीकाकरण पहुंच और स्वीकृति में सुधार पर जोर दिया है।"
टैनेन ने कहा, ''टीकाकरण सबसे सस्ते और सबसे प्रभावी सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेपों में से एक है, जो बीमारी से लड़ने में सक्षम बनाता है। टीके को लेकर हिचकिचाहट अभी भी मौजूद है, और खास तौर से एमआरएनए को लेकर। इसलिए, इस टीकाकरण के बारे में जागरूकता फैलाना आवश्यक है।''
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 अप्रैल । सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है जिसमें तथाकथित "चुनावी बॉन्ड घोटाले" की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा शीर्ष अदालत के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में कराने की मांग की गई है।
अधिवक्ता प्रशांत भूषण के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है कि शीर्ष अदालत के निर्देशों पर सामने आये चुनावी बॉन्ड के आंकड़े दिखाते हैं कि इसका बड़ा हिस्सा कॉर्पोरेट्स द्वारा राजनीतिक दलों को अनुबंध, लाइसेंस और सरकारों या प्राधिकारियों से पट्टे प्राप्त करने के बदले प्रत्युपकार के रूप में दिया गया है।
इसके अलावा, आरोप लगाया गया कि कॉर्पोरेट्स द्वारा राजनीतिक दलों को चुनावी बॉन्ड अनुकूल नीतिगत बदलावों के लिए और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर या केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी एजेंसियों द्वारा कार्रवाई के करीब दिए गए थे।
याचिका में दावा किया गया है कि कई कंपनियां जो इन एजेंसियों की जांच के दायरे में थीं, उन्होंने संभावित रूप से जांच के नतीजों को प्रभावित करने के लिए सत्ताधारी पार्टी को बड़ी रकम का दान दिया है।
याचिका में कहा गया है, “हालांकि ये स्पष्ट अदायगियां कई हजार करोड़ रुपये की हैं, ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने लाखों करोड़ रुपये के अनुबंधों और एजेंसियों द्वारा हजारों करोड़ रुपये की नियामक निष्क्रियता को प्रभावित किया है और ऐसा लगता है कि उन्होंने घटिया या खतरनाक दवाओं को बाजार में बेचने की अनुमति दी है, जिससे देश में लाखों लोगों का जीवन खतरे में पड़ गया है।”
इसमें कहा गया है कि चुनावी बॉन्ड पर खुलासा किए गए डेटा से संकेत मिलता है कि कम से कम 20 कंपनियों ने अपने निगमन के तीन साल के भीतर 100 करोड़ रुपये से अधिक के चुनावी बॉन्ड खरीदे और कुछ मामलों में, जब उन्होंने बॉन्ड खरीदे तो कंपनियां केवल कुछ महीने पुरानी थीं जिससे कंपनी अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है।
एनजीओ कॉमन कॉज द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि डेटा से पता चला है कि विभिन्न घाटे में चल रही कंपनियां और शेल कंपनियां चुनावी बॉन्ड के माध्यम से राजनीतिक दलों को भारी रकम दान कर रही थीं और चुनावी बांड की शुरुआत के कारण फर्जी कंपनियों की संख्या में वृद्धि हुई, जिनका इस्तेमाल कॉरपोरेट घरानों द्वारा अवैध धन को सफेद करने के लिए किया गया।
इसके अलावा, इसमें कहा गया है कि चुनावी बॉन्ड घोटाले में 2जी घोटाले या कोयला घोटाले के विपरीत धन का लेन-देन किया गया है, जहां धन के लेन-देन का कोई सबूत नहीं होने के बावजूद अदालत की निगरानी में जांच के आदेश दिए गए थे।
याचिका में कहा गया है, “इस प्रकार, इस मामले की जांच में न केवल प्रत्येक मामले में पूरी साजिश को उजागर करने की आवश्यकता है, जिसमें कंपनी के अधिकारी, सरकार के अधिकारी और राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के अलावा ईडी/आईटी और सीबीआई जैसी एजेंसियों के संबंधित अधिकारियों को भी जांच के दायरे में शामिल करने की जरूरत है, जो इस साजिश का हिस्सा बन गए प्रतीत होते हैं।” याचिका में शीर्ष अदालत द्वारा चुने गए और सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की देखरेख में काम करने वाले त्रुटिहीन जांच अधिकारियों की एसआईटी द्वारा जांच की मांग की गई है।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 अप्रैल। राजधानी से लगे टेकारी गांव में भारी वाहन की ठोकर से एक दंपत्ति की मौत हो गई । उनके दो बच्चे घायल हुए।
बताया जा रहा है कि सीमेंट मिक्सर मशीन वाले ट्रक ने बाइक सवार इस परिवार को पीछे से ठोकर मिली। इसमें पति पत्नी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया । और उनके दो बच्चे घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए मेकाहारा में भर्ती किया गया है । पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है। वहीं मृतकों सी शिनाख्त कर रही है ।
पूर्व आईएएस ने सीएम को पत्र लिखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 अप्रैल । ईडी ने शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा को अब से कुछ देर पहले विशेष न्यायाधीश ईडी की अदालत में पेश किया । टूटेजा शनिवार से न्यायिक हिरासत में जेल में थे। बताया गया है कि ईडी ने टूटेजा को 14दिन की रिमांड पर देने का आवेदन कोर्ट में लगाया है। संकेत हैं कि कोर्ट 3, 7 दिन की मंजूर कर सकती है । दोनों पक्षों की गली ले सुनने के बाद जज ने फैसला सुरक्षित कर लिया है।
इस बीच खबर है कि टूटेजा ने अपनी गिरफ्तारी को लेकर सीएम विष्णु साय को पत्र लिखा है । यह पत्र 18 पेज है।
देहरादून, 24 अप्रैल । उत्तराखंड दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में प्रशिक्षणरत व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के भारतीय वन सेवा के परिवीक्षार्थियों के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। इस अवसर पर उन्होंने प्रमाण पत्र और पदक प्रदान किए।
