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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि आने वाले कुछ दिनों में असम से आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर एक्ट यानी आफ़्स्पा क़ानून हट जाएगा.
एक रैली के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये बयान दिया.
इसके साथ ही इलेक्टोरल बॉन्ड पर प्रधानमंत्री ने एक हालिया इंटरव्यू में दिए गए बयान पर सरमा ने कहा, "इलेक्टोरल बॉन्ड चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता लाने का एक प्रयास था. सुप्रीम कोर्ट ने उसमें कुछ कमियां बताई हैं. वो कमियां दूर होंगी. लेकिन अगर भारत में चुनाव अगर होना है और तो पारदर्शिता से ही होना होगा तभी भारत का गणतंत्र बचा रहेगा."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एएनआई को दिए गए एक इंटरव्यू में इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम तरफ़दारी करते हुए कहा था कि इस स्कीम के आने से ही मनी ट्रेल का पता चल पाया. इस का विरोध करने वाले लोग पछताएंगे.
फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को असंवैधानिक ठहराया था और इसे खरीदने के लिए अधिकृत बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया को निर्देश दिए गए कि वो इलेक्टोरल बॉन्ड किसने खरीदा और किन पार्टियों के मिला इसका डेटा जारी करे.
जो डेटा सामने आया उसके मुताबिक़ 6060.51 करोड़ चंदा अकेले बीजेपी को मिला. दूसरे नंबर पर टीएमसी थी जिसे 1609 करोड़ का चंदा मिला. (bbc.com/hindi)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा है कि भीम राव आंबेडकर के संविधान को खत्म करने की कोशिश की जा रही है और ये हम नहीं होने देंगे.
सारण में अपनी बेटी रोहिणी आचार्य के समर्थन में रैली करते हुए लालू यादव ने ये बात कही.
उन्होंने कहा, "बाबा साहेब के संविधान को हटाने, मिटाने की कोशिश की जा रही है. लोकतंत्र को मिटाने की कोशिश की जा रही है और हम ये हरगिज़ होने नहीं देंगे. बाबा साहेब का संविधान ना होता तो हमें आरक्षण ना मिलता. इस संविधान में लोकतंत्र की जो व्याख्या है वो नहीं होती. हम सब को आज संकल्प लेना है कि बाबा के संविधान को किसी कीमत पर खत्म नहीं होने देंगे."
बिहार की सारण लोकसभा सीट से लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य चुनाव लड़ रही हैं. लालू पहली बार इसी सीट से सांसद बने थे, लेकिन पिछले दो चुनावों से इस सीट पर बीजेपी का कब्ज़ा है.
रोहिणी का इस सीट पर सीधा मुक़ाबला बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी से है. जो 2014 से ही लगातार इस सीट से सांसद हैं. (bbc.com/hindi)
लोकसभा चुनाव से दो दिन पहले बीजेपी ने बुधवार को पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर के बीजेपी नेता ई द्विजामिनी सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, छह साल के लिए उन्हें पार्टी से निकाला गया है.
बीजेपी की मणिपुर इकाई ने एक बयान में कहा है कि द्विजामिनी सिंह को "पार्टी के नियमों के उल्लंघन" के लिए निष्कासित कर दिया गया है.
कांग्रेस के पूर्व विधायक सिंह पार्टी से टिकट ना मिलने के कारण साल 2022 में बीजेपी में शामिल हुए थे.
बीजेपी से निकाले जाने के बाद तुरंत ही सिंह ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया. 19 अप्रैल को इनर मणिपुर में चुनाव होने हैं. (bbc.com/hindi)
-प्रभाकर मणि तिवारी
तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण से दो दिन पहले अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर दिया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आर्थिक सलाहकार अमित मित्र ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के दस वादों का ब्योरा दिया.
तृणमूल कांग्रेस ने इस घोषणा पत्र को 'दीदी की शपथ' का नाम दिया है. पार्टी ने कहा है कि केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने के पर इन वादों को पूरा किया जाएगा.
पार्टी के इस घोषणा पत्र में सौ दिनों का प्लान के काम से लेकर राशन, गैस सिलेंडर और आवास के साथ ही नागरिकता (संशोधन) कानून, एनआरसी और समान नागरिक संहिता की बात की गई है.
पार्टी ने इसमें केंद्र सरकार की कई परियोजनाओं के विकल्प के तौर पर नई योजनाओं का एलान किया है.
इसमें लखपति दीदी के विकल्प के तौर पर लक्ष्मी भंडार और आयुष्मान भारत की जगह स्वास्थ्य साथी बीमा योजना लाने का वादा किया गया है.
टीएमसी के घोषणा पत्र में की मुख्य बातें
-मनरेगा कार्ड धारकों को सौ दिनों के काम की गारंटी दी जाएगी. देश भर के मजदूरों को रोजाना न्यूनतम चार सौ रुपये की मजदूरी दी जाएगी.
-सीएए को खत्म किया जाएगा. एनआरसी को भी बंद किया जाएगा. देश में कहीं भी समान नागरिक संहिता लागू नहीं होगी.
-गरीब परिवारों को आवास मुहैया कराया जाएगा. सबको पक्के मकान बना कर दिए जाएंगे.
-देश में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को साल में 10 मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर दिए जाएंगे.
-राशन के जरिए पांच किलो अनाज मुफ्त दिया जाएगा. मुफ्त राशन सामग्री घर-घर पहुंचा दी जाएगी.
-अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के बाद दी जाने वाली स्कालरशिप की रकम बढ़ा दी जाएगी. साठ साल से ज्यादा उम्र के लोगों की पेंशन की रकम भी बढ़ाई जाएगी. उनको एक हजार मासिक की दर से सालाना 12 हजार रुपये मिलेंगे.
-स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक देश के तमाम किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के लिए कानूनी गारंटी दी जाएगी. यह उनकी फसलों की लागत से औसतन कम से कम 50 फीसदी ज्यादा होगी.
-पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर की कीमत की किफायती सीमा तय की जाएगी. इनकी दरों में उतार-चढ़ाव पर नियंत्रण के लिए प्राइस स्टैबिलाइजेशन फंड बनाया जाएगा.
-25 साल तक के तमाम स्नातक और डिप्लोमा धारी युवकों को एक साल की ट्रेनिंग दी जाएगी. छात्रों को वित्तीय सहायता के लिए मासिक स्कॉलरशिप दी जाएगी. उच्च शिक्षा के लिए दस लाख रुपये तक स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिलेगी.
-बंगाल की कन्याश्री योजना के साथ तालमेल रखते हुए 13 से 18 साल की युवतियों को शिक्षा के लिए सालाना एक हजार और एकमुश्त 25 हजार की रकम दी जाएगी.
केंद्र की आयुष्मान योजना की जगह और बेहतर स्वास्थ्य साथी योजना शुरू की जाएगी. इसके तहत दस लाख तक की बीमा सुविधा मिलेगी. (bbc.com/hindi)
गुलाम नबी आज़ाद लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे. उनकी पार्टी के कहा था कि वह अनंतनाग-राजौरी सीट से चुनाव लड़ेंगे.
लेकिन अब उनकी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी ने मोहम्मद सलीम पारे को दक्षिण कश्मीर की इस सीट से उम्मीदवार बनाया है.
इस महीने की शुरुआत में ही डीपीएपी ने कहा था कि आज़ाद इस सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे.
मोहम्मद सलीम पारे ने पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनाए जाने पर कहा, "अनंतनाग-राजौरी सीट से नामांकन के लिए दो तीन दिन ही बचे थे. दक्षिण कश्मीर के नेताओं ने गुलाम नबी आज़ाद के साथ बैठक की. इस बैठक में मेरा नाम आगे आया. मैं नेतृत्व का, गुलाब नबी आज़ाद जी का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने मुझ पर भरोसा किया. मैं कोशिश करूंगा कि मैं पार्टी की उम्मीदों पर खरा करने की पूरी कोशिश करूंगा."