उन्होंने कहा कि इस बैच में 10 महिला अधिकारी हैं। महिलाएं समाज के प्रगतिशील बदलाव की प्रतीक हैं। राष्ट्रीय वन अकादमी की पर्यावरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। भारतीय वन सेवा के अधिकारियों पर जंगलों के संरक्षण, संवर्धन एवं पोषण की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकताएं मानव केंद्रित होने के साथ-साथ प्रकृति केंद्रित भी होनी चाहिए। पृथ्वी की जैव-विविधता एवं प्राकृतिक सुंदरता का संरक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है, जिसे हमें अति शीघ्र करना है। वन एवं वन्य जीवों के संरक्षण और संवर्धन के जरिए मानव जीवन को संकट से बचाया जा सकता है। भारतीय वन सेवा के पी. श्रीनिवास, संजय कुमार सिंह, एस. मणिकंदन जैसे अधिकारियों ने ड्यूटी के दौरान कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए प्राण न्योछावर किए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि विकास रथ के दो पहिये होते हैं - परंपरा और आधुनिकता। आज मानव समाज पर्यावरण संबंधी कई समस्याओं का दंश झेल रहा है। इसके प्रमुख कारणों में विशेष प्रकार की आधुनिकता है, जिसके मूल में प्रकृति का शोषण है। इस प्रक्रिया में पारंपरिक ज्ञान को उपेक्षित किया जाता है। जनजातीय समाज ने प्रकृति के शाश्वत नियमों को अपने जीवन का आधार बनाया है।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि) ने कहा कि यह समारोह हमारे राष्ट्रीय वन धरोहर के संरक्षण और प्रबंधन के क्षेत्र में नए योग्य नेतृत्व का उत्थान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय वन्य जीवन और वन्यजीव अध्ययन में उत्कृष्टता के लिए एक प्रमुख संस्था के रूप में, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी ने अपने क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड हिमालय की गोद में बसा हुआ है, जो इसे प्राकृतिक सौंदर्य की एक अतुलनीय धरोहर प्रदान करता है। उत्तराखंड अपनी समृद्ध और विविध वन संपदा के लिए जाना जाता है। हमारे राज्य की प्रमुख संपत्ति इसके वन हैं, जो बहुत समृद्ध जैव विविधता का घर हैं।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 अप्रैल। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने संयुक्त महामंत्री राघवेंद्र सिंह ठाकुर को छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है । उन पर पार्टी संगठन के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया गया है। । वहीं बैज ने दो नियुक्तियां की है। इनमें बिलासपुर के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ल को घोषणा पत्र प्रचार समिति का सह संयोजक और संयुक्त महामंत्री पंकज सिंह को नुक्कड़ सभा समिति का सह संयोजक बनाया है।
नई दिल्ली, 24 अप्रैल । वैश्विक बैंकिंग दिग्गज जेपी मॉर्गन चेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जेमी डिमन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 400 मिलियन (40 करोड़) लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है और वो भारत में "अविश्वसनीय काम" कर रहे हैं।
मंगलवार को इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में डिमन ने मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए आर्थिक सुधारों की सराहना की और कहा कि उनमें से कुछ को अमेरिका में भी लागू किया जा सकता है।
उन्होंने पुरानी नौकरशाही प्रणालियों को चुनौती देने में पीएम मोदी की सराहना की और उन्हें "टफ" कहा।
टॉप बैंकर ने पीएम मोदी को भारत में पुरानी नौकरशाही व्यवस्था समाप्त करने के लिए एक "टफ" प्रशासक के रूप में संदर्भित किया और कहा, "हमें यहां (अमेरिका में) भी इसकी थोड़ी अधिक आवश्यकता है।"
68 वर्षीय बैंकर ने भारत के जीएसटी शासन की भी सराहना की, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि इसने विभिन्न राज्यों द्वारा अपनाई जाने वाली कर प्रणालियों में असमानता से पैदा होने वाले भ्रष्टाचार को दूर कर दिया है।
डिमन ने प्रौद्योगिकी और वित्त में भारत की प्रगति पर प्रकाश डाला, जिसमें 700 मिलियन से अधिक नागरिकों के बैंक खाते होने के साथ डिजिटल पहचान और बैंकिंग सेवाओं को व्यापक रूप से अपनाने पर जोर दिया गया।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 अप्रैल । क्या आप केक, बिस्कुट, ब्रेड, दही और आइसक्रीम जैसे अल्ट्रा-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन करना पसंद करते हैं? तो सावधान हो जाएं। एक अध्ययन खुलासा हुआ है कि जैंथम और ग्वार गम जैसे इमल्सीफायर्स से भरपूर ये खाद्य पदार्थ आपके डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
इमल्सीफायर, सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला योजक, अक्सर प्रसंस्कृत और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों में मिलाया जाता है, ताकि वे अधिक आकर्षक दिखें, उनके स्वाद और बनावट को बढ़ावा दें और साथ ही शेल्फ लाइफ को भी बढ़ाएं।
द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी में छपे अध्ययन में फैटी एसिड, कैरेजेनन, संशोधित स्टार्च, लेसिथिन, फॉस्फेट, सेल्युलोज, मसूड़ों और पेक्टिन के मोनो- और डाइग्लिसराइड्स समेत इमल्सीफायर्स को टाइप 2 डायबिटीज के विकास के जोखिम से जोड़ा गया है। पहले इमल्सीफायर्स को स्तन और प्रोस्टेट के कैंसर से जोड़ा गया है।
फ्रांस के आईएनआरएई - नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर एग्रीकल्चर, फूड एंड एनवायरनमेंट के शोधकर्ताओं ने इमल्सीफायर के आहार सेवन के बीच संबंधों का अध्ययन किया, जिसका मूल्यांकन 14 वर्षों की फॉलो-अप अवधि में किया गया। 2009 और 2023 के बीच 104,139 वयस्कों समेत एक बड़े अध्ययन में टाइप 2 डायबिटीज विकसित होने का जोखिम बताया गया।
उन्होंने कुछ इमल्सीफायरों के लगातार संपर्क के परिणामस्वरूप डायबिटीज के लगभग 1,056 मामलों का निदान किया।
ये कररागीनन थे (प्रति दिन 100 मिलीग्राम की वृद्धि पर 3 प्रतिशत जोखिम बढ़ा); ट्रिपोटेशियम फॉस्फेट (प्रति दिन 500 मिलीग्राम की वृद्धि पर 15 प्रतिशत जोखिम बढ़ा); मोनो- और डायएसिटाइल टार्टरिक एसिड एस्टर मोनो- और फैटी एसिड के डाइग्लिसराइड्स (प्रति दिन 100 मिलीग्राम की वृद्धि पर 4 प्रतिशत जोखिम बढ़ा); सोडियम साइट्रेट (प्रति दिन 500 मिलीग्राम की वृद्धि पर 4 प्रतिशत जोखिम बढ़ा); ग्वार गम (प्रति दिन 500 मिलीग्राम की वृद्धि पर 11 प्रतिशत जोखिम बढ़ा); अरबी गम (प्रति दिन 1,000 मिलीग्राम की वृद्धि पर 3 प्रतिशत जोखिम बढ़ा) और जैंथन गम (प्रति दिन 500 मिलीग्राम की वृद्धि पर 8 प्रतिशत जोखिम बढ़ा)।
इंसर्म में मैथिल्डे टौवियर अनुसंधान निदेशक और आईएनआरएई में जूनियर प्रोफेसर बर्नार्ड सॉउर ने अध्ययन के प्रमुख लेखकों को समझाया, "ये निष्कर्ष फिलहाल सिंगल ऑब्जर्वेशनल अध्ययन से जारी किए गए हैं, और इनका उपयोग किसी कारणात्मक संबंध स्थापित करने के लिए नहीं किया जा सकता है। उन्हें दुनिया भर में अन्य महामारी विज्ञान अध्ययनों में दोहराया जाना चाहिए और विषविज्ञान और पारंपरिक प्रयोगात्मक अध्ययनों के साथ पूरक किया जाना चाहिए, ताकि इन खाद्य योजक इमल्सीफायर और टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत को जोड़ने वाले तंत्र को और अधिक जानकारी दी जा सके।
उन्होंने कहा कि हमारे परिणाम उपभोक्ताओं की बेहतर सुरक्षा के लिए खाद्य उद्योग में एडिटिव्स के उपयोग के आसपास के नियमों के पुनर्मूल्यांकन पर बहस को समृद्ध करने के लिए प्रमुख तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 24 अप्रैल । मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोप में भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने बुधवार को चोपड़ा विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस विधायक हमीदुल रहमान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
चोपड़ा दार्जिलिंग लोकसभा के अंतर्गत आने वाले सात विधानसभा क्षेत्रों में से एक है, जहां 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होना है।
आयोग ने रहमान को 25 अप्रैल तक मुख्य निर्वाचन अधिकारी पश्चिम बंगाल के कार्यालय में नोटिस का जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
सीईओ कार्यालय के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि हाल ही में आयोग के संज्ञान में यह लाया गया था कि रहमान को एक सार्वजनिक सभा में मतदाताओं को डराते हुए देखा गया।
उन्होंने कथित तौर पर सीएपीएफ कर्मियों के राज्य छोड़ने के बाद उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
विधायक हमीदुल को यह कहते हुए सुना गया, “अपना बहुमूल्य वोट बर्बाद मत करो। कोई भी गलत खेल मत खेलो, चुनाव खत्म होने के बाद केंद्रीय बल राज्य छोड़ देंगे, फिर तुम्हें हमारी फोर्स से ही निपटना होगा, फिर मत रोना।''
उसी बैठक में रहमान को अपनी ही पार्टी के पदाधिकारियों को कम से कम 90 प्रतिशत मतदान सुनिश्चित नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हुए भी सुना गया।
रहमान ने बैठक में कहा था, ''आपको हर बूथ पर 90 फीसदी वोट सुनिश्चित करना होगा। अन्यथा, स्थानीय नेताओं और पंचायत सदस्यों से निपटा जाएगा।''
सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि उनके पूरे भाषण का वीडियो आयोग के पास पहुंच गया है और इसकी समीक्षा करने के बाद पैनल ने उन्हें शो कॉज नोटिस' जारी करने का फैसला किया है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 अप्रैल । दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को तिहाड़ में बंद सीएम केजरीवाल से मुलाकात की।
जेल सूत्रों ने बताया कि दोनों के बीच मुलाकात जेल के 'जंगला मुलाकात' कमरे के भीतर हुई, यह जगह कांच की दीवार से विभाजित है और दोनों तरफ इंटरकॉम सुविधाएं दी हुई हैं।
सीएम से मिलने के बाद आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ''सीएम से यह मुलाकात जंगला (ग्लास बैरियर) के माध्यम से हुई। हमने कई ऐसी चीजों पर बात की जिन पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की जा सकती।''
इससे पहले 15 अप्रैल को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल से मिलने के लिए दिल्ली की तिहाड़ जेल गए थे।
कथित शराब नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा 21 मार्च को गिरफ्तार किए गए सीएम केजरीवाल तिहाड़ की जेल नंबर -2 में बंद हैं।
जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री ने छह लोगों के नाम की लिस्ट दी है, जो जेल में उनसे मिल सकते हैं।
(आईएएनएस)
आला अफ़सरों का कनेक्शन
ये एक संयोग है कि केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसी एनआईए, और एनएसजी के नए चीफ सदानंद दाते व नलिन प्रभात छत्तीसगढ़ में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
दाते आईपीएस के 90 बैच के अफसर हैं। उन्हें बेहद काबिल अफसर माना जाता है। दाते मुंबई में आतंकवादी हमले के खिलाफ अभियान में अहम भूमिका निभाई थी। वो लंबे समय तक छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के आईजी भी रहे। इस दौरान राज्य पुलिस से सीआरपीएफ का तालमेल बेहतर रहा, और सुरक्षा बलों के सहयोग से नक्सल प्रभावित इलाकों में काफी निर्माण कार्य भी हुए।
दूसरी तरफ, नलिन प्रभात आईपीएस के 92 बैच के अफसर हैं वो भी सीआरपीएफ के डीआईजी के रूप में बस्तर में पोस्टेड रहे हैं। सदानंद दाते के उलट नलिन प्रभात के कार्यकाल में राज्य पुलिस के साथ सीआरपीएफ का तालमेल अच्छा नहीं रहा। उनके कार्यकाल में नक्सल विस्फोट में करीब 73 सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए थे। नलिन प्रभात की कार्यप्रणाली पर काफी सवाल भी उठे थे। वो प्रकरण के जांच के घेरे में भी आए लेकिन उन्हें क्लीनचिट मिल गई। अब वो एनएसजी संभाल रहे हैं।
सब फूल छाप
एक जानकारी के अनुसार अब तक तेइस, चौबीस हजार लोग फूल छाप हो चुके हैं। यह सिलसिला जारी है । इस दावे के साथ दो दिन पहले भाजपा कांग्रेस के प्रवक्ता टीवी डिबेट से बाहर निकले। भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेसी से कहा अब राजीव भवन में कोई नहीं बचा तुम भी आ जाओ। और हाथ पकड़ ठाकरे परिसर ले जाने लगे। कांग्रेसी ने कहा जो गए हैं वो कारोबारी नेता थे, डिपार्टमेंट में बिल अटके पड़े हैं। मेरा कोई बिल नहीं दिल है कांग्रेस में। हां दिल से एक भाजपाई, और शरीर से कांग्रेसी नेता को ले जाओ, हमारा काम आसान कर दो। ये कौन हैं- नेता ने पूछा,तो जवाब मिला, राजधानी के एक पूर्व महापौर। सही है दोबारा महापौर बनने का मौका नहीं मिला, विधानसभा की टिकट नहीं मिली, लोकसभा के लिए भी मना कर दिया गया। नाराजगी स्वाभाविक है। बताते हैं भाजपाई डोरे लेकर सक्रिय हो गए हैं। देखना है यह प्रवेश 7 मई से पहले होता है या नहीं।
भाजपा प्रवेश, एक सच्चाई यह भी
भाजपा प्रवेश करने की इन दिनों कांग्रेसियों में होड़ लगी है। इनके प्रवेश के पीछे न तो राम मंदिर, न मजबूत देश, न सनातनी परंपरा और न ही तुष्टिकरण नीति। ये सब आरोप हम अखबार वालों को बयान देने के तत्व हैं।
और प्रवेश करने के बाद पुराने नेताओं को तराजू भर भर उलाहनाएं, लांछन, आरोप लगाने के लिए। इसे वे लेटर बम का नाम दे रहे हैं तो तीर भी बता रहे। यह सब कुछ नए भाजपा को खुश करने के लिए करना पड़ रहा है । बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, पूर्व मंत्रियों को बताकर भाजपा प्रवेश किया है। इसके पीछे विभागों में अटके लाखों के बिल, कारण हैं। एक नेता के तो तीन विभागों नगरीय प्रशासन,महिला बाल विकास और लोनिवि में बिल पेंडिंग हैं। इन्होने पूर्व मंत्री से कहा भैया कांग्रेस में रूमाल सम्हाले रहना, बिल क्लीयर होते ही लौट आऊंगा।
अब दिख रहा भ्रष्टाचार...