उन्होंने कहा, "इस सीट पर गुलाम नबी आज़ाद साहब का नाम आया था. मैं चाहता था कि वो यहां से लड़ें लेकिन यहां के लोग और हमारे कार्यकर्ता गुलाम नबी आज़ाद को एक मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. हमारे संसदीय चुनाव खत्म होते ही यहां विधानसभा चुनाव होंगे. इस सारी बातों को ध्यान में रख कर पार्टी ने ये फ़ैसला लिया है."
अनंतनाग-राजौरी सीट से पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता मियां अल्ताफ़ चुनावी मैदान में हैं.
साल 2022 में कांग्रेस छोड़ने वाले आज़ाद ने नई पार्टी बनायी थी. नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला आरोप लगाते रहे हैं कि आजाद बीजेपी की स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं. (bbc.com/hindi)
जम्मू और कश्मीर पुलिस का कहना है कि अनंतनाग ज़िले में एक प्रवासी मजदूर की गोली लगने से मौत हो गई.
इससे पहले जम्मू और कश्मीर पुलिस ने दावा किया कि अनंतनाग ज़िले में एक मज़दूर को गोली मारी गई है.
पुलिस के मुताबिक गोली लगने के बाद मजदूर को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने कहा, ''व्यक्ति को आतंकवादियों ने गोली मारी है और इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई. इस इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है.''
बुधवार देर रात कश्मीर पुलिस ने इस घटना पर कहा था, "आतंकवादियों ने राजू शाह नाम के एक मज़दूर पर हमला किया है और वह गंभीर रूप से घायल हैं. राजू बिहार के रहने वाले हैं और अनंतनाग के जबलीपुरा बिजबहेरा में रह रहे हैं. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. इलाके की घेराबंदी करके तलाशी जारी है." (bbc.com/hindi)
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सहायक प्रेस सचिव वेदांत पटेल ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बदलाव का समर्थन करते हैं.
जनवरी में एलन मस्क ने यह मुद्दा उठाते हुए भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में स्थायी सदस्य बनाने की मांग का समर्थन किया था. इसी मांग पर वेदांत पटेल ने प्रतिक्रिया दी है.
वेदांत पटेल ने कहा, ''राष्ट्रपति ने इस बारे में बात की है. हम संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद में सुधार का समर्थन करते हैं. अभी मेरे पास इस बारे में ज्यादा कुछ कहने को नहीं है. लेकिन हम सुधार की ज़रूरत को समझते हैं.''
मस्क का कहना था कि सबसे ज्यादा आबादी वाला देश होने के बावजूद भारत का यूएनएससी का सदस्य नहीं होना बेतुकी बात है.
मस्क ने भारत के अलावा अफ्रीका के लिए भी यूएनएससी में स्थायी सीट की मांग की थी.
कुछ दिन पहले एलन मस्क ने ट्वीट कर कहा था कि वो पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए उत्सुक हैं. हालांकि ये मुलाकात कब होगी, इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी उपलब्थ नहीं है. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 18 अप्रैल। बहुचर्चित तीन हजार करोड़ के आबकारी घोटाले मामले में गिरफ्तार आरोपियों को ईओडब्ल्यू की टीम आज पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगी। इनमें अनवर ढेबर, अरविंद सिंह समेत अरुणपति त्रिपाठी शामिल हैं। इनकी रिमांड आज खत्म हो रही है। इसके पूर्व एसीबी ने तीनों से आमने सामने पूछताछ पूरी कर ली है। समझा जा रहा है कि एसीबी त्रिपाठी की रिमांड मांग सकती है जबकि शेष दो को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जाएगा।
इससे पहले ईओडब्लू ने ईडी की रिपोर्ट पर जिन 71 लोगों के खिलाफ एफआईआर रजिस्टर की है, उसमें आबकारी अफसर, बड़े और छोटे शराब कारोबारी, होलोग्राम व्यवसायी, एनजीओ, सिक्योरिटी कंपनियां तथा कर्मचारी उपलब्ध करवाने वाली एजेंसियां तथा शराब बोतल में भरनेवाली और ट्रांसपोर्ट करनेवाली एजेंसियां हैं। इनमें से ईओडब्लू,काफी अफसरों के यहां छापे मारकर और 6 घंटे तक पूछताछ कर काफी जानकारी जुटा चुकी हैं। बताते हैं कि अब ईओडब्लू का फोकस छत्तीसगढ़ के तीन बड़ी शराब कंपनियों छत्तीसगढ़ डिस्टलरीज, भाटिया वाइन एंड मर्चेंट्स तथा वेलकम डिस्टलरीज पर है। शराब बनाना और इनका सरकारी शराब गोदामों को वितरण करने में इनका बड़ा रोल है। मोटे तौर पर यह भी माना जाता है कि बड़े शराब कारोबारियों का इस बिजनेस के सरकारी सिस्टम पर भी खासा प्रभाव रहता है। ईओडब्लू अब इसी का असेसमेंट करेगी। इस मामले में एसीबी-ईओडब्लू चीफ आईजी अमरेश मिश्रा से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन वे इस केस की जांच में व्यस्तता के कारण उपलब्ध नहीं हुए।
शराब घोटाले की जांच तेज करने के तथा अनवर ढेबर, अरविंद सिंह और बाद में अरुणपति त्रिपाठी की गिरफ्तारी से ही एसीबी-ईओडब्लू के तेलीबांधा चौक स्थित मुख्यालय का गेट दिन-रात लाक है। अफसरों-कर्मचारियों के अलावा किसी को भीतर जाने की इजाजत नहीं है। मुख्यालय में केवल उन्हीं को प्रवेश दिया जा रहा है, जिन्हें एजेंसी की तरफ से बुलाया गया हो।
रायपुर/कांकेर, 18 अप्रैल। परसों छोटे बेठिया इलाके की पहाड़ी पर सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए 29 नक्सलियों में से 16 नक्सलियों के शवों की शिनाख्त हो गई। दो मोहला दलम कमांडर विनोद गावड़े और दिवाकर गावड़े भी शामिल है। मोहला-मानपुर से पहुंची पुलिस के जवानों ने की शिनाख्त की है।मोहला दलम का कमांडर दिवाकर गावड़े पर 16 लाख रुपए का ईनाम था घोषित था ज्यादातर मारे गए नक्सली दक्षिण बस्तर के रहने वाले।कांकेर पुलिस ने की पुष्टि की।
अहमदाबाद, 17 अप्रैल। दिल्ली कैपिटल्स ने कप्तान ऋषभ पंत और गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन की बदौलत बुधवार को यहां कम स्कोर वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में गुजरात टाइटन्स को छह विकेट से शिकस्त दी।
दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला करते हुए गुजरात टाइटन्स को 17.3 ओवर में 89 रन पर ढेर कर दिया जो इस सत्र में किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर है।
गुजरात टाइटन्स का यह आईपीएल में अब तक का सबसे कम स्कोर भी था।
पिछले कुछ मैचों में दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज असरदार नहीं रहे थे लेकिन आखिरकार इस मैच में जलवा दिखाने में सफल रहे। मुकेश कुमार सबसे ज्यादा सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 14 रन देकर तीन विकेट झटके जबकि इशांत शर्मा ने आठ रन देकर दो और ट्रिस्टन स्टब्स ने अपने एक ओवर में दो विकेट हासिल किये।
गुजरात टाइटन्स की बल्लेबाजी काफी खराब रही, उसके लिए केवल तीन खिलाड़ी दोहरे अंक तक पहुंचे जिसमें से राशिद खान ने सबसे ज्यादा 24 गेंद में 31 रन बनाये जिन्होंने टीम की पारी का एकमात्र छक्का भी लगाया।
दिल्ली कैपिटल्स ने यह लक्ष्य महज 8.5 ओवर में चार विकेट पर 92 रन बनाकर हासिल कर लिया जिससे उसके रन रेट में भी इजाफा हुआ।
पंत की कप्तानी लाजवाब रही, जिन्होंने सही समय पर गेंदबाजों को लगाने के अलावा स्टंप के पीछे शानदार प्रदर्शन किया और फिर 11 गेंद में नाबाद 16 रन बनाकर जीत दिलायी।
यह विकेटकीपर बल्लेबाज विकेट के पीछे काफी फुर्तीला रहा, उन्होंने विकेट के पीछे कैच लपकने के अलावा शानदार स्टंपिंग भी की और टी20 विश्व कप को देखते हुए उनका प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत है।
दिल्ली कैपिटल्स के लिए जेक फ्रेजर मैकगुर्क ने 20 रन, शाई होप ने 19 रन और अभिषेक पोरेल ने 15 रन का योगदान दिया।
बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद कप्तान शुभमन गिल (08) ने खलील अहमद की गेंद पर पारी का पहला शॉट लगाया।
गिल ने फिर इशांत की गेंद को ऑफ साइड पर गैप से निकालकर चौका लगाया।
लेकिन अगली ही फुल लेंथ गेंद पर गिल सीधे कवर पर पृथ्वी साव को कैच देकर आउट हो गये।
साई सुदर्शन (12) ने लगातार दो चौके से शुरूआत की जिसमें एक्स्ट्रा कवर पर एक बेहतरीन चौका भी शामिल था।
पंत ने इशांत के बजाय मुकेश कुमार को गेंदबाजी के लिए लगाया। इस गेंदबाज ने अपने पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर ऋद्धिमान साहा (02) का विकेट झटक लिया।
चोटिल डेविड वार्नर की जगह खेल रहे सुमित कुमार ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया और नॉन-स्ट्राइकर छोर पर सीधे थ्रो से सुदर्शन को रन आउट कर दिया।
तीन विकेट लेने के बाद दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज अच्छी लय में आ गये और कप्तान पंत ने भी दो कैच और दो स्टंप आउट कर उदाहरण पेश किया।
पंत ने इशांत की गेंद पर खतरनाक डेविड मिलर (02) का कैच लपककर गुजरात टाइटन्स को चौथा झटका दिया। पांच ओवर के बाद घरेलू टीम का स्कोर चार विकेट पर 30 रन था।
इशांत ने मिलर को बायीं ओर के कोण लेती गेंद फेंकी जिस पर पंत ने कैच लिया लेकिन जोरदार अपील के बावजूद अंपायरों ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी।
पंत ने हालांकि रिव्यू करने का फैसला किया और अल्ट्राएज में पता चला कि मिलर ने बल्ला गेंद से छुआया था।
इसके बाद गुजरात टाइटन्स की मुसीबत बढ़ती ही जा रही थी। पंत ने स्टब्स को गेंदबाजी के लिए लगाया जिन्होंने पहले अभिनव मनोहर को और फिर शाहरूख खान को आउट किया।
बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल की गेंद राहुल तेवतिया के पैड पर लगी और इस गेंदबाज की अपील के बाद अंपायर ने अपनी उंगली उठा दी।
तेवतिया ने रिव्यू लिया लेकिन फैसला बरकरार रहा। गुजरात टाइटन्स ने 12वें ओवर में महज 66 रन पर अपना सातवां विकेट खो दिया।
खलील अहमद ने फिर मोहित शर्मा को आउट किया।
इससे पहले राशिद खान ने कुलदीप यादव पर लांग आफ में पारी का पहला और एकमात्र छक्का लगाया। कुलदीप कोई विकेट नहीं ले सके लेकिन उन्होंने किफायती गेंदबाजी की। उन्होंने चार ओवर में 16 रन दिये।
मुकेश कुमार ने फिर राशिद की पारी समाप्त कर दी।
दिल्ली कैपिटल्स :
पृथ्वी साव का जॉनसन बो संदीप वारियर 07
जेक फ्रेजर मैकगुर्क का मनोहर बो जॉनसन 20
अभिषेक पोरेल बो संदीप वारियर 15
शाई होप का मोहित शर्मा बो राशिद खान 19
ऋषभ पंत नाबाद 16
सुमित कुमार नाबाद 09
अतिरिक्त : 06
कुल : 8.5 ओवर में चार विकेट पर 92 रन
विकेट पतन : 1-25, 2-31, 3-65, 4-67
गेंदबाजी :
संदीप वारियर 3-0-40-2
स्पेंसर जॉनसन 2-0-22-1
राशिद खान 2-0-12-1
नूर अहमद 1.5-0-14-0
(भाषा)
कांकेर, 17 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के हिदुर और कल्पर गांव के जंगल में मुठभेड़ के बाद अब सन्नाटा पसरा हुआ है। घटना के बाद ग्रामीण अपनी दिनचर्या में व्यस्त हैं लेकिन अनजान लोगों को देखकर कुछ भी बोलने से हिचक रहे हैं।
राज्य के नक्सल प्रभावित इस जिले के छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत हिदुर और कल्पर गांव के करीब जंगल में मंगलवार को सुरक्षाबलों ने चार घंटे तक चली मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया।
गांवों के करीब बांस की झाड़ियों से घिरी पहाड़ियों पर सन्नाटा पसरा हुआ है, लेकिन यहां पेड़ों पर खून के धब्बे और गोलियों के निशान नक्सल विरोधी अभियान की तीव्रता को बयान कर रहे हैं।
मुठभेड़ वाली जगह के नजदीक के गांवों में ज्यादातर स्थानीय आदिवासी महिलाएं देखी गईं। वह अपनी रोजमर्रा के कामों में व्यस्त हैं लेकिन मंगलवार की दोपहर पहाड़ी पर क्या हुआ पूछने पर वह कुछ भी बोलने से हिचक रहे हैं।
इस बीच खुद को क्षेत्र के अकामेटा गांव के निवासी बताने वाले लिंगाराम ने बताया कि उसका चचेरा भाई एवं सक्रिय नक्सली सुक्कू मुठभेड़ में मारा गया।
लिंगाराम ने बताया कि वह घटना के बारे में अनभिज्ञ थे और बुधवार को इसके बारे में जानकारी मिली।
उन्होंने कल्पर गांव में संवाददाताओं से कहा कि सुक्कू बचपन से ही प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- माओवादी (भाकपा-माओवादी) संगठन में शामिल हो गया था। परिवार के सदस्यों ने उसे आंदोलन छोड़ने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना।
लिंगाराम ने बताया कि परिवार के सदस्यों ने अभी तक उसके शव पर दावा करने के लिए पुलिस से संपर्क नहीं किया है।
मुठभेड़ स्थल तक पहुंचने के कच्चे रास्ते को कई स्थानों पर खोद दिया गया है। यहां लोकसभा चुनाव के बहिष्कार के संदेश वाले नक्सली पोस्टर लगे हुए थे। इसके साथ ही यहां माओवादियों के स्मारक भी देखे जा सकते हैं।
नक्सलियों की उत्तर बस्तर डिविजन कमेटी का गढ़ माने जाने वाले इस क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए कोटरी नदी को पार करना पड़ता है, जो गर्मियों में सूख जाती है। स्थानीय प्रशासन यहां लंबे समय से पुल बनाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण सफलता नहीं मिल पा रही है।
मुठभेड़ स्थल बेचाघाट से 15 किलोमीटर से अधिक दूर कांकेर, नारायणपुर (छत्तीसगढ़) और गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) जिले के त्रिकोण पर स्थित है।
एक ग्रामीण आयतू ने बताया कि उसने दोपहर में गोलियों की आवाज सुनी थी जो कल्पर गांव से सटी एक पहाड़ी से आ रही थी। आयतू ने इससे आगे कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
पहाड़ी पर चढ़ने पर कई स्थानों पर खून के धब्बे और पेड़ों पर गोलियों के निशान देखे जा सकते हैं। खाली सिरिंज और शीतल पेय की बोतलें तथा एक स्ट्रेचर जिसका इस्तेमाल सुरक्षाकर्मी अपने घायल सहकर्मियों को ले जाने के लिए करते थे, इलाके में एक सूखे नाले के किनारे बिखरे हुए थे।
पुलिस के अनुसार लगभग दो सौ की संख्या में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सुरक्षाबलों ने 15 अप्रैल की देर शाम विभिन्न स्थानों से नक्सल विरोधी अभियान शुरू किया था। वह मेहरा गांव में एकत्र हुए थे।
उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने खैरीपदर गांव में कोटरी नदी पार की और फिर अन्य गांवों से होते हुए उस पहाड़ी को घेर लिया जहां माओवादियों के वरिष्ठ कैडरों की आवाजाही की सूचना मिली थी।
पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ मंगलवार दोपहर करीब 12.30 बजे शुरू हुई और करीब चार घंटे तक चली। गोलीबारी बंद होने के बाद घटनास्थल से 15 महिलाओं समेत 29 नक्सलियों के शव बरामद किए गए। गोलीबारी में तीन सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं।
पिछले तीन दशकों से अधिक समय से इस समस्या से जूझ रहे छत्तीसगढ़ में यह पहली बार है कि जब सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराया है।
2024 की शुरुआत के बाद से माओवादियों के गढ़ बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में 79 नक्सली मारे गए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया है।
उपमुख्यमंत्री एवं राज्य का गृह विभाग संभाल रहे विजय शर्मा ने मुठभेड़ को "सर्जिकल स्ट्राइक" और एक बड़ी सफलता बताया और कहा कि इसका श्रेय बहादुर सुरक्षाबलों के जवानों को जाता है। (भाषा)
देहरादून, 17 अप्रैल। योग गुरु रामदेव ने बुधवार को जनता से राष्ट्रहित में अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील करते हुए उनसे ऐसी सरकार चुनने को कहा जो देश को आर्थिक और सामरिक महाशक्ति बनाने में समर्थ हो।