बस्तर विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन का काम 20 प्रतिशत भी पूरा नहीं हुआ है। कई जगह टंकियां बन गई हैं, पाइप लाइनें बिछ गई हैं लेकिन अब तक घर घर पानी पहुंच नहीं रहा है। कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ग्रामीणों के बीच दौरे में यह मान रहे हैं कि योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। ऐसा कहकर वे अपनी ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। विधानसभा के पिछले कार्यकाल में भी उन्होंने यहां का प्रतिनिधित्व किया था। क्या उन्होंने निगरानी नहीं की, या फिर सरकार अपनी होने की वजह से आवाज नहीं उठाई? अब जब भीषण गर्मी में परेशान लोग शिकायत कर रहे हैं तो उन्हें ध्यान आ रहा है कि योजना में भ्रष्टाचार हुआ, 80 प्रतिशत काम अधूरा है।
इस योजना के पूरे प्रदेश में करोड़ों रुपये के टेंडर रद्द किए गए हैं, करोड़ों का भुगतान भी रोका गया है। शायद डीएमएफ के बाद सबसे ज्यादा मौज जल जीवन मिशन के अफसरों ने ही किया है। अभी हालत यह है कि अधिकांश जिलों में घर घर जल पहुंचाने की योजना में काम आगे बढ़ नहीं रहा है। कुछ भ्रष्टाचार की जांच के चलते तो बाकी चुनाव व्यस्तता के चलते।
सुबह-सुबह के सुंदर पोस्ट...
सुबह-सुबह वाट्सएप पर आने वाले खूबसूरत गुडमॉर्निंग और प्रेरक संदेश से सीख लेते चले तो एक साधारण आदमी असाधारण बन सकता है। जो ऐसे संदेश भेजता है उसके बारे में तो उम्मीद की ही जा सकती है कि वह खुद उन प्रेरणादायी विचारों को अमल में लाता होगा। तभी तो आपका भला चाहते हुए आपके लिए संदेश भेजने का समय निकालता है। यह अलग बात है कि बना बनाया संदेश देने वाले ऐसे कई ऐप प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं, इन्हें ब्रॉडकास्ट करने के लिए कुछ खास मेहनत नहीं करनी पड़ती। हाल ही में कांग्रेस के एक पूर्व विधायक ने अपनी 40 साल की निष्ठा को रद्दी की टोकरी में डालकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। अगले दिन सुबह वाट्सएप पर रंग बिरंगी आकृतियों से सजा एक संदेश उनके शुभचिंतकों को मिला- सिद्धांतों पर कायम रहना कठिन जरूर है, लेकिन आपका सिद्धांत ही आपके स्वाभिमान का रक्षक है।
मोदी ही एकमात्र गारंटी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ प्रवास पर राजधानी रायपुर में जगह-जगह बड़े बड़े बिलबोर्ड और पोस्टर लगे। मोदी की आदमकद तस्वीर के साथ और कोई नहीं। न पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, न और राज्य का और कोई नेता। सोशल मीडिया पर ऐसे कई पोस्टर्स की तस्वीर खींचकर डाली गई है। तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ का कहना है कि अब भाजपा मतलब मोदी, मोदी मतलब भाजपा। भाजपा जीतेगी तो मोदी की बदौलत। यदि नहीं जीत पाई तब पता चलेगा कि कौन अध्यक्ष था, कौन चुनाव संचालक था। किस पदाधिकारी की कौन सी जिम्मेदारी दी गई थी। ([email protected])
रांची, 24 अप्रैल । झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी और ईडी की कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की है।
हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी के बाद झारखंड उच्च न्यायालय में रिट दाखिल की थी, जिस पर 28 फरवरी को एक्टिंग चीफ जस्टिस एस चंद्रशेखर और जस्टिस नवनीत कुमार की बेंच ने सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस पर कोई फैसला नहीं आया है।
अब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एसएलपी में हेमंत सोरेन की ओर से गुहार लगाई गई है कि फैसला नहीं आने से वह लोकसभा चुनाव के प्रचार में भाग नहीं ले पा रहे हैं।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत की भी मांग की है। हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को ईडी ने जमीन घोटाले में करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी की कार्रवाई को चुनौती देते हुए सोरेन ने 31 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में भी एसएलपी दाखिल की थी। लेकिन, जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की बेंच ने हेमंत सोरेन को पहले झारखंड हाईकोर्ट जाने को कहा था।
(आईएएनएस)
सरगुजा, 24 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के सरगुजा में कांग्रेस की रीति नीति पर जमकर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस का एक ही मंत्र है -- लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। यही कारण है कि वह मध्यम वर्ग से ज्यादा टैक्स लेने के साथ विरासत की संपत्ति पर भी टैक्स लगाने की बात करती है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के अंबिकापुर में आयोजित विजय संकल्प शंखनाद महारैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ी भाषा में अभिवादन करते हुए जय जोहार किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी के खतरनाक इरादे एक के बाद एक खुलकर सामने आ रहे हैं। शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार कहते हैं, मध्यम वर्ग पर ज्यादा टैक्स लगना चाहिए, अब उससे भी एक कदम आगे चले गए। अब कांग्रेस का कहना है कि वह इन्हेरिटेंस (विरासत) टैक्स लगाएगी। माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएंगे। आपकी संपत्ति वह आपके बच्चों को नहीं मिलेगी। यह संपत्ति आपसे छीन ली जाएगी। कांग्रेस का मंत्र है लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी बाद भी।
पीएम मोदी ने कहा, जब तक आप जीवित रहेंगे, कांग्रेस आपसे ज्यादा टैक्स लेकर मारेगी और जब जीवित नहीं रहेंगे तो आप पर इनहेरिटेंस टैक्स का बोझ लगाएगी। जिन लोगों ने पूरी कांग्रेस पार्टी पैतृक संपत्ति मानकर अपने बच्चों को दे दी, वह नहीं चाहते कि सामान्य भारतीय अपने बच्चों को संपत्ति दे।
विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा पिछले कुछ माह पहले आपसे छत्तीसगढ़ से कांग्रेस का भ्रष्टाचारी पंजा हटाने के लिए आशीर्वाद मांगा था। आपने मेरी बात का मान रखा और इस भ्रष्टाचारी पंजे को साफ कर दिया। आप सबके आशीर्वाद से आदिवासी की संतान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ के सपनों को साकार कर रहा है। विष्णु देव बहुत तेजी से विकास के लिए काम कर रहे हैं। अभी बहुत कम समय हुआ है लेकिन इन्होंने इतने कम समय में रॉकेट की गति से सरकार चलाई है। धान किसानों को दी गारंटी पुरी की, तेंदूपत्ता संग्रहण पर ज्यादा पैसा मिल रहा है। तेंदूपत्ता खरीदी भी तेजी से हो रही है, माता बहनों को महतारी वंदन योजना से लाभ हुआ है। छत्तीसगढ़ में जिस तरह कांग्रेस के घोटालेबाजों पर एक्शन हो रहा है यह पूरा देश देख रहा है। विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। मैं विकसित भारत कहता हूं तो कांग्रेस वालों का और दुनिया में बैठी कुछ ताकतों का माथा गरम हो जाता है और अगर भारत शक्तिशाली हो गया तो कुछ ताकतों का खेल ही बिगड़ जाएगा। आज अगर भारत आत्मनिर्भर बन गया तो कुछ ताकतों की दुकान बंद हो जाएगी। इसलिए वह भारत में कांग्रेस और इंडी गठबंधन की कमजोर सरकार चाहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस का इतिहास सत्ता के लालच में देश को तबाह करने का रहा है। देश में आतंकवाद फैला, नक्सलवाद बढ़ा, कांग्रेस का कुशासन और लापरवाही के कारण देश बर्बाद होता गया। आज भाजपा सरकार आतंकवाद और नक्सलवाद के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रही है। लेकिन कांग्रेस हिंसा फैलाने वालों का समर्थन कर रही है। इतना ही नहीं जो निर्दोषों को मारते हैं, पुलिस पर हमला करते हैं और अगर वह मारे जाएं तो कांग्रेस वाले उन्हें शहीद कहते हैं। यह देश के शहीदों का, वीरों का अपमान है। कांग्रेस की सबसे बड़े नेता आतंकवादियों के मारे जाने पर आंसू बहाती है। ऐसी करतूत के कारण ही कांग्रेस देश का भरोसा खो चुकी है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग की छाया है। देश का जब संविधान बन रहा था, तब काफी चर्चा विचार के बाद देश के बुद्धिमान लोगों के चिंतन मनन के बाद बाबा साहब अंबेडकर के नेतृत्व में तय किया गया कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। आरक्षण होगा तो दलित, आदिवासी, पिछड़ों के लिए। लेकिन वोट बैंक की भूखी कांग्रेस ने कभी इन महापुरुषों की बातों की परवाह नहीं की। संविधान की पवित्रता की परवाह नहीं की। बाबा साहेब के शब्दों की परवाह नहीं की। कांग्रेस ने वर्षों पहले आंध्र प्रदेश में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया था। फिर कांग्रेस ने इसको पूरे देश में लागू करने की योजना बनाई। इन लोगों ने धर्म के आधार पर 15 प्रतिशत आरक्षण की बात कही और यह भी कहा एससी, एसटी, ओबीसी का जो कोटा है, उसी में से कम करके, चुराकर यह धर्म के आधार पर कुछ लोगों को आरक्षण देंगे। 2009 के अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने यही इरादा भी जताया था। 2014 के कांग्रेस के घोषणापत्र में भी इन्होंने साफ-साफ कहा था कि वह इस मामले को कभी भी छोड़ेंगे नहीं।
पीएम मोदी ने कहा, मतलब धर्म के आधार पर आरक्षण देंगे। अगर दलित, आदिवासी का आरक्षण कट करना पड़े तो काटेंगे, कई साल पहले कांग्रेस ने कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू भी कर दिया था, जब वहां बीजेपी सरकार आई तो हमने उसे उखाड़ कर फेंक दिया और दलितों को आदिवासियों को उनका अधिकार वापस दिया। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने एक और पाप किया, मुस्लिम समुदाय में जितनी भी जातियां हैं सबको उन्होंने ओबीसी कोटा में डाल दिया और ओबीसी बना दिया यानी जो हमारे देश के ओबीसी समाज को लाभ मिलता था, उसका बड़ा हिस्सा कट गया।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, कांग्रेस ने सामाजिक न्याय का अपमान किया, कांग्रेस ने भारत की धर्मनिरपेक्षता (सेक्युलरिज्म ) की हत्या की, कर्नाटक का यही मॉडल कांग्रेस देश में लागू करना चाहती है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सिर्फ आरक्षण को ही नहीं लूटना चाहती, उनके तो और भी बहुत कारनामे हैं। कांग्रेस के इरादे नेक नहीं हैं ,संविधान के अनुरूप नहीं हैं ,सामाजिक न्याय के अनुरूप नहीं हैं, अगर आरक्षण की कोई रक्षा कर सकता है तो सिर्फ भाजपा कर सकती है। इसलिए भाजपा को इतनी ताकत दीजिए कि मैं आपकी रक्षा कर सकूं। कांग्रेस की नजर सिर्फ आरक्षण पर है, ऐसा नहीं है। कांग्रेस की नजर आपकी कमाई पर, आपके मकान, दुकान, खेत खलिहान पर भी है। कांग्रेस के शहजादे का कहना है कि यह देश के हर घर, हर अलमारी, हर परिवार की संपत्ति का एक्स-रे करेंगे, हमारी माता बहनों के पास जो थोड़ा बहुत स्त्री धन होता है, गहने जेवर होते हैं, कांग्रेस उनकी भी जांच कराएगी।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 अप्रैल । जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत के लिए उन्होंने "अविश्वसनीय काम किया है।"