हरिद्वार में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए रामदेव ने कहा कि आध्यात्मिक जीवन हमारे सांस्कृतिक सनातन संविधान से चलता है लेकिन देश अपने संविधान से चलता है जिसने हमें वोट देने का एक बड़ा अधिकार दिया है।
, उन्होंने कहा, ‘‘आप राष्ट्रहित में मतदान जरूर करें। ऐसी सरकार चुनें जो देश को आर्थिक और सामरिक महाशक्ति बनाने में समर्थ हो। ऐसी सरकार को वोट दें जो न केवल विकास के लिए काम करे बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत की भी चिंता करे।’’
रामदेव ने जनता से कहा कि यदि ऐसी सरकार चुनेंगे तो सभी भारतीयों के सपने पूरे होंगे।
उत्तराखंड में 19 अप्रैल को प्रथम चरण में मतदान होना है। प्रदेश में लोकसभा की पांच सीट है। (भाषा)
शिलांग/गोलपाड़ा, 17 अप्रैल। पड़ोसी मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स जिले में बुधवार को असम के तीन युवकों के जले हुए शव आंशिक रूप से जमीन में दबे मिले। पुलिस ने यह जानकारी दी।
जिस वाहन का उपयोग उन्होंने असम के गोलपाड़ा जिले से मेघालय में प्रवेश करने के लिए किया था वह भी उसी क्षेत्र रोंगमिल में जला हुआ पाया गया था।
गोलपाड़ा के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें पता चला है कि तीनों व्यक्ति मंगलवार को एक वाहन से मेघालय गये थे। उनके जले हुए शव, आंशिक रूप से दबे हुए, स्थानीय पुलिस ने बरामद किए।”
ऐसा प्रतीत होता है कि तीनों की हत्या लोगों के एक समूह ने की है।
अधिकारी ने कहा, “हम मेघालय पुलिस के संपर्क में हैं। तीनों की हत्या क्यों की गई या इसमें कौन शामिल था, यह जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा।”
मेघालय पुलिस ने कहा कि शव दो स्थानों पर दबे हुए पाए गए।
मेघालय पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “दो शव एक स्थान पर और दूसरा शव उस क्षेत्र के पास एक अलग स्थान पर मिला जहां वाहन जलाया गया था।”
उन्होंने कहा कि मंगलवार सुबह मेघालय में प्रवेश करने के बाद परिवार के सदस्यों ने उनसे बात की थी और उसके बाद से उनसे संपर्क नहीं हो सका।
चिंतित परिवार के सदस्यों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद बुधवार को तलाशी अभियान शुरू किया गया।
ग्रामीणों ने पूर्वी गारो जिले के अधिकारियों को रोंगमिल इलाके में एक जले हुए वाहन की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को बरामद किया।
मृतकों में से दो की पहचान गोलपाड़ा के डोलगुमा के जमाल अली और नूर मोहम्मद के रूप में की गई। तीसरे पीड़ित की पहचान अभी सत्यापित नहीं हुई है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 17 अप्रैल। देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार बुधवार शाम को समाप्त हो गया, जहां 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा।
पहले चरण की इन सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ-साथ अन्य दलों के नेताओं ने मतदाताओं को लुभाने के लिए जमकर प्रचार किया।
चुनाव प्रचार के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले कुछ दिन में अनेक लोकसभा क्षेत्रों का दौरा कर रैलियों को संबोधित किया और रोडशो में भाग लिया। वह पूरे प्रचार अभियान में ‘मोदी की गारंटी’ की बात कर रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके कई कैबिनेट सहयोगियों, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी जैसे वरिष्ठ पार्टी नेताओं और अन्य दलों ने भी अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया।
भाजपा ने भ्रष्टाचार, वंशवाद की राजनीति और संविधान तथा हिंदू धर्म का अपमान करने को लेकर ‘इंडिया’ गठबंधन पर पूरी तरह से हमला बोल दिया है।
बदले में, विपक्षी नेताओं ने चुनावी बॉण्ड, एजेंसियों के कथित दुरुपयोग, मुद्रास्फीति और बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर सरकार पर हमला किया है।
भाजपा ने अपने घोषणापत्र में लोक-लुभावन उपायों और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) जैसे विवादास्पद मुद्दों से किनारा करते हुए विकास और कल्याण को प्राथमिकता दी।
पार्टी ने ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ और समान नागरिक संहिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
कांग्रेस ने 45 पन्नों के अपने ‘न्यायपत्र’ में न्याय के पांच स्तंभों और उनके तहत 25 गारंटियों का उल्लेख किया है।
पहले चरण में आठ केंद्रीय मंत्री - नितिन गडकरी, किरेन रीजीजू, सर्बानंद सोनोवाल, संजीव बालियान, जितेंद्र सिंह, भूपेन्द्र यादव, अर्जुन राम मेघवाल और एल मुरुगन, दो पूर्व मुख्यमंत्री - बिप्लब कुमार देब (त्रिपुरा) और नबाम तुकी (अरुणाचल प्रदेश), तथा पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (तेलंगाना) भी मैदान में हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में संप्रग ने इन 102 सीटों में से 45 पर जीत हासिल की थी, राजग ने 41 सीटें जीती थीं। परिसीमन के तहत इनमें से छह सीटों का पुन: रेखांकन किया गया है।
इस चरण में तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय की (2), अंडमान निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नगालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) की सभी लोकसभा सीट पर मतदान होगा।
इनके अलावा राजस्थान में 12, उत्तर प्रदेश में 8, मध्य प्रदेश में 6, असम और महाराष्ट्र में 5-5, बिहार में 4, पश्चिम बंगाल में 3, मणिपुर में 2 और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर तथा छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर मतदान होगा।
तमिलनाडु में, मुख्यमंत्री और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन चुनावों को ‘दूसरा स्वतंत्रता आंदोलन’ बताया और दोहराया कि चुनाव यह तय करने के बारे में है कि ‘किसका शासन जारी नहीं रहना चाहिए’, बजाय इसके कि किसे सत्ता पर आना चाहिए।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी ने अपनी ''स्वार्थी राजनीति'' के लिए देश को बर्बाद कर दिया है।
भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने भी जोरदार प्रचार किया है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को सहारनपुर और मुरादाबाद में रैलियों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू कश्मीर में लोगों को विधानसभा चुनाव कराने और पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने का आश्वासन दोहराया।
गृह मंत्री शाह ने एक रैली में दोहराया कि उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्धारित 30 सितंबर की समयसीमा के अनुरूप विधानसभा चुनाव होंगे।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में पहले चरण में मतदान होगा। इसमें मंगलवार को कांकेर जिले में चलाए गए एक बड़े नक्सल विरोधी अभियान की छाया रहेगी, जिसमें 29 माओवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया।
उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 19 अप्रैल को जिन लोकसभा सीट पर मतदान होना है उनमें राज्य के पश्चिमी क्षेत्र की सहारनपुर, बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत सीट शामिल हैं।
राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग), विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के लिए मंच तैयार है।