जेमी डिमन ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए आगे कहा कि, वह तमाम चुनौतियों का डटकर सामना कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने इशारों में यह भी कहा कि अमेरिका में भी ऐसे नेता की जरूरत है। जो सभी चुनौतियों का डटकर सामना कर सके।
जेपी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने प्रयासों से 400 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। वह एक कार्यक्रम में अपने विचार रख रहे थे।
उन्होंने इसके साथ ही यह भी उम्मीद भी जता दी कि इस गर्मी में पीएम मोदी तीसरी बार सत्ता में लौटने वाले हैं।
जेपी डिमन ने पीएम मोदी शासन के द्वारा हाल के दिनों में भारत में किए गए सुधारों की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत में 700 मिलियन लोगों का बैंक अकाउंट है और उनका पेमेंट सीधे उनके खाते में ट्रांसफर हो रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत में अविश्वनीय शिक्षा पद्धति और इंस्फ्रास्ट्रक्टर है। उन्होंने पीएम मोदी के सख्त होने और उनके द्वारा देश के सख्त नौकरशाही प्रणालियों को तोड़ने का भी जिक्र किया।
उन्होंने भारत के टैक्स सिस्टम की भी खूब प्रशंसा की और कहा कि राज्यों द्वारा अपनाई गई कर सिस्टम में असामनता को समाप्त करके पीएम मोदी की सरकार ने इससे भ्रष्टाचार को समाप्त कर दिया।
(आईएएनएस)
जोन के सिर्फ चार स्टेशनों बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग व गोंदिया में ठहरेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 अप्रैल। ग्रीष्मकालीन में यात्रियों की होने वाली अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुये उन्हें कनफर्म बर्थ के साथ यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रेलवे ने 25 अप्रैल से पुरी और उधना (सूरत) के बीच 17 फेरों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की सुविधा दी है। यह ट्रेन 27 जून तक चलेगी।
08471 पुरी-उधना समर स्पेशल पुरी से 25 अप्रैल से 27 जून तक प्रत्येक सोमवार व गुरुवार को तथा 08472 उधना-पुरी समर स्पेशल उधना से 26 अप्रैल से 28 जून तक प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को चलेगी। इस गाड़ी का ठहराव दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग एवं गोंदिया स्टेशनों में दिया गया है।
08471 पुरी-उधना समर स्पेशल पुरी से प्रत्येक सोमवार व गुरुवार को 06.30 बजे रवाना होगी। इसका बिलासपुर आगमन शाम 16.10 बजे, प्रस्थान 16.25 बजे, रायपुर आगमन 18.55 बजे, प्रस्थान 19.00 बजे, दुर्ग आगमन 20.15 बजे, प्रस्थान 20.20 बजे एवं गोंदिया आगमन 22.35 बजे, प्रस्थान रात 22.37 बजे रहेगा, जो दूसरे दिन दोपहर 14.00 बजे उधना पहुंचेगी।
इसी प्रकार 08472 उधना-पुरी समर स्पेशल उधना से प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को शाम 17.00 बजे रवाना होगी तथा गोंदिया आगमन दूसरे दिन सुबह 08.45 बजे तथा प्रस्थान 08.47 बजे होगा। दुर्ग आगमन 09.50 बजे, प्रस्थान 09.55 बजे, रायपुर आगमन 11.15 बजे, प्रस्थान 11.20 बजे एवं बिलासपुर आगमन दोपहर 13.50 बजे, प्रस्थान 13.55 बजे होगा। यह ट्रेन रात 22.45 बजे पुरी पहुंचेगी। इस स्पेशल ट्रेन में 02 एसएलआरडी, 04 सामान्य, 08 स्लीपर, 02 एसी-थ्री, 01 एसी –टू सहित कुल 17 कोच की सुविधा उपलब्ध रहेगी ।
सरगुजा, 24 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के सरगुजा में कांग्रेस की रीति नीति पर जमकर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस का एक ही मंत्र है -- लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। यही कारण है कि वह मध्यम वर्ग से ज्यादा टैक्स लेने के साथ विरासत की संपत्ति पर भी टैक्स लगाने की बात करती है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के अंबिकापुर में आयोजित विजय संकल्प शंखनाद महारैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ी भाषा में अभिवादन करते हुए जय जोहार किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी के खतरनाक इरादे एक के बाद एक खुलकर सामने आ रहे हैं। शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार कहते हैं, मध्यम वर्ग पर ज्यादा टैक्स लगना चाहिए, अब उससे भी एक कदम आगे चले गए। अब कांग्रेस का कहना है कि वह इन्हेरिटेंस (विरासत) टैक्स लगाएगी। माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएंगे। आपकी संपत्ति वह आपके बच्चों को नहीं मिलेगी। यह संपत्ति आपसे छीन ली जाएगी। कांग्रेस का मंत्र है लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी बाद भी।
पीएम मोदी ने कहा, जब तक आप जीवित रहेंगे, कांग्रेस आपसे ज्यादा टैक्स लेकर मारेगी और जब जीवित नहीं रहेंगे तो आप पर इनहेरिटेंस टैक्स का बोझ लगाएगी। जिन लोगों ने पूरी कांग्रेस पार्टी पैतृक संपत्ति मानकर अपने बच्चों को दे दी, वह नहीं चाहते कि सामान्य भारतीय अपने बच्चों को संपत्ति दे।
विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा पिछले कुछ माह पहले आपसे छत्तीसगढ़ से कांग्रेस का भ्रष्टाचारी पंजा हटाने के लिए आशीर्वाद मांगा था। आपने मेरी बात का मान रखा और इस भ्रष्टाचारी पंजे को साफ कर दिया। आप सबके आशीर्वाद से आदिवासी की संतान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ के सपनों को साकार कर रहा है। विष्णु देव बहुत तेजी से विकास के लिए काम कर रहे हैं। अभी बहुत कम समय हुआ है लेकिन इन्होंने इतने कम समय में रॉकेट की गति से सरकार चलाई है। धान किसानों को दी गारंटी पुरी की, तेंदूपत्ता संग्रहण पर ज्यादा पैसा मिल रहा है। तेंदूपत्ता खरीदी भी तेजी से हो रही है, माता बहनों को महतारी वंदन योजना से लाभ हुआ है। छत्तीसगढ़ में जिस तरह कांग्रेस के घोटालेबाजों पर एक्शन हो रहा है यह पूरा देश देख रहा है। विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। मैं विकसित भारत कहता हूं तो कांग्रेस वालों का और दुनिया में बैठी कुछ ताकतों का माथा गरम हो जाता है और अगर भारत शक्तिशाली हो गया तो कुछ ताकतों का खेल ही बिगड़ जाएगा। आज अगर भारत आत्मनिर्भर बन गया तो कुछ ताकतों की दुकान बंद हो जाएगी। इसलिए वह भारत में कांग्रेस और इंडी गठबंधन की कमजोर सरकार चाहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस का इतिहास सत्ता के लालच में देश को तबाह करने का रहा है। देश में आतंकवाद फैला, नक्सलवाद बढ़ा, कांग्रेस का कुशासन और लापरवाही के कारण देश बर्बाद होता गया। आज भाजपा सरकार आतंकवाद और नक्सलवाद के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रही है। लेकिन कांग्रेस हिंसा फैलाने वालों का समर्थन कर रही है। इतना ही नहीं जो निर्दोषों को मारते हैं, पुलिस पर हमला करते हैं और अगर वह मारे जाएं तो कांग्रेस वाले उन्हें शहीद कहते हैं। यह देश के शहीदों का, वीरों का अपमान है। कांग्रेस की सबसे बड़े नेता आतंकवादियों के मारे जाने पर आंसू बहाती है। ऐसी करतूत के कारण ही कांग्रेस देश का भरोसा खो चुकी है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग की छाया है। देश का जब संविधान बन रहा था, तब काफी चर्चा विचार के बाद देश के बुद्धिमान लोगों के चिंतन मनन के बाद बाबा साहब अंबेडकर के नेतृत्व में तय किया गया कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। आरक्षण होगा तो दलित, आदिवासी, पिछड़ों के लिए। लेकिन वोट बैंक की भूखी कांग्रेस ने कभी इन महापुरुषों की बातों की परवाह नहीं की। संविधान की पवित्रता की परवाह नहीं की। बाबा साहेब के शब्दों की परवाह नहीं की। कांग्रेस ने वर्षों पहले आंध्र प्रदेश में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया था। फिर कांग्रेस ने इसको पूरे देश में लागू करने की योजना बनाई। इन लोगों ने धर्म के आधार पर 15 प्रतिशत आरक्षण की बात कही और यह भी कहा एससी, एसटी, ओबीसी का जो कोटा है, उसी में से कम करके, चुराकर यह धर्म के आधार पर कुछ लोगों को आरक्षण देंगे। 2009 के अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने यही इरादा भी जताया था। 2014 के कांग्रेस के घोषणापत्र में भी इन्होंने साफ-साफ कहा था कि वह इस मामले को कभी भी छोड़ेंगे नहीं।
पीएम मोदी ने कहा, मतलब धर्म के आधार पर आरक्षण देंगे। अगर दलित, आदिवासी का आरक्षण कट करना पड़े तो काटेंगे, कई साल पहले कांग्रेस ने कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू भी कर दिया था, जब वहां बीजेपी सरकार आई तो हमने उसे उखाड़ कर फेंक दिया और दलितों को आदिवासियों को उनका अधिकार वापस दिया। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने एक और पाप किया, मुस्लिम समुदाय में जितनी भी जातियां हैं सबको उन्होंने ओबीसी कोटा में डाल दिया और ओबीसी बना दिया यानी जो हमारे देश के ओबीसी समाज को लाभ मिलता था, उसका बड़ा हिस्सा कट गया।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, कांग्रेस ने सामाजिक न्याय का अपमान किया, कांग्रेस ने भारत की धर्मनिरपेक्षता (सेक्युलरिज्म ) की हत्या की, कर्नाटक का यही मॉडल कांग्रेस देश में लागू करना चाहती है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सिर्फ आरक्षण को ही नहीं लूटना चाहती, उनके तो और भी बहुत कारनामे हैं। कांग्रेस के इरादे नेक नहीं हैं ,संविधान के अनुरूप नहीं हैं ,सामाजिक न्याय के अनुरूप नहीं हैं, अगर आरक्षण की कोई रक्षा कर सकता है तो सिर्फ भाजपा कर सकती है। इसलिए भाजपा को इतनी ताकत दीजिए कि मैं आपकी रक्षा कर सकूं। कांग्रेस की नजर सिर्फ आरक्षण पर है, ऐसा नहीं है। कांग्रेस की नजर आपकी कमाई पर, आपके मकान, दुकान, खेत खलिहान पर भी है। कांग्रेस के शहजादे का कहना है कि यह देश के हर घर, हर अलमारी, हर परिवार की संपत्ति का एक्स-रे करेंगे, हमारी माता बहनों के पास जो थोड़ा बहुत स्त्री धन होता है, गहने जेवर होते हैं, कांग्रेस उनकी भी जांच कराएगी।
(आईएएनएस)
सरगुजा, 24 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैम पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस की मंशा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि जिन लोगों ने पूरी कांग्रेस पार्टी को अपनी पैतृक संपत्ति मानकर अपने बच्चों को दे दी ,वो लोग नहीं चाहते कि एक सामान्य भारतीय अपने बच्चों को अपनी संपत्ति दे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाना चाहती है यानि कांग्रेस का मंत्र है -- कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के खतरनाक इरादे एक के बाद एक खुलकर सामने आ रहे हैं। शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार जो उनके पिता के भी सलाहकार रहे हैं, ने कुछ समय पहले कहा था कि मिडिल क्लास पर और ज्यादा टैक्स लगाना चाहिए। अब ये लोग इससे भी एक कदम और आगे बढ़ गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा, अब कांग्रेस का कहना है कि वो विरासत टैक्स लगाएगी, माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी। आप जो मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं, वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी, बल्कि कांग्रेस सरकार का पंजा उसे भी आपसे छीन लेगा। यानि कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह परिवार उन्हीं सलाहकार की सलाह मानता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि जब तक आप जीवित रहेंगे, कांग्रेस आपको ज्यादा टैक्स से मारेगी और जब आप जीवित नहीं रहेंगे, तो वो आप पर इनहेरिटेन्स टैक्स का बोझ लाद देगी। जिन लोगों ने पूरी कांग्रेस पार्टी पैतृक संपत्ति मानकर अपने बच्चों को दे दी, वो लोग नहीं चाहते कि एक सामान्य भारतीय अपने बच्चों को अपनी संपत्ति दे।
दरअसल, सैम पित्रोदा ने कहा है कि अमेरिका में 55 फीसदी विरासत टैक्स लगता है। सरकार 55 फीसदी हिस्सा ले लेती है। उन्होंने कहा कि संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए। अगर किसी व्यक्ति के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को और 55 फीसदी संपत्ति सरकार की हो जाती है। उन्होंने कहा कि भारत में ऐसा कानून नहीं है। ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए और वे ऐसी नीतियों की बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में हो न कि सिर्फ अमीरों के हित में।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 अप्रैल । प्रमुख रूसी तेल और गैस कंपनी रोसनेफ्ट की सहायक कंपनी आरएन-वैंकोर ने हाल ही में रूस के उत्तर में क्रास्नोयार्स्क क्षेत्र में एक यूनिक इकोआर्कटिक फोरम का आयोजन किया।
इको आर्कटिक फोरम सरकारी एजेंसियों, स्थानीय समुदायों और शिक्षा जगत के सदस्यों को आर्कटिक के कमजोर इकोसिस्टम की सुरक्षा और तैमिर प्रायद्वीप के स्वदेशी समुदायों की पारंपरिक आजीविका के संरक्षण के बारे में बातचीत में शामिल होने के लिए एक खुला मंच प्रदान करता है।
तैमिर रूस का सबसे बड़ा प्रायद्वीप और यूरेशियन महाद्वीप की सबसे उत्तरी मुख्य भूमि है। गंभीर जलवायु इस सुदूर क्षेत्र में रहने वाले स्वदेशी लोगों के जीवन का तरीका निर्धारित करती है। यहां पारंपरिक स्थानीय उद्योग बारहसिंगा पालन है।
फोरम के मुख्य कार्यक्रम में रेनडियर हर्डर दिवस, स्थानीय स्वदेशी लोगों का वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण उत्सव शामिल था।
यह कार्यक्रम तैमिर के डोलगानो-नेनेट्स नगर जिले में स्थित नोसोक शहर में तेल कंपनी के सहयोग से आयोजित किया गया था। यह शहर लगभग दो हजार निवासियों का घर है, जिनमें से अधिकांश स्वदेशी कम संख्या वाले लोगों के सदस्य हैं।
रेनडियर हर्डर डे के हिस्से के रूप में, निवासियों ने रेनडियर द्वारा खींची गई स्लेज रेस सहित पारंपरिक प्रतियोगिताओं की एक सीरीज में हिस्सा लिया।
सभी विजेताओं को आरएन-वैंकोर के सौजन्य से पुरस्कार दिए गए। उत्सव का समापन स्थानीय कलाकारों द्वारा दिए गए संगीत कार्यक्रम के साथ हुआ।
इसके अलावा, इकोआर्कटिक फोरम के हिस्से के रूप में वैज्ञानिक, पर्यावरण और सामाजिक अनुसंधान का समर्थन करने के लिए आरएन-वैंकोर के अनुदान कार्यक्रम पर एक गोलमेज चर्चा की गई, जो तैमिर के डोलगानो-नेनेट्स समुदायों की भलाई के लिए है। गोलमेज चर्चा क्रास्नोयार्स्क क्षेत्र के केंद्र क्रास्नोयार्स्क शहर में आयोजित की गई।
सरकारी एजेंसियों और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ वैज्ञानिकों और संरक्षणवादियों ने चर्चा में हिस्सा लिया।
विशेष रूप से, आर्कटिक रिसर्च एंड डिजाइन सेंटर फॉर कॉन्टिनेंटल शेल्फ डेवलपमेंट के जीव वैज्ञानिकों ने मंच के प्रतिभागियों को अपने व्यापक पारिस्थितिकी कार्यक्रम के बारे में बताया, जिसे सेंटर वर्तमान में रूसी संघ के प्राकृतिक संसाधन और पर्यावरण मंत्रालय के साथ मिलकर क्रास्नोयार्स्क क्षेत्र के उत्तर में रोसनेफ्ट की बायोमोनिटरिंग गतिविधियों के फोकस के नए क्षेत्रों को लागू कर रहा है।
रोसनेफ्ट की सहायक कंपनियों में से एक आरएन-शेल्फ-आर्कटिक के विशेषज्ञों ने आर्कटिक की मूल पौधों की प्रजातियों को संरक्षित करने में अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा किया, जिन्हें क्रमशः रूसी संघ और नेनेट्स स्वायत्त जिले की रेड लिस्ट में रखा गया था।
रोसनेफ्ट और उसकी सहायक कंपनियां उन क्षेत्रों में स्वदेशी लोगों का समर्थन करने के लिए सालाना यूनिक परियोजनाएं लागू करती हैं जहां वे काम करती हैं। इको आर्कटिक फोरम उस क्षेत्र में आयोजित किया गया था जहां रोसनेफ्ट की प्रमुख परियोजना वोस्तोक ऑयल लागू की जा रही है।
वोस्तोक ऑयल क्रास्नोयार्स्क क्षेत्र के उत्तर में रोसनेफ्ट द्वारा लागू ग्लोबल तेल और गैस उद्योग की सबसे बड़ी परियोजना है। वोस्तोक तेल परियोजना का संसाधन आधार 6.5 बिलियन टन प्रीमियम कम-सल्फर तेल से अधिक है। वोस्तोक ऑयल के पास क्रास्नोयार्स्क क्षेत्र के उत्तर में और यमालो-नेनेट्स स्वायत्त जिले में 52 लाइसेंस क्षेत्र हैं, जिनमें 13 तेल और गैस क्षेत्र शामिल हैं।
गोलमेज चर्चा के प्रतिभागियों ने कहा कि तैमिर में बड़े पैमाने पर वोस्तोक तेल परियोजना का विकास क्षेत्र और तेल उद्योग के बीच सहयोग की बढ़ती क्षमता में योगदान देगा और इकोआर्कटिक फोरम द्वारा इसे सुविधाजनक बनाया जाएगा।
(आईएएनएस)