पहले चरण के चुनाव के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेरठ और पीलीभीत में रैलियों को संबोधित किया जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन सीट पर 20 से अधिक रैलियों को संबोधित कर चुके हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भी पहले चरण में चुनाव से गुजरने वाले अनेक लोकसभा क्षेत्रों में रैलियों को संबोधित किया।
बसपा अध्यक्ष मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद ने भी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित किया।
राजस्थान की जिन 12 लोकसभा सीट पर पहले चरण में मतदान होना है उनमें गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर हैं।
नगालैंड की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा। सिक्किम में 32 विधानसभा सीटों और एकमात्र लोकसभा क्षेत्र के लिए प्रचार अभियान बुधवार को समाप्त हो गया।
त्रिपुरा पश्चिम लोकसभा क्षेत्र और रामनगर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए प्रचार बुधवार शाम पांच बजे थम गया।
असम में जिन पांच सीटों पर मतदान होना है उनमें डिब्रूगढ़, जोरहाट, काजीरंगा, सोनितपुर और लखीमपुर शामिल हैं।
अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को एक साथ होने वाले मतदान का प्रचार बुधवार शाम को समाप्त हो गया।
पश्चिम बंगाल में तीन लोकसभा सीट, कूच बिहार (एससी), जलपाईगुड़ी (एससी) और अलीपुरद्वार (एसटी) के लिए पहले चरण में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए प्रचार बुधवार शाम छह बजे समाप्त हो गया।
महाराष्ट्र में पहले चरण में नागपुर, रामटेक, भंडारा-गोंदिया, चंद्रपुर और गढ़चिरौली सीट पर मतदान होगा।
जम्मू-कश्मीर की पांच लोकसभा सीट में एक उधमपुर सीट पर पहले चरण में चुनाव होगा।
उत्तराखंड की सभी लोकसभा सीट—पौड़ी गढ़वाल , टिहरी, अल्मोड़ा (सुरक्षित), हरिद्वार और नैनीताल—पर 19 अप्रैल को मतदान होगा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 17 अप्रैल। दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोपी व्यक्ति की दोषसिद्धि और पांच साल की सजा रद्द करते हुए कहा है कि ‘‘बाल यौन शोषण के झूठे आरोपों का सामाजिक कलंक झेलना जेल की सजा’’ से भी अधिक दर्दनाक होता है।
न्यायमूर्ति अनूप कुमार मेंदीरत्ता ने जनवरी 2023 के निचली अदालत के फैसले के खिलाफ दोषी की अपील पर सुनवाई करते हुए कहा कि अभियोजन पक्ष की ओर से पेश दलीलों और रिकॉर्ड में महत्वपूर्ण खामियां हैं तथा पीड़िता की गवाही में विश्वसनीयता का अभाव है।
अदालत ने सोमवार को पारित आदेश में कहा, ‘‘यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा 29 और 30 के तहत निचली अदालत की ओर से अपराध का अनुमान लगाया जाना अपीलकर्ता को दोषी ठहराने का आधार नहीं हो सकता, क्योंकि पीड़िता की गवाही भरोसे के लायक नहीं है, साथ ही अभियोजन के मामले में गंभीर खामियां हैं।’’
अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि गलत सजा किसी मामले में गलत तरीके से बरी किये जाने से भी बदतर है।
अदालत के आदेश में कहा गया है, ‘‘जैसे गलत तरीके से बरी किया जाना लोगों के भरोसे को हिलाकर रख देता है, वैसे ही एक गलत दोषसिद्धि बहुत अधिक खराब होती है। एक बच्चे के साथ कथित यौन दुर्व्यवहार के झूठे आरोपों का सामना करने वाले आरोपी को जिस सामाजिक कलंक का दाग झेलना पड़ता है, वह मुकदमे और कारावास की कठोरता से कहीं अधिक दर्दनाक होता है।’’
यह मामला 2016 का है, जब पीड़िता (12) ने आरोप लगाया था कि चाची के भाई (चचेरे मामा) ने उसके घर में उसका यौन शोषण किया था।
उच्च न्यायालय ने पाया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में देरी हुई थी, जो पीड़िता के ‘चाचा’ और ‘चाची’ (अपीलकर्ता की बहन) के बीच वैवाहिक विवाद के कारण महत्वपूर्ण हो गयी।
आदेश में कहा गया है, ‘‘पांच दिनों की अवधि के लिए घटना पर पूरी तरह से चुप्पी अभियोजन पक्ष के मामले पर संदेह की गहरी छाया पैदा करती है। यह भी देखा जा सकता है कि पीड़िता अपने विवेक से अपीलकर्ता द्वारा किए गए कृत्यों के बारे में बार-बार अपना बयान बदल रही है।’’
अदालत ने कहा है, ‘‘इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि मामला दुश्मनी और वैवाहिक विवादों के कारण सिखा-पढ़ाकर आरोप लगाने या मनगढ़ंत कहानी पर आधारित है। यह भी देखा जा सकता है कि पीड़िता ने बिना किसी ठोस कारण के आंतरिक चिकित्सा जांच से भी इनकार कर दिया था।’’
इसलिए, अदालत ने राय दी कि अभियोजन पक्ष आरोपी के खिलाफ आरोप साबित करने में विफल रहा है। इसके साथ ही अदालत ने आरोपी को बरी करते हुए उसकी रिहाई के आदेश दिये हैं। (भाषा)
सिलचर (असम), 17 अप्रैल। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पूरे देश को ‘‘डिटेंशन कैंप’’ बनाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ सत्ता में आता है तो संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को खत्म कर दिया जाएगा।
असम में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के चार उम्मीदवारों के समर्थन में यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटते हैं तो देश में ‘‘लोकतंत्र नहीं बचेगा और चुनाव नहीं होंगे।’’
बनर्जी ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने (भाजपा) पूरे देश को डिटेंशन कैंप बना दिया है...ये चुनाव बहुत खतरनाक हैं। मैंने अपने जीवन में इतना खतरनाक चुनाव कभी नहीं देखा।’’
बनर्जी ने दावा किया कि जब वह एनआरसी को लेकर दोनों राज्यों (असम-पश्चिम बंगाल) के बंगाली लोगों के समर्थन में पश्चिम बंगाल में आंदोलन कर रही थीं तो असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पुलिस में कई मामले दर्ज कराए।
बनर्जी ने कहा, ‘‘मेरी गलती क्या थी? क्या आप मुझे जेल भेजेंगे, मार डालेंगे या डिटेंशन कैंप में डाल देंगे? जब एनआरसी से बाहर किए गए 19 लाख लोगों में 17 लाख बंगाली असमिया थे, तो मैं लोगों के लिए आंदोलन कर रही थी।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी टीएमसी सभी धर्मों से प्यार करती है और नहीं चाहती कि धार्मिक आधार पर लोगों के बीच भेदभाव हो।
बनर्जी ने रैली में कहा, ‘‘अगर ‘इंडिया’ गठबंधन जीतता है, तो एनआरसी, सीएए और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू नहीं होगी। हम सभी भेदभावपूर्ण कानूनों को रद्द कर देंगे।’’
रैली में बनर्जी ने कहा, ‘‘अगर मोदी दोबारा जीते, तो लोकतंत्र नहीं रहेगा और कोई चुनाव नहीं होगा। पूरा देश बेच दिया जाएगा।’’
उन्होंने लोगों से लोकसभा चुनाव में असम में टीएमसी के सभी चार उम्मीदवारों के लिए वोट करने की अपील की और घोषणा की कि उनकी पार्टी 2026 के राज्य विधानसभा चुनाव में सभी 126 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बनर्जी ने कहा, ‘‘यह सिर्फ एक ट्रेलर है...फाइनल अभी बाकी है। मैं फिर आऊंगी।’’
सिलचर निर्वाचन क्षेत्र में राधाश्याम विश्वास के अलावा, टीएमसी ने कोकराझार, बारपेटा और लखीमपुर से क्रमशः गौरी शंकर सरनिया, अबुल कलाम आजाद और घाना कांता चुटिया को उम्मीदवार बनाया है।
बनर्जी ने दावा किया, ‘‘भाजपा पूरे भारत-उत्तर प्रदेश, गुजरात, असम और दिल्ली में लोगों को विभाजित और प्रताड़ित कर रही है। मणिपुर मर रहा है और कोई राहत नहीं है।’’
उन्होंने नवरात्र के दौरान मांसाहारी व्यंजन खाने वालों को निशाना बनाने के लिए भी भाजपा की आलोचना की और कहा कि किसी व्यक्ति का निर्णय है कि वह क्या पसंद करता है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘वे केवल भारत में दंगे चाहते हैं। वास्तव में, वे केवल एक ही गारंटी दे सकते हैं-वोट लूटने के बाद दंगे होंगे। उन्होंने भारत में हर जगह का शोषण किया है और महिलाओं, आदिवासियों, किसानों और अन्य सभी हाशिए पर रहने वाले लोगों पर अत्याचार किया है।’’
टीएमसी सुप्रीमो ने मणिपुर में जातीय हिंसा का भी जिक्र किया जहां मई 2023 से अब तक 219 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। बनर्जी ने कहा, ‘‘मणिपुर में 200 चर्च जला दिए गए, मस्जिदें जला दी गईं। महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया और वे अब भी न्याय की तलाश में हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी अकेले ही भाजपा से लड़ रही है। बनर्जी ने कहा, ‘‘कांग्रेस और माकपा बंगाल में भाजपा का समर्थन कर रही हैं। लेकिन हम देश के बाकी हिस्सों में ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ हैं... वे (भाजपा) हमें डराने की कोशिश करेंगे, पैसे का लालच देंगे।’’
भाजपा के 400 लोकसभा सीटें जीतने के लक्ष्य का उपहास उड़ाते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘पहले आप 200 सीटें जीतने का प्रयास करें...मुझे लगता है कि वे बुरी तरह हारेंगे।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 17 अप्रैल। आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक शाखा के तौर पर काम कर रहा है।
आयोग ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ को पार्टी के कुछ पोस्ट हटाने का आदेश दिया है जिसके बाद ‘आप’ ने यह आरोप लगाया है।
यह संहिता 16 मार्च को आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के साथ लागू हुई। मतगणना चार जून को होनी है।
‘एक्स’ ने मंगलवार को कहा था कि आयोग ने वाईएसआर कांग्रेस, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के कुछ पोस्ट उसे हटाने का आदेश दिया है।
‘आप’ की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी ने भाजपा के पोस्ट और होर्डिंग्स को लेकर आयोग को दो शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया, “यह देश का दुर्भाग्य है कि निर्वाचन आयोग भाजपा की शाखा के रूप में काम कर रहा है।”
आयोग ने दो और तीन अप्रैल को आदेश जारी किए थे। इसके बाद आयोग ने 10 अप्रैल को ‘एक्स’ को एक ईमेल भेजा था जिसमें उसने कहा था कि कंपनी उसे बताए गए चार पोस्ट हटाने में नाकाम रहती है तो यह "स्वैच्छिक आचार संहिता" का उल्लंघन होगा।
‘एक्स’ ने कहा कि आयोग ने कंपनी को निर्वाचित राजनीतिक नेताओं, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा साझा किए गए राजनीतिक भाषण वाले पोस्ट को हटाने के लिए आदेश जारी किए हैं। (भाषा)
ईटानगर, 17 अप्रैल। अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता के अपहरण के कुछ घंटों बाद, मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पवन कुमार सेन ने बुधवार को कहा कि भूमिगत समूहों द्वारा चुनाव प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसी गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
लोंगडिंग जिले में विद्रोहियों द्वारा भाजपा नेता के अपहरण के बाद सेन का यह बयान आया है।
पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) चुखु आपा ने अपहरण की बात स्वीकार की और कहा कि पुलिस और अर्धसैनिक बल व्यक्ति को बचाने के काम में लगे हुए हैं।
पुलिस महानिरीक्षक ने हालांकि घटना का विवरण देने से इनकार कर दिया।
लोंगडिंग के उपायुक्त बेकिर न्योरक और पुलिस अधीक्षक डेकियो गुमजा ने इस संबंध में कुछ कहने से इनकार कर दिया।
अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा की दो सीट हैं। इस राज्य में 19 अप्रैल को संसदीय और 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक साथ चुनाव होंगे। कुल 60 विधानसभा सीट में से सत्तारूढ़ भाजपा पहले ही दस निर्विरोध जीत चुकी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने घटना पर चर्चा करने के लिए आज एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई है और लोंगडिंग और तिरप के उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि किसी भी भूमिगत समूह द्वारा चुनाव प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप न किया जाये।’’
सेन ने कहा कि असम राइफल्स और अन्य अर्धसैनिक बलों को सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की एक विशेष टुकड़ी दिन के दौरान लोंगडिंग पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए सीएपीएफ और राज्य पुलिस के लगभग 13,176 कर्मी तैनात हैं।
उन्होंने कहा कि चुनावों की घोषणा के बाद से, कानून और व्यवस्था से संबंधित 36 घटनाएं दर्ज की गई हैं और इन घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘हम स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करेंगे और आदर्श आचार संहिता का कोई भी उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम पहले ही उम्मीदवारों का पक्ष लेने के लिए एक अतिरिक्त उपायुक्त और एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी को निलंबित कर चुके हैं।’’ (भाषा)
चंडीगढ़, 17 अप्रैल। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान बुधवार को पंजाब एवं हरियाणा सीमा के पास पटियाला जिले में रेल पटरियों पर बैठ गए। वे लोग हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन किसानों की रिहाई की मांग कर रहे थे।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि शंभू रेलवे स्टेशन पर किसानों के धरने के कारण कई रेलगाड़ियों के मार्ग में बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा कि 30 से अधिक रेलगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित हुई और उनके मार्ग में परिवर्तन किया गया या उन्हें रद्द कर दिया गया।
रामनवमी के अवसर पर रेलगाड़ियों का परिचालन बाधित होने से यात्रियों को भी परेशानी हुई।
किसान मजदूर मोर्चा नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हरियाणा प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया था कि गिरफ्तार किसानों को 16 अप्रैल तक रिहा कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, "जब हमारे किसानों को रिहा नहीं किया गया, तो हमने रेल पटरियों पर धरना देने का फैसला किया।"
मौजूदा किसान आंदोलन के दौरान नवदीप सिंह समेत तीन किसानों को गिरफ्तार किया गया है।
पंजाब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रेल पटरियों की ओर जाने से रोकने के लिए बैरिकेड लगाए थे, लेकिन किसान जबरन आगे बढ़ गए और पटरियों पर बैठ गए।
किसान नेताओं ने कहा कि जब तक प्रदर्शनकारियों को रिहा नहीं किया जाता, वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।
एक अन्य किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, "अगर सरकार उन्हें अभी रिहा कर दे तो हम 10 मिनट के भीतर रेल पटरियों पर से हट जाएंगे।’’
किसान नेताओं ने कहा कि उन्हें रेल पटरियों पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि हरियाणा सरकार उनकी मांग नहीं मान रही है।
पंढेर ने धमकी दी कि अगर जल्दी ही तीन किसानों को रिहा नहीं किया गया तो वे लोग अन्य जगहों पर भी रेल पटरियों पर धरना देंगे।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, अमृतसर से न्यू जलपाईगुड़ी, अमृतसर से कटिहार, पठानकोट से पुरानी दिल्ली, अमृतसर से टाटा नगर, कोलकाता से अमृतसर, दिल्ली से अमृतसर, हरिद्वार से अमृतसर और दरभंगा से अमृतसर तक की रेलगाड़ियों के मार्ग में बदलाव किया गया।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। उनकी मांगों में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी भी शामिल है।
किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर डेरा डाले हुए हैं, जब सुरक्षा बलों ने उनके मार्च को रोक दिया था। (भाषा)
मुंबई, 17 अप्रैल। बॉलीवुड स्टार आलिया भट्ट, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, पहलवान साक्षी मलिक और भारतीय मूल के ब्रिटिश अभिनेता देव पटेल ने 2024 के लिए टाइम पत्रिका की '100 सबसे प्रभावशाली लोगों' की सूची में जगह बनाई है।
सूची में शामिल एक अन्य प्रमुख भारतीय नाम पहलवान साक्षी मलिक का है, जो भारत की एकमात्र महिला ओलंपिक पदक विजेता हैं, जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह द्वारा महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।
साक्षी ने एक्स पर लिखा, "2024 का टाइम100 सूची में शामिल होने पर गर्व है।"
आलिया के पहले हॉलीवुड प्रोजेक्ट स्ट्रीमिंग फिल्म 'हार्ट ऑफ स्टोन' के निर्देशक टॉम हार्पर ने अभिनेत्री की प्रशंसा करते हुए उन्हें "वास्तव में अंतर्राष्ट्रीय स्टार" कहा।
उन्होंने लिखा, "अपनी प्रसिद्धि के बावजूद, आलिया सेट पर अत्यधिक विनम्र और मजाकिया हैं। उनके काम करने के तरीके में एक आकर्षण है : केंद्रित, आइडिया स्वीकार करने और रचनात्मक जोखिम लेने को तैयार। फिल्म में मेरे पसंदीदा क्षणों में से एक तब आया जब एक टेक के अंत में इंप्रोवाइजेशन किया गया। उसने भावनात्मक सूत्र को पकड़ा और उसके साथ हो लीं।
“आलिया का सुपरपावर प्रामाणिकता और संवेदनशीलता को फिल्म-स्टार चुंबकत्व के साथ मिलाने की उनकी क्षमता है। एक अभिनेत्री के रूप में, वह चमकदार हैं, और एक व्यक्ति के रूप में, वह जमीनी आश्वासन और रचनात्मकता लाती हैं जो वास्तव में एक अंतर्राष्ट्रीय स्टार बनाती है।"
आलिया टाइम मैगजीन की सूची में शामिल होने वाली एकमात्र बॉलीवुड अभिनेत्री हैं।
सूची में शामिल भारत से जुड़े अन्य नामों में खगोलशास्त्री प्रियंवदा नटराजन, अमेरिकी ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जिगर शाह और शेफ और अधिकार कार्यकर्ता अस्मा खान शामिल हैं।
इसमें गायक-गीतकार दुआ लीपा, ऑस्कर पुरस्कार विजेता अमेरिकी अभिनेत्री डा'वाइन जॉय रैंडोल्फ और ऑस्कर नामांकित अभिनेता जेफरी राइट और कोलमैन डोमिंगो भी शामिल हैं।
सूची में फिल्मी हस्तियां ताराजी पी हेंसन, इलियट पेज, माइकल जे. फॉक्स, सोफिया कोपोला और हयाओ मियाज़ाकी भी शामिल हैं। (आईएएनएस)
रायपुर, 17 अप्रैल। एन आई टी परिसर में एप्लाइड ब्लॉकचेन सेंटर की स्थापना के लिए बुधवार को मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर किए। एनआईटी के निदेशक प्रोफेसर एन वी रमना राव ने इस एप्लाइड ब्लॉकचेन सेंटर को ब्लॉकचेन रिसर्च एंड इनोवेशन, स्टूडेंट अपस्किलिंग, व्यावसायीकरण और छत्तीसगढ़ राज्य के लाभ के लिए बौद्धिक संपदा विकास का हब-स्पॉट बनाने के अपने दृष्टिकोण को साझा किया।
अरविंद वोरुगंती, ग्लोबल वाईस प्रेसिडेंट (इनफार्मेशन डेटा सिस्टम) और सुनील यादवल्ली, बिज़नेस हेड (इनफार्मेशन डेटा सिस्टम), ने भारत ब्लॉकचेन नेटवर्क में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों को साथ लाने में इस साझेदारी के महत्व के बारे में बताया ।
यह एप्लाइड ब्लॉकचेन सेंटर सस्टेनेबल खनन और ऊर्जा क्षेत्र में ब्लॉकचेन पर केंद्रित है, जिसका लक्ष्य छत्तीसगढ़ के इन महत्वपूर्ण उद्योगों में नवाचार और व्यावहारिकता को बढ़ावा देना है।
प्रो. पी वाई ढेकने, रजिस्ट्रार, प्रो. पी. दीवान, डीन (अनुसंधान एवं परामर्श), प्रो. डी. सान्याल, डीन (संकाय कल्याण), डॉ. नितिन जैन, डीन (छात्र कल्याण), प्रो. एस. सान्याल, प्रो. एस. गुप्ता, प्रो. एम. प्रधान, डॉ. प्रदीप सिंह, विभागाध्यक्ष (सीएसई), डॉ. संजय कुमार, विभागाध्यक्ष (आईटी), प्रो. प्रियंका त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष (एमसीए), एनआईटी रायपुर के फैकल्टी कोऑर्डिनेटर (एप्लाइड ब्लॉकचेन सेंटर) डॉ. राकेश त्रिपाठी के साथ डॉ. चन्द्रशेखर जटोथ उपस्थित रहे।
अहमदाबाद, 17 अप्रैल। दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बुधवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में गुजरात टाइटन्स को 17.3 ओवर में 89 रन पर समेट दिया जो इस सत्र में किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर है।
गुजरात टाइटन्स का भी यह आईपीएल में सबसे कम स्कोर है। उसके लिए केवल तीन खिलाड़ी दोहरा स्कोर बना सके जिसमें से राशिद खान ने सबसे ज्यादा 31 रन बनाये।
दिल्ली कैपिटल्स के लिए मुकेश कुमार ने तीन जबकि ईशांत शर्मा और ट्रिस्टन स्टब्स ने दो दो विकेट हासिल किये।
खलील अहमद और अक्षर पटेल को एक एक विकेट मिला।
गुजरात टाइटन्स :
ऋद्धिमान साहा बो मुकेश कुमार 02
शुभमन गिल का साव बो शर्मा 08
साई सुदर्शन रन आउट (सुमित कुमार) 12
डेविड मिलर का पंत बो शर्मा 02
अभिनव मनोहर स्ट पंत बो स्टब्स 08
राहुल तेवतिया पगबाधा बो पटेल 10
शाहरूख खान स्ट पंत बो स्टब्स 00
राशिद खान का पंत बो मुकेश कुमार 31
मोहित शर्मा का सुमित कुमार बो अहमद 04
नूर अहमद बो मुकेश कुमार 01
स्पेंसर जॉनसन नाबाद 01
अतिरिक्त : 10
कुल : 17.3 ओवर में 89 रन पर सभी आउट
विकेट पतन : 1-11, 2-28, 3-28, 4-30, 5-47, 6-48, 7-66, 8-78, 9-88
गेंदबाजी :
खलील अहमद 4-1-18-1
इशांत शर्मा 2-0-8-2
मुकेश कुमार 2.3-0-14-3
कुलदीप यादव 4-0-18-0
ट्रिस्टन स्टब्स 1-0-11-2
अक्षर पटेल 4-0-17-1
जारी
(भाषा)
चेन्नई, 17 अप्रैल। मद्रास उच्च न्यायालय ने तमिलनाडु सरकार को निर्देश दिया है कि वह सभी अस्पतालों को दुर्घटनाओं में मृतकों/घायलों के रक्त में अल्कोहल के स्तर का आकलन करने को कहे, ताकि ऐसे मामलों में दावेदार के खिलाफ लापरवाही का निर्धारण किया जा सके।
न्यायमूर्ति एन. आनंद वेंकटेश ने हाल ही में एक दावेदार को 1.53 लाख रुपये का मुआवजा देने के आदेश को बदलते हुए मुआवजा राशि बढ़ाकर 3.53 लाख रुपये देने का निर्देश दिया।
अदालत ने यह भी कहा कि उसके हिसाब से शराब पीना कोई अपराध नहीं है। इसने कहा, ‘‘वास्तव में, राज्य खुद से संचालित आईएमएफएल की दुकानों के माध्यम से नागरिकों को शराब का एकमात्र प्रदाता है। इसके मद्देनजर यह एकमात्र राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह शराब की खपत से होने वाले परिणामों का भी ध्यान रखे।’’
अदालत ने तमिलनाडु सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रधान सचिव को रक्त में अल्कोहल के स्तर का आकलन करने के संबंध में सभी अस्पतालों को एक परिपत्र जारी करने का निर्देश दिया।
न्यायाधीश ने कहा, ‘‘इस प्रक्रिया को अनिवार्य बनाया जाएगा, क्योंकि ऐसे मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है, जहां चालक शराब पीकर वाहन चलाते हैं। हालांकि राज्य सरकार औचक निरीक्षण करने के लिए कदम उठा रही है, लेकिन यह समस्या इतने से ही ठीक नहीं होगी, बल्कि कम से कम ऐसे मामलों में जहां दुर्घटनाएं होती हैं, रक्त में अल्कोहल के स्तर का आकलन करना अनिवार्य बनाना होगा।’’
मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण, पेरम्बलूर ने 2022 में दावेदार रमेश को 3.07 लाख रुपये के मुआवजे का आदेश दिया था, लेकिन न्यायाधिकरण ने उनके खिलाफ 50 प्रतिशत लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवजे से आनुपातिक राशि काट ली। इससे व्यथित होकर, दावेदार ने वर्तमान याचिका दायर की थी।
न्यायाधीश ने कहा कि दुर्घटना रजिस्टर और डॉक्टर के साक्ष्य में यह उल्लेख किया गया था कि दावेदार से शराब की गंध आ रही थी। न्यायाधिकरण ने यह भी माना कि शराब के प्रभाव के कारण और लॉरी से सुरक्षित दूरी नहीं रख पाने के कारण दोपहिया वाहन की उसके पिछले हिस्से से टक्कर हो गई थी। (भाषा)
नयी दिल्ली, 17 अप्रैल। कांग्रेस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ से कुछ पोस्ट हटाए जाने संबंधी निर्वाचन आयोग के आदेश को लेकर बुधवार को आरोप लगाया कि सरकार के ‘काले कारनामे’ के बारे में बताने वालों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
पार्टी की सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने यह सवाल भी किया कि आखिर निर्वाचन आयोग को चुनावी बॉण्ड के बारे में बात करना क्यों आपत्तिजनक लगा।
दरअसल, निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के कारण सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ को वाईएसआर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के चुनिंदा पोस्ट हटाने का मंगलवार को आदेश दिया।
इस संबंधी आदेश दो अप्रैल और तीन अप्रैल को जारी किए गए थे और आयोग द्वारा 10 अप्रैल को इस संबंध में एक और ईमेल भेजा गया जिसमें उसने कहा कि ‘एक्स’ द्वारा इन चार पोस्ट को नहीं हटाने पर इसे ‘‘जानबूझकर आचार संहिता के उल्लंघन’’ का मामला माना जाएगा।
सुप्रिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व का ट्विटर) ने एक खबर साझा की जिसमें उन्हें चुनाव आयोग की तरफ से चार हैंडल के ट्वीट हटाने का निर्देश आया है। हालांकि, एक्स का कहना है- हम अभिव्यक्ति की आजादी में रुकावट नहीं डालना चाहते, लेकिन हमारे पास यह निर्देश आया, इसलिए हमें ऐसा करना पड़ा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई व्यक्ति ‘हेट स्पीच (नफरत भरा भाषण)’ दे रहा है, धर्म का इस्तेमाल कर रहा या किसी व्यक्ति के खिलाफ भद्दी टिप्पणियां कर रहा है तो वह उल्लंघन होता है। लेकिन डिलीट हुई पोस्ट में चुनावी बॉण्ड के बारे में उस सच की बात की गई थी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिसे छिपाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।’’
कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया कि आखिर चुनाव आयोग को चुनावी बॉण्ड पर बात करना क्यों आपत्तिजनक लगा?
उन्होंने आरोप लगाया कि आज मोदी सरकार के ‘काले कारनामे’ बताने वाले हर व्यक्ति को प्रताड़ित किया जा रहा है। (भाषा)
जयपुर, 17 अप्रैल। राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 12 लोकसभा सीट पर होने वाले मतदान के लिए प्रचार अभियान का शोर बुधवार शाम छह बजे थम गया। इन सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होगा और नतीजे चार जून को घोषित किए जाएंगे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि पहले चरण में मतदान के अंतिम 48 घंटे के लिए चुनाव प्रचार गतिविधियां बुधवार शाम छह बजे से थम गईं।
राज्य की जिन 12 लोकसभा सीट पर पहले चरण में मतदान होना है उनमें से सीकर, चुरू एवं नागौर की सीट भी है जहां मुकाबला कड़ा माना जा रहा है।
कांग्रेस ने सीकर सीट गठबंधन सहयोगी माकपा के लिए छोड़ी है। इस सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद सुमेधानंद सरस्वती उम्मीदवार हैं तो माकपा की ओर से पूर्व विधायक अमराराम मैदान में हैं। सीकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का गृहनगर है। सीकर लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा सीट में से पांच कांग्रेस के पास हैं जबकि तीन पर भाजपा के विधायक हैं। अमराराम दांतारामगढ़ और धोद से विधायक रह चुके हैं। फलस्वरूप सीकर भाजपा के लिए कड़ी चुनौती वाली सीट बन गई है।
इसी तरह चूरू लोकसभा सीट से कांग्रेस ने मौजूदा सांसद राहुल कस्वां को मैदान में उतारा है। भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद राहुल कस्वां को टिकट देने से इनकार कर दिया। दो बार के राहुल सांसद कस्वां पैरालंपिक पदक विजेता भाजपा के देवेंद्र झाझड़िया के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। चूरू पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का गृहनगर है और राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि राठौड़ के कारण ही राहुल कस्वां को टिकट नहीं मिला। राहुल कस्वां उन मौजूदा सांसदों में से हैं जो भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए।
राज्य की नागौर लोकसभा सीट पर जाट समाज के ही दो नेता आमने-सामने हैं। कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल भाजपा की ज्योति मिर्धा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। बेनीवाल का मुकाबला एक बार फिर ज्योति मिर्धा से होगा। ज्योति मिर्धा ने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लड़ा था और बेनीवाल से हार गईं।
2024 के लोकसभा चुनाव में बेनीवाल ने विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन को समर्थन देने का फैसला किया है और ज्योति मिर्धा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। ज्योति मिर्धा 2023 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार और अपने चाचा हरेंद्र मिर्धा से हार गई थीं।
कांग्रेस ने अपना चुनाव अभियान मुख्य रूप से दो मुख्य मुद्दों- महंगाई एवं बेरोजगारी तथा अपने चुनाव घोषणा पत्र 'न्याय पत्र' पर केंद्रित किया। पार्टी ने इस घोषणा पत्र में 30 लाख रिक्त सरकारी पद भरने, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी का वादा किया है। भाजपा ने तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार और पेपर लीक जैसे मुद्दों पर कांग्रेस पर हमला बोला। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र और प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी को लेकर भी प्रचार किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अन्य नेताओं ने कई चुनावी सभाएं कीं, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के चुनाव अभियान का नेतृत्व किया और कई रैलियां कीं। उन्होंने दौसा में रोड शो भी किया। केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित ने जयपुर और कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने अलवर में रोड शो किया।
इसी तरह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा के पक्ष में कई जगह सभाएं कीं।
राजस्थान में कुल 25 लोकसभा सीट हैं। साल 2014 और 2019 के दो आम चुनाव में ये सभी सीट भाजपा ने जीतीं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी गुप्ता ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव के लिए प्रकाशित मतदाता सूचियों के अनुसार, सामान्य मतदाता 2,53,15,541 हैं, जिनमें 1,32,89,538 पुरुष, 1,20,25,699 महिलाएं एवं 304 तृतीय लिंगी हैं।
उन्होंने बताया कि इस चुनाव में 18 से 19 वर्ष की उम्र के 7,98,520 नये मतदाता लोकसभा चुनाव में पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार शाम छह बजे चुनाव प्रचार थम गया। शुक्रवार को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। पहले चरण में गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा सीट पर मतदान होगा।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव दो चरणों में 19 और 26 अप्रैल को होंगे। दूसरे चरण में 13 सीट-- टोंक, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़ पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। (भाषा